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Wednesday, April 21, 2021

जींद में बड़ी लापरवाही, वेंटिलेटर डिब्बों में बंद और कमी से लोगों की सांसें टूट रहीं

जींद में बड़ी लापरवाही, वेंटिलेटर डिब्बों में बंद और कमी से लोगों की सांसें टूट रहीं

जींद : ( आरती शर्मा )  जींद के सिविल अस्पताल और सीएचसी की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। इन अस्पताल में 13 वेंटिलेटर 15 दिन से डिब्बों में ही बंद पड़े हैं। ये इंस्टॉल तक नहीं हैं। कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति में ये वेंटिलेटर कई की जिंदगी बचा सकते हैं। सरकारी अस्पताल के आईसीयू में अभी 6 वेंटिलेटर इंस्टॉल हैं। 
गौरतलब है कि जींद के सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर बेड न मिलने से महिला ओमपति की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि कर्मचारियों ने कहा कि यहां वेंटिलेटर बेड नहीं है, दूसरी जगह ले जाओ। परिजन महिला को घर ले आए और रोहतक-हिसार में अपने स्तर पर बेड खाली होने की जानकारी ली, लेकिन कहीं बेड खाली नहीं बताए गए। इसी दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। 
जींद में वेंटिलेटर की कमी से कोरोना मरीज दम तोड़ रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग के पास वेंटिलेटर डिब्बों में बंद पड़े हैं। उस पर स्वास्थ्य अधिकारी कह रहे हैं कि डॉक्टर अभी प्रशिक्षित नहीं हैं। इस आपदा के समय जब शहर में महामारी से त्राहि मची है ऐसे समय में तुंरत डॉक्टरों को प्रशिक्षित कर वेंटिलेटर शुरू करवाने चाहिए। 
सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि वेंटिलेटर चलाने के लिए डॉक्टरों को प्रशिक्षित कराया जाएगा। उसके बाद सभी इंस्टॉल करा दिए जाएंगे, ताकि मरीजों को परेशानी न हो।

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