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Sunday, June 11, 2023

June 11, 2023

*डीएलएड प्रथम और द्वितीय वर्ष के लिए आवेदन शुरु:ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून*

*डीएलएड प्रथम और द्वितीय वर्ष के लिए आवेदन शुरु:ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून*
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून|
प्रतिकात्मक छवि
डीएलएड कोर्स के प्रथम और द्वितीय वर्ष में प्रवेश के लिए आवेदक बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर विजिट कर सकते हैं। ये जानकारी डीसी अजय कुमार ने दी।

उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं के ऑनलाइन आवेदन व निर्धारित परीक्षा शुल्क (4150 रुपये प्रति छात्र-अध्यापक, दोनों वर्ष की परीक्षाओं के लिए) जमा करवाने की तिथियां बिना विलंब शुल्क 20 जून, 300 रुपये प्रति छात्र-अध्यापक विलंब शुल्क सहित 21 जून से 25 जून तथा 1 हजार रुपए विलंब शुल्क सहित 26 जून से 30 जून 2023 तक निर्धारित की गई है। संस्था आवेदन-पत्रों में रही त्रुटि को 1 जुलाई से 4 जुलाई 2023 तक ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं।

डीएलएड री-अपीयर शुल्क जमा करवाने की तिथि बढ़ी

डीसी ने बताया कि प्रवेश वर्ष 2016-18 से 2021-23 में जो छात्र-अध्यापकों मार्च- 2023 डीएलएड परीक्षा में रि-अपीयर रह गए थे, ऐसे छात्र-अध्यापक के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि 1 हजार रुपए विलंब शुल्क सहित 13 जून 2023 निर्धारित की गई है।

इसे अब बढ़ाकर 25 जून 2023 कर दिया गया है। अथवा जो विशेष अवसर परीक्षा मार्च-2023 में आवेदन करने से वंचित रह गए थे, वह भी जुलाई-2023 की परीक्षा के लिए 10 हजार रुपये प्रति छात्र-अध्यापक प्रति वर्ष शुल्क के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
June 11, 2023

*भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना:जनसंख्या 142 करोड़ के पार; चीन के मुकाबले हमारी पॉपुलेशन 30 लाख ज्यादा*

*भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना:जनसंख्या 142 करोड़ के पार; चीन के मुकाबले हमारी पॉपुलेशन 30 लाख ज्यादा*
भारत दुनिया में अब सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA) की रिपोर्ट के मुताबिक अब भारत की जनसंख्या 142 करोड़ 86 लाख है। वहीं चीन की जनसंख्या 142 करोड़ 57 लाख है। यानी हमारी आबादी चीन से करीब 30 लाख ज्यादा है।

2023 की शुरुआत में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि इस साल भारत सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। UN 1950 से दुनिया में आबादी से जुड़ा डेटा जारी कर रहा है। तब से यह पहला मौका है जब भारत की आबादी चीन से ज्यादा हुई है। चीन में 1950 के बाद से जन्म दर में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी। पिछले साल इसमें कमी आई। 2021 में चीन की जन्म दर 7.52% थी। यह 2022 में घटकर 6.77% हो गई।

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चीन में भारत से ज्यादा जी रहे लोग
चीन में एवरेज लाइफ एक्सपेक्टेन्सी (जीवित रहने की संभावना) भारत से बेहतर है। चीन में पुरुषों की औसत उम्र 76 साल और महिलाओं की औसत उम्र 82 साल है। वहीं भारत में पुरुषों की औसत उम्र 74 साल और महिलाओं की औसत उम्र सिर्फ 71 साल है।

UNFPA इंडिया के प्रतिनिधि ने कहा कि भारत एक शक्तिशाली देश है। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आर्थिक विकास के मामले में यह लगातार आगे बढ़ रहा है। हम तकनीकी मामले में हर रोज नए-नए रिकॉर्ड्स बना रहे हैं।

2022 में जारी एक रिपोर्ट में चीन के मुकाबले भारत की आबादी से जुड़े अनुमान सामने आए थे। 
2022 में जारी एक रिपोर्ट में चीन के मुकाबले भारत की आबादी से जुड़े अनुमान सामने आए थे।
चीन में 65 साल से ज्यादा उम्र वाले भारत से दोगुने
भारत में 14 साल तक की उम्र वाली 25% यानी करीब 35 करोड़ आबादी है। चीन में यह आंकड़ा 17% यानी 24 करोड़ है।
भारत में 15 से 64 साल उम्र वाले 68% यानी करीब 97 करोड़ लोग हैं। चीन में यह आंकड़ा 69% यानी 98 करोड़ है।
भारत में 65 साल से ज्यादा उम्र के 7% यानी करीब 10 करोड़ लोग हैं। वहीं, चीन में यह आंकड़ा 14% यानी करीब 20 करोड़ है।
जनसंख्या कब बढ़ी, इसकी जानकारी नहीं
आंकड़े जारी करने के बाद UNFPA की मीडिया ए़डवाइजर एना जेफरीज ने कहा- ये साफ नहीं है कि भारत की जनसंख्या चीन से कब आगे निकली। दोनों देशों के आंकड़े जारी करने के समय में काफी अंतर है तो इसका अनुमान लगाना मुश्किल है। हम यही बता सकते हैं कि चीन की जनसंख्या पिछले साल पीक पर थी जिसके बाद इसमें साढ़े 8 लाख की गिरावट आई थी। वहीं इसके उलट भारत में पॉपुलेशन लगातार बढ़ रही है।
June 11, 2023

*भारत लगातार दूसरी बार WTC फाइनल हारा:कंगारुओं ने 209 रन से हराया, ऑस्ट्रेलिया सभी ICC ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम बनी*

*भारत लगातार दूसरी बार WTC फाइनल हारा:कंगारुओं ने 209 रन से हराया, ऑस्ट्रेलिया सभी ICC ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम बनी*
सिराज का विकेट सेलिब्रेट करते ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी। यहां ऑस्ट्रेलिया दुनिया की सबसे सफल टीम बनी।
टीम इंडिया लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच हार गई है। टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 209 रनों से हराया। 444 रन का टारगेट चेज करते हुए भारतीय टीम आखिरी दिन के पहले सेशन में 234 पर ऑलआउट हो गई। दूसरी पारी में भारत का कोई बैटर 50+ का स्कोर नहीं कर सका। विराट कोहली (49 रन) टॉप स्कोरर रहे।

लंदन के द ओवल मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 270/8 के स्कोर पर घोषित की और भारत को जीत के लिए 444 रन का टारगेट दिया। भारतीय टीम पहली पारी में 296 रन पर ऑलआउट हो गई, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 469 रन ऑलआउट हुई थी।

देखें भारत-ऑस्ट्रेलिया फाइनल मैच का स्कोरकार्ड
पहले ग्राफिक में देखिए ऑस्ट्रेलिया की ICC ट्रॉफी...
अब कुछ पॉइंट्स में देखिए शुरुआती चार दिनों का खेल...पहला दिन...ऑस्ट्रेलिया 327/3, शतकवीर हेड-स्मिथ नाबाद लौटे पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने तीन विकेट पर 327 रन बनाए थे। टीम की ओर ट्रेविस हेड 146 और स्टीव स्मिथ 95 रन पर नाबाद लौटे। पढ़ें मैच रिपोर्ट
दूसरा दिन...भारत का टॉप ऑर्डर फेल, कोई 20 का आंकड़ा पार नहीं कर सका 469 रन के स्कोर के जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहले तो रोहित और गिल ने कुछ अच्छे शॉट्स दिखाए, लेकिन दोनों ओपनर्स अपनी पारी को बढ़ा नहीं सके। पहले रोहित शर्मा 15 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने। फिर गिल भी 13 रन के निजी स्कोर पर रोहित के पीछे-पीछे चल दिए। यहां पुजारा और कोहली से उम्मीदें थीं, लेकिन ये दोनों दिग्गज भी 14-14 रन बनाकर चलते बने। 71 पर चार विकेट गंवाने के बाद रहाणे-जडेजा ने 100 बॉल पर 71 रन की पार्टनरशिप कर कुछ देर भारतीय पारी को बिखरने से रोका। जडेजा अर्धशतक से महज दो रन दूर थे, तभी लायन ने उन्हें स्मिथ के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। पढ़ें मैच रिपोर्ट
तीसरा दिन...जडेजा-ठाकुर ने फॉलोऑन से बचाया तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर 296 रनों की लीड बनाई थी। टीम ने स्टंप्स तक दूसरी पारी में 4 विकेट पर 123 रन बनाए थे। मार्नस लाबुशेन 41 और कैमरन ग्रीन 7 रन पर नाबाद थे। इससे पहले, भारत पहली पारी में 296 रनों पर ऑलआउट हुआ था। पढ़ें पूरी खबर
चौथा दिन...भारत जीत से 280 रन दूर शनिवार को कंगारुओं ने 123/4 के स्कोर से चौथे दिन की शुरुआत की। विकेटकीपर एलेक्स कैरी 66 रन बनाकर नाबाद लौटे, जबकि मार्नस लाबुशेन और मिचेल स्टार्क ने 41-41 रन बनाए। भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने तीन, मोहम्मद शमी और उमेश यादव को दो-दो विकेट मिले। पढ़ें गिरे भारत के विकेट
June 11, 2023

*नारनौल में क्रेशरों पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा:धोलेड़ा में सांसद-विधायक के आने पर लगाई रोक; चुनाव के बहिष्कार की दी धमकी*

