Breaking

Showing posts with label Sonipat Bulletin News. Show all posts
Showing posts with label Sonipat Bulletin News. Show all posts

Sunday, August 7, 2022

August 07, 2022

पिता ने गांव में ही बना दिया था अखाड़ा:3 साल की उम्र में बांधा लंगोट; गोल्ड जीतकर भावुक हुए नवीन कुमार, जन गण मन भी गाया

पिता ने गांव में ही बना दिया था अखाड़ा:3 साल की उम्र में बांधा लंगोट; गोल्ड जीतकर भावुक हुए नवीन कुमार, जन गण मन भी गाया

सोनीपत : सोनीपत (हरियाणा ) के नवीन कुमार मलिक ने महज 19 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीता है। वे शनिवार काे गोल्ड जीतने के बाद भावुक हो गए और सेरेमनी के दौरान राष्ट्रीय गान की धुन के साथ जन गन मण गुनगुणाने लगा।

कुछ देर बाद दर्शकों की भीड़ के बीच भी ऐसे दिखाई दिया जैसे ये ही उसके अपने हों। उसके परिवार की हालत भी उससे कोई जुदा नहीं थी। गांव पुगथला में सीलन भरे कमरे में परिजन टीवी पर बेटे का लाइव मैच देख रहे थे। नवीन ने पाकिस्तानी रेसलर मो. शरीफ ताहिर को गोल्डन पटकनी दी तो परिवार के साथ आस पड़ोस के लोग भी झूम उठे और मिठाई बांटी। नवीन ही नहीं बल्कि पाक रेसलर का भी ये पहला कॉमनवेल्थ गेम्स था।
नवीन मलिक हरियाणा के बजरंग पूनिया या रवि दहिया सरीखा पहलवान नहीं था, जिसे कि पूरा विश्व जानता हो। गोल्ड जीतने के बाद खेल प्रेमियों ने इंटरनेट पर नवीन की जीवनी खंगाली तो वहां उसके बारे में कुछ नहीं था। असल में उसका चेहरा अब तक मीडिया और कुश्ती प्रेमियों की भीड़ से परे था।

*नेवी में स्पोर्ट्स कोटे से हवलदार*
नवीन पुगथला (सोनीपत) के रहने वाले हैं। पिता धर्मपाल मलिक एक छोटे किसान हैं। उनके पास 3 एकड़ जमीन है। नवीन का बड़ा भाई प्रवीण मलिक भी पहलवान हैं। फिलहाल दोनों खेल कोटे से नेवी में हवलदार हैं। पिता के संघर्ष और मेहनत से तपकर निखरे बेटे कुंदन बन गए। पिता धर्मपाल मलिक धूप की तपिश और बारिश के बीच खेत से नहीं हटे तो बेटे भी पिता की इस तपस्या को समझ अपने लक्ष्य की राह से कभी डगमगाए नहीं।
गांव पुगथला में नवीन के पैतृक घर के सीलन भरे कमरे में बैठ टीवी पर बेटे का मैच देखते परिजन।

*4 साल की उम्र से दंगल लड़ने लगे थे नवीन*

पुगथला के धर्मपाल मलिक को कुश्ती का शौक था। घर गृहस्थी में फंस कर रह गया, लेकिन बेटों को छोटी उम्र मे ही तपाना शुरू कर दिया। गांव के ग्रामीणों के सहयोग से धर्मपाल ने गांव में अखाड़ा बनवाया। नवीन मलिक ने मात्र 3 साल की उम्र मे ही लंगोट पहन लिया था। उसका बड़ा भाई प्रवीण तब 9 साल का था। पिता बताते हैं कि नवीन ने 4 साल की उम्र में ही दंगल लड़ना शुरू कर दिया था। नवीन और प्रवीण कुछ बड़े हुए तो पहलवानी के खर्चे बढ़ गए, लेकिन तब 3 एकड़ खेती में इतनी फसल नहीं उगती कि परिवार की जरूरत पूरी हो जाए।
गोल्ड जीतने आज रिंग में उतरेंगे अमित:घर के आंगन में लगेगी LED, पिता से फोन पर कहा- एकतरफा जीतूंगा मुकाबला

