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Tuesday, July 20, 2021

July 20, 2021

बारिश से बेहाल- आधा हरियाणा सूखा, आधे में बाढ़ जैसे हालात, देखिये कौनसे जिले में कितनी है बारिश ?

बारिश से बेहाल- आधा हरियाणा सूखा, आधे में बाढ़ जैसे हालात, देखिये कौनसे जिले में कितनी है बारिश ?

चंडीगढ़ : हरियाणा के कई इलाकों में जहां बारिश से लोगों का बुरा हाल हो गया है वहीं कई इलाकों में अभी तक बारिश का इंतजार है। हरियाणा के कई हिस्सों में अभी तक बारिश नहीं पहुंची है जिस वजह से लोगों को गर्मी से दो चार होना पड़ रहा है।
हरियाणा के कई इलाकों में आज लगातार तीसरे दिन भी तेज बारिश से मौसम बदलता रहा। कई जगहों पर तेज बारिश की वजह से सड़कें लबालब पानी से भरी हुई दिखाई दी। वहीं कई जगहों पर अंडरपास और निचले हिस्से भरे हुए दिखाई दिये।

रेवाड़ी में पिछले 24 घंटों से लगातार रुक रुक कर बारिश हो रही है जिस वजह से पानी ही पानी हो गया है। राजस्थान के साथ लगते रेवाड़ी के 5 गांवों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। राजस्थान की तरफ से आए पानी के कारण खंडोडा, मोहनपुर, टांकड़ी, कांकर, कुतिना व नया गांवों के खेतों में पानी भर गया है। रेवाड़ी प्रशासन ने विभागों को अलर्ट कर दिया है।

इधर रोहतक, जींद, सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत कई जिलों में तेज बारिश से लोग बेहाल है। गुरुग्राम में रात के समय तीन मंजिला इमारत ढह गई। वहीं एक फ्लाइओवर में पानी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। चरखी दादरी में जिला प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है।
वहीं दूसरी तरफ हिसार, फतेहाबाद, सिरसा समेत कई जिलों में अभी तक लोगों को बूंदों का इंतजार है। यहां पर बारिश नहीं होने के चलते गर्मी बढ़ती जा रही है। लोगों को बारिश का इंतजार करना पड़ रहा है, वहीं किसान भी लगातार खेतों में सिंचाई कर रहे हैं।
July 20, 2021

देवशयनी एकादशी के साथ आज से चातुर्मास शुरू, चार माह तक नहीं होंगे मांगलिक कार्य

देवशयनी एकादशी के साथ आज से चातुर्मास शुरू, चार माह तक नहीं होंगे मांगलिक कार्य
कुरूक्षेत्र ; कुरुक्षेत्र देवशयनी एकादशी के साथ आज से चातुर्मास शुरू हो रहे हैं। इनका समापन 15 नवंबर को होगा। चातुर्मास में शादी-विवाह, मुंडन आदि जैसे कार्य नहीं किए जाते हैं। कॉस्मिक एस्ट्रो के डायरेक्टर व श्री दुर्गा देवी मंदिर पिपली के अध्यक्ष डॉ. सुरेश मिश्रा ने बताया कि 20 जुलाई मंगलवार अनुराधा नक्षत्र, शुक्ल योग को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का विशेष महत्व है। इस तिथि से जगत के संचालक भगवान विष्णु चार माह के लिए शयन करने चले जाते हैं, इस तिथि से चार माह तक देवताओं की रात्रि होती है। देवता शयन करने जाते हैं, इसलिए आषाढ़ी एकादशी को देवशयनी एकादशी और हरिशयनी एकादशी आदि नामों से जाना जाता है।
 देवताओं के योग निद्रा में जाने के कारण चार माह तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। आषाढ़ मॉस के शुक्ल पक्ष की देवशयनी एकादशी से श्रावण, भाद्रपद ,आश्विन,कार्तिक मॉस के शुक्ल पक्ष की देव प्रबोधिनी एकादशी के समय को चातुर्मास कहा जाता है। चातुर्मास हरिप्रबोधिनी एकादशी 15 नवम्बर 2021 तक रहेगा। विशेष चातुर्मास में भगवान शिव और उनके परिवार की आराधना होती है। चातुर्मास में भगवान शिव जगत के संचालन और संहारक दोनों ही भूमिका में होते हैं। देवशयनी एकादशी का महत्व जो भी व्यक्ति सच्चे हृदय से देवशयनी एकादशी का व्रत करता है और भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करता है। उस व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। उसको कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। भगवान श्रीहरि उसकी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। मृत्यु के बाद उसकी आत्मा को श्री हरि के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। भगवान विष्णु के विश्राम करने के 4 महीने बाद तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते है क इस समय तीर्थ स्नान, सत्संग, योग, प्राणायाम, ध्यान, संकीर्तन, भगवान शिव की पूजा-अर्चना होती है लेकिन कोई मंगल कार्य नहीं होते हैं। शुभ और मांगलिक कार्यों का प्रारम्भ भगवान विष्णु का पूरा विश्राम होने के बाद देवप्रबोधिनी एकादशी से ही होते है।
 *देवउठनी एकादशी कब है?*
देवउठनी एकादशी का व्रत 15 नवंबर 2021 को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाएगा। इसी दिन से चातुर्मास का समापन होगा और इसी दिन तुलसी विवाह किया जाएगा। ‍
July 20, 2021

