सरकार द्वारा दी जाएगी 75 साल से बड़े पेड़ों को पेंशन : डीसी डॉ. मनोज कुमार
जींद : पर्यावरण संरक्षण के लिए हरियाणा सरकार ने 75 साल से अधिक उम्र वाले पेड़ों के लिए पेंशन योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम ‘हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन’ है। जिला में यदि किसी व्यक्ति के घर या स्वयं की जमीन पर 75 साल या उससे ज्यादा की उम्र का पेड़ है, तो वो अपने जिले के वन विभाग कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद एक समिति द्वारा उस आवेदन का आकलन किया जाएगा। सत्यापन उपरांत सभी शर्तें पूरी पाई जाती हैं तो लाभार्थी व्यक्ति को पेड़ों से मिलने वाली पेंशन दी जाएगी। इस योजना के तहत जुलाई से आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी।डीसी डॉ. मनोज कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ‘हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन’ योजना सरकार की ओर से पुराने पेड़ों की रक्षा और संरक्षण के लिए लागू की गई है। उन्होंने बताया कि इन पुराने पेड़ों की पहचान के लिए वन विभाग ने सर्वे कराया था। पुराने पेड़ों के रखरखाव के लिए प्रति पेड़ पेंशन के रूप में 2500 रूपए दिए जाएंगे। यह राशि इन पेड़ों को और आगे बढ़ने और लोगों को ताजा ऑक्सीजन प्रदान करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से ‘हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन’ योजना से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस योजना के तहत 75 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके पेड़ों को 2500 रुपए वार्षिक पेंशन दी जाएगी और वृद्धावस्था सम्मान पेंशन की भांति यह पेंशन राशि प्रतिवर्ष समानुपात में बढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि पेड़ को मिलने वाली पेंशन की राशि पेड़ के मालिक के बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरकार पर्यावरण संरक्षण के प्रति शुरू से ही सुधारात्मक योजनाएं लागू कर रही है, पेड़ पौधों से ही हमें सुरक्षित ऑक्सीजन गैस नि: शुल्क प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि 75 साल से उम्र में बड़े हुए पेड़ अपने फैलाव के कारण वातावरण में ऑक्सीजन ज्यादा पैदा करते हैं। इन पेड़ों पर कई प्रकार के पंछी भी अपना घोंसला बनाते हैं। डीसी डॉ. मनोज कुमार ने जिले वासियों से अधिक से अधिक पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण में भागीदार बनने का आह्वान किया।
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