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Tuesday, November 17, 2020

November 17, 2020

गोवंश पर फायरिंग:निर्मल सिंह के बचाव में आई चित्रा बोलीं- पिता किसान पुत्र हैं, वे बचपन से ही गोसेवा कर रहे

गोवंश पर फायरिंग:निर्मल सिंह के बचाव में आई चित्रा बोलीं- पिता किसान पुत्र हैं, वे बचपन से ही गोसेवा कर रहे

यूपी के बेहट थाने में चौधरी पर दर्ज हुआ है गोवंश पर फायरिंग करने का मामला

अम्बाला : हरियाणा-यूपी बॉर्डर पर यमुना क्षेत्र में गायों पर फायरिंग के आरोप में पूर्व मंत्री निर्मल सिंह पर बेहट थाने में केस दर्ज होने के बाद उनकी बेटी चित्रा सरवारा बचाव में आईं।
सोमवार को वीडियो के जरिये बयान जारी किया। उसमें कहा-निर्मल सिंह की पृष्ठभूमि गांव से है और बचपन से ही वह गाय-भैंसों के बीच रहे हैं। उनके स्टड फार्म में इस समय 100 से ज्यादा घोड़े व 50 से ज्यादा गाय पल रही हैं। फार्म हरियाणा-यूपी बार्डर पर बेलगढ़ में है। वहां कसाई घर है, जहां जानवरों का आघात हो जाता है। इन्हें बचाने के लिए वह पहले से ही लड़ाई लड़ रहे हैं।
*फार्म से पहले 24 फिर 5 गाय चोरी हो गईं थी। एक बार गाय चोरी की कोशिश हुई तो पथराव तक हुआ।* निर्मल सिंह पशुओं को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, न कि उन्हें मारने की। पुलिस मामले में जांच कर रही है और सच्चाई जल्द सभी के सामने आ जाएगी। जिस क्षेत्र में यह घटना बताई जा रही है, वहां निर्मल सिंह वर्षों से गए तक नहीं।
जिस एक्ट में केस दर्ज हुआ उसे इसी साल योगी सरकार ने सख्त बनाया| यूपी के गांव बरथा कोरसी निवासी माम हुसैन ने बेहट थाना पुलिस को शिकायत दी थी कि 12 नवंबर को गोवंश को लेकर यमुना के पास चराने गया था।
गोवंश यमुना में पानी पी रहा था तभी हरियाणा की तरफ निर्मल सिंह 5 साथियों के साथ आए और गोवंश पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। वहां पर उस समय उसकी तीन गाय थी। दो गायों का पता नहीं लगा। वहीं एक घायल गोवंश को वह घर ले गया था।
बेहट पुलिस ने 14 नवंबर को निर्मल सिंह और अन्य के खिलाफ उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम की धारा 3, 5, 8 के तहत 14 नवंबर को केस दर्ज किया था। इस अधिनियम को इसी साल यूपी की योगी सरकार ने बदलाव करते हुए सख्त किया है।

*गोवंश का मालिक बोला- पहले भी मारा था तब 40 हजार दिए थे*

गोवंश को गोली मारने की घटना के बाद बेहट पुलिस और गोरक्षक मौके पर पहुंचे थे। वहां की एक वीडियो वायरल हो रही है। उसमें गोवंश का मालिक माम हुसैन कह रहा है कि इससे पहले भी उसके पशु को गोली मारी गई थी तब 40 हजार रुपए मुआवजा दिया था।
चर्चा है कि अब फिर फैसले की बात चल रही है। बेहट थाना प्रभारी का कहना है कि जांच चल रही है। गोली लगने से गोवंश घायल हुआ है।
November 17, 2020

सरकारी कर्मचारी संघ की चेतावनी:26 को करेंगे हड़ताल, सरकार हुई सख्त; विभागों को दिन में दो बार देनी होगी हाजिरी रिपोर्ट

सरकारी कर्मचारी संघ की चेतावनी:26 को करेंगे हड़ताल, सरकार हुई सख्त; विभागों को दिन में दो बार देनी होगी हाजिरी रिपोर्ट

