Breaking

Showing posts with label Poltical News. Show all posts
Showing posts with label Poltical News. Show all posts

Wednesday, November 11, 2020

November 11, 2020

हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा बढ़ाई

हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा बढ़ाई

चण्डीगढ़ : हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने मेयर, नगर निगम सदस्यों, नगर परिषद व नगरपालिका सदस्यों के लिए चुनाव खर्च की सीमा में संशोधन करते हुए खर्च सीमा में बढ़ोतरी की है। अब मेयर के लिए अधिकतम चुनाव खर्च सीमा 22 लाख रुपये होगी, जोकि पहले 20 लाख रुपये थी। इसी प्रकार, नगर निगम सदस्यों के लिए 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5.50 लाख रुपये, नगर परिषद के सदस्यों के लिए 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.30 लाख रुपये और नगरपालिका सदस्यों के लिए 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.25 लाख रुपये कर दी है।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आयोग ने यह भी निर्देश दिए हैं कि नगर निगम, नगर परिषद और नगरपालिका चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार या उनके चुनाव एजेंट द्वारा चुनाव खर्च का ब्यौरा रखना होगा और परिणाम घोषित होने से 30 दिनों के अंदर खर्च का ब्यौरा जिला उपायुक्त के पास जमा कराना होगा। इसके अलावा, यह भी निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई उम्मीदवार निर्धारित समया‌वधि में चुनाव खर्च का ब्यौरा पेश करने में असफल होता है तो आयोग उसे अयोग्य घोषित कर सकता है और उम्मीदवार आदेश जारी होने की तिथि से 5 साल तक के लिए आयोग्य घोषित रह सकता है।
उम्मीदवार स्वयं या उसके अधिकृत चुनाव एजेंट द्वारा नामांकन पत्र भरने से लेकर चुनाव परिणाम घोषित होने वाले दिन तक चुनाव से संबंधित सभी खर्चों के लिए अलग से खाता रखना होगा। कुल खर्च उपरोक्त सीमा से अधिक नहीं होना चाहिए। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार या उसके चुनाव एजेंट द्वारा उपरोक्त सीमा से अधिक खर्च करने के मामले में किसी भी प्रकार के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा और उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
November 11, 2020

राजनीति:पंचकूला और अम्बाला निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने बनाई समिति, शैलजा ने जारी की सदस्यों की सूची

राजनीति:पंचकूला और अम्बाला निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने बनाई समिति, शैलजा ने जारी की सदस्यों की सूची

चंडीगढ़ : बरोदा उपचुनाव के परिणाम के साथ कांग्रेस और राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निगमों की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा ने पंचकूला व अम्बाला नगर निगम चुनाव को लेकर सलाहकार समितियों का गठन किया है। पार्टी महासचिव डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि दोनों जिलों में शीघ्र नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं।
पंचकूला की समिति में पूर्व संसदीय सचिव राम किशन गुर्जर, पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई, विधायक प्रदीप चौधरी, प्रताप चौधरी और जलमेघा दहिया को शामिल किया गया है, जबकि अम्बाला की समिति में पूर्व संसदीय सचिव रामकिशन गुर्जर, विधायक वरुण चौधरी, किरण बाला जैन, हरजिंद्र पूनिया व तरुण चुघ को सदस्य बनाया गया है।

*नगर निकायों के चुनाव खर्च की सीमा बढ़ाई*

चुनाव आयोग ने मेयर, नगर निगम सदस्यों, नगर परिषद व नगरपालिका सदस्यों के लिए चुनाव खर्च सीमा में बढ़ोतरी की है। अब मेयर के लिए अधिकतम चुनाव खर्च सीमा 22 लाख रुपए होगी, जो पहले 20 लाख थी। निगम सदस्यों के लिए 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 5.50 लाख रुपए, नप के सदस्यों के लिए 3 लाख रुपए से बढ़ा 3.30 लाख रुपए और नपा सदस्यों के लिए 2 लाख रुपए से बढ़ाकर 2.25 लाख रुपए की है। परिणाम घोषित होने से 30 दिनों के अंदर खर्च का ब्योरा डीसी के पास जमा कराना होगा। ऐसा न करने पर उम्मीदवार को 5 साल अयोग्य घोषित हो सकता है।

