Breaking

Showing posts with label School News. Show all posts
Showing posts with label School News. Show all posts

Saturday, February 5, 2022

February 05, 2022

सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हर्षोल्लास से मनाया गया बसंत पंचमी

सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हर्षोल्लास से मनाया गया बसंत पंचमी
जींद : ( संजय कुमार ) ÷ सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को बसंत पंचमी हर्षोल्लास से मनाया गया। इसमें बच्चों व अध्यापकों ने पीले रंग की आकर्षक वेशभूषा धारण कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान शिक्षक रीना, अनिता ढांडा, ने बच्चों को बसंत पंचमी के बारे में अवगत कराया व मुकेश मालिक, किरण शर्मा, रेमन ने गीतों के माध्यम से बसंत का गुणगान किया। विद्यालय के प्राचार्य सत्येंद्र त्रिपाठी ने कहा कि आज के दिन ऋतुराज बसंत का आगमन माना जाता है और विद्या की देवी माँ सरस्वती का जन्म होता है, बसंत ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा कहा जाता है। इस दिन सभी पीले रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इस मौके कक्षा बाहरवीं की छात्रा तम्मन्ना, गरिमा, प्रिया ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शरत अत्री ने कहा कि आज के दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा करनी चाहिए। इससे हमारी बुद्धि निर्मल रहती है और सकारात्मक सोच का विकास होता है। इस दौरान यज्ञ का आयोजन कर विश्व शांति की कामना की गई। संगीत अध्यापक मोहित बब्बर द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य विकास शर्मा बलवान शर्मा,उप-प्राचार्य राजकुमार शर्मा, करुणा शर्मा व समस्त स्टाफ व बच्चों ने कोरोना के नियमों को ध्यान में रखते हुए मां सरस्वती का वंदन कर आशीर्वाद लिया।

Sunday, September 12, 2021

September 12, 2021

मानवीय जिंदगी को बचाना ही मानव धर्म - सतेंद्र त्रिपाठी

*मानवीय जिंदगी को बचाना ही मानव धर्म - सतेंद्र त्रिपाठी*
जींद : ( संजय कुमार ) ÷ सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल जींद में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय प्राथमिक उपचार दिवस मनाया गया जिसमें विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं ने प्राथमिक उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। विद्यालय की शिक्षिका अनीता ढांडा व शारीरिक शिक्षक राजेंद्र कुमार ने बच्चों को प्राथमिक उपचार कैसे करें इसके बारे में बारीकी से सिखाया संगीत अध्यापक मोहित बब्बर ने बताया कि विश्व प्राथमिक उपचार दिवस की शुरुआत रेडक्रॉस ने की है यह अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी शुरुआत सन 1863 में हुई व इस से जुड़ी अनेकों जानकारियां बच्चों को दी। विद्यालय के प्राचार्य सतेंद्र त्रिपाठी ने बच्चों को अंतरराष्ट्रीय प्राथमिक उपचार दिवस का महत्व बताते हुए कहा कि रेड क्रॉस का मुख्य कार्य मानव सेवा और आपदा स्थिति में माननीय जिंदगी को बचाना है उन्होंने यह भी बताया कि कई बार ऐसा देखा जाता है कि लोग घरों या बाहर किसी कारणवश चोटिल हो जाते हैं ऐसी स्थिति में लोग घबरा कर अस्पताल चले जाते हैं कुछ मामूली चोटों को प्राथमिक उपचार से घर पर ही ठीक किया जा सकता है। इसका महत्व बताने के लिए व इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह दिवस अहम है हमें अपने घरों में फर्स्ट एड किट रखनी चाहिए वह यात्रा के दौरान भी इसे साथ रखना चाहिए। इस मौके पर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शरद अत्री ने भी बच्चों को संबोधित किया व प्राथमिक उपचार दिवस की महत्वता को बताया साथ ही यह भी बताया कि सामाजिक गतिविधियों से जुड़ी ऐसी छोटी-छोटी जानकारियां बच्चे को उसकी शिक्षा के दौरान ही देनी चाहिए जिससे उनके अंदर सामाजिक सेवा की भावना उजागर हो व आगे चलकर समाज सेवा में योगदान दे सकें इस अवसर पर राजकुमार शर्मा, करूणा शर्मा व सभी अध्यापकों ने भी भाग लिया।

