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Sunday, December 26, 2021

December 26, 2021

अनवर अहमद को आप पार्टी के ग्राम सेवक का पदभार सौंपा गया

*अनवर अहमद को आप पार्टी के ग्राम सेवक का पदभार सौंपा गया*
जींद : ( संजय तिरँगाधारी )÷ स्थानीय सेवासदन मार्केट मे आम आदमी पार्टी जिला जींद के प्रधान लाभ सिंह सिद्धू की अध्यक्षता में पार्टी कार्यकर्ता जॉइनिंग प्रोग्राम हुआ।            डॉ गणेश कौशिक प्रेस प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी व वरिष्ठ नेता राजकुमार के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा। लाभ सिंह सिद्धू व गणेश कौशिक ने शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी की कैप व पटका पहनाकर पार्टी में शामिल करने का काम किया। पार्टी के जुझारू नेता दलबीर कौशिक, आप पार्टी नेत्री सुनीता देवी भी उपस्थित थे ।    
शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी में आस्था व विश्वास व्यक्त  किया । शामिल होने वालों में प्रमुख रूप से अंकुर, विनोद कुमार, अंकित कुमार, अनिल कुमार, भूपी, अनवर आदि युवा कार्यकर्ता शामिल हुए । इस अवसर पर अनवर अहमद को ग्राम सेवक का कार्यभार भी सौंपा गया।

Tuesday, November 30, 2021

November 30, 2021

प्रदेश में बढ़ रहे आपराधिक मामले : डॉ. सुशील गुप्ता

प्रदेश में बढ़ रहे आपराधिक मामले : डॉ. सुशील गुप्ता
नई दिल्ली : डॉ सुशील गुप्ता सह प्रभारी हरियाणा प्रदेश आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ,अनिल विज गृहमंत्री व डीजीपी को जींद में बढ़ती अपराधिक घटनाओं के बारे में शिकायत पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जो 10 लाख की फिरौती दी गई थी अभी तक उसके सारे मुजरिम नहीं पकड़े गए हैं। इसी दौरान एक व्यापारी की  हत्या कर दी गई। श्याम सुंदर जो ठेकेदारी का काम करता था । दिन दहाड़े गोलियों से भून दिया गया। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं की वारदात करके आराम से चले जाते हैं। पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती। पुलिस प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। उन्होंने डीजीपी से मांग की है कि ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ कर सख्त से सख्त सजा दी जाएम श्याम सुंदर के घर पर शोक में शिरकत करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा के अंदर व्यापारियों से सरेआम फिरौती मांगी जा रही हैं। यदि कोई फिरौती  नहीं देता तो उसका मर्डर कर दिया जाता है। मौजूदा सरकार इसके लिए जिम्मेदार है । जो स्वस्थ प्रशासन नहीं दे पा रही जिससे व्यापारियों में भय का वातावरण बना हुआ है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को किसी दूसरे स्टेट में शिफ्ट करना पड़ेगा। हरियाणा के अंदर गुंडाराज बढ़ जाएगा। इसलिए मुख्यमंत्री से हम मांग करते हैं कि वह जल्द से जल्द एक अच्छा निर्णय लें और लोगों के अंदर भय का माहौल खत्म करें। जींद विधानसभा आम आदमी पार्टी ने  मीटिंग करके अपराधियों को जल्द पकड़ने का आह्वान किया है व श्याम सुंदर के लिए 2 मिनट का मौन रखकर के श्रद्धांजलि दी गई। 10 लाख की फिरौती लेने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की अपील की गई । इस मीटिंग में शामिल आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी वह सामान्य सदस्य शामिल हुए और मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष तरसेम गोयल, आम आदमी पार्टी के जिला संगठन मंत्री ईश्वर दास गोयल एडवोकेट, महिला विंग की अध्यक्ष डॉ रजनीश जैन , रोहित जैन , सचिव राजेश यादव धर्मवीर देशवाल , पालाराम, धीरज गुप्ता, मनोज भेरू खेड़ा, आशीष विद्यार्थी, विंग के प्रधान रमन गुप्ता, दीपक आर्य, पवन शर्मा और अन्य सदस्य मौजूद थे।

Tuesday, November 23, 2021

November 23, 2021

तीन कृषि बिल वापसी का ऐलान किसानों की जीत परंतु जंग अभी बाकी :-कमांडो श्योराण

तीन कृषि बिल वापसी का ऐलान किसानों की जीत परंतु जंग अभी बाकी :-कमांडो श्योराण
नई दिल्ली : कमांडो रामेश्वर श्योराण पश्चिमी जोन संगठन मंत्री और प्रवक्ता आप हरियाणा प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि पिछले लगभग एक साल से किसान दिल्ली बॉर्डर के चारों तरफ सडकों पर अपने हकों की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रहे है।  किसान आंदोलन में लगातार संघर्ष करने वाले कमांडो श्योराण ने कहा कि जब किसान अपनी मांग के लिए दिल्ली की तरफ चले तो केंद्र सरकार ने किसानों पर बड़े अत्याचार किए थे। जो माफी लायक नहीं है। किसानों को आतंकवादी, पाकिस्तानी,जैसे शब्दों की संज्ञा दी गई तो कभी आन्दोलनजीवी कहा गया केंद्र सरकार और हरियाणा की गठबंधन सरकार ने हमेशा किसानों के साथ हठधर्मिता से निर्णय लिया, लेकिन हम अन्नदाता अपना बड़ा दिल दिखाते हुए मोदी को माफ करेंगे। लेकिन जब तक कृषि बिल वापसी का नोटिफिकेशन जारी नहीं होता है। और MSP गारंटी कानून नहीं बनता है। साथ ही किसानों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापिस नहीं होते हैं। हम घर वापसी नहीं करेंगे। आम आदमी पार्टी हमेशा अन्याय के विरोध में आम जनता के साथ खड़ी है।

Monday, October 25, 2021

October 25, 2021

टैक्सी यूनियन के संयोजक पवन रोहिल्ला अपने साथियों के साथ आप पार्टी में हुए शामिल

टैक्सी यूनियन के संयोजक पवन रोहिल्ला अपने साथियों के साथ आप पार्टी में हुए शामिल        
जींद : ( संजय कुमार ) ÷ स्थानीय बस स्टैंड के पास एक कार्यक्रम में टैक्सी यूनियन जींद के संयोजक पवन रोहिल्ला अपने कई साथियों के साथ आम आदमी पार्टी में अपनी आस्था जताते हुए आप पार्टी में शामिल हुए। आम आदमी पार्टी के जिला प्रेस प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी डॉ गणेश कौशिक ने डॉक्टर सुशील गुप्ता हरियाणा के  सह प्रभारी  के निर्देशानुसार व  जिला जींद पार्टी अध्यक्ष लाभ सिंह सिद्धू की अनुशंसा  से पार्टी में शामिल होने वाले इन नेताओं को पार्टी की टोपी पहना कर पार्टी में शामिल किया। उन्होंने कहा  की इन सभी कार्यकर्ताओं ने अरविंद केजरीवाल व डॉक्टर सुशील गुप्ता की जन हितेषी आम आदमी के कल्याणकारी नीतियों में अपनी आस्था जताई है ,पार्टी की नीतियों में विश्वास व्यक्त किया है। शामिल होने वालों में पवन रोहिल्ला , कृष्ण ,फिरोज, राजेंद्र सिंह ,धर्मपाल, सुमेर सिंह, बलजीत सिंह, सजंय, सोनू कुमार ,कृष्ण पूनिया, कुलविंदर आदि प्रमुख थे।