*नारनौल में क्रेशरों पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा:धोलेड़ा में सांसद-विधायक के आने पर लगाई रोक; चुनाव के बहिष्कार की दी धमकी*
धोलेड़ा में सिर पर काली पट्‌टी बांध कर रोष जताते ग्रामीण।
हरियाणा के नारनौल के पास लगते धोलेडा गांव में चल रहे क्रेशरों को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। रविवार को इनके विरोध में हुई महापंचायत में फैसला लिया गया कि जब तक सरकार व प्रशासन यहां से क्रेशर बंद नहीं करते, तब तक सरकार के किसी नुमाइंदे सांसद व विधायक को गांव धोलेडा में घुसने नहीं दिया जाएगा। आने वाले चुनावों का बहिष्कार कर ग्रामीण वोट भी नहीं डालेंगे। युवाओं ने काटी पट्‌टी बांध कर रोष जताया

धोलेड़ा में हुई महापंचायत की अध्यक्षता इंजीनियर तेजपाल ने की। इस मौके पर अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे। महापंचायत में काली पट्टी सिर पर बांधकर विरोध जताया गया। बता दें कि गांव धोलेडा में अनेक क्रेशर बने हुए हैं। इन क्रेशर के कारण यहां के लोगों का जीना दूभर हो गया है। गांव में फसलें नष्ट होने लगी हैं। पूरा दिन धूल मिट्टी उड़ती रहती है।
धोलेड़ा की पंचायत में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति।
एनजीटी के आदेशों पर अमल नहीं

इन्हीं समस्याओं से परेशान इंजीनियर तेजपाल ने एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने जिला महेंद्रगढ़ व दादरी जिला के 70 स्टोन क्रेशर पर करोड़ों रुपए का जुर्माना लगाकर इनको बंद करवाने का आदेश दिए थे। लेकिन इन आदेशों के बावजूद भी सरकार व जिला प्रशासन यहां से क्रेशर बंद नहीं करवा पाई। इसके विरोध में रविवार को महापंचायत का आयोजन किया गया।

पंचायत में लगाए प्रशासन पर आरोप

महापंचायत को संबोधित करते हुए इंजीनियर तेजपाल ने कहा कि क्रेशर संचालकों से मिलीभगत करके प्रशासन सरकार इनको बंद नहीं करवा रहा। एनजीटी वह सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना भी नहीं की जा रही। जिसके कारण यहां के लोगों का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि यहां के ग्रामीण रोजाना घुट घुट कर मरने को मजबूर है। जिसके कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जबकि सरकार व प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा तथा कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं।
काली पट्टी सर पर बांधकर जताया विरोध

महापंचायत में शामिल लोगों ने काली पट्टी सर पर बांध कर अपना विरोध जताया तथा सरकार को चेताया की अगर समय रहते आवश्यक कार्यवाही नहीं हुई तो वह मजबूर होकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
June 11, 2023

*पुलिस ने 2 पहलवानों से बृजभूषण के खिलाफ सबूत मांगे:कहा- यौन शोषण के फोटो, वीडियो और ऑडियो दें; 15 को दाखिल होगी ।*

*पुलिस ने 2 पहलवानों से बृजभूषण के खिलाफ सबूत मांगे:कहा- यौन शोषण के फोटो, वीडियो और ऑडियो दें; 15 को दाखिल होगी चार्जशीट*
ये तस्वीर पहलवानों के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान की है। जिसमें विनेश फोगाट मीडिया से बात कर रही हैं। उनके साथ बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक भी हैं।
ये तस्वीर पहलवानों के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान की है। जिसमें विनेश फोगाट मीडिया से बात कर रही हैं। उनके साथ बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक भी हैं।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण पर आरोप लगाने वाली 2 महिला पहलवानों से यौन शोषण के फोटो और ऑडियो-वीडियो सबूत मांगे हैं। दिल्ली पुलिस को इस केस में 15 जून तक कोर्ट में चार्जशीट पेश करनी है।

पुलिस ने पहलवानों से मांगे ये सबूत...
1. यौन शोषण की घटनाओं की तारीख और समय, WFI कार्यालय में उनकी यात्राओं की अवधि।
2. पहलवानों के रूममेट्स की पहचान और संभावित गवाह, खासकर अगर वे उस समय विदेश में थे।
3. उस होटल की जानकारी, एक पहलवान बृजभूषण के कार्यालय के दौरान रुकी थी।
4. एक पहलवान और उसके रिश्तेदार से धमकी भरे फोन कॉल के बारे में जानकारी मांगी। कोई भी वीडियो, फोटोग्राफ, कॉल रिकॉर्डिंग या वॉट्सऐप चैट देने को कहा गया है।
बृजभूषण पर 2 FIR दर्ज हैं। एक केस बालिग महिला पहलवानों की शिकायत पर है। जिसमें बृजभूषण पर छेड़छाड़ से लेकर जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश के आरोप हैं। दूसरा केस नाबालिग पहलवान की शिकायत पर है। जो पहले POCSO एक्ट के तहत दर्ज हुआ था। अब नाबालिग पहलवान व उसके पिता ने यौन शोषण के बयान वापस लेकर सिर्फ भेदभाव की बात कही है।

बृजभूषण आज उत्तर प्रदेश में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। बृजभूषण गोंडा के बलपुर इलाके में स्थित रघुराज शरण सिंह डिग्री कॉलेज में रैली कर रहे हैं। यह डिग्री कॉलेज बृजभूषण ही चलाते हैं।

साक्षी ने कहा- समझौता करने के लिए धमकी मिल रही
बीते कल सोनीपत में आयोजित पंचायत में बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक पहुंचे थे।
साक्षी मलिक ने भी बताया कि पहलवानों के पास धमकी भरी कॉल्स आ रही हैं। बजरंग को कॉल कर कहा गया है कि वह बिक जाए, टूट जाए। कहा जा रहा है कि समझौता कर लो। नहीं तो पूरा करियर खत्म हो जाएगा। अब हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे, जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा।
पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने शनिवार को सोनीपत खाप पंचायत में क्लियर कर दिया है कि अगर 15 जून तक बृजभूषण गिरफ्तार नहीं हुए तो 16 या 17 जून को बड़ा फैसला लेकर तमाम संगठनों के साथ फिर से आंदोलन करेंगे। इसके बाद प्रदर्शन भी दोबारा शुरू किया जाएगा।

बृजभूषण ने मोदी सरकार के 9 साल होने पर कार्यक्रम रखा, नेताओं को बुलाया
बृजभूषण ने मोदी सरकार के 9 साल के मौके पर कार्यक्रम के आयोजन की बात कर पार्टी को इसमें शामिल होने का न्योता दे दिया है। कैसरगंज लोकसभा सीट के दायरे में आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा विधायकों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।

इसके अलावा समर्थकों, पार्टी कार्यकर्ताओं, भाजपा पदाधिकारियों, ग्राम प्रधान, ब्लॉक प्रमुख से लेकर आम लोगों को इस रैली में बुलाया गया है। रैली में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को आमंत्रित किया गया है।
भाजपा हाईकमान के कहने पर नहीं की थी अयोध्या में महारैली
बृजभूषण शरण सिंह की ओर से इससे पहले अयोध्या में 5 जून को रैली बुलाई गई थी। इस रैली में अयोध्या के संतों को आमंत्रित किया गया था। बृजभूषण अपने आक्रामक अंदाज और हिंदुत्ववादी छवि के लिए जाने जाते हैं। हालांकि अयोध्या में उन्हें रैली की इजाजत नहीं मिली। उस समय पहलवानों का प्रदर्शन उफान पर था। सूत्रों के मुताबिक भाजपा हाईकमान के कहने पर ये रैली रद्द कर दी गई थी।

अब गोंडा में रैली कर बृजभूषण अपना शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में भाजपा के गोंडा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का कहना है कि पार्टी की ओर से गोंडा में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बृजभूषण शरण सिंह को भी बतौर सांसद आमंत्रित किया गया। उन्होंने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ कोर्ट में मामला चल रहा है। जांच जारी है। उस विषय में हमें कुछ नहीं कहना है।
बृजभूषण का प्रभाव यूपी की कई सीटों पर
भारतीय जनता पार्टी बृजभूषण के मामले में काफी सावधानी बरत रही है। दरअसल, बृजभूषण का प्रभाव न केवल गोंडा बल्कि बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती सहित पड़ोसी जिलों में भी काफी ज्यादा है। ऐसे में पार्टी उन्हें दरकिनार नहीं करने का जोखिम उठा रही है।

चर्चा है कि कि जब तक सांसद के खिलाफ जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक पार्टी उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं कर सकती है। गोंडा और आसपास के जिलों के स्थानीय विधायक भी छह बार लोकसभा सांसद रह चुके बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में हैं।
June 11, 2023

*मार्बल मार्केट के पास क्षेत्रवासियों के साथ प्रदर्शन:आप नेता बोले- शिवरात्रि से 10 दिन पहले सनौली रोड नहीं बना तो खुद ही बनवाएंगे*

*मार्बल मार्केट के पास क्षेत्रवासियों के साथ प्रदर्शन:आप नेता बोले- शिवरात्रि से 10 दिन पहले सनौली रोड नहीं बना तो खुद ही बनवाएंगे*
आप नेता बोले- शिवरात्रि से 10 दिन पहले सनौली रोड नहीं बना तो खुद ही बनवाएंगे|
मार्बल मार्केट के पास टूटी सड़क पर रोष जताते आप नेता व कार्यकर्ता।
सनाैली राेड पर उग्राखेड़ी चाैक के पास मार्बल मार्केट में करीब 9 साल से गंदा पानी भरने से लाेगाें काे काफी परेशानियाें का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर शनिवार काे आप नेताओं ने स्थानीय लाेगाें के साथ प्रदर्शन किया।

