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Thursday, July 16, 2020

July 16, 2020

हिसार, भिवानी, कुरुक्षेत्र और करनाल के लोगों के लिए अच्‍छी खबर,बनेगा रिंगरोड, खत्‍म होगा जाम

हिसार, भिवानी, कुरुक्षेत्र और करनाल के लोगों के लिए अच्‍छी खबर,बनेगा रिंगरोड, खत्‍म होगा जाम

चंडीगढ़। हरियाणा के हिसार, करनाल, भिवानी और कुरूक्षेत्र जिलों के लोगों के लिए खुशखबरी है। इन जिलों में रिंग रोड बनाए जाएंगे। इन रिंग रोड के बनने से शहरों में लगने वाले जाम से निजात मिल सकेगी। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से हिसार, भिवानी, करनाल और कुरुक्षेत्र शहरों में रिंगरोड बनाने की मांग की। गडकरी ने इसे पूरा करने का भरोसा दिलाया है। ये रिेंग रोड मंजूरी मिलने के बाद जल्‍दी बनने शुरू हो जाएंगे।

बरसों पुरानी लोगों की मांग होगी पूरी

हिसार जिला न केवल औद्योगिक दृष्टि से हरियाणा का बड़ा शहर है, बल्कि बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी प्रमुख माना जाता है। स्टील सिटी के नाम से मशहूर हिसार में कई बड़ी और छोटी औद्योगिक इकाइयां हैं, जहां से राजस्थान, पंजाब समेत कई राज्यों में स्टील, पीवीसी से बना माल सप्लाई होता है। हिसार में तीन विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षणिक संस्थाएं और बेहतर सुविधा वाले अस्पताल होने के चलते इलाज तथा शिक्षा पाने के लिए राजस्थान व पंजाब से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते है। ऐसे में शहर में ज्यादातर भारी जाम की स्थिति बनी रहती है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का मानना है कि हिसार में रिंगरोड बनाने की परियोजना सिरे चढ़ने से शहर की सड़कों पर वाहनों की लगने वाली लंबी-लंबी लाइनों की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भी हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है क्योंकि कैथल की तरफ से आने-जाने वाले हरिद्वार के श्रद्धालु तथा यमुनानगर से आने-जाने वाले यात्रियों की आवाजाही हर समय बनी रहती है। कैथल शहर से गुजरने वाली इस एकमात्र सड़क पर यातायात ज्यादा होने तथा बड़े वाहनों के गुजरने की वजह से आए दिन सड़क हादसे भी होते रहते है। ऐसे में यहां रिंग रोड का निर्माण होता है तो शहरवासियों की पुरानी मांग पूरी होने के साथ-साथ उन्हेंं रोजाना ट्रैफिक संबंधित सामना करने वाली इन समस्याओं से भी मुक्ति मिलेगी। करनाल में रिंग रोड बनने से दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे पर गुजरने वाला ट्रैफिक शहर में नहीं आएगा ब्लकि रिंग रोड के जरिए अपनी मंजिल की तरफ बढ़ेगा। इससे शहरवासियों को जाम से राहत मिलेगी तो वहीं करनाल से दिल्ली-चंडीगढ़ के लिए एंबुलेस के जरिये गुजरने वाले मेडिकल संबंधित इमरजेंसी केस जाम न फंसकर सीधा रिंग रोड के जरिये निकलकर करनाल क्रॉस करेंगे। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि भिवानी जिले में रिंगरोड का निर्माण कराना जरूरी है। भिवानी शहर में चंडीगढ़-जींद, हिसार, महेंद्रगढ़, जयपुर की तरफ से यातायात की आवाजाही के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। इसके अलावा खाटू श्याम, सालासर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी भिवानी से गुजरने के लिए जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। रिंग रोड की मांग पूरी होने से इन चारों बड़े शहरों को जाम से मुक्ति मिलेगी।
July 16, 2020

फर्जी हरियाणा ओपन स्कूल का पर्दाफाश, पांच हजार रुपये में फेल बच्चों को करता था पास

फर्जी हरियाणा ओपन स्कूल का पर्दाफाश, पांच हजार रुपये में फेल बच्चों को करता था पास

