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Friday, February 5, 2021

February 05, 2021

आज से फिर शुरू होगी गंगानगर स्पेशल ट्रेन, देखिए समयसारिणी

आज से फिर शुरू होगी गंगानगर स्पेशल ट्रेन, देखिए समयसारिणी

हिसार : जो भी रेल यात्री श्रीगंगानगर-रेवाड़ी स्पेशल गाड़ी के चलने का इंतजार कर रहे थे उनका इंतजार आज खत्म हो जाएगा। यह ट्रेन आज से फिर शुरू हो रही है। हालांकि यह पूरी तरह से रिजर्वेशन आधारित होगी और लोगों को ट्रेन में सफर करने के लिए ऑनलाइन ही टिकट बुक करनी होगी । इस ट्रेन के चलने से हिसार, हांसी, भिवानी के लोगों के अलावा अन्य लोगों को भी फायदा पहुंचेगा।

*क्या होगा समय?*

ये स्पेशल ट्रेन श्रीगंगानगर से 1.45 बजे रवाना हुआ करेगी और 12 बजे तक यात्रियों को रेवाड़ी पहुंचा देगी। वहीं हर रोज चलने वाली इस ट्रेन को 12.50 बजे रेवाड़ी से रवाना किया जाएगा और रात 11.45 बजे श्रीगंगानगर में पहुंचा करेगी।
*किस स्टेशन पर रुकेगी गाड़ी ?*

श्रीगंगानगर-रेवाड़ी स्पेशल ट्रेन अपनी तय स्टेशनों पर रूकेगी। जिसमें फतोही, हिंदुमलकोट, पंचकोसी, अबोहर, पक्की, मलोट गिदड़बाहा, बल्लुआना, बठिंडा, घाड़ीबागी, शेरगढ़, मनवाला, कोटभक्तू, बानगी, निहालसिंह, रामा, रतनगढ़, कनकवाल, कानावाली, सुखचैन, बारागुडा, सिरसा, बाजेकन, सुचानकोटली, जोधका, डींग, महुवाला, भट्टू, खाबरा कलां, मंडीआदमपुर, जेखोड खेड़ा, न्यूलिकलां, हिसार, सातरोड, मयार, हांसी, औरंगनगर, जीताखेड़ी, बवानी खेड़ा, सुई, भिवानी, मानहेरू, चरखी, दादरी, पातुवास, महराणा, झाड़ली, सुधराना, कोसली, नांगल, पठानी, जाटूसाना व किशनगढ़ बालावास शामिल हैं। यात्रियों को निर्धारित समय पर स्टेशनों पर आना होगा और इसके लिए स्टेशन काउंटर पर टिकट नहीं मिलेगी।

रेल यात्रियों की लगातार चली आ रही मांग को देखते हुए रेलवे अधिकारियों ने हिसार से भिवानी व रेवाड़ी जाने वाले यात्रियों के लिए गंगानगर स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि यह रेल मार्च माह से बंद चल रही थी।

हिसार रेलवे स्टेशन के अधीक्षक केएल चौधरी व टिकट सुपरवाइजर पुरुषोत्तम मीणा ने बताया कि ट्रेन 5 फरवरी से प्रतिदिन सुबह 7:35 बजे हिसार रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। यहां से 8:20 बजे रवाना होगी। इसके बाद यह ट्रेन 9:50 बजे भिवानी रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। यहां से 9:55 बजे रवाना होगी। 12.10 बजे ट्रेन रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।

इसी तरह डाउन फेरे में रेवाड़ी से ट्रेन 12:50 बजे चलेगी। यह ट्रेन 2:35 बजे भिवानी पहुंचेगी। हिसार शाम 4:05 बजे पहुंचेगी। यहां से 16:15 बजे रवाना होगी। स्टेशन अधीक्षक का कहना है कि ट्रेन को चलाने की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।
February 05, 2021

गुरुग्राम एलिवेटेड रोड हादसा:NHAI ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को 3 करोड़ का जुर्माना लगाया; जांच कमेटी की रिपोर्ट में सामने आई थी लापरवाही

गुरुग्राम एलिवेटेड रोड हादसा:NHAI ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को 3 करोड़ का जुर्माना लगाया; जांच कमेटी की रिपोर्ट में सामने आई थी लापरवाही

