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Monday, May 4, 2020

लॉकडाउन पार्ट 3: घर जाने के लिए प्रवासी मजदूरों के समय का बांध टुटा, उठाया ये कदम


संजय(जींद)- लॉकडाउन 3 शरू होने पर प्रदेश मे रह रहे प्रवासी मजदूरो के संयम का बाँध अब टूटने लगा, आज सारा दिन हरियाणा के अलग अलग हिस्सों से प्रवासी मजदूरों के घर से पैदल चलने व जगह जगह इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की घटनाए सामने आई | प्रदेश के कई जिलो मे प्रवासी मजदूरो ने जाम तक लगा दिया |

यमुनानगर पथराव किया, पुलिस कर्मी घायल 
यमुनानगर मे आज घर लौटने की अनुमति नहीं मिलने पर भड़के सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने सहारनपुर-कुरुक्षेत्र मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही मोटरसाइकिल राइडर दो पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मजदूरों को समझाने का प्रयास किया। मगर मजदूर गुस्से में आ गए और पुलिस कर्मचारियों पर पत्थर फेकने शुरू कर दिए। जिसमें संजीव नामक पुलिस कर्मचारी घायल हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर डीएसपी प्रदीप राणा, फरकपुर थाना प्रभारी मुकेश कुमार व शहर थाना प्रभारी कमलदीप सिंह समेत अन्य अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके मजदूरों को मार्ग से हटाया।
जींद मे भी हुआ लाठीचार्ज
जींद शहर मे भी प्रवासी मजदुर मिनी सचिवालय पर इक्कठा हुए और सरकार से अपने घर जाने की मांग करने लगे | जब प्रवासी मजदूरों को समझाने को पुलिस आई तो भीड़ ज्यादा इक्कठा हो गई, भीड़ को खुर्द बुर्द करने के लिए हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा |

सब जिलों से लोग जा चुके बस हम रह गये 
कश्मीर के कुपवाड़ा निवासी अशरफ मीर ने जींद प्रसाशन पर आरोप लगाते हुए बताया कि हम सर्दियों मे यहा शाल आदि बेचने आते है और मार्च कर अंत या अप्रैल माह की शरुआत मे हम अपने घर वापिस चले जाते है | इस बार भी हम जाने की तयारी मे ही थे कि लॉक डाउन हो गया हमे उम्मीद थी कि जल्द ही लॉकडाउन हटेगा तो हम अपने घर जाएगे बार बार जींद जिला प्रसाशन से मिलने की कोशिश करते है तो कोई मिलता नही | हम नोडल अधिकारी को भी बता चुके लेकिन कोई कुछ नही बता रहा कि कब और कैसे हम घर वापिस जाएगे | हम हम नही रह सकते हमारे सारे रूपये भी खत्म हो चुके है और कश्मीर हमारे घर वाले भी हमारी चिंता कर रहे है | हमारे साथ ही कश्मीर से आए अलग अलग जिलो के साथी अपने घर जा चुके है, तो अब हम कब और कैसे जाएगे कोई तो बताए |

प्रवासी लोग कार्यालयों में नहीं आये, सहायता के लिए हैल्पलाईन नम्बरों पर करें सम्पर्क : उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया
उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि लॉकडाउन के चलते जो प्रवासी लोग जिला में फंसे हुए हैं और जो जींद जिला के लोग अन्य प्रदेशों में ठहरे हुए है उन्हें छोडऩे व वापिस लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किये जा रहे है। बसों के माध्यम से ऐसे लोगों को छोड़ा व वापिस लाया जायेगा। ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है। लोगों की संख्या के हिसाब से पर्याप्त बसों की व्यवस्था की जायेगी।
डीसी ने बताया कि जो लोग जिला में फंसे हुए उन्हें सरकारी कार्यालयों में आने की आवश्यकता नहीं है, जिला प्रशासन ऐसे लोगों के पास जाकर सूची तैयार कर रहा है। उन्होंने प्रवासियों से कहा है कि वे कार्यालयों में आने की बजाए जारी किये गये हैल्प लाईन नम्बरों पर सम्पर्क कर अपने नाम सूची में डलवा सकते है। प्रवासी लोग टोल फ्री नम्बर 1950 या कॉल सेंटर नम्बर 01681-246820, 245206, 246151, 246150, 246151 पर प्रशासन को सूचना दे सकते हैं। यहीं नहीं जिला के लोग जो अन्य प्रांतों में फंसे हुए है वह भी इन हैल्प लाईन नम्बरों पर सम्पर्क स्थापित कर सहायता मांग सकते है।
जरुर पढ़े- नियम न मानने वाले हरियाणा के निजी स्कूलों के खिलाफ पोल-खोल अभियान -हरियाणा बुलेटिन न्यूज़

मजदूरों को बसों-ट्रेन से भेजा जाएगा घर, एक रेल में 1200 लोग बैठेंगे, जिलो मे नोडल अधिकारी नियुक्त - मुख्यमंत्री मनोहर लाल
मनोहर सरकार ने फैसला किया कि अब हरियाणा में फंसे बाहरी राज्यों के मजदूरों को बसों व ट्रेन से घर भेजेगी। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों के मजदूरों व खेतिहर मजदूरों को बसों के माध्यम से उनके घर भेजा जाएगा। बिहार, झारखंड व मध्यप्रदेश के प्रवासी मजदूर राज्य के अलग-अलग स्टेशनों से विशेष श्रमिक ट्रेन से भेजे जाएंगे। शेष राज्यों के प्रवासी मजदूरों की संख्या में अपेक्षाकृत कम है, इसलिए नई दिल्ली से विशेष ट्रेनों के माध्यम से उनकी वापसी सुनिश्चित की जाएगी।

ज्ञात है कि कल रविवार को ही सीएम मनोहर लाल ने  6 अलग-अलग श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारियों व 5 अलग-अलग राजनीतिक दलों के श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्षों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी , जिसमे उन्होंने कहा  था कि अन्य राज्यों के सभी खेतिहर मजदूर और प्रवासी मजदूर अपने घरों में जल्द से जल्द सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से पहुंच जाएंगे। जैसे किसान का हर दाना राज्य सरकार ने खरीदने की पुख्ता व्यवस्था की है, वैसे ही हर प्रवासी मजदूर को उसके घर तक सुरक्षित रूप से पहुंचाने का पुख्ता इंतजाम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यूनियनों से आग्रह करते हुए कहा कि वे मजदूरों तथा उनके परिवारों के लिए धैर्य संबंधी सरकार की प्रतिबद्धता के संदेश का प्रसार करें। अन्यथा लौटने की उनकी उत्सुकता असामाजिक तत्वों द्वारा उनके शोषण का कारण बन सकती है।

उधोग खोलने को समितियों का भी होगा जिला स्तर पर गठन
वही बैठक में यह भी सर्वसम्मति बनी कि जहां तक संभव हो औद्योगिक मजदूरों को अपनी इकाइयों को फिर से खोलने में सहायता करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। ताकि अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाया जा सके | जिसके लिए विभिन्न श्रमिकों के प्रतिनिधियों के साथ संबंधित उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समितियों का गठन किया जाना है | लेकिन आज के हालात के बाद मजूदरो के संयम का बाँध टूटने के कारण उद्योगों को खोलने मे समस्या आती दिखाई दे रही है |

हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ की जनहित मे पहल कोरोना से डरे नह, घबराए नही बल्कि संयम से काम ले, सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए, सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार अपना कार्य करे ताकि रोजगार भी  चलता रहे व हम कोरोना से भी बचे रहे |

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