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Friday, January 15, 2021

January 15, 2021

IAS टॉपर प्रदीप सिंह समेत पांच को मिला हरियाणा कैडर, देंखे लिस्ट

IAS टॉपर प्रदीप सिंह समेत पांच को मिला हरियाणा कैडर, देंखे लिस्ट

चंडीगढ़ : यूपीएससी की परीक्षा में पूरे देश में पहला रैंक हासिल कर आईएएस टॉपर बने सोनीपत जिला के प्रदीप सिंह को गृह राज्य अर्थात हरियाणा कैडर अलॉट कर दिया गया है। इसके साथ ही परीक्षा में 56वां रैंक प्राप्त करने वाले रेवाड़ी के निवासी पंकज यादव को हरियाणा कैड़र मिला है। इनके साथ ही 48वां रैंक हासिल करने वाले महाराष्ट्र के दीपक बाबूलाल करवा, 58वा रैंक हासिल करने वाले तमिलनाडु केसी जयाशरधा और दिल्ली के हर्षित कुमार को भी हरियाणा कैडर अलॉट किया गया है।

आईएएस टॉपर प्रदीप सिंह
इस बारे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार कि गत वर्ष हरियाणा के 11 सफल उम्मीदवारों का आईएएस में फाइनल चयन हो पाया था। प्रदीप और पंकज को हरियाणा, जबकि बाकी 9 को अलग अलग राज्य कैडर अलॉट हुए हैं। चौथा रैंक हासिल करने वाले हिमांशु जैन को मध्य प्रदेश कैडर, 35 वां रैंक लेने वाली कंचन को गुजरात, 72वे रैंक वाली चंद्रिमा अत्री को बिहार कैडर, 86वे रैंक वाली मधुमिता को ओड़िशा कैडर, 184वे रैंक वाले परीक्षित खटाना को उत्तर प्रदेश कैडर, 258वे रैंक वाले फरमान अहमद खान को आंध्र प्रदेश कैडर, 284वे रैंक वाले ओजस्वी को पंजाब कैडर, 288वे रैंक वाले अभिषेक कुमार को आंध्र प्रदेश कैडर एवं 289वे रैंक वाले दीपक सैनी को उत्तराखंड कैडर अलॉट हुआ है।
IAS पंकज यादव
हेमंत ने बताया कि गत वर्ष 16 सितम्बर को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने देश के सभी 25 राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में उन्हें उनके राज्य के संबंध में अलॉट किए गए नव नियुक्त आईएएस अधिकारियों की सम्बंधित कैटेगरी सहित कुल संख्या अर्थात आउटसाइडर-इनसाइडर और उनकी जाति/वर्ग अनुसार जानकारी दी गयी थी। इस पत्र में हरियाणा राज्य को कुल 5 नव नियुक्त आईएएस अधिकारी मिलने थे, जिनमें से 3 आउटसाइडर थे जो सभी अनारक्षित वर्ग से होंगे। जिसमें वर्ष 2019 से लागू  ई.डब्ल्यू.एस (आर्थिक रूप से कमजोर) कैटेगरी भी शामिल थे। वहीं अलॉट शेष 2 इनसाइडर अर्थात हरियाणा के निवासियों की रिक्तियों का विषय है।


इस वर्ष इनमें से एक ओ.बी.सी (अन्य पिछड़े वर्ग) एवं एक एससी (अनुसूचित जाति) से थी। इस प्रकार हरियाणा को केंद्र सरकार द्वारा जो पांच नव नियुक्त आईएएस अधिकारी अलॉट किए जाने थे, उसमें से तीन आउटसाइडर यानि दूसरे राज्यों के निवासी, जबकि दो इनसाइडर यानि हरियाणा के निवासी होने थे। हालांकि वो आरक्षित वर्ग से होने चाहिए थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा निवासी आईएएस टॉपर प्रदीप सिंह, जो सामान्य जाति से है, उन्हें अपना गृह राज्य हरियाणा कैडर को सामान्य परिस्थितियों में हरियाणा कैडर नहीं मिल सकता था।


सितम्बर, 2017 से केंद्र सरकार द्वारा प्रभावी मौजूद आईएएस कैडर आबंटन पॉलिसी के अनुसार अगर किसी राज्य को आबंटित आईएएस रिक्तियों में से इनसाइडर कोटे से कोई योग्य नवनियुक्त आईएएस अधिकारी उपलब्ध न हो पाता, तो एक निर्धारित प्रक्रिया द्वारा उक्त रिक्ति को आउटसाइडर कोटे से भरा जाता है।