गुरुग्राम : गुरुग्राम में करीब 5 महीने पहले हुए एलिवेटेड रोड हादसे को लेकर इसका निर्माण कर रही कंपनी की तरफ से लापरवाही की बात सामने आई है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने ओरियंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड को तीन करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। परियोजना निदेशक का कहना है कि पॉलिसी के मुताबिक निर्माण कंपनी पर प्रतिबंध लगाने का मामला नहीं बनता था। जुर्माना लगा दिया गया है। आगे किसी भी स्तर पर कमी न रहे, इसके लिए नजर रखी जा रही है।
बता दें कि 22 अगस्त 2020 की रात को गुरुग्राम-सोहना-अलवर हाईवे पर निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड के पिलर नंबर 10 से 11 के बीच का स्लेब सीधे नीचे गिर गया था। इस हादसे में दो मजदूर घायल भी हो गए थे, वहीं अगले दिन तक यातायात बाधित रहा था। हादसे के बाद NHAI के तत्कालीन परियोजना निदेशक एके शर्मा ने सख्ती दिखाते हुए कंपनी द्वारा सुरक्षा के इंतजाम पूरे किए जाने तक आगे काम करने पर रोक लगा दी थी। उन्होंने यह भी कहा था कि कंपनी जब तक बेहतर तरीके से कार्य करने का भरोसा नहीं दिलाती, तब तक वह NHAI के दूसरे प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकती। साथ ही तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था।


कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट NHAI के मुख्यालय को सौंप दी है। इसमें कई स्तर पर लापरवाही बरतने जाने को लेकर संदेह जताया गया है। इनमें से एक आवश्यकता अनुसार कॉन्क्रीट का इस्तेमाल नहीं करना है, वहीं डिजाइन में भी गड़बड़ी की आशंका है। रिपोर्ट के आधार पर निर्माण कंपनी पर तीन करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा NHAI के अधिकारी जांच कमेटी की तरफ से चिह्नित किए गए पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।
इस बारे में परियोजना निदेशक शशिभूषण का कहना है कि पॉलिसी के मुताबिक निर्माण कंपनी पर कुछ समय तक प्रतिबंध लगाने का मामला नहीं बनता था। जुर्माना लगाने का ही मामला बनता था। जुर्माना लगा दिया गया है। आगे किसी भी स्तर पर कमी न रहे, इसके लिए विशेष रूप से पूरे प्रोजेक्ट पर नजर रखी जा रही है। प्रोजेक्ट जल्द पूरा हो, इसके लिए हर स्तर पर काम तेज कर दिया गया है।
दूसरी ओर NHAI के पूर्व तकनीकी सलाहकार JS सुहाग का कहना है कि निर्माण कंपनियों को टीम लीडर का चयन अनुभव के आधार पर करना चाहिए। कुछ समय से इस विषय पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जाता। IIT या NIT से डिग्री हासिल कर चुके इंजीनियर को या फिर PWD से सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता या मुख्य अभियंता को टीम लीडर बनाना चाहिए। NHAI से सेवानिवृत्त इंजीनियर को भी यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
February 05, 2021

अभ्यर्थियों का आरोप:आयोग ने मृतक काे भी राेल नंबर दिया; कानूनी नोटिस भेजा, जांच की मांग

अभ्यर्थियों का आरोप:आयोग ने मृतक काे भी राेल नंबर दिया; कानूनी नोटिस भेजा, जांच की मांग

