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Monday, June 5, 2023

June 05, 2023

पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक

पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक
चंडीगढ़, 5 जून - पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारीलाल पुरोहित की अध्यक्षता में आज पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के विभिन्न विषयों को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान के साथ बैठक हुई। बैठक में हरियाणा के कॉलेजों की पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से संबद्धता के विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। इससे संबंधित अगले दौर की बैठक 3 जुलाई सुबह 11 बजे होगी।

श्री बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि भारत की संस्कृति शिक्षा का प्रचार प्रसार करने की रही है। तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय में विश्वभर से लोग शिक्षा ग्रहण करने आते थे। इसलिए बच्चों को शिक्षा के अवसर देना एक सकारात्मक सोच है। इसलिए पंजाब विश्वविद्यालय से हरियाणा के कॉलेजों को संबद्धता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा के 3 जिलों पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर के कॉलेजों को पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता के विकल्प देना चाहिए।  
हरियाणा के जिलों के साथ ही पंजाब के मोहाली और रोपड़ के कॉलेजों को भी पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता दी जानी चाहिए - मनोहर लाल

बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि छात्रों के हितों के लिए राज्य के कॉलेजों को पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता का विकल्प दिया जाना चाहिए। दोनों राज्य मैत्रीपूर्ण तरीके से आगे बढ़ेंगे।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के 3 जिलों पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर के कॉलेजों के साथ-साथ पंजाब के मोहाली और रोपड़ जिले के कॉलेजों को भी पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से संबद्धता दी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी अपना कैंपस हरियाणा में बना रहे हैं। इसके अलावा, आईआईटी, दिल्ली का कैंपस भी हरियाणा में बन रहा है। शिक्षा का विस्तार करने से बच्चों को कई अवसर मिलेंगे। कॉलेज के एफिलिएशन से हरियाणा के छात्रों को नए अवसर मिलेंगे।
हरियाणा के युवाओं और शिक्षा के प्रसार के खिलाफ अड़ा पंजाब

बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान हरियाणा के युवाओं और शिक्षा के प्रसार के खिलाफ अड़े रहे। उन्होंने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से हरियाणा के कॉलेजों की संबद्धता के विषय पर पंजाब असमर्थ है।
पंजाब के 40 फीसदी हिस्से के मुकाबले में 7-14 फीसदी ही मिल पाता है बजट

बैठक में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में बजट से संबंधित जानकारी देते हुए बताया गया कि पंजाब विश्वविद्यालय वर्षों से वित्तीय संकट का सामना कर रहा है। विश्वविद्यालय में 60 प्रतिशत हिस्सा चंडीगढ़ और 40 प्रतिशत हिस्सा पंजाब का है।  पिछले 10 सालों में केंद्र की तरफ से विश्वविद्यालय को 200-300 करोड़ रुपये औसतन प्रति वर्ष मिले हैं। जबकि पिछले 10 सालों में पंजाब से केवल 20-21 करोड़ रुपये औसतन प्रति वर्ष मिले हैं। वर्ष 2020-21 में पंजाब की ओर से 39 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी। कुल मिलाकर पंजाब के 40 फीसदी हिस्से के मुकाबले में विश्वविद्यालय को 7-14 फीसदी ही बजट मिल पाता है।
बैठक में पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस, हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, राज्यपाल के सलाहकार श्री धर्म पाल, पंजाब के मुख्य सचिव श्री विजय कुमार जंजुआ, चंडीगढ़ के गृह सचिव श्री नितिन यादव, हरियाणा के उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजीव रतन, पंजाब विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो रेनू विग सहित पंजाब और चंडीगढ़ के उच्च अधिकारी भी उपस्थित रहे।
June 05, 2023

*हरियाणा निगम चुनाव के लिए चुनाव चिह्न अलॉट:चाचा अभय को मिला चश्मा, भतीजे दुष्यंत को चाबी; फ्री की भी लिस्ट जारी*

*हरियाणा निगम चुनाव के लिए चुनाव चिह्न अलॉट:चाचा अभय को मिला चश्मा, भतीजे दुष्यंत को चाबी; फ्री की भी लिस्ट जारी*
चाचा अभय को मिला चश्मा, भतीजे दुष्यंत को चाबी; फ्री की भी लिस्ट जारी|
हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निगम के मेयर और पार्षद के चुनाव के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय दलों के प्रत्याशियों को आवंटित किए जाने वाले चुनाव चिन्हों की संशोधित सूची जारी कर दी है। इसके अलावा राज्य में नगरपालिकाओं के आम, उपचुनावों के लिए पंजीकरण अमान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों को आवंटित किए जाने वाले चुनाव चिन्हों के लिए मुक्त चुनाव चिन्ह की भी सूची जारी की गई है।

BJP को कमल, कांग्रेस हाथ पर लड़ेगी चुनाव
आयोग के नोटिफिकेशन के अनुसार, 6 राष्ट्रीय पार्टियों के लिए चुनाव चिन्ह आरक्षित किए गए हैं, उनमें आम आदमी पार्टी (AAP) को झाड़ू, BSP को हाथी, BJP को कमल, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया को दाती, हथौड़ा और सितारा, इंडियन नेशनल कांग्रेस को हाथ और नेशनल पीपुल्स पार्टी के लिए किताब का चुनाव चिन्ह आरक्षित किया जाना शामिल है।

राज्य स्तरीय पार्टियों की श्रेणी में इंडियन नेशनल लोक दल को चश्मा और जननायक जनता पार्टी के लिए चाबी का चुनाव चिन्ह आरक्षित किया गया है।

मेयर के लिए ये होंगे फ्री चुनाव निशान
नगर निगम के मेयर के लिए एअरकंडीशनर, अलमारी, सेब, कुल्हाड़ी, गुब्बारा, घंटी, ब्लैकबोर्ड, ईंट, पुल, ब्रश, अंगूर का गुच्छा, बस, कैमरा, कैरम बोर्ड, कुर्सी, फलों सहित नारियल का पेड़, खाट, दीवार घड़ी, क्रेन, ढोलक, दरवाजा, मकई और दराती की बालियां, बिजली का स्विच, फूल एवं घास, गैस स्टोव, हाथ चक्की, डमरू, आम, गले की टाई, कढ़ाई, कलम व दवात, पीपल का पत्ता, लालटेन, सुराही, मटका, प्रेशर कुकर, रिक्शा, रोड रोलर, बेलन, कैंची, समुद्री जहाज, कमीज, फावड़ा, तलवार, नल, गुल्ली डंडा, टार्च, करनी, सारंगी, सीटी और हाथ घड़ी शामिल हैं।

पार्षद के लिए ये होगी लिस्ट
नगर निगम पार्षदों के लिए जारी फ्री चुनाव चिन्हों की सूची में वायुयान, ऑटो रिक्शा, बल्ला, साईकिल, नाव, तीर व कमान, बाल्टी, मोमबत्तियां, कार, बैलगाडी, छत का पंखा, कंघा, शंख, अनाज बरसाता हुआ किसान, कप-प्लेट, ड्रम, बिजली का बल्ब, फ्रॉक, गैल सिलेंडर, कांच का गिलास, हैंड पंप, हारमोनियम, हैट, हॉकी और गेंद, जीप, जग, केतली, पतंग, सीढ़ी, लेडी पर्स, लेटर बॉक्स, ताला-चाबी, हल, रेडियो, रेल का इंजन, अंगूठी, उगता हुआ सूरज, स्कूटर, तराजू, सिलाई मशीन, स्लेट, फावड़ा और बेलचा, स्टूल, टेबल फेन, टेबल लैंप, टेलीफोन, टेलीविजन, दो पत्तियां, दो तलवारें एवं एक ढाल, छतरी और दीवार घड़ी शामिल हैं।

इस स्थिति में रुक जाएगा अलॉटमेंट
अधिसूचना के अनुसार, यदि मेयर पद के उम्मीदवार के लिए पर्याप्त फ्री चुनाव चिन्ह नहीं हैं तो उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित करने के कार्य को उस समय तक रोक दिया जाएगा जब तक कि नगर निगम के सभी वार्डों के उम्मीदवारों के चुनाव चिन्हों के आवंटन का कार्य पूरा नहीं हो जाता। नगर निगम के सदस्य के लिए सभी वार्डों के उम्मीदवारों को चुनाव चिन्हों के आवंटन के बाद बचे हुए मुक्त चुनाव चिन्ह मेयर के उम्मीदवारों को आवंटित किए जा सकते हैं।

यदि नगर निगम के पार्षद के मामले में भी यही स्थिति उत्पन्न होती है तो मेयर पद के शेष बचे हुए मुक्त चुनाव चिन्ह पार्षद उम्मीदवारों को आवंटित किए जा सकते हैं।

मनपसंद निशान के लिए ये करना होगा
इसके अलावा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पंजीकृत गैर मान्यता वाले राजनीतिक दल यदि मेयर एवं पार्षद नगर निगम के आम अथवा उपचुनाव राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मुक्त रखे गए चुनाव चिन्हों में से किसी एक मुक्त चुनाव चिन्ह पर लड़ना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में उस दल को आयोग द्वारा चुनाव की अधिसूचना जारी किए जाने के तीन दिनों के भीतर आवेदन करना होगा।

आयोग पंजीकृत बिना मान्यता वाले राजनीतिक दल के आवेदन पर विचार करने उपरांत उस दल को वांछित मुक्त चुनाव चिन्ह आवंटित करके उस चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने की अनुमति प्रदान कर सकता है।
June 05, 2023

अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के दौरे की पूरे हरियाणा में होगी गूंज: डॉ. सुशील गुप्ता*

*अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के दौरे की पूरे हरियाणा में होगी गूंज: डॉ. सुशील गुप्ता*
*जुलाना/जींद, 5 जून* : आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने सोमवार को जींद के जुलाना हल्के और जींद के आसपास के गांव में जनसभा कर जनता को तिरंगा यात्रा का न्योता दिया। उन्होंने गांव अनूपगढ़, छोटी शामलो, रविजा खेड़ी, डिघाना, रामकली, गांव शामलो कलां, गतौली, गढ़वाली, खरेंटी, बुराडेहर और किनाना में जनसभा की। इसके साथ उन्होंने जींद में बॉम्बे साड़ी मार्केट, धीरज गर्ग की दुकान और प्रोफेसर शमशेर के घर कार्यक्रम में शिरकत की।
उन्होंने कहा 8 जून को होने वाली ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा की गूंज पूरे प्रदेश में होगी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान हरियाणा की जनता से रूबरू होंगे। उन्होंने कहा कि जींद की तिरंगा यात्रा से 2024 में आम आदमी पार्टी की नींव रखी जाएगी। आज पूरा हरियाणा आम आदमी पार्टी के दिल्ली मॉडल और पंजाब सरकार के कामों की तारीफ कर रहा है।उन्होंन कहा कि हरियाणा को विकसित, शिक्षित व महिलाओं और किसानों के उत्थान के लिए 8 जून को जींद पहुंचे। उन्होंने कहा कि जींद को हरियाणा की राजनीति का गढ़ माना जाता है। देवीलाल, भजनलाल, औमप्रकाश चौटाला, भूपेंद्र हुड्डा और दुष्यंत चौटाला सबने जींद में रैली करके राजनीति की शुरुआत की। जींद में केवल रैलियां की, लेकिन जींद के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि 8 जून को जींद से आम आदमी पार्टी प्रदेश में परिवर्तन, भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति, धर्म की राजनीति छोड़कर काम की राजनीति का आगाज करेगी। इस आगाज के लिए हरियाणा के लाल अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 8 जून को जींद पहुंच रहे हैं। भारी संख्या में लोग पहुंचे और जींद व प्रदेश को विकसित करने में सहयोग करें।
उन्होंने पहलवानों के मुद्दे पर कहा कि भाजपा सरकार हरियाणा की बेटियों पर अत्याचार कर रही है। देश के गौरव को सड़कों पर घसीटा जा रहा है। कितने दुर्भाग्या की बात है बेटियों को एफआईआर लिखवाने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। जहां एक तरफ लोकतंत्र के मंदिर संसद का शुभारंभ हो रहा था तो वहीं दूसरी तरफ लोकतंत्र की हत्या हो रही थी। भाजपा सरकार बृजभूषण शरण सिंह को बचाने में लगी हुई है। भाजपा का बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ का नारा ढकोसला है। आम आदमी पार्टी पहलवानों की हर लड़ाई में बेटियों के साथ है। इस मौके पर जिला प्रधान वजीर ढांडा, महिला प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रजनीश जैन, खेल प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष कविता दलाल, एक्स एम्प्लॉय प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष कौशिक,  विजय गोयल, रमेश ढिगाना, सुभाष गांगोली, सियाराम, हरपाल अलेवा, सतबीर दुहन, दीपक अहलावत आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
June 05, 2023

10 महीने में 81 एटीएम ठग गिरफ्तार, 17 लाख रुपए से ज्यादा की राशि की रिकवर

10 महीने में 81 एटीएम ठग गिरफ्तार, 17 लाख रुपए से ज्यादा की राशि की रिकवर
चंडीगढ 5 जून - स्टेट क्राइम ब्रांच हरियाणा की एंटी एटीएम फ्रॉड सेल ने एटीएम धोखाधड़ी के मामलों में कार्रवाई करते हुए गत 10 माह के दौरान एटीएम फ्रॉड के 110 अनट्रेस मामलों को सुलझाते हुए धोखाधड़ी में संलिप्त 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 17 लाख रुपये की राशि भी रिकवर की है।

बैंकों की लाइन में लगकर कैश निकालने का चलन कम हो रहा है। पिछले कुछ सालों से डेबिट कार्ड, डिजिटल पेमेंट का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। लेकिन जैसे जैसे एटीएम की उपयोगिता में बढ़ोत्तरी हुई है उसी तरह से एटीएम कार्ड बदलने, कार्ड क्लोनिंग व उससे जुड़े सैकड़ों केस भी बढ़ रहे हैं। बेफिक्री के चक्कर में आपका भी कार्ड स्किमिंग या क्लोन का शिकार हो सकता है। चाहे आपने ट्रांजेक्शन की हो या नहीं। एटीएम कार्ड आपकी जेब में होगा और मोबाइल पर अकाउंट से पैसे निकलने का मैसेज आ जाएगा। जब तक आप संभल पाएंगे। देर हो चुकी होगी। ऐसे अपराधों में अक्सर, कम जानकारी होने के और एटीएम मशीन के आस पास गैंग की सक्रियता के कारण ही आम लोग फंस जाते है। वहीँ, ऐसे केसों में कई बार देखा गया है कि सबूतों के अभाव में केस सालों साल अनट्रेस साबित हो जाते है। विदित है कि पिछले साल अगस्त 2022 में एटीएम सेल ठगी एटीएम ठगी के बढ़ते मामलों के मद्देनजर हरियाणा पुलिस की स्टेट क्राइम ब्रांच ने प्रदेश के सभी 22 जिलों में एटीएम फ्राड इन्वेस्टिगेशन सेल (एएफआईसी) गठित की थी।  
110 अनट्रेस केस में मिली क्राइम ब्रांच को सफलता, 81 अपराधी पहुंचे सलाखों के पीछे

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि एएफआईसी यानी एटीएम फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन सेल की स्थापना मुख्यत: उन एटीएम फ्रॉड के केसों की जांच के लिए की गई थी जिनके बारे में जिला पुलिस अनट्रेस की रिपोर्ट दे चुकी है। स्टेट क्राइम ब्रांच ने अलग-अलग जिलों से हाई वैल्यू 132 अनट्रेस मुकदमे सेल को जांच के लिए सौंपे गए थे जिनमें से 110 अनट्रेस केस पर कार्यवाही की जा रही है।  इन्हीं मुकदमों पर काम करते हुए विभिन्न जिलों की टीम्स ने पिछले 10 महीने में ही 81 अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।   
               
एडीजीपी, ओपी सिंह, राज्य अपराध शाखा प्रतिमाह केस की रिपोर्ट ले रहे हैं।  इसके अलावा, हाई वैल्यू केसों में जिनमें जिलों में अनट्रेस रिपोर्ट लिखी गई है, उन मुकदमों पर काम करने के लिए कड़े निर्देश भी जारी किये गए हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि ऐसा देखा गया है कि जिला पुलिस द्वारा सबूतों के अभाव में अनट्रेस रिपोर्ट देकर मामले को बंद कर दिया है। ऐसे में पीड़ित को राशि नहीं मिल पाती और न ही आरोपी पकड़े जाते हैं। इसी समस्या का समाधान के लिए राज्य अपराध शाखा द्वारा प्रत्येक जिले में इन स्पेशल सेल का गठन पिछले वर्ष किया गया था।
17 लाख से ज्यादा रुपए रिकवर, 17 एटीएम भी बरामद
 
प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि एटीएम फ्रॉड इन्वेस्टीगेशन सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों के 17,18,878 रुपए रिकवर किये।

इसके अलावा आरोपियों से 17 चुराए हुए एटीएम भी बरामद किये। पिछले 10 महीने में  गिरफ्तार किये गए एटीएम ठगों से 5 वाहन भी जब्त किये गए है।  वहीं आरोपियों के पास से 3 डिजिटल डिवाइस भी रिकवर किये गए है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि एएफआईसी सेल किसी भी केस को मिलने के बाद सबसे पहले अपराध स्थल यानी एटीएम मशीन को विजिट करते है और आस पास के सीसीटीवी कैमरे से सबूत जुटाने की कोशिश जाती है।  इसके अतिरिक्त गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ही आगामी कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाते थे।  इसी कारण से मात्र 10 महीने में ही एएफआईसी यूनिटों को इतनी बेहतरीन सफलता मिली है।

थोड़ी सी सावधानी और समझदारी, आपको बचा सकती है एटीएम ठगी से - एडीजीपी

एटीएम जिन्दगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। अगर आप एटीएम से रुपये निकालने जा रहे हैं तो सिर्फ कुछ सावधानी बरतेंगे तो इस प्रकार की साइबर ठगी से बच सकेंगे। एडीजीपी ओ पी सिंह, आईपीएस ने बताया कि जब भी एटीएम यूज करें, चेक कर लें कहीं कोई डिवाइस तो नहीं है। कार्ड डालने से पहले खुद चेक करें। स्किमिंग डिवाइस, कीपैड लूज है तो कार्ड यूज न करें। हो सकता है वहां हिडन कैमरा लगा हो, इससे बचने के लिए पासवर्ड डालते समय दूसरे हाथ से ढक लें। जिस एटीएम में पहले से दो तीन लोग खड़े हों, वहां यूज करने से बचें। किसी से मदद न लें, नाहीं किसी को कार्ड दें। यही लोग बातों में उलझाकर कार्ड बदल देते हैं। अगर कार्ड आपकी जेब में है, फिर भी पैसा निकल गया। समझो आपका कार्ड कहीं क्लोन हुआ और डेटा चोरी हो गया। भरोसेमंद जगह पर ही कार्ड यूज करें।  कुछ समय बाद एटीएम का पासवर्ड बदल लें। एटीएम ठगी करने वाला गैंग लोगों को मदद करने के बहाने लोगों को जाल में फंसाता है। ऐसी गैंग अक्सर बुजुर्गों, महिलाओं या बच्चों को टारगेट करती है। दोपहर या रात के समय को एटीएम मशीन का उपयोग करने से परहेज करें। बैंक के कस्टमर केयर का नंबर गूगल ना करें और ऑफिसियल वेबसाइट के द्वारा ही संपर्क करें। अपने कार्ड का उपयोग जिस भी पीओएस पर करें, वहां अपना पासवर्ड डालते वक्त ध्यान दें कि कोई और ना देख सके। वर्तमान में स्टेट क्राइम ब्रांच के अंतर्गत काम करने वाली सेल सभी अनट्रेस मुकदमों का बारीकी से अध्ययन कर रही है, ताकि इन मुकदमों को सुलझा कर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाया जा सके और आमजन में पुलिस की कार्रवाई एवं निष्ठा के प्रति विश्वास और गहरा हो सके।
ठगी होने पर क्या करें, तुरंत लें फैसला

- जैसे ही डेबिट कार्ड बदले जाने की जानकारी मिले, तुरंत अपने बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके कार्ड को ब्लाक करा दें।
- सरल वेबसाइट के माध्यम से भी एफआईआर दर्ज करा सकते हैं।
- साइबर अपराध की शिकायत के लिए 1930 पर संपर्क करें।
- cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- ठगी होने पर तुरंत अपने खाते को ब्लॉक करवाएं और नजदीकी थाने से संपर्क करें।  
- आपको लगे की खाते में कोई गड़बड़ी हुई, बैंक को कॉल कर कार्ड को ब्लॉक कराएं।
June 05, 2023

*डिप्टी सीएम दुष्यंत का भाजपा को करारा जवाब:जींद में बोले-3 लोगों के पेट में दर्द था; वो उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे*

*डिप्टी सीएम दुष्यंत का भाजपा को करारा जवाब:जींद में बोले-3 लोगों के पेट में दर्द था; वो उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे*
जींद में बोले-3 लोगों के पेट में दर्द था; वो उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे|
जींद में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पत्रकारों से बातचीत करते हुए।
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भाजपा प्रभारी विप्लव देव के बयान पर जींद में पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कल 3-3 लोगो के पेट में दर्द था। दुष्यंत ने ताल ठोकी कि वे तो उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे। भाजपा प्रभारी ने कल उचाना से भाजपा की प्रेम लता को अगला विधायक बताया था। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम हैं और आगे दोनों पार्टियां मिल कर चुनाव लड़ने का बयान देती रही हैं।

विप्लव देव के बयान के बाद सवाल खड़ा हो गया है कि 2024 के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां गठबंधन में चुनाव लड़ेंगी या नहीं। भाजपा प्रभारी विप्लव देव ने खुद ही बहुत बड़ा सवाल यह कहकर खड़ा कर दिया कि उचाना कलां से अगली विधायक पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की धर्मपत्नी प्रेम लता होंगी।

