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Sunday, January 31, 2021

January 31, 2021

किसान आंदोलन के बीच बड़ी कार्रवाई:CBI ने 50 सरकारी गोदामों पर मारा छापा, पंजाब में 40 और हरियाणा में 10 जगह से गेहूं-चावल के सैंपल लिए

किसान आंदोलन के बीच बड़ी कार्रवाई:CBI ने 50 सरकारी गोदामों पर मारा छापा, पंजाब में 40 और हरियाणा में 10 जगह से गेहूं-चावल के सैंपल लिए

चंडीगढ़ : सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की तरफ से गुरुवार रात को पंजाब और हरियाणा के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की गई है। एजेंसी ने पंजाब में 40 और हरियाणा में 10 गोदामों से चावल और गेहूं के सैंपल लिए हैं। सूत्रों की मानें तो इस कार्रवाई को किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

पंजाब में इन जगह की गई रेड

CBI की टीमों ने 2019-20 और 2020-21 के दौरान खरीदी गई गेहूं और चावल के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। CBI ने जिन गोदामों पर छापा मारा है, उनमें कुछ पंजाब खाद्यान्न संग्रहण निगम , कुछ पंजाब वेयर हाउसिंग और कुछ भारतीय खाद्य निगम (FCI) के हैं। यहां लुधियाना के जगराओं की अनाज मंडी स्थित वेयर हाउस में CBI की टीम सर्च कर रही है। वहीं फिरोजपुर के गांव गोखीवाला में FCI के गोदाम में छापामारी की गई है।

हरियाणा के सिरसा में पहुंची पांच टीमें

उधर, हरियाणा के सिरसा में शुक्रवार को सुबह होते ही FCI के गोदामों में CBI की टीमों का काफिला पहुंच गया। इससे हड़कंप मच गया। CBI की पांच से ज्यादा टीमों ने मंगाला, पन्नीवाला मोटा और ऐलनाबाद में गोदामों पर छापे मारे हैं। एक टीम मंगाला में बने हैफेड के गोदाम में पहुंची और रिकॉर्ड तलब कर जांच शुरू कर दी।

यह मानी जा रही है कार्रवाई की वजह

CBI की तरफ से यह छापेमारी तब की गई है जब पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। खासकर गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली के तहत हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। दूसरी ओर पिछले साल सितंबर में केंद्र सरकार ने तीन नए कृषि कानून-नए कृषि कानूनों- 'कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020', 'कृषि (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत अश्वासन और कृषि सेवा करार विधेयक, 2020' और 'आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक, 2020' पास किया था, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं।
अंदेशा जताया जा रहा है कि सीबीआई की टीमें देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर गेहूं का स्टॉक जांचने के लिए आई है। वहीं CBI की इस तत्परता की कार्रवाई से कुछ घोटाले की भी बू आ रही है। टीम ने आते के साथ ही सैंपल लेने भी शुरू कर दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार देर रात शुरू हुई छापेमारी की कार्रवाई अब भी जारी है। लेकिन CBI की तरफ से छापेमारी के संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है।
January 31, 2021

फौगाट खाप ने उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला व सांसद धर्मबीर सिंह का किया हुक्का पानी बन्द

फौगाट खाप ने उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला व सांसद धर्मबीर सिंह का किया हुक्का पानी बन्द

चरखी दादरी : किसान आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को फौगाट खाप ने उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला व सांसद धर्मबीर सिंह का  हुक्का पानी बन्द करने व राजनीतिक बहिष्कार का किया एलान किया है। फौगाट खाप की पंचायत ने निर्णय लिया गया कि प्रतिदिन 3 गांव के किसान टिकरी बॉर्डर जाएंगे आंदोलन को समाप्ति तक खाप समर्थन देगी। 
राकेश टिकैत की अपील के बाद दिल्ली में किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर से किसानों में भारी जोश देखने को मिल रहा है। वहीं किसानों ने कहा जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होंगे तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
January 31, 2021

