Breaking

Showing posts with label Crime News. Show all posts
Showing posts with label Crime News. Show all posts

Wednesday, March 13, 2024

March 13, 2024

साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता द्वारा सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है : हितेश हिंदुस्तानी

साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता द्वारा सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है : हितेश हिंदुस्तानी 
बहादुरगढ़ :जगन्नाथ विश्वविद्यालय, बहादुरगढ़ में  साइबर सिक्योरिटी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  यह कार्यक्रम भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया गया जोकि अनिवार्य रूप से किया जाना था। इस कार्यक्रम में हरियाणा टेक्निकल एसोसिएशन के उपभोक्ता वकालत समूह के अध्यक्ष हितेश हिंदुस्तानी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर साइबर क्राइम शाखा, बहादुरगढ़ के उपनिरिक्षिक अनिल भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे तथा उन्होंने बताया कि  यदि किसी के साथ कोई साइबर फ्रॉड होता है ,तो कैसे उसको रोका जा सकता है और बताया की उसकी रिपोर्ट करनी है। उन्होंने विभिन्न प्रकार के फ़ोन नंबर तथा वेब साइट्स के बारे में भी बताया। जो साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता की सहायता करते हैं।  उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है। कार्यक्रम में विभिन्न दूरसंचार कम्पनीयों जैसे कि जिओ, वोडाफ़ोन व बीएसएनएल आदि के प्रतिनिधियों ने अपनी अपनी दूरसंचार कम्पनीयों की सेवाओं से संबंधित विषयों पर बात की तथा सेवाओं में आने वाली समस्याओं को दूर करने के महत्वपूर्ण उपाय बताए। जगन्नाथ विश्वविद्यालय, बहादुरगढ़ के कुलपति प्रोफ. प्रसाद राव ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम बहुत ही अच्छे  रहते हैं और सभी प्रतिभागियों को इनका बहुत लाभ प्राप्त होता है ।  विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार प्रोफ. पूनम मालिक ने धन्यवाद् प्रस्ताव में बताया कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम  भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे।

Tuesday, May 16, 2023

May 16, 2023

नकली दवा बेचने वालों का जाल कहां-कहां तक और कौन-कौन इसमें शामिल, इसकी गहराई से जांच की जा रही - गृह मंत्री अनिल विज

नकली दवा बेचने वालों का जाल कहां-कहां तक और कौन-कौन इसमें शामिल, इसकी गहराई से जांच की जा रही - गृह मंत्री अनिल विज
पुलिस के अधिकारियों को निर्देश, एफडीए के साथ मिलकर इस मामले की जांच करें - अनिल विज

चंडीगढ़, 15 मई - हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने नकली दवा बेचने वालों का जाल कहां-कहां तक और कौन-कौन इसमें शामिल हैं , इसकी गहराई से जांच की जा रही है। उन्होंने पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के साथ मिलकर इस मामले की जांच करें ताकि पूरे केस की जांच गहराई से हो सकें।
श्री विज आज पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एफडीए विभाग ठीक काम कर रहा है और पहली बार एफडीए ने आरोपी को पुलिस में शिकायत न देकर स्वयं पकड़ा है। मुख्य आरोपी का नाम जो इस मामले में आ रहा है वह तुर्की का निवासी है और उसे मुंबई स्थित होटल से पकड़कर लाया गया है। श्री विज ने कहा कि इनका जाल कितना फैला है, कौन-कौन इसमें शामिल है, दवाइयां कहां-कहां बनती और