अम्बाला/ नारायणगढ़ : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) की 31 जनवरी को हुई आर्ट एंड क्राफ्ट परीक्षा में गड़बड़ी काे लेकर अभ्यर्थियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं कुछ अभ्यर्थियों ने आयोग को कानूनी नोटिस दिया है। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते दावा किया है कि आयोग ने मृतक काे भी राेल नंबर जारी किए। साथ ही और भी गड़बडिय़ां गिनवाईं।
अभ्यर्थियों ने मांग की है कि परीक्षा का रिजल्ट घोषित न किया जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो। आरोप है कि आयोग ने 250 अभ्यर्थियों को आसान प्रश्नपत्र दिया। ऐसे लोगों को भी रोल नंबर जारी किए गए, जिनकी उम्र 58 साल से ज्यादा हो चुकी है।
यमुनानगर के टोपरां कलां के तेजिंद्र कुमार, छछरौली के जितेंद्र कुमार, गुंदियाना के दविंद्र सिंह, विरेंदर सिंह, कपिल देव, जागधौली के जगदीप सिंह की ओर से दिए गए नोटिस में कहा कि पूरे हरियाणा में कुल 40 परीक्षा केंद्रों में से 39 में पेपर के चार सेट 1121-ए, 1121-बी, 1121-सी और 1121-डी कोड के थे। लेकिन, एक परीक्षा केंद्र पर 0121-ए, 0121-बी, 0121-सी और 0121-डी कोड के पेपर भी दिए गए। दोनों तरह के कोड वाले प्रश्नपत्रों में अंतर था। ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर जो कोड वाले पेपर दिए गए वे एक-दो परीक्षा केंद्र पर दिए गए प्रश्नपत्रों के मुकाबले मुश्किल थे।
*अभ्यर्थियों ने नोटिस में आयोग को बताईं ये गड़बड़ियां*
आयोग ने एक मृतक को भी रोल नंबर जारी कर दिया। प्रश्न पत्र में थी नाम छापा।
आयोग ने 58 साल या इससे ज्यादा आयु वालों को भी रोल नंबर दिए।
वेकेंसी भरते समय 17 साल आयु वालों को भी रोल नंबर जारी।
*आरोप*: आसान प्रश्नपत्र वाले सेंटर के छात्र एक ही कोचिंग सेंटर के थे: नोटिस में कहा कि जिन एक-दो परीक्षा केंद्रों पर आसान प्रश्नपत्र दिए गए, उनमें दिल्ली के एक ही कोचिंग सेंटर के छात्र थे। वहीं, अभ्यर्थी अंकित सैनी, प्रदीप कुमार, विशाल, सुरेंद्र कुमार, संतोष सैनी, बीना रानी, ममता ने कहा कि खास लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए आनन फानन में परीक्षा करवाई गई। इस परीक्षा में 10,390 अभ्यर्थियों की आर्थिक व समय की हानि हुई है। सीबीआई से जांच करवाई जानी चाहिए। 2006 में भर्ती निकली थी, उस समय भी विवाद के चलते परीक्षा 11 साल बाद 2017 में हुईं, प्रश्न पत्र अंग्रेजी में होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गईं। अब दोबारा विवाद खड़ा हो गया है।
February 05, 2021

पानीपत में अधूरी नेट बहाली:25 और 26 जनवरी को किसान आंदोलन में शामिल अधिकतर लोगों की नेट सेवा बंद

पानीपत में अधूरी नेट बहाली:25 और 26 जनवरी को किसान आंदोलन में शामिल अधिकतर लोगों की नेट सेवा बंद

पानीपत : पानीपत में इंटरनेट बहाली से सभी को राहत नहीं मिली है। 25 और 26 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पहुंचने वालों के फोन नंबर ट्रेस करके इन नंबरों का गुरुवार शाम को इंटरनेट बंद कर दिया गया है। संबंधित टेलीकॉम कंपनी के कस्टमर केयर पर बताया जा रहा है कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार 8 फरवरी तक कुछ नंबर पर इंटरनेट की सेवा को बंद किया गया है।
26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के बाद सरकार की किसानों पर सख्ती के वीडियो वायरल हुए। इसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत का एक भावुक वीडियो लोगों तक पहुंचा। इसके बाद टूटता किसान आंदोलन फिर से खड़ा हो गया। पहले से भी अधिक संख्या में हरियाणा के लोग बॉर्डर पर पहुंच गए। किसानों की अपील को रोकने के लिए 30 जनवरी की शाम 5 बजे प्रदेश में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। पानीपत में साढ़े 97 घंटे बाद बुधवार शाम 6:30 बजे इंटरनेट सेवा बहाल हुई।
इसके बाद गुरुवार दोपहर 12 बजे से कुछ लोगों का इंटरनेट फिर से बंद हो गया। इनमें अधिकतर वो लोग हैं, जो 25 और 26 जनवरी को किसान आंदोलन में शामिल हुए थे। संबंधित टेलीकॉम कंपनी के कस्टमर केयर पर फोन कर रहे हैं तो उनका प्रतिनिधि कह रहा है कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कुछ नंबर ट्रेस करके उनपर 8 फरवरी की शाम तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। नेट बहाली के बाद भी अनेक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
February 05, 2021

सिंघू बॉर्डर पर किसानों का 'बिजली-पानी-टॉयलेट' बंद, फिर...