*9 साल तक हर सुबह पहुंचाया दूध घी*

धर्मपाल मलिक ने ठान ली थी कि दोनों बेटों को पहलवान बना कर ही दम लेगा। पिता ने अपनी इच्छाओं व सुविधाओं से तमाम समझौते किए, लेकिन बेटों के खेल को लेकर कभी पीछे नहीं हटा। बेटे खेल के मैदान में उतरे तो आर्थिक परेशानी समेत तमाम तरह के व्यवधान आए। एक किसान पिता के लिए इसे झेलना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। धर्मपाल मलिक लगातार 9 साल तक अखाड़े में हर रोज सुबह 5 बजे दूध और धी पहुंचाता रहा। इस संघर्ष ने आखिरकार बेटों को खेलों में मुकाम दिलाया। उनकी हर रोज सुबह अखाड़े की डगर तब थमी जबकि दोनों बेटे खेल कोटे से नेवी में हवलदार बने।
कॉमनवेल्थ मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वी रेसलर को पटकनी देने मं लगा नवीन कुमार।

74 KG भार वर्ग का खिलाड़ी

नवीन कुमार ने नेवी में भर्ती होने के बाद भी कुश्ती नहीं छोड़ी। उसने ठान रखी थी कि पिता के सपने को पूरा करना है। नवीन ने जूनियर गोल्ड, अंडर-23 में गोल्ड, मंगोलिया में सिल्वर मेडल जीतने के बाद कॉमनवेल्थ गेम से पहले 74 वर्ग भार में ट्रायल दिया था। उसने गोल्ड जीता और कॉमनवेल्थ का टिकट हासिल किया। अपने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम में नवीन ने गोल्ड लेकर झंडा गाड़ दिया।

कॉमनवेल्थ में हरियाणा का जलवा:पहलवानों ने लगाई मेडलों की झड़ी; रवि, विनेश और नवीन को गोल्ड, पूजा व संदीप को ब्रॉन्ज,सरकार करेगी सम्मानित।

Monday, May 3, 2021

May 03, 2021

मजदूरों का पलायन शुरू, बोले यहां रहेंगे तो रोटी भी नही मिलेगी

मजदूरों का पलायन शुरू, बोले यहां रहेंगे तो रोटी भी नही मिलेगी

सोनीपत : प्रदेश सरकार द्वारा एक सप्ताह के लिए पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही प्रवासी मजदूरों ने पलायन शुरू कर दिया है। रविवार को बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपना सामान बांधकर बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन का रुख करते हुए नजर आए। लॉकडाउन के कारण सवारी न मिलने के कारण प्रवासी मजदूर सिर पर सामान रखकर पैदल ही रेलवे स्टेशन की तरफ जाते दिखाई दिए। प्रवासी मजदूरों ने कहा कि उन्होंने पिछले साल का दंश झेला था, उस समय उन्हें न रोटी मिली थी, ना पानी। इस बार भी कहीं वैसी ही स्थिति पैदा ना हो जाए, इसलिए उससे पहले ही अपने घर जाना चाहते हैं।

वहीं वीकेंड लॉकडाउन के दूसरे दिन शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। पुलिसकर्मियों ने घर से निकले लोगों से पूछताछ की और सही कारण न बताने पर लोगों को सबक भी सिखाया। पुलिसकर्मियों ने लोगों से कहा कि जरूरी हो तभी घर से निकले। बेवजह घूमने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। पुलिस की सख्ती का ही नतीजा रहा कि ज्यादातर सड़कों पर सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा। मुख्य मार्गों पर वाहनों की आवाजाही जारी रही। नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने सभी वाहनों को रुकवाकर घर से बाहर निकलने का कारण पूछा और आईकार्ड की जांच करने के बाद ही वाहनों को जाने की अनुमती प्रदान की। जो लोग बिना वजह ही घरों से बाहर निकल रहे थे, उनके चालान भी किए गए। पुलिस की सख्ती का ही असर रहा कि लोग पुलिस से बचने के लिए गलियों के रास्तों से निकलते हुए नजर आए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।

