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Wednesday, February 3, 2021

कंडेला खाप महापंचायत में पहुंचेंगे किसान नेता राकेश टिकैत, स्वागत की हो रही तैयारियां

कंडेला खाप महापंचायत में पहुंचेंगे किसान नेता राकेश टिकैत, स्वागत की हो रही तैयारियां

जींद : भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कल यानि 3 फरवरी को जींद के खटकड़ टोल प्लाजा पर चल रहे किसानों के धरने के बीच पहुंचेंगे, जिनका स्वागत कंडेला खाप व सर्वजातीय राष्ट्रीय खाप करेगा। यहां टिकैत के आगमन को लेकर कंडेला खाप की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जींद जिले में कंडेला गांव स्थित खेल स्टेडियम में महापंचायत होगी। इस किसान महापंचायत का आयोजन कंडेला खाप की ओर से किया जा रहा है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला, राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष रतनमान सहित प्रदेश भर के किसान शामिल होंगे। टिकैत के अलावा कई खाप नेता भी इसमें शामिल होंगे। कंडेला ने कहा कि किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए यह बड़ा जमावड़ा होगा।

कंडेला में 3 फरवरी को किसान नेताओं के आगमन को लेकर कंडेला खाप ने पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश भर की खाप-पंचायतों के इस सभा मे शामिल होने संबंधी तैयारियों को लेकर खाप नेता टेकराम कंडेला ने बताया कि 3 फरवरी की सभा से राकेश टिकैत व किसान आंदोलन को और मजबूती मिलेगी। सभा के लिए 7 एकड़ का मैदान बनाया गया है। 3 एकड़ में पार्किंग की व्यस्वस्था रहेगी। कंडेला के चबूतरे पर खाप प्रतिनिधियों के लिए देसी खाना परोसा जाएगा। उन्होंने कहा कि सारी व्यवस्था खाप के 36 बिरादरी के लोगों की ओर से की गई है।

कंडेला खाप व सर्वजातीय राष्ट्रीय खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने जानकारी देते हुए बताया कि देशभर में चर्चित रहे इस गांव के नाम से जुड़ी कंडेला खाप के इतिहास गौरवशाली रहा है। खाप ने जींद के राजा को धूल चटाने का कार्य किया था। वर्ष 2002 में बिजली बिलों को लेकर हुए किसान आंदोलन में तत्कालीन ओमप्रकाश चौटाला की सरकार की गलत नीतियों व तानाशाही रवैये पर कड़ी टक्कर दी थी।


टेकराम कंडेला ने कहा कि अब दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर जब केंद्र सरकार की किसानों पर ज्यादती की सूचना 28 जनवरी शाम को जब मीडिया में आई तो सबसे पहले कंडेला के ग्रामीण सड़क पर निकल कर आ गए। पूरे गांव के लोगों ने उसी दिन शाम को जींद-चंडीगढ़ मार्ग को जाम कर दिया था। इसका असर यह हुआ कि पूरे हरियाणा में किसान आंदोलन को पुनर्जीवित कर दिया गया।

कंडेला ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर हुई दिल्ली के लालकिले की घटना से पूरे देश की स्तब्धता के साथ अन्य खापों के साथ कंडेला खाप भी सकते में थी। हरियाणा की कंडेला खाप ने न केवल किसान की स्तब्धता तोड़ी बल्कि किसानों में उत्साह का संचार भी किया। परिणाम यह हुआ कि दिल्ली में उसी दिन रात को ही किसान केंद्र की किसी भी ज्यादती से निपटने के लिए दिल्ली की और कूच करना शुरू कर गए।

उन्होंने कहा कि किसानों से बातचीत का सिलसिला केंद्र को फिर से शुरू करना चाहिए। किसानों की प्रमुख मांग तीनों कृषि कानून वापस लेने, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने व किसानों का कर्ज माफ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देश के किसान के आन, बान व शान की लड़ाई है।

किसान संगठनों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम का एलान कर दिया है। 26 जनवरी के झटके के बाद नए सिरे से आंदोलन तेज हो रहा है। किसान आंदोलन के समाधान के लिए सरकार और किसान संगठनों के बातचीत को लेकर तस्वीर धुंधली है। वहीं दिल्ली की तीन सीमाओं पर जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है, वहां पुलिस की सख्ती बढ़ाई जा रही है।
पुलिस और आंदोलनकारी किसानों में खटास इस कदर बढ़ गई है कि सोमवार को जब पुलिस ने ड्यूटी कर रहे जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए सिंघु बॉर्डर पर देशभक्ति गानें बजाए तो गानों की ऊंची आवाज को लेकर किसानों ने आपत्ति दर्ज कराई। आंदोलन वाली जगहों पर पुलिस की सख्ती में ढिलाई देने, इलाके में बंद इंटरनेट को चालू करवाने की मांग और 26 जनवरी हिंसा के आरोपों में बड़ी संख्या में गिरफ्तार किए गए किसान आंदोलन से जुड़े लोगों की रिहाई की मांग को लेकर 6 फरवरी को दोपहर 12 से 3 बजे तक चक्का जाम करने का एलान किया है।

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