सिंघू बॉर्डर पर किसानों का 'बिजली-पानी-टॉयलेट' बंद, फिर... 

नई दिल्ली। अदालत ने सिंघु  बॉर्डर पर पुलिस के साथ बदसलूकी करने के आरोप में गिरफ्तार स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को जमानत दे दी है। अदालत  ने उन्हें 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर यह जमानत दी है। अब वह आज शाम या कल तक रिहा हो सकते हैं। मनदीप ने स्वयं को फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगाया था। बता दें पुलिस ने उस पर लोगों को भड़काने व कामकाज में बाधा पंहुचाने का आरोप लगाते हुए जमानत आवेदन पर विरोध जताया था। रोहिणी अदालत के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सतवीर सिंह लांबा ने दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद फैसला मंगलवार को सुनने का निर्णय किया था, जिस पर फैसला सुनाते हुए उन्होंने मनदीप को जमानत दे दी।

वहीं दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन के दौरान बिजली कटौती, पानी, और साफ-सफाई के अभाव  जैसी समस्याओं से किसानाें को दो- चार होना पड़ रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा  का कहना है कि सुरक्षा बढ़ाना और लोगों एवं गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगाने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसानों को खाना, पानी और बिजली, टॉयलेट जैसी बुनियादी जरूरत की चीज़ें भी न मिलें। इसी के विरोध में छह फ़रवरी को देशभर में दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक, तीन घंटे का चक्का जाम किया जाएगा। 

ऐसे में स्थानीय लोग किसानों की मदद के लिए आगे आए हैं।  स्थानीय लोगों ने किसानों को बिजली से लेकर अपने घरों के शौचालयों तक के इस्तेमाल की इजाजत दे रहे हैं। किसान सिंघू बॉर्डर के दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के पटिलाया जिले के रहने वाले धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हम 27 जनवरी से रात में बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। अगर स्थानीय लोग नहीं होते तो हमें पूरी रात बिना बिजली के रहना पड़ता। वे बिजली देकर और अन्य चीजें देकर हमारी मदद कर रहे हैं और हमसे शुल्क भी नहीं ले रहे हैं।

धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि शुरुआत में तो चिंता हो रही थी कि कहीं रात के अंधेरे का फायदा शरारती तत्व न उठा लें। ईश्वर का शुक्र है कि स्थानीय लोगों की मदद और स्वयंसेवकों की एक टीम 24 घंटे निगरानी करती है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। एक अन्य किसान कहते हैं कि स्थानीय लोग "अधिकारों की लड़ाई" में उनके साथ खड़े हैं। आसपास के लोग  महिलाओं की हर संभव तरीके से मदद कर रहे हैं। वे उन्हें अपने शौचालय इस्तेमाल करने दे रहे हैं। वे जानते हैं कि सरकार हमारे आंदोलन को कुचलना चाहती है और वे हमारी दिल से मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उनकी मांगे न माने जाने तक वे एक इंच नहीं हिलेंगे। 

एक अन्य किसान ने कहा कि स्थानीय लोगों ने हमेशा से काफी अच्छा बर्ताव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले प्रदर्शन स्थल पर हुआ हमला स्थानीय लोगों ने नहीं किया था, बल्कि एक राजनीतिक पार्टी द्वारा भेजे गए गुंडों ने किया था। बता दें कि तीन जनवरी को सिंघू बॉर्डर पर राजमार्ग के एक हिस्से में किसानों और कुछ लोगों के बीच संघर्ष हुआ था। इन लोगों का दावा था कि वे स्थानीय हैं। कई किसानों ने कहा कि गणतंत्र दिवस की घटना के बाद स्थिति और खराब हुई है।  प्रशासन ने उन्हे परेशान करने के लिए  बॉर्डर पर बिजली, पानी, टॉयलेट और इंटरनेट सेवाओं को बंद दी है। 