चंडीगढ़ : हरियाणा के सर्व कर्मचारी संघ ने 26 नवंबर को हड़ताल करने की घोषणा की है। इस पर प्रदेश सरकार ने भी सख्त रवैया अपना लिया है। प्रदेश सचिव ने एक सर्कुलर जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि सभी विभाग 26 नवंबर को कर्मचारियों की हाजिरी सुनिश्चित करें। विभाग अध्यक्षों को 12 बजे और 4 बजे, दो बार हाजिरी रिपोर्ट पेश करनी होगी। लोगों के रोजमर्रा के काम प्रभावित न हों, इसकी व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
बता दें कि हड़ताल के लिए संघ सदस्यों ने कमर कस कली है। केंद्रीय कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में गठित सात टीमें फील्ड में उतर चुकी हैं। ये टीमें कर्मचारियों को हड़ताल में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगी। यह जानकारी सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लांबा ने दी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगें काफी समय से लंबित हैं। सरकार उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रही, इसलिए कर्मचारियों में रोष है।

ये हैं कर्मचारियों की मांगें


*पुरानी पेंशन बहाल की जाए।*

*राष्ट्रीय शिक्षा नीति वापस ली जाए।*

*नियमितीकरण की नीति बनाई जाए।*

*डीए और एलटीसी पर लगाई रोक हटाई जाए।*

*जनतांत्रिक अधिकारों को बहाल किया जाए।*

*कैशलेस मेडिकल सुविधा प्रदान की जाए।*

*बैकलॉग को विशेष भर्ती करके पूरा किया जाए।*

*पंजाब के समान वेतनमान व पेंशन दी जाए।*

*प्री-मेच्योर रिटायरमेंट आदेश वापस लिए जाएं।*

*श्रम कानूनों में किए गए बदलाव पर रोक लगाई जाए।*

*सरकारी विभागों के निजीकरण पर रोक लगाई जाए।*

*एक्सग्रेसिया रोजगार नीति में लगाई गई शर्तों को हटाया जाए।*

*नई भर्तियों में पांच अंक की कटौती का आदेश वापस लिया जाए।*

*नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों की सेवाएं बहाल की जाए।*

*पहले से नौकरी में लगे कर्मचारियों को नियमित किया जाए।*

*नियमित होने तक समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए।*

*वर्कलोड व जनसंख्या के आधार नए पद सृजित कर नियमित भर्ती की जाए।*

*ऑनलाइन ट्रांसफर नीति में आवश्यकता एवं सुझावों के मुताबिक संशोधन किया जाए।*

*डीसी रेट व अनुबंध पर लगे पार्ट टाइम, आउटसोर्स कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए।*

एसीपी, प्रमोशन और इन्क्रीमेंट को कुशलता के आधार पर तय करने का प्रस्ताव वापस लिया जाए।
November 17, 2020

कक्षाएं शुरू:निदेशालय ने जारी की गाइडलाइन, कॉलेजों में लगेंगी नियमित कक्षाएं, माता-पिता से लाना होगा अनुमति पत्र

कक्षाएं शुरू:निदेशालय ने जारी की गाइडलाइन, कॉलेजों में लगेंगी नियमित कक्षाएं, माता-पिता से लाना होगा अनुमति पत्र

जींद : उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने एक बार फिर कॉलेजों में कक्षाएं लगाने को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। अब नियमित से कॉलेजों में कक्षाएं लगेंगी। इसके लिए कॉलेज में आने वाले विद्यार्थियों को अपने *माता-पिता से हस्ताक्षरित अनुमति पत्र लाना होगा।*
उसके बाद ही कॉलेज में कक्षाएं लगाने की अनुमति विद्यार्थियों को मिलेगी। इसके अलावा कॉलेज में केवल उन्हीं विद्यार्थियों को एंट्री दी जाएगी, जो मास्क लगाकर आएंगे। बिना मास्क आने वाले विद्यार्थियों की एंट्री नहीं होगी। विद्यार्थी चाहे तो पानी की बोतल भी साथ ला सकेंगे। इसके अलावा कॉलेजों को सेनिटाइज कराने का काम किया जा रहा है। साथ ही तापमान चेक करने के लिए स्क्रीनिंग मशीनों की व्यवस्था कर ली गई है।
सोशल डिस्टेंस का पालन करके कॉलेजों में कक्षाएं लगाई जाएंगी। उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने इसके लिए सभी कॉलेज प्रिंसिपल और विश्वविद्यालयों को पत्र जारी कर दिया है। कॉलेजों को कोविड-19 के नियमों के तहत कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
हालांकि अब भी कॉलेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति नाममात्र की है। कॉलेजों द्वारा ऑनलाइन क्लासेज भी लगाई जा रही है।