भिवानी। नेशनल ओपन स्कूल व हरियाणा ओपन स्कूल की तर्ज पर एक और नए फर्जी हरियाणा ओपन स्कूल का राजफाश हुआ है। दसवीं व बारहवीं कक्षा में फेल होने वाले छात्रों को उक्त ओपन स्कूल के सर्टिफिकेट 5-5 हजार रुपये में बेचता है। इस संस्था की तरफ से हरियाणा मुक्त विद्यालय के सर्टिफिकेट से मिलता जुलता प्रमाण पत्र तैयार किया गया है। इस प्रमाण पत्र पर छात्र की फोटो, प्राप्तांक, एनरोलमेंट नंबर, अनुक्रमांक, केंद्र,विद्यालय कोड व प्रमाण पत्र क्रमांक दर्शाया गया है।
हमें मिले इन सर्टिफिकेट को 11 जुलाई को शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह को मुहैया करवाया गया तो उन्होंने इसकी जांच करवाई। जांच में स्पष्ट कर दिया गया है कि उक्त सर्टिफिकेट से हरियाणा शिक्षा बोर्ड का कोई लेना देना नहीं है। इसके बाद बोर्ड चेयरमैन ने भारतीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड (कोबसे) के अधिकारियों को जांच के लिए उक्त सर्टिफिकेट भेज दिया।

कोबसे की ओर से 13 जुलाई को रिपोर्ट मिल गई है। इस रिपोर्ट में कोबसे के महासचिव एमसी शर्मा ने जवाब दिया है कि रिकार्ड की जांच कर ली गई है। कोबसे के सदस्य शिक्षा बोर्ड की सूची में उक्त संस्था शामिल नहीं है। जाहिर है कि उक्त सर्टिफिकेट बनाने वाली संस्था को हरियाणा या देशभर की सर्वोच्च संस्था कोबसे से कोई मान्यता नहीं दी गई है।

*क्या है कोबसे*

भारतीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड मंडल देशभर के सभी राज्यों के शिक्षा बोर्ड का प्रतिनिधित्व करता है। इसी बोर्ड के अधीन सभी शिक्षा बोर्ड कार्य करते है। ऐसे में प्रदेश या देशभर में कहीं भी परीक्षा लेने का कार्य कोबसे के अधीन बोर्ड की करते हैं।

*हरियाणा मुक्त विद्यालय से इस संस्था का कोई लेना-देना नहीं*

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने कहा कि संबंधित सर्टिफिकेट की जांच करवाई जा चुकी है। कोबसे की सूची में उक्त संस्था का नाम शामिल नहीं है और न ही हरियाणा मुक्त विद्यालय से इस संस्था का कोई लेना देना है। ऐसे में बोर्ड प्रशासन संबंधित संस्था के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए अधिवक्ता से रायशुमारी कर रहा है।
July 16, 2020

7 फेरे लेते हुए एक-दूसरे से किया था 7 जन्म का वादा,एक साथ उठी पति-पत्नी की अर्थी

7 फेरे लेते हुए एक-दूसरे से किया था 7 जन्म का वादा,एक साथ उठी पति-पत्नी की अर्थी

फरीदाबाद। साथ जीने-मरने के वादे तो सभी करते हैं, लेकिन बहुत कम ही ऐसे होते हैं जो वादा निभाते हैं। दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिल के सबसे बड़े गांव तिगांव के भकड़ा मोहल्ला निवासी 82 वर्षीय स्वरूप सिंह नागर ने अपना यह वादा पूरा किया। बुधवार शाम साढ़े पांच बजे इनकी पत्नी रामवती का बीमारी के चलते निधन हो गया। इसकी सूचना जैसे ही स्वरूप सिंह तक पहुंची, 10 मिनट के अंदर उन्होंने भी दम तोड़ दिया। इसके बाद दोनों की एक साथ घर से अर्थी निकली और श्मशान घाट में भी दोनों की एक ही चिता बनाई। दोनों के साथ जीने और एक साथ मरने की की चर्चा तिगांव ही नहीं आसपास के गांवों में हो रही है। 

*देखना बेटा हम साथ ही जाएंगे*

इसे संयोग कहें या कुछ और लेकिन स्वरूप सिंह ने मंगलवार को अपने एक पोते सौरभ से बातचीत के दौरान कहा था- 'बेटा तेरी दादी की हालत खराब है, देखना हम एक साथ ही जाएंगे।' और इसके अगले दिन ऐसा ही हुआ। स्वरूप सिंह के बेटे सुभाष ने बताया कि उनकी माता रामवती कुछ दिन से बीमार थी। उन्हें एशियन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार शाम करीब साढ़े 5 बजे उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना फोन से घर पर दी गई। इस घटना को तुरंत पिता स्वरूप को नहीं बताया गया। सभी को गुमसुम देख पिता सरूप को शक हो गया। टटोलने पर किसी बच्चे ने इसकी सूचना पिता को दे दी। यह सुनकर पिता रोने लगे और चारपाई पर बैठ गए। 10 मिनट में ही वह भी अचेत हो गए। इसके बाद उन्होंने अलविदा कह दिया।