भाजपा की प्रेमलता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला।
जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी में आए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को कहा कि रविवार को तीन-तीन लोगों के पेट मे दर्द हो रहा था। वह उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले रविवार को उचाना में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में सरकार की सहयोगी पार्टी जजपा पर करारा प्रहार किया गया। जेजेपी के नाम लिए बिना सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि आज सीधा नुकसान पार्टी को हो रहा है। आज हमारी राजनीतिक जमीन में घुस रहा है।

उन्होंने कहा कि एक छोटा सा दल, जिसे कुछ विशेष जगह पर ही सीटें मिली हैं, वह मौज ले रहा है। नेताओं, कार्यकर्ताओं के मन की बात है कि सरकार हमारी, राज हमारा, लेकिन उस राज को भोग कोई और रहा है। एक स्पष्ट फैसला लिया जाए ताकि भविष्य में जो चुनौतियां आएंगी, उनका किस प्रकार से मुकाबला करना है, इसकी रणनीति बनाई जा सके।

विप्लव कुमार देव की बात से साफ संकेत निकला कि उचाना में चुनावी दंगल एक बार फिर भाजपा की प्रेम लता और जेजेपी के दुष्यंत चौटाला के बीच होगा। इससे गठबंधन पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। बीरेंद्र सिंह और दुष्यंत चौटाला के परिवार के बीच बयानबाजी का वार पहले से ही छिड़ा हुआ है।

बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जेजेपी पार्टी के राष्ट्रीयध्यक्ष ने मेरे किसी बयान के बारे में यह कहा कि बीरेंद्र सिंह तो भाजपा का प्राइमरी सदस्य है। 2 अक्टूबर को जींद में बीरेंद्र सिंह के साथियों का सम्मेलन करेंगे। उस सम्मेलन में अगर एक लाख लोग नहीं पहुंचे तो मैं राजनीति छोड़ दूगा।
June 05, 2023

*देवेंद्र बबली बोले- गठबंधन दोनों पाटियों की जरूरत:कहा- अगला चुनाव साथ लड़ेंगी BJP-JJP; परिस्थितियों के बाद फैसला होगा*

*देवेंद्र बबली बोले- गठबंधन दोनों पाटियों की जरूरत:कहा- अगला चुनाव साथ लड़ेंगी BJP-JJP; परिस्थितियों के बाद फैसला होगा*
अधिकारियों की बैठक लेते हुए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली
हरियाणा के रोहतक में अफसरों की मीटिंग लेने पहुंचे पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने गठबंधन सरकार पर हो रही बयानबाजी पर खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन दोनों पार्टियों की जरूरत है। ऐसा लगता है कि अगला विधानसभा चुनाव में गठबंधन में ही लड़ा जाएगा।

हालांकि चुनावी परिस्थितियों के अनुसार क्या फैसला होता है वह देखने वाली बात होगी। परिस्थितियों को देखते हुए दोनों पार्टियां इस पर फैसला लेंगी। गठबंधन में विकास के काम तेजी से हो रहे है
अधिकारियों की बैठक लेते हुए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली
सरपंचों को दी नसीहत- राजनीति के साथ काम करें
साथ ही उन्होंने ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों को नसीहत देते हुए कहा कि ज्यादातर सरपंच अपने इलाकों में काम करवाने में लगे हुए हैं। राजनीति भले ही कर लें, लेकिन अपने गांव का विकास करवाएं। उन्होंने गांव की जनता को जवाब भी देना है।
गांव में स्ट्रीट लाइट की और विशेष तौर पर ध्यान दिया जा रहा है और आने वाले समय में 5 गांवों में इनकी शुरुआत की जाएगी। इस बैठक में उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में चल रहे विकास कार्यों में तेजी लाई जाए।
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली
बोले- सरकार पर कटाक्ष करना हुड्‌डा की मजबूरी
भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जो वह मौजूदा सरकार के दलों पर कटाक्ष कर रहे हैं, वह उनकी मजबूरी है क्योंकि वह विपक्ष में है। इसलिए उनका यही कहना बनता है। हुड्डा को देखना चाहिए कि मौजूदा सरकार के दौरान हरियाणा में कितना विकास हुआ है।
June 05, 2023

*विनेश-बजरंग ने नौकरी छोड़ने की धमकी दी:बोले- डर मत दिखाइए, 10 सेकेंड में छोड़ देंगे; सुबह साक्षी समेत तीनों रेसलर्स जॉब पर लौटे*

*विनेश-बजरंग ने नौकरी छोड़ने की धमकी दी:बोले- डर मत दिखाइए, 10 सेकेंड में छोड़ देंगे; सुबह साक्षी समेत तीनों रेसलर्स जॉब पर लौटे*
नौकरी पर लौटने के बाद ट्रोलिंग देख रेसलर बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने तीखी प्रतिक्रिया दी। ये दोनों ही साक्षी मलिक के साथ मिलकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को लीड कर रहे हैं।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर्स बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी छोड़ने की धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम 10 सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए।

दरअसल, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सोमवार को अपनी नौकरी पर लौट आए। तीनों रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि तीनों ने आज ही ड्यूटी जॉइन की है।

ड्यूटी पर लौटने के बाद खबर आई कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिया। तीनों रेसलर ने भी आंदोलन से नाम वापस ले लिया है।

अब पढ़िए विनेश ने अपने ट्वीट में क्या लिखा...
विनेश ने अपने ट्वीट में आबिद अदीब की शायरी भी पोस्ट की।
विनेश ने अपने ट्वीट में आबिद अदीब की शायरी भी पोस्ट की।
साक्षी ने आंदोलन से नाम वापस लेने की खबरों को खारिज किया

नाबालिग पहलवान की उम्र को लेकर जांच जारी

साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की यह फोटो हरिद्वार की है। वे यहां मेडल गंगा में बहाने पहुंची थीं।
नाबालिग पहलवान की उम्र को लेकर भी विवाद है। लड़की के चाचा ने दावा किया कि उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की एक टीम रोहतक भी आई थी। स्कूल में रिकॉर्ड की जांच की गई।
नाबालिग पहलवान और उनके माता-पिता ने कुछ दिन पहले साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ हरिद्वार में हर की पौड़ी में मेडल बहाने से इनकार कर दिया गया था। पिता भी किसी से मिलने को तैयार नहीं हैं। न ही वह अपनी लोकेशन बता रहे हैं।

बृजभूषण को राहत मिल सकती है
अगर नाबालिग पहलवान ने शिकायत वापस ले ली तो फिर बृजभूषण से POCSO एक्ट हट जाएगा। ऐसे में छेड़छाड़ का केस बचेगा और उनकी पहले गिरफ्तारी की जरूरत नहीं रह जाएगी।
नाबालिग पहलवान ने बृजभूषण पर लगाए थे ये आरोप
नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा, "बेटी ने 16 साल की उम्र में झारखंड के रांची में नेशनल गेम्स में जूनियर रेसलिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता। यहीं पर फोटो लेने के बहाने बृजभूषण ने जबरन बेटी को अपने करीब खींचा। उसे बाहों में इतना कसकर जकड़ लिया कि वह खुद को छुड़ाने के लिए हिल तक नहीं पाई। बृजभूषण हाथ उसके कंधे से नीचे ले गया।"

बृजभूषण ने बेटी से कहा कि तुम मुझे सपोर्ट करो और मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा। पहलवान बोली कि मैं अपने बलबूते यहां तक आई हूं और मेहनत करके आगे तक जाऊंगी।
बृजभूषण ने कहा कि एशियन चैम्पियनशिप के ट्रायल जल्द होने वाले हैं। कोऑपरेट नहीं किया तो खमियाजा ट्रायल्स में भुगतना पड़ेगा। बृजभूषण ने नाबालिग पहलवान को कमरे में बुलाया। नाबालिग पहलवान प्रेशर में थी कि उसका करियर बृजभूषण बर्बाद न कर दे इसलिए वह मिलने चली गई। वहां पहुंचते ही बृजभूषण ने उसे अपनी तरफ खींचा और जबरदस्ती शारीरिक संबध बनाने की कोशिश की। नाबालिग पहलवान इससे पूरी तरह सहम गई। उसने किसी तरह खुद को छुड़ाया और कमरे से बाहर भाग निकली।
इसके बाद 2022 के मई महीने में एशियन चैम्पियनशिप के ट्रायल हुए जहां बृजभूषण ने कहे मुताबिक नाबालिग पहलवान के साथ भेदभाव किया।
ये सब बृजभूषण के कहने पर किया गया, क्योंकि मेरी बेटी ने उसकी यौन इच्छा पूरी करने से इनकार कर दिया था। 2022 में जब नाबालिग पहलवान लखनऊ ट्रायल्स में प्रैक्टिस कर रही थी तो बृजभूषण फिर उसके पास आया। बृजभूषण ने उसे पर्सनली मिलने को कहा। नाबालिग पहलवान ने कहा कि बार-बार परेशान न करें।
सोनीपत में रविवार को हुई सर्व समाज पंचायत के दौरान मंच पर मौजूद पहलवान बजरंग पूनिया, पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक, किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी।
June 05, 2023

*सोनीपत महापंचायत में कोई फैसला नहीं हुआ:चढ़ूनी बोले- बजरंग पूनिया के कहने पर रुके, वरना भाजपाइयों को घसीट-घसीट कर निकालते*

*सोनीपत महापंचायत में कोई फैसला नहीं हुआ:चढ़ूनी बोले- बजरंग पूनिया के कहने पर रुके, वरना भाजपाइयों को घसीट-घसीट कर निकालते*
WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों के समर्थन में हरियाणा में आज एक और बड़ी महापंचायत हुई, जिसमें बजरंग पूनिया के अनुरोध पर कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया। वहीं बजरंग पूनिया ने खिलाड़ियों का महापंचायत बुलाने का ऐलान किया, जिसकी तारीख 3-4 दिन में घोषित कर दी जाएगी। महांपचायत में निहंगों ने भी पहलवानों को समर्थन देने का ऐलान किया।

सोनीपत जिले के मुंडलाना गांव के स्टेडियम में होने वाली इस महापंचायत को सम्मान समारोह नाम दिया गया था। इसमें भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक, जयन्त चौधरी, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर, UP के विधायक प्रदीप चौधरी, गुलाब अहमद और पहलवान बजरंग पूनिया मौजूद रहे। हजारों किसानों ने भी इसमें शिरकत की।