चौंकाने वाला हादसा:बेटी का पार्थिव शरीर लेकर घर जा रहे थे, ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराई एंबुलेंस, हादसे में मां और मौसी की भी मौत

चौंकाने वाला हादसा:बेटी का पार्थिव शरीर लेकर घर जा रहे थे, ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराई एंबुलेंस, हादसे में मां और मौसी की भी मौत

यमुनानगर : हरियाणा के यमुनानगर जिले में बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाला हादसा सामने आया है। एक परिवार अपनी बेटी का शव लेकर शामली जा रहा था, लेकिन रास्ते में हादसा हो गया और मृतका की मां व मौसी की भी जान चली गई। हादसा तेज रफ्तार के कारण एंबुलेंस के ट्रैक्टर से टकराने से हुआ।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि धमाके की आवाज आई। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। राहगीरों ने बचाव अभियान चलाते हुए एंबुलेंस में फंसे लोगों को बाहर निकाला। चालक को तो एंबुलेंस काटकर बाहर निकालना पड़ा। मृतकों की पहचान 55 वर्षीय सलमा और 59 वर्षीय शकीला के रूप में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, सलमा उत्‍तर प्रदेश शामली की रहने वाली थी। उसकी बेटी 35 वर्षीय अफसाना की तबीयत खराब थी। वह चंडीगढ़ में एडमिट थी, लेकिन बुधवार को उसकी मौत हो गई थी। शुक्रवार सुबह परिजन चंडीगढ़ से एंबुलेंस के जरिए शव को लेकर शामली ले जा रहे थे।
एंबुलेंस को चंडीगढ़ निवासी अंकित चला रहा था। एंबुलेंस में सलमा के अलावा, उसकी बहन शकीला, बेटा असलम, अफसाना का देवर दिलशाद और ससुर इशाख और दिलशाद का बेटा सलीम भी था। अंकित एंबुलेंस तेज चला रहा था। उसके सवारियों ने कई बार टोका, लेकिन वह माना नहीं।
सुबह करीब 5 बजे एंबुलेंस कलानौर के नया बाइपास पर पहुंची तो एंबुलेंस अनियंत्रित हो गई और गलत दिशा से आ रहे ट्रैक्‍टर से जा टकराई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और एंबुलेंस चालकर अंकित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
January 31, 2021

नहीं थमा किसान आंदोलन:हरियाणा के पानीपत में दोनों बैरियर फिर से टोल फ्री, राज्य में दूसरी जगह भी जुट रहे आंदोलनकारी

नहीं थमा किसान आंदोलन:हरियाणा के पानीपत में दोनों बैरियर फिर से टोल फ्री, राज्य में दूसरी जगह भी जुट रहे आंदोलनकारी