पदोन्नति की परीक्षा में फेल हो गए हिसार मंडल के पुलिस कर्मचारी

पदोन्नति की परीक्षा में फेल हो गए हिसार मंडल के पुलिस कर्मचारी
हिसार ;  हिसार मंडल के पुलिस कर्मचारियों की पदोन्नति के लिए गुजवि के कम्यूटर व इनफरमेटिक सेंटर में बी-1 परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा का परिणाम भी साथ ही जारी कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन परीक्षा में उत्तीर्ण कर्मचारियों की आउटडोर परीक्षा होनी अभी शेष है। मंडल के पांचों जिलों हिसार, हांसी, जींद, सिरसा तथा फतेहाबाद से 898 पुलिस कर्मचारी इस परीक्षा के लिए योग्य घोषित किए गए थे, जिनमें से 886 पुलिस कर्मचारियों ने फाइनल परीक्षा में भाग लिया। हिसार रेंज के आईजी राकेश कुमार आर्य ने परीक्षा के निष्पक्ष आयोजन के लिए स्वयं की देखरेख में कमेटी का गठन किया। कमेटी में हांसी की पुलिस अधीक्षक निकिता गहलोत तथा तृतीय वाहिनी हिसार के कमांडेंट सुमित कुमार को सदस्य बनाया गया। आईजी राकेश कुमार आर्य ने हांसी की एसपी निकिता गहलोत के साथ परीक्षा केंद्र का दौरा किया। जिला पुलिस हिसार से 245 कर्मचारी परीक्षा में बैठे, हांसी से 151, जींद से 160, सिरसा से 173 तथा फतेहाबाद से 157 पुलिस कर्मचारियों ने परीक्षा दी। ऑनलाइन परीक्षा में केवल 77 पुलिस कर्मचारी उत्तीर्ण हुए हैं जिनमें 13 महिला पुलिस कर्मचारी हैं। परीक्षा में उत्तीर्ण कर्मचारियो में हिसार के 27, सिरसा के 19, जींद के 19, पुलिस जिला हांसी के 7 तथा फतेहाबाद के 5 कर्मचारी हैं।

 बी-1 परीक्षा के लिए यह थी शर्त पुलिस कर्मचारी का अच्छा सर्विस रिकॉर्ड सहित कम से कम पांच वर्ष का सेवाकाल जरूरी है। बी-1 में फाइनल सिलेक्शन उपरांत पुलिस कर्मचारियों को 6 माह के लिए पुलिस अकादमी मधुबन या अन्य पुलिस ट्रेनिंग सेंटरों मे कोर्स के लिए भेजा जाता है। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कानूनी पढ़ाई के साथ तथा समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी भूमिका, केसों का अनुसंधान, निष्पक्ष कार्यशैली के साथ मानवीय मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाता है। ऑनलाइन परीक्षा के बाद आउटडोर परीक्षा होगी ऑनलाइन परीक्षा के बाद आउटडोर परीक्षा होगी। दोनों परीक्षाओं तथा सर्विस रिकार्ड के नम्बर सहित परिणाम पुलिस मुख्यालय पंचकूला भेजा जाएगा। जहां प्रदेशस्तरीय वरिष्ठता सूची में उत्तीर्ण होने वाले पुलिस कर्मियों का नाम दर्ज किया जाएगा। - राकेश कुमार आर्य, आईजी हिसार रेंज