 
अब यह देखने लायक है कि कोई हरियाणा निवासी जनरल वर्ग के आईएएस अर्थात इनसाइडर अनारक्षित रिक्ति न होते हुए भी प्रदीप सिंह को हरियाणा कैडर कैसे अलॉट हुआ? इस सम्बन्ध में उन्होंने कार्मिक विभाग में एक आरटीआई याचिका भी दायर की है। नौ वर्ष पूर्व भी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा-2011 के फाइनल परिणाम, जो वर्ष 2012 में घोषित हुआ, में हरियाणा निवासी एक महिला शेना अग्रवाल ने पूरे देश में पहला रैंक हासिल कर आईएएस 2012 टॉपर बनी, लेकि उस वर्ष केंद्र द्वारा निर्धारित आबंटन में हरियाणा के लिए एक भी इनसाइडर अनारक्षित रिक्ति नहीं थी, जिस कारण शेना को हरियाणा कैडर नहीं मिल सका एवं वर्तमान में वह पंजाब कैडर में आईएएस है।


15 वर्ष पूर्व हरियाणा की एक और महिला मोना प्रुथी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा-2005 में टॉप कर आईएएस 2006 टॉपर बनी। उन्हें हरियाणा कैडर अलॉट हो गया था। वर्तमान में मोना बीते सवा दो वर्षो से भारतीय चुनाव आयोग में डेपुटेशन पर हैं। सिविल सर्विस परीक्षा-2017 से सम्बंधित रोचक मामले के बारे में हेमंत ने बताया कि हरियाणा निवासी अनु कुमारी ने फाइनल परीक्षा में सम्पूर्ण देश में दूसरा स्थान तो प्राप्त किया एवं उस वर्ष हरियाणा में एक अनारक्षित इनसाइडर रिक्ति भी थी, लेकिन फिर भी उन्हें गृह राज्य नहीं मिल पाया। चूंकि वह निर्धारित समय पर अपनी पसंद का जोन यूपीएससी को नहीं सौंप पाई थी। हालांकि उनका दावा था कि सिस्टम में कुछ गड़बड़ी होने के कारण वह ऐसा नहीं कर पायी थी।
IAS अनु कुमारी
अपना गृह राज्य कैडर न मिलने के कारण अनु ने पहले केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल, दिल्ली में याचिका डाली, जहां उसे राहत नहीं मिली। जिसके बाद वह दिल्ली हाईकोर्ट गई। जहां उनकी अर्जी स्वीकार कर ली गयी। हालांकि इस निर्णय के विरूद्ध केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट गई. जहां अप्रैल, 2019 में शीर्ष कोर्ट ने अपील स्वीकार करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला पलट दिया। जिसके फलस्वरूप अनु वर्तमान में केरल कैडर की आईएएस हैं। वहीं अनु से एक स्थान नीचे तीसरे रैंक पर रहे सचिन गुप्ता को हरियाणा कैडर अलॉट हो गया एवं वर्तमान में वह अम्बाला शहर में एसडीएम तैनात हैं।

Wednesday, January 13, 2021

January 13, 2021

180 छात्राओं के सैंपल लिए और जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया : डॉ .भोला

180 छात्राओं के सैंपल लिए और जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया : डॉ .भोला

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) डीसी डा. आदित्य दहिया व सीएमओ डा. मनजीत सिंह के निर्देशानुसार अधिक से अधिक सैंपलिंग को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग का अभियान लगातार जारी है। अभियान के तहत मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमें
महाराजा अग्रसेन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सैंपलिंग के लिए पहुंची। नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, डा. मोनिका, डा. भुवनेश के नेतृत्व में टीम ने 180 छात्राओं के सैंपल लिए और जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया। यहां छात्राओं को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया गया। डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि विभाग का प्रयास है कि हर हाल में कोराना महामारी को फैलने से रोका जाए। इसी उद्देश्य को लेकर स्वास्थ्य विभाग का एक-एक कर्मचारी लगा हुआ है। उन्होंने छात्राओं को कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि सामाजिक दूरी के साथ-साथ व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए पौष्टिक आहार व योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
स्कूल प्रिंसीपल रीटा अरोड़ा ने भी छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि सबसे अहम बाहर निकलते समय फेस मास्क का प्रयोग करना है। यदि घर में कोई कोरोना संक्रमित हो जाए तो उसे इस महामारी के जोखिम के बारे में समझाएं और उन्हें खुद को अलग करने के लिए मना लें। उन्हें अलग करने के लिए मजबूर न करें। शारीरिक दूरी बनाए रखें, लेकिन उनसे स्नेह और प्यार से बात करें। उन्हें अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के साथ संक्रमण से निपटने में मदद करें। वहीं गुनगुने पानी पीने की आदत को अपन दिनचर्या में शुमार करें। अपने तापमान और श्वसन लक्षणों की जांच नियमित रूप से करें। इस मौके पर अध्यापिका वीना, वंदना, सुमन, मित्तल, राज बंसल, रामपाल, प्रयागराज, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एलटी रोहताश, सुरजीत, डीईओ विनय, प्रिंस, मुकेश, भूपेंद्र, मधुराज मौजूद रहे।