चंडीगढ़ : हरियाणा में किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर किसान एकजुट हो गए हैं। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में फिर से किसान सड़कों पर उतर आए हैं। पानीपत में नेशनल हाईवे नंबर 1 और पानीपत-रोहतक हाईवे पर स्थित दोनों टोल प्लाजा फिर से टोल फ्री कर दिए गए हैं, वहीं राज्य के दूसरे हिस्सों में भी किसान धरनों पर वापस लौट रहे हैं।
बता दें कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के बाद लगभग हर तरफ धरने समाप्ति की ओर बढ़ने लग गए थे। गुरुवार को उत्तर प्रदेश के किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो वायरल होने के बाद आंदोलनकारी फिर से वापस धरने पर लौटने के मूड में आ गए।
पानीपत में दिल्ली-अमृतसर हाईवे पर बाबरपुर के पास स्थित टोल प्लाजा पर गुरुवार शाम साढ़े 4 बजे से वसूली शुरू हो गई थी, लेकिन शुक्रवार सुबह 11 बजकर 19 मिनट पर इसे फिर से टोल फ्री कर दिया गया। इसी तरह पानीपत-रोहतक हाईवे पर गांव डाहर में स्थित टोल प्लाजा पर कल साढ़े 10 बजे वसूली शुरू हो गई थी, पर शुक्रवार सुबह सवा 11 बजे यहां फिर से आंदोलनकारियों का कब्जा हो गया। इस बारे में सिख यूथ फेडरेशन के प्रधान मुख्तयार सिंह ने बताया कि बुधवार रात को थाना सिटी और सेक्टर-13/17 की पुलिस ने ऊपर से दबाव होने की बात कहकर धरना उठाने को कहा था। इस पर अमल भी करने की कोशिश की गई, लेकिन गुरुवार को राकेश टिकैत का वीडियो वायरल होने के बाद फिर से संगठन ने आंदोलन को मजबूत करने का फैसला लिया है।
पानीपत में किसानों के वाहनों के लिए 26 नवंबर से ही टोल फ्री था। इसके बाद किसानों ने 12 दिसंबर को एक दिन के लिए टोल फ्री कराए थे। फिर 25 दिसंबर से पानीपत के L&T और डाहर टोल प्लाजा को सभी वाहनों के लिए फ्री करा दिया गया।

इसी तरह जींद में भी किसानों ने देर रात ही आंदोलन का ऐलान कर दिया था। कंडेला गांव के किसानों ने रात के समय ही चंडीगढ़ हाईवे पर जाम लगा दिया था। इसके बाद शुक्रवार सुबह फिर से गांव चूहड़पुर के बस स्टैंड के पास किसान बिफर गए और जाम लगा दिया। हालांकि कुछ समय बाद जाम को खोल दिया गया। यहां किसानों ने मौन धारण कर अपना रोष प्रकट किया।

हिसार के नारनौद में किसान आंदोलन

दिल्ली में भाग लेने के लिए गांव राजथल से सैकड़ों किसान अपने साथ 6 महीने का राशन-पानी लेकर रवाना हुए है।
रोहतक में मदीना टोल पर कई गांव के किसान एकत्रित हो गए हैं। यहां पर किसानों की पंचायत शुरू हो चुकी है। इससे पहले किसान यहां पर धरना बहाल करने की तैयारी करते दिखे।

कैथल में विद्यार्थी लगा रहे नारे

कैथल में कॉलेज के स्टूडेंट्स ने किसानों के समर्थन में छोटूराम चौक को किया जाम, शहर के विभिन्न कॉलेजों से आए छात्र हाथों में नो फार्मर नो फ़ूड के स्लोगन लेकर जय जवान-जय किसान के नारे लगा रहे हैं। SDM संजय कुमार और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा हुआ है। गांव किरमारा में पंचायत में हुए फैसले के बाद 36 बिरादरी ने सहयोग देने का वादा किया है। यहां से किसान दिल्ली के लिए निकलेंगे।

फतेहाबाद के टोहाना इलाके के गाव समैण में किसानों ने रोड जाम कर दिया है। तलवाड़ा में भी जाम लगाने की तैयारी चल रही है।

पंचकूला सहित कई जगह में टोल प्‍लाजा फिर शुरू

पंचकूला में टोल फिर से शुरु हो गए हैं। पुलिस ने टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे किसानों को हटा दिया है। चंडी मंदिर टोल प्लाजा सुबह से शुरु हो गया। इस टोल प्लाजा से कल से अब तक फास्ट टैग से 12500 वाहन निकल चुके हैं, जबकि 16 हजार 300 वाहन नगद राशि देकर निकले हैं। इस प्रकार जलौली खंड बरवाला का टोल प्लाजा भी शुरु हो गया है।
January 31, 2021