महापंचायत स्थल पर पहुंचे पहलवान बजरंग पूनिया। 
मुंडलाना महापंचायत में निहंगों ने भी पहलवानों का साथ देने का ऐलान किया। निहंग बाबा अमन सिंह ने कहा कि पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो हम घोड़े भी लाएंगे। फौज और शस्त्र भी लाएंगे। लंगर भी लगाया जाएगा। पहलवानों को बादाम खिलाकर और तगड़ा किया जाएगा। इतना तगड़ा कर देंगे कि पहलवान उन्हें खींच कर ले जाएंगे। पहलवान वैसे भी इतने तगड़े होते हैं कि मैदान में झंडे लहरा देते हैं।
मुंडलाना पंचायत में गुरनाम सिंह चढ़नी ने बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया के अनुरोध पर आज कोई फैसला नहीं ले रहे। वरना हमें यह फैसला लेना था कि जिस तरह दिल्ली में हमारी बेटियों को घसीटा गया, ठीक वैसे ही हम भाजपा के नेताओं को गांव में नहीं घुसने देते। उनको उसी तरह घसीट कर बाहर निकालते, जैसे हमारी पहलवान बेटियों को घसीटा गया।
बजरंग पूनिया ने कहा कि 28 मई को दिल्ली में जो भी हुआ है, उसके बाद से विनेश और साक्षी बिल्कुल टूट चुकी हैं। अब परिवार का एक सदस्य हमेशा उनके साथ रहता है, ताकि वे कोई गलत फैसला नहीं ले लें। वह यहां इसलिए नहीं आई कि अब उनमें हिम्मत नहीं बची है।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि अन्याय के खिलाफ एक साथ होने और जुड़ने की जरूरत है। महापंचायत के मंच से बजरंग ने खिलाड़ियों की पंचायत बुलाने का ऐलान किया। पूनिया ने कहा कि अब खिलाड़ी भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होकर फैसला लेंगे।
भीम आर्मी के प्रधान चन्द्रशेखर ने मंच से कहा कि भाजपा के राज में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सरकार ने बेज्जत करने का काम किया है। हम सरकार के खिलाफ बगावत करने के लिए आए हैं। पगड़ी हमारी शान है। खिलाड़ियों के साथ किसान मजदूर कमेरे की धरती है। हक की लड़ाई सड़क से लड़ेंगे।
आपस में विचार विमर्श करते चढ़ूनी और अन्य नेता।
पढ़ें मंच से क्या बोले बजरंग पूनिया...
मुंडलाना की पंचायत में बजरंग पूनिया ने कहा है कि आज हमें एक साथ जुड़ने की जरूरत है। अलग-अलग बैठे रहेंगे तो यह लड़ाई नहीं जीत पाएंगे। आज हमें एक मंच पर इकट्ठा होने की जरूरत है। एक पंचायत इधर हो रही है, एक पंचायत सोरम में हुई थी और एक पंचायत कुरुक्षेत्र में। मैं इसके लिए क्षमा चाहूंगा कि इनमें भाग नहीं ले पाए, लेकिन मैं सब से अपील करूंगा कि इकट्ठा हो जाइए।

बजरंग ने कहा कि मैं गुरनाम जी से भी अनुरोध करूंगा कि आज कोई फैसला नहीं लें। एक पंचायत हम रखेंगे, खिलाड़ियों की तरफ से वह कॉल हम देंगे, जगह हम बताएंगे, सभी को इकट्ठा रखकर हम पंचायत रखना चाहते हैं। अलग-अलग गुट में हम नहीं बंटना चाहते। यह किसी जाति विशेष की लड़ाई नहीं है, यह हमारी इज्जत और मान सम्मान की लड़ाई है।

बजरंग ने कहा कि जब तक हम बंटे रहेंगे, जीत नहीं पाएंगे। मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि आज आप कोई भी फैसला ऐसा नहीं लें, जिस अगर हम पूरा नहीं कर पाते तो हमारी जीत नहीं हो पाएगी। हम एक पंचायत खिलाड़ियों की ओर से रखेंगे, जिसमें जितनी भी हमारी खाप पंचायतें हैं, जितने हमारे संगठन हैं, सब को एक मंच पर इकट्ठा करेंगे। 3 से 4 दिन में जगह डिसाइड करके बताएंगे।

बजरंग ने कहा कि साक्षी और विनेश यहां पर नहीं आ पाई। उनके लिए मैं क्षमा चाहता हूं, क्योंकि अब उनमें इतनी हिम्मत नहीं है। जो घटनाएं घटी हैं, 28 तारीख को दिल्ली में और 30 तारीख को गंगा जी वाली जो घटना थी, उसके बाद वह बिल्कुल टूट चुकी हैं। उनको हम हिम्मत दे रहे हैं। उनके साथ परिवार का एक न एक सदस्य जरूर रहता है कि वे कोई यह ऐसी गलती नहीं कर लें, जिससे लगे कि यह समाज उनके साथ नहीं था।
महापंचायत में चढूनी के बयान की बड़ी बातें...
महापंचायत में गुरनाम सिंह चढूनी ने पहले ओडिशा में रेल हादसे में मरने वाले लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखा। इसके बाद कहा कि आज की महापंचायत में बड़ा फैसला लेना चाहते थे, लेकिन बजरंग पूनिया के अनुरोध पर नहीं ले रहे, वरना फैसला यह लिया जाना था कि जिस तरह पहलवान बेटियों को घसीट-घसीट कर जंतर मंतर से दिल्ली से निकाला गया, उसकी तरह भाजपा नेताओं को गांवों से घसीट-घसीट कर बाहर निकालते।

चढ़ूनी ने कहा कि खिलाड़ियों की हर बात को फॉलो करेंगे। आंदोलन खिलाड़ियों का है और जैसा खिलाड़ी चाहेंगे, वैसा हम करेंगे। हल निकालने के लिए लंबी लड़ाई सड़क से संसद तक लड़नी पड़ेगी। व्यवस्था को बदलने की जरूरत है। एक सड़क की लड़ाई और दूसरी संसद की लड़ाई लड़नी होगी। कमेरे लोग लुटरों को वोट नहीं डालेंगे। बड़ी क्रांति के लिए क्रांतिकारी चाहिए, जो तन-मन-धन से मरने को तैयार रहे। देश में देशद्रोही से ज्यादा देश प्रेमी हैं। लुटेरे सड़क पर और कमेरे संसद में होने चाहिएं।

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि अगर खिलाड़ी यह कहें कि जंतर मंतर पर जाकर सिर कटवाना है तो हम कटवा देंगे, पीछे नहीं हटेंगे। इसका फैसला हम खिलाड़ियों पर छोड़ते हैं। वह जो भी निर्णय लेंगे, हम उनके साथ हैं। पहलवान बजरंग पूनिया ने सभी को एक मंच पर लाकर फैसला लेने की बात कही है। हम उनका समर्थन करते हैं। प्रधानमंत्री निष्पक्ष तरीके से चुनाव लड़ें। एक तरफ वे खड़े हों और दूसरी तरफ हमारे पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक हों तो जीत सत्यपाल मलिक की होगी। न्याय के लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़नी होगी। इसके लिए सभी को एक मंच पर एकत्रित होना होगा। बिना एकजुट हुए न्याय नहीं मिलेगा।
महापंचायत में लोक कलाकारों को बुलाया गया है, जो आने वाले लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।
सत्यपाल मलिक की बेटियों को सहयोग करने की अपील
महापंचायत में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले कि महिला खिलाड़ियों के साथ जो हुआ, उसको देखकर खून खौलता था। राजस्थान में भाजपा हार जाएगी। राजस्थान चुनाव में भी पहलवान पहंचें। भाजपा गांव-गांव दुर्गति होगी। लोग बेटियों की बेज्जती का बदला लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे बेटियों के समर्थन में आएं।

जयंत चौधरी ने ओडिशा रेल हादसे पर भाजपा को घेरा
महापंचायत के मंच से RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ओडिशा रेल हादसे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा वीरो की भूमि है। गांव के लोगों ने अपने संगठन के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी है। लोग आपदा को भी अवसर देखते हैं। सरकार सुनिश्चित करे कि रेल हादसा क्यों हुआ? इतने लोग मारे गए, सरकार सफाई दे और दोबारा ऐसे रेल हादसे दोबारा न हो, सुनिश्चित करे।

पहलवान बेटियों के समर्थन में एक युवक बैनर लेकर पहुंचा, जिस पर लिखा है, पहले मैं इन बहनों का भाई हूं। 
पहलवान बेटियों के समर्थन में एक युवक बैनर लेकर पहुंचा, जिस पर लिखा है, पहले मैं इन बहनों का भाई हूं।
जयंत ने बेटियों की जाति ढूंढने पर अफसोस जताया
जयंत ने कहा कि देश की बेटियों की जाति ढूंढ़ी जा रही है, इससे शर्मनाक और क्या होगा। हाथरस में भी गरीब परिवार के लोगो को न्याय नहीं मिल पाया। पहलवानों के साथ भी पहले दिन से साजिश रही है। बहुत कुछ बदल गया, लेकिन अभी भी पुरुष प्रधान देश है। बिना मातृ शक्ति कुछ नहीं है। बेटियों को समाज में शर्मिंदगी होती है और कई बार अपनी बात नहीं रख पाती।

भूपेंद्र हुड्डा ने बेटियों के लिए काफी लड़ाई लड़ी है। यह राजनीतिक झगड़े की लड़ाई नहीं है। मैं पहले अपनी बहनों का भाई हूं। पूरी लड़ाई मान सम्मान की है। बृज भूषण और अजय सिंह टेनी जनता की नजर में दोषी हैं। पहलवान जो भी नीति बनाएंगे, उनके साथ हैं। पंचायती गूंज दिल्ली तक पहुंचनी चाहिए। अंधभक्ति से लोगों की आंखें खुल रही हैं। किसी आक्रामक फैसले के निर्णय में नहीं हूं।
June 05, 2023

*ओडिशा हादसे के 51 घंटे बाद ट्रैक शुरू:पहली ट्रेन गुजरी तो रेल मंत्री ने हाथ जोड़े, कहा- अभी लापता लोगों को खोजना बाकी*

*ओडिशा हादसे के 51 घंटे बाद ट्रैक शुरू:पहली ट्रेन गुजरी तो रेल मंत्री ने हाथ जोड़े, कहा- अभी लापता लोगों को खोजना बाकी*
यह विजुअल रविवार रात का है, जब हादसे का शिकार हुए ट्रैक से पहली ट्रेन गुजारी गई थी। रेल मंत्री (लाल घेरे में) ट्रैक को प्रणाम करते दिख रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे वाले ट्रैक की मरम्मत का काम पूरा हो गया है। हादसे के 51 घंटे बाद रविवार रात को इस ट्रैक से जब पहली ट्रेन रवाना की गई, तब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हाथ जोड़कर खड़े दिखे। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई। हमारा लक्ष्य लापता लोगों को खोजना है। यह कहकर वे भावुक हो गए।