*प्रतिदिन की हाजिरी करनी होगी अपलोड*

उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को निर्देश जारी किए हैं कि अब संबंधित कॉलेज आने वाले विद्यार्थियों की हाजिरी ईआरपी पोर्टल पर दोपहर तीन बजे तक प्रतिदिन अपलोड करेंगे। इससे पता चल सकेगा कि कॉलेज में कितने विद्यार्थी प्रतिदिन आ रहे हैं।

*जल्द बनाया जाएगा स्टूडेंट अटेंडेंस पोर्टल* : 

उच्चतर शिक्षा निदेशालय द्वारा जल्द ही स्टूडेंट अटेंडेंस पोर्टल पर भी लांच किया जाएगा। इस पर छात्रों की हाजिरी भरी जा सकेगी।

पहले दिन छात्र संख्या कम थी

कॉलेजों में नियमित कक्षाएं लगनी शुरू हो गई हैं। पहला दिन होने के कारण छात्र संख्या कम थी, लेकिन मंगलवार से नियमित कक्षाएं कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए लगाई जाएंगी। छात्राओं को आने से पहले उन्हें माता-पिता से अनुमति पत्र लाने को कहा गया है, जिसे ग्रुपों में भेज दिया गया है। डॉ. मंजूलता रेढू, प्रिंसिपल, राजकीय महिला कॉलेज, पिल्लूखेड़ा।

November 17, 2020

गीता ज्ञान संस्थानम तैयार हो रहा:जिले में होगा विश्व का पहला गीता म्युजियम, 10 करोड़ से नजर आएगा

गीता ज्ञान संस्थानम तैयार हो रहा:जिले में होगा विश्व का पहला गीता म्युजियम, 10 करोड़ से नजर आएगा गीता और महाभारत के साथ कुरुक्षेत्र का इतिहास

कुरुक्षेत्र : कुरु भूमि की पहचान महाभारत युद्ध व गीता उपदेश स्थली के रूप में विश्वभर में है लेकिन अब कुरुक्षेत्र की एक और पहचान बन रही है। कुरुक्षेत्र संग्रहालयों की नगरी भी होगा।
शहर में एक और संग्रहालय बनने जा रहा है। खास बात यह है कि गीता पर विश्व में यह पहला संग्रहालय होगा। इसमें जहां विश्वभर की दुर्लभ गीता पांडुलिपियों का संग्रह होगा। वहीं यह वर्चुअल वर्ल्ड भी होगा जिसमें होलोग्राफिक इमेज, लाइटिंग, प्रोजेक्शन लाइट व मैपिंग से पर्यटकों को महाभारत की धरा पर होने का अहसास होगा।

*दस करोड़ से तैयार होगा म्युजियम* 

ब्रह्मसरोवर किनारे निर्माणाधीन गीता ज्ञान संस्थानम में ही इस संग्रहालय का निर्माण होगा जिस पर बिल्डिंग समेत 10 करोड़ रुपए खर्च आएगा। बता दें कि संस्थानम के लिए सरकार व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से करीब साढ़े 9 एकड़ जगह जीओ गीता परिवार को दी हुई है।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद की अगुवाई में जीओ गीता परिवार गीता ज्ञान संस्थानम का निर्माण करा रहा है। इसमें संत रामपाल समेत कई संतों व मौजिज लोगों, संस्थाओं ने भी आर्थिक सहयोग किया है। गौरतलब है कि आरएसएस संघ संचालक मोहनभागवत, सीएम मनोहरलाल आदि ने ही सरकार के पिछले प्लान में इसकी नींव रखी थी।
संस्थान में एक मिनी संग्रहालय का प्रपोजल पहले से था लेकिन अब यहां भव्य संग्रहालय बनाने की योजना है जिस पर काम भी शुरू हो गया है।
संस्थान से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इस संग्रहालय का निर्माण संस्था अपने स्तर पर कराएगी जिस पर करीब 10 करोड़ रुपए खर्च आएगा। इसमें एक लाइब्रेरी और फूड कोर्ट भी होगा।