Tuesday, November 10, 2020

November 10, 2020

हरियाणा उपचुनाव परिणाम LIVE:बरोदा में मतगणना जारी 15वें राउंड में भी कांग्रेस को बढ़त, इंदुराज 7831 वोटों से आगे; योगेश्वर दत्त पिछड़े

हरियाणा उपचुनाव परिणाम LIVE:बरोदा में मतगणना जारी


हरियाणा के 33वीं विधानसभा बरोदा का सिरमौर चुनने के लिए मंगलवार सुबह से मतगणना जारी है। सुरक्षा के मद्देनजर मतगणना केंद्र के 500 मीटर के दायरे में धारा-144 लगा दी गई है। उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा-जजपा गठबंधन से पहलवान योगेश्वर दत्त, कांग्रेस से इंदुराज नरवाल, इनेलो से जोगेंद्र मलिक, लोसुपा से राजकुमार सैनी सहित 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। अब इंदुराज जीतेंगे या योगेश्वर दत्त यह दोपहर तक तय हो जाएगा।

इस बार बरोदा उपचुनाव केवल हार-जीत तक सीमित नहीं है, बल्कि तीनों पार्टियों भाजपा, कांग्रेस और इनेलो के बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी हुई है। कई दिग्गज नेताओं का कद भी तय होगा। कांग्रेस जीती तो हुड्‌डा पिता पुत्र की साख बची रहेगी। बरोदा हलका पहले इनेलो का गढ़ था, लेकिन 2009 से इस पर कांग्रेस का राज है। लेकिन बरोदा को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ माना जाता है। ऐसे में अगर कांग्रेस प्रत्याशी जीतते हैं तो हुड्‌डा का रुतबा बढ़ेगा।

15 वे राउंड के बाद

कांग्रेस : 45779

भाजपा : 37948

इनेलो : 4092

लोसपा : 4435

पहले राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 1020 वोटों से आगे चल रहे थे। 2595 वोट इंदुराज नरवाल को, 202 जोगेंद्र मलिक को, 1575 योगेश्वर दत्त को, 14 इंद्र सिंह को और 250 राजकुमार सैनी को मिले। 27 नोटा हुए और कुल 4710 वोटों की गिनती हुई।

दूसरे राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 672 वोटों से आगे चल रहे थे। 5322 वोट इंदुराज नरवाल को, 4660 योगेश्वर दत्त को, 899 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 701 मिले। 61 नोटा हुए और कुल 11827 वोटों की गिनती हुई।

तीसरे राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 2049 वोटों से आगे चल रहे थे। 8708 वोट इंदुराज नरवाल को, 6659 योगेश्वर दत्त को, 1100 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 991 मिले। 84 नोटा हुए और कुल 17792 वोटों की गिनती हुई।

चौथे राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 2843 वोटों से आगे चल रहे थे। 11504 वोट इंदुराज नरवाल को, 8661 योगेश्वर दत्त को, 1280 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 1138 मिले। 100 नोटा हुए और कुल 22968 वोटों की गिनती हुई।

पांचवें राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 3206 वोटों से आगे चल रहे थे। 14942 वोट इंदुराज नरवाल को, 11736 योगेश्वर दत्त को, 1780 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 1439 मिले। 145 नोटा हुए और कुल 30422 वोटों की गिनती हुई।

छठे राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 3842 वोटों से आगे चल रहे थे। 17827 वोट इंदुराज नरवाल को, 13985 योगेश्वर दत्त को, 2065 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 1582 मिले। 159 नोटा हुए और कुल 36048 वोटों की गिनती हुई।