रेल मंत्री हादसे के बाद से ही बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन पर राहत-बचाव और ट्रैक रिपेयरिंग की निगरानी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी शनिवार को बालासोर का दौरा करने के बाद रेल मंत्री से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े अपडेट्स ले रहे थे।
विजुअल बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास सोमवार सुबह का है, जब ट्रैक से ट्रेन गुजारी जा रही थीं।
ओडिशा के बालासोर में ट्रैक की मरम्मत के बाद सोमवार को वहां से गुजरती हुई वंदे भारत एक्सप्रेस।
ओडिशा के बालासोर में ट्रैक की मरम्मत के बाद सोमवार को वहां से गुजरती हुई वंदे भारत एक्सप्रेस।
हादसे के 48 घंटे बाद रविवार रात घटनास्थल से एक यात्री जिंदा मिला। हादसे के वक्त वह बोगी से निकलकर झाड़ियों में गिरकर बेहोश हो गया था। युवक की पहचान असम के रहने वाले डिलाल के रूप में हुई है।उसे तुरंत रेस्क्यू करके इलाज के लिए भेजा दिया गया, जहां उसे होश भी आ गया। घटना में उसका फोन और वॉलेट गुम हो गया।
हादसे के 48 घंटे बाद रविवार रात घटनास्थल से एक यात्री जिंदा मिला। वह झाड़ियों में गिरकर बेहोश हो गया था।हादसे से जुड़े 3 बड़े बयान

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार शाम को कहा, अब तक जो जानकारी मिली है उसके बाद रेलवे बोर्ड की तरफ से इस मामले की CBI जांच की सिफारिश की गई है।
रेल मंत्री वैष्णव ने रविवार शाम को बालासोर में कहा, 'इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से एक्सीडेंट हुआ। जिम्मेदारों की पहचान भी कर ली गई है।'
रेलवे बोर्ड की ऑपरेशन एंड बिजनेस डेवलपमेंट मेंबर जया वर्मा ने दिल्ली में कहा कि शुरुआती तौर पर लगता है कि सिग्नल में गड़बड़ी थी।
हादसे में मारे गए लोगों की संख्या पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि हमारे पास हादसे में जान गंवाने वालों की लिस्ट बढ़ रही, लेकिन उनके पास घट रही है। हादसे में पश्चिम बंगाल के 162 लोगों की जान गई है। अब तक पूरी लिस्ट नहीं मिल पाई है। बहुत से ऐसे लोग भी यात्रा करते हैं जो लिस्ट में नहीं होते। 182 शवों की अब तक पहचान नहीं हुई है।
बालासोर में हादसे की जगह ट्रैक को रिपेयर करने का काम पूरा हो गया है। दुर्घटना का शिकार हुए कोच ट्रैक से हटाए जा चुके हैं। 
बालासोर में हादसे की जगह ट्रैक को रिपेयर करने का काम पूरा हो गया है। दुर्घटना का शिकार हुए कोच ट्रैक से हटाए जा चुके हैं।
ओडिशा सरकार ने कहा- हादसे में 288 नहीं, 275 जानें गईं
ओडिशा के चीफ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने रविवार सुबह दावा किया कि हादसे में 288 नहीं, बल्कि 275 लोगों की जान गई है। उन्होंने कहा कि कुछ शव दो बार गिन लिए गए थे, इस वजह से मृतकों की संख्या में गड़बड़ी हुई। हादसे में 1,175 लोग घायल हुए, जिनमें से 793 को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है।

इस पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि हमारे पास हादसे में जान गंवाने वालों की लिस्ट बढ़ रही, लेकिन उनके पास घट रही है। हादसे में पश्चिम बंगाल के 162 लोगों की जान गई है।अब तक पूरी लिस्ट नहीं मिल पाई है। बहुत से ऐसे लोग भी यात्रा करते हैं जो लिस्ट में नहीं होते। 182 शवों की अब तक पहचान नहीं हुई है

रेलवे ने हादसे में मारे गए लोगों की तस्वीरें जारी की हैं, ताकि लोग शवों की पहचान कर सकें। 
रेलवे ने हादसे में मारे गए लोगों की तस्वीरें जारी की हैं, ताकि लोग शवों की पहचान कर सकें।
बहानगा बाजार स्टेशन के आउटर पर टकराई थीं तीन ट्रेन
हादसा 2 जून को शाम 7 बजकर 10 मिनट पर हुआ था। रेलवे अधिकारियों ने बताया था कि बहानगा बाजार स्टेशन की आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस यहां डीरेल होकर मालगाड़ी से टकरा गई। एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। तीसरे ट्रैक पर आ रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ने कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों को टक्कर मार दी।

नीचे दिए यार्ड ले-आउट के जरिए दुर्घटना के समय तीनों ट्रेनों की स्थिति को समझा जा सकता 
इस ले-आउट को देखने पर हादसे के वक्त तीनों ट्रेन की स्थिति साफ हो जाती है...

बीच वाला ट्रैक अप मेन लाइन है, जिस पर शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस आ रही थी।
अप मेन लाइन के पास कॉमन लूप लाइन थी, जिस पर मालगड़ी खड़ी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ कोच मालगाड़ी से टकराकर छिटक गए थे। कुछ डिब्बे डाउन मेन लाइन पर भी गिरे।
सबसे ऊपर डाउन मेन लाइन है। यहां से बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस गुजरी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कोच इस ट्रैक पर भी पड़े थे। बेंगलुरु-हावड़ा ट्रेन इन्हीं कोचेस से टकरा गई।
 14 साल, शुक्रवार का यही वक्त, जब ओडिशा में ही कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी हुई थी
कोरोमंडल एक्सप्रेस 14 साल साल पहले यानी कि 13 फरवरी 2009 को भी ऐसे ही हादसे का शिकार हुई थी। इत्तफाक की बात है कि वह हादसा भी शाम के साढ़े 7 बजे के करीब ही हुआ था। ट्रेन जाजपुर रेलवे स्टेशन की ओर जा रही थी। इसी दौरान वह गलत ट्रैक पर चली गई और उसकी 8 बोगियां पलट गई थीं। हादसे में 16 यात्रियों की मौत हुई थी और 40 से ज्यादा घायल हुए थे।

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June 05, 2023

*हड्डियां कमजोर होने के 8 संकेत:पीने का पानी भी हो सकता इसकी वजह; हल्दी वाला दूध कितना फायदेमंद*

*हड्डियां कमजोर होने के 8 संकेत:पीने का पानी भी हो सकता इसकी वजह; हल्दी वाला दूध कितना फायदेमंद*
ये फोटो मध्यप्रदेश के भिंड में स्टेशनपुरा गांव के लोगों की है। इस गांव में हड्डियों की बीमारी की वजह से न तो अपनी गर्दन घुमाकर देख सकते हैं न ही जमीन पर बैठ सकते हैं।

गांव का ऐसा कोई घर-परिवार नहीं, जिसमें हडि्डयों की समस्या नहीं। लोगों के पैरों में टेढ़ापन है।

गांव के लोगों काे संदेह है कि उनके यहां का पानी ही खराब है। पानी में कैल्शियम की कमी है, जिससे ये बीमारी फैलती जा रही है।

आज ज्यादातर लोग हड्डियां से जुड़ी बीमारियों को झेल रहे हैं। कई बार शरीर में पोषक तत्व की कमी की वजह से प्रॉब्लम होती है तो कई बार पानी जिम्मेदार होता है।

हड्डियां कमजोर हो रही है, इसकी वजह और उपाय जानेंगे जरूरत की खबर में।

सवाल: हड्डियों का मजबूत होना क्यों जरूरी है?
जवाब: शरीर का पूरा वजन हड्डियों के ढांचे पर टिका होता है इसलिए हड्डियों का मजबूत और हेल्दी होना जरूरी है।

शरीर को सहारा और आकार देने के अलावा हड्डियों का काम दिमाग और लंग्स की सुरक्षित रखना है।

यह मिनरल्स को स्टोर करती हैं। रेड और वाइट ब्लड सेल्स को बनाती हैं।

सवाल: मेरी हड्डियां कमजोर हैं ये मुझे कैसे पता चलेगा? जवाब: उम्र और कई बार बीमारियों की वजह से हड्डियों की मजबूती कम होने लगती हैं। 30 साल के बाद ज्यादातर लोगों का बोन मास (घनत्व) कम हो जाता है। इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।

आपका शरीर कुछ संकेत देता है जिससे पता चल सकता हैं कि हड्डियां कमजोर हो रही है। इन्हें पहचानें और इग्नोर न करें। नीचे लगे क्रिएटिव में इसके बारे में जानकारी दी गई है।

ग्राफिक को पढ़ें और दूसरों को शेयर करें…

सवाल: हड्डियां किन-किन वजहों से कमजोर हो जाती हैं?
जवाब: खानपान में गलती हमारी हड्डियों को नुकसान पहुंचाती हैं। जिसकी वजह से वे कमजोर हो जाती हैं। जैसे-

खाने-पीने में ज्यादा प्रोटीन लेना।
धूप में कम रहना।
मीठी चीजें ज्यादा खाना।
ज्यादा नमक वाली चीजें खाना।
खूब सोडा और कैफीन पीना।
डेली अल्कोहल लेना।
इनएक्टिव लाइफ स्टाइल जीना यानी खुद को फिट नहीं रखना।
खाने के माध्यम से पर्याप्त कैल्शियम नहीं लेना।
सवाल: अच्छा हड्डियों के कमजोर होने के लिए पानी किस तरह से जिम्मेदार है?
जवाब:

पानी में कैल्शियम की कमी होने से हड्डियां वीक होती हैं।
ग्राउंड वाटर में यूरिया की मात्रा बढ़ने से हडि्डयां कमजोर हो सकती हैं।
पानी में किसी तरह का रेडिएशन होने पर हड्डियों पर इफेक्ट पड़ता है।
पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है तो फ्लोरोसिस डिजीज हो जाती है।
सवाल: अभी आपने फ्लोरोसिस डिजीज का जिक्र किया है ये क्या होती है?
जवाब: फ्लोरोसिस हड्डियों की एक डेंजरस बीमारी है। ये बीमारी पीने के पानी की वजह से होती है। पानी में जब फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है और लोग कई सालों तक ऐसे पानी को पीते हैं तो इससे फ्लोरोसिस डिजीज हो जाती है।

फ्लोरोसिस बीमारी के लक्षण

दांत पीले पड़ जाते हैं
मसल्स और हड्डियों में दर्द रहता है
हड्डियां टेढ़ी होने लगती हैं
पीने का पानी चेक करना जरूरी

घर के पानी में फ्लोराइड की मात्रा का टेस्ट कराएं। अगर 1 लीटर पानी में फ्लोराइड 1 एमजी से ज्यादा है तो उस पानी को न पिएं। या फिर RO वॉटर पिएं। टेस्ट करने के लिए मशीन बाजार में मिलती है।

सवाल: अच्छा हड्डियों में कमी होने, कमजोर होने पर कौन सी बीमारी होने का रिस्क रहता है?
जवाब: आमतौर पर नीचे दी गई 6 बीमारियों के होने का रिस्क रहता है।

ऑस्टियोपोरोसिस
अर्थराइटिस
हड्डी का कैंसर
बोन डेंसिटी कम होना
हड्डियों में इन्फेक्शन
बच्चों में रिकेट्स
सवाल: हड्डियों से रिलेटेड प्रॉब्लम क्या जेनेटिक भी होती हैं?
जवाब: इस तरह की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस हो सकती है। ये बीमारी आनुवांशिक यानी जेनेटिक होती है। जो पीढ़ी दर पीढ़ी जीन के जरिए ट्रांसफर होती जाती है।