दो अर्थी देख सभी रह गए हैरान

पति-पत्नी के लगभग साथ में निधन होने की वजह से दोनों को एक साथ अलग-अलग अर्थी पर ले जाया गया। ये देखने के लिए काफी भीड़ एकत्र हो गई थी। दोनों को राठी के श्मशान घाट पर ले जाया गया। वहां एक साथ दोनों की चिता बनाई। वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं। इस दौरान वहां मौजूद तिगांव निवासी हरीचंद नागर ने बताया कि उन्होंने कहानी और किस्सों में ही इस तरह की बाते सुनी थी कि पति पत्नी एक दूसरे से साथ जीने और साथ मरने के वादे करते हैं लेकिन अब इन दोनों बुजुर्ग दंपती ने यह साबित कर सभी को चौंका दिया। अब तिगांव ही नहीं आसपास के गांव में बस इसी दंपती के चर्चे हैं। इसे कुदरत का करिश्मा कहे या ऊपर वाले का नियम,लेकिन यह सुनकर हर कोई अचंभित रह गया। 

*दिल्ली पुलिस ने रिटायर थे स्वरूप नागर*

करीब 60 पहले सरूप सिंह की शादी रामवती से हुई थी। स्वरूप सिंह दिल्ली पुलिस से एएसआइ सेवानिवृत्त हुए थे। इनके पांच पुत्र कृष्णपाल, सुभाष, हरकिशन, राकेश, संजय और दो पुत्री कृष्णा और गीता हैं। सुभाष और हरकिशन दिल्ली पुलिस में एएसआइ हैं। सरूप सिंह और इनकी पत्नी ने अपनी चौथी पीढ़ी देखी थी। पूरे परिवार में बेटे,पोते और पड़पोते सहित 23 सदस्य हैं।
July 16, 2020

क्वारैंटाइन हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला; उनके सचिव कोरोना पॉजिटिव मिले, हमेशा रहते थे उनके साथ

क्वारैंटाइन हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला; उनके सचिव कोरोना पॉजिटिव मिले, हमेशा रहते थे उनके साथ


*डिप्टी सीएम की कोठी को करवाया जा रहा सैनिटाइज, बुधवार को एक ही कार्यक्रम में मौजूद थे सीएम और डिप्टी सीएम*


चंडीगढ़ : हरियाणा के डिप्टी सीएम के आवास पर कोरोनावायरस ने एंट्री ले ली है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के निजी सचिव पॉजिटिव मिले हैं। वे हमेशा दुष्यंत चौटाला के साथ रहते थे। निजी सचिव के पॉजिटिव मिलने पर चंडीगढ़ स्थित डिप्टी सीएम का आवास सैनिटाइज किया जा रहा है। डिप्टी सीएम की कोठी पर आम लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है। निजी सचिव से मिलने के लिए प्रदेशभर से लोग आते थे। 

*डिप्टी सीएम हुए क्वारैंटाइन*

इस बात की जानकारी मिलने के बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी क्वारैंटाइन हो गए हैं। चिंता की बात ये है कि एक दिन पहले बुधवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर व डिप्टी सीएम एक ही कार्यक्रम में साथ-साथ मौजूद थे। उनके साथ परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा भी थे। कार्यक्रम के दौरान सीएम और डिप्टी सीएम ने एक ही गाड़ी शेयर भी की थी। सचिव के पॉजिटिव मिलने पर डिप्टी सीएम आवास में कार्यरत लोगों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं। 

*गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के तीन रिश्तेदार पॉजिटिव*

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की भतीजी, दामाद और दोहती पॉजिटिव मिले हैं। उनकी दोहती अकसर उनके पास खेलने के लिए आती थी। अनिल विज ने भी अपना कोरोना टेस्ट करवाया है। उनकी पहली रिपोर्ट निगेटिव मिली है।
July 16, 2020

सिरसा डबल मर्डर खुलासा :जमीन के लालच में बेटी ने विधवा मां और उससे अवैध संबंध रखने शख्स की करवाई थी हत्या

सिरसा डबल मर्डर खुलासा :जमीन के लालच में बेटी ने विधवा मां और उससे अवैध संबंध रखने शख्स की करवाई थी हत्या