Friday, April 30, 2021

April 30, 2021

टैटू बनाने की दुकान में चल रहा था हुक्का बार, पुलिस ने मारा छापा, देखें फिर क्या हुआ

टैटू बनाने की दुकान में चल रहा था हुक्का बार, पुलिस ने मारा छापा, देखें फिर क्या हुआ

सोनीपत : सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांधी चौक पर टैटू बनाने की दुकान की आड़ में हुक्का बार चलाने का मामला सामने आया हैं। पुलिस ने टीम का गठन कर छापेमारी कार्रवाई करते हुए सात आरोपितों को काबू किया हैं। जिनमें से छह आरोपित हुक्का बार पर हुक्का पी रहे थे। आरोपित कोविड नियमों की अवहेलना करते हुए टैटू की दुकान में चल रहे हुक्का बार को शाम छह बजे के बाद भी खोला गया था। पुलिस ने मामले में हुक्का बार को जारी आदेशों के साथ ही कोविड-19 को लेकर जारी डीसी के आदेशों की अवहेलना का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसआई लोकेश ने सिविल लाइन थाना पुलिस को बताया कि वह टीम के साथ गांधी चौक के पास गश्त कर रहे थे। इसी दौरान सूचना मिली कि गांधी चौक के पास ही न्यू लूक टैटू के नाम से चलाई जा रही दुकान की आड़ में हुक्का बार चलाया जा रहा है। गांव कुमासपुर निवासी सुमित उर्फ टैटू दुकान में टैटू गोदने का काम करता है, लेकिन साथ ही इसकी आड़ में हुक्का बार चला रहा है। प्रदेश में सरकार ने वर्ष 2010 से हुक्का बार पर प्रतिबंध लगा रखा है। साथ ही कोविड संक्रमण के चलते डीसी ने शाम छह बजे के बाद दुकान बंद करने के आदेश दे रखे हैं। उसके बावजूद वह कोविड नियमों की अवहेलना भी कर रहा है। जिस पर एसआई ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर तुरंत रेड के लिए टीम तैयार की। पुलिस ने रेड की तो सुमित उर्फ टैटू वहीं मिला। वह वहां बैठे युवकों को कह रहा था कि हुक्का पी लो यह बिना निकोटिन के तंबाकू का है। पुलिस ने सुमित समेत छह अन्य युवकों को पकड़ लिया। उनकी पहचान आशीष उर्फ आशी, आशुतोष उर्फ आंशू, साहिल, विक्रम, प्रशांत उर्फ शीलू व आरव के रूप में हुई। पुलिस ने मौके से चार कांच के हुक्के, चार चिलम, हुक्का पाइप, 500 ग्राम निकोटिन तंबाकू मिला। पुलिस ने मामले में धारा 188 के साथ ही 4 (2) पॉयजन एक्ट-1919 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपितों को जमानत पर छोड़ दिया

Sunday, February 7, 2021

February 07, 2021

नौदीप कौर की गिरफ्तारी के पीछे किसान आंदोलन नहीं कुछ और ही है...

नौदीप कौर की गिरफ्तारी के पीछे किसान आंदोलन नहीं कुछ और ही है...