कहा कि पिछले साल खुद ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा ने सनाैली राेड पर पहुंच 2 माह में सड़क निर्माण कराने का भराेसा दिलाया था। आज तक निर्माण शुरू हाेना ताे दूर गड्ढे भी नहीं भरवाए हैं। प्रदर्शनकारियाें ने चेतावनी दी कि शिवरात्रि से 10 दिन पहले तक सनाैली राेड का निर्माण नहीं हुआ ताे वह खुद चंदा जमा कर सड़क बनवाएंगे। ताकि कांवड़ियाें काे परेशानी न हाे।

आप नेता राकेश चुघ ने कहा कि पिछले साल भी विराेध प्रदर्शन किया था। तब ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा ने 2 माह में निर्माण कराने का भराेसा दिलाया था। आज एक साल हाे गया, लेकिन काेई काम नहीं हुआ। पिछले साल भी आप कार्यकर्ताओं ने सड़क पर मिट्टी डलवाई थी, ताकि कावड़ियाें काे दिक्कतें न हाे। प्रदेश संयुक्त सचिव सुखबीर सिंह मलिक ने कहा कि पानीपत के विधायक और सांसद पवित्र गंगाजल लेकर चले कावड़ियाें काे सनाैली राेड के कीचड़ से गुजारकर अपवित्र करते हैं।

आराेप लगाया कि भाजपा सांसद संजय भाटिया व ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा सनाैली राेड निर्माण पर काेई ध्यान नहीं दे रहे। इस अवसर पर नीलम प्रणामी, रेखा, रामरती, सोनिया, पूजा, उग्राखेड़ी सरपंच के पति सुधीर, रामनिवास, राजकुमार मुंडे, देवन सलूजा, दीपक बग्गा व मनमोहन सिंह माैजूद रहे।*
June 11, 2023

*पिपली में महापंचायत से पहले किसानों को नोटिस:टिकैत बोले- पुलिस-प्रशासन गलतफहमी में न रहे; न रुकेंगे और न गिरफ्तारी देंगे*

*पिपली में महापंचायत से पहले किसानों को नोटिस:टिकैत बोले- पुलिस-प्रशासन गलतफहमी में न रहे; न रुकेंगे और न गिरफ्तारी देंगे*
हरियाणा के शाहाबाद में लाठी चार्ज के किसानों ने पिपली (कुरुक्षेत्र) में कल 12 जून को महापंचायत बुलाई है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत समेत हरियाणा, यूपी और पंजाब के तमाम किसान नेता शामिल होंगे। किसान MSP और गुरनाम सिंह चढूनी समेत जेल में बंद अन्य किसान नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अफवाह चल रही है कि हरियाणा में पुलिस किसानों को रोकने का प्रयास करेगी। पुलिस-प्रशासन और किसान गलतफहमी में न रहे। यह 28 तारीख नहीं है। न किसान रुकेगा और न गिरफ्तारी देगा।

टिकैत ने कहा कि सभी महापंचायत में विचार-विर्मश करके आगामी रणनीतिक तैयार करेंगे। किसान पिपली में MSP पर फैसला लेंगे। हमारे किसान जेल में बंद हैं।
पुलिस ने कहा- कानून व्यवस्था भंग हो सकती, नेता बोले- हरम पीछे नहीं हटेंगे
किसान संगठनों ने महापंचायत को सफल बनाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाया हुआ है। उधर, पुलिस प्रशासन ने किसान नेताओं के घर नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। नोटिस में लिखा गया है कि आप पिपली महापंचायत में शामिल होंगे, जिससे यातायात अवरुद्ध हो सकता है और कानून व्यवस्था भंग हो सकती है। आपको हिदायत दी जाती है कि आप कानून व्यवस्था बना कर रखें और 11 जून को अपना लिखित में जवाब/बयान दर्ज कराएं।

किसानों के पास भेजे नोटिस।
सरकार के आगे झुकेंगे नहीं किसान
उधर, BKU चढूनी ग्रुप, BKU शहीद भगत सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों के नेताओं का कहना है कि वे सरकार के आगे झुकेंगे नहीं। सोमवार को पिपली में महापंचायत कर आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया जाएगा।

किसान MSP के साथ जेल में डाले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत अन्य किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। किसानों पर हत्या के प्रयास का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन किसान अब पीछे नहीं हटेंगे।
June 11, 2023

*सोनीपत में CM मनोहर लाल का बड़ा ऐलान:सब्जी उत्पादक स्थानीय किसानों को 2024 से 5 रुपए प्रति-एकड़ देंगे; करोड़ों के कार्यों का शिलान्यास*

*सोनीपत में CM मनोहर लाल का बड़ा ऐलान:सब्जी उत्पादक स्थानीय किसानों को 2024 से 5 रुपए प्रति-एकड़ देंगे; करोड़ों के कार्यों का शिलान्यास*
सब्जी उत्पादक स्थानीय किसानों को 2024 से 5 रुपए प्रति-एकड़ देंगे; करोड़ों के कार्यों का शिलान्यास|
सीएम मनोहर लाल सोनीपत में 3 हजार करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास करने पहुंचे।
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने रविवार को सोनीपत के गन्नौर में जीटी रोड के साथ 537 एकड़ में बन रही एशिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट में 2600 करोड़ रुपए से कराए जाने वाले कार्यों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मंडी में लगने वाली हर एक ईंट न केवल हरियाणा के बल्कि जम्मू कश्मीर से लेकर दिल्ली तक के किसान भाइयों और व्यापारियों को मजबूत करेगी। सीएम ने कई अन्य जिलों के लिए मंजूर प्रोजेक्टों की आधारशीला भी रखी। 

सीएम ने किसानों को दी सौगात

सीएम मनोहर लाल ने सोनीपत के गन्नौर क्षेत्र के सब्जी उत्पादक किसानों के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अभी यहां 3 हजार एकड़ में सब्जी बिजाई होती है। किसान ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र में सब्जी की बिजाई करें। पानी आदि की जो भी समस्या है, उसका समाधान सरकार करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि 3 हजार एकड़ से ज्यादा में अब सब्जी बिजाई करने वाले जो भी किसान होंगे, सरकार उनको 2024 से प्रति एकड़ 5 हजार रुपए की सहायता देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को ये मदद 3 साल तक दी जाएगी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे यहां आधी से ज्यादा जमीन पर सब्जी की बिजाई करें। सरकार उनका पूरा ख्याल रखेगी।

सीएम मनोहर लाल लोगों को संबोधित करते हुए।
एशिया की सबसे बड़ी मंडी- मनोहर लाल

सीएम मनोहर लाल ने लोगों को संबोधित कर रहे हैं। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि एशिया में इतनी बड़ी मंडी और कहीं नहीं है। हरियाणा में बहुत बड़ी मंडी बनने जा रही है। अभी तक सब्जी उत्पादक किसान आजादपुर की मंडी पर निर्भर हैं। आजादपुर की मंडी अभी तक सबसे बड़ी है। लेकिन वहां जाते हुए किसान भीड़ में फंस जाए तो घंटों घंटे निकल नहीं पाते। कई बार तो सब्जी फल बेचने की बारी तक नहीं आती। फल सब्जी के लिए खुला स्थान चाहिए और इसके लिए गन्नौर में एशिया की सबसे बड़ी मंडी सरकार बनाने जा रही है।

कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम और सभा का दृश्य।
सीएम ने कहा कि मंडी बनने के बाद हरियाणा की आर्थिक स्थित और ज्यादा मजबूत होगी। प्रदेश के युवाओं किसानों के लिए रोजगार बड़े अवसर खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने कई विकास योजनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। भारत ही नहीं बल्कि एशिया की सबसे बड़ी मंडी में विकास कार्य का शुभारंभ करते हुए उनको भी बड़ा खुशी का आभास हो रहा है।
गन्नौर मंडी में सीएम मनोहर लाल, कृषि मंत्री जेपी दलाल, सांसद रमेश कौशिक, एमएलए मोहनलाल बड़ौली व अन्य।
कृषि मंत्री का कांग्रेस पर वार

कार्यक्रम में कृषि मंत्री जेपी दलाल लाेगाें को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा पूरे देश में सबसे ज्यादा अन्न देने वाला देश है। कृषि मंत्री ने कहा कि फसलों पर सबसे ज्यादा एमएसपी देने वाला स्टेट हरियाणा है।ज्यादा से ज्यादा किसानों की फसलें खरीदी गई। किसानों के नुकसान की भरपाई भावांतर योजना से की गई।

कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते कृषि मंत्री जेपी दलाल। मंच पर सीएम व अन्य। 
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते कृषि मंत्री जेपी दलाल। मंच पर सीएम व अन्य।
जेपी दलाल ने कहा कि भाजपा सरकार से पहले कि सरकार के राज में किसानों को फसल नुकसान के तौर पर केवल 164 करोड रुपए दिए गए थे। भाजपा सरकार में साढ़े 7 हजार करोड़ रुपए किसानों के खाते में दिया गया है। फिर भी कांग्रेसी भाई कहते हैं कि वह हमसे ज्यादा किसान हितैषी हैं। यह केवल किसानों को गुमराह करने के लिए कहा जा रहा है। कांग्रेस ने अपने 10 साल के राज में किसानों को 1158 करोड़ रुपए का मुआवजा जारी किया, वहीं भाजपा 2014 से अब तक किसानों को 4083 करोढ़ रुपए का मुआवजा दे चुकी है।
सीएम के कार्यकम में महिलओं व पुरुषों से पंडाल फुल हो गया है। समारोह स्थल पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सीएम मंडी में विकास कार्यों का शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित करेंगे। कृषि मंत्री जेपी दलाल, सांसद रमेश कौशिक के अलावा अन्य मंत्री व विधायक कार्यक्रम में पहुंचेंगे।

