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Sunday, October 18, 2020

October 18, 2020

पिता के रिश्ते को किया शर्मसार:पिता ने अपनी ही नाबालिग बेटी के साथ किया दुष्कर्म, मुकदमा हुआ दर्ज

पिता के रिश्ते को किया शर्मसार:पिता ने अपनी ही नाबालिग बेटी के साथ किया दुष्कर्म, मुकदमा हुआ दर्ज

पलवल : गदपुरी थाना क्षेत्र में एक पिता ने अपनी ही नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया। साथ ही उसने किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की भी धमकी दी। पुलिस ने बेटी की मां की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
जांच अधिकारी इंदू के अनुसार महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह घर से बाहर काम करने जाती है। इसी दौरान उनकी 16 वर्षीय बेटी घर पर अकेली रहती है। बेटी नौवीं कक्षा में पढ़ती है। जब वह घर पर नहीं रहती हैं तो उनका पति बेटी को पढ़ाने के बहाने अपने पास बुला लेता था।
October 18, 2020

सुविधा:हिसार एयरपाेर्ट पर हाे सकेगी नाइट लैंडिंग, सेकंड फेज के काम में 20 कराेड़ की लागत से लगेंगी कैट टू लाइटें

सुविधा:हिसार एयरपाेर्ट पर हाे सकेगी नाइट लैंडिंग, सेकंड फेज के काम में 20 कराेड़ की लागत से लगेंगी कैट टू लाइटें

हिसार : एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग भी हाे सकेगी। सेकंड फेज का काम शुरू हाेने के साथ ही इस प्रोजेक्ट काे लेकर 20 कराेड़ रुपये की एडमिनिस्ट्रेटिव अप्रूवल मिल गई है। जल्द 20 कराेड़ रुपए की लगात से एयरपाेर्ट के रनवे पर लगाए जाने वाली कैट टू लाइटें लगाने का काम शुरू हाेगा। इसकाे लेकर बीएंडआर जल्द ही टेंडर लगाएगा। डीएनआईटी यानी डिटेल नाेटिस इनवाइट टेंडर तैयार किया जा चुका है। केवल चीफ इंजीनियर व ईआईसी की अप्रूवल बाकी है। दाेनाें उच्च अधिकारियाें की अप्रूवल मिलते ही टेंडर लगा दिया जाएगा।

लगाया जाता है कैट 2 आईएलएस सिस्टम

नाइट लैंडिंग के लिए एयरपोर्ट के रनवे के साथ साथ कैट-2 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) लगाया जाता है। इससे रात में विजिबिलिटी बढ़ जाती है। रनवे ग्राउंड पर ये लाइट्स लगाने से रात में हवाई जहाज उतारने में दिक्कत नहीं आती। इसके बाद मिड लाइट में भी ऑपरेशन के लिए एयरपोर्ट खुला रहता है।

दाे साल पहले किया था एस्टीमेट तैयार

एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारियाें ने नाइट लैंंडिंग के लिए पहले भी एस्टीमेट तैयार कराया था। करीब 2 साल पहले एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ टेक्निकल विंग के अधिकारियाें की मीटिंग दिल्ली में हुई। एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने बीएंडआर को रफ एस्टीमेट भेजा गया था। यह एस्टीमेट करीब 15 करोड़ रुपए का था। इसमें नाइट लैंडिंग संबंधित रनवे पर लगने वाली स्पेशल लाइटें लगाने का काम था। बीएंडआर को कहा गया था कि रेट वेरिफाई करवाकर इसकी रिपोर्ट भेजी जाए और फिर टेंडर लगाया जाए।

जल्द लगाएंगे टेंडर

नाइट लैंडिंग काे लेकर रवने के साथ-साथ लगने वाली कैट टू लाइटें लगाने के लिए करीब 20 कराेड़ रुपए की एडमिनिस्ट्रेटिव अप्रूवल मिल चुकी है। डीएनआईटी भेजी हुई है, टेक्निकल अप्रूवल मिलते ही जल्द टेंडर लगाया जाएगा। -सुमेर सिंह, एसडीओ बीएंडआर इलेक्ट्रिक विंग।
October 18, 2020