सोनीपत : दलित श्रम अधिकार एक्टिविस्ट और मजदूर अधिकारी संगठन की सदस्य नौदीप कौर की गिरफ्तारी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उनकी गिरफ्तारी का किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। नौदीप कौर  को जबरन वसूली, दस्तावेज छीनने व पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एसपी सोनीपत रणदीप सिंह रंधावा ने इन आरोपों से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब नौदीप कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इससे पहले भी उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। नौदीप कौर पर लगाये गये कोई भी आरोप झूठे नहीं हैं। क्योंकि फैक्टरी परिसर से मिले सीसीटीवी फुटेज में नौदीप कौर मारपीट करते हुए देखी गई हैं। वहीं लगभग 25 दिन से जेल में बंद नौदीप कौर  की जमानत याचिका दो बार खारिज कर दी गई है। जमानत के लिये अगली सुनवाई 8 फरवरी को होगी। इस बीच नौदीप कौर  की छोटी बहन राजवीर कौर ने इन आरोपों का खंडन किया है। राजवीर कौर का दावा है कि उनकी बहन को झूठे आरोपों में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि 'मेरी बहन मजदूर और दलित अधिकार कार्यकर्ता है।
वो फैक्टरी में कुछ मजदूरों की मजदूरी दिलाने के लिये गई थीं, लेकिन कारखाना मालिक ने उन पर गोली चलवा दी, इसकी शिकायत करने का प्रयास किया गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने एक ट्वीट में दावा किया  कि पुलिस हिरासत में नौदीप कौर  को यातनाएं और यौन उत्पीड़न किया गया। उन्होंने यह भी दावा किया है कि उन्हें 20 दिनों के लिए जमानत के बिना हिरासत में लिया गया। पंजाब के मुक्तसर साहिब के तहत गांव ग्यानंदर की रहने वाली नौदीप कौर  के पिता का नाम सुखदीप सिंह है।
नौदीप कौर को 12 जनवरी 2021 को आईपीसी की धारा 148, 149, 323, 452, 384 और 506 के तहत गिरफ्तार किया गया था। नौदीप कौर  पर कुंडली पुलिस स्टेशन में इन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। ये एफआईआर पीड़ित ललित खुराना की शिकायत के बाद दर्ज की गई थी, जो एक प्राइवेट कंपनी में एकाउंटेंट हैं। पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा गया था कि नौदीप कौर  के साथ दो अन्य महिलाओं सहित 50 लोगों ने कंपनी कार्यालय पर धावा बोलते हुए अवैध रूप से पैसे की मांग की।
जब पैसे देने से इनकार किया, तो आरोपी ने हंगामा कर दिया। पुलिस के पास जब फोन किया, तो आरोपियों ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर मारपीट  शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो पुलिस के साथ भी झड़प हुई. पुलिस के जवान से उसकी बंदूक और दस्तावेज छीनने का प्रयास किया गया। विरोध करने पर पुलिस पर भी हमला कर दिया गया, जिसमें इंस्पेक्टर रवि कुमार और दो कांस्टेबल घायल हो गये। इस मामले में नौदीप कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अन्य छह आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये प्रयास कर रही है। 

Thursday, September 3, 2020

September 03, 2020

दिल्ली से सटे मुरथल के सुखदेव व गरम-धरम ढाबे पर 81 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव

दिल्ली से सटे मुरथल के सुखदेव व गरम-धरम ढाबे पर 81 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव

सोनीपत :  दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत में मुरथल के दो मशहूर ढाबे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। सुखदेव ढाबे के 71 कर्मचारी और गरम-धरम ढाबे पर 10 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन दोनों ढाबों को अगले आदेश तक सील कर दिया गया है। दोनों ढाबे पर कुल 81 कर्मचारी संक्रमित हुए हैं। इन सभी कर्मचारियों का आरटी पीसीआर टेस्ट किया गया था। 

मिली जानकारी के अनुसार, सुखदेव ढाबे पर काम करने बाहर से आए 71 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। किसी में कोई लक्षण नहीं होने के कारण सभी को उनके घरों में क्वारंटाइन कर दिया गया है। मामले की सूचना पर एसडीएम विजय सिंह मौके पर पहुंचे और जरुरी दिशा-निर्देश दिया। 

ढाबे के संचालक ने बताया कि एहतियात के तौर पर ढाबे को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है और उसे सैनिटाइज किया जा रहा है। उप सिविल सर्जन व ग्रामीण क्षेत्र की नोडल अधिकारी डॉ. गीता दहिया ने बताया कि सुखदेव ढाबा पर काम करने वालों के सैंपल की जांच की गई थी। उसमें ढाबे के कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