 *यह रहा परिणाम*
 पात्र परीक्षार्थी 898 परीक्षा दी 886 अनुपस्थित 12

*हिसार से परीक्षा दी 245 और पास हुए 27*

 *जींद के पुलिस कर्मी 160 और पास हुए 19*

 *हांसी से 151 और पास हुए 7*

*सिरसा से 173 और पास हुए 19* 

 *फतेहाबाद से 157 और पास हुए 5*

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July 20, 2021

चौटाला की नई सियासी पारी की शुरुआत किसानों से

चौटाला की नई सियासी पारी की शुरुआत किसानों से:

 गाजीपुर बॉर्डर व पलवल में चल रहे आंदोलन में पहुंचेंगे इनेलो सुप्रीमो, JBT घोटाले में सजा काटकर लौटे हैं पूर्व CM
रेवाड़ी : सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश में अपनी नई सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। चौटाला किसान आंदोलन के जरिए अपनी पार्टी इंडियन नेशलन लोकदल को नए सिरे से खड़ा करने की जुगत में लगे हैं। आंदोलनरत किसानों के प्रति उनकी हमदर्दी पहले भी देखने को मिली है, लेकिन कानूनी अड़चनों के चलते अभी तक वह किसानों के धरने में शामिल नहीं हो पाए थे।
लेकिन हाल में ही जेबीटी भर्ती मामले में सजा पूरी होने के बाद रिहा हुए चौटाला ने अपनी नई सियासी पारी की शुरुआत किसान आंदोलन से शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए चौटाला 20 जुलाई को हरियाणा के पलवल में चल रहे किसानों के धरने व गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों के बीच पहुंचेंगे। इसकी जानकारी उनके पुत्र अभय चौटाला ने ट्वीट करके दी है।
बता दें कि ओमप्रकाश चौटाला 4 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। आखिरी बार उनका कार्यकाल 2005 में पूरा हुआ था। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उनकी इनेलो पार्टी दो फाड़ हो गई थी। अजय चौटाला के पुत्र दुष्यंत चौटाला ने बगावत करके अपनी नई पार्टी जन नायक जनता पार्टी का गठन कर लिया था। उसके बाद से इनेलो एक जिले तक सिमट कर रह गई थी।
कई बड़े सीनियर नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दल में चले गए थे। चौटाला जेबीटी भर्ती मामले में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, इसलिए पार्टी को संभालने का दारोमदार छोटे बेटे अभय चौटाला पर रहा। लेकिन पिछले दिनों सजा पूरी होने के बाद ओम प्रकाश चौटाला जैसे ही जेल से बाहर आए, उसके बाद से ही पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने को लेकर मंथन चल रहा है।
ओम प्रकाश चौटाला भली भांति जानते हैं कि इस समय प्रदेश में सबसे बड़ा आंदोलन कोई चल रहा है तो वह किसान आंदोलन है और इसी को भुनाकर नए तरीके से पार्टी को खड़ा किया जा सकता है। वैसे भी कांग्रेस से लेकर अन्य विपक्षी दल किसान आंदोलन के जरिए समय- समय पर सरकार पर निशाना साधने के साथ ही उनके हमदर्द बनने में हर संभव कोशिश करते रहे हैं।
यही कारण है कि ओमप्रकाश चौटाला ने भी जेल से बाहर आने के बाद अब नई सियासी पारी की शुरुआत किसान आंदोलन के जरिए करने का निर्णय लिया। पलवल व गाजीपुर बॉर्डर पर जाने के बाद चौटाला पूरे प्रदेश के भ्रमण पर निकलकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
July 20, 2021

मर्यादा लांघने वाले लेक्चरर को मिली सजा

 मर्यादा लांघने वाले लेक्चरर को मिली सजा

12वीं की छात्रा की कॉपी पर लिखा था-'Do You Like Me', अब 5 वर्ष की कैद और 25 हजार रुपए जुर्माना