सीएम के कार्यक्रम में उपस्थित महिलाएं।
अन्य जिलों के प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास

सीएम मनोहर लाल गन्नौर से ही अन्य कई जिलों के प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास करेंगे। इसमें वेजिटेबल मार्केट बहल भिवानी, न्यू अनाज मंडी भिवानी लोहारू, द लॉक मेंट ऑफ मुनक परचेज सेंटर व सब यार्ड करनाल, सिरसा में अनाज मंडी ,सब्जी मंडी, लाखर मंडी के डेवलपमेंट कार्य, परचेज सेंटर गांव कनवर पुरा सिरसा व शेरपुरा सिरसा में परचेज सेंटर का शिलान्यास करेंगे।

बता दें कि करीब 10 साल से इस भारतीय अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मार्केट (आईआईएचएम) को लेकर काम चल रहा है, लेकिन एशिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट का निर्माण सिरे नहीं चढ़ पा रहा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज यहां कार्यों को गति देने आ रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ये सुविधाएं
1200 दुकानें एयर कंडीशनिंग के साथ 3 शेड
सामग्री प्रबंधन निपटान, साफ-सफाई, ई-नीलामी आदि के लिए मॉडर्न सुविधाएं
8120 वर्गमीटर क्षेत्र में किसान विश्राम गृह
40055 वर्गमीटर क्षेत्र में कोल्ड स्टोरेज राइपिनिंग चेंबर
26.815 वर्गमीटर क्षेत्र में धुलाई वेडिंग टाई जन और पैक हाउस की सुविधा
20,500 वर्गमीटर क्षेत्र में प्रोसेसिंग यूनिट्स, दुकानें, कार्यालय, मार्केट और वेयरहाउस की सुविधा

सीएम के कार्यक्रम में पहुंची भीड़।
IIHM में करीब 2600 करोड़ रुपए की लागत से कई काम होने हैं, जिनका शुभारंभ रविवार को सीएम करेंगे। यहां लगभग डेढ़ दर्जन नये शेड बनाये जाएंगे। विशेष रूप से फूल मार्केट, मत्स्य मार्केट व किसानों के लिए अलग से शेड की योजना है। हरियाणा इंटरनेशनल होर्टिकल्चर मार्केटिंग कॉर्पोरेशन (एचआईएचएमसी) के निदेशक टीएल सत्यप्रकाश ने कहा कि यहां बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारी है।
मार्केट परिसर में किसानों के लिए विश्राम गृह का निर्माण भी किया जाएगा। साथ ही रिटेल जोन विकसित होगा। इसमें मोबाइल रिटेलिंग, मार्केटिंग व्हील, मिनी स्टॉल्स, बूथ, स्टोर और ख्याति प्राप्त ब्रांड्स की दुकानें शामिल रहेंगी। परिसर में कैब सर्विस और टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था भी की जाएगी। यहां वर्कशॉप (सर्विस स्टेशन) तथा संस्थानों के लिए जगह की उपलब्धता व बिल्डिंग निर्माण, पुलिस स्टेशन व फायर स्टेशन तथा डोरमैट्री और कर्मचारी आवास भी बनेंगे।

कड़ी सुरक्षा के बीच लोग पंडाल में पहुंचे।
2014 में हुआ था शिलान्यास

दिल्ली-करनाल जीटी रोड पर सोनीपत के गन्नौर में नेशनल हाईवे-44 पर स्थित अंतरराष्ट्रीय फल एवं फूल सब्जी बागवानी मार्केट प्रदेश वासियों के लिए सपना बनी हुई है। इसका शिलान्यास वर्ष 2014 में कांग्रेस राज में राहुल गांधी ने किया था। अब करीब 10 साल हाेने को हैं, लेकिन इसके काम अधर में लटके हैं। 2020 में काम शुरू होना था, लेकिन तक टेंडर रद्द कर दिया गया।

अब एक बार फिर आस जताई जा रही है कि मंडी का निर्माण कार्य पूरा होगा। 11 जून को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंडी में विकास कार्यों की आधारशिला रखेंगे।

2 साल में निर्माण होगा पूरा

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री दलाल ने कहा कि आईआईएचएम पिछले लंबे समय की परियोजना है, जिसे अब सुचारु रूप से संचालित किया जाएगा। इसके लिए 2600 करोड़ रुपए का टेंडर किया गया है। विभिन्न कार्य किये जायेंगे। इन कार्यों का शुभारंभ करने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल आयेंगे। कार्यों को पूर्ण करने की समयावधि 2 वर्ष की रखी गई है। उन्होंने कहा कि मंडी शुरू होने पर यहां 30-40 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा। साथ में हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
June 11, 2023

*जज बोले- 17 साल में मां बनती थीं लड़कियां:शुक्रिया उस छोटी सी गोली का, वर्ना हम बच्चा पैदा करने की मशीन बने रह जाते*

*कीजज बोले- 17 साल में मां बनती थीं लड़कियां:शुक्रिया उस छोटी सी गोली का, वर्ना हम बच्चा पैदा करने की मशीन बने रह जाते*
शुक्रिया उस छोटी सी गोली का, वर्ना हम बच्चा पैदा करने की मशीन बने रह जाते|DB ओरिजिनल,DB 
पूरी दुनिया में ज्ञान-विज्ञान और बौद्धिक संपदा को सहेजे जाने का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। सिर्फ आधुनिक विज्ञान की बात करें तो उसका इतिहास भी कम से कम ढाई सौ साल पुराना है, लेकिन अगर आप ये सवाल पूछेंगे कि इस ज्ञान-विज्ञान में स्त्रियों की हिस्‍सेदारी और साझेदारी का इतिहास कितना पुराना है तो दोनों हाथों की सारी उंगलियां भी ज्‍यादा ही पड़ जाएंगीं।

आधे दशक से थोड़ा ज्‍यादा। बमुश्किल साठ दशक पुराना। हालांकि शिक्षा में, ज्ञान में औरतों की हिस्‍सेदारी का एक और कनेक्‍शन है जो अधिकांश लोगों की नजरों से अनदेखा ही रह जाता था। तीन साल पहले 2020 में कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल्‍स यानी गर्भनिरोधक गोलियों के आविष्‍कार के 60 बरस पूरे हुए थे।

अब आप सोचेंगे कि शिक्षा और ज्ञान-विज्ञान में स्त्रियों की हिस्‍सेदारी का गर्भनिरोधक गोलियों के साथ क्‍या कनेक्‍शन है। तो इस कनेक्‍शन को समझने के लिए हमें हार्वर्ड की एक स्‍टडी तक जाना होगा।
क्लॉडिया गोल्डिन और लॉरेंस काट्ज हार्वर्ड की दो रिसर्च स्कॉलर थीं। उनकी एक ऐतिहासिक स्‍टडी है जिसका नाम है- द पावर ऑफ द पिल। अपने शोध में इन दोनों ने पाया कि 1960 में गर्भनिरोधक गोलियों के आविष्‍कार के बाद अगले दस सालों में अचानक कॉलेजों में लड़कियों की हिस्‍सेदारी का ग्राफ खरगोश की गति से ऊपर की ओर भागा।

इतना ही नहीं नौकरियों में भी उनकी हिस्‍सेदारी तेज गति से बढ़ने लगी।

ये मजाक नहीं था। शुरू में कोई ढंग से कनेक्‍शन बैठा भी नहीं पा रहा था कि इन दस सालों में आखिर ऐसा हुआ क्‍या था।

हुआ ये था कि गर्भनिरोधक गोली ने लड़कियों को विवाह और अनचाहे गर्भ की बाध्‍यता से मुक्ति दिला दी थी। शादी और गर्भावस्‍था महिलाओं की प्रगति की राह में सबसे बड़ी दीवार थी।
अधिकांश लड़कियां शादी के बाद सिर्फ तुरंत गर्भ धारण कर लेने, मां बन जाने या नए जन्‍मे बच्‍चे की जिम्‍मेदारियों के बोझ के कारण अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पाती थीं। एक छोटी सी गोली ने उन्‍हें इस अनचाहे गर्भ से मुक्ति दिला दी थी।

गुजरात हाईकोर्ट के जज समीर दवे निश्चित ही इतिहास के इस अध्‍याय से पूरी तरह अनजान रहे होंगे, जब वो 16 साल की एक लड़की के अनचाहे गर्भ पर अपने विचार व्‍यक्‍त करते हुए नारीवाद और विज्ञान का इतिहास कोट करने की बजाय मनुस्‍मृति को कोट कर रहे थे।

गुजरात की एक 16 साल की बच्‍ची अनचाहे गर्भ की चपेट में आ गई। वो गर्भपात के जरिए इस जिम्‍मेदारी से मुक्‍त होना चाहती थी, जिसने पिता के जरिए (चूंकि लड़की अभी नाबालिग है) न्‍यायालय का दरवाजा खटखटाया ताकि उसे गर्भपात की अनुमति मिल सके, लेकिन उसे यह अनुमति देने के बजाय जस्टिस समीर दवे ने कहा, “जाओ, जाकर अपनी मां और दादी-नानी से पूछो। वो तुम्‍हें बताएंगीं कि पहले के समय में 14 से 16 साल की उम्र में लड़कियों की शादी हो जाती थी और 17 साल की होते-होते वो कम से कम एक बच्‍चे की मां बन जाती थीं।”
तो बेसिकली ये समझने और इस बात के प्रति संवेदनशीलता बरतने कि एक 16 साल की लड़की का इतनी कम उम्र में अनचाहे गर्भ की चपेट में आ जाना, बच्‍चे को जन्‍म देना, मां बनना जीवन भर की त्रासदी होगी, जज सा‍हब बच्‍ची को ज्ञान दे रहे थे कि पुराने जमाने में ऐसा ही होता था और ऐसा होना बिल्कुल नॉर्मल बात है।

