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Thursday, August 25, 2022

भाजपा गठबंधन सरकारी स्कूलों को बंद कर शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की रच रहा है साजिश: अभय चौटाला

भाजपा गठबंधन सरकारी स्कूलों को बंद कर शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की रच रहा है साजिश: अभय चौटाला

चंडीगढ़ : इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को बंद किए जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की साजिश रच रही है। इसकी शुरूआत कांग्रेस ने की थी, उन्होंने भी स्कूलों को बंद किया था और शिक्षा प्रणाली का बेड़ा गर्क किया।
भाजपा गठबंधन सरकार हवाला दे रही है कि स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है इसलिए मर्ज कर रहे हैं लेकिन गंभीर सवाल यह है कि सरकार इस बात का जवाब दे कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम कैसे हुई? भाजपा सरकार ने आज तक अध्यापकों की भर्ती नहीं की है। स्कूलों का सैशन शुरू हुए पांच महीने बीत जाने के बाद भी बच्चों के लिए किताबें उपलब्ध नहीं करवाई। चिराग योजना को लागू किया गया क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि बच्चे सरकारी स्कूलों में दाखिला लें। दाखिलों को फैमिली आईडी से जोड़ दिया गया जिस कारण से लगभग ढाई हजार स्कूलों में बच्चों का दाखिला ही नहीं हुआ।
कक्षा 6 से कक्षा 12 तक हिंदी, इंग्लिश, मैथ, साइन्स और सामाजिक विषयों के लिए प्रति विषय पर एक अध्यापक होना चाहिये लेकिन सच्चाई यह है कि ज्यादातर स्कूलों में कई विषयों के अध्यापक ही उपलब्ध नहीं हैं। अध्यापकों का तबादला करके उस पद को कैप्ट किया जा रहा है और खाली पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की जा रही है, मतलब है कि पोस्ट को कैप्ट करके बहुत सारे विषयों के पद को जड़ से खत्म किया जा रहा है। भाजपा सरकार के मंत्री यह कह कर गुमराह कर रहे हैं कि स्कूलों को बंद नहीं मर्ज किया जा रहा है। जब तीन स्कूलों को मर्ज करके एक स्कूल बना दिया जाएगा तो दो स्कूल तो बंद हो जाएंगे। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा सरकार यह बताए कि जो स्कूल खाली हो जाएंगे तो उनका क्या करेगी? साफ है कि सरकार ने सोची-समझी साजिश के तहत प्रयास किए कि जितना हो सके सरकारी स्कूलों में बच्चे कम से कम दाखिला लें। 
इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार का पूरा ध्यान नशे को बढ़ाने में लगा है, हर जगह शराब के ठेके खोले जा रहे हैं और सरकार के संरक्षण में चिट्टा जैसा जानलेवा नशा गांव-गांव बेचा जा रहा है जिससे युवा पढ़ने के बजाय नशे से अपनी जान गंवा रहा है।

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