Tuesday, January 12, 2021

January 12, 2021

सुरक्षा की दृष्टि से कोरोना टैस्ट करवाना जरूरी : सतेन्द्र त्रिपाठी

सुरक्षा की दृष्टि से कोरोना टैस्ट करवाना जरूरी : सतेन्द्र त्रिपाठी

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जींद में कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विद्यालय प्रशासन ने कक्षा 11 व 12 में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व अन्य सभी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाया। विद्यालय के प्राचार्य सतेंद्र त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से यह टेस्ट सभी के लिए आवश्यक है। उन्होंने आई हुई डॉक्टर्स की टीम को सर्वश्रेष्ठ कोरोना योद्धा बताया जो अपना जीवन खतरे में डालकर औरों की जीवन की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने डॉक्टरों के व्यवसाय को सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय बताया तथा कोरोना संकट के समय की जारी डॉक्टरों की सेवा की भूरी-भूरी प्रशंसा की विद्यालय प्रशासन ने पहले भी पूरे स्टाफ का दो बार कोरोना टेस्ट अगस्त व सितंबर माह में करवाया था। आज 120 छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों का एक साथ कोविड टेस्ट हुआ है। उन्होंने कहा विद्यालय के सभी कक्षों एवं वाहनों को भी प्रतिदिन सैनिटाइज करवाया जाता है। छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ को कोरोना टेस्ट करवाने में किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए विद्यालय प्रबंध समिति के आग्रह पर नागरिक अस्पताल, जींद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रवि राणा व उनकी टीम के 8 अन्य साथियो ने विद्यालय में आकर कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं एवं पूरे स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को कोरोना वायरस से बचने के सूत्र दिए। उन्होंने कहा कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखना अतिआवश्यक है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को हाथों को बार-बार धोना चाहिए तथा चेहरे व आंखों पर हाथों से टच नहीं करना चाहिए। विद्यालय समिति के डायरेक्टर  सरत अत्री, विकास शर्मा व बलवान जी ने विद्यालय द्वारा किए गए इस अनुकरणीय कार्य की प्रशंसा की और कहा कि स्वयं और दूसरों की सुरक्षा के लिए यह टेस्ट अति आवश्यक है। इस अवसर पर विद्यालय के सभी अध्यापक मौजूद रहे।

Thursday, January 7, 2021

January 07, 2021

हरियाणा के शुभम जयहिंद को मिला ग्लोबल ग्रीन अवार्ड

हरियाणा के शुभम जयहिंद को मिला ग्लोबल ग्रीन अवार्ड

राजस्थान के पर्यावरण मन्त्री सुखराम विश्नोई द्वारा किए गए हस्ताक्षर

हरियाणा के शुभम जयहिंद को मिला राजस्थान के पर्यावरण मन्त्री द्वारा हस्ताक्षरित ग्लोबल ग्रीन अवार्ड
जींद : सोमनाथ नक्श्त्रा वाटिका ट्रस्ट राजस्थान द्वारा ग्लोबल ग्रीन अवार्ड का आयोजन किया गया जिसमें पुरे भारत में अलग अलग जगह पर धरातल पर काम करने वाली म्हान विभूतियों को सम्मानीत किया गया। जिसमें हरियाणा के जींद शहर के युवा समाज सेवी शुभम जयहिंद का भी नाम दर्ज हुआ और ग्लोबल ग्रीन अवार्ड से सम्मानित किया गया। ग्लोबल ग्रीन अवार्ड पर राजस्थान के पर्यावरण मन्त्री सुखराम विश्नोई द्वारा हस्ताक्षर किए गए। शुभम जयहिंद हरियाणा के  जींद शहर के सबसे कम उम्र के युवा समाज सेवी हैं जो पिछले पांच साल से जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा व शिक्षा सम्बन्धित सामग्री उपलब्ध करवा रहें हैं और अब जरूरतमंद बच्चों के लिए जींद शिक्षा भवन का निर्माण कर रहें हैं जो पुरे हरियाणा के लिए अपने आप में एक मिशाल कायम करेगी और जातिवाद के खिलाफ कार्य कर रहें हैं जिनके चलते शुभम जयहिंद को सोमनाथ नक्श्त्रा वाटिका ट्रस्ट जयपुर द्वारा ग्लोबल ग्रीन अवार्ड दिया गया हैं। शुभम जयहिंद को पहले भी राष्ट्रीय सतर के काफी अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।