Sunday, October 3, 2021

October 03, 2021

कांग्रेस नेतृत्व पर उठाए जा रहे सवालों पर जींद में बोले रणदीप सुरजेवाला

कांग्रेस नेतृत्व पर उठाए जा रहे सवालों पर जींद में बोले रणदीप सुरजेवाला
जींद -( संजय कुमार )÷ जब घर पर मुश्किल का समय होता है तो घर के बड़े बुजुर्ग अपनी अच्छी राय देते हैं और घर के बचाव में एक होकर लड़ते हैं। पार्टी पर मुश्किल समय हो और वह विपक्ष में हो तो सभी को जनता के हितों के लिए मिलकर लड़ाई लड़नी चाहिए, यही भारत और कांग्रेस की संस्कृति है। यह टिप्पणी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को यहां एक पत्रकार वार्ता में सवालों के जवाब में की। कांग्रेस में हाशिये पर चल रहे पुराने नेताओं द्वारा रह-रहकर पार्टी नेतृत्व पर उठाए जा रहे सवालों के जवाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहां की पार्टी का हर नेता सबसे पहले कार्यकर्ता है बाद में वह नेता है उन्होंने उन सभी नेताओं से विनम्र अनुरोध किया कि वे विपक्ष में रहते हुए जनता के हितों की लड़ाई मिलकर लड़ें।
क्या गांधी परिवार के सदस्य के अलावा कांग्रेस में कोई अध्यक्ष नहीं बन सकता? पत्रकारों द्वारा पूछे गए इस सवाल के जवाब में रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास गवाह है कि स्वर्गीय राजीव गांधी जी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की मृत्यु के उपरांत 10 साल तक सोनिया गांधी परिवार के सदस्यों सहित राजनीति से बिल्कुल दूर रही। कांग्रेसजनों के अनुरोध पर ही राजनीति में वे राजनीति में आई। उन्होंने विधिवत तरीके से पार्टी की सदस्यता ग्रगन की थी। बाद में लोकतांत्रिक व्यवस्था के ताहत कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष चुनी गई थी। कांग्रेस में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। यहां कार्यकर्ता, पीसीसी सदस्य, एआईसीसी सदस्य, कार्य समिति के सदस्य सभी मिलकर अध्यक्ष का चुनाव करते हैं। सोनिया गांधी जी भी जब राजनीति में आई जब उन्हें अध्यक्ष बनाया गया, उन्होंने भी चुनाव लड़ा था। उस समय पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेश पायलट और जतिन प्रसाद जी ने उनके  मुकाबले चुनाव लड़ा था। उस समय श्रीमती सोनिया गांधी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुनी गई थी। कांग्रेस में वही अध्यक्ष बनेगा, जिसे कार्यकर्ता चाहेगा।
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पुरानी बात हो गई। देश में कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से यह नहीं पूछता कि वे अलग-अलग राज्यों में बार-बार सीएम क्यों बदल रहे हैं। किसी भी पार्टी की अपनी एक व्यवस्था होती है और सभी को उसके दायरे में रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष में 15 से 16 राज्यों में भाजपा या उससे समर्थित सरकार है। पर कोई मोदी से यह सवाल पूछने की हिम्मत नहीं करता कि उन्होंने उत्तराखंड में तीन बार सीएम क्यों बदला, कर्नाटक में येदुरप्पा जी का इस्तीफा क्यों लिया गया। गुजरात मे रुपाणी को मुख्यमंत्री पद से क्यों हटाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि आसाम में भाजपा ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता को दरकिनार कर दूसरे दल से आए व्यक्ति को सीएम क्यों बना दिया।
ऐलनाबाद उपचुनाव के संबंध में सुरजेवाला ने कहा, सभी मिलकर उपचुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस वहां पूरी तरह मज़बूती से दिखाई देगी। उपचुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार कौन होगा? इस सवाल पर कहा कि सभी मिलकर इसका फैसला कर लेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व मुझमें अच्छा तालमेल है।

Wednesday, September 22, 2021

September 22, 2021

लॉकडाउन में भी रेलमपेल चलती रही हरियाणा के मंत्रियों की गाडिय़ां

लॉकडाउन में भी रेलमपेल चलती रही हरियाणा के मंत्रियों की गाडिय़ां
आरटीआई में खुलासा- हजारों किलोमीटर का सफर तय कर लाखों का तेल फूंका 
चंडीगढ : लॉकडाउन में जब लोग घरों के अंदर बंद थे और व्यापार से लेकर लोगों का सब काम धंधा ठप हो गया था, तब भी हरियाणा सरकार की गाडिय़ां सात माह तक रेलमपेल चलती रही। हरियाणा मंत्रीमंडल के लिए 2021-22 वित्त वर्ष में मुख्यमंत्री के लिए 36 लाख रुपये प्रति गाड़ी कीमत की चार गाडिय़ों की खरीद हुई। जबकि गृहमंत्री अनिल विज के लिए सबसे महंगी 65 लाख 75 हजार रुपये की मर्सिडीज गाड़ी खरीदी गई। विपक्षी नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए भी सीएम की तर्ज पर 36 लाख रुपये की एक गाड़ी खरीदी गई। लॉकडाउन में किसी का घर से बाहर निकलना व आना-जाना बंद था, तब भी हरियाणा के मंत्रियों ने हजारों किलोमीटर का सफर तय कर डाला और लाखों का तेल फूंक दिया। यह खुलासा आरटीआई के तहत मांगी गई 
जानकारी में हुआ है। 
स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने सरकार के मुख्य सचिव से जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत 27 जुलाई को सूचना मांगी थी। जिसमें पूछा गया था कि सरकार के मंत्रियों व मुख्यमंत्री एवं अन्य वीआईपी लोगों के लिए कितनी गाडिय़ां खरीदी गई हैं और जनवरी से जुलाई माह तक कितने किलोमीटर गाडिय़ां चली हैं और इनमें कितने रुपये का तेज खर्च आया है। इसका जवाब सरकार की तरफ से भेजा गया है। जिसमें बताया गया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के लिए चार गाड़ी, गृहमंत्री अनिल विज के लिए एक मर्सिडीज गाड़ी, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, शिक्षामंत्री कंवरपाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शमा, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, कृषिमंत्री जेपी दलाल, को-आपरेटिव मंत्री बनवारी लाल, राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव, राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, राज्यमंत्री अनूप धानक, राज्यमंत्री संदीप सिंह, विपक्षी नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए एक-एक नई गाड़ी खरीदी गई। इन गाडिय़ों की खरीद हाल ही में नए वित्त वर्ष के दौरान दर्शायी गई है। अहम बात यह है कि सीएम से लेकर मंत्रियों व राज्यमंत्री की प्रत्येक गाड़ी 36, 30657 में खरीदी गई है, जबकि गृहमंत्री अनिल विज की एक गाड़ी 65 लाख 75 हजार में खरीदी गई जो सबसे महंगी है।
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ये चली सीएम से लेकर मंत्री की जनवरी से जुलाई तक गाड़ी