12 फरवरी को सिरसा में उप मुख्यमंत्री के आवास की घेराबंदी करेंगे भट्ठा मजदूर

12 फरवरी को सिरसा में उप मुख्यमंत्री के आवास की घेराबंदी करेंगे भट्ठा मजदूर

फतेहाबाद : लाल झंडा भट्ठा मजदूर यूनियन हरियाणा के बैनर पर जिला के सैकड़ों भट्ठा मजदूरों ने उपायुक्त कार्यालय पर धरना देकर अपनी मांगों का समाधान करने की मांग की। इस धरने की अध्यक्षता यूनियन के जिला प्रधान मदन सिंह ने की व संचालन जिला सचिव गगनदीप ने किया।
लाल झंडा भट्ठा मजदूर यूनियन हरियाणा के महासचिव विनोद कुमार ने भट्ठा मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भट्ठा मजदूरों के लिए भट्ठों पर सभी श्रम कानून सख्ती से लागू करने, स्वच्छ पीने का पानी, बोनस, पीएफ व ईएसआई लागू करवाने, रहने के लिए पक्के मकान, सभी जरुरी वस्तुएं सरकारी दरों पर दिये जाने, मजदूरों के बच्चों की शिक्षा का प्रबंध किए जाने की मांग को लेकर प्रशासन को मांग पत्र सौंपा गया था लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा इन मांगों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे भट्ठा मजदूरों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन भी मजदूरों के साथ मजाक ही है। क्योंकि सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन से मजदूरों का गुजारा नहीं होता और हर बार भट्ठा मजदूरों को अपनी मजदूरी बढ़ोतरी आन्दोलन के दम पर ही करवानी पड़ती है। इस बार भी महंगाई अनुसार पथेर का रेट 725 रुपये करने की मांग मजदूरों ने की है और जब तक मजदूरों की मजदूरी तय नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा।
इसी कड़ी में हिसार, सिरसा व फतेहाबाद के हजारों मजदूर 12 फरवरी को सिरसा में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास की घेराबंदी करेंगे। भट्ठा मजदूरों की मांगों को लेकर यूनियन द्वारा आज अतिरिक्त उपायुक्त को अपना ज्ञापन सौंपा गया और इन मांगों का जल्द समाधान करवाने की मांग की गई। धरने के बाद सभी भट्ठा मजदूरों ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर चल रहे किसान मजदूरों के पक्का मोर्चा पर जाकर समर्थन किया और आंदोलन में हर सम्भव सहयोग करने की घोषणा की। आज के धरने को यूनियन के अनेक नेताओं ने सम्बोधित किया।

Friday, January 29, 2021

January 29, 2021

बजट सेशन आज से : किसान आंदोलन के मुद्दे पर हंगामे के आसार, वित्त मंत्री आज इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी

बजट सेशन आज से : किसान आंदोलन के मुद्दे पर हंगामे के आसार, वित्त मंत्री आज इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी

नई दिल्ली : पहली बार बजट सेशन में राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान सेंट्रल हॉल के अलावा लोकसभा और राज्यसभा में भी सांसद बैठेंगे। ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से किया जा रहा है। 
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज ही इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, बजट सत्र का पहला सेशन 15 फरवरी तक चलेगा। वहीं, दूसरा सेशन 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा। 17वीं लोकसभा के पांचवें सत्र में 35 सिटिंग्स होंगी, जो कि पहले पार्ट में 11 और दूसरे पार्ट में 24 निर्धारित की गई हैं।

*18 विपक्षी दल राष्ट्रपति की स्पीच का बायकॉट करेगा*

परंपरा के मुताबिक, पहले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण होगा। लेकिन, इस बार 18 पार्टियों ने राष्ट्रपति की स्पीच का बायकॉट करने का ऐलान किया है। इनमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, अकाली दल जैसी बड़ी पार्टियां शामिल हैं। उनका कहना है कि पिछले सेशन में केंद्र सरकार ने जिस तरीके तीनों कृषि कानूनों को पास किया, वह ठीक नहीं था।
राष्ट्रपति के संबोधन का बायकॉट करने वाली पार्टियों में कांग्रेस, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, NCP, JKNC, DMK, TMC, RJD, CPI-M, CPI, IUML, RSP, PDP, MDMK, केरल कांग्रेस (M) और AIUDF शामिल हैं। इन पार्टियों ने साझा बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। बाद में आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल ने भी बायकॉट का ऐलान कर दिया।