Saturday, January 2, 2021

January 02, 2021

भूमि पूजन के लिए 11 तीर्थों का मिट्टी एवं जल एकत्रित किया गया

भूमि पूजन के लिए 11 तीर्थों का मिट्टी एवं जल एकत्रित किया गया 

:जींद शिक्षा भवन का भूमि 3 जनवरी को किया जाएगा 

:एक रुपया एक ईंट शिक्षा के नाम अभियान कीं शुरआत हरियाणा के मशहूर गायक गगन हरियाणवी करेंगे 

जींद  : ( संजय तिरंगाधारी ) जींद शिक्षा सहयोग समिति द्वारा 3 जनवरी को जींद शिक्षा भवन का भूमि पूजन किया जाएगा। भूमि पूजन के लिए 11 तीर्थों कीं मिट्टी एवं जल एकत्रित किया गया। जिसमें कुश तीर्थ-कुचराना कलां,  काया सौधन तीर्थ-कसुहन,वंश मुल्क तीर्थ-बरसौला,भूतेश्वर तीर्थ-जींद (रानी तालाब, एकहंस तीर्थ-इक्कस,सनिहित तीर्थ-रामराये,पुष्कर तीर्थ-पौंकरी खेड़ी,सोम तीर्थ-पिंडारा,बराह तीर्थ-बराह खुर्द,हटकेश्वर तीर्थ-हाट,जमदगनी तीर्थ-जामनीं एवं बाल्मीक मंदिर, जींद गुरुद्वारा ,गाव ईगराह के साधु आश्रम से भूमि पूजन के लिए एकत्रित कीं गई मिट्टी।जींद शिक्षा भवन के भूमि पूजन में इन तीर्थ स्थानों व मँदिरो कीं मिट्टी से भूमि पूजन किया जाएगा। कार्यक्रम कीं अध्यक्षता सुभाष गर्ग (घी-चीनी वाले करेंगे। संस्थान के चैयरमैन शुभम जयहिंद ने बताया कीं कार्यक्रम में कृष्ण मिडा विधायक जींद, सतीश राज देशवाल प्रमुख समाज सेवी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। "एक रुपया-एक ईंट" शिक्षा के नाम अभियान कीं शुरआत हरियाणा के मशहूर गायक गगन हरियाणवी द्वारा कीं जाएगी।अभिषेक बंसल,विनोद जैन,सुमित जैन,राजीव सैनी,अनिल पातलान विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। 

Monday, December 28, 2020

December 28, 2020

चार दुल्हा-दुल्हन मिले नाबालिग, शादियां रूकी ।

चार दुल्हा-दुल्हन मिले नाबालिग, शादियां रूकी ।

मौके पर ब्यान दर्ज करती जांच टीम ।
जीन्द  :( संजय तिरंगाधारी )  जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी टीम ने गांव हाडवा में चार नाबालिग बच्चों के करवाए जा रहे विवाहों को रूकवाया है। विभाग द्वारा परिजनों से लिखित में चारो बच्चों के बालिग होने तक शादी नहीं करने का बयान लिए गए हैं। 
जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी को गुप्त सूचना मिली थी कि गांव हाडवा में चार सगी बहनों की शादी करवाई जा रही है जिसमें छोटी दो लड़कियां नाबालिग हैं और गांव पाबडा जिला हिसार से आये चारों दुल्हों में से दो दुल्हे भी नाबालिग हैं । सूचना मिलते ही सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी रवि लोहान, एसआई राजबीर, सिपाही ओमप्रकाश, आरती, नीलम पिल्लूखेडा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो पाया कि बारात आई हुई थी। इस पर टीम ने यहां वर व वधु के जन्म से संबंधित कागजात मांगे तो बारात में हडकंप मच गया। मौके पर लड़के पक्ष ने जो कागजात दिए गए तो उसमें दोनों छोटे लडके नाबालिग मिले जबकि एक लड़की की उम्र 16 वर्ष व दूसरी लड़की की उम्र 14 वर्ष मिली। इस पर टीम ने शादी न करने के लिए दोनों पक्षों को समझाया व कहा कि लड़कियों की उम्र 18 वर्ष व लड़कों की उम्र 21 वर्ष  पूरी होने के बाद ही उनकी शादी करें अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाही की जाएगी। इस पर दोनों परिवार सहमत हो गए और शादी को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद परिजनों ने लिखित बयान दर्ज करवाए कि उन्हें इस बारे में पता नहीं था और गलती से ऐसा कर रहे थे लेकिन अब वह अपने बच्चों के बालिग होने पर ही उनकी शादी करेंगे और बारात सिर्फ बड़ी दो दुल्हनों को लेकर वापिस लौट गई । 