पद का नाम किलोमीटर तेल पर खर्च राशि 

1. मुख्यमंत्री मनोहरलाल 20503 218114

2. परिवहनमंत्री मूलचंद शर्मा 88090 858527

3. विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता              51976 563572

4. गृहमंत्री अनिल विज 54260 477112

5. शिक्षामंत्री कंवरपाल 28287 879540

6. कृषिमंत्री जेपी दलाल 27980 296968

7. ओमप्रकाश यादव राज्यमंत्री 116456 1155360

8. डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा 107988 1099656

9. बनवारीलाल कोआपरेटिव मंत्री 42918 515224

10. संदीप सिंह राज्यमंत्री  71814 822918

11. रणजीत सिंह बिजली मंत्री 91952 905905

12. अनूप धानक राज्यमंत्री 83624 827800

13. कमलेश ढांडा राज्यमंत्री 80950 863984

14. दुष्यंत सिंह चौटाला डिप्टी सीएम 27351 329617

Thursday, September 9, 2021

September 09, 2021

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा:नाममात्र बढ़ोतरी किसानों से मजाक

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा:नाममात्र बढ़ोतरी किसानों से मजाक
चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गेहूं, जौ, चने की एमएसपी में मात्र लगभग दो से ढाई प्रतिशत की बढ़ोत्तरी को नाकाफी बताते हुए, किसानों के साथ मजाक करार दिया है। उन्होंने कहा किसान की फसल की लागत बहुत बढ़ गई है, आज पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। लेबर ,खाद, बीज, दवाई और बाकी रोजमर्रा की चीज़ों के दाम भी रिकॉर्ड ऊंचाई के स्तर पर हैं।
एक तरफ सरकार 2022 तक किसानों की आय डबल करने का वादा करती है और दूसरी तरफ उसे पिछले साल सिर्फ ढाई फीसदी और इस साल घटाकर नाममात्र सिर्फ 2 फीसदी की रेट बढ़ोत्तरी का झुनझुना थमा दिया। यूपीए सरकार के दौरान गेहूं के रेट में हर साल औसतन 9-10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होती थी।

Monday, September 6, 2021

September 06, 2021

सीएम विंडो पर मिली थी शिकायत

 सीएम विंडो पर मिली थी शिकायत 
चण्डीगढ़ : सीएम विंडो के माध्यम से जनमानस की शिकायतों पर तत्परता से सुनवाई व सुगमता से समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आरम्भ की गई सूचना प्रौद्योगिकी यह व्यवस्था लोकप्रिय हो रही है क्योंकि शिकायतों की दो तरफा पड़ताल कर मामले की तह तक जाया जाता है। मुख्यमंत्री ने स्वंय एक शिकायत पर नगर निगम आयुक्त, जींद से स्पष्टीकरण मांगा है और जांच के पुन: आदेश दिए हैं। चण्डीगढ़ मुख्यालय पर सीएम विंडो की निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री के विशेष कार्यकारी अधिकारी भूपेश्वर दयाल के अनुसार प्राप्त शिकायतों की समीक्षा विशेष टीम द्वारा की जाती है और शिकायत की प्रकृति के अनुसार इसे रेड स्टार मार्क करके गंभीर मामलों की श्रेणी में रखा जाता है। नगर पालिका सफीदों जींद के इस मामले में सीएम विंडो पर इस जांच की प्रक्रिया में लगे एक विशेष सहायक की भूमिका को भी संदिग्ध पाया गया क्योंकि उसने नगर निगम आयुक्त की जांच के आधार पर अपने स्तर पर ही जांच को फाईल कर दिया था। जब शिकायतकर्ता ने दोबारा शिकायत की तो सीएम विंडो ने तत्काल संज्ञान लेते हुए उस विशेष सहायक को तुरंत प्रभाव से ड्यूटी से कार्यभार मुक्त कर दिया है।
उन्होंने बताया कि 1 फरवरी, 2021 को अपलोड शिकायत नम्बर 009188, जिसमें सफीदों नगरपालिका द्वारा रेलवे रोड पर निर्माणाधीन गहरे नाले में मिट्टी भराई व ठेकेदार द्वारा कम गुणवत्ता वाली आरसीसी निर्माण सामग्री बारे शिकायत की गई। सफीदों के उपमण्डल अधिकारी (नागरिक) द्वारा जांच की गई। शिकायतकर्ता द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी की प्रति सीएम विंडो पर अपलोड की गई थी और जब सीएम विंडो पर कार्यरत अधिकारियों ने जब शिकायत की दो तरफा पड़ताल की तो मामले में कुछ अनियमितताएं पाई गई। भूपेश्वर दयाल ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि नगर निगम कार्यालय द्वारा की गई जांच के दौरान न तो उसे बुलाया और न ही इस जांच में प्रबुद्ध नागरिकों को शामिल किया गया और न किसी के हस्ताक्षर लिए गए जबकि जांच में ऐसे प्रावधान की पालना करनी होती है और जांच केवल खानापूर्ति के लिए की गई है। शिकायतकर्ता की पुन: शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सीएम विंडो द्वारा उक्त कार्यवाही की गई है।

Sunday, September 5, 2021

September 05, 2021

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा:बरसात के मौसम में हादसों की वजह बन रहे भ्रष्टाचार के गड्ढे

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा:बरसात के मौसम में हादसों की वजह बन रहे भ्रष्टाचार के गड्ढे
चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि हल्की सी बारिश ने एकबार फिर बीजेपी-जेजेपी सरकार के दावों की पोल खोलकर रख दी। जलभराव और सड़कों की खस्ता हालत का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। जलमग्न सड़कों पर बने भ्रष्टाचार के गड्ढ़े हादसों की वजह बन रहे हैं। प्रदेश का ऐसा कोई जिला नहीं है जहां सड़कों व सीवरेज की हालत बेहतर हो।
हिसार, जींद, रोहतक, गुरुग्राम, फरीदाबाद से लेकर पंचकूला तक हर इलाके में गलियां नदियों में तब्दील हो गई हैं और सड़कें तालाब बन चुकी हैं। हुड्‌डा ने कहा कि हर बारिश के बाद सीवरेज व्यवस्था ठप होना और जलभराव आम समस्या बन गई है। इसका असर सिर्फ आम जनजीवन ही नहीं बल्कि लोगों के कारोबार व स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। ओवरफ्लो सीवर का पानी हादसों के साथ बीमारियों को भी न्योता दे रहा है। कई इलाकों में ज्यादा बारिश की वजह से किसानों की फसलें भी खराब हुई हैं। अकेले रोहतक में 1500 से ज्यादा शिकायतें सामने आई हैं।

