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Tuesday, May 30, 2023

May 30, 2023

*नूंह की DEEO और 2 BEO सस्पेंड:वरिष्ठता सूची में गड़बड़ी को लेकर ACS ने किया था तलब; न जाने पर हुई कार्रवाई*

*नूंह की DEEO और 2 BEO सस्पेंड:वरिष्ठता सूची में गड़बड़ी को लेकर ACS ने किया था तलब; न जाने पर हुई कार्रवाई*
वरिष्ठता सूची में गड़बड़ी को लेकर ACS ने किया था तलब; न जाने पर हुई कार्रवाई|
हरियाणा के शिक्षा विभाग ने नूंह जिले की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) एवं डाइट नगीना की प्रिंसिपल सरोज दहिया, खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) नूंह एवं प्रिंसिपल जेबीटी सेंटर फिरोजपुर नमक अब्दुल मजीद और फिरोजपुर झिरका के खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) एवं प्रिंसिपल कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इंद्रजीत सिंह मजोका को सस्पेंड कर दिया है। एक साथ तीन बड़े अधिकारियों पर गाज गिरने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

*आदेशों को किया अनदेखा*
तीनों शिक्षा अधिकारियों पर सेवा नियम रूल 5 के तहत कार्रवाई हुई है। बताया गया है कि मौलिक मुख्याध्यापक और टीजीटी अध्यापकों की वरिष्ठता को लेकर हाईकोर्ट में केस विचाराधीन है। इस मामले में इन तीनों अधिकारियों को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन इन्होंने इसे अनदेखा कर दिया था। इसी को लेकर इन पर सस्पेंशन की कार्रवाई हुई है। सस्पेंशन के दौरान ये जिला मुख्यालय में तैनात होंगे।

*वरिष्ठता सूची पर है विवाद*

जानकारी के अनुसार मेवात कैडर की टीजीटी/मौलिक मुख्याध्यापक की वरिष्ठता सूची जोकि 14 सितंबर 2021 में तैयार की गई थी। 1 जून 2022 के आधार पर कुछ अन्य कर्मचारियों को शामिल कर इसे फाइनल कर दिया गया था। मेवात कैडर के टीजीटी/मौलिक मुख्याध्यापक की वरिष्ठता में गड़बड़ होने को लेकर एक मौलिक मुख्याध्यापक ने वरिष्ठता सूची को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुनौती दी थी।

*हाईकोर्ट में देना है ACS को जवाब*

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग से 31 मई तक इसको लेकर जवाब तलब किया था। वही हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग के एसीएस से यह भी पूछा था कि गलत सूची तैयार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।

*तीनों को किया था तलब*

DEO परमजीत सिंह चहल ने बताया कि हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करने के लिए एसीएस ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज दहिया, नूंह खंड शिक्षा अधिकारी अब्दुल मजीद और फिरोजपुर झिरका के खंड शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत सिंह मजोका को तलब किया था। एसीएस के आदेश के बाद भी कोई अधिकारी जांच में शामिल होने नहीं पहुंचा। इस पर तीनों अधिकारियों को रूल 5 के तहत सस्पेंड किया गया है।
May 30, 2023

*हरियाणा में 40 KM रफ्तार से चलेंगी हवाएं:मौसम विभाग का येलो अलर्ट; गरज-चमक के साथ बारिश, 40 डिग्री से नीचे रहेगा पारा*

*हरियाणा में 40 KM रफ्तार से चलेंगी हवाएं:मौसम विभाग का येलो अलर्ट; गरज-चमक के साथ बारिश, 40 डिग्री से नीचे रहेगा पारा*
मौसम विभाग का येलो अलर्ट; गरज-चमक के साथ बारिश, 40 डिग्री से नीचे रहेगा पारा|
हरियाणा में मौसम विभाग ने 3 दिन तक मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। इस दौरान तेज हवाएं चलेंगी।
हरियाणा में अभी 3 दिनों तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। चंडीगढ़ मौसम विभाग ने इसको लेकर सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान गरज और चमक के साथ बारिश होगी। दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रहने की मौसम विभाग ने संभावना जताई है।

*24 घंटे में बारिश के आंकड़ों को यदि हम देखे तो सबसे ज्यादा गुरुग्राम में 82.0 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है।*
6 जिलों में खूब हुई बारिश
हरियाणा में 24 घंटे के दौरान 6 जिलों में खूब बारिश हुई। सबसे ज्यादा गुरुग्राम में 82 MM बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके बाद कुरुक्षेत्र में 60.0 MM बारिश हुई। तीसरे नंबर पर अंबाला में 24.5 MM बारिश दर्ज की गई। यमुनानगर में 28.5, करनाल में 14.0 MM बारिश और करनाल में 1.0 MM बारिश रिकॉर्ड की । धान की रोपाई पर पड़ेगा असर
हरियाणा में सामान्य से बारिश कम होने का सबसे ज्यादा असर 15 जून से होने वाली धान की रोपाई पर पड़ेगा। राज्य में इस बार 12 से 15 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होनी है। बारिश कम होने के कारण तय लक्ष्य में कमी आएगी या देरी होगी। हालांकि अच्छी बात यह है कि जून में कम होने वाली बारिश की भरपाई आने वाले महीनों में हो जाएगी।

पारे में होगी 1% की बढ़ोतरी
जून में पारा 45 के पार पहुंचेगा। इसकी वजह बारिश कम होना रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस बार अधिकतम पारे में सामान्य से 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की संभावना है। तेज गर्मी से बचने के लिए मौसम विभाग गाइड लाइन पहले ही जारी कर चुका है। बच्चों और बुजुर्गों को विभाग की ओर से घर में रहने की सलाह दी गई है।
May 30, 2023

*हरियाणा ओपन स्कूल एग्जाम फॉर्म की लास्ट डेट:इसके बाद लगेगी लेट फीस; 10वीं-12वीं के प्रेक्टिकल एग्जाम के लिए 100 रुपए देने होंगे*

*हरियाणा ओपन स्कूल एग्जाम फॉर्म की लास्ट डेट:इसके बाद लगेगी लेट फीस; 10वीं-12वीं के प्रेक्टिकल एग्जाम के लिए 100 रुपए देने होंगे*
हरियाणा ओपन स्कूल की सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने की आज लास्ट डेट है। इसके बाद लेट फीस के साथ परीक्षार्थी 16 से 31 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से ऑफिशियल वेबसाइट भी जारी कर दी गई है। ओपन की सेकेंडरी सीटीपी और बाकी विषयों के परीक्षार्थियों के लिए 1100 रुपए और रि-अपीयर के साथ अंक सुधार के लिए 1000 रुपए फीस तय की गई है।

*इसके अलावा 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए 100 रुपए अतिरिक्त फीस रखी गई है।*
एक हजार तक देनी होगी लेट फीस
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से लेट फीस 1000 रुपए तक तय की गई है। परीक्षार्थी 30 मई से 18 जून तक अपनी एग्जाम फीस जमा कर सकते हैं। इसके बाद यदि वह 30 जून तक फीस जमा करते हैं तो उन्हें 300 रुपए लेट फीस देनी होगी। 15 जून तक लेट फीस देने के लिए 1000 रुपए का शुल्क बोर्ड की ओर से निर्धारित किया गया है।