जज साहब ने ये नहीं बताया कि तुम्‍हारी दादी-नानी और उनकी दादी-नानी, जो 13-14 साल की उम्र में उनकी सहमति और मर्जी के खिलाफ किसी के भी साथ ब्‍याह दी जाती थीं, वो आजीवन गुलामों जैसा जीवन बिताती थीं। उन्‍हें कभी स्‍कूल जाने, पढ़ने, शिक्षा पाने और अपने पैरों पर खड़े होने का मौका नहीं मिलता था।

वो सिर्फ घर के काम करने वाली नौकरानी, पति को यौन सुख देने वाली दासी और बच्‍चा पैदा करने वाली मशीन होती थीं। उनकी पूरी जिंदगी में उनसे कभी किसी ने किसी मामले में उनकी मर्जी नहीं पूछी थी। उन्‍होंने चार बच्‍चे पैदा किए हों या चौदह, ये फैसला उनका नहीं होता था। वो बुढ़ापे में क्रोधी, चिड़चिड़ी, सतत नाराज और गुस्‍सैल कर्कशा में बदल जाती थीं।
जज साहब सिर्फ 17 की उमर में बच्‍चा पैदा करके धर देने का गुणगान कर रहे थे। उसके आसपास की कहानी नहीं बता रहे थे।

ये बात अगर घर की किसी दादी-नानी ने कही होती, दुआरे पर बैठकर हुक्‍का गुड़गुड़ा रहे दादा ने कही होती तो ये इतनी बड़ी बात नहीं होती। ये इतनी बड़ी बात इसलिए है क्‍योंकि यह अगले दिन सभी प्रमुख अखबारों की बड़ी खबर थी. क्‍योंकि इसे कहने वाला हाईकोर्ट का एक जज है।

औरतों को अब तक जितनी भी आजादी, स्‍पेस, समता और अधिकार हासिल हुए हैं, उसका श्रेय किसे जाता है। उसका श्रेय समाज को, परिवारों को, बदलते हुए पुरुषों को नहीं जाता। उसका श्रेय जाता है सरकारों को, लोकतंत्र को, इस देश की लोकतांत्रिक संस्‍थाओं को, उनके श्रम को।

इसका श्रेय जाता है इस देश के संविधान और कानून को और उन लोगों को जिन्‍होंने ये कानून बनाए। इसका श्रेय जाता है इस देश की न्‍यायपालिका को और इसका श्रेय जाता है, विज्ञान की उन तमाम महान खोजों को, जिन्‍होंने औरत होने की त्रासदी को औरत होने की ताकत में बदल दिया।

संविधान में लिखा गया कि जेंडर के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा। इस देश के कानूनों ने कहा कि औरत और मर्द का हक बराबर है। समान वेतन का अधिकार, मातृत्‍व सुरक्षा का अधिकार, संपत्ति में बराबरी का अधिकार, सामाजिक सुरक्षा का अधिकार, यौन उत्‍पीड़न से सुरक्षा का अधिकार, दहेज उत्‍पीड़न से रक्षा का अधिकार, ये सारे अधिकार कानून ने दिए, न्‍यायपालिका ने दिए। न्‍यायालयों ने ये भरोसा दिया कि किसी संकट की स्थिति में उसका दरवाजा खटखटाया जा सकता है।

यह बात इतनी चिंताजनक और तकलीफदेह इसलिए है क्‍योंकि इसे कहने वाला मोहल्‍ले का अंकल नहीं, बल्कि न्‍यायपालिका का जज है। वो है, जो न्‍याय और बराबरी की हम औरतों की आखिरी उम्‍मीद है। यह रोशनी है, जो दुनिया के दिए अंधेरों में चमचमाती है। यह भरोसा है कि जब कोई नहीं होगा हमारे साथ तो कानून होगा। जब कुछ नहीं होगा तो सत्‍य होगा।

और क्‍यों न हो, आखिरकार एक मामूली सी गर्भनिरोधक गोली ने जो करिश्‍मा कर दिखाया था, वो न्‍याय और बराबरी के एक हजार स्‍लोगन भी नहीं कर पाए।
June 11, 2023

*मुख्यमंत्री मनोहर लाल कुछ देर बाद पहुंचेंगे सोनीपत:अंतरराष्ट्रीय मंडी में 2600 करोड़ के कार्यों का करेंगे शुभारंभ; महिलाएं-पुरुष पहुंचे, पंडाल फुल*

*मुख्यमंत्री मनोहर लाल कुछ देर बाद पहुंचेंगे सोनीपत:अंतरराष्ट्रीय मंडी में 2600 करोड़ के कार्यों का करेंगे शुभारंभ; महिलाएं-पुरुष पहुंचे, पंडाल फुल*
अंतरराष्ट्रीय मंडी में 2600 करोड़ के कार्यों का करेंगे शुभारंभ; महिलाएं-पुरुष पहुंचे, पंडाल फुल|
सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रम में पहुंचे पुरुष और महिलाएं।
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल कुछ देर बाद सोनीपत पहुंचने वाले हैं। वे गन्नौर में जीटी रोड के साथ 537 एकड़ में एशिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट में 2600 करोड़ रुपए से कराए जाने वाले कार्यों का शुभारंभ करेंगे। बाद में जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

कड़ी सुरक्षा के बीच लोगों को कार्यक्रम में एंट्र
कड़ी सुरक्षा के बीच लोगों को कार्यक्रम में एंट्री।
सीएम के कार्यकम में आम जन पहुंचना शुरू हो गए हैं। समारोह स्थल पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सीएम मंडी में विकास कार्यों का शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित करेंगे। कृषि मंत्री जेपी दलाल, सांसद रमेश कौशिक के अलावा अन्य मंत्री व विधायक कार्यक्रम में पहुंचेंगे।
सीएम के कार्यक्रम में उपस्थित लोग।
अन्य जिलों के प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास

सीएम मनोहर लाल गन्नौर से ही अन्य कई जिलों के प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास करेंगे। इसमें वेजिटेबल मार्केट बहल भिवानी, न्यू अनाज मंडी भिवानी लोहारू, द लॉक मेंट ऑफ मुनक परचेज सेंटर व सब यार्ड करनाल, सिरसा में अनाज मंडी ,सब्जी मंडी, लाखर मंडी के डेवलपमेंट कार्य, परचेज सेंटर गांव कनवर पुरा सिरसा व शेरपुरा सिरसा में परचेज सेंटर का शिलान्यास करेंगे।

बता दें कि करीब 10 साल से इस भारतीय अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मार्केट (आईआईएचएम) को लेकर काम चल रहा है, लेकिन एशिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट का निर्माण सिरे नहीं चढ़ पा रहा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज यहां कार्यों को गति देने आ रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ये सुविधाएं
1200 दुकानें एयर कंडीशनिंग के साथ 3 शेड
सामग्री प्रबंधन निपटान, साफ-सफाई, ई-नीलामी आदि के लिए मॉडर्न सुविधाएं
8120 वर्गमीटर क्षेत्र में किसान विश्राम गृह
40055 वर्गमीटर क्षेत्र में कोल्ड स्टोरेज राइपिनिंग चेंबर
26.815 वर्गमीटर क्षेत्र में धुलाई वेडिंग टाई जन और पैक हाउस की सुविधा
20,500 वर्गमीटर क्षेत्र में प्रोसेसिंग यूनिट्स, दुकानें, कार्यालय, मार्केट और वेयरहाउस की सुविधा
मार्केट में सीएम के प्रोग्राम की तैयारियों का जायजा लेने आए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कहा कि यहां 30-40 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा। हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा
मार्केट में सीएम के प्रोग्राम की तैयारियों का जायजा लेने आए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कहा कि यहां 30-40 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा। हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मार्केट में होंगे ये काम
IIHM में करीब 2600 करोड़ रुपए की लागत से कई काम होने हैं, जिनका शुभारंभ रविवार को सीएम करेंगे। यहां लगभग डेढ़ दर्जन नये शेड बनाये जाएंगे। विशेष रूप से फूल मार्केट, मत्स्य मार्केट व किसानों के लिए अलग से शेड की योजना है। हरियाणा इंटरनेशनल होर्टिकल्चर मार्केटिंग कॉर्पोरेशन (एचआईएचएमसी) के निदेशक टीएल सत्यप्रकाश ने कहा कि यहां बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारी है।

मार्केट परिसर में किसानों के लिए विश्राम गृह का निर्माण भी किया जाएगा। साथ ही रिटेल जोन विकसित होगा। इसमें मोबाइल रिटेलिंग, मार्केटिंग व्हील, मिनी स्टॉल्स, बूथ, स्टोर और ख्याति प्राप्त ब्रांड्स की दुकानें शामिल रहेंगी। परिसर में कैब सर्विस और टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था भी की जाएगी। यहां वर्कशॉप (सर्विस स्टेशन) तथा संस्थानों के लिए जगह की उपलब्धता व बिल्डिंग निर्माण, पुलिस स्टेशन व फायर स्टेशन तथा डोरमैट्री और कर्मचारी आवास भी बनेंगे।
एचआईएचएमसी के निदेशक टीएल सत्यप्रकाश व्यवस्था का जायजा लेते हुए।
2014 में हुआ था शिलान्यास