सातवें राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 5217 वोटों से आगे चल रहे थे। 20834 वोट इंदुराज नरवाल को, 15617 योगेश्वर दत्त को, 2369 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 2719 मिले। 189 नोटा हुए और कुल 42224 वोटों की गिनती हुई।

आठवें राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 5217 वोटों से आगे चल रहे थे। 23554 वोट इंदुराज नरवाल को, 17652 योगेश्वर दत्त को, 2584 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 2870 मिले। 208 नोटा हुए और कुल 47416 वोटों की गिनती हुई।

नौंवे राउंड में कांग्रेस के इंदुराज 8191 वोटों से आगे चल रहे थे। 28169 वोट इंदुराज नरवाल को, 19978 योगेश्वर दत्त को, 2886 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 3054 मिले। 245 नोटा हुए और कुल 54959 वोटों की गिनती हुई।

10वें राउंड में भी कांग्रेस के इंदुराज 9117 वोटों से आगे चल रहे थे। 31723 वोट इंदुराज नरवाल को, 22606 योगेश्वर दत्त को, 3153 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 3279 मिले। 263 नोटा हुए और कुल 61722 वोटों की गिनती हुई।

11वें राउंड में भी कांग्रेस के इंदुराज 10330 वोटों से आगे चल रहे थे। 35301 वोट इंदुराज नरवाल को, 24971 योगेश्वर दत्त को, 3241 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 3548 मिले। 293 नोटा हुए और कुल 68117 वोटों की गिनती हुई।

12वें राउंड में भी कांग्रेस के इंदुराज 9483 वोटों से आगे चल रहे थे। 37614 वोट इंदुराज नरवाल को, 28131 योगेश्वर दत्त को, 3550 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 3561 मिले। 320 नोटा हुए और कुल 74111 वोटों की गिनती हुई।

13वें राउंड में भी कांग्रेस के इंदुराज 9553 वोटों से आगे चल रहे थे। 40727 वोट इंदुराज नरवाल को, 31174 योगेश्वर दत्त को, 3732 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 3817 मिले। 344 नोटा हुए और कुल 80698 वोटों की गिनती हुई।

14वें राउंड में भी कांग्रेस के इंदुराज 9938 वोटों से आगे चल रहे थे। 43409 वोट इंदुराज नरवाल को, 33471 योगेश्वर दत्त को, 4092 राजकुमार सैनी और जोगेंद्र सिंह मलिक को 3899 मिले। 365 नोटा हुए और कुल 86185 वोटों की गिनती हुई।

इसलिए आई उपचुनाव की नौबत

दरअसल, 12 अप्रैल 2020 को बरोदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक श्रीकृष्ण हुड्‌डा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह लगातार तीसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।

ये 14 प्रत्याशी हैं मैदान में


योगेश्वर दत्त, भाजपा
इंदुराज नरवाल, कांग्रेस
जोगेंद्र मलिक, इनेलो
राजकुमार सैनी, लोसुपा
इंद्र सिंह, राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी
सुमित चौधरी, पीपुल्स पार्टी आफ इंडिया (डेमोक्रेटिक)
सोनू चोपड़ा, भारतीय जनराज पार्टी
कमलजीत, निर्दलीय
गुलशन, निर्दलीय
प्रवीन कुमार, निर्दलीय
रामफल शर्मा, निर्दलीय
शक्ति सिंह हुड्डा, निर्दलीय
संत धर्मवीर चोटीवाला, निर्दलीय
सरोजबाला, निर्दलीय

Monday, November 9, 2020

November 09, 2020

हुड्‌डा और स्पीकर आमने-सामने:स्पीकर ने कहा- सुर्खियां बटोरने के लिए भूपेंद्र हुड्‌डा की नकारात्मक बयानबाजी ठीक नहीं