12 वीं के लिए 1150 एग्जाम फीस
बोर्ड की ओर से 12वीं सीटीपी व अतिरिक्त विषय के परीक्षार्थियों के लिए 1150 रुपए परीक्षा शुल्क रखा गया है। अंक सुधार व पूर्व विषय के अंक सुधार कैटेगरी के लिए 1050 रुपए की फीस तय की गई है। यदि परीक्षा विलंब शुल्क नहीं देना चाहते हैं तो उन्हें 30 मई से 18 जून तक आवेदन करना होगा। इसके बाद उन्हें 100 रुपए से लेकर 1000 रुपए लेट फीस देनी होगी।
May 30, 2023

*हरियाणा में 32 दिन होगी गर्मी की छुटि्टयां:1 जून से 2 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल; कल जारी होगा लेटर"

*हरियाणा में 32 दिन होगी गर्मी की छुटि्टयां:1 जून से 2 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल; कल जारी होगा लेटर*
1 जून से 2 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल; कल जारी होगा लेटर|
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुटि्टयों की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार सूबे में 32 दिनों तक स्कूल बंद रहेंगे। 1 जून से 2 जुलाई तक स्कूलों में छुटि्टयां रहेंगी। 3 जुलाई को स्कूल खोले जाएंगे। संभावना है कि गर्मियों की छुट्‌टी को लेकर गुरुवार को शिक्षा विभाग इसका नोटिफिकेशन जारी कर दे। हरियाणा की स्कूलों में समय वेकेशन 30 दिनों का होता आया है।

यह समर वेकेशन 1 जून से 30 जून तक होता था, ऐसे में लोग अनुमान लगा रहे थे कि इस साल भी हरियाणा में 30 दिनों के लिए स्कूल 1 जून से 30 जून तक बंद रहेंगे। हालांकि अभी तक हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सरकारी और निजी स्कूलों के लिए गर्मी की छुट्ट‍ियों की तारीख घोषि‍त नहीं की हैं।
जून में 45 पार होगा पारा
वैसे हरियाणा में अभी तक गर्मी अपना पूरा असर नहीं दिखा पाई हैं, लेकिन 1 जून के बाद गर्मी अपने प्रचंड रूप में दिखेगी। चंडीगढ़ मौसम विभाग के अनुसार, इस बार हरियाणा में 92% बारिश कम होने के आसार हैं। ऐसे में यहां दिन और रात के तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी। दिन का अधिकतम तापमान कुछ शहरों का 45 डिग्री के पार जाने की भी संभावना है। ऐसे में स्कूलों को बंद रखना बेहद जरूरी है।

पंजाब में बंद हो चुके स्कूल
पंजाब सरकार द्वारा 2023 के लिए गर्मी की छुट्टियों का ऐलान किया जा चुका है। राज्य में सरकारी स्कूलों में एक जून से 2 जुलाई तक गर्मी की छुट्टी रहेगी। गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए गर्मी की छुट्टियों का ऐलान किया गया है। पंजाब सरकार ने राज्य के सभी सरकारी, निजी सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों के लिए एक पत्र भी जारी किया है।
May 30, 2023

*हरियाणा में 2 और सड़कों की मंजूरी:53 करोड़ का आएगा खर्च, 5 जिलों को फायदा; हिसार एलिवेटिड रोड का काम भी होगा शुरू*

*हरियाणा में 2 और सड़कों की मंजूरी:53 करोड़ का आएगा खर्च, 5 जिलों को फायदा; हिसार एलिवेटिड रोड का काम भी होगा शुरू*
53 करोड़ का आएगा खर्च, 5 जिलों को फायदा; हिसार एलिवेटिड रोड का काम भी होगा शुरू|
हरियाणा में डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने दो और सड़कों को मंजूरी दे दी है। इन सड़कों के निर्माण में 53 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। हालांकि इन सड़कों के निर्माण से सूबे के 5 जिलों को सीधा फायदा पहुंचेगा। डिप्टी सीएम ने इन दोनों प्रोजेक्टों को लेकर अधिकारियों से चर्चा भी की है। झज्जर से बादली तक की सड़क में 19 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यह सड़क 18 किलोमीटर लंबी होगी।

वहीं रेवाड़ी-सोहना-पलवल NH-919 सड़क का भी हरियाणा सरकार विस्तार करेगी। 23 किलोमीटर की इस सड़क पर लगभग 34 करोड़ रुपए का खर्च होगा। डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को दोनों सड़कों पर जल्दी से काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
प्रोजेक्ट को लेकर अधिकारियों से चर्चा करते डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला।
हिसार एलिवेटिड रोड का शुरू होगा काम
दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हिसार में एलिवेटिड-रोड के कार्य के प्रथम चरण को जल्द शुरू करें ताकि शहर को भारी ट्रैफिक से होने वाली परेशानियों से मुक्त किया जा सके। उन्होंने इस कार्य को चरणबद्ध तरीक़े से तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की।
एलिवेटिड रोड पर 723 करोड़ का आएगा खर्च
दुष्यंत चौटाला ने बैठक के बाद बताया कि हिसार में पुराने ‘दिल्ली-हिसार- सिरसा रोड़’ पर लोक निर्माण विभाग द्वारा करीब 8.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा। यह रोड़ सिरसा चुंगी से लेकर जिंदल फैक्ट्री के पास फ्लाईओवर तक बनेगा। इसमें 7 एंट्री पाॅइंट तथा 7 एग्जिट पाॅइंट होंगे।

रास्ते में आने वाले सेक्टर-14, बस स्टैंड, नागोरी गेट, पुलिस लाइन एरिया, अर्बन एस्टेट, डाबड़ा चौक, मॉडल टाउन, सेक्टर 9-11 क्षेत्र में लोगों को वाहनों के जाम से निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस एलिवेटेड रोड पर करीब 723 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान है।
May 30, 2023

*हरियाणा के प्रॉपर्टी टैक्स बकाएदारों को बड़ी राहत:10 से बढ़ाकर 30% की ब्याज छूट; 31 जुलाई तक ही मिलेगा योजना का लाभ*

*हरियाणा के प्रॉपर्टी टैक्स बकाएदारों को बड़ी राहत:10 से बढ़ाकर 30% की ब्याज छूट; 31 जुलाई तक ही मिलेगा योजना का लाभ*
10 से बढ़ाकर 30% की ब्याज छूट; 31 जुलाई तक ही मिलेगा योजना का लाभ|
हरियाणा सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स की राशि 31 जुलाई 2023 तक जमा कराने पर ब्याज राशि में 30 प्रतिशत छूट देने का निर्णय लिया है। पहले यह छूट 10 प्रतिशत थी। सरकार की ओर से ब्याज छूट में 20 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है। इससे शहरी क्षेत्रों में रहने वाले सभी वर्गों को काफी राहत मिलेगी।