319 कर्मचारियों के लिए गए थे सैंपल

जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। बृहस्पतिवार को भी मुरथल के मशहूर सुखदेव ढाबा पर एकदम से कोरोना विस्फोट हुआ। ढाबा काम करने के लिए आए 71 कर्मचारी व श्रमिक कोरोना संक्रमित पाए गए। उप सिविल सर्जन डॉ. दहिया ने बताया कि एसडीएम के निर्देश पर ढाबा पर काम करने वाले कर्मचारी व श्रमिकों के सैंपल लेने का काम चल रहा था। 31 अगस्त को सुखदेव ढाबा के संचालक ने उन्हें बताया था कि उन्होंने अभी बाहर से भी कुछ कामगार बुलाए हैं। उन्होंने उनके भी सैंपल लेने का अनुरोध किया था। इस तरह ढाबे पर करीब 319 कर्मचारियों के सैंपल लिए गए थे। इनमें 71 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसकी सूचना ढाबा संचालक को दे दी गई है।

ढाबा संचालक ने बताया बिहार से आए थे कर्मचारी

उधर, ढाबा संचालक अमरीक सिंह ने बताया कि उन्होंने चार दिन पहले बिहार से बस के द्वारा करीब 100 कामगारों को बुलाया था। ये कामगार पहले भी उनके पास काम करते थे और लॉकडाउन के दौरान अपने घर चले गए थे। सभी ढाबा के साथ लगते क्वार्टर में ठहरे हुए थे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से सभी का कोरोना जांच करने का अनुरोध किया था। इस पर सभी के सैंपल लिए गए थे। इनमें से ही 71 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

हालांकि इनमें किसी प्रकार का कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव आने वालों ने अभी ढाबा पर काम शुरू नहीं किया था। फिर भी सूचना मिलते ही बृहस्पतिवार दोपहर बाद से उन्होंने एहतियात के तौर पर ढाबा को दो दिन के लिए बंद कर दिया है और उसे सैनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया है।

Sunday, August 30, 2020

August 30, 2020

पहले छलकाया जाम, फिर गर्दन काट किया काम-तमाम

पहले छलकाया जाम, फिर गर्दन काट किया काम-तमाम

सोनीपत : गांव जुआं में खेतों में गए युवक की गंडासी से गर्दन काटकर हत्या  कर दी गई। युवक अपने परिचित युवकों संग गांव के पास स्थित एक खेत में ट्यूबवेल पर गया था। वहां से पुलिस ने शराब की बोतल व अन्य सामान बरामद किया है।
आशंका है कि शराब पीने के दौरान हुए झगड़े में युवक की हत्या की गई है। पुलिस ने फिलहाल युवक की मां के बयान पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस हमलावरों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
गांव जुआं का रहने वाला सूरज (23) खेतीबाड़ी करता था। सूरज के पिता की बिजेंद्र की आठ साल पहले मौत हो चुकी है और उसके परिवार में मां, छोटा भाई व बहन हैं। वह शुक्रवार को घर से गया तो वापस नहीं लौटा।

शनिवार की रात करीब दस बजे उसे गांव में देखा गया था। वह एक दुकान से नमकीन लेकर गया था। वह रातभर घर नहीं पहुंचा तो सूरज की मां और भाई ने उसके बारे में आसपास पता किया, लेकिन कोई जानकारी  नहीं मिल सकी। वह मोबाइल नहीं रखता था। परिजनों ने सोचा कि किसी दोस्त के पास चला गया होगा। रविवार तडके करीब पांच बजे ग्रामीणों ने देखा कि गांव के बाहर खेत में ट्यूबवेल के कमरे के बाहर सूरज का शव पड़ा है।
उसकी गर्दन काटकर हत्या की गई थी। उसके पास ही गंडासी भी पड़ी थी। जिस पर खून लगा था। सूचना पर पहुंचे मोहाना थाना प्रभारी श्रीभगवान व उनकी टीम ने जांच की तो वहां पर शराब की बोतल (जिसमें थोड़ी शराब बची थी), गिलास, कोल्ड ड्रिंक्स व नमकीन के पैकेट पड़े थे।