ऑस्टियोपोरोसिस में पीठ में दर्द होता है, शरीर का झुका हुआ सा लगने लगता है,

कमजोरी महसूस होती है। साथ ही जरा सी चोट लगने पर हड्डियां बार-बार टूटती हैं।

सवाल: मेरी बहन की हड्डियों से कट-कट की और क्रैकिंग की आवाज आती है, ये क्यों होता है?
जवाब: हड्डियों के जोड़ों या घुटनों पर बने कार्टिलेज घिसने की वजह से क्रैकिंग की आवाज आती है। ये कार्टिलेज कोलेजन से बनते हैं। इस आवाज को मेडिकल की भाषा में क्रेपिटस कहते हैं।

शरीर में कोलेजन की कमी पूरी करने के लिए विटामिन सी युक्त ब्रोकली, पालक, संतरा, नींबू खाना फायदेमंद होता है।

कम उम्र में अगर कट-कट की आवाज आती है तो अलर्ट हो जाएं। डॉक्टर से कंसल्ट करें।

सवाल: क्या एक्सरसाइज करने से भी हड्डियां मजबूत होती हैं?
जवाब: हां बिल्कुल। शरीर को फ्लैक्सिबल बनाने के लिए रोजाना 15 से 30 मिनट तक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए।

अगर चलते-फिरते या बैठते वक्त हड्डियों से चटकने की आवाज आती है तो किसी भी तरह के हाई इंटेसिटी एक्सरसाइज करने से बचें। इससे हड्डियों के खिसकने और टूटने का डर रहता है।

सवाल: डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए?
जवाब: मजबूत हड्डियों के लिए डाइट में इन चीजों को शामिल करें।

सवाल: हल्दी वाला दूध तो हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है, क्या हल्दी का पानी भी फायदेमंद होता है?
जवाब: हल्दी के पानी में करक्यूमिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। हड्डियों से रिलेटेड बीमारियों से बचाव होता है। साथ ही बॉडी के टॉक्सिन्स दूर होते हैं।

इस पानी में पोटैशियम, फाइबर्स और कैल्शियम होता है। जोकि हार्ट की बीमारियों से बचाने और डाइजेशन ठीक रखने में मदद करता है। यह हेल्दी बालों और स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है।

सवाल: कब और कैसे पीना चाहिए हल्दी का पानी?
जवाब: रोज सुबह खाली पेट इस पानी को पीने से बोन्स स्ट्रॉन्ग होती हैं। इससे मसल्स और दांत भी मजबूत होते हैं।

हल्दी का पानी को बनाने का तरीका

एक गिलास गुनगुने पानी में दो चुटकी हल्दी पाउडर मिला कर चम्मच से हिलाएं और आराम से पिएं।

डॉ. अनिल अरोड़ा, सीनियर डायरेक्टर और यूनिट हेड, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली
डॉ बीरेन नादकर्णी, सीनियर ऑर्थोपेडिक कंसल्टेंट और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, होली फैमिली हॉस्पिटल, दिल्ली
डॉ. विजय सिंह, आर्थौपेडिक सर्जन, राजीव गांधी हॉस्पिटल, दिल्ली
चलते-चलते

गुड़ और भुना चना कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। इसे खाने से जोड़ों को मजबूती मिलती है।
रोजाना खाली पेट अखरोट जरूर खाएं। अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। जो जॉइंट में चिकनापन लाने में मदद करता है।
June 05, 2023

*लेटलतीफी:पीपीपी पोर्टल पर आधार टैगिंग में सभी जिले ऑरेंज जोन में*

*लेटलतीफी:पीपीपी पोर्टल पर आधार टैगिंग में सभी जिले ऑरेंज जोन में*
राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को भविष्य में योजनाओं का लाभ सरकार की ओर से परिवार पहचान पत्र के आधार पर दिया जाना है। जिसके चलते परिवार पहचान पोर्टल पर डेट ऑफ बर्थ, अभिभावकों का व्यवसाय, आधार टैगिंग का कार्य हो रहा है। आधार टैग के मामले में सभी जिले ऑरेंज जोन में शामिल हैं। शिक्षा विभाग की ओर से पोर्टल पर टैगिंग का कार्य करीब छह माह पहले दिया गया था। यह कार्य सरकारी स्कूलों के शिक्षकों से कराया जा रहा है। केवल सरकारी ही नहीं बल्कि निजी स्कूलों के विद्यार्थियों का डाटा भी जुटाया जाना है।

इसे तीन भागों में विभाजित किया गया है। डेट ऑफ बर्थ, व्यवसाय, आधार कार्ड टैग। तीनों के अलग बॉक्स बनाए गए हैं। इस कार्य में तेजी लाने को विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने फिर से लेटर जारी किया है। डाटा वेरिफिकेशन का कार्य 10 दिन में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अब निदेशालय के अधिकारी समय पर कार्य पूरा न होने पर शिक्षकों पर अनुशात्मक कार्रवाई के मूड में लग रहे हैं। व्यवसाय में परिवार पहचान पोर्टल पर 22 लाख 7 हजार 620 को वेरिफाई किया जाना है।

अभी तक 17,00,934 वेरिफाई किया गया है। 5,6,686 डाटा पेडिंग में है। 22.95 प्रतिशत डाटा वेरिफाई होना बाकी है। डेट ऑफ बर्थ 11 लाख 46 हजार 483 का डाटा वेरिफाई होना है। 8 लाख 12 हजार 763 डाटा वेरिफाई हुआ है। 3 लाख 33 हजार 720 डाटा की वेरिफिकेशन बाकी है। 29.11 प्रतिशत डाटा वेरिफाई होना है। आधार 9 लाख 36 हजार 805 का डाटा शिक्षक वेरिफाई करेंगे, जिसमें से 4 लाख 91 हजार 746 डाटा वेरिफाई हो चुका है। 4 लाख 45 हजार 059 डाटा पेडिंग है।

47.51 प्रतिशत में यह कार्य बकाया है। इस बारे राजकीय स्कूलों के शिक्षकों का तर्क है कि फोन पर डाटा लेना है। जिन घरों में फोन करते हैं। उनमें से अधिकतर परिवार सहयाेग नहीं करते। जिस कारण कार्य अभी अधर में है। प्रयास किए जा रहे हैं कि समय पर कार्य पूरा किया सके।

कौन जिला किस जोन में आधार टैगिंग में सभी जिले ऑरेंज जाेन में शामिल हैं। जबकि व्यवसाय और डीओबी टैगिंग में जिलों स्थिति लगभग समान है। व्यवसाय टैगिंग में यमुनानगर ग्रीन, साेनीपत ग्रीन, सिरसा ऑरेंज, रोहतक यलो, अम्बाला यलो, भिवानी ऑरेंज, चरखी दादरी ग्रीन, फरीदाबाद ऑरेंज, फतेहाबाद यलो, गुरुग्राम यलो, हिसार, झज्जर, जींद ऑरेंज, कैथल ग्रीन, करनाल ऑरेंज, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़ यलो, नूंह, पलवल ऑरेंज, पंचकूला ग्रीन, पानीपत यलो, रेवाड़ी ऑरेंज व रोहतक येलो जोन में शामिल है।
इस योजना से वंचित रह सकते हैं विद्यार्थी
राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों का डाटा समय पर टैग न होने से भत्ते पर असर पड़ सकता है। सरकार की ओर से पहली से आठवीं तक सभी श्रेणी के बच्चों के लिए निशुल्क वर्दी योजना है। इसी के साथ पहली से पांचवीं कक्षा तक हर बच्चे को 800 रुपए दिए जाते हैं। छठी से आठवीं तक एक हजार प्रति विद्यार्थी, नॉन एससी वर्ग को मुफ्त स्कूल बैग मिलते हैं। छठी से आठवीं तक 150 रुपए प्रति विद्यार्थी नॉन एससी विद्यार्थी को लेखन सामग्री दी जाती है। पहली से पांचवीं तक 100 रुपए दिए जाते हैं।

कैश अवाॅर्ड स्कीम में पहली में 740, दूसरी में 750, तीसरी कक्षा में 960, चौथी में 970, पांचवीं में 980 रुपए प्रत्येक बच्चे को दिए जाते हैं। कक्षा छठी से 8वीं तक 1260 रुपए प्रति बच्चों को दिए जाते हैं। अगर बच्चाें का डाटा नहीं होगा। उक्त योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्र नहीं होंगे। डिप्टी डीईओ पिरथी सैनी का कहना है कि शिक्षकाें काे पर कार्य करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
June 05, 2023

*आईसीडीपी घोटाला:1 मालिक की 4 कंपनियों को दिया काम, किसानों को न प्रशिक्षण मिला, न हुआ काम*

*आईसीडीपी घोटाला:1 मालिक की 4 कंपनियों को दिया काम, किसानों को न प्रशिक्षण मिला, न हुआ काम*
1 मालिक की 4 कंपनियों को दिया काम, किसानों को न प्रशिक्षण मिला, न हुआ काम|
आईसीडीपी घोटाला
आईसीडीपी के घोटाले में अधिकारियों ने नियमों को दरकिनार कर एक ही मालिक की चार कंपनियों को काम दिया। इसके बाद बिना काम कराए प्राइवेट कंपनियों के खातों में पैसा डलवाया। कंपनियों ने इस पैसे में से आईसीडीपी की तत्कालीन महाप्रबंधन अनु कौशिक और उसकी बहनों नताशा कौशिक व गुंजन कौशिक और मां रेखा के बैंक खातों में 55,29,900 रुपए रिश्वत के तौर पर डलवाए पाए गए।

एसीबी के अनुसार, पूरे खेल की मास्टरमाइंड अनु कौशिक थी। उन्होंने कंपनियों को बिना काम के पैसा दिया और फर्जी बिल तैयार कराए। कई मामलों में बिल भी नहीं मिले। अनु कौशिक ने 32,12,550 रुपए का किसानों को प्रशिक्षण न दिलाकर फर्जी बिल तैयार करके, बिना कंस्ट्रक्शन और योजना की वैधता खत्म होने के बाद 25 लाख रुपए एक प्राइवेट कंपनी के खाते में डलवाए।

उसके कुछ समय बाद कंपनी के खाते से अनु कौशिक व उनकी बहन नताशा कौशिक के खाते में 5-5 लाख रुपए और मां रेखा के दो बैंक खातों में 5-5 लाख रुपए जमा हुए, जिन चार कंपनियों को काम दिया जाता रहा। उनका मालिक भी यमुनानगर निवासी स्तालियन जीत है। अब सहकारिता विभाग अपने स्तर पर पूरे हरियाणा में ऑडिट करवा रहा है।