सिरसा : जिले में 14 जुलाई को नाथूसरी कलां गांव में एक 62 वर्षीय विधवा और उसके साथ नायायज संबंध रखने वाले 40 वर्षीय अविवाहित की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में मृतकी की बेटी, उसके दोहते और दो अन्य को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने जमीन के लालच में हत्या की वारदात को अंजाम दिया। अभी एक आरोपी फरार है, जो गांव का नंबरदार है। पुलिस का आरोप है की उसी ने हत्या की साजिश रचवाई थी। उसकी तलाश जारी है। 
पकड़े गए आरोपियों की पहचान मृतक महिला संतरो देवी की बेटी सुमित्रा देवी, मृतका का दोहता सोनू कुमार उर्फ कुहाड़, अजय कुमार उर्फ सोनू, जिला फतेहाबाद व जसबीर उर्फ जस्सी उर्फ कालिया जिला हिसार के रुप मे हुई है। पुलिस इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी और एक फरार आरोपी बृजलाल नंबरदार को गिरफ्तार करेगी। 

*ये था पूरा घटनाक्रम*

13 और 14 जुलाई की दरमियानी रात को संतरो देवी (62) और जलंधर सिंह (40) के शव नाथूसरी कलां में एक चारपाई पर मिले थे। दोनों के अवैध संबंध थे। संतरो देवी के बेटे गोरी शंकर ने हत्या का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने इस मामले को 48 घंटे के अंदर सुलझा लिया है और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 

पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि संतरो देवी और जलंधर सिंह के अवैध संबंध करीब चार साल से थे। इसे उसकी बेटी सुमित्रा व दोहता सोनू पसंद नहीं करते थे। इसके अलावा गांव के कुछ लोग भी इसे पसंद नहीं करते थे। संतरो देवी मूलरूप से राजस्थान के भाडी गांव की रहने वाली थी। वहां उसके नाम 24 बीगा जमीन थी। 

आरोप है कि गांव का नंबरदार बृजलाल संतरो देवी की लड़की सुमित्रा और सोनू को भड़काता था कि एक दिन जलंधर सिंह तेरी मां से शादी कर लेगा और राजस्थान की 24 बीगा जमीन अपने नाम करवाकर हड़प लेगा। आरोप है कि बृजलाल ने ही उन्हें हत्या के लिए उकसाया। इस वारदात में उन्होने अजय और जसबीर को भी शामिल कर लिया।

आरोपी बृजलाल ने वारदात से पहले तीनों आरोपियों को 5000 रुपये व शराब भी मुहैया करवाई थी। योजना के अनुसार तीनो आरोपियों ने शराब पीने के बाद तेजधार हथियार से जलंधर सिंह व संतरो देवी की सोते वक्त हत्या कर दी। इसके बाद वहां से फरार हो गए। पुलिस ने महिला समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बृजलाल नंबरदार अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
July 16, 2020

शिवरात्रि में न हों परेशान,डाक विभाग घर-घर पहुंचाएगा गंगाजल,30 रुपये में मिलेगी एक बोतल

शिवरात्रि में न हों परेशान,डाक विभाग घर-घर, पहुंचाएगा गंगाजल,30 रुपये में मिलेगी एक बोतल

चंडीगढ़ :  कोरोना काल के चलते हरिद्वार से कांवड़ और गंगाजल लाने पर रोक है। ऐसे में श्रद्धालुओं को शिवरात्रि पर गंगाजल के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शिव भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग ने गंगाजल हर शहर में पहुंचाने की व्यवस्था की है। प्रदेश के सभी डाकघरों में गंगाजल उपलब्ध करवाया गया है। डाक अधिकारियों के अनुसार गंगोत्री में गंगाजल की पैकिंग करने के लिए प्लांट लगाए गए हैं। यहां से 250 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल डाक विभाग मंगवा रहा है। एक बोतल की कीमत 30 रुपये निर्धारित की गई है। इन प्लास्टिक की बोतलों को एक बार प्रयोग करने के बाद दोबारा प्रयोग करने लायक बनाया जा सकेगा। प्लास्टिक के रिसाइकिल होने के कारण प्रदूषण और गंदगी से निजात मिल पाएगी। 
गंगा जल को बेहद पवित्र माना जाता है। इस जल में बैक्टीरियोफेज पाया जाता है, जिसके कारण ये जल कभी खराब नहीं होता है। घरों में सालों तक यह गंगाजल पैकिंग में रहता है। उसमें कभी कोई दुर्गंध या कीड़े पैदा नहीं होते।