किसानों का मुद्दा गरमाने के आसार

बजट सेशन में तीनों कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा का मुद्दा उठने की संभावना है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि मोदी सरकार ने विपक्ष के साथ बिना बहस किए तीनों कृषि कानून सदन में जबरन पास करा लिए।

*किसानों के खिलाफ कैंपेन चलाने का आरोप*

विपक्ष के मुताबिक, सरकार किसानों पर जबरदस्ती कृषि कानून थोप रही है। इससे करोड़ों किसान बर्बाद हो जाएंगे। ठंड और बारिश के बीच वे 64 दिनों से अपना विरोध जता रहे हैं। इस दौरान 155 किसानों की जान जा चुकी है। किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन इस्तेमाल किया, उन पर लाठी चार्ज भी किया। इसके अलावा किसानों के खिलाफ गलत जानकारी फैलाने के लिए कैम्पेन भी चलाया।

*एक फरवरी को पेश होगा बजट*

इस सत्र में पहली बार बजट सेशन में राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान सेंट्रल हॉल के अलावा लोकसभा और राज्यसभा में भी सांसद बैठेंगे। ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी। इससे पहले शुक्रवार को वित्त मंत्री आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 पेश करेंगी। इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) के गाइडेंस में तैयार किया जाता है।

*सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाएगा*

इस सत्र में पहली बार बजट सेशन में राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान सेंट्रल हॉल के अलावा लोकसभा और राज्यसभा में भी सांसद बैठेंगे। ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी।
January 29, 2021

नया कृषि कानून अटका, हाईकोर्ट ने किसान को दिया झटका

नया कृषि कानून अटका, हाईकोर्ट ने किसान को दिया झटका

चंडीगढ़ : देश के किसी भी हिस्से में फसलों की बिक्री की इजाजत देने वाले नए कृषि कानून के बावजूद उत्तर प्रदेश के एक किसान से धान न खरीदने के हरियाणा सरकार के फैसले के खिलाफ एक याचिका को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
हाई कोर्ट ने कहा कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट कानून पर अंतरिम रोक लगा चुका है, ऐसे में अब इस याचिका का हाई कोर्ट में कोई औचित्य नहीं है। हाई कोर्ट ने याचिका को आधारहीन मानते हुए याचिका को खारिज कर दिया।
इस मामले में करनाल निवासी किसान वीरेंद्र सिंह ने करनाल के डीसी द्वारा जारी उस आदेश को रद करने की मांग की है जिसके तहत उसे उत्तर प्रदेश से अपनी धान की फसल करनाल में लाकर बेचने पर रोक दिया गया।

इस मामले में सरकार की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि मार्केट पोर्टल पर जिन किसानों ने अपना पंजीकरण किया, केवल वही मार्केट बोर्ड के अधीन मंडी में अपनी फसल बेच सकते थे।
हरियाणा से बाहर के लगभग 50 हजार किसानों ने इस पोर्टल के तहत राज्य में अपनी फसल बेची है। याचिका पर बहस के दौरान हरियाणा सरकार ने कहा कि नए किसान कानून में साफ लिखा है कि स्टेट यार्ड मार्केट में केवल राज्य का कानून लागू होगा।
कोर्ट को बताया गया कि किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम 2020 के तहत नए ट्रेड एरिया तय होंगे। मार्केट कमेटी के तहत मंडी में केवल राज्य कानून लागू होंगे। इसलिए याची को बगैर पंजीकरण के राज्य की मंडी में फसल बेचने की इजाजत नहीं दी जा सकती।