अंदेशा है कि सूरज अपने परिचितों के साथ आया था। रात को उन्होंने शराब पी थी और उसी दौरान हुए झगड़े में उसकी गंडासी से वार कर हत्या कर दी गई। शव के पास ही गंडासी पड़ी मिली। पुलिस ने सूरज की मां रेखा के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही पता लगाया जा रहा है कि सूरज के साथ रात को कौन था। जिससे हत्यारोपियों का पता लगाया जा सके।
वर्जन
युवक की तेजधार हथियार से गर्दन पर वार कर हत्या की गई है। शव के पास ही गंडासी पड़ी मिली है। उस पर खून लगा है। उसे कब्जे में ले लिया गया है। युवक की मां के बयान पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पता लगाया जा रहा है कि युवक रात को किसके साथ था। जल्द मामले का पटाक्षेप किया जाएगा। - श्रीभगवान सिंह, थाना प्रभारी मोहाना। 
August 30, 2020

हरियाणा के इस स्कूल में लगा कोरोना रोधी सेटअप, देश का पहला...

हरियाणा के इस स्कूल में लगा कोरोना रोधी सेटअप, देश का पहला...  

सोनीपत। देश का पहला ऐसा स्कूल देखने में आया है, जहां विद्यार्थियों के लिए कोरोना संक्रमण रोधी आधुनिक सेटअल लगाया गया है। निकट भविष्य में कोरोना महामारी खत्म नहीं होने की आशंका के चलते स्कूलों को वायरस रोधी सैटअप से लैस किया जाने लगा है। हरियाणा का सोनीपत जिला इस मामले में सबसे आगे निकल गया है।
यहां के एक निजी स्कूल में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए बेहद आधुनिक सैटअप लगाया गया है। खास बात यह है कि इस सैटअप में चाइनीज प्रोडक्ट्स को दरकिनार करते हुए देसी व मित्र देशों के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल किए गए हैं। स्कूल के प्रवेश द्वार पर ही डिजिटल टर्न स्टाइल गेट बनाए गए हैं। ये गेट केवल स्वस्थ विद्यार्थी का ही स्कूल में प्रवेश होने देंगे।
इस तरह का यह देश में पहला सैटअप है। माना जा रहा है कि इससे सीख लेकर दूसरे स्कूल भी इस प्रणाली को अपना सकते हैं। कोविड-19 सुरक्षित परिसर का उद्घाटन 29 अगस्त को सुबह 11 बजे केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल बतौर मुख्यातिथि करेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर होंगे। 
स्कूल के प्रवेश द्वार पर भीतर जाने के लिए टर्न स्टाइल डिजिटल गेट (घूमने वाले दरवाजे) लगाए गए हैं, जिनमें प्रवेश करते ही विद्यार्थी का फोटो वहां लगी एलईडी. पर आ जाएगा और उसका तापमान प्रदर्शित होने लगेगा। यदि विद्यार्थी का तापमान ज्यादा है तो सायरन बजेगा और गेट नहीं खुलेगा। ऐसे में विद्यार्थी को वापस जाना होगा। वहीं हर 100 मीटर पर सैनिटाइजर मशीनें लगाई गई हैं, जो पदचालित हैं। कक्षाओं में ऐसे प्रकाश पुंज लगाए गए हैं, जो वहां मौजूद विषाणुओं व कीटाणुओं को नष्ट कर देंगे।  
स्कूल के चेयरमैन आशीष आर्य ने बताया कि परिसर में मुख्य प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्कैनर व टैब्स भी लगे हैं। जगह-जगह पर हैंड सैनिटाइजर, हैंड्स फ्री वाश बेसिन लगाए गए हैं। स्कूल की प्रधानाचार्या आशा गोयल ने बताया कि कक्षाओं में सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखने के लिए फर्नीचर में परिवर्तन किए गए हैं एवं यूवीसी लैंप लगाए गए हैं, जो रात को कमरों को कीटाणु रहित करने में कार्यात्मक होंगे। स्कूल बसों में भी यूवीसी. लाइट स्ट्रिप लगाई गई हैं। पानी के नल पद संचालित कर दिए गए हैं एवं सभी कक्षाओं के दरवाजों पर पैरों से खोलने के लिए पैडल लगाए गए हैं।