टकराव:दो दिन में दूसरी बार पुलिस पर हमला, नाका और गाड़ी को टक्कर मार फरार होना चाहते थे तस्कर, पकड़े गए
सिरसा : जिला में नशा तस्करों का नेटवर्क तोड़ने में जुटी पुलिस को रोकने के लिए नशा तस्कर अब उनसे सीधी टक्कर लेने से भी नहीं घबरा रहे हैं। पिछले दो दिनों में दो बार पुलिस और नशा कारोबारियों के बीच टकराव हो चुका है। सोमवार की रात को डबवाली एरिया में शराब तस्करों के साथ टकराव हुआ। वहीं मंगलवार की शाम को ऐलनाबाद खंड के गांव कोटली के पास तस्करों के साथ टकराव हो गया।
सीआईए पुलिस की नाकाबंदी तोड़कर भागे कार सवार तस्करों ने पुलिस की गाड़ी को जबरदस्त टक्कर मारी। इस टक्कर की वजह से गाड़ी में बैठे सब इंस्पेक्टर सतबीर सिंह उछलकर खाल में जा गिरे। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इतने में सामने से एक और पुलिस की गाड़ी ने आकर तस्करों की गाड़ी को घेर लिया और उन्हें सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया। खुद को चारों ओर से घिरे होने के बावजूद और हथियारों से लैस पुलिस के जवानों को देखकर गाड़ी रोक दी।
पुलिस ने गाड़ी में सवार दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। तालाशी लेने पर गाड़ी में 60 किलो डोडापोस्त बरामद किया है। इसके अलावा 70 हजार रुपये की नकदी भी बरामद हुई है। सीआईए ने कार सवार तस्करों से पूछताछ की तो उनकी पहचान हरी सिंह उर्फ सोनू पुत्र लाभ सिंह व विजय उर्फ बीजू पहलवान पुत्र सुरजाराम निवासी साहवा जिला चूरु राजस्थान के रूप में हुई है। ऐलनाबाद थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जान से मारने की कोशिश व मादक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। इसके बाद घायल एसआई सतबीर सिंह को अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
ऐलनाबाद के कोटली में होनी थी डोडापोस्त की सप्लाई
तस्करी के आराेपी हरी सिंह व विजय ने सीआईए को बताया कि वो पुलवामा निवासी तोता राम से डोडापोस्त साहवा से खरीदकर लाए थे। इसे ऐलनाबाद के गांव कोटली में सप्लाई करना था। जिस शख्स को डोडापोस्त दिया जाना था उसके खिलाफ पहले से ही केस दर्ज है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार तस्करों को कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा। रिमांड के दौरान पुलवामा निवासी तोताराम के संबंध में पूछताछ की जाएगी। जम्मू एंड कश्मीर का रहने वाले तोताराम राजस्थान से सिरसा में किन-किन लोगों के पास नशे की सप्लाई कर रहा है, इसका पता भी आरोपियों से लगाया जाएगा।
राजस्थान और नई दिल्ली से आ रहीं नशे की खेप
जिला में नशा नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस की ओर से पूरी सख्ती बरती जा रही है। पिछले आठ महीने में ही एक हजार से अधिक तस्कर पुलिस ने पकड़कर जेल भेजे हैं। नशा तस्करों के नेटवर्क पर जब से सख्ती हुई है। उसके बाद वे हमलावर भी हो गए हैं। इसलिए पिछले कुछ ही दिनों में कई बार पुलिस के साथ तस्करों का टकराव हो गया है। जिला में नई दिल्ली से चिट्टा का नशा और राजस्थान से चूरापोस्त व अफीम का नशा आ रहा है। पुलिस तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।
दो दिन पहले सीआईए कालांवाली पर शराब तस्करों ने किया था हमला
गत दिवस सीआईए कालांवाली पुलिस इलाके में गश्त कर रही थी। इसी दौरान गुप्तचर से सूचना मिली की पन्नीवाला रुलदू निवासी जगदीप के घर आगे सरेआम शराब बेच रहा है। सीआईए कालांवाली पुलिस ने तुरंत मौके पर छापेमारी की। इस दौरान एक युवक सरेआम मकान के आगे गली में शराब बेचता हुआ दिखा। पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया तो उसने बताया कि उसका नाम जगदीप सिंह है। जगदीप के पास पुलिस को 48 बोतल देसी शराब मिली। इसी दौरान एक युवक मकान के अंदर से बाहर आया और पुलिस कर्मचारियों से हाथापाई करने लगा। जगदीप सिंह ने भी पुलिस कर्मचारियों से लड़ाई झगड़ा शुरू कर दिया। दोनों ने भागने की कोशिश की तो पुलिस कर्मचारियों ने दोनों को दबोच लिया। इस दौरान पुलिस कर्मचारियों को चोट लगी। इसके बाद दोनों युवक पुलिस कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी देने लगे।
एसपी डॉ. अरुण नेहरा ने बनाया तस्करों को पकड़ने का रिकाॅर्ड
सिरसा में अपने 22 महीने के कार्यकाल में एसपी डॉ. अरूण नेहरा ने नशा तस्करों की कमर तोड़कर रख दी। हालांकि अब उनका तबादला हो गया है। मगर अपने कार्यकाल में उन्होंने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई का ऐसा रिकार्ड कायम कर दिया है कि अब नए एसपी को भी नशे को लेकर गंभीरता से काम करना पड़ेगा। 23 दिसंबर 2018 को डॉ. अरूण नेहरा ने सिरसा में एसपी का कार्यभार संभाला था। अपने 22 महीने के कार्यकाल में सिरसा के इतिहास में रिकार्ड 1176 केस दर्ज करके 2024 तस्करों को जेल भेजा है। अब नए एसपी को नशा खत्म करने के लिए उनकी राह पर ही चलना पड़ेगा।
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