Monday, August 23, 2021

August 23, 2021

पेपर लीक घोटालों की जांच करे सीबीआई : दीपा शर्मा

पेपर लीक घोटालों की जांच करे सीबीआई  : दीपा शर्मा
चंडीगढ : ( ब्यूरो ) हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की महासचिव दीपा शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार जनता को गुमराह करती है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों से जुड़ी खबरों के बारे में कहा कि सरकार ने विधानसभा में गलत जानकारी दी है। सरकार का कहना है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई, जबकि उस वक्त की तमाम मीडिया कवरेज सच बयां कर रही हैं। हर गांव, गली,मोहल्ले में व्याप्त विलाप और अपनों की जान बचाने की जद्दोजहद में लगे लोगों की तस्वीरें आज भी सभी के जेहन में जिंदा हैं। उस वक्त कई जिलों के जेजेपी सांसद समेत कई भाजपा नेताओं ने माना था कि ऑक्सीजन की कमी के चलते हालात बेकाबू हो चुके थे। पूरा हरियाणा इस बात का गवाह है कि बहुत सारे लोगों की जान ऑक्सीजन की कमी के चलते दम घुटने से हुई थी। इतना ही नहीं, हजारों लोगों की जान इलाज, दवाई, हॉस्पिटल बेड और वेंटिलेटर के अभाव में चली गई। सरकार कोरोना से हुई कुल मौतों के आंकड़े भी छिपा रही है। सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों से कई गुना ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं। सरकार को सही संख्या का पता लगाने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी बनानी चाहिए, ताकि सभी पीड़ित परिवारों को सहायता दी जा सके।
दीपा शर्मा ने एक बार फिर पेपर लीक घोटालों की जांच सीबीआई से करवाने की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक सामने आ रहे भर्ती घोटालों से प्रदेश के राजस्व और आम जनता को करोड़ों रुपये की चपत लग रही है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में गोपनीयता बनाए रखने के लिए हर साल करीब ₹25 करोड़ खर्च होते हैं। पेपर करवाने और तमाम भर्ती संबंधी प्रक्रियाओं के लिए भी करीब 100 करोड़ रुपये का बजट जारी किया जाता है। जबकि, यह संस्था पिछले कुछ सालों में शायद ही कोई पेपर बिना लीक हुए पूरा करवा पाई हो। जब खुद प्रदेश के गृह मंत्री कह रहे हैं कि इसकी जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए, तो फिर सरकार इससे क्यों भाग रही है।

Friday, August 20, 2021

August 20, 2021

रक्षाबंधन पर बहनों को सौगात, 21 और 22 को फ्री रहेगा सफर, 15 साल तक के बच्चे ले जा सकेंगी साथ

रक्षाबंधन पर बहनों को सौगात, 21 और 22 को फ्री रहेगा सफर, 15 साल तक के बच्चे ले जा सकेंगी साथ

चण्डीगढ़ : हरियाणा सरकार ने बहनों को रक्षाबंधन का तोहफा देते हुए महिलाओं और 15 साल तक के बच्चों को इस साल भी मुफ्त यात्रा सुविधा देने का निर्णय लिया है ताकि बहनें अपने भाइयों के घर जाकर राखी बांध सकें।

परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि मख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस आशय के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि 21 अगस्त की दोपहर 12 बजे से लेकर 22 अगस्त की शाम तक महिलाओं के लिए बसों में सुविधा फ्री रहेगी। इस दौरान फेस मास्क लगाना होगा और कोविड नियमों का पालन करना होगा।

मूलचंद शर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा पिछले कई सालों से रक्षाबंधन के मौके पर महिलाओं और 15 साल तक के बच्चों को मुफ्त यात्रा सुविधा दी जा रही थी। लेकिन पिछले साल कोविड-19 महामारी के चलते इसकी अनुमति नहीं दी गई थी। इस समय चूंकि कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी गिरावट दर्ज की गई है, इसलिए इस सुविधा को जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि इस दौरान 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बसें चलाई जाएंगी और सुरक्षा के लिए उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे। बस में सफर करने वालों को फेस मास्क के साथ-साथ अन्य कोविड प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखना होगा।
हरियाणा सरकार ने रक्षाबंधन पर महिलाओं को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने रक्षाबंधन के पर्व पर महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सौगात दी है। परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा ने इसकी जानकारी दी।

मूलचंद शर्मा ने कहा कि भाई-बहन के इस पावन पर्व पर महिलाओं को हरियाणा राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में फ्री यात्रा का उपहार दिया जाएगा। 15 साल के बच्चें के साथ महिलाएं मुफ़्त यात्रा कर सकेंगी। मूलचंद ने कहा कोविड प्रोटोकॉल का मुफ्त यात्रा में पालन करना होगा।
मूलचंद शर्मा ने कहा कोविड कि चलते परिवहन व्यवस्था में दिक्कत थी अब 90 फीसदी बसें सड़क पर चल रही है। उन्होंने कहा अभी वॉल्वो में लोग कम सफ़र कर रहें हैं लेकिन जिन रूट पर यात्री है उन जगहों पर वॉल्वो चलाई जा रही है. रोहतक हिसार फरीदाबाद और जयपुर के लिए वॉल्वो बस चलाने का कोई फैसला नहीं किया है।
मूलचंद शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलग अलग शहरों के लिए बस सेवा शुरू की जाएगी। अलीगढ़ रुट पर परमिट में कुछ समस्या आ रही है इसको लेकर आज मैं उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री से आज बात करूंगा।
 
वहीं तीज और रक्षाबंधन पर्व के लिए रोडवेज ने अलग से तैयारी की है। कोरोना की दूसरी लहर खत्म के बाद अब रोडवेज की बसों का चक्का चलने लगा है। गाड़ियों के रूट बढ़ा दिए गए हैं. पुराने रूट भी खोले जा रहे हैं।
हालांकि अब अवैध बसों के चालान किए जा रहे हैं लेकिन ये बसें अब सामान्य हो गई हैं। हरियाणा रोडवेज का जब से संचालन शुरू हुआ है, तब से धीरे-धीरे बसों की संख्या बढ़ रही है। श्रावन मास में हरिद्वार जा रहे हैं श्रद्धालु। इस वजह से वहां के लिए भी बसों का फेरा बढ़ा दिया गया है।
August 20, 2021