दिल्ली-करनाल जीटी रोड पर सोनीपत के गन्नौर में नेशनल हाईवे-44 पर स्थित अंतरराष्ट्रीय फल एवं फूल सब्जी बागवानी मार्केट प्रदेश वासियों के लिए सपना बनी हुई है। इसका शिलान्यास वर्ष 2014 में कांग्रेस राज में राहुल गांधी ने किया था। अब करीब 10 साल हाेने को हैं, लेकिन इसके काम अधर में लटके हैं। 2020 में काम शुरू होना था, लेकिन तक टेंडर रद्द कर दिया गया।

अब एक बार फिर आस जताई जा रही है कि मंडी का निर्माण कार्य पूरा होगा। 11 जून को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंडी में विकास कार्यों की आधारशिला रखेंगे।
2 साल में निर्माण होगा पूरा

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री दलाल ने कहा कि आईआईएचएम पिछले लंबे समय की परियोजना है, जिसे अब सुचारु रूप से संचालित किया जाएगा। इसके लिए 2600 करोड़ रुपए का टेंडर किया गया है। विभिन्न कार्य किये जायेंगे। इन कार्यों का शुभारंभ करने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल आयेंगे। कार्यों को पूर्ण करने की समयावधि 2 वर्ष की रखी गई है। उन्होंने कहा कि मंडी शुरू होने पर यहां 30-40 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा। साथ में हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
June 11, 2023

*फेरारी कंपनी की पूरी कहानी:कार खरीदने के लिए देनी पड़ती है एप्लीकेशन, एकमात्र कंपनी जिसके पास खुद का टेस्टिंग रेस ट्रैक*

*फेरारी कंपनी की पूरी कहानी:कार खरीदने के लिए देनी पड़ती है एप्लीकेशन, एकमात्र कंपनी जिसके पास खुद का टेस्टिंग रेस ट्रैक*
लक्जरी कारों का जिक्र फेरारी के बिना अधूरा है। इटली का यह लक्जरी ब्रांड अपनी स्पोर्ट्स कारों के लिए आज दुनियाभर में मशहूर है। इसकी स्पीड और इंजन की एक अलग आवाज इसकी पहचान है। इटली, यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी इसके सबसे बड़े मार्केट हैं।

यूरोप, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका को मिलाकर फेरारी हर साल 5 हजार से ज्यादा कारें बेचती है। फॉर्मूला वन रेसिंग में सबसे ज्यादा विनर ड्राइवर फेरारी के ही रहे हैं। अब तक 39 फेरारी के ड्राइवर विजता रह चुके हैं।

आज अमेरिका, भारत, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड अरब अमिरेट्स, सिंगापुर, सऊदी अरब, यूक्रेन, हांगकांग जैसे देशों में इसके स्टोर है। एक स्टार्टअप के रूप में शुरू हुई कंपनी का आज मार्केट कैप करीब 4.45 लाख करोड़ रुपए है। दुनिया की 25 सबसे तेज कारों में से फेरारी 16 वें नंबर पर आती है।

आज मेगा एम्पायर में जानिए फेरारी के एम्पायर बनने की कहानी…
शुरुआत: 1947 में एंजो फेरारी ने लॉन्च की 125 S नाम से पहली कार

फेरारी की कहानी शुरू होती है 1939 से। ये वही साल था जब दूसरा विश्व युद्ध शुरू हुआ था। कंपनी को शुरू करने वाले शख्स थे एंजो फेरारी। 1898 में पैदा हुए एंजो के परिवार का कारपेंट्री का बिजनेस था।

पर 1916 में इटैलियन फ्लू पेनडेमिक में उनके पिता अल्फ्रेडो और भाई अल्फ्रेडो जूनियर फेरारी की मौत हो गई। व्यवसाय खत्म हो गया। इस तरह परिवार की पूरी जिम्मेदारी एंजो पर आ गई। नौकरी की तलाश में एंजो ने पहले विश्व युद्ध में आर्मी जॉइन कर ली।
और इटैलियन आर्मी के थर्ड माउंटेन आर्टिलरी रेजिमेंटका हिस्सा बने। 1918 में एंजो खुद भी फ्लू पेनडेमिक की चपेट में आ गए। दूसरी तरफ इसी समय युद्ध खत्म हुआ और उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। नई नौकरी की तलाश में एंजो ने CMN नाम की एक कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में टेस्ट ड्राइवर का काम करने लगे।

वहां उनके मालिक ने उनकी ड्राइविंग स्किल्स को देखते हुए उन्हें कार रेस में ट्राई करने को कहा। इस तरह एंजो रेसिंग ड्राइवर बन गए। 1920 से 1939 के बीच उन्होंने कई ग्रैंड प्रिक्स रेस में कंपीट किया।

1932 में एंजो रेसिंग से इतर अल्फा रेस कार्स नाम की फ्रैक्टी बनाने और मैनेज करने में जुट गए। उन्होंने एक रेसिंग टीम भी बनाई। इसी समय से एंजो की बनाई गाड़ियों पर उछलते हुए घोड़े दिखाई देने लगे थे।
1939 में एंजो ने अल्फा के मैनेजिंग डायरेक्टर से अनबन होने पर कंपनी छोड़ दी। और ऑटो एवियो कस्टरुजिओनी नाम से एक कंपनी शुरू किया। ये दूसरी गाड़ियों के लिए उनके पार्ट्स बनाती थी।

इसी बीच दूसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया और एंजो को इटली के फासिस्ट मोसुलिनी के दबाव में हथियार बनाने पड़े। यही वजह रही कि यूएस एयरफोर्स ने मोडेना में बनी इस फैक्ट्री को बम से उड़ा दिया। तब एंजो मोडेना से मैरानेला आ गए और दूसरी फैक्ट्री लगाई।

1940 में कंपनी ने एक कार लॉन्च की। इसके सात साल बाद 1947 में एंजो ने फेरारी एसपीए नाम से एक कंपनी लॉन्च की। इस कंपनी ने जो पहली कार लॉन्च की वो थी 125 S यानी 125 स्पोर्ट्स। कंपनी की पहली फैक्ट्री बनी इटली के मरानेल्लो में।

लोगो की कहानी: दूसरे विश्व युद्ध के एक फाइटर पायलट की देन है फेरारी का लोगो

फेरारी के चमचमाते लोगों को कौन नहीं पहचानता। आगे के दोनों पैर हवा में उठाए एक घोड़ा और बैकग्राउंड में पीला रंग। इस लोगों के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। दरअसल पहले विश्व युद्ध के समय इटली के फाइटर प्लेन पायलट फांसेस्को बाराक्का अपने हर प्लेन पर यह निशान बनाते थे।
1923 में एंजो फेरारी ने सावियो सर्किट में जीत हासिल की और उन्हें पहले विश्व युद्ध में शहीद हुए फांसेस्को के माता-पिता काउंट एनरिको बराका और काउंटेस पाओलिना से मिलने का मौका दिया गया।

एक दिन फांसेस्को के पिता काउंटेस ने मजाक में एंजो से कहा कि तुम मेरे बेटे के उछलते घोड़ों को अपनी कारों में बिठा लो। फेरारी को ये बात पसंद आ गई। और जब उन्होंने अपनी कार बनाई तो उस पर फांसेस्को के उछलते घोड़े को जगह दी।

फेरारी की कार खरीदने के लिए भेजना पड़ता है एप्लीकेशन

फेरारी कार खरीदने के लिए कार के रिलीज डेट से एक साल पहले एप्लीकेशन लगाना पड़ता है। दुनियाभर से अमीर लोगों के आए इन आवेदनों की गहनता से जांच की जाती है। कंपनी कई पावरफुल और अमीर लोगों का एप्लीकेशन रिजेक्ट भी कर देती है।

फेरारी के पास ऐसे करीब 200 लोगों का लिस्ट है जिन्हें नई कारों के लॉन्च के समय तवज्जों दी जाती है कंपनी अपने क्लाइंट्स के डिमांड के मुताबिक हर कार में स्पेसिफिकेशन जोड़ती है। क्लाइंट्स को सीधे कार के डिजाइनर्स से जोड़ देती है।

और वो उनकी मांगों के अनुसार कार को डिजाइन करते हैं। कंपनी की फिलॉसफी को लेकर एक बार एंजो फेरारी ने कहा था कि मेरी कार की मोटर्स में आत्मा होती है। जो भी फेरारी को चलाता है वो बता सकता है कि हमारी स्पेशालिटी एक्सपीरियंस है।

चुनौतियां: 1950 से 1970 के बीच 32 ड्राइवरों की मौत ने फेरारी की सेफ्टी फीचर्स पर सवाल खड़े कर दिए

1950 से 1970 के दशक के बीच 32 फेरारी ड्राइवर्स की मौत हुई। इन मौतों की वजह से फरारी की रेसिंग कार में सेफ्टी फीचर्स को लेकर सवाल उठने लगे। आखिरकार 1970 में फरारी की फॉर्मूला वन रेसिंग कार में कॉकपिट को खोलकर बाहर निकलने की सुविधा बनाई गई।

इससे किसी दुर्घटना के समय ड्राइवर बाहर निकल सकते थे। 1980 में कारों में और सुधार करते हुए बाहर की बॉडी एल्युमिनियम की जगह कार्बन फाइबर की बनाई जाने लगी। इस तरह 90 के दशक से लेकर अब तक रेसिंग के लिहाज से फरारी अपनी कारों में सेफ्टी फीचर्स बढ़ाती रहती है।