*सरकार की योजना अच्छी,विस्तार होना चाहिए*

महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि सरकार की यह योजना शिव भक्तों के लिए अच्छी खुशखबरी है। जो कोरोना के चलते कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध होने के कारण गंगाजल नहीं ला पा रहे थे। उन्हें यह गंगाजल अब उनके शहरों में मिलेगा। उन्होंने बताया कि सरकार की इस योजना का और विस्तार होना चाहिए ताकि सभी शिव भगत कांवड़ियों को गंगाजल मिल सकें। 

*भारी मात्रा में गंगाजल उपलब्ध कराने का अनुरोध*

डीसी ने बताया की शिव भक्त कांवड़ियों की आस्था को देखते हुए सरकार ने पोस्टल विभाग से अनुरोध किया है कि भारी मात्रा में गंगाजल की बोतलें प्रदेश के सभी छोटे बड़े शहरों में उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने बताया कि शहर के पोस्ट ऑफिस में गंगाजल उपलब्ध है। जहां से लोग प्रतिदिन जरूरत के मुताबिक खरीद सकते हैं।

*250 मिली लीटर की एक बोतल 30 रुपये में*

पोस्ट ऑफिस प्रमुख ने बताया कि 250 मिली लीटर की एक बोतल 30 रुपये में उपलब्ध है। पोस्ट ऑफिस में मांग के अनुसार कई काउंटर लगाए गए हैं। जहां श्रद्धालुओं को गंगाजल उपलब्ध कराया जा रहा है। गंगोत्री से आ रहा यह गंगाजल अभी काफी संख्या में लोग लेकर जा रहे हैं। लोगों की मांग को देखते हुए अब और अधिक संख्या में स्टॉक में बढ़ोत्तरी करवाई जा रही है।
July 16, 2020

राजस्थान की सियासत :अशोक तंवर का दर्द झलका, बोले- कांग्रेस में सब कुछ ठीक होता तो हमारे जैसे लोगों को पार्टी न छोड़नी पड़ती

राजस्थान की सियासत :अशोक तंवर का दर्द झलका, बोले- कांग्रेस में सब कुछ ठीक होता तो हमारे जैसे लोगों को पार्टी न छोड़नी पड़ती



अशोक तंवर ने विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी से इस्तीफा दिया था।

तंवर ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं पर साधा निशाना

बोले- हरियाणा में जितने जनरल सेक्रेटरी आए, उनका मकसद युवा पीढ़ी को खत्म करना था


राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस छोड़ चुके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक होता तो हमारे जैसे लोगों को कांग्रेस न छोड़नी पड़ती। आज हरियाणा में भी कांग्रेस होती, मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस होती और राजस्थान में भी ऐसे हालात न बनते। 
राजस्थान में बताई सत्ता की हिस्सेदारी के लिए लड़ाई
तंवर ने कहा कि आज जैसी परिस्थतियां हैं, मेरे समय में भी ऐसे ही परिस्थितियों को हैंडल नहीं किया गया था। उस समय हरियाणा में जितने भी कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी आए वो तो हमारे ही विरोध में काम करते थे। किसी ने मध्यस्ता करने की कोशिश नहीं की। अब जो लड़ाई चल रही है, हमारी लड़ाई उससे अलग थी। हमारी लड़ाई न्याय की लड़ाई थी, जितने साथियों ने मेहनत की थी, उनका ध्यान रखने के लिए कहा जा रहा था लेकिन राजस्थान में सत्ता के अंदर हिस्सेदारी की लड़ाई है।

कांग्रेस के कुछ नेताओं को बताया भाजपा के इशारे पर काम करने वाला

तंवर ने कहा कि कांग्रेस में कुछ लोग भाजपा और आरएसएस के इशारे पर काम करते हैं। वे कांग्रेस में दिखावे के लिए हैं लेकिन काम भाजपा के लिए करते हैं। वो कांग्रेस को खत्म करने पर लगे हुए हैं। तंवर ने सीधे-सीधे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में मेरे समय में कांग्रेस के जितने जनरल सेक्रेटरी आए उनका मकसद था नई पीढ़ी को खत्म करना। जिनके साथ इन्होंने बड़े-बड़े धंधे किए थे, उनके साथ वे सरकार लूटने का काम करते थे। जब सरकार चली गई तो पार्टी को लूटने का काम करते थे।