Monday, August 2, 2021

August 02, 2021

सुप्रीम स्कूल में हुआ सम्मान समारोह*

*सुप्रीम स्कूल में हुआ सम्मान समारोह*
जींद : ( संजय कुमार ) सुप्रीम सीनियर सैकंडरी स्कूल जींद में 12वीं की परीक्षा में मैरिट प्राप्त करने वाले बच्चों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे विवेक ने नॉन मेडिकल में 97.4 प्रतिशत, मेडिकल में मुस्कान 95 प्रतिशत, कॉमर्स में विशु ने  97 प्रतिशत व आर्ट्स में सविता ने 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। 73 में से 46 बच्चों ने मैरिट प्राप्त करके विद्यालय का नाम रोशन किया शेष सभी बच्चे 60% से अधिक अंक लेकर पास हुए I  स्कूल प्राचार्य सतेंद्र त्रिपाठी जी ने बताया की सी.बी.एस.ई. ने एक ऐसा फार्मूला बनाया है जिसके अंतर्गत बच्चे की मेहनत उसके यूनिट टेस्ट तथा दसवीं के अंक के आधार पर बच्चों को मूल्यांकित  किया गया है I इस परीक्षा परिणाम पर बच्चे भी खुश नजर आए तथा स्कूल में भी खुशी का माहौल था I यह पहला मौका है जिसमें बच्चे फाइनल परीक्षा दिए बिना ही मेरिट में स्थान प्राप्त कर सके I   इससे बच्चे और बच्चों के अभिभावक सभी खुश हैं I इस मौके पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सरत अत्री ने मैरिट प्राप्त करने वाले बच्चो व अध्यापकों को फूल माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर बधाई दी।

Tuesday, June 22, 2021

June 22, 2021

प्राइवेट स्कूल संघ की मांग, एक जुलाई से खोले जाएं स्कूल

प्राइवेट स्कूल संघ की मांग, एक जुलाई से खोले जाएं स्कूल
फतेहाबाद : जिला प्राइवेट स्कूल संघ के पूर्व प्रधान शैलेन भास्कर ने मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को पत्र लिखकर बंद पड़े स्कूलों को एक जुलाई से खोलने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि विगत दो वर्षों में जिस तरह से बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई है, उसकी भरपाई कर पाना एक बहुत ही मुश्किल कार्य होगा। उन्होंने कहा कि बेशक कोरोना महामारी से पूरे विश्व पर असर पड़ा है परन्तु बच्चों की शिक्षा दीक्षा व शिक्षण की पूरी प्रक्रिया का जो नुक्सान हो चुका है, उसका एकमात्र उपाय अब स्कूलों को जल्दी खोलकर ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि आज लगभग सभी क्षेत्र खुल गए हैं और महामारी भी लगभग नियंत्रण की स्थिति में है। ऐसे में सभी अध्यापकों व स्कूल में कार्यरत सभी कर्मचारियों का स्कूल कैंपस में ही वैक्सीनेशन करके स्कूलों को खोला जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार के स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी तीसरी लहर में बच्चों को प्रभावित होने की आशंका को नकार चुके हैं, ऐसे में इस दुष्प्रचार से बचना चाहिए कि बच्चे तीसरी लहर में प्रभावित होंगे। शैलेन भास्कर ने कहा कि स्कूलों में बच्चे पूरी तरह सुरक्षित होते हैं और इसके लिए सभी उपाय और प्रबंध किये जा सकते हैं। उन्होंने पत्र में कहा है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि न तो प्रदेश सरकार व न ही केन्द्र सरकार ने स्कूल प्रबंधकों, स्कूल स्टाफ व स्कूली बच्चों के बारे में कभी कोई सहानुभूति दिखाई व न ही कोई राहत प्रदान की।
उन्हें इस प्रकार छोड़ दिया गया मानो वो समाज का हिस्सा ही न हों। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि स्कूलों को भी अन्य क्षेत्रों की तरह राहत प्रदान की जाए व आर्थिक पैकेज दिया जाए ताकि उनके भी परिवारों का भरण-पोषण हो सके। जिस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में स्कूल प्रबंधकों, स्कूल फैकल्टी और बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई इस पूरे दौर में की है, उसके लिए वो सब बधाई के पत्र हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह अब माहौल सामान्य होने लगा है उसको देखकर लगता है कि सरकार इस पर सहानुभूति से विचार करके स्कूलों को खोलने का निर्णय लेगी और बच्चे पुन: अपनी शिक्षा सुचारु रूप से स्कूलों में ग्रहण कर सकेंगे और इस शैक्षणिक सत्र में जुलाई से सब सामान्य हो जायेगा तो बचे हुए समय में बच्चों के अब तक के नुक्सान की भरपाई की जा सकेगी।