योजना समाप्त होने पर खाते में जमा कराए निर्माण के 25 लाख

1. एसीबी की जांच में सामने आया कि बेन्ब्रीज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को 25 लाख रुपए निर्माण के लिए दिए। रिकॉर्ड में इस फर्म का कोई बिल नहीं मिला। एसीबी ने जब तत्कालीन लेखाकार सुमित कुमार से पूछताछ की तो सामने आया कि वह उस समय रेवाड़ी का लेखाकार नहीं था। बैंक खाते में उसका मोबाइल नंबर दिया हुआ था। रिकॉर्ड में पाया गया कि वहां कोई काम ही नहीं हुआ। बजट की वैधता खत्म होने पर कंपनी के खाते में यह राशि डाली गई। कार्य टेंडर की बजाय, लेकिन इससे पहले ही फर्म के खाते में 25 लाख रुपए भेज दिए गए। इस फर्म के खाते से फिर अनु कौशिक, नताशा कौशिक के खाते में 5-5 लाख रुपए और रेखा के दो बैंक खातों में 5-5 लाख रुपए जमा हुए, जिससे साफ है कि 25 लाख रुपए गबन अनु कौशिक व कंपनी निदेशक स्तालियन जीत ने मिलीभगत करके किया।

2. बेटेंम इंडिया लिमिटेड द्वारा पैक्स सदस्यों व किसानों को योजनाओं की जानकारी के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने थे। प्रशिक्षण के संबंध में कंपनी को आईसीडीपी के खाता से 32,12,550 रुपए दिया गया, जबकि सामने आया कि पैक्स में सदस्यों व किसानों का कोई प्रशिक्षण ही नहीं हुआ। इस मामले में कहा गया कि स्तालियन जीत, अनु कौशिक, सुमित अग्रवाल ने मिलीभगत करके सरकारी राशि का गबन कर दिया। बेंटम इंडिया लिमिटेड कंपनी के यमुनानगर के खाते से अनु कौशिक के खाते में एक लाख रुपए, नताशा कौशिक के एक खाते में 5 और दूसरे में 3 लाख रुपए, गुंजन कौशिक के दो खातों में 5-5 लाख रुपए जमा कराए गए।

3. कंपनी लेबाई इंडिया लिमिटेड द्वारा अनेक पैक्स में सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप दिया गया। इस फर्क को चेक के माध्यम से 24,81,938 रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन इसी कंपनी के खाते से फिर अनु कौशिक के खाते में डेढ़ लाख और गुंजन कौशिक के खाते में 5 लाख रुपए ट्रांसफर होने पाए गए हैं।

4. कंपनी लोडलिंक सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को कई पैक्स में कंप्यूटर व प्रिंटर की खरीद के बदले 10,96,928 रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन इसी कंपनी के खाते से अनु कौशिक के खाते में 4.80 लाख रुपए बाद में ट्रांसफर हुए।
June 05, 2023

*पंजाब CM की दोटूक- PU में हरियाणा को हिस्सा नहीं:मान बोले- ये यूनिवर्सिटी पंजाब की विरासत, हरियाणा CM के साथ कल होनी है मीटिंग*

*पंजाब CM की दोटूक- PU में हरियाणा को हिस्सा नहीं:मान बोले- ये यूनिवर्सिटी पंजाब की विरासत, हरियाणा CM के साथ कल होनी है मीटिंग*
मान बोले- ये यूनिवर्सिटी पंजाब की विरासत, हरियाणा CM के साथ कल होनी है मीटिंग|
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में हरियाणा को किसी भी तरह की हिस्सेदारी देने से दोटूक इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि PU पंजाब की विरासत है और उनकी सरकार राज्य के हकों की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है।

मान ने कहा कि भले ही हरियाणा PU से अपने कुछ कॉलेजों की एफिलिएशन मांग रहा है लेकिन पंजाब सरकार यूनिवर्सिटी में हरियाणा की किसी भी तरह की हिस्सेदारी के पक्ष में नहीं है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह बात कल, यानि 5 जून को इसी मुद्दे पर हरियाणा CM मनोहर लाल के साथ होने वाली मीटिंग से एक दिन पहले कही। 5 जून को पंजाब गवर्नर बीएल पुरोहित की अध्यक्षता में चंडीगढ़ सिविल सेक्रेटेरिएट में दोनों मुख्यमंत्रियों की मीटिंग होनी है। इस बैठक में पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा होनी है जिनमें यूनिवर्सिटी को दिए जाने वाले फंड में हिस्सेदारी का विषय भी शामिल है। गौरतलब है कि पंजाब यूनिवर्सिटी आर्थिक संकट का सामना कर रही है।

इसी मुद्दे पर तीन दिन पहले हुई दोनों मुख्यमंत्रियों की मीटिंग में हरियाणा CM मनोहर लाल ने कहा था कि यदि PU हरियाणा के कुछ कॉलेजों को मान्यता देती है तो बदले में उनकी सरकार यूनिवर्सिटी के कुल खर्च का 40% हिस्सा ग्रांट के रूप में दे सकती है।

CM ने फैसले के लिए मांगा समय
तीन दिन पहले दोनों CM ने मीटिंग सौहार्दपूर्ण माहौल में होने की बात कही थी लेकिन अंतिम फैसले तक पहुंचने के लिए पंजाब ने 5 जून तक का समय मांगा था। दोबारा होने वाली मीटिंग से एक दिन पहले, रविवार को ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी सरकार PU में हरियाणा को किसी प्रकार की हिस्सेदारी देने के पक्ष में नहीं है।

गवर्नर बीएल पुरोहित ने रखा अपना पक्ष
पंजाब गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आज बहुत विकास हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों तक भी शिक्षा की पहुंच हो, इसके लिए सभी सरकारों को काम करना चाहिए। उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी के जो विषय हैं उन पर आपसी सहमति से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा है कि हरियाणा के कॉलेजों की पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता का विषय बड़ा विषय नहीं है, यह करना संभव है। हरियाणा, पंजाब के इस सहयोग से निश्चित रूप से एक अच्छी शुरुआत होगी।

हरियाणा के कॉलेजों की संबद्धता पीयू से हो
बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह चुके हैं कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 के तहत पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा राज्य का हिस्सा दिया गया था। हरियाणा के कॉलेज और क्षेत्रीय केंद्र पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्ध थे, लेकिन 1973 को एक अधिसूचना जारी कर इसे समाप्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि आज के युग में अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से भी राज्यों के कॉलेजों की संबद्धता हो रही है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य है कि सभी शिक्षण संस्थान देश की उन्नति में सहयोग करें। सभी राज्यों का आपसी संबंध और प्रगाढ़ हों। इसलिए हरियाणा के कॉलेजों की संबद्धता पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से की जाए।

केंद्र के साथ मिलकर हरियाणा पीयू को आगे बढ़ाएगी
इससे पहले मीटिंग में मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसमें हरियाणा के कॉलेज का भी एफिलिएशन होना चाहिए। केंद्र के साथ मिलकर हरियाणा सरकार पंजाब विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाएगी ताकि विश्वविद्यालय समृद्ध बने और उसकी आवश्यकताएं भी पूरी हों।

1990 तक हरियाणा सरकार से मिली ग्रांट
बीते तीन दशक से अधिक समय से पंजाब यूनिवर्सिटी को पंजाब सरकार द्वारा ही ग्रांट जारी की जाती रही है। जबकि, साल 1990 तक हरियाणा सरकार द्वारा भी 40 प्रतिशत ग्रांट दी जाती रही। इसके पीछे कई प्रकार के राजनीतिक कारण रहे, लेकिन हरियाणा से ग्रांट बंद होने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी के संचालन के लिए केंद्र सरकार और पंजाब सरकार द्वारा ही ग्रांट दी जाती रही है।

इससे पंजाब यूनिवर्सिटी की आर्थिक स्थिति भी कमजोर होती गई। यदि हरियाणा सरकार PU को अब दोबारा ग्रांट देनी शुरू करती है तो यूनिवर्सिटी को आर्थिक तौर पर मजबूती मिलेगी।
June 05, 2023

*ग्रुप-डी के 13,536 पदों पर आज से करें अप्लाई:जो कर चुके हैं उन्हें जरूरत नहीं; PPP नहीं देने वालों को देनी होगी दोगुनी फीस*

*ग्रुप-डी के 13,536 पदों पर आज से करें अप्लाई:जो कर चुके हैं उन्हें जरूरत नहीं; PPP नहीं देने वालों को देनी होगी दोगुनी फीस*
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने विभिन्न विभागों, बोर्डों, निगमों आदि में ग्रुप-डी के 13,536 पदों पर आवेदन के लिए पोर्टल आज से खोल दिया गया है। भर्ती के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) अगस्त या सितंबर में आयोजित किया जाएगा। इस एग्जाम के लिए पहले ही 10.54 लाख युवा अप्लाई कर चुके हैं, जो पहले आवेदन कर चुके हैं उन्हें अब दोबारा करने की जरूरत नहीं है।

इस भर्ती के लिए यदि युवा परिवार पहचान पत्र (PPP) या आधार कार्ड अपलोड नहीं करते हैं तो उन्हें दोगुनी फीस देनी होगी।

26 जून है लास्ट डेट
इन भर्तियों के लिए आवेदन की लास्ट डेट 26 जून रखी गई है। फीस जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून है। अच्छी बात यह है कि जो युवा इन भर्तियों के लिए पहले आवेदन कर चुके हैं उन्हें वह अपने फॉर्म में अपडेशन कर सकते हैं। साथ ही आवेदन के समय जिन युवाओं की उम्र सही थी और अब वह ओवरएज हो गए हैं तो उनका भी फॉर्म मान्य होगा।

एग्जाम में 25% हरियाणा के प्रश्न होंगे

सीईटी एग्जाम में 25% प्रश्न हरियाणा से संबंधित होंगे। इनमें इतिहास, करंट अफेयर, लिटरेचर, जियोग्राफी, एनवायरमेंट, कल्चरल आदि शामिल होंगे। 75% अंक जनरल अवेयरनेस, रीजनिंग, अंग्रेजी, हिंदी व अन्य होंगे। सामान्य श्रेणी में 50% व रिजर्व कैटेगिरी में 40 प्रतिशत अंक क्वालिफिकेशन के लिए जरूरी हैं।

रजिस्ट्रेशन फीस कितनी होगी?

हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने सामान्य श्रेणी के पुरुष के लिए 500 रुपए, एक्स सर्विसमैन के बच्चे के लिए भी 500 रुपए फीस तय की है। एक्स सर्विसमैन के लिए 250, एससी, बीसी और ईडब्ल्यूएस के लिए 250 रुपए फीस निर्धारित की गई है। हरियाणा से बाहर की महिलाओं, रिजर्व कैटेगिरी व एक्स सर्विसमैन के लिए भी 500 रुपए तय की गई है।

ये रहेगी भर्तियों के लिए न्यूनतम योग्यता

हरियाणा में निकली इन बंपर भर्तियों के लिए हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने न्यूनतम योग्यता तय की है। स्वीपर, चौकीदार, स्वीपर कम चौकीदार को छोड़ बाकी सभी पदों के लिए 10वीं पास न्यूनतम योग्यता रखी गई है। साथ ही आवेदन के लिए संस्कृत या हिंदी में से कोई एक विषय को जरूरी किया गया है।
June 05, 2023

*नगर परिषद कभी नहीं रख पाई शौचालयों को मेंटेन:गुड़गांव-चंडीगढ़ की तर्ज पर 19 सार्वजनिक शौचालयों का रखरखाव करेगी वाह फाउंडेशन*

*नगर परिषद कभी नहीं रख पाई शौचालयों को मेंटेन:गुड़गांव-चंडीगढ़ की तर्ज पर 19 सार्वजनिक शौचालयों का रखरखाव करेगी वाह फाउंडेशन*
गुड़गांव-चंडीगढ़ की तर्ज पर 19 सार्वजनिक शौचालयों का रखरखाव करेगी वाह फाउंडेशन|
लंबे समय से बदहाल शहर के सार्वजनिक शौचालयों को दावों के बावजूद कभी नगर परिषद मेंटेन नहीं रख पाई। अब इन सार्वजनिक शौचालयों के हालात सुधरने की उम्मीद जगी है। शहर के सेक्टर्स व बाजारों में स्थित सभी सार्वजनिक शौचालयों की मेंटेनेंस का जिम्मा अब एक संस्था संभालेगी। खास बात है नगर परिषद को इस मेंटेनेंस के लिए उक्त संस्था को किसी तरह का शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा। अपने स्तर पर ही संस्था इन सभी शौचालयों को मेंटेन करेगी। कई जगह संस्था शौचालयों की रेनोवेशन शुरू भी कर चुकी है।

अगले 15 से 20 दिन में सभी शौचालय मेंटेन करने का दावा संस्था का है। 19 शौचालयों का करेगी रखरखाव, 15 लाख से अधिक खर्च कर करेगी रेनोवेशन | शहर की वाह फाउंडेशन संस्था चंडीगढ़ व गुड़गांव जैसे बड़े शहरों की तर्ज पर शहर के 19 शौचालयों का रखरखाव करेगी। इनमें पैराकिट पिपली, सेक्टर-2, सेक्टर-3, सेक्टर-4, सेक्टर-5, सेक्टर-7, सेक्टर-13, द्रोणाचार्य स्टेडियम स्थित शौचालय, सेक्टर-8, थर्ड गेट ई टाॅयलेट, पुरानी सब्जी मंडी थानेसर ई-टायलेट, कृष्णा गेट थाने के बाहर शौचालय, बिरला मंदिर ई-टाॅयलेट, परशुराम चौक के नजदीक स्थित ई-टाॅयलेट, गोल बैंक चौक के नजदीक स्थित शौचालय सहित सेक्टर-17 स्थित 3 सार्वजनिक शौचालयों को संस्था पहले ही रखरखाव कर रही है।

संस्था के संस्थापक सदस्य एडवोकेट जसबीर पाहूजा, जसपाल कौर, प्रवीण मलिक, वरूण, विवेक और सुखदेव ने बताया कि शहर के 19 शौचालयों का रखरखाव सेल्फ सस्टेनेबल मोड में होगा। फिलहाल रेनोवेशन पर 15 लाख रुपए से अधिक का बजट इनपर खर्च होगा। इसके बाद सभी पर सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक सफाई कर्मचारी तैनात रहेगा। सुपरवाइजर भी इन शौचालयों की निगरानी के लिए लगाए जाएंगे। साथ ही संस्था अपना मोबाइल नंबर भी अंकित करेगी, ताकि किसी तरह की परेशानी होने पर पब्लिक संस्था सदस्यों को इससे अवगत करवा सके। 25 से 30 लाख सालाना खर्चने पर भी नहीं रहे कभी मेंटेन | बता दें हुडा से सेक्टर नगर परिषद को ट्रांसफर होने के बाद सेक्टर्स की मार्केट स्थित सार्वजनिक शौचालय भी नगर परिषद थानेसर के अधीन आ गए थे। शौचालयों की सफाई के लिए नगर परिषद बाकायदा टेंडर देते थी। औसतन 2 से 3 लाख रुपए प्रति महीना इनकी मेंटेनेंस पर खर्च किया जाता था। यानी साल में 25 से 30 लाख रुपए खर्च करने के बाद भी कभी सेक्टर्स व शहर के शौचालय पब्लिक के प्रयोग करने लायक नहीं रहे।

अब यह देखना होगा वाह संस्था इन शौचालयों को बेहतर ढंग से मेंटेन कर पाएगी या नहीं। हालांकि संस्था शहर के कॉमर्शियल सेक्टर-17 में सालभर से 3 शौचालयों को मेंटेन कर रही है। कर्मचारी भी संस्था ने उक्त शौचालयों पर छोड़े हुए हैं।
June 05, 2023

*नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी के अनुसार:कुरुक्षेत्र में 4550 हेक्टेयर वनभूमि, 20% बढ़ाना है वन एरिया, महज 3 प्रतिशत वन क्षेत्र, 8 लाख पेड़*

*नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी के अनुसार:कुरुक्षेत्र में 4550 हेक्टेयर वनभूमि, 20% बढ़ाना है वन एरिया, महज 3 प्रतिशत वन क्षेत्र, 8 लाख पेड़*
कुरुक्षेत्र में 4550 हेक्टेयर वनभूमि, 20% बढ़ाना है वन एरिया, महज 3 प्रतिशत वन क्षेत्र, 8 लाख पेड़|
वृक्ष ही जीवन है। वृक्षों से ही सीधे तौर पर पर्यावरण की सेहत जुड़ी है। जब भी पर्यावरण का जिक्र होता है तो सबसे पहले बात वनों की बात होती है। पिछले ढाई दशक से वन क्षेत्र बढ़ाने को लेकर तमाम दावे हो रहे हैं, लेकिन न तो स्टेट पॉलिसी और न ही नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी के तहत निर्धारित वन एरिया बढ़ाने का लक्ष्य हासिल हो पा रहा है। कुरुक्षेत्र में तमाम प्रयासों के बावजूद 3 प्रतिशत ही वन भूमि का लक्ष्य हासिल हो पाया है। जितने पेड़ लगते हैं, उससे कई गुना पेड़ डिवेलपमेंटस प्रोजेक्टस की वजह से कट रहे हैं।

शहर में ही 5 साल में हरियाली घट गई। हालांकि जिले में जरूर पिछले 5 सालों में कुछ वन एरिया बढ़ा है। लक्ष्य न मिलने का सबसे बड़ा कारण जगह की कमी है। हर साल किसानों व आम लोगों को लाखों पेड़ बांटा जाता है, लेकिन उसका आधा भी पनपा हुआ नहीं दिखता। उधर वन विभाग को वन एरिया बढ़ाने को जगह की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। 55 हजार की जगह साढ़े 4 हजार वनभूमि कुरुक्षेत्र में नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी के तहत कुल भूमि का एक तिहाई हिस्सा वन एरिया होना चाहिए।

जबकि स्टेट पॉलिसी के मुताबिक करीब 20 प्रतिशत वन एरिया हो, लेकिन इन दोनों मानकों पर कुरुक्षेत्र खरा नहीं। कुरुक्षेत्र में वन विभाग के अधीन समेत कुल 4450 हेक्टेयर वन एरिया है। जबकि कम से कम 55 हजार हेक्टेयर वन एरिया होना चाहिए। इसमें स्योंसर व सौंटी के जंगल शामिल नहीं हैं। 2 जिलों में स्योंसर 12 हजार एकड़ में है, जिसमें से 4 हजार एकड़ कुरुक्षेत्र में है। कुरुक्षेत्र 1538 स्केवयर किमी में है। इसमें से ओपन फॉरेस्ट एरिया 22.15 स्केवयर किमी का है। 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक 2.60 प्रतिशत वन भूमि थी।

अवेयरनेस से कुछ बदली तस्वीर | हालांकि पिछले कुछ सालों से पौधारोपण को लेकर अवेयरनेस आई है। यही वजह है कि 5 साल में वन एरिया बढ़कर 3 प्रतिशत हो गया। हालांकि शहर में हरियाली घटी है। 1600 पेड़ तो पिपली से थर्डगेट के बीच ही काटे गए। वहीं एलिवेटिड ट्रेक के लिए भी सैकड़ों पेड़ भेंट चढ़ गए। ऐसे ही रेलवे रोड नवीनीकरण से 90 से ज्यादा पुराने पेड़ काटने पड़े। झांसा रोड का भी यही हाल हुआ। 55 हेक्टेयर में लगेंगे 60500 पेड़ |

पिछले साल वन विभाग ने खुद करीब 70 हजार पौधे लगाए। इस साल अभी तक करीब 65 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य है। इसमें से 55 हेक्टेयर में करीब 60500 पौधे लगाएगा। जबकि दस आरकेएम के तहत ढाई हजार पौधे विभाग लगाएगा। जिला वन अधिकारी रविंद्र धनखड़ के मुताबिक 8 बड़ी नर्सरियों में 5 लाख पौधे तैयार हैं। 3 लाख पौधे किसानों व आमजन को बांटे जाएंगे। विभाग खुद करीब 65 हजार पौधे लगाएगा। प्लांटेशन को जगह की कमी | वन अधिकारियों का कहना है कि प्लांटेशन के लिए जगह की कमी है। निजी जमीनों पर भी लोग प्लांटेशन कम कर रहे हैं। धान का एरिया होने के कारण खेतों से भी धड़ाधड़ पेड़ कटे। बिगाड़ा पर्यावरण, 33 को देंगे नोटिस | एनजीटी के आदेश हैं कि पेड़ पौधों को पूरी प्रोटेक्शन दी जाए, लेकिन शहर में अधिकांश बड़े पेड़ों के नीचे टाइल्स लगाई जा चुकी हैं। वहीं प्राइवेट स्कूल, कोचिंग सेंटर व विभिन्न संस्थानों ने पेड़ों पर अपने बोर्ड व बैनर लगाए हुए हैं, नियमानुसार ऐसा नहीं कर सकते।

ग्रीन अर्थ एनजीओ के निदेशक नरेश कुमार का कहना है कि उन लोगों ने कई बार मुहिम चला टाइलस हटाई। अब 33 ऐसी संस्थाओं, स्कूल, कॉलेज व सेंटर चिन्हित करे हैं, जिनके बोर्ड लगे हैं। इन सभी को एनजीओ की तरफ से एक सप्ताह में हटाने का नोटिस सोमवार को देंगे। नहीं हटाए तो एनजीटी में केस दायर करेंगे।

जगह की कमीः आदेश दरकिनार

एनजीटी के आदेश हैं कि जिस शहर में पेड़ डिवेलपमेंट को काटे जाएं, वहीं कंप्लसेटरी प्लांटेशन हो, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। जगह की कमी के कारण दूसरे जिलों तक में पौधे लगाने पड़े। कुछ वर्ष पहले कुरुक्षेत्र में काटे पेड़ के बदले पानीपत में पेड़ लगाने का प्रपोजल विभाग ने बनाया। ग्रीन अर्थ एनजीओ एनजीटी में केस दायर किया, तब पेड़ कुरुक्षेत्र में ही लगाए।