करनाल : करनाल में कोर्ट ने छात्रा की कॉपी पर गंदे शब्द लिखने वाले एक लेक्चरर को कैद और जुर्माने की सजा का फैसला सुनाया है।
करनाल मे मर्यादा लांघकर छात्रा के लिए आपत्तिजनक मैसेज लिखने के मामले में एक लेक्चरर को कोर्ट ने दोषी करार दे सजा का फैसला सुनाया है। मामला करीब साढ़े 3 साल पहले एक लेक्चरर द्वारा 12वीं कक्षा की छात्रा की कॉपी पर 'Do You Like Me' लिखने का है। अब अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायालय एससी/एसटी व पॉक्सो और क्राइम अगेंस्ट वुमैन जिला कैथल की अदालत ने दोषी को 5 वर्ष कैद और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा दी है। जुर्माना न भरने पर दोषी को अतिरिक्त कारावास भुगतना पड़ेगा।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि 24 अक्टूबर 2017 को थाना सीवन में दर्ज अभियोग के अनुसार थाना सीवन अंतर्गत के एक गांव निवासी 12वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा की कापी पर अंग्रेजी पढ़ाने वाला प्राध्यापक संजीव करीब 15 दिन पूर्व बुरी नियत से छात्रा का हाथ पकड़ कर कॉपी की जांच दौरान डू यू लाइक मी यश/नॉट के अतिरिक्त बाद में मिश यू, लव, यू आर जान आदि अपशब्द लिखता रहा। छात्रा द्वारा प्रिसिंपल से शिकायत करने उपरांत भी मिश यू का कमेंट किया गया। आरोप अनुसार प्राध्यापक छात्रा पर क्लास में भी अक्सर व्यंग्य कसता रहता था।
पुलिस द्वारा अभियोग की जांच के दौरान आरोपी संजीव कुमार निवासी दयोरा 12 मार्च 2018 को भादसं की धारा 354, 506 तथा पॉस्को एक्ट की धारा 10 व 12 अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस द्वारा जांच के दौरान ठोस साक्ष्य जुटाने उपरांत अभियोग को न्यायालय के सुपुर्द कर दिया गया।

Monday, July 19, 2021

July 19, 2021

डिप्टी सीएम ने किया योजनाओं का बखान

डिप्टी सीएम ने किया योजनाओं का बखान, ‘महामारी में जरूरतमंदों की हमदर्द बनी हरियाणा सरकार’  

चंडीगढ़ : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया है कि कोरोना काल में हरियाणा सरकार गरीबों की हमदर्द बनकर उभरी है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण प्रदेश के लाखों गरीब परिवार न तो दिहाड़ी पर जा पाए और न ही छोटी-मोटी नौकरी पर, ऐसे में ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के माध्यम से उनके घर-द्वार तक लगातार पांच किलो गेहूं प्रति सदस्य पहुंचाया जा रहा है। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इस योजना के तहत राज्य में करीब 27 लाख परिवारों को अनाज मुफ्त दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हर माह गरीब परिवारों को करीब 60 हजार मीट्रिक टन गेहूं वितरीत हो रहा है, अगर चालू माह जुलाई की बात करें तो इस माह में प्रदेश के 27,04,846 राशन कार्ड धारकों को करीब 60,391 मीट्रिक टन गेहूं वितरित किया जा रहा है।
डिप्टी सीएम, जिनके पास खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का प्रभार भी है, ने बताया कि कोरोना के संक्रमण के कारण पिछले वर्ष मार्च माह में पूरे देश में लॉकडाउन लगाना पड़ा। उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिक जैसे की सड़क पर रहने वाले, कूड़ा उठाने वाले, फेरी वाले, रिक्शा चालक, प्रवासी मजदूर आदि को खाने की समस्या का सामना न करना पड़े, इसको ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब हितैषी सोच के मद्देनजर अप्रैल 2020 से ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ शुरू की गई। इसमें एएवाई (गुलाबी कार्ड), बीपीएल (पीला कार्ड) व ओपीएच (खाकी कार्ड) धारकों को पांच किलोग्राम गेहूं प्रति सदस्य मुफ्त उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि यह अनाज पूर्व में चल रही ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के तहत राशन कार्ड पर मिलने वाले तय कोटे के अतिरिक्त वितरित किया गया। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना से कुछ हालात सुधरने पर उद्योग-धंधे चलने के कारण उक्त योजना नवंबर 2020 तक चलाई गई और कोरोना सकंट के बीच सरकार ने इस योजना के तहत गरीब परिवारों को बड़ी राहत दी है।