राफेल के दूसरे बैच लाने की तैयारी:राफेल का दूसरा बैच भी अम्बाला एयरबेस आएगा, नवंबर के पहले सप्ताह में आ सकते हैं 3-4 विमान

राफेल के दूसरे बैच लाने की तैयारी:राफेल का दूसरा बैच भी अम्बाला एयरबेस आएगा, नवंबर के पहले सप्ताह में आ सकते हैं 3-4 विमान

अम्बाला : लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से तनातनी के बीच राफेल विमानों का दूसरा बैच भी अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन में लाने की तैयारियां चल रही हैं। यहां 3-4 विमानों का बैच नवंबर के पहले सप्ताह में पहुंच सकता है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, अम्बाला से चीन को बेहतर तरीके से काउंटर किया जा सकता है। यहां से एलएसी तक राफेल महज 15-20 मिनट में पहुंच सकता है।
अम्बाला एयरबेस में राफेल विमानों का पूरा ढांचा तैयार हो चुका है। राफेल विमानों की सबसे पहले गठित की गई 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन के कुछ पायलट अभी भी फ्रांस में हैं, जिनकी ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। ये पायलट ही राफेल विमानों के दूसरे बैच की अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर लैंडिंग कराएंगे। अम्बाला में 29 जुलाई को 5 विमान का पहला बैच आ चुका है।

दिन-रात चल रहा अभ्यास

चीन से तनाव के बीच अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं। राफेल​​​​​​​ विमानों के साथ एयरफोर्स द्वारा नाइट फ्लाइंग भी की जा रही है।
October 18, 2020

शर्मनाक:कोरोना से व्यक्ति की मौत, बिल न देने पर निजी अस्पताल ने 10 घंटे तक नहीं दिया शव

शर्मनाक:कोरोना से व्यक्ति की मौत, बिल न देने पर निजी अस्पताल ने 10 घंटे तक नहीं दिया शव

फतेहाबाद / रतिया : शनिवार को जिले में कोरोना संक्रमण से 50वीं मौत हो गई। हिसार के एक प्राइवेट अस्पताल में उपचाराधीन रतिया उपमंडल के गांव महमड़ा के 45 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। लेकिन परिजनों द्वारा प्राइवेट अस्पताल का भारी भरकंप बिल नहीं दे पाने पर अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को मृतक का शव देने से इनकार कर दिया। मृतक के बेटे अमरजीत सिंह, सुरजीत सिंह, मंजीत सिंह का आरोप है कि वे शुगर की बीमारी का इलाज करवाने के लिए मरीज को लेकर गए थे।
उसे कोरोना पॉजिटिव बताकर अस्पताल प्रशासन ने केवल कोरोना का ही इलाज शुरू कर दिया जिसके चलते उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं आरोप है कि बार-बार छुट्टी देने काे कहने के बाद भी डाक्टरों ने मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया तथा 3 लाख 24 हजार बिल बना दिया।
परिजनों के अनुसार जब उन्होंने इतने रुपये देने से असमर्थता जताई तो डॉक्टरों ने 1 लाख रुपये देने की बात कही। इसके बाद वे 70 हजार रुपये लेने पर अड़े रहे तथा शव नहीं दिया। इसके बाद जब परिजनों ने विरोध किया तो हिसार प्रशासन के दखल के बाद अस्पताल प्रशासन ने 10 घंटे बाद फतेहाबाद स्वास्थ्य विभाग को मृतक का शव सौंप दिया। यहां बता दें कि 30 सितंबर को घबराहट होने पर मृतक को हिसार के निजी अस्पताल में एडमिट किया गया था। मृतक शुगर की बीमारी से ग्रस्त था।

अक्टूबर में अब तक 13 लोगों की मौत

जिले में अक्टूबर महीने में अब तक 13 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में अधिकतर गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। इससे पहले जिले में अगस्त व सितंबर महीने में 29 लोगों की मौत हुई थी।