हुड्‌डा और स्पीकर आमने-सामने:स्पीकर ने कहा- सुर्खियां बटोरने के लिए भूपेंद्र हुड्‌डा की नकारात्मक बयानबाजी ठीक नहीं

चंडीगढ़ : विधानसभा में कृषि कानूनों पर हुए हंगामे की सियासत की आंच ठंडी नहीं हुई है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा और हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता आमने-सामने हैं। हुड्‌डा ने एक दिन पहले सदन में लोकतंत्र का गला घोटने के आरोप लगाए थे, जिसे स्पीकर ने गैरजिम्मेदाराना बताया। गुप्ता ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण विषय पर वरिष्ठ नेताओं से गंभीर चर्चा की अपेक्षा थी, लेकिन पता नहीं किन कारणों से चर्चा में भाग नहीं लिया।
सुर्खियों के लिए नकारात्मक बयानबाजी ठीक नहीं है। सदन की कार्रवाई का संचालन नियमाें के तहत किया गया है। कृषि कानूूनों के खिलाफ कांग्रेस को प्रस्ताव लेकर आना था तो कांग्रेस काे नियमों का पालन करना चाहिए था। कोई भी गैर सरकारी संकल्प या प्राइवेट मेंबर बिल सत्र शुरू होने से 15 दिन पहले पेश किया जा सकता है।
स्पीकर का कहना है कि कांग्रेस कृषि अधिनियमों के खिलाफ जो प्रस्ताव लेकर आ रहे थी, उसमें 'अधिनियम' की बजाय 'अध्यादेश' का जिक्र था। अध्यादेश तो अधिनियम बन चुके हैं। नियम-184 में स्पष्ट है कि संशोधन प्रस्ताव पेश होने की स्थिति में चर्चा की जाती है, उसके बाद वोटिंग। कांग्रेस पहले वोटिंग चाहती थी। इधर, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्‌डा का कहना है कि नियम-183 में स्पष्ट है कि चर्चा से पहले वोटिंग हो सकती है। हमने इसी की डिमांड की थी, लेकिन सरकार वोटिंग कराने से डर गई।

एमबीबीएस की फीस बढ़ाना, गरीब का सपना तोड़ना : सुरजेवाला

राज्य सरकार की ओर से सरकारी मेडिकल काॅलेजों में फीस बढ़ोतरी पर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इस फैसले को गरीबों के डॉक्टर बनने के सपने को तोड़ने वाला बताया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मेडिकल की पढ़ाई महंगी कर दी है। 4 साल में 40 लाख रुपए का लोन लेने पर ब्याज समेत विद्यार्थी को 55 लाख रुपए चुकाने होंगे।
पहले तो गरीब परिवार का बच्चा अब डॉक्टर नहीं बन सकेगा, जो डॉक्टर बनेगा, वह महंगा इलाज करेगा। दोनों तरफ से मार गरीब पर पड़ेगी। सरकार गरीब विद्यार्थियों को प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की ओर धकेलना चाहती है, ताकि वो वहां दाखिला लें और प्राइवेट कॉलेज कमाई कर पाएं।
November 09, 2020

मांग को लेकर सीएम से मिले किसान:मुख्यमंत्री बाेले- मशीनें हो चुकी डैमेज, किसी भी सूरत में नहीं चलेगी शुगर मिल

मांग को लेकर सीएम से मिले किसान:मुख्यमंत्री बाेले- मशीनें हो चुकी डैमेज, किसी भी सूरत में नहीं चलेगी शुगर मिल

फतेहाबाद : सीएम मनोहर लाल रविवार को फतेहाबाद में पहुंचे। वे यहां गांव दौलतपुर में पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता बलवान दौलतपुरिया के आवास पर उनकी भतीजी के शादी समारोह में शिरकत करने आए थे। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने सीएम से मुलाकात कर अपनी मांगे रखी। भूना के किसान शुगर मिल को शुरू करने की मांग को लेकर सीएम से मिले। हालांकि सीएम ने उन्हें जवाब दिया कि मिल पूरी तरह से डैमेज हो चुकी है, इसलिए इसे किसी भी सूरत में दोबारा शुरू नहीं किया जा सकता।