विवाद: फोर्ड से लेकर विवाद तो लेम्बोर्गिनी कंपनी के बनने की वजह है फेरारी

इटली के ही रहने वाले फेरुचियो को स्पोर्ट्स कारें पसंद थीं। उनका अपना ट्रैक्टर का बिजनेस था। साथ ही उन्होंने अपने लिए कई स्पोर्ट्स कारें खरीदी। उनमें से एक थी ‘Ferrari 250 GT Coupe’। यह बात 1958 की है। फेरुचियो को अपनी फेरारी में कई कमियां दिखीं। यह बात बताने वो फेरारी के दफ्तर पहुंचे।

वहां फाउंडर एंजो फेरारी को जब उन्होंने यह बात बताई तो एंजो ने तंज कसते हुए कहा कि खामी कार में नहीं शायद इसे चलाने वाले में है। तुम अपना ट्रैक्टर का काम देखो। ये बात फरुचियो को अपमान लगी।

इसका बदला लेने के लिए उन्होंने स्पोर्ट्स कार को मार्केट में उतारने का सोचा। इस तरह लेम्बोर्गिनी ने 1963 में अपनी पहली स्पोर्ट्स कार 350GTV लॉन्च की। फेरारी की फेस्तिहत में दूसरा विवाद फोर्ड के साथ दर्ज है। साल था 1963, फेरारी रेसिंग कारों के सेगमेंट पर कब्जा जमाए बैठी थी।

लेकिन इसी समय अमेरिका की ऑटोमोबाइल कंपनी फोर्ड की नजर इस सेगमेंट पर लगी हुई थी। दरअसल ये वो समय था जब अमेरिका दूसरे विश्व युद्ध के मंदी से निकल चुका था। एक पूरी नई पीढ़ी लक्जरी चीजों पर खर्च करने को आतुर थी। इसमें से एक रेसिंग कार्स भी थीं।

तब अमेरिका के ऑटोमोबाइल सेगमेंट में लीड कर रही फोर्ड ने इस सेगमेंट में उतरने का इरादा बनाया।दूसरी तरफ ये वही समय था जब इटली की कंपनी फेरारी रेसिंग कार के सेगमेंट में लीड कर रही थी। पर फोर्ड का इरादा फेरारी से कंपीट करने का नहीं था बल्कि उसे टेकओवर कर लेने का था।

उस समय फोर्ड के मालिक हेनरी फोर्ड 2 ने साफ कर दिया था कि वो रेसिंग कार बनाएंगे नहीं बल्कि रेसिंग कार कंपनी को टेकओवर करेंगे। और यहीं से फेरारी को टेकओवर करने का आइडिया आया।

दोनों कंपनियों के बीच कई महीनों की नेगोशिएसन के बाद 1963 की गर्मियों में ऐसा लगा कि एग्रीमेंट हो जाएगा। लेकिन इन सब पर तब ब्रेक लग गया जब एंजो ने कॉन्ट्रैक्ट में पढ़ा कि फेरारी की रेसिंग टीम और उसका बजट भी फोर्ड कंट्रोल करेगी।

एंजो को यह किसी कीमत पर मंजूर नहीं था। वो कंपनी के मोटर स्पोर्ट्स से जुड़े सारे अधिकार अपने पास रखना चाहते थे। कॉन्ट्रैक्ट में इस क्लॉज को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि एंजो ने फोर्ड के मालिक की बुरा भला कह डाला। कहा जाता है कि इसी गुस्से में एंजो ने फेरारी का ज्यादातर स्टेक इटली की ही एक ऑटोमोबाइल कंपनी FIAT को बेच दिया।
June 11, 2023

*हरियाणा में आज कई जिलों में आंधी-बारिश:14 जून तक उत्तर व पश्चिमी क्षेत्रों में तेज हवा-बूंदाबांदी; फिर मौसम रहेगा शुष्क*

*हरियाणा में आज कई जिलों में आंधी-बारिश:14 जून तक उत्तर व पश्चिमी क्षेत्रों में तेज हवा-बूंदाबांदी; फिर मौसम रहेगा शुष्क*
14 जून तक उत्तर व पश्चिमी क्षेत्रों में तेज हवा-बूंदाबांदी; फिर मौसम रहेगा शुष्क|
हरियाणा में आज भी कई जिलों में गरज चमक के साथ बारिश/बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी। हालांकि ये कुछ देर के लिए होगी। इस दौरान कई स्थानों पर 40 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से हवा भी चलेगी। फिलहाल मौसम विभाग की ओर से कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है अचानक से आंधी आएगी और बारिश होगी। भीषण गर्मी से फिलहाल ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। रात को उमस ने भी परेशान किया है।

आगे ऐसा रहेगा मौसम

चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में मौसम आमतौर पर 14 जून तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान एक पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 14 जून तक राज्य के उत्तर व पश्चिमी क्षेत्रों में कहीं कहीं हवाएं चलने और गरज चमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी आने की संभावना है। परंतु दक्षिणी हरियाणा में बीच बीच में आंशिक बादल व गर्म मौसम बने रहेंगे। 15 व 16 जून को मौसम खुश्क और तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
रात का तापमान 1.4 डिग्री गिरा

बारिश और आंधी के माहौल में रात काे न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री तक गिर गया। हिसार में एक ही रात में पारा 6.4 डिग्री नीचे आ गया। यहां सबसे कम 21.2 डिग्री पारा रहा। हिसार की रात सबसे ठंडी रही। यमुनानगर, करनाल, गुरुग्राम व अंबाला में तापमान 26 डिग्री से उपर रहा। 24 घंटे के दौरान कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा 20 एम एम बारिश हुई। साथ ही हिसार में 12 एमएम बारिश हुई। कई अन्य जिलों में भी बारिश हुई है। नारनौल में 2.4 और यमुनानगर में 1.4 डिग्री तापमान बढ़ा है।

रात को कई स्थानों पर बारिश
प्रदेश में शनिवार शाम को बारिश आंधी का जो दौर शुरू हुआ था, वह कईGood Ga जिलों में रात को भी देख गया। आधी रात को और रविवार अल सुबह सोनीपत, सिरसा व महेंद्रगढ़ में हल्की बारिश हुई। कुरुक्षेत्र में 24 घंटे में खूब बारिश देखने को मिली है। रात के 12 घंटों को देखें तो सोनीपत में 1 एमएम, सिरसा में 1 एमएम, कुरुक्षेत्र में 0.5 एमएम, महेंद्रगढ़ में 1एमएम बारिश हुई है। करनाल में भी कुछ स्थानों पर बूंदबांदी देखने को मिली है
देखें जिलावार तापमान।
रात को उमस ने सताया

बीती रात को ठंडी हवा के झोंके के बीच कई स्थानों पर उमस ने भी खूब सताया। रात को 12 बजे पानीपत के उझा सेंटर में तापमान 34 डिग्री के करीब रहा। यहां दिन की तरह रात तपी। प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर रात का पारा 25 डिग्री के आसपास रहा। रात को लोगों ने गर्मी झेली। ग्रामीण क्षेत्रों में रात को बिजली के लंबे भी लगे, जिससे लोगों की परेशानी गर्मी में और भी बढ़ गई।

कई स्थानों पर गरज चमक

रात को प्रदेश में कई स्थानों पर गरज चमक बनी रही। नरवाना, राजौंद, जींद, गोहाना, गन्नौर, सोनीपत, रोहतक, खरखौदा, सोहना, बहादुरगढ़ व गुरुग्राम में आधी रात के बाद मौसम खराब रहा। यहां 30 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चली। कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बूंदाबांदी देखने को मिली। लोगों की नींद में भी खराब मौसम ने खलल डाला। सुबह भी कई जिलों में आसमान में बादल छाए हैं। कई जिलों में दोपहर के बाद फिर से आंधी बारिश झेलनी पड़ सकती है।
June 11, 2023

*आषाढ़ में 5 सोमवार का संयोग:3 जुलाई गुरु पूर्णिमा पर सोमवार को ही समाप्त होगा महीना, शिव की आराधना से पूरी होगी मनोकामना*

*आषाढ़ में 5 सोमवार का संयोग:3 जुलाई गुरु पूर्णिमा पर सोमवार को ही समाप्त होगा महीना, शिव की आराधना से पूरी होगी मनोकामना*
3 जुलाई गुरु पूर्णिमा पर सोमवार को ही समाप्त होगा महीना, शिव की आराधना से पूरी होगी मनोकामना|
शिवलिंग 
इस बार आषाढ़ मास की शुरुआत सोमवार 5 जून से हुई है। यह महीना सोमवार से शुरू होकर 3 जुलाई गुरु पूर्णिमा सोमवार के दिन ही समाप्त हाे रहा है। पंडित व ज्योतिष पं. सतीश शांडिल्य ने बताया कि इस पूरे महीने में पांच सोमवार का संयोग भी बन रहा है।

ज्योतिष के अनुसार इस वार काे सौम्य माना गया है इसलिए यह संयोग शुभ फलदायी माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वार को सौम्य माना गया है, इसलिए ये संयोग शुभ फलदायी माना जा रहा है। ये शुभ योग अच्छी बारिश होने के साथ-साथ देश की उन्नति का संकेत हैं।