*गीता जयंती पर शुभारंभ*

गीता संग्रहालय के निर्माण पर अब तेजी से काम चल रहा है। हालांकि अभी पहले चरण में मिनी संग्रहालय तैयार होगा। 2021 में इसके विस्तारीकरण प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा। संस्थान का लक्ष्य है कि मिनी संग्रहालय का इस गीता जयंती पर शुभारंभ हो जाए।
संस्थान सदस्य विजय नरूला व केडीबी मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा के मुताबिक यह विश्व में गीता का एकमात्र व अनोखा संग्रहालय होगा। संस्थान अपने खर्च पर इसे तैयार करवा रहा है।

*वर्चुअल वर्ल्ड से महाभारत का अहसास*

जहां एक तरफ दुर्लभ गीता संग्रह होगा वहीं इसमें वर्चुअल वर्ल्ड से महाभारत और कुरुक्षेत्र के इतिहास से पर्यटक रूबरू होंगे। इसमें नई तकनीकों से महाभारत, कुरुक्षेत्र का इतिहास, गीता उपदेश आदि पर प्रकाश डाला जाएगा।
इसके लिए होलोग्राफिक इमेज, लाइटिंग वर्ल्ड, प्रोजेक्शन लाइट, प्रोजेक्शन मैपिंग, थियेट्रिकल ड्रामा, मिनी थियेटर आदि शामिल होंगे।

*विश्व में गीता का पहला संग्रहालय होगा*

संग्रहालय में जहां कई खासियत होंगी वहीं यह विश्व में गीता पर पहला संग्रहालय होगा। संग्रहालय में जहां विश्वभर से दुर्लभ गीता पांडुलिपियों को जुटाया जाएगा। वहीं इसमें एंटिक वस्तुओं का भी संग्रह होगा।
इसे लेकर संस्थान की कमेटी भी सक्रिय है जोकि घूम-घूम कर गीता एवं एंटिक वस्तुओं को जुटाएगी। खास बात यह है कि इसमें गीता, कुरुक्षेत्र से संबंधित वस्तुओं का ही संग्रह होगा।
November 17, 2020

रैंजर द्वारा दिपावली पर्व पर *"हमारी दिवाली आपके नाम"*

रैंजर द्वारा दिपावली पर्व पर *"हमारी दिवाली आपके नाम"

जींद : हिन्दुस्तान स्काउट्स / गाईडस जिला जीन्द की कार्यकारिणी टीम  जिला सचिव  वेदपाल सुबेदार , DOC डा. सुशील आर्य के नैत्रीत्व में रोवर / रैंजर टीम ईन्चार्ज गौतम सत्यराज  और सभी रोवर / रैंजर द्वारा दिपावली पर्व पर *"हमारी दिवाली आपके नाम"* अभियान के अन्तर्गत जिले की गरिब बस्तियों मे वर्द्ध और दिव्यांग लोगो के साथ मिलकर त्यौहार मनाया । इस दोरान मिठाई बांटी गई और बाल दिवस के उपलक्ष्य में बच्चों को पुस्तक और पैन उपहार स्वरूप दिये गये । जिले के साथ साथ गांव ढिगाना के ग्रामीण क्षेत्र मे भी मिठाई बाटंकर और पुस्तक बांटकर इस अभियान को पुरा किया गया । इसी के साथ साथ सभी सेवादारों ने मिलकर  पर्यावरण सरक्षण हेतु पटाखे न जलाने और प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाने की शपत ली । जिले की रोवर/रैंजर टीम नर सेवा नारायण सेवा के उद्देश्य के साथ लगातार सेवा कार्य करती रहती है । इस अवसर पर रैंजर लवीका , सुमन , प्रिया , शितल , रोवर नवीन , दीपक , आशिष , मनोज, आदि मौजूद रहे।
November 17, 2020

किसानों की समस्या:शुभारंभ होने के बाद 7 दिन में महज 12 घंटे ही चल पाई शुगर मिल, किसान हुए परेशान