फिर भी वर्षों से ले रहे हैं पेंशन

हरियाणा के ये 11 विधायक दलबदल के तहत खो चुके विधानसभा सदस्यता, फिर भी वर्षों से ले रहे हैं पेंशन
चंडीगढ़ : हरियाणा में 11 पूर्व विधायक ऐसे हैं जिनकी दलबदल कानून के तहत विधानसभा की सदस्यता खत्म कर दी गई। लेकिन ये पूर्व विधायक अब भी पूर्व विधायक होने के नाते पेंशन व अन्य सुविधाएं ले रहे हैं।

आपको बता दें कि इन 11 दलबदलू विधायको में छह विधायकों को 15 वर्ष पूर्व सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2006 में अयोग्य घोषित किया था। वहीं, तत्कालीन स्पीकर द्वारा अयोग्य घोषित पांच अन्य दलबदलू पूर्व विधायकों के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में वर्ष 2014 से सुनवाई लंबित है।

आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने हरियाणा विधानसभा सचिवालय से आरटीआई कानून के तहत इसकी जानकारी ली है। आपको बता दें कि जगजीत सांगवान, कर्ण सिंह दलाल, राजेंद्र सिंह बीसला, देव राज दीवान, भीम सेन मेहता व जयप्रकाश गुप्ता 9 मार्च 2000 से 25 जून 2004 तक विधायक रहे थे।
इन सभी छह विधायकों को तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सतबीर सिंह कादियान ने दलबदल के मामले में 25 जून 2004 को विधानसभा के अयोग्य घोषित कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी 11 दिसंबर 2006 को सुनाए फैसले में इन विधायकों की अपील को खारिज करते हुए फैसले को बरकरार रखा।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य घोषित होने के 15 वर्ष बाद भी दलबदल करने वाले यह पूर्व विधायक पेंशन व सुविधाएं ले रहे हैं।
इसी तरह वर्ष 2009 में हरियाणा जनहित पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल हुए धर्म सिंह छोकर, राव नरेंद्र सिंह, जिले राम शर्मा, सतपाल सांगवान व विनोद भ्याना को भी तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने अयोग्य घोषित कर दिया था। जिसके बाद इनकी अपील वर्ष 2014 से पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में लंबित हैं।
दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित यह सभी ग्यारह दलबदलू पूर्व विधायक वर्षों से 51,800 मासिक पेंशन व 10 हजार रुपये यात्रा भत्ता प्रति माह ले रहे हैं। इसके अलावा विधायक रहते हुए पांच वर्ष तक हर महीने वेतन, आफिस खर्च, टेलीफोन बिल, सत्कार भत्ता व अन्य भत्ते व अन्य सुविधाओं का लाभ भी उठाते रहे।
आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने इन सभी दलबदलू 11 पूर्व विधायकों की पेंशन को जनता के पैसे की लूट बताते हुए इसे तत्काल बंद करने व इनके द्वारा ली गई समस्त पेंशन, भत्ते, वेतन राशि की ब्याज सहित वसूली की मांग की है।
दल-बदल का साधारण अर्थ एक-दल से दूसरे दल में सम्मिलित होना हैं। संविधान के अनुसार भारत में *निम्नलिखित स्थितियाँ सम्मिलित हैं –*
किसी विधायक का किसी दल के टिकट पर निर्वाचित होकर उसे छोड़ देना और अन्य किसी दल में शामिल हो जाना। मौलिक सिध्दान्तों पर विधायक का अपनी पार्टी की नीति के विरुध्द योगदान करना। किसी दल को छोड़ने के बाद विधायक का निर्दलीय रहना। परन्तु पार्टी से निष्कासित किए जाने पर यह नियम लागू नहीं होगा।
सारी स्थितियों पर यदि विचार करें तो दल बदल की स्थिति तब होती है जब किसी भी दल के सांसद या विधायक अपनी मर्जी से पार्टी छोड़ते हैं या पार्टी व्हिप की अवहेलना करते हैं। इस स्थिति में उनकी सदस्यता को समाप्त किया जा सकता है और उनपर दल बदल निरोधक कानून लागू होगा।
लेकिन यदि किसी पार्टी के एक साथ दो तिहाई सांसद या विधायक पार्टी छोड़ते हैं तो उन पर ये कानून लागू नहीं होगा पर उन्हें अपना स्वतन्त्र दल बनाने की अनुमति नहीं है वो किसी दूसरे दल में शामिल हो सकते हैं।
1) दल बदल कानून लोकसभा या विधान सभा अध्यक्ष पर लागू नहीं होता है, मतलब यदि लोकसभा या विधान सभा का कोई सदस्य अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद अपने दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दे या फिर दल के व्हिप के विरुद्ध जाकर मतदान कर दे तो उस पर ये कानून लागू नहीं होता है।
2) राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान के दौरान दल के व्हिप का उलंघन करने पर भी सदस्यों पर दल बदल कानून लागू नहीं होता है। दल बदल कानून के तहत सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित व्यक्ति तब तक मंत्री बनने के लिए अयोग्य रहता है जब तब वह दुबारा चुन कर सदन का सदस्य न बन जाए|

Tuesday, July 20, 2021

July 20, 2021

चौटाला की नई सियासी पारी की शुरुआत किसानों से

चौटाला की नई सियासी पारी की शुरुआत किसानों से:

 गाजीपुर बॉर्डर व पलवल में चल रहे आंदोलन में पहुंचेंगे इनेलो सुप्रीमो, JBT घोटाले में सजा काटकर लौटे हैं पूर्व CM
रेवाड़ी : सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश में अपनी नई सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। चौटाला किसान आंदोलन के जरिए अपनी पार्टी इंडियन नेशलन लोकदल को नए सिरे से खड़ा करने की जुगत में लगे हैं। आंदोलनरत किसानों के प्रति उनकी हमदर्दी पहले भी देखने को मिली है, लेकिन कानूनी अड़चनों के चलते अभी तक वह किसानों के धरने में शामिल नहीं हो पाए थे।
लेकिन हाल में ही जेबीटी भर्ती मामले में सजा पूरी होने के बाद रिहा हुए चौटाला ने अपनी नई सियासी पारी की शुरुआत किसान आंदोलन से शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए चौटाला 20 जुलाई को हरियाणा के पलवल में चल रहे किसानों के धरने व गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों के बीच पहुंचेंगे। इसकी जानकारी उनके पुत्र अभय चौटाला ने ट्वीट करके दी है।
बता दें कि ओमप्रकाश चौटाला 4 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। आखिरी बार उनका कार्यकाल 2005 में पूरा हुआ था। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उनकी इनेलो पार्टी दो फाड़ हो गई थी। अजय चौटाला के पुत्र दुष्यंत चौटाला ने बगावत करके अपनी नई पार्टी जन नायक जनता पार्टी का गठन कर लिया था। उसके बाद से इनेलो एक जिले तक सिमट कर रह गई थी।
कई बड़े सीनियर नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दल में चले गए थे। चौटाला जेबीटी भर्ती मामले में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, इसलिए पार्टी को संभालने का दारोमदार छोटे बेटे अभय चौटाला पर रहा। लेकिन पिछले दिनों सजा पूरी होने के बाद ओम प्रकाश चौटाला जैसे ही जेल से बाहर आए, उसके बाद से ही पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने को लेकर मंथन चल रहा है।
ओम प्रकाश चौटाला भली भांति जानते हैं कि इस समय प्रदेश में सबसे बड़ा आंदोलन कोई चल रहा है तो वह किसान आंदोलन है और इसी को भुनाकर नए तरीके से पार्टी को खड़ा किया जा सकता है। वैसे भी कांग्रेस से लेकर अन्य विपक्षी दल किसान आंदोलन के जरिए समय- समय पर सरकार पर निशाना साधने के साथ ही उनके हमदर्द बनने में हर संभव कोशिश करते रहे हैं।
यही कारण है कि ओमप्रकाश चौटाला ने भी जेल से बाहर आने के बाद अब नई सियासी पारी की शुरुआत किसान आंदोलन के जरिए करने का निर्णय लिया। पलवल व गाजीपुर बॉर्डर पर जाने के बाद चौटाला पूरे प्रदेश के भ्रमण पर निकलकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।