Wednesday, December 16, 2020

December 16, 2020

'सरकार के जुल्म के खिलाफ', सिंघु बॉर्डर के पास संत बाबा राम सिंह ने खुद को मारी गोली, मौत

सुसाइड नोट के मुताबिक, संत बाबा राम सिंह ने किसानों पर सरकार के जुल्म के खिलाफ आत्महत्या की है. बाबा राम सिंह किसान थे और हरियाणा एसजीपीसी के नेता थे. 

दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (सिंघु बार्डर) पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह ने बुधवार को खुद को गोली मार ली. जिस वजह से उनकी मौत हो गई है. उन्होंने सिंघु बॉर्डर के पास आत्महत्या की है. बाबा राम सिंह करनाल के रहने वाले थे. उनका एक सुसाइड नोट भी सामने आया है.

उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए उनके हक के लिए आवाज बुलंद की है. सुसाइड नोट के मुताबिक, संत बाबा राम सिंह ने किसानों पर सरकार के जुल्म के खिलाफ आत्महत्या की है. बाबा राम सिंह किसान थे और हरियाणा एसजीपीसी के नेता थे.



संत बाबा राम सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा है कि किसानों का दुख देखा. वो अपना हक लेने के लिए सड़कों पर हैं. बहुत दिल दुखा है. सरकार न्याय नहीं दे रही. जुल्म है. जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है.

संत बाबा राम सिंह आगे लिखते हैं कि किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ नहीं किया. कइयों ने सम्मान वापस किए. यह जुल्म के खिलाफ आवाज है. वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह.


संत बाबा राम सिंह की मौत पर

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है. राहुल गांधी ने बाबा राम सिंह को श्रद्धांजलि देने के साथ मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं. मोदी सरकार क्रूरता की हर हद पार कर चुकी है.



राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि. कांग्रेस सांसद ने आगे लिखा कि कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं. मोदी सरकार क्रूरता की हर हद पार कर चुकी है. जिद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी कानून वापस लो. 

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के कारण अभी तक कई किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. सोमवार को दो, मंगलवार को एक किसान और अब बुधवार को संत बाबा राम सिंह की मौत हुई है. सोमवार की देर रात को पटियाला जिले के सफेद गांव में एक सड़क हादसा हो गया था, जिसमें दिल्ली से धरना देकर लौट रहे दो किसानों की मौत हो गई थी. 

मंगलवार को सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई. 

21 दिनों से जारी है आंदोलन

कृषि कानूनों के खिलाफ 21 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार और किसानों में कई दौर की वार्ता हो चुकी. सभी बेनतीजा रहीं. किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं. वहीं, सरकार संशोधन करने को तैयार है, लेकिन किसान इस प्रस्ताव को ठुकरा रहे हैं. 

वहीं, बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सरकार को लिखित में जवाब दिया गया. किसान मोर्चा ने सरकार से अपील की है कि वो उनके आंदोलन को बदनाम ना करें और अगर बात करनी है तो सभी किसानों से एक साथ बात करें. 

उधर, किसान आंदोलन को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने कहा है कि वो किसान संगठनों का पक्ष सुनेंगे, साथ ही सरकार से पूछा कि अबतक समझौता क्यों नहीं हुआ. अदालत की ओर से अब किसान संगठनों को नोटिस दिया गया है. अदालत का कहना है कि ऐसे मुद्दों पर जल्द से जल्द समझौता होना चाहिए. अदालत ने सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों की एक कमेटी बनाने को कहा है, ताकि दोनों आपस में मुद्दे पर चर्चा कर सकें.