Breaking

Friday, October 2, 2020

सुसाइड:13 पेज का सुसाइड नोट लिख ट्यूबवेल ऑपरेटर ने लगाया फंदा, पत्नी, एएसआई व ससुरालियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप

सुसाइड:13 पेज का सुसाइड नोट लिख ट्यूबवेल ऑपरेटर ने लगाया फंदा, पत्नी, एएसआई व ससुरालियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप

महादेव कॉलोनी में 30 वर्षीय युवक रमन कश्यप ने कमरे में पंखे से लटककर दी जान मौत से एक घंटा पहले पत्नी से हुई आखिरी बातचीत

सिरटा रोड स्थित महादेव कॉलोनी में 30 वर्षीय युवक रमन कश्यप ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह 7 बजे रमन की बहन कमरे में गई थी तो भाई पंखे पर फंदे से लटका था। आत्महत्या से पहले रमन नेे 13 पेज का एक सुसाइड नोट भी लिखा जिसमें पत्नी, ससुरालवालों व कुछ युवकों को मौत को जिम्मेदार ठहराया। सुसाइड नोट में आरोप है कि पत्नी किसी लड़के से मोबाइल पर बातचीत करती थी, जिस वजह से दोनों के बीच तकरार रहने लगी।

पत्नी कई महीने से मायके रह रही थी, उसने पति व ससुराल वालों के खिलाफ शहर थाना में शिकायत भी दर्ज करवाई हुई है। रमन के परिवार का आरोप है कि सिटी थाना की महिला जांच अधिकारी एएसआई बबीता ने उनसे एक लाख रुपए ले लिए और रमन को प्रताड़ित किया गया। रमन की बहन रेनू की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने रमन की पत्नी, पत्नी के घर वालों व एएसआई बबीता सहित कई लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।

परिवार ने पुलिस के सामने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। गिरफ्तारी न होने पर शाम पौने 5 बजे सिविल अस्पताल के सामने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। एक घंटे से ज्यादा समय रोड जाम रहा। मौके पर पहुंचे एसडीएम संजय कुमार, डीएसपी कुलवंत बिश्नोई, डीएसपी दलीप ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दो दिन की मोहलत मांगी जिसके बाद परिवार वालों ने जाम खोला। रमन की बहन रेनू ने बताया कि वह एक बहन और दो भाई हैं। रमन पब्लिक हेल्थ में ट्यूबवेल ऑपरेटर था और मार्च 2019 में शादी हुई थी। अभी उसका कोई बच्चा नहीं है। रमन की पत्नी दूसरे लड़कों से कॉल व मैसेज करती थी जिसे लेकर उसका भाई रोकटोक करता।

वीरवार तड़के ऊपर कमरें में गई ताे भाई पंखे से लटका हुआ था: रेनू

रेनू ने बताया कि रमन की ड्यूटी चार से 12 बजे तक थी। वीरवार तड़के वह कमरे में था। जब मैं किसी काम से ऊपर गई तो भाई पंखे पर लटका हुआ था। उसने मेज पर चढ़कर पंखे पर फंदा लगाया और पांव के नीचे से मेज निकाल दी। भाई को मोबाइल चेक किया तो पता चला कि उसने सुबह 5.45 बजे पत्नी के पास कॉल की थी। पत्नी से क्या बात हुई उन्हें पता नहीं है।

हम अपनी बेटी का घर बसाना चाहते थे। सात-आठ महीने से हमारी लड़की घर बैठी है। पंचायत में भी हमने कहा था कि जो निर्णय होगा, वे मानेंगे। एसएचओ से भी कहा था कि ससुराल वाले राजी हैं और तंग नहीं करेंगे तो हम अपनी लड़की को भेजने को तैयार हैं। बुधवार को मैडम ने मेरी लड़की को कैथल बुलाया था। वह हमसे पूछकर गई थी कि मुझे कैथल बुलाया है। एएसआई ने सीना के कॉल से हमसे बात भी कि और कहा कि रमन लड़की को रखने को तैयार है। हमने रमन के परिवार से 15 लाख रुपए नहीं मांगे। धर्मपाल, सीना के पिता

10-15 दिन पहले दरखास्त आई थी। अगले दिन दोनों पक्ष आ गए। पंचायत समय ले गई कि हम दोनों पक्ष घर पर बैठकर बात कर लेंगे। घर पर उनकी सहमति नहीं हुई तो दोबारा फिर दोनों पक्ष थाने में आए। रमन व उसकी मां ने कहा कि हमारे खिलाफ आप पर्चा ही दर्ज कर दो। आसपास बैठे पुलिसवालों व पंचायत वालों ने भी समझाया कि पर्चे में कुछ नहीं रखा, घर बसा लो। लड़की ने कहा था कि पर्चा दर्ज करवाने के लिए वे सोमवार को आएंगी। बुधवार को लड़का व लड़की अकेले ही बिना बुलाए थाने आए। उन्होंने कहा कि हम घर बसाना चाहते हैं । हम किराए पर कमरा लेकर परिवार से अलग रह लेंगे। मैंने कहा कि तुम मौजिज व्यक्ति को ले आओ जो जिम्मेदारी ले सके और घर बसा लो। लड़के ने कहा कि मैं अपने दफ्तर वालों को बुला लेता हूं। दफ्तर वाले आए गए थे। रमन खुद ही उसकी पत्नी को लेकर आया था और खुद ही छोड़ने गया। सीना ने घर जाकर मेरे पास फोन भी किया कि रमन मुझे सही सलामत छोड़ गया है। उसके बाद क्या हुआ मुझे पता नहीं। -बबीता, एएसआई सिटी थाना जांच अधिकारी

सुसाइड नोट में एएसआई को रुपए देने की बात नहीं है। युवक की पत्नी ने सिटी थाना में पति व ससुराल वालों पर केस दर्ज करवाया था, जिसके सिलसिले में उन्हें थाने में बुलाया गया। परिवार की ओर से अभी कोई सबूत नहीं मिला है। जांच में जो सामने आएगा, उसी अनुसार कार्रवाई होगी। -शशांक कुमार सावन, एसपी कैथल।

No comments:

Post a Comment