Monday, July 19, 2021

July 19, 2021

जुलाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हुई बैठक

जुलाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हुई बैठक
-युवा अध्यक्ष चुनाव से कांग्रेस को मिलेगी अलग ऊर्जा : मोहित लाठर
जींद ; ( संजय कुमार ) ÷रविवार को जुलाना में प्रदेश के पूर्व जनस्वास्थ्य मंत्री सत्यनारायण लाठर के आवास स्थान पर उनके समर्थकों की एक बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता पूर्व जनस्वास्थ्य मंत्री सत्यनारायण के पौते एवं कांग्रेस के युवा नेता मोहित लाठर ने की। इस मौके पर काफी संख्या में बुजुर्ग व युवा कांग्रेस कार्यकरता मौजूद रहे। बैठक में देश व प्रदेश में हो रहे युवा कांगे्रस के चुनावों को लेकर चर्चा की गई की यूथ कांग्रेस चुनावों में प्रदेश और जिला स्तर पर वे किस उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगे। मोहित लाठर ने कहा कि देश व प्रदेश में यूथ कांगे्रस कार्यकतर पूरी तरह से सकि्रय हैं और चुनावों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यूथ कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा। कांगे्रस पार्टी के साथ जुड़ सके। लाठर ने कहा कि युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पदों के चुनावों से प्रदेश में कांग्रेस को एक अलग उजर मिलेगी। 
इस मौके पर अजमेर नंबरदार, राज सिंह, शमशेर लाठर, बारूराम, शमशेर सिंह दलाल, ईश्र्वर, प्रदीप, बलदेव सिह चहल, आजाद लाठर व राजेश आदि मौजूद रहे।

Friday, July 9, 2021

July 09, 2021

हरियाणा कांग्रेस में घमासान

हरियाणा कांग्रेस में घमासान: अब उठी भूपेंद्र हुड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग, सोनिया गांधी को लिखा पत्र

चंडीगढ़ : हरियाणा कांग्रेस में भी रार शुरू हो गई है। हुड्डा खेमे के विधायकों ने हरियाणा कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठा दी है। उनका कहना है कि पार्टी की कमान प्रदेश में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को सौंपी जाए। इस बीच पवन जैन ने सोनिया गांधी को पत्र लिख भूपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग कर दी
हरियाणा कांग्रेस में चल रही अंतर्कलह के बीच पार्टी के पूर्व मीडिया कन्वीनर पवन जैन ने एक और पैंतरा चल दिया है। उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिख कर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आल इंडिया कांग्रेस कमेटी का राष्ट्रीय अध्यक्ष या कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की मांग कर दी है। उन्होंने कहा है कि हुड्डा की चार पीढ़ियां कांग्रेस को पिछले कई सालों से सींच रही हैं। वे हरियाणा में 36 बिरादरी के नेता हैं।
जैन का यह पत्र आजकल एआईसीसी में चर्चा का विषय बना हुआ है। जैन ने कहा है कि पार्टी को न सिर्फ हरियाणा में बल्कि हिंदी भाषी सभी राज्यों में हुड्डा का फायदा उठाना चाहिए। चूंकि कांग्रेस की सीधी टक्कर भाजपा के साथ है, ऐसे में जनाधार वाले नेताओं को ही फील्ड में भेजना होगा।
आज की तारीख में कांग्रेस की रीढ़ कहे जाने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर होता जा रहा है। अगर कांग्रेस आलाकमान कद्दावर नेताओं को अहम जिम्मेदारी दे तो पार्टी का जीर्णोद्धार हो सकता है। मालूम हो कि जैन की गिनती हुड्डा के करीबी लोगों में होती है।
*हरियाणा कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की उठी मांग*

हरियाणा कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर घमासान तेज हो गया है। बता दें कि कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को दिल्ली में पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी। नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विधायक आलाकमान पर दबाव बना रहे हैं। 10 विधायकों ने कुमारी सैलजा के खिलाफ एकजुट होकर वेणुगोपाल से दिल्ली में उनके निवास पर मुलाकात की और हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठाई। 

इन विधायकों की मांग है कि सैलजा को हटाकर हरियाणा में कांग्रेस की कमान हुड्डा को सौंपी जाए। मुलाकात में डॉ. रघुबीर कादियान, गीता भुक्कल, आफताब अहमद, बीबी बतरा, राव दान सिंह, जगबीर मलिक, जयवीर वाल्मीकि, शकुंतला खटक, बिशनलाल सैनी, बलबीर वाल्मीकि, राजेंद्र सिंह जून, धर्म सिंह छौक्कर सहित अन्य पार्टी नेताओं ने प्रभारी से मुलाकात की थी। इस दौरान सभी ने एक सुर में कहा कि हरियाणा की कमान हुड्डा के हाथ में सौंपी जाए।
July 09, 2021

धान की बिजाई के लिए किसानों को 2 घण्टे अतिरिक्त बिजली मिलेगी

धान की बिजाई के लिए किसानों को 2 घण्टे अतिरिक्त बिजली मिलेगी 
चंडीगढ़ : हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में मानसून की देरी के चलते धान की बिजाई के लिए किसानों को 2 घण्टे अतिरिक्त बिजली दी जाएगी। इसकी आपूर्ति किसानों को तुरन्त प्रभाव से करवाई जाएगी। सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि धान की बिजाई के लिए अब 8 घंटे की जगह 10 घण्टे बिजली मिलेगी। इससे किसानों को फसल में पानी की कमी दूर करने में सहायता मिलेगी। उन्हें 2 घंटे अतिरिक्त बिजली की उपलब्ध करवाने की यह सुविधा मानसून के आने तक प्रदान रहेगी। बिजली मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिजली पर्याप्त मात्रा में है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बुधवार 7 जुलाई को हरियाणा में एक दिन में 12 हजार 125 मेगावाट बिजली खपत की हुई है जोकि अब तक एक सर्वोच्च रिकोर्ड है। बिजली विभाग द्वारा प्रदेश में कोई पॉवर कट नही लगाया जाता है, यदि बिजली कही कुछ समय के लिए बाधित होती है तो मेंटेनेंस के कारण हो सकती है। सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को एक नीति के तहत ट्यूबवेल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। राज्य में 100 फुट से नीचे पानी वाले क्षेत्रों में ड्रिप सिस्टम सिंचाई को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही राज्य में पेंडिंग ट्यूबवेल कनेक्शन भी अगले छह महीने में जारी कर दिए जाएंगे।