*जिन नागरिकों का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है, वे प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराकर सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।*
स्ट्रीम लाइन में हो चुका टैक्स
शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा में प्रॉपर्टी टैक्स अब पूरी तरह स्ट्रीम लाइन हो चुका है। प्रॉपर्टी टैक्स की ब्याज राशि में 30 प्रतिशत छूट का लाभ अधिकतम लोगों को मिले इसके लिए सरकार द्वारा व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। हरियाणा सरकार की ओर से आह्वान किया कि वे बकाएदारों को प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने के लिए जागरूक एवं प्रेरित करें, ताकि वे सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकें।
विकास कार्यों में आएगी तेजी
जिन लोगों की तरफ अधिक प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है वे जल्द से जल्द अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाएं, ताकि नगर निगमों व नगर परिषद को विकास कार्यों के लिए पैसा प्राप्त हो सके। यदि यह पैसा निगम व परिषद के खजाने में आता है तो शहर में और अधिक तेजी से विकास कार्य संपन्न कराए जा सकेंगे।

एनुअल टैक्स वसूलती है सरकार
प्रॉपर्टी टैक्स एक वार्षिक टैक्स है, जो पूरे हरियाणा में प्रॉपर्टीज पर लगाया जाता है। इससे मिलने वाली राशि का इस्तेमाल शहरी स्थानीय निकायों द्वारा हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में नागरिक अवसंरचना की देखरेख के लिए किया जाता है।
May 30, 2023

*हरियाणा न्यूक्लियर पावर प्लांट जून 2028 में शुरू होगा:तैयारी में जुटी सरकार; CS की विभागों से मीटिंग, NH से कनेक्ट होगी प्रोजेक्ट रोड*

*हरियाणा न्यूक्लियर पावर प्लांट जून 2028 में शुरू होगा:तैयारी में जुटी सरकार; CS की विभागों से मीटिंग, NH से कनेक्ट होगी प्रोजेक्ट रोड*
तैयारी में जुटी सरकार; CS की विभागों से मीटिंग, NH से कनेक्ट होगी प्रोजेक्ट रोड|
हरियाणा में फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव स्थित उत्तर भारत के पहले परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पहली इकाई संभवतः जून 2028 में काम करना शुरू कर देगी। मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हरियाणा सरकार और गोरखपुर हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना (GHAVP) के अधिकारियों के समन्वय के संबंध में हुई बैठक में दी गई।

कौशल ने बैठक में बिजली अधिकारियों को उच्च ट्रांसमिशन, कम क्षमता की लाइनों के स्थानांतरण कार्य में तेजी लाने और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए परियोजना को वैकल्पिक स्रोत से संयंत्र स्थल तक 33 केवी बिजली कनेक्शन प्रदान करने का निर्देश दिये।
नेशनल हाईवे से जोड़ने के लिए बनेगी सड़कें
मीटिंग में मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग और फतेहाबाद जिला प्रशासन को परियोजना स्थलों को सड़क से राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडने के लिए संयुक्त अध्ययन करने का निर्देश दिये। इस पहुंच मार्ग से स्थल तक भारी लिफ्टें और मशीनरी के परिवहन की सुगम सुविधा होगी। परियोजना की प्रगति की जानकारी देते हुए GHAVP के परियोजना निदेशक निरंजन कुमार मित्तल ने बताया कि भूमि सुधार का 74 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसके अतिरिक्त, पहली इकाई के लिए एंड शील्ड और स्टीम जनरेटर जैसे महत्वपूर्ण रिएक्टर उपकरण साइट स्थल पर पहुंच गए हैं।

39.08 करोड़ से हो चुके काम
परमाणु संयत्र गोरखपुर में पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से अब तक 39.08 करोड रुपये का निवेश किया गया है। इस राशि से काजलहेड़ी से गोरखपुर तक फतेहाबाद नहर शाखा के बाएं किनारे पर पक्की सड़क का निर्माण, स्कूलों में कक्षाएं, लैब, पुस्तकालयों और शौचालयों की स्थापना, गौशाला का निर्माण, काजलहेड़ी में कछुआ संरक्षण पार्क का निर्माण, मुफ्त इलाज और दवाओं के वितरण के लिए एक मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था करने जैसी विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्य शामिल हैं।
लास्ट स्टेज में टाउनशिप वर्क
कौशल ने कहा कि अग्रोहा में बन रही आवासीय टाउनशिप एवं आठ बहुमंजिला आवासीय टावरों एवं संबंधित सुविधाओं के निर्माण की प्रगति का कार्य अग्रिम चरण में है जिसे जून 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। मीटिंग में अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यावरण विनीत गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास एवं पंचायत अनिल मलिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग एके सिंह, प्रबंध निदेशक, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड मोहम्मद शाईन व हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना गोरखपुर के अधिकारी उपस्थित थे।
May 30, 2023

*केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह आज रेवाड़ी में:पैक्स बैंक और हैफेड भंडारण का करेंगे उद्घाटन; अब दूसरे जिलों में नहीं भेजना पड़ेगा अनाज*

*केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह आज रेवाड़ी में:पैक्स बैंक और हैफेड भंडारण का करेंगे उद्घाटन; अब दूसरे जिलों में नहीं भेजना पड़ेगा अनाज*
पैक्स बैंक और हैफेड भंडारण का करेंगे उद्घाटन; अब दूसरे जिलों में नहीं भेजना पड़ेगा अनाज|
केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह।
हरियाणा के रेवाड़ी शहर से सटे गांव रामपुरा में 5 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार हुए हैफेड भंडारण और राजियाकी में बने पैक्स बैंक का उद्घाटन मंगलवार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह करेंगे। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल भी मौजूद रहेंगे। दोनों प्रोजेक्ट अलग-अलग गांव में है, लेकिन समारोह संयुक्त रूप से गांव राजियाकी में 11 बजे शुरू होगा।

गांव रामपुरा में बनाए गए हैफेड भंडारण की क्षमता 14194 एमटी की है। इससे पहले जिले में हैफेड के पास करीब 7 हजार एमटी भंडारण की व्यवस्था थी। अब अधिक अनाज का भंडारण रेवाड़ी में भी हो सकेगा और दूसरे जिलों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इससे पहले पानीपत, सोनीपत और जींद के अलावा दूसरे जिलों में अनाज का भंडारण करना पड़ता था।
अधिकारियों की बैठक भी लेंगे
दोपहर 12 बजे केन्द्रीय मंत्री सीधे रेवाड़ी शहर पहुंचेंगे। यहां वे PWD रेस्ट हाउस में सिंचाई विभाग से जुड़ी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद अधिकारियों की बैठक भी लेंगे। केन्द्रीय मंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन की तरफ से भी विशेष तैयारियां की गई है।
May 30, 2023

*11 किमी. लंबे मार्ग का किया जा रहा निर्माण:एनएचएआई का फुटपाथ बनाने से इनकार, विकास नगर बूस्टिंग की क्षमता न बढ़ने से नाले का निर्माण अटका*

*11 किमी. लंबे मार्ग का किया जा रहा निर्माण:एनएचएआई का फुटपाथ बनाने से इनकार, विकास नगर बूस्टिंग की क्षमता न बढ़ने से नाले का निर्माण अटका*
एनएचएआई का फुटपाथ बनाने से इनकार, विकास नगर बूस्टिंग की क्षमता न बढ़ने से नाले का निर्माण अटका|
राेहतक चाैक से बस स्टैंड तक फाेरलेन मार्ग के एक तरफ की सड़क, यहां सीसी राेड का निर्माण किया जाना और फाेरलेन मार्ग के तरफ का किया गया राेड निर्माण और कच्ची फुटपाथ, यहां नाले का निर्माण भी नहीं किया गया है।
दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 ई पर पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तक निर्माणाधीन लगभग 4 किलाेमीटर लंबे फाेरलेन मार्ग के दाेनाें तरफ फुटपाथ निर्माण का कार्य अटक गया है। एनएचएआई ने फुटपाथ निर्माण करने से इंकार कर दिया है। इसके अलावा विकास नगर बूस्टिंग स्टेशन की क्षमता न बढ़ने से यहां नाले का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हाे पा रहा है।