मिल शुरू नहीं करने पर समिति न जताई नाराजगी

इधर, भूना में शुगर मिल शुरू कराने की मांग को लेकर शुगर मिल बचाओ संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल समिति संयोजक चांदी राम कड़वासरा के नेतृत्व में सीएम से मिले। सीएम ने प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट कर दिया है कि मिल किसी भी कीमत पर नहीं चल सकती और वह प्राइवेट लोगों की संपत्ति है।
मगर कुछ लोग मिल के गेट पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वह कांग्रेस का सरकार के खिलाफ षड्यंत्र है। इस पर समिति ने कड़ा एतराज जताया है। समिति के संयोजक चांदी राम कड़वासरा ने कहा कि चीनी मिल फतेहाबाद की एकमात्र औद्योगिक इकाई को डैमेज करके कबाड़ के भाव बेचा जा रहा है।

8 करोड़ की लागत से सदन का निर्माण हाेगा

पंचनद सेवा ट्रस्ट का प्रतिनिधि मंडल विधायक दुड़ा राम के नेतृत्व में सीएम से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने फतेहाबाद में प्रस्तावित पंचनद सदन के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर समय मांगा। इसके लिए ट्रस्ट ने 10 दिसंबर का समय मांगा है। जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही इसके बारे में जानकारी दे देंगे। ट्रस्ट की ओर से जगजीवनपुरा मोहल्ला रोड पर 8 करोड़ की लागत से पंचनद सदन का निर्माण किया जाना है।

दौलतपुरिया की भतीजी की शादी में पंहुचे नेता

रविवार को पूर्व विधायक दौलतपुरिया के फार्म हाउस पर आयोजित विवाह समारोह में सीएम मनोहर लाल के अलावा हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, बिजली मंत्री रणजीत चौटाला, विधायक दुड़ाराम, विधायक एडवोकेट लक्ष्मण नापा, भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, सुरेश दौलतपुरिया, जिप अध्यक्ष राजेश कसवां, नप अध्यक्ष दर्शन नागपाल, नरेश सरदाना आदि पहुंचे।

Sunday, November 8, 2020

November 08, 2020

सोनीपत जहरीली शराब कांड:मुख्यमंत्री मनोहर लाल का विवादित बयान, बोले- ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, 24 साल में 12 बार हो चुकी हैं

सोनीपत जहरीली शराब कांड:मुख्यमंत्री मनोहर लाल का विवादित बयान, बोले- ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, 24 साल में 12 बार हो चुकी हैं

फ़तेहाबाद : सोनीपत में जहरीली शराब कांड मामले को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विवादित बयान दिया है। वे रविवार को फतेहाबाद के गांव दौलतपुर में पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया की भतीजी की शादी में शिरकत करने पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम ने कई मुद्दों पर बात की। इस कड़ी में जहरीली शराब कांड मामले में इस्तीफे की मांग संबंधी सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि समाज में, किसी भी प्रदेश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। 1980 से 2004 तक ऐसी 12 घटनाएं हो चुकी हैं। हाल ही में पंजाब में भी ऐसा कांड हुआ था।
जानलेवा नशा :सोनीपत में जहरीली शराब से तीन दिन में 27 मौतें, कार्रवाई में देरी पर एसपी बोले- चुनाव ड्यूटी में व्यस्त थे
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मामले में आरोपी कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। एसआईटी अपना काम कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस्तीफे जैसी मांग करना ओछी बाते हैं। गौरतलब है कि पिछले छह दिन में जहरीली शराब का सेवन करने से हरियाणा में 47 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा सोनीपत में 36, पानीपत में 8 और फरीदाबाद में 3 की मौत हुई है। यह मसला विधानसभा में भी उठा और इस दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने सिर्फ 9 लोगों की मौत की बात कही।
नहीं थम रहा मौत का तांडव:सोनीपत में जहरीली शराब से 4 और लोगों की मौत के बाद 31 हुए मृतक; 2 थाना प्रभारी और एक बीट इंचार्ज सस्पेंड
राज्य सरकार ने शनिवार को मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। साथ ही शराब को अवैध रूप से बेचने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की जा रही है। यह अलग बात है कि मौतों के आंकड़े को लेकर प्रदेश की सरकार और हकीकत में बहुत बड़ा झोल है।
November 08, 2020