होता है विशेष महत्व

मिथुन राशि में सूर्य भ्रमण का समय 29 जून गुरुवार देवशयनी एकादशी तक विशेष रहेगा। ऐसे में यह पूरा महीना दान-पुण्य के लिए विशेष माना गया है। 5 सोमवार का संयोग होने के कारण ज्योतिष इस माह को विशेष मान रहे हैं। इस दौरान भगवान की विशेष पूजा और अनुष्ठान भी करवाए जा सकते हैं। मिथुन राशि में सूर्य भ्रमण के समय विवाह जैसे मांगलिक कार्य देवशयनी एकादशी तक रहेंगे।

इसके बाद चातुर्मास शुरू होने से 4 महीने के लिए विवाह जैसे शुभ काम स्थगित हो जाएंगे। मिथुन में सूर्य का भ्रमण शुभ कामों के लिए फलदायी माना जाता है। इस समय मुंडन, यज्ञोपवीत संस्कार, विद्यारंभ, वर-वरण, कन्या-वरण, प्रतिष्ठान का प्रारंभ, वस्तु क्रय-विक्रय, विवाह जैसे मांगलिक कार्य हो सकेंगे।

17 जून काे पड़ रही पितृकार्येषु अमावस्या

आषाढ़ मास की पितृकार्येषु अमावस्या 17 जून को रहेगी और स्नान-दान 18 जून को किया जाएगा। इस महीने गुप्त नवरात्रे 19 से 27 जून तक रहेंगे। इसके बाद देवशयन के साथ चातुर्मास भी शुरू हो जाएगा। वहीं, महीने का आखिरी दिन यानी आषाढ़ पूर्णिमा 3 जुलाई, सोमवार को रहेगी। इस दिन गुरु पूर्णिमा पर्व रहेगा। पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्रमा दोनों नक्षत्रों के बीच रहता है जिसकी वजह से इस महीने को आषाढ़ कहा जाता है।

इस महीने का महत्व

आषाढ़ मास ज्येष्ठ और श्रावण मास के बीच में होता है। आषाढ़ मास का नाम पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र पर रखा गया है। आषाढ़ मास में पड़ने वाली शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 20 जून मंगलवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है।
June 11, 2023

*जीएसटी चोरी का मामला:निगम से 131 किलोमीटर केबल डालने की मंजूरी के बाद कंपनी का जीएसटी नंबर बंद*

*जीएसटी चोरी का मामला:निगम से 131 किलोमीटर केबल डालने की मंजूरी के बाद कंपनी का जीएसटी नंबर बंद*
निगम से 131 किलोमीटर केबल डालने की मंजूरी के बाद कंपनी का जीएसटी नंबर बंद|
प्रतिकात्मक छवि
बलदेव नगर में पेयजल लाइनों को तोड़ने के बाद फर्म पर पब्लिक हेल्थ करा चुका केस दर्ज
नगर निगम से 131.699 किलोमीटर एरिया में ऑप्टिकल फाइबर केबल डालने की परमिशन लेने के बाद फर्म का चंडीगढ़ का जीएसटी नंबर 04AAHCA 8010G1Z5 डिएक्टिवेट हो गया। इससे साफ है कि निगम में केबल डालने के लिए 1.72 करोड़ की फीस जमा कराने के बाद फर्म ने 18 प्रतिशत जीएसटी जमा नहीं कराया। अब मेयर ने मामले की जांच कराने को कहा है। एक कंपनी ने वाईफाई के लिए ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए टेलिसोनिक नेटवर्क को काम दिया।

इस नेटवर्क को ही नगर निगम ने केबल बिछाने की परमिशन दी है। इसके तहत नेटवर्क ने जब बलदेव नगर में अंडरग्राउंड केबल बिछाने का काम शुरू किया तो कई स्थानों पर पेयजल की पाइप लाइन डैमेज हो गई, जिस कारण लोगों के घरों में दूषित पेयजल की सप्लाई शुरू हो गई। इसके बाद बलदेव नगर के राकेश मेहता ने सीएम विंडो पर शिकायत लगाई तो उसके बाद पब्लिक हेल्थ ने 2 दिन पहले ही नेटवर्क के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

निगम में 1.72 करोड़ की फीस जमा कराने के बाद फर्म ने 18 प्रतिशत जीएसटी जमा नहीं कराया

इन काॅलोनियों में लगेंगे इतने पोल
सिटी की शास्त्री नगर काॅलोनी में नेटवर्क को पोल लगाने के लिए नगर निगम ने 37,579 मीटर में 1,139 पोल लगाने की परमिशन दी है, जबकि ग्रेटर कैलाश काॅलोनी में 30,970 मीटर एरिया मेंें 941 पोल लगाने की परमिशन दी है।

मथुरा चौक, जवाहर नगर, पाॅलीटेक्निक एरिया से सिविल अस्पताल और पालिका विहार के बाहरी इलाके तथा पुलिस लाइन में 18,150 मीटर में 555 पोल व कपड़ा मार्केट तथा बलदेव नगर में 45 हजार मीटर में 900 पोल लगाने की अनुमति दी है।

गैस पाइप लाइन की फाइल अभी तक गुम

सेक्टर्स में गैस पाइप लाइन डालने के लिए कंपनी ने नगर निगम से अनुमति ली थी, लेकिन अनुमति देने के बाद निगम कर्मियों ने उसमें घालमेल कर दिया। इसलिए फाइल गुम हो गई। निगम की तरफ से बाकायदा फाइल गुम होने की शिकायत दर्ज कराई गई। निगम ने कंपनी को 6 इंच तक अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालने के लिए 1.50 लाख रुपए प्रति किलोमीटर की परमिशन दी थी, जबकि 6 इंच से कम डालने के लिए 3 लाख रुपए प्रतिकिलोमीटर की परमिशन दी थी।

निगम ने कंपनी से 10 लाख की बैंक सिक्योरिटी भी ली थी, लेकिन बलदेव नगर में केबल डालने वाले नेटवर्क को निगम की तरफ से जो परमिशन दी गई है, उसमें कहीं भी राशि का जिक्र नहीं है कि कितने किलोमीटर में कितनी राशि वसूल करनी है और न ही बैंक सिक्योरिटी का जिक्र है। न ही रीस्टोरेशन खर्च का कोई जिक्र है। इसके तहत कच्ची सड़क के लिए 6 रुपए स्क्वेयर फीट तथा पक्की सड़क के लिए 10 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से लेने थे।

नदी मोहल्ले में भी लगाए पोल
नेटवर्क को नगर निगम ने कपड़ा मार्केट में पोल लगाने की अनुमति दी हुई है, लेकिन नदी मोहल्ले में भी पोल लगा दिए हैं। ये अलग बात है कि इनकी केबल फिलहाल ऊपर से ही गुजर रही है, लेकिन नगर निगम अधिकारियों ने अभी तक पोल लगाने की कोई चेकिंग नहीं की कि कहां-कहां नेटवर्क ने काम किया है।

नगर निगम ने नेटवर्क को जो परमिशन दी है, उसकी जांच कराई जाएगी कि इसमें कौन-कौन अधिकारी शामिल हैं। जो भी अधिकारी या कर्मचारी शामिल होगा, उसके विरुद्ध निदेशालय को लिखा जाएगा, क्योंकि ये बहुत गंभीर मामला है।
-शक्ति रानी शर्मा, मेयर, नगर निगम, अम्बाला।
June 11, 2023

*19वीं जिला स्तरीय स्पर्धा:तैराकी में फारुका खालसा स्कूल चैंपियन, प्रतियोगिता में पहुंचे 130 लड़के-लड़कियों में से 9 बने बेस्ट स्विमर*

*19वीं जिला स्तरीय स्पर्धा:तैराकी में फारुका खालसा स्कूल चैंपियन, प्रतियोगिता में पहुंचे 130 लड़के-लड़कियों में से 9 बने बेस्ट स्विमर*
तैराकी में फारुका खालसा स्कूल चैंपियन, प्रतियोगिता में पहुंचे 130 लड़के-लड़कियों में से 9 बने बेस्ट स्विमर|
कैंट के वार हीराेज स्टेडियम के स्वीमिंग पुल में आयाेजित जिला स्तरीय तैराकी प्रतियाेगिता में भाग लेते खिलाड़ी ।
शनिवार को वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम स्थित ऑल वेदर स्विमिंग पूल में 19वीं जिला स्तरीय तैराकी स्पर्धा कराई गई। इसमें 130 तैराक पहुंचे। लड़के-लड़कियों के अलग-अलग ग्रुप से 9 बेस्ट स्विमर चुने गए। अम्बाला रेंज के आईजी शिवास कविराज मुख्यातिथि रहे। विशिष्ट अतिथि वीटा मिल्क प्लांट के सीईओ सर्वजीत सिंह, रविंद्र मदान और आनंद अग्रवाल रहे।

आईजी कविराज ने प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और पुरस्कार वितरण समारोह में वीटा मिल्क प्लांट के सीईओ सरबजीत सिंह शामिल हुए। विजेताओं को सम्मानित किया। संगीतकार प्रदीप शर्मा, नरेंद्र गोगी, हैप्पी, संजीव ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

जिला तैराकी एसोसिएशन के प्रधान राजेंद्र विज ने कोच व एसोसिएशन के सचिव रामस्वरूप शर्मा को सम्मानित किया। मौके उप प्रधान नरेश भारद्वाज, मनमोहन शर्मा, देवेंद्र मोहन शर्मा, शमा लांबा, सतीश कुमार, लोकेश, राजेंद्र शर्मा, कनिका लांबा, भाजपा स्पोर्ट्स सेल के चेयरमैन अरुण कांत शर्मा फुटबॉल एसोसिएशन के प्रधान एचएल बिंद्रा भी मौजूद रहे।