23 पॉजिटिव मिले, 15 को किया डिस्चार्ज

शनिवार को जिले में 23 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं ठीक होने पर 15 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब जिले में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2692 हो गई है। इनमें से 2409 लोग ठीक हो चुके हैं। अब जिले में 233 एक्टिव केस हैं।

शाम 5 बजे दिया था शव : डिप्टी सीएमओ

हमने एंबुलेंस भेजने के आदेश दिए थे। लेकिन बिल नहीं देने की बात के चलते एंबुलेंस देरी से भेजी गई थी। हिसार प्रशासन के लेवल पर मृतक का शव देने का निर्णय हुआ हमें शव शाम 5 बजे मिला। -डॉ. हनुमान, डिप्टी सीमएओ।
October 18, 2020

जींद जेल में कैदी के साथ कुकर्म, जज के सामने दुखड़ा सुनाया

जींद जेल में कैदी के साथ कुकर्म, जज के सामने दुखड़ा सुनाया

 जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) जिला कारागार में अपहरण कर दुष्कर्म करने के मामले में उम्रकैद के सजायाफ्ता कैदी के साथ कुकर्म करने का मामला सामने आया है। अदालत के माध्यम से मिली शिकायत के आधार पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने पीडि़त कैदी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ कुकर्म का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जिला कारागार में अपहरण कर दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा भुगत रहे एक कैदी ने अदालत में शिकायत देकर कहा था कि वह पिछले लगभग आठ साल से सजा काट रहा है और उसकी ड्यूटी जेल ओल्ड मैस में लगाई गई है। गत 26 सितम्बर को अल सुबह वह ओल्ड मैस में था। उसी दौरान एक बंदी वहां आया और उसके साथ कुकर्म किया। जिसके बाद आरोपित वहां से चला गया, घटना के बारे में जेल अधिकारियों को अवगत करवाया गया लेकिन उसकी शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया।
कैदी ने निरीक्षण पर पहुंचे जज के सामने अपना दुखड़ा सुनाया और साथ ही लिखित में शिकायत भी दी। जिसके आधार पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने कैदी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ कुकर्म का मामला दर्ज किया है।
डीएसपी साधुराम ने बताया कि जज जेल में निरीक्षण के लिए गए हुए थे। जहां पर कैदी ने आरोप लगाते हुए शिकायत दी। जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
October 18, 2020

काेराेना का खाैफ:अस्थियां विसर्जित करने से भी हिचक रहे लाेग, संगठन आ रहे आगे

काेराेना का खाैफ:अस्थियां विसर्जित करने से भी हिचक रहे लाेग, संगठन आ रहे आगे

हिसार : इसे लाेगाें के अंदर काेराेना का खाैफ ही कहा जाएगा कि लाेग अब अपनाें का अंंतिम संस्कार करने से भी हिचक रहे हैं। यही नहीं अंतिम संस्कार करने के बाद अस्थियां विसर्जित करने काे भी आगे नहीं आ रहे हैं। काेराेना संक्रमित कुछ मृतकाें की सामाजिक संगठनाें के लाेगाें ने हरिद्वार जाकर अस्थियां विसर्जित कीं। नगर निगम ओर नगर पालिका के कर्मचारी भी काेराेना संक्रमित का अंतिम संस्कार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

ऐसे कई मामले हैं जब अंतिम समय में अपने नहीं आए

केस-1 हिसार में 10 दिन पूर्व ही काेराेना संक्रमित एक वृद्ध की माैत हाे गई। माैत के बाद शव काे हिसार के ऋषि नगर श्मशान घाट मे ले जाया गया। बताया गया कि काेराेना के डर से परिजन अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए। परमिशन लेने के बाद नगर पालिका कर्मचारी संघ इकाई हिसार के कर्मचारियाें ने शव का अंतिम संस्कार किया।
केस-2 हिसार के श्मशान घाट में दाे काेराेना संक्रमिताें की अस्थियां पिछले कई दिन से रखीं थीं। परिजनाें ने अस्थियां विसर्जित करना मुनासिब नहीं समझा। जिस पर सामाजिक संगठन से जुड़े लाेगाेंं ने अन्य लाेगाें की अस्थियाें के साथ ही काेराेना संक्रमिताें की अस्थियां भी हरिद्वार में जाकर विसर्जित कीं।