राज्य सरकार का बड़ा फैसला:मेडिकल कॉलेजों की फीस 20 गुना बढ़ाई, एमबीबीएस के लिए सालाना फीस 54 हजार से बढ़ा 10 लाख रु. की

राज्य सरकार का बड़ा फैसला:मेडिकल कॉलेजों की फीस 20 गुना बढ़ाई, एमबीबीएस के लिए सालाना फीस 54 हजार से बढ़ा 10 लाख रु. की

चंडीगढ़ : प्रदेश में एमबीबीएस के लिए सालाना 10 लाख रु. का बॉन्ड देना होगा। साढ़े 4 साल के कोर्स के लिए कुल 40 लाख बॉन्ड देना होगा। पहले सालाना 54 हजार रु. फीस थी। फीस के लिए सरकार ने लोन की व्यवस्था का प्रावधान भी किया है। एमबीबीएस में यह प्रावधान चालू शैक्षणिक सत्र से ही लागू कर दिया है। पीजी कोर्स के लिए भी फीस तय की गई है। लेकिन यह अगले सत्र यानी 2021-22 से लागू होगी।
इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। यह पॉलिसी एनआरआई पर लागू नहीं होगी। सूत्रों का कहना है कि फीस को लेकर किए गए नए प्रावधानों से स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज खुश नहीं हैं। बताया गया है कि इस मामले में उनकी सीएम से भी चर्चा हुई थी। प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 800 सीटें हैं।

ऐसे समझिए फीस और बाॅन्ड का गणित

एमबीबीएस: दाखिले के वक्त 10 लाख रुपए का बाॅन्ड देना होगा। इसमें 80 हजार रु. फीस होगी। हर साल फीस में 10% की बढ़ोतरी होगी। दूसरे साल भी 10 लाख का बाॅड देना होगा। जिसमें 88 हजार रु. फीस के होंगे। इसी प्रकार अगले 2 साल भी 10-10 लाख का बाॅन्ड देना होगा। इसमें थर्ड-ईयर की फीस 96,800 रु. व लास्ट ईयर की फीस 1,06,480 रु. होगी।
पीजी कोर्स:* इस साल फर्स्ट ईयर के लिए 1.25 लाख, सेकंड ईयर के लिए 1.50 लाख व थर्ड-ईयर के लिए 1.75 लाख रु. फीस तय की है।

ऐसे चुकाया जाएगा लोन

नौकरी मिलने पर: जो स्टूडेंटस दाखिला लेगा, उसे सरकार अपनी गारंटी पर हर साल 10 लाख रु. का लोन दिलाएगी। यदि सरकारी नौकरी मिली तो उसका भुगतान सरकार खुद करेगी। यदि वह 7 साल से पहले नौकरी छोड़ता है तो उसी तारीख से आगे का बकाया लोन संबंधित को जमा कराना होगा।
*नौकरी नहीं मिलने पर:* जिन्हें नौकरी नहीं मिलेगी, उन्हें पैसा खुद किस्तो में जमा कराना होगा। पढ़ाई के बाद एक साल बाद तक लोन चुकाने से छूट रहेगी। इसके बाद 7 साल में पैसा चुकाना होगा।