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Sunday, February 7, 2021

एजुकेशन:प्राइमरी के बच्चों को स्कूल बुला रहे निजी स्कूल संचालक, मास्क भी नहीं लगा रहे बच्चे

एजुकेशन:प्राइमरी के बच्चों को स्कूल बुला रहे निजी स्कूल संचालक, मास्क भी नहीं लगा रहे बच्चे

जींद : कोरोना बेशक अब सिमट रहा है और प्रदेश सरकार ने छठी से बारहवीं कक्षाओं के स्कूल और कॉलेज भी खोल दिए हैं। स्कूल, कॉलेज खोलने के साथ ही एसओपी जारी कर कोविड-19 की हिदायतों का पालन करने के आदेश दिए गए हैं। बावजूद इसके जींद शहर में कई निजी स्कूल संचालक प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को बुलाकर कक्षाएं लगा रहे हैं। जो सरासर नियमों का उल्लंघन है। यही नहीं न तो स्कूलों और न ही बसों में कोविड-19 के नियमों का पालन किया जा रहा है। बसों में सीटों से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है।
ऐसे में यदि किसी बच्चे को बुखार या अन्य कोविड के लक्ष्ण मिलते हैं तो दूसरे बच्चों को भी कोरोना होने का डर रहता है, लेकिन निजी स्कूल संचालक अपने लाभ के चलते प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को बुलाने लग गए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल लगाने का समय भी 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक किया हुआ है, जबकि कई निजी स्कूल संचालक 9 बजे ही बच्चों को स्कूल बुला रहे हैं। यही नहीं स्कूलों में सेनिटाइजेशन की भी कोई व्यवस्था नहीं है। अधिकतर बच्चों के मुंह पर मास्क नहीं होता है। उसके बावजूद बच्चों को कक्षाओं में बैठाया जा रहा है।
शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र लाने के निर्देश दिए हुए हैं, लेकिन बिना स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र के ही बच्चे स्कूल आ रहे हैं। ऐसी ही स्थिति कॉलेजों में भी है।सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा। कॉलेज के अंदर विद्यार्थी झुंड बनाकर बैठे रहते हैं। मास्क केवल गेट तक रहता है। सेनिटाइजेशन की व्यवस्था यहां भी नहीं है।

*बीईओ की टीम ने पटियाला चौक पर किए स्कूल चेक*

खंड शिक्षा अधिकारी जींद की टीम ने शुक्रवार को पटियाला चौक पर स्थित कई स्कूलों का निरीक्षण किया। एक स्कूल में प्राइमरी स्कूल के बच्चे बैठे हुए मिले। टीम के स्कूल पहुंचने के बाद उनकी छुट्टी कर दी गई। स्कूल संचालक ने टीम से भविष्य में आदेशों तक प्राइमरी कक्षाएं नहीं लगाने की बात कही और इसके लिए माफी भी मांगी।

*बसों की तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान नहीं*

बसों में बच्चों की ज्यादा संख्या बैठाई जा रही है, लेकिन इस तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान नहीं है। न ट्रैफिक पुलिस, न शिक्षा विभाग और न ही स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के नियमों की अनदेखी होने पर कोई कार्रवाई कर रहा है। यही हाल रोडवेज बसों का भी है। सोशल डिस्टेंस बिल्कुल खत्म हो चुका है।

*प्राइमरी के बच्चाें काे बुलाया ताे हाेगी कार्रवाई* : सुशील जैन

पिछले कई दिन से शिकायत आ रही थी कि कुछ निजी स्कूल संचालक प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को बुला रहे हैं। उनको समझाया, लेकिन नहीं माने। आज टीम भेजकर स्कूलों की जांच करवाई गई तो कुछ स्कूलों में प्राइमरी के बच्चे मिले। उन्होंने माफी मांगी कि भविष्य में ऐसा नहीं करेंगे। यदि कोई निजी स्कूल संचालक प्राइमरी कक्षा के बच्चों को बुलाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-सुशील जैन, खंड शिक्षा अधिकारी, जींद

*प्राइमरी की कक्षाएं आदेश आने के बाद ही लगेंगी*

विभाग के आदेश अनुसार केवल छठी से बारहवीं की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। कोविड-19 नियमों का पालन किया जा रहा है। प्राइमरी की कक्षाएं आदेश आने के बाद ही लगाई जाएंगी।
-पुरुषोत्तम शर्मा, जिला प्रधान, जींद प्राइवेट स्कूल संघ

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