एनएचएआई पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तथा राेहतक चाैक से लाेहारू राेड ओवरब्रिज तक लगभग 11 किलाेमीटर लंबे मार्ग का निर्माण करवा रही है। जिस पर लगभग 27 कराेड़ की लागत आएगी। अधिकतर मार्ग काे सीसी बनाया जा रहा है। विशेषकर पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तक लगभग 4 किलाेमीटर लंबा सीसी राेड का निर्माण अंतिम चरण में है। लेकिन इस 4 किलाेमीटर लंबे सड़क के दाेनाें तरफ 10 से 20 फुट चाैड़ी फुटपाथ है।

बताया जा रहा है कि एनएचएआई ने इस फुटपाथ का निर्माण करने से हाथ खड़े कर दिए है। जबकि बीएंडआर व एनएच के अधीन यह मार्ग नहीं है। ऐसे में फुटपाथ का निर्माण अटक गया है जबकि यहां निर्माणाधीन सीसी राेड फुटपाथ से दाे से तीन फुट ऊंचा हाे गया है। इसके कारण आसपास के नागिरकाें काे वाहनाें चालकाें काे भी परेशानी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

*सरकार के पास भेजना हाेगा 3 कराेड़ का एस्टीमेट*
पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तक सड़क मार्ग की फुटपाथ का निर्माण नगरपरिषद करवा सकती है। लेकिन यह तभी संभव हाे पाएगा जब संबंधित विभाग नगरपरिषद काे इस कार्य के लिए एनओसी जारी करे। इसके लिए बाकायदा नगरपरिषद ने संबंधित विभाग से एनओसी के लिए पत्र भी लिखा है लेकिन अभी तक इस संबंध में काेई कार्रवाई नहीं की गई है।

विकास नगर डिस्पाेजल का निर्माण जनस्वास्थ्य विभाग इसका निर्माण करवा सकता है। इसके लिए विभाग काे सरकार के पास तीन कराेड़ की राशि का एस्टीमेट सरकार के पास भेजना हाेगा। इसके बाद सरकार राशि स्वीकृत कर डिस्पाेजल की क्षमता काे बढ़वा सकती है।

*3 करोड़ की मांगी राशि*

पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक सड़क के दाेनाें तरफ नाले का निर्माण किया जाना है। जिसका निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जाएगा। लेकिन नाले की निकासी विकास नगर स्थित बूस्टिंग स्टेशन में किया जाएगा। जबकि बूस्टिंग स्टेशन की क्षमता पहले से ही कम है और क्षमता बढ़ाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने एनएचएआई से 3 कराेड़ की राशि की मांग की है। लेकिन एनएचएआई ने राशि देने से भी इंकार कर दिया है। जबकि बूस्टिंग स्टेशन की क्षमता नहीं बढ़ेगी अतिरिक्त पानी की निकासी नहीं हाे पाएगी, इसलिए नाले का निर्माण भी शुरू नहीं हाे पा रहा है।

*सालभर में बनेगा डिस्पोजल*

अगर विभाग बूस्टिंग स्टेशन का निर्माण करवाए ताे उसे एस्टीमेट बनाकर सरकार के पास भेजने, सरकारी स्वीकृति, राशि जारी हाेने तथा टेंडर जारी कर कार्य शुरू हाेने व कार्य पूरा हाेने में लगभग एक साल का समय लग जाएगा। तब तक उक्त क्षेत्र के दूषित पानी की निकासी की काेई व्यवस्था नहीं है। एेसे में यह पानी फुटपाथ पर ही जमा रहेगा।

*विभाग को भेजा पत्र*

"राेहतक राेड क्षेत्र में निर्माणाधीन सीसी राेड के दाेनाें तरफ फुटपाथ का निर्माण नगरपरिषद करवा सकती है लेकिन इसके लिए संबंधित विभाग काे पहले एनओसी देनी हाेगी। इसके लिए नगरपरिषद ने विभाग काे पत्र लिखा है लेकिन एनओसी नहीं मिली है।''

-भवानी प्रताप सिंह, चेयरपर्सन प्रतिनिधि एवं पार्षद, नगरपरिषद।
May 30, 2023

हरियाणा में नहीं होंगे इमिग्रेशन फ्रॉड : SIT ने बनाया फुलप्रूफ प्लान

हरियाणा में नहीं होंगे इमिग्रेशन फ्रॉड:SIT ने बनाया फुलप्रूफ प्लान; एजेंटों को 25 लाख बैंक गारंटी देनी होगी; SP के पास जमा होंगे डॉक्यूमेंट्स
चंडीगढ़ : हरियाणा में एजेंट अब इमिग्रेशन फ्रॉड नहीं कर पाएंगे। इसके लिए गठित एक स्पेशल टास्क फोर्स (SIT) ने एक फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है। SIT ने इमिग्रेशन एजेंटों के लिए 25 लाख रुपए की बैंक गारंटी जमा करना अनिवार्य कर दिया है। इसका एक प्रस्ताव हरियाणा पुलिस को भी सौंपा है। बैंक गारंटी डॉक्यूमेंट एजेंटों को जिला पुलिस अधीक्षक (SP) को जमा कराने होंगे। इससे फ्रॉड होने पर कोई भी राशि आसानी से बरामद की जा सके।

वर्तमान में फ्रॉड होने के बाद एजेंट कोई निशान नहीं छोड़ते हैं और उन्हें पकड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है।
*हरियाणा सरकार को भी भेजा प्रस्ताव*

अंबाला रेंज के IG सिबास कबीराज की अध्यक्षता वाली SIT टीम ने प्रस्ताव का एक मसौदा राज्य पुलिस को सौंप दिया है। इसके बाद यह प्रस्ताव पुलिस विभाग के जरिए राज्य सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। सूबे के गृह मंत्री अनिल विज ने इमिग्रेशन के बढ़ते फ्रॉड को लेकर गठित कराई थी।
*एजेंटों का 1500 करोड़ का कारोबार*

अभी यदि इमिग्रेशन एजेंटों के द्वारा 30-40 लाख रुपए की धोखाधड़ी की जाती है, तो बैंक गारंटी के अभाव में इसे ठीक करने के लिए कोई तंत्र अभी सरकार के पास नहीं है। ऐसे मामलों में केस दर्ज करने और एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद भी वसूली की कोई व्यवस्था नहीं है। ट्रैवल एजेंटों के मोटे अनुमान के मुताबिक, हरियाणा से लोगों के इमिग्रेशन से संबंधित सालाना 1,500 करोड़ रुपए का कारोबार होता है।
*तेजी से बढ़ रहे इमिग्रेशन फ्रॉड*

