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Friday, September 2, 2022

पायलटों की हड़ताल से लुफ्थांसा की 800 फ्लाइट्स रद्द:दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों का हंगामा, कहा- किराया वापस दो या फिर जाने का इंतजाम करो

पायलटों की हड़ताल से लुफ्थांसा की 800 फ्लाइट्स रद्द:दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों का हंगामा, कहा- किराया वापस दो या फिर जाने का इंतजाम करो

नई दिल्ली : जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस के पायलट वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल पर हैं। इसके चलते एयरलाइंस का पूरा सिस्टम हिल गया है। दुनियाभर में आज लुफ्थांसा की 800 उड़ानों को रद्द किया गया है। इससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी 700 से ज्यादा यात्री फंसे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने से यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा किया, उनका कहना है कि हमारा किराया वापस करो या फिर जाने का इंतजाम करो।
*दिल्ली से उड़ान भरने वाली दो फ्लाइट्स रद्द*

फ्लाइट रद्द होने से गुस्साए यात्री हंगामा कर रहे हैं। इसके चलते एयरपोर्ट के अंदर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। दिल्ली एयरपोर्ट से लुफ्थांसा एयरलाइंस की 2 फ्लाइट्स थीं, जिनमें करीब 400 यात्रियों को म्यूनिख और फ्रैकफर्ट जाना था। पैसेजंर्स का कहना है कि जब वे एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि फ्लाइट्स ही रद्द हो गई है।
*200 यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजा गया*

लुफ्थांसा एयरलाइंस से यात्रा करने वाले यात्रियों में से कुछ छात्र भी हैं, जिन्हें एग्जाम देने के लिए विदेश जाना था। छात्रों का कहना है कि फ्लाइट्स रद्द होने से हमारा भविष्य खतरे में है। वे एयरपोर्ट पर नारेबाजी कर रहे हैं। हंगामा बढ़ने पर एयरलाइन ने करीब 200 यात्रियों को दूसरी एयरलाइन के जरिए उनके डेस्टिनेशन पर भेजा है। अभी 500 यात्री दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।
*वेतन बढ़ाने और महंगाई भत्ते की मांग कर रहे पायलट*

पायलटों के यूनियन ने इस साल 5,000 से अधिक पायलटों के वेतन में 5.5% की वृद्धि और महंगाई भत्ते की मांग की है। जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो पायलटों ने एक दिन की हड़ताल कर दी। इससे पहले लुफ्थांसा को इस साल वेतन बढ़ाने के लिए सिक्योरिटी वर्कर्स और ग्राउंड स्टाफ की ओर से कई बार हड़ताल का सामना करना पड़ा है।
जुलाई में एयरलाइन को जर्मनी की शक्तिशाली वर्डी यूनियन की ओर से बुलाए गए एक दिन के वाकआउट का सामना करना पड़ा था, जिससे फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख में घरेलू केंद्रों पर इसकी उड़ानें प्रभावित हुईं थी।

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