किसानों की समस्या:शुभारंभ होने के बाद 7 दिन में महज 12 घंटे ही चल पाई शुगर मिल, किसान हुए परेशान

जींद : शुगर मिल गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत में ही जवाब दे गया है। 7 दिन पहले शुगर मिल में गन्ना पेराई का शुभारंभ हुआ था। इसके बाद महज 12 घंटे ही शुगर मिल में गन्ना पेराई का काम हो सका। अब पिछले कई दिनों से शुगर मिल में गन्ना पेराई का कार्य बंद पड़ा है।
शुगर मिल अधिकारियों द्वारा रोजाना किसानों को आश्वासन दिया जाता है कि आज मिल में गन्ना पेराई शुरू जाएगी लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा। अनेक किसान शुगर मिल में गन्ना लेकर फंसे हुए हैं और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इससे किसान गन्ना डालकर खेत में गेहूं की बिजाई करने से भी वंचित हो गए हैं।
समस्या को लेकर सोमवार को अनेक किसान डीसी डाॅ. आदित्य दहिया से मिलने जींद पहुंचे। किसानों का कहना था कि कई दिन बीत जाने के बाद मिल की तकनीकी दिक्कत दूर नहीं हो पाई है। इससे वे काफी परेशान हैं।
10 नवंबर को शुगर मिल में गन्ना पेराई का सत्र शुरू हुआ था। शुभारंभ होने के कुछ घंटे बाद ही आई तकनीकी दिक्कत के बाद गन्ना पेराई का काम बंद हो गया था। शुगर मिल प्रबंधन का कहना है कि टरबाइन में आई दिक्कत के कारण गन्ना पेराई का काम बंद हुआ है। इसको ठीक करने के लिए इंजीनियर लगे हुए हैं लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद तकनीकी दिक्कत दूर नहीं हो पाई है।

*सवाल... पहले क्यों नहीं हुआ मेंटेनेंस वर्क*

गन्ना पेराई सत्र के शुभारंभ होते ही टरबाइन में आई दिक्कत से साफ है कि शुगर मिल प्रबंधन पेराई सत्र शुरू होने से पहले मेंटेनेंस वर्क किया ही नहीं। यदि शुगर मिल प्रबंधन समय रहते मेंटेनेंस वर्क करता तो इतने लंबे समय तक पेराई सत्र के शुरू होने के बाद शुगर मिल बंद नहीं रहती।

*टरबाइन काे ठीक करने के लिए लगे हैं इंजीनियर*

टरबाइन में तकनीकी दिक्कत आई हुई है। इसको ठीक करने के लिए इंजीनियर लगे हुए हैं। उम्मीद है कि देर रात तक आई दिक्कत दूर हो जाएगी और उसके बाद मिल में गन्ना पेराई का काम सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा।
राजेश खोथ, एमडी शुगर मिल जींद।

November 17, 2020

हरियाणा में अगले चार दिन कैसा रहेगा मौसम, देखिये अपडेट

हरियाणा में अगले चार दिन कैसा रहेगा मौसम, देखिये अपडेट

हिसार : हरियाणा में एक दिन की बारिश और तूफान के बाद अब मौसम खुश्क रहने की संभावना है। अगले चार दिनों में मौसम खुश्क रहेगा, हालांकि ठंड बढने के आसार है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते 16 नवंबर को कई स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि हुई थी जिससे किसानों को काफी नुकसान भी हुआ था, लेकिन अब मौसम खुश्क रहेगा।

चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग की तऱफ से जारी मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में 20 नवंबर तक मौसम खुश्क रहेगा। उत्तर पश्चिमी हवाएं चलाने से रात्रि के समय तापमान में गिरावट  सुबह सुबह हल्की धुंध संभाविता है। मौसम विभाग ने यह अनुमान 20 नवंबर तक का जारी किया है।

इधर किसानों की फसलों की बिजाई के वक्त बारिश और ओलावृष्टि ने चिंता भी बढ़ा दी है। प्रदेश के कई इलाकों में बारिश, तेज अंधड़ और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान भी हुआ है। वहीं सरसों उत्पादक किसानों को ज्यादा नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। गेंहू उत्पादक किसानों को भी इस ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है।