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Thursday, June 24, 2021

कैंसर दवा का कारोबार करने के नाम पर 1.52 करोड़ की ठगी

कैंसर दवा का कारोबार करने के नाम पर 1.52 करोड़ की ठगी

अंबाला : कैंसर की दवा का कारोबार करने के नाम अंबाला कैंट के संजीव कुमार से बड़ी ठगी हो गई है। इस ठगी में कई लोग शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ साजिशन धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संजीव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सरकारी ठेकेदारी का व्यवसाय करता है। उसकी टाइल बनाने की फैक्टरी है। 31 मई को गांव रजापुर से डॉ. विनोद कुमार का उसके पास फोन आया कि उसे उसके साथ मिलना है। अगले दिन ही उसने फोन कर उसे बुला लिया। तब विनोद कुमार के साथ बब्बर भान व एक अनजान व्यक्ति जिसका नाम हरप्रीत सिंह वासी रायपुर सहारनपुर बताया गया। तब आरोपियों ने संजीव से कहा कि उनका यहां के रहने वाले राजिंद्र नागर के साथ लेनदेन का झगड़ा है। अगर आप मध्यस्थता कर उसे निपटा दो तो मेहरबानी होगी। संजीव ने बताया कि वह भी आरोपियों की बातों में आ गया। हरप्रीत ने उसे बताया था कि वह फर्मा ट्रेडिंग का काम करता है। दस लाख रुपये को लेकर उसका राजिंद्र से झगड़ा गया है। वह अब पूरे पैसे देने के लिए तैयार है। फोन पर बातचीत के बाद राजिंद्र नागर भी उससे मिलने के लिए तैयार हो गया। अगले दिन ही आरोपी उसे जग्गी सिटी सेंटर में आकर मिले। जब वह हरप्रीत के साथ वहां पहुंचा तो वो पहले से राजिंद्रऑडी कार में खड़ा था। यहां एक रेस्टोरेंट में दोनों की बातचीत हुई। इसके बाद राजिंद्र नागर ने उसे अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में उलझा लिया। कहा कि वह भी हरप्रीत से कैंसर के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाई का कारोबार करता है। इस कारोबार में भारी मुनाफा है। कई लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। 

 तब संजीव ने कहा कि उनके सहयोगी के पिता को भी कैंसर है। इसके लिए राजिंद्र नागर ने पंद्रह लाख रुपये में दवाई उपलब्ध करवाने की बात कही। बातचीत के बाद वह भी कारोबार करने के लिए तैयार हो गया। परिवादी की माने तो आरोपियों ने उसके दिमाग को सुन्न कर दिया। इसके बाद दवाई कारोबार करने के लिए उसने अपने सारे बैंक खातों से पैसे निकाल दिए। दोस्तों से भी पैसे उधार लेकर कुल 1,52,50,000 जमा कर लिए। इसके बाद वह आरोपियों के बताए कालाअंब में पहुंच गया। यहां पहले से ही राजिंद्र नागर व हरप्रीत मौजूद थे। आरोपियों ने उससे सारे पैसे व एक 1500,000 का चेक भी ले लिया। आरोपियों ने बाद में उसे बैग में अजीब सा जानवर दे दिया और कहा कि इससे ही कैंसर का उपचार होता है। संजीव ने बताया कि जब उसने आरोपियों से यह कारोबार करने से मना कर दिया तो उन्होंने पैसे देने से भी इंकार कर दिया। पैसे वापिस देने के लिए कई दिन तक आरोपी उसे लारे लगाते रहे। आरोपियों की खबर पढ़ने के बाद उसने पता चला कि उसके साथ बड़ी ठगी हो गई है। महेशनगर पुलिस अब आरोपियों को जल्द ही काबू करने की बात कह रही है।

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