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि राज्य में कबूतरबाजी (मानव तस्करी) के मामले बढ़ रहे हैं। इससे पहले भी मैंने तत्कालीन IG भारती अरोड़ा के नेतृत्व में SIT गठित की थी जिसमें 589 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब मामले फिर से आ रहे हैं, इसलिए SIT का गठन किया गया है और लोगों को शिकायत दर्ज कराने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 8053003400 भी जारी किया गया है।
*17 अप्रैल को बनी SIT*

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने राज्य में बढ़ते इमिग्रेशन फ्रॉड के मामलों को देखते हुए इस साल 17 अप्रैल को नई SIT गठित की थी। इसके गठन के बाद से नई SIT ने अब तक इमिग्रेशन फ्रॉड के मामलों में 23 लोगों की गिरफ्तारी की है। साथ ही 138 केस दर्ज किए जा चुके हैं। फर्जी वीजा, फर्जी हवाई टिकट, किसी व्यक्ति को गलत देश भेजना हरियाणा में धोखाधड़ी के मामलों में शामिल है।

Monday, May 29, 2023

May 29, 2023

कष्ट निवारण समिति के सदस्यों की अधिकारी ध्यान से सुनें बात, जो काम बताएं उन्हें करवाएं पूरा - डॉ. कमल गुप्ता

कष्ट निवारण समिति के सदस्यों की अधिकारी ध्यान से सुनें बात, जो काम बताएं उन्हें करवाएं पूरा  - डॉ. कमल गुप्ताचण्डीगढ़, 29 मई - हरियाणा के शहरी एवं स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने आज  करनाल में जिला लोक सम्पर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में 18 मामलों में से 14 मामलों का मौके पर निपटारा किया तथा 4 मामलों की पुनः: जांच के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी और अगली बैठक में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वे कष्ट निवारण समिति के सदस्यों की बात को ध्यान से सुनें और विकास कार्यों पर तुरंत संज्ञान लें।डॉ. कमल गुप्ता ने कष्ट निवारण समिति की बैठक की कार्यवाही शुरू करते हुए सबसे पहले पिछली बैठक से लंबित 5 मामलों की सुनवाई की और परिवादी की जांच रिपोर्ट से संतुष्ट होने के बाद इन मामलों का निपटारा होने पर फाईल करने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस, पंचायत, शहरी स्थानीय निकाय, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, बिजली, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, समाज कल्याण, जन स्वास्थ्य इत्यादि विभागों से संबंधित मामलों की सुनवाई कर समाधान किया गया।
May 29, 2023

मातृशक्ति उद्यमिता योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता से लेकर स्वरोजगार स्थापित करने में की जाती है मदद

मातृशक्ति उद्यमिता योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता से लेकर स्वरोजगार स्थापित करने में की जाती है मदद
चण्डीगढ़, 29 मई - हरियाणा सरकार द्वारा अंत्योदय की भावना से कार्य करते हुए नागरिकों के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। महिलाओं को सशक्त स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं में एक मातृशक्ति उद्यमिता योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता से लेकर स्वरोजगार स्थापित करने में मदद की जाती है।

एक सरकारी प्रवक्ता ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत परिवार पहचान पत्र के माध्यम से महिलाओं को तीन लाख रुपये तक का उद्यम स्थापित करने के लिए ऋण दिया जाता है। योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को प्रदान किया जाएगा, जिनकी पारिवारिक आय पांच लाख रुपये या फिर इससे कम हो। महिला की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए तथा वह पूर्व ऋण के किसी मामले में डिफाल्टर नहीं होनी चाहिए। महिला को हरियाणा की निवासी होना अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि यह योजना महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बेहद कारगर सिद्ध होगी तथा उनके जीवन स्तर में भी सुधार आएगा। उन्होंने बताया कि योजना के माध्यम से महिलाओं को तीन लाख रुपये तक का ऋण सात प्रतिशत ब्याज दर की छूट पर उपलब्ध करवाया जाता है। इस ऋण के माध्यम से महिलाएंं स्वरोजगार स्थापित करके दूसरे नागरिकों को भी रोजगार प्रदान कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए हरियाणा महिला विकास निगम कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
May 29, 2023

उत्तर भारत के पहले परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पहली इकाई संभवतः जून 2028 में काम करना शुरू कर देगी

चंडीगढ़, 29 मई - हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में स्थित उत्तर भारत के पहले परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पहली इकाई संभवतः जून 2028 में काम करना शुरू कर देगी।
यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल की अध्यक्षता में हरियाणा सरकार और गोरखपुर हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना (जीएचएवीपी) के अधिकारियों के समन्वय के संबंध में हुई बैठक में दी गई।

श्री कौशल ने बैठक में बिजली अधिकारियों को उच्च ट्रांसमिशन, कम क्षमता की लाइनों के स्थानांतरण कार्य में तेजी लाने और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए परियोजना को वैकल्पिक स्रोत से संयंत्र स्थल तक 33 केवी बिजली कनेक्शन प्रदान करने का निर्देश दिये।

उन्होंने लोक निर्माण विभाग और फतेहाबाद जिला प्रशासन को परियोजना स्थलों को सड़क से राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडने के लिए संयुक्त अध्ययन करने का निर्देश दिये। इस पहुंच मार्ग से स्थल तक भारी लिफ्टें और मशीनरी के परिवहन की सुगम सुविधा होगी।

परियोजना की प्रगति की जानकारी देते हुए जीएचएवीपी के परियोजना निदेशक श्री निरंजन कुमार मित्तल ने बताया कि भूमि सुधार का 74 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इसके अतिरिक्त, पहली इकाई के लिए एंड शील्ड और स्टीम जनरेटर जैसे महत्वपूर्ण रिएक्टर उपकरण साइट स्थल पर पहुंच गए हैं।

परमाणु संयत्र गोरखपुर में कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के पहल के रूप में पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से अब तक 39.08 करोड रुपये का निवेश किया गया है। इस राशि से काजलहेड़ी से गोरखपुर तक फतेहाबाद नहर शाखा के बाएं किनारे पर पक्की सड़क का निर्माण, आस-पास के स्कूलों में कक्ष, लैब, पुस्तकालयों और शौचालयों की स्थापना, गोरखपुर में गौशाला का निर्माण, काजलहेड़ी में कछुआ संरक्षण पार्क का निर्माण, मुफ्त इलाज और दवाओं के वितरण के लिए एक मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था करने जैसी विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्य शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय लोगों में कौशल को बढ़ावा देने और योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के भी प्रयास किए गए हैं।

श्री कौशल ने कहा कि अग्रोहा में बन रही आवासीय टाउनशिप एवं आठ बहुमंजिला आवासीय टावरों एवं संबंधित सुविधाओं के निर्माण की प्रगति का कार्य अग्रिम चरण में है जिसे जून 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यावरण, श्री विनीत गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास एवं पंचायत श्री अनिल मलिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग श्री ए.के. सिंह, प्रबंध निदेशक, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड श्री मोहम्मद शाईन व हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना गोरखपुर के अधिकारी उपस्थित थे।
May 29, 2023

राज्य की सभी हवाई पट्टियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए : डिप्टी सीएम

राज्य की सभी हवाई पट्टियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए : डिप्टी सीएम
चंडीगढ़, 29 मई- हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य की सभी हवाई पट्टियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें, इसके लिए बेशक सुरक्षा गार्ड नियुक्त किया जाएं या स्थानीय पुलिस की मदद ली जाए।

