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Saturday, September 12, 2020

ऑनर किलिंग:सगे भाई अपहरण कर पंजाब ले गए थे अमनदीप कौर को, परिवार ने मिल रची थी हत्या की साजिश, दांतर से गला काट शव फेंक दिया था खेत में

ऑनर किलिंग:सगे भाई अपहरण कर पंजाब ले गए थे अमनदीप कौर को, परिवार ने मिल रची थी हत्या की साजिश, दांतर से गला काट शव फेंक दिया था खेत में

करीब 6 साल पहले गांव दड़बी से पड़ोसी युवक के साथ घर से भागकर हाईकोर्ट में लव मैरिज करने वाली लड़की का गला काटकर हत्या करने वाले दो सगे भाइयों सहित अन्य 11 पारिवारिक सदस्यों को कोर्ट ने सजा सुनाई है। हत्या और अपहरण करने में शामिल 11 दोषियों में से लड़की के बड़े भाई सहित 7 को उम्रकैद की सजा दी गई है। जबकि चार रिश्तेदारों को अंडरगोन कर एक-एक हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। यानि जितने दिन वे जेल में रहे हैं। उसे ही सजा मान लिया गया है। ये चारों अपहरण सहित अन्य धाराओं के दोषी माने गए हैं।

परिवार वालों ने योजनाबद्ध तरीके से प्रेम विवाह करने वाली अपनी ही बेटी अमनदीप कौर का अपहरण किया था। परिजन उसे पंजाब में मानसा फिर फिरोजपुर ले गए। वहां रिश्तेदार के घर एक पारिवारिक मीटिंग हुई। उसमें सभी ने माना की लड़की ने समाज में नाक कटवा दी है। अब इससे कोई शादी भी नहीं करेगा। इज्जत अब बची नहीं है। इसलिए सभी ने मिलकर हत्या करने की बात पर सहमति जता दी थी। उसके बाद उसे सिरसा लाकर मौत की नींद सुला दिया।

2014 में हाईकोर्ट में अमनदीप कौर और मनमीत ने की थी लव मैरिज

पुलिस मुताबिक गांव दड़बी निवासी मनमीत सिंह और अपनी पड़ोसी अमनदीप कौर ने 10 अगस्त 2014 को घर से भागकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अगले दिन प्रेम विवाह कर लिया। 30 सितंबर को मनमीत सिंह को रास्ते में रोक अमनदीप कौर के परिजनों ने उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। वे अमनदीप कौर को उठाकर ले गए। मनमीत सिंह ने सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार करवाने के बाद पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट व अपहरण का केस दर्ज कर लिया था।

भरोखां के खेत में वारदात को दिया गया था अंजाम

सिरसा के गांव भरोखा के खेत में ग्रामीणों ने 2 अक्टूबर 2014 को खून से लथपथ एक युवती का शव पड़ा देखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना सदर पुलिस को दी। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां जाकर पता चला कि यह खेत डिंग थाना की जद में आता है। इसके बाद डिंग थाना प्रभारी विकास कुमार वहां पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। इसके बाद शव की पहचान अपहृत अमनदीप कौर के रूप में हुई। अगवा करने के बाद भाई कर्ण सहित अन्य परिवार के लोग अमनदीप कौर को गांव भरोखां के खेत में ले गए। वहां भाई कर्ण और अन्य ने दातर से गला काट दिया और शव फेंककर आए आ गए थे।

मनमीत ने 25 लोगों को आरोपी बताया था

डिंग थाना पुलिस ने दड़बी निवासी मनमीत सिंह की शिकायत आरोपी पिता राम सिंह, भाई कर्ण, हरदीप व अन्य रिश्तेदार सोनू, विक्की, गुडो देवी, टीपू, पूजा रानी, रानी देवी व मुख्तयार सिंह सहित 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया था। हालांकि मनमीत ने 25 लोगों को आरोपी बताया था। मगर पुलिस जांच में 17 आरोपी माने गए। अब कोर्ट ने इनमें से 6 को बरी कर दिया। जबकि 11 को दोषी माना है।

हत्यारों के सिर जुनून सवार था, नहीं था किसी का डर

अपनी ही बेटी के साथ कोई ऐसा कर सकता है, यह किसी ने सोचा न था। खेत में जिस तरह अमनदीप को मारकर फेंका गया था, उससे यही माना जा रहा था कि हत्यारों को न किसी का डर था और न ही किसी की परवाह।

इन्हें उम्रकैद

कर्ण सिंह (लड़की का बड़ा भाई), विकास उर्फ विक्की, मुख्तयार सिंह उर्फ काका, जगतार सिंह उर्फ बाबा, बूटा सिंह, बलबीर कौर, रानी पत्नी बूटा सिंह।

ये रिहा

बिमला, रानी, बलजिंद्र कौर व हरदीप (युवती का भाई) द्वारा ट्रायल के दौरान काटी गई जेल को पूरी सजा मानते हुए रिहा कर दिया।

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