Wednesday, July 7, 2021

July 07, 2021

पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने कही यह बात

अपने चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने कही यह बात
 नई दिल्ली : जेबीटी भर्ती घोटाले में 10 साल जेल की सजा पूरी कर लौटे इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह अगला चुनाव लड़ेंगे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री 86 वर्षीय चौटाला ने अपने पिता और पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के दिल्ली स्थित स्मारक "संघर्ष स्थल" पर श्रद्धांजलि देने के बाद यह बात कही। जब संवाददाताओं ने उनसे कहा कि निर्वाचन आयोग ने जेल की सजा काटने वालों के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया है, तब चौटाला ने कहा, "आपसे किसने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ सकता। यह निर्णय निर्वाचन आयोग को लेना है। मुझे उम्मीद है कि मेरे चुनाव लड़ने पर कोई पाबंदी नहीं होगी।" भर्ती घोटाले मामले में दोषी ठहराए जाने पर 10 साल की जेल काटने के बाद चौटाला शुक्रवार को तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह सक्रिय राजनीति में लौटेंगे, चौटाला ने कहा, "मैं राजनीति में निष्क्रिय कब हुआ था?" उन्होंने कहा, "मैं राजनीति में सक्रिय हूं और हमारी राजनीति का एक ही लक्ष्य है, चौधरी देवी लाल के सपने को पूरा करना।" उन्होंने कहा कि लेकिन चुनाव लड़ने से ज्यादा मैं लोगों को चुनाव लड़वाने में यकीन रखता हूं। देवी लाल की विरासत उनके परिवार तक सीमित नहीं है बल्कि पूरा देश उनका परिवार है।" चौटाला ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि पूरे देश में लोग इसके 'कुशासन' से तंग आ चुके हैं।

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Thursday, July 1, 2021

July 01, 2021

भाजपा को होगा सबसे ज्यादा राजनीतिक लाभ,ओमप्रकाश चौटाला की सियासी पिच पर वापसी

भाजपा को होगा सबसे ज्यादा राजनीतिक लाभ,ओमप्रकाश चौटाला की सियासी पिच पर वापसी
चंडीगढ़ : इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)के सुप्रीमो, पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे ओमप्रकाश चौटाला की दस साल की सजा पूरी होने के बाद जेल से रिहाई को लेकर इनेलो का प्रसन्न होना स्वाभाविक है, क्योंकि पोलिटिकल पिच पर बुजुर्गावार की पुनर्वापसी से इनेलो का खोया जनाधार वापस लौट आने की प्रबल संभावना है।
यह बात भाजपा भी जानती है और मानती भी है, लेकिन दिलचस्प यह है कि भाजपा भी चाहती है कि इनेलो मजबूत हो और बुजुर्ग चौटाला उसका पुराना जनाधार वापस लाने में कामयाब हों, क्योंकि इससे सर्वाधिक लाभ में भाजपा ही रहेगी। भाजपा की इस सोच का कारण भी सब जानते हैं। हरियाणा में चार दशक से जाट-गैर जाट की राजनीति होती रही है।
गैर जाट चेहरा भजनलाल होते थे तो समय काल और परिस्थिति के अनुसार जाट चेहरा देवीलाल, बंसीलाल, ओमप्रकाश चौटाला और भूपेंद्र सिंह हुड्डा रहे। इनमें देवीलाल और उनके पुत्र ओमप्रकाश चौटाला गैरकांग्रेसी चेहरा रहे तो बंसीलाल और भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस का। इस समय जाट राजनीति तीन चेहरों, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के पुत्र अभय चौटाला और पौत्र दुष्यंत चौटाला के इर्दगिर्द घूम रही है। लेकिन गैर जाट राजनीति के चेहरे की बात करें तो फिलवक्त केवल और केवल मनोहर लाल हैं। इसलिए भाजपा मानती है कि जितने अधिक कद्दावर जाट नेता एक दूसरे के विरुद्ध मैदान में होंगे, उतना ही उसका फायदे में रहना स्वाभाविक है। इसके संकेत भी मिलने लगे हैं।

ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई के साथ ही कांग्रेस और इनेलो में युद्ध शुरू हो गया है। इनेलो के नेता हुड्डा पर आरोप लगा रहे हैं तो कांग्रेस के नेता चौटाला पर। भाजपा मुस्करा रही है। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में जाट मतदाता भूपेंद्र सिंह हुड्डा यानी कांग्रेस और दुष्यंत चौटाला की नवगठित जननायक जनता पार्टी के बीच बंट गए थे। इनेलो को इससे तगड़ा नुकसान हुआ और उसके नेता अभय चौटाला ही केवल विधानसभा पहुंच सके। चूंकि जजपा इनेलो का ही बच्चा थी, इसलिए इनेलो का अधिकांश वोट बैंक उसके साथ चला गया।
2014 में इनेलो ने अभय चौटाला के नेतृत्व में चुनाव लडकर 24 फीसद से अधिक मत हासिल किए थे और उन्नीस सीटें जीती थीं। तब कांग्रेस 20 फीसद से अधिक मत हासिल कर 15 सीटें जीती थीं। भाजपा को 33 फीसद से अधिक मत मिले थे और वह 47 सीटें लेकर मोदी नाम के सहारे सत्ता में आ गई थी। हालांकि तब कुछ क्षेत्रों में जाट मतदाताओं ने भाजपा को भी वोट दिया, लेकिन स्वजातीय मुख्यमंत्री न मिलने के बाद उनका भी मोहभंग हो गया। दूसरी तरफ गैरजाट और मजबूती से उसकी तरफ खिंच गए। इसका कारण फरवरी 2016 में हुए जाट आंदोलन के कारण जाट और गैर जाट की खाई का चौड़ी होना भी रहा। सो, 2019 में भाजपा को गैरजाटों को सपोर्ट मिला और वह पिछले चुनाव की अपेक्षा सवा तीन फीसद की बढ़ोतरी कर छत्तीस फीसद से अधिक मत हासिल करने में सफल रही। यह बात अलग है कि उसकी सात सीटें घट गईं। फिर भी वह चालीस सीटें ले आई और दुष्यंत की जजपा के साथ उसने गठबंधन कर सरकार बना ली। दूसरी तरफ इनेलो के 22 फीसद से अधिक मत खिसक गए उसे सिर्फ लगभग ढाई फीसद मतों और एक सीट से संतोष करना पड़े।
इनेलो के वोट बैंक से बहुत बड़ा हिस्सा जजपा के खाते में चला गया और उसे 18 फीसद वोट मिले व उसके दस विधायक जीते। लेकिन इस चुनाव में सबसे अधिक फायदा कांग्रेस का हुआ। पिछले चुनाव की अपेक्षा उसका मत प्रतिशत सात फीसद से भी अधिक बढ़कर 28 फीसद से कुछ अधिक हो गया और उसके इकतीस विधायक विधानसभा पहुंचे। अब भाजपा को लगता है कि यदि चौधऱी ओमप्रकाश चौटाला का व्यक्तित्व इनेलो को वापस उसका आधार वोट दिलाने के साथ ही हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस के जाट वोट बैंक में भी सेंध लगाएंगे। दुष्यंत के वोट बैंक पर तो एक तरह से डाका ही पड़ सकता है। लेकिन कांग्रेस के जो वोट ओमप्रकाश चौटाला के कारण इनेलो में शिफ्ट होंगे, उससे कांग्रेस की सीटें घटेंगी।
हालांकि ओमप्रकाश चौटाला के जादू से इनेलो की सीटें भी इतनी नहीं बढ़ेंगी कि वह कांग्रेस से बहुत आगे निकल जाए। दोनों की सीटें लगभग आसपास ही रहेंगी, पर सत्ता के निकट तक अकेले दम पर कोई नहीं पहुंच पाएगी। दूसरी तरफ गैर जाट वोट भाजपा के साथ जाएगा और सत्ता उसे फिर मिल जाएगी। भले ही सीटों में दो चार की ही वृद्धि हो। हालांकि अभी चुनावों में काफी समय हैं, लेकिन कथित किसान आंदोलन के कारण जाट और गैरजाट का मुद्दा ठंडा नहीं पड़ने वाला है। रही बात जजपा की तो यदि वह भाजपा के साथ मिलकर लड़ती है तो पुराना प्रदर्शन भले ही न दोहरा पाए, लेकिन उसकी स्थिति बहुत खऱाब भी नहीं रहेगी। संभव है कि पुराना प्रदर्शन भी दोहरा दै। और यह भी कि जजपा और भाजपा मिलकर लड़ेंगी तो भाजपा को अधिक लाभ-हानि भले न हो लेकिन जजपा अपने बचे खुचे जाट वोट बैंक(जो ओमप्रकाश चौटाला के सक्रिय होने के बाद निश्चित रूप से खिसकेगा) में भाजपा का कुछ गैर वोटबैंक जुड़ जाने से लाभ में रहेगी।
July 01, 2021

भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले खापों का प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले खापों का प्रदर्शन
- डीसी को सौंपा ज्ञापन, संदीप निर्जन व कृष्ण रायचंदवाला को रिहा करने की मांग
जींद- ( संजय कुमार ) टीकरी बार्डर पर कसार गांव के मुकेश की जलने से हुई मौत के मामले में गिरफ्तार गांव निर्जन के संदीप और रायचंदवाला के कृष्ण की रिहाई व निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में कई खापों के प्रतिनिधियों के साथ किसान प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। किसानों ने डीसी डा. आदित्य दहिया को ज्ञापन सौंपते हुए संदीप और कृष्ण को निर्दोष बताते हुए तुरंत रिहा करने की मांग की। कंडेला खाप के पूर्व प्रधान टेकराम कंडेला और खाप प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि दोनों को साजिश के तहत फंसाया गया है। किसान नेताओं ने घटनास्थल पर जाकर पूरी तस्सली की है, जिसमें पाया गया है कि कसार गांव के मुकेश ने आत्मदाह किया है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी, तो किसान सड़कों पर उतरेंगे और जींद महापंचायत बुलाकर बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। डीसी ने ज्ञापन लेते हुए किसान नेताओं को आश्वासन दिया कि झज्जर प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है। उनकी मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा। प्रदर्शन में खटकड़ टोल प्लाजा से भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां समेत सैकड़ों किसान पहुंचे। बुधवार को माजरा खाप ने भी संदीप और कृष्ण की रिहाई के लिए डीसी को ज्ञापन सौंपा था।
July 01, 2021

कंडेला सर्वजातीय खाप के पदाधिकारियों की नियुक्ति

कंडेला सर्वजातीय खाप के पदाधिकारियों की नियुक्ति 
-बैठक में पूर्व प्रधान टेकराम कंडेला पर लगे खाप को तोड़ने के गंभीर आरोप
-कार्यकारिणी के अन्य सदस्य बनाने के लिए 14 सदस्यीय कमेटी गठित
जींद, 30 जून ( संजय कुमार ) कंडेला खाप जुड़े 14 गांवों के लोगों की पंचायत बुधवार को जाट धर्मशाला में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से ओमप्रकाश कंडेला को खाप का प्रधान माना गया। साथ ही खाप की कार्यकारिणी गठित करने का भी फैसला लिया गया। 
बैठक की अध्यक्षता करते हुए रघुबीर भारद्वाज ने बताया कि कंडेला गांव के लोगों ने पूर्व सरपंच ओमप्रकाश को प्रधान चुना है। खाप से जुड़े सभी गांवों के लोग ओमप्रकाश कंडेला को प्रधान मानते हैं। बुधवार को कार्यकारिणी चुनने के लिए बैठक बुलाई थी। 36 बिरादरी के लोगों को कार्यकारिणी में शामिल किया जाएगा। 
बैठक में रघुबीर भारद्वाज को वरिष्ठ उपप्रधान, रायचंदवाला गांव के पूर्व सरपंच महाबीर को उपप्रधान, बिजेंद्र शाहपुर को उपप्रधान, जगत सिंह रेढू को प्रेस प्रवक्ता, रणधीर रेढू को कानूनी प्रकोष्ठ का अध्यक्ष चुना है। बैठक में ईश्वर लोहचब को सरंक्षक की जिम्मेदारी नवाजी गई। वहीं कार्यकारिणी के बाकी सदस्यों को चुनने के लिए 14 सदस्यीय कमेटी गठित की है। बैठक में पूर्व प्रधान टेकराम कंडेला पर खाप को तोड़ने के आरोप लगाए गए। 
सरंक्षक ईश्वर लोहचब ने कहा कि खाप में 28 गांव थे। टेकराम कंडेला के कारण ही 14 गांवों ने अलग होकर माजरा खाप बना ली। कंडेला खाप और माजरा खाप के लोग एकजुट हैं। सुख-दुख में एक-दूसरे का साथ देंगे। नव नियुक्त वरिष्ठ उप प्रधान रघुबीर भारद्वाज ने कहा कि खाप का विस्तार करने और उसमें 36 बिरादरी के लोगों को शामिल करने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। लेकिन एक व्यक्ति के अहम के कारण खाप में टूट हुई और माजरा खाप बनी। 14 गांवों ने एकत्रित होकर ओमप्रकाश को कंडेला खाप का प्रधान बनाया है। गांव-गांव जाकर ग्रामीणों से सलाह लेकर कार्यकारिणी गठित की जाएगी।