डिप्टी सीएम , जिनके पास नागरिक उड्डयन विभाग का प्रभार भी है, ने आज यहां नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों की बैठक अध्यक्षता की।
उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश की सभी एयर-स्ट्रिप्स पर एटीएस (एयर टै्रफिक कंट्रोल), फायर-सिस्टम,  हैंगर समेत विभिन्न सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने इन एयर-स्ट्रिप्स पर फायर-टेंडर को जल्द  से जल्द खड़े  निर्देश दिए ताकि एयर स्ट्रिप्स पर प्लेन लैंडिंग आदि सुरक्षित हो सकें। उन्होंने कहा कि इन फायर-टेंडर  का एमरजेंसी में आस -पास के क्षेत्र में भी उपयोग में लाया सकेगा जिससे प्रदेश के नागरिकों के जान -मॉल की हिफ़ाजत करने में सहयोग मिलेगा।श्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने भिवानी तथा बाछौद ,नारनौल एयर स्ट्रिप्स का दौरा किया था जहाँ पर उन्होंने पायलट का प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से बात की थी और उनकी समस्याओं  बारे पूछा था। उपमुख्यमंत्री ने इन प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बताई गई समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि कोई ऐसा प्रस्ताव तैयार किया जाए जिससे अधिक से अधिक हरियाणा के युवाओं को पायलट का प्रशिक्षण दिया जा सके।
श्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा में नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा कई प्रोजेक्टस पर कार्य किया जा रहा है, भविष्य में प्रदेश में तेजी से सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।
May 29, 2023

हिसार में एलिवेटिड-रोड के कार्य को चरणबद्ध तरीक़े से किया जायेगा पूरा - दुष्यंत चौटाला

हिसार में एलिवेटिड-रोड के कार्य को चरणबद्ध तरीक़े से किया जायेगा पूरा - दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़, 29 मई - हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हिसार में एलिवेटिड-रोड के कार्य के प्रथम चरण को जल्द आरंभ करें ताकि शहर को भारी ट्रैफिक से होने वाली परेशानियों से मुक्त किया जा सके। उन्होंने इस कार्य को चरणबद्ध तरीक़े से तैयार करने के निर्देश दिए।

डिप्टी सीएम, जिनके पास लोक निर्माण विभाग का प्रभार भी है, ने आज यहां  पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की।
 इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख प्रधान सचिव श्री डी.एस ढेसी, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी , उपमुख्यमंत्री के ओएसडी श्री कमलेश भादू समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
श्री दुष्यंत चौटाला ने बैठक के बाद बताया कि हिसार में पुराने ‘दिल्ली-हिसार- सिरसा रोड़’ पर लोक निर्माण विभाग द्वारा करीब 8.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा। यह रोड़ सिरसा चुंगी से लेकर जिंदल फैक्ट्री के पास फ्लाईओवर तक बनेगा । इसमें 7 एंट्री प्वाइंट तथा 7 एग्जिट प्वाइंट होंगे। रास्ते में आने वाले सेक्टर-14, बस स्टैंड, नागोरी गेट, पुलिस लाइन एरिया, अर्बन एस्टेट, डाबड़ा चौक, मॉडल टाउन, सेक्टर 9-11 क्षेत्र में लोगों को वाहनों के जाम से निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस एलिवेटेड रोड पर करीब 723 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान है।
May 29, 2023

*आज ही हुआ था एवरेस्ट फतह:32 साल, 1200 नाकाम कोशिश; फिर सामान ढोने वाले तेनजिंग के साथ हिलेरी ने इतिहास रचा*

*आज ही हुआ था एवरेस्ट फतह:32 साल, 1200 नाकाम कोशिश; फिर सामान ढोने वाले तेनजिंग के साथ हिलेरी ने इतिहास रचा*
28 मई 1953 की बात है। माउंटेनियर्स एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे ने एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू की। दिनभर की चढ़ाई के बाद 27,900 फीट की ऊंचाई पर पहुंचे। इस दौरान तेज बर्फीली हवाएं चल रही थीं। पारा माइनस 35 डिग्री था।

ऐसा लग रहा था कि शरीर का हिस्सा गलकर अलग हो जाएगा। इसी रात को कैंप में हिलेरी के जूते पैर से खुल गए। अगली सुबह जब वे उठे तो मौसम तो साफ हो गया था, लेकिन उनके पैर बर्फ में जमे हुए थे।

आगे की चढ़ाई के लिए जूते खोलने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। दोनों ने सुबह 6:30 बजे चढ़ाई शुरू की। 29 मई 1953 को सुबह 11:30 बजे वे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर पहुंच गए

आज भास्कर एक्सप्लेनर के इतिहास में हम जानेंगे एवरेस्ट पर चढ़ाई की कोशिशों और पहले सफल अभियान के बारे में-

*1852 में जॉर्ज ‘एवरेस्ट’ ने ऊंचाई नापी और उन्हीं का नाम दे दिया गया*
माउंट एवरेस्ट एशिया के महान हिमालय श्रृंखला के शिखर पर है। यहां का वातावरण बेहद ठंडा (तापमान करीब -37 डिग्री) और मौसम उससे भी अधिक बदलाव वाला है। नेपाल और तिब्बत के बॉर्डर पर खड़े इस दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ की ऊंचाई सबसे पहले अंग्रेजों ने 1852 में नापी।

चूंकि देश अंग्रेजों का गुलाम था इसलिए माउंट एवरेस्ट भी ब्रिटिश हुकूमत के अधीन था। साल 1852 में अंग्रेजों ने हिमालय के पहाड़ों का एक सर्वे कराया। इसे ग्रेट ट्रिगोनोमेट्रिकल सर्वे ऑफ इंडिया कहा गया। इस सर्वे टीम ने अनुमान लगाया और बताया कि एवरेस्ट की ऊंचाई 29,002 फीट है।

तेनजिंग और हिलेरी ने एवरेस्ट पर चढ़ने का यही रास्ता अपनाया था जो तस्वीर में बैंगनी रंग में दिखाया गया है।
इस ट्रिगोनोमेट्रिकल सर्वे टीम के एक पुराने लीडर थे जॉर्ज एवरेस्ट। इनके नाम पर एवरेस्ट का नाम रख दिया गया। बाद में तेनजिंग के एवरेस्ट फतह के बाद इसका नाम बदल कर माउंट तेनजिंग करने का बहुत दबाव बना, मगर नाम नहीं बदला जा सका।

*1921 में पहली बार एवरेस्ट को फतह करने की कोशिश हुई*
तेनजिंग और हिलेरी के एवरेस्ट फतह से पहले 13 देशों के 1200 से भी अधिक माउंटेनियर्स ने एवरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश की थी, मगर आस-पास की चोटियों तक ही पहुंच सके। एवरेस्ट पर चढ़ने की पहली कोशिश जो रिकॉर्ड में है वो 1921 में की गई।