Wednesday, February 3, 2021

February 03, 2021

कंडेला महापंचायत के दौरान टूटा मंच, सभी किसान नेता थे मंच पर मौजूद

कंडेला महापंचायत के दौरान टूटा मंच, सभी किसान नेता थे मंच पर मौजूद


जींद : जींद के गांव कंडेला में चल रही महापंचायत में हादसा हो गया। जिस मंच से राकेश टिकैत किसानों को संबोधित कर रहे थे, वह गिर गया। मंच पर कई अन्य किसान नेता भी मौजूद थे। हादसे में टिकैत समेत कुछ नेताओं को मामूली चोट आई है।


हादसे से पहले महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार की किलेबंदी अभी तो एक नमूना है। आने वाले दिनों में इसी तरह से गरीब की रोटी पर किलेबंदी होगी। रोटी तिजोरी में बंद न हो, इसके लिए ही यह आंदोलन शुरू किया गया है। अभी सरकार को अक्टूबर तक का वक्त दिया गया है। आगे जैसे भी हालात रहेंगे, उसी हिसाब से अगली रणनीति पर किसान चर्चा करेंगे।

महापंचायत में शामिल हरियाणा के किसान वर्ग के लोग। इनमें महिला-पुरुष दोनों ही बढ़-चढ़कर आए हैं। महापंचायत में शामिल हरियाणा के किसान वर्ग के लोग। इनमें महिला-पुरुष दोनों ही बढ़-चढ़कर आए हैं।

खुद पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने की बात पर टिकैत ने कहा, 'जब तक आंदोलन चल रहा है चलता रहेगा। उसके बाद जेल में रहूंगा'। मीडिया ने लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने की घटना पर सवाल किया तो टिकैत ने कहा कि यह सब सरकार की मिली-भगत थी।


टिकैत ने कहा कि पिछले 35 साल से किसानों के हित में आंदोलन करते आ रहे हैं। हमने संसद घेरने की बात भले ही कही, पर लाल किले पर जाने की न तो कभी बात कही और न ही हम गए। 26 जनवरी को लाल किले पर जाने वाले लोग किसान नहीं थे और जो थे, वे सरकार की साजिश का हिस्सा थे। उन्हें आगे जाने दिया गया तो वे गए।

*कंडेला में खापों की महापंचायत में पारित किए गए 5 प्रस्ताव-*

तीनों केंद्रीय कृषि कानून रद्द किए जाएं। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून जामा पहनाया जाए। स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू किया जाए। किसानों का कर्जा माफ किया जाए। 26 जनवरी को पकड़े गए किसानों को रिहा किया जाए और जब्‍त किए गए ट्रैक्टरों को छोड़ा जाए। दर्ज केस वापस लिए जाए।
February 03, 2021

खिचड़ी पद्वति के खिलाफ आईएमए ने निकाला कैंडल मार्च

खिचड़ी पद्वति के खिलाफ आईएमए ने निकाला कैंडल मार्च

आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति देने के विरोध में उतरे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बैनर तले जिले के डॉक्टर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन , कहा कि 9 फरवरी को फिर निकालेंगे कैंडल मार्च

जींद : केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेदिक डॉक्टरों को 58 प्रकार की सर्जरी करने की अनुमति देने के विरोध में जींद जिलेभर के डॉक्टरों ने आईएमए के आह्वान पर मंगलवार देर शाम कैंडल मार्च निकाला। देर शाम 8 बजे यह मार्च गोहाना रोड स्थित दिल्ली अस्पताल से डीसी कैम्पस कार्यालय तक हुआ। यहां एसडीएम राजेश कुमार ने आईएमए के पदाधिकारियों से ज्ञापन लिया। इसके बाद जिले के सभी डॉक्टरों ने शहीदी स्मारक पहुंचकर शहीदों के सम्मान में दो मिनट मौन रखा। 
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एसडीएम को सौंपे ज्ञापन डॉक्टरों ने केंद्र सरकार के फैसले का विरोध जताया। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख तौर पर आईएमए के जिला प्रधान डॉ अजय गोयल, डॉ सुशील मंगला, डॉ सोनल सिंघल, डॉ अर्चना सिंघल व डॉ रीटा गुप्ता आदि मौजूद रहे।