डरें नहीं-मुखाग्नि के बाद संक्रमण का खतरा नहीं

हिसार के रेलवे अस्पताल के प्रभारी डॉ. धीरज कुमार का कहना है कि लोगों को अस्थियां विसर्जित करने से नहीं हिचकना चाहिए। शव को मुखाग्नि के बाद अंदर के कीटाणु पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं। वैसे भी कोरोना 50 डिग्री सेंटीग्रेट से नीचे के तापमान वाले शरीर में होने की संभावना होती है। जबकि मुखाग्नि में कही ज्यादा तापमान होता है। शरीर के साथ संक्रमण भी खत्म हो जाता है। जिसके कारण अस्थियां में कोरोना का सवाल ही पैदा नहीं होता है। इस डरें बिना अपनों की अंतिम क्रिया संपन्न कराएं।

Saturday, October 17, 2020

October 17, 2020

चंडीगढ़ में सुसाइड:जीएमसीएच 32 में सातवीं मंजिल से कूदी युवती, रोहतक से पिहोवा जाने के लिए बोलकर निकली थी चंडीगढ़

चंडीगढ़ में सुसाइड:जीएमसीएच 32 में सातवीं मंजिल से कूदी युवती, रोहतक से पिहोवा जाने के लिए बोलकर निकली थी चंडीगढ़

चंडीगढ़ : जीएमसीएच 32 में सातवीं मंजिल से एक युवती कूद गई जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में सेक्टर 34 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतका की पहचान रोहतक की रहने वाली 27 साल की अनु के रूप में हुई है। पुलिस को अनु के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है हालांकि प्राथमिक जांच में पुलिस इसे सुसाइड मान रही है। मिली जानकारी के मुताबिक अनु रोहतक में परिवार समेत रहती है।वह विदेश जाना चाहती थी जिसके लिए वह पिहोवा में एक इंस्टीट्यूट से आईलेट्स की कोचिंग ले रही थी। उसने कोचिंग लेनी अभी शुरू ही की थी।
ये घटना शनिवार सुबह की है जब अनु 32 अस्पताल में सी ब्लॉक बिल्डिंग में प्राइवेट वार्ड में पहुंची। सातवीं मंजिल पर जाकर उसने पुरानी माॅर्चरी की तरफ खिड़की से छलांग लगा दी। वह अस्पताल की दूसरी मंजिल पर बैठे दो लोगों पर गिरी। हादसे में नरेंद्र के पैर में चोट आई जबकि अशोक की टांग में फ्रैक्चर हो गया। इसके बाद लोग तीनों को उठाकर एमरजेंसी में ले गए जहां डॉक्टरों ने अनु को मृत घोषित कर दिया जबकि बाकी दो को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया। दोनाें घायल अस्पताल में पहले से भर्ती दो मरीजों के अटेंडेंट थे और कुछ देर पहले ही बाहर आकर बैठे थे।

घर बोला पिहोवा जा रही हूं

अनु घर से बोलकर निकली थी कि वह पिहोवा जा रही है। इसके बाद वह 32 अस्पताल पहुंच गई।अनु की मौत के बाद पुलिस ने उसके बैग की जांच की तो उसमें उसका पेन कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल फोन मिला। जिसके आधार पर उसकी पहचान कर घरवालों के साथ संपर्क साधा। इसके बाद घरवाले पहुंचे तो उन्होंने बताया कि अनु रोहतक से पिहोवा के लिए निकली थी लेकिन वह 32 कैसे पहुंच गई इसके बारे में किसी को कुछ नहीं मालूम। घरवालों ने अनु के किसी भी तरह से परेशान होने की बात भी नहीं बताई है। उनके मुताबिक वह ठीक थी उसे कोई परेशानी नहीं थी।

चार दिन पहले दिल्ली से लौटी थी

अनु और उसकी मां दिल्ली में उसकी बड़ी बहन के पास गए थे। उसका ऑपरेशन था। इसके बाद अनु वहां से वापिस आ गई। वह रोहतक रह रही थी।