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इस साल फिर कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ मई 2021 से दोबारा शुरू कर दी गई ताकि गरीब व्यक्ति भूखा न सोए, इस योजना की समयावधि को दिवाली तक बढ़ा दिया गया है, यानि मुफ्त राशन नवंबर 2021 तक मिलता रहेगा।

उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा पहले से ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम,2013 के तहत एएवाई (गुलाबी कार्ड) बीपीएल (पीला कार्ड) व ओपीएच (खाकी कार्ड) धारकों को खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा आटा, बाजरा, चीनी, नमक, सरसों तेल उनकी पात्रता के अनुसार उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत इन श्रेणी के कार्ड धारकों को पांच किलोग्राम गेहूं प्रति सदस्य प्रति माह जो मुफ्त उपलब्ध करवाया जा रहा है उससे गरीब तबके के लोगों को बहुत लाभ हुआ है।
July 19, 2021

कांग्रेस ने पूछा- 18 घंटे काम करने वाले ‘साहेब’ दूसरों के फोन की जासूसी में कितना समय बिताते हैं?

कांग्रेस ने पूछा- 18 घंटे काम करने वाले ‘साहेब’ दूसरों के फोन की जासूसी में कितना समय बिताते हैं?

नई दिल्ली : भारत के 40 से ज्यादा पत्रकारों और विपक्ष नेताओं के फोन टैपिंग का मामला सामने आने से मोदी सरकार एक बार फिर विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
इंटरनेशनल मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, फोन टैपिंग मामले में इजरायल द्वारा निर्मित पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है।
दरअसल कुछ वक्त पहले भी भारत के कुछ पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन टेप किए जाने का मामला सामने आया था।
जिसके बाद पेगासस ने यह कहा था कि उनका सॉफ्टवेयर सिर्फ सरकारी कंपनियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के इस जासूसी सॉफ्टवेयर के जरिए पत्रकारों, मंत्रियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के मोबाइल भी हैक किए जाने की आशंका है। इसमें भाजपा के दिग्गज नेताओं के नाम भी शामिल हैं।
इस मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि
“टैपिंगजीवी जी, राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ अब पत्रकार, जज, उद्योगपति, खुद के वरिष्ठतम मंत्री और यहाँ तक की आरएसएस की लीडरशिप को भी नहीं बख्शा, आपने तो। ठीक ही कहा- अबकी बार, जासूस सरकार !
दूसरे ट्वीट में लिखा- “साहेब, देश पूछता है। रोज़ाना 18 घंटे काम करते समय दूसरों के फ़ोन की जासूसी में कितना समय बिताते हो? 

https://twitter.com/rssurjewala/status/1416978038688948237?s=20

भाजपा पर उठ रहे सवालों पर सफाई देते हुए मोदी सरकार ने कहा है कि इस रिपोर्ट का कोई ठोस आधार नहीं है। भारत एक मजबूत लोकतंत्र है जो अपने सभी नागरिकों के निजता के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संदर्भ में ट्वीट कर पहले ही जानकारी दे दी थी।
उन्होंने कहा था कि वाशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन भारत के मंत्रियों और पत्रकारों के फोन टैपिंग की जानकारी साझा करने वाली एक रिपोर्ट जल्द ही प्रकाशित करने वाले हैं। जिसमें बड़ा खुलासा हो सकता है

इससे पहले साल 2019 में भी भारत समेत दुनियाभर के 100 से ज्यादा पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के व्हाट्सएप अकाउंट की जासूसी की गई थी। जिसके बाद मोदी सरकार पर जासूसी करवाने के गंभीर आरोप लगे थे।