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Thursday, January 28, 2021

अभय चौटाला ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, किसानों के समर्थन में किया था ऐलान

अभय चौटाला ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, किसानों के समर्थन में किया था ऐलान

चण्डीगढ़ : तीन कृषि कानूनों के विरोध में इनेलो नेता और ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने अपना इस्तीफा दे दिया है। आज सुबह इनेलो कार्यकारिणी की बैठक के बाद अभय चौटाला ट्रैक्टर लेकर विधानसभा सदन पहुंचे और यहां पर उन्होंने विधानसभा में अपना इस्तीफा सौंपा है।


इससे पहले अभय चौटाला ने इससे पहले इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक ली। इस दौरान अभय चौटाला ने कहा कि 26 जनवरी के दिन किसान को अपमानित करने का काम किया गया है। इसके लिए इनेलो निंदा प्रस्ताव लेकर आए हैं, जो सरकार को भेजेंगे। वहीं चौटाला ने किसान आंदोलन में शहीद हुए हरियाणा के किसान के परिवार को नौकरी , एक करोड रुपए और किसान को शहीद का दर्जा मिले यह प्रस्ताव रखे हैं।

अभय चौटाला ने कहा कि किसान आंदोलन में लाल किले पर हुई घटना पर किसी और की नहीं भाजपा की शरारत है और झंडा भी बीजेपी द्वारा ही लगवाया गया। और बीजेपी लोगो को गुमराह करने के लिए ऐसे पहले भी करती रही है। अभय चौटाला ने कहा एक्टर दीप सिद्धू बीजेपी का अपना आदमी है। चौटाला ने कहा गाजीपुर बॉर्डर से भाजपा ने अपने लोगों को यह शरारत करने के लिए भेजा था।

कहा बीजेपी ने साजिश के तहत ही गोधरा कांड करवाया था और गुजरात की जामा मस्जिद में भगवान राम के झंडे की जगह अपना भगवा लगाकर आये थे बीजेपी वाले। किसान इनकी साजिश का शिकार नही होगा, किसान संगठित है। बीजेपी देश तोड़ने का काम कर रही है।


 आपको बता दें कि इससे पहले अभय चौटाला अपना सशर्त इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को भेज चुके हैं। जिसको लेकर अभय चौटाला ने कहा था कि एसवाइएल को लेकर हुए आंदोलन के दौरान भी चौधरी देवीलाल और डा. मंगलसेन ने इसी तर्ज पर विधानसभा से इस्तीफे स्पीकर को भेजे थे। तब उन्हें स्वीकार कर लिया गया था। फिर मौजूदा स्पीकर को इस्तीफा स्वीकार करने में क्या हर्ज है।

अभय चौटाला ने इस्तीफे में लिखा है कि तीन कृषि कानूनों को रद कराने के लिए किसान दिल्ली की सरहदों पर करीब 50 दिन से बैठे हैं। सर्दी और बारिश की वजह से 70 से अधिक किसानों ने शहादत दे दी है, परंतु सरकार बार-बार किसानों के साथ बैठकें कर टालमटोल करते हुए समय बर्बाद कर रही है। अगर केंद्र द्वारा 26 जनवरी तक किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो 27 जनवरी को मेरा एलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से त्यागपत्र स्वीकार कर लिया जाए।

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