अंग्रेजों के एक ग्रुप ने लगभग 400 मील की यात्रा करके एवरेस्ट के पास पहला बेस कैंप बनाया था। यहां बहुत तेज तूफान आया और उन्हें चढ़ाई रद्द करनी पड़ी। हालांकि पहली बार चढ़ाई पर निकले जॉर्ज मैलोरी को यह पता चल गया था कि एवरेस्ट पर जाने का आसान रास्ता क्या है।
माउंटेनियर जॉन नोएल 1924 में अपने कैमरे के साथ करीब 23,000 फीट की ऊंचाई पर।
साल 1924 में एडवर्ड नाम के एक माउंटेनियर ने बिना ऑक्सीजन 28,128 फीट तक चढ़ाई कर ली, मगर 1000 मीटर पहले ही लौट आया। एडवर्ड के लौटने के चार दिन बाद मैलोरी अपने एक सहयोगी के साथ चढ़ा और फिर उसका पता नहीं चला।

बाद में साल 1999 में मैलोरी का शव एवरेस्ट पर ही मिला। गिरने से उसकी हड्डियां टूट गई थीं। वहीं उसके साथी का आज तक पता नहीं चल सका।

*शेरपा की मदद के बिना एवरेस्ट पर चढ़ना असंभव*
इस चढ़ाई में माउंटेनियर्स की मदद करते थे शेरपा। शेरपा एक समुदाय है जो नेपाल और तिब्बत की दुर्गम पहाड़ियों वाले इलाके में रहते हैं और एवरेस्ट ट्रैकिंग में लोगों की आज भी मदद करते हैं। तेनजिंग भी इसी बिरादरी से आते थे।

शेरपा का मतलब होता है 'पूरब के लोग'। माना जाता है कि इन लोगों का मूल निवास तिब्बत था, जो कुछ सौ साल पहले नेपाल और दूसरे इलाकों में आकर बस गए। शेरपा दुर्गम पहाड़ों पर चढ़ने में महारत रखते हैं इसलिए ये गाइड की भूमिका में भी रहते हैं।
साल 1949 से पहले तक तिब्बत के रास्ते ही एवरेस्ट पर चढ़ा जा सकता था। यह इलाका शेरपाओं का था। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया भर के माउंटेनियर्स में एवरेस्ट फतह करने की होड़ लग गई।

1949 में नेपाल ने बाहरी दुनिया के लिए अपना दरवाजा खोल दिया और 1950-1951 में ब्रिटेन ने सरकारी तौर पर कई अभियान चलाए और नए रास्ते खोज निकाले।1952 में खुम्बू आइसफॉल को खोजा गया।

इस अभियान के तहत खुम्बू आइसफॉल की तरफ से रेमंड लैम्बर्ट नाम के शख्स के साथ तेनजिंग शेरपा पहली बार एवरेस्ट पर चढ़े। वो 28,210 फीट तक पहुंचे, लेकिन ऑक्सीजन की कमी के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। तेनजिंग को सात अलग-अलग अभियानों के साथ एवरेस्ट चढ़ने का मौका मिला और वो सातवीं बार में सफल हो सके।
खुम्बू ग्लेशियर पर लगाया गया बेस कैंप। इस कैंप के पीछे लिंगट्रेन की चोटी है जो बर्फबारी में पूरी तरह ढंक चुकी है।
दरअसल, तब तकनीक इतनी विकसित नहीं थी और अपना भारी भरकम ऑक्सीजन सिलेंडर साथ लेकर चढ़ना पड़ता था। इसके बाद से तेनजिंग शेरपा की कहानी शुरू हुई। तेनजिंग हिमालय की गोद में ही पले-बढ़े एक शख्स थे।

तेनजिंग शेरपा का बचपन भी याकों के विशाल झुंड की रखवाली में बीता। पहाड़ों की ढलानों पर याकों को वो 18000 फीट तक लेकर चले जाते थे। एवरेस्ट को तब शोभो लुम्मा कहा जाता था। उस वक्त एक कहावत थी, ‘मि-ति गु-ति चा-पु लॉन्ग-न्गा’। इसका मोटे तौर पर अनुवाद ये है कि "आप इसकी चोटी को नौ दिशाओं से ही देख सकते हैं क्योंकि दसवीं दिशा से देखने की कोशिश करने वाला पक्षी अगर ऊंचा उड़ा तो अंधा हो जाता है।"

अकेले में याक के साथ बचपन बिताने वाले तेनजिंग को यह कहावत बहुत परेशान करती थी। वो मन ही मन एवरेस्ट पर चढ़ने का सपना देखने लगे। तेनजिंग को पहला मौका 1935 में अंग्रेजों ने दिया, तब उनकी उम्र 21 साल थी। काम था ट्रैकिंग पर आए लोगों का भारी सामान नीचे के कैंप से ऊपर के कैंप तक ले जाना। पहाड़ों पर सामान लाद कर चढ़ने का वो उनका पहला अनुभव था।

*बेस कैंप पर हिलेरी के साथ शेरपा तेनजिंग*
तेनजिंग इसके बाद कई दलों के साथ गए। दस सालों के भीतर करीब पांच बार अलग-अलग दलों के साथ एवरेस्ट चढ़ने के बाद उन्हें रस्सी और कुल्हाड़ी का प्रयोग करना आ गया था। तेनजिंग को सबसे आसान रस्ता और उपकरणों का प्रयोग पता चल गया था।
अब एवरेस्ट फतह करने की 3 महीने की कहानी

*तेनजिंग और एडमंड हिलेरी की जोड़ी ने 10 मार्च से चढ़ाई शुरू की।*
साल 1953 में तेनजिंग को मौका मिला कि वह अपने बचपन का सपना पूरा कर सकें। उन्हें एक ब्रिटिश माउंटेनियर्स की टीम से जुड़ने का मौका मिला। इस टीम के लीडर कर्नल हंट थे। इस दल में कुछ अंग्रेज और दो न्यूजीलैंड के माउंटेनियर थे। जिनमें से एक एडमंड हिलेरी भी थे।

जॉन हंट (बीच में), एडमंड हिलेरी के साथ शेरपा तेनजिंग (दाएं)
जॉन हंट (बीच में), एडमंड हिलेरी के साथ शेरपा तेनजिंग (दाएं)।
कर्नल हंट पूरी तैयारी में जुटे और अपनी टीम के साथ लगभग दो महीने तक प्रैक्टिस करते रहे। सुबह उठ कर पत्थरों का बोरा भरकर उसे लेकर पहाड़ों पर ऊपर नीचे चढ़ने उतरने की प्रैक्टिस करते। इसके बाद तय हुआ कि 10 मार्च 1953 को टीम नेपाल के रास्ते दो हिस्सों में आगे बढ़ेगी।

पहली टीम में 150 शेरपा यानी हेल्पिंग हैंड होंगे और दूसरी टीम 11 मार्च को 200 शेरपाओं के साथ रवाना होगी। एवरेस्ट के पहले बेस कैंप तक 350 से अधिक लोगों की टीम गई जिसमें माउंटेनियर हिलेरी समेत टीम लीडर कर्नल हंट शामिल थे।

हंट ने योजना बनाई थी कि तीन बार में दो-दो माउंटेनियर जाएंगे। यदि फिर भी एवरेस्ट पर नहीं चढ़ पाए तो अपने बेस कैंप आइसफॉल पार्टी पर वापस आएंगे और फिर से तैयारी शुरू करेंगे।