Tuesday, June 2, 2020

June 02, 2020

ऑनलाइन जारी रहेगी बच्चों की पढ़ाई, सर्दियों की छुट्टी में भी लगेंगे स्कूल: मनोहरलाल

स्कूलों के बंद होने से हुए नुकसान की घर बैठे भरपाई की होगी कोशिश,वही परीक्षाए ली जाएंगी जो बहुत जरूरी होंगी

Haryana Online Education Haryana Bulletin News
चंडीगढ़। हरियाणा के स्कूलों में इस बार गर्मी की छुट्टियां होने की कम ही संभावना है। बहुत अधिक गर्मी पड़ी तो ही कुछ दिन की छुट्टियां हो सकती हैं। सरकार तो सर्दियों की छुट्टी में भी स्कूल लगाने की प्लानिंग कर रही है। लॉकडाउन की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई को यह निर्णय लिया गया है। खुद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसका खुलासा किया है।
मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में सीएम से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि फिलहाल छुट्टियां करने का कोई इरादा नहीं है। अलबत्ता कोविड-19 की वजह से अभी तक स्कूलों की छुट्टियां ही चल रही हैं। मार्च और अप्रैल में लॉकडाउन के बाद सरकार ने स्कूल-कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवाई। सरकारी स्कूलों के बच्चों को टीवी चैनल के जरिये भी पढ़ाया जा रहा है।
इसी तरह से प्राइवेट स्कूलों द्वारा अलग-अलग ऑनलाइन वीडियो एप के जरिये विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है। सीएम ने कहा, लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई सिस्टम काफी कारगर रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्कूलों को खोलने का फैसला केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के हिसाब से ही लेंगे।
केंद्र ने शिक्षकों, अभिभावकों व शिक्षाविदों से बातचीत करके पंद्रह जुलाई के बाद स्कूलों को खोलने का फैसला करने के निर्देश दिए हुए हैं।
सीएम ने कहा, लॉकडाउन की वजह से इस बार बहुत छुट्टियां हो गईं। ऐसे में विद्यार्थियों को किसी तरह का नुकसान न हो, इसके लिए गर्मी व सर्दी की छुट्टियों में भी स्कूल लगेंगे। हालांकि फिलहाल पढ़ाई ऑनलाइन ही जारी रहेगी। साफ है कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को जून में भी स्कूलों में जाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा, अगर बहुत अधिक गर्मी पड़ी तो छुट्टियों के बारे में सोचा जा सकता है। फिलहाल कोई विचार नहीं है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से जिन कक्षाओं की परीक्षाएं नहीं हो पाई थीं, वे अब होंगी। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए केवल वही परीक्षाए ली जाएंगी, जो बहुत जरूरी होंगी। जहां जरूरी नहीं था, उन कक्षाओं के विद्यार्थियों को पहले ही अगली कक्षा में प्रमोट किया जा चुका है।  कॉलेजों व यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को लेकर यूनियन द्वारा किए जा रहे विरोध पर सीएम ने कहा, हायर एजुकेशन काउसिंल इसका फैसला करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इस बार शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी की। हर ब्लाक में एक संस्कृति मॉडल स्कूल खोलने का फैसला लिया है। इसी तरह से 1000 प्राइमरी स्कूलों को बैग-फ्री अंग्रेजी मीडियम स्कूल में अपग्रेड किया जाएगा। ये स्कूल प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर होंगे। इनमें बच्चों के बैठने के लिए डेस्क के अलावा पढ़ाई के तौर-तरीके भी कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर होंगे।