पूरी टीम 12 अप्रैल 1953 को अपने बेस कैंप आइसफॉल पार्टी पर पहुंची। यह जगह 17,900 फीट (5455 मीटर) पर थी। शेरपाओं ने यहां तक जितना सामान पहुंचाया, उसका कुल भार 1 टन बताया जाता है।

यहां से तय हुआ कि टीमें धीरे-धीरे ऊपर की ओर कैंप लगाएंगीं और रुक-रुक कर आगे बढ़ा जाएगा। पहले कैंप से निकलने के तीन दिन बाद दो टीमें साथ बढ़ेंगी। पहली टीम थी टॉम बोर्डिलॉन और चार्ल्स इवांस की और दूसरी जोड़ी थी हिलेरी और तेनजिंग शेरेपा की।

*सातवां कैंप लगाने में एक महीने का समय लग गया*
हिलेरी और तेनजिंग ने साउथ कैंप से चढ़ाई शुरू की और 15 अप्रैल को 19,400 फीट (5,900 मीटर) पर दूसरा कैंप लगाया गया। दरअसल कैंप धीरे-धीरे ऊपर की तरफ लगाए जाते रहे ताकि लौटने की स्थिति में ज्यादा नीचे न आना पड़े।

*खूम्बु आइसफॉल बेस कैंप पर कर्नल जॉन हंट के साथ शेरपाओं की तस्वीर।*
  खूम्बु आइसफॉल बेस कैंप पर कर्नल जॉन हंट के साथ शेरपाओं की तस्वीर।
यहां से मौसम और बर्फबारी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सातवां कैंप लगाने में उन्हें एक महीने का समय लग गया। 17 मई को टीम के दो माउंटेनियर ने 24,000 फीट (7,300 मीटर) पर सातवां कैंप लगाया और फिर 21 मई को तेनजिंग की टीम ने 26,000 फीट (7,300 मीटर ) पर आठवां और आखिरी कैंप लगाया।

ल्होत्से फेस की तलहटी में 6,500 मी. पर चौथे एडवांस बेस कैंप की तस्वीर।
टीम लीडर हंट ने टॉम बॉर्डिलन और चार्ल्स इवांस की टीम को पहले चढ़ाई के लिए चुना। 26 मई की सुबह जब इस टीम ने चढ़ाई शुरू की तो लगभग चार घंटे बाद दोपहर 1 बजे 28,700 फीट (8,750 मीटर) तक पहुंच गए।

वो लगभग पहुंचने ही वाले थे कि उनमें से एक का ऑक्सीजन मास्क का वॉल्व टूट गया और इसे ठीक करने में एक घंटे का समय लगा। मगर तब तक लगातार ऑक्सीजन की कमी से चढ़ना दूभर हो गया और उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा।

*साल 1924 में ली गई एवरेस्ट की एक तस्वीर।*
अब बारी थी तेनजिंग और हिलेरी की। तेनजिंग और हिलेरी ने 28 मई की रात कैंप में बिताई और अपनी पहली चढ़ाई 29 मई को शुरू की। घर से निकलते वक्त उनकी बेटी नीमा ने उन्हें एक पेंसिल दी थी। साथ ही उनके एक दोस्त ने राष्ट्रीय ध्वज दिया था। चढ़ाई पर निकलते वक्त तेनजिंग के पास संयुक्त राष्ट्र संघ, ग्रेट ब्रिटेन, नेपाल और भारत के चार झंडे थे जो उनकी कुल्हाड़ी में मजबूती से लिपटे हुए थे।

हालांकि तेनजिंग साल 1952 में यहां तक आ चुके थे, मगर लड़ाई इससे ऊपर जाने की थी। हंट के निर्देश के बाद तेनजिंग और हिलेरी ने 29 मई की सुबह 6:30 बजे कैंप छोड़ दिया, मगर तेनजिंग के पैर उनका साथ कम दे रहे थ

एडमंड हिलेरी और शेरपा तेनजिंग नोर्गे उपकरणों से लदे अपने अंतिम कैंप (8,534 मीटर) से आगे बढ़ते हुए। तस्वीर उनकी सहायता टीम के एक सदस्य अल्फ ग्रेगोरी ने ली थी।
दरअसल बीती रात 28 मई को बर्फीली हवाओं में कैंप के भीतर सोते वक्त तेनजिंग ने अपने जूते कैंप के बाहर उतार दिए थे। बाद में उन्होंने इसे आदत का हिस्सा बताया था, मगर उस दिन सुबह तक उनके पैरों में जान नहीं बची थी।
सुबह निकलने से पहले तेनजिंग ने सुरक्षा और बर्फीली हवाओं से बचने के लिए तीन प्रकार के मोजे पहने। शुरू में थोड़ी दिक्कत हुई, मगर बचपन से पहाड़ों में ही रहे तेनजिंग ने एक घंटे में 1,000 फीट (300 मीटर) की चढ़ाई पूरी कर ली।

तेनजिंग और हिलेरी ने 28,000 फीट (8,500 मीटर) पर लगभग नौ बजे पहुंचने के बाद थोड़ी देर रुक कर आराम किया और आखिरी के लगभग एक हजार मीटर की चढ़ाई शुरू की।

29 मई को साढ़े 11 बजे हिलेरी और तेनजिंग दुनिया के शिखर पर थे

जब केवल 300 फीट और चढ़ना बाकी था तो एक बड़ी समस्या सामने आ गई। यहां एक संकरी और सीधी खड़ी चट्टान थी। तेनजिंग ने हिलेरी को बताया कि इसके अलावा जो रास्ता है वो बहुत मुश्किल और जानलेवा साबित हो सकता है। यानी यह चट्टान पार करना लगभग जरूरी था।
चांग ला की ढलान पर रस्सी के सहारे ऊपर चढ़ने की कोशिश करता एक माउंटेनियर ग्रुप। साल- 1924
यहां हिलेरी और तेनजिंग ने थोड़ी देर आराम किया और फिर अपने बैग से रस्सी निकाली। दोनों ने 30 फीट की रस्सी के सिरों को पकड़ा और आगे-पीछे होकर चढ़ना शुरू कर दिया। फिसलन भरी बर्फ पर स्टिक और रस्सी के सहारे चढ़ते हुए धैर्य के साथ दोनों आगे बढ़े।

दोनों लगभग 15 मिनट और चढ़े और पाया कि वो दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर पर हैं। घड़ी में 11:30 बज रहे थे।

एवरेस्ट के शिखर पर चार देशों के झंडे के साथ तेनजिंग शेरपा
तेनजिंग रो पड़े और उन्हें हिलेरी ने संभाला। उन्होंने बैग से झंडे निकाले, बर्फ में गाड़ा। इसके बाद बेटी की दी हुई पेंसिल भी बर्फ में खोंस दी। कुछ तस्वीरें खिंचवाई और भगवान को धन्यवाद दिया।
माउंट एवरेस्ट के ऊपर से पश्चिम दिशा की ओर की यह तस्वीर हिलेरी ने ली थी। इसमें वेस्ट रोंगबुक ग्लेशियर नीचे दाईं तरफ देखा जा सकता है। 
माउंट एवरेस्ट के ऊपर से पश्चिम दिशा की ओर की यह तस्वीर हिलेरी ने ली थी। इसमें वेस्ट रोंगबुक ग्लेशियर नीचे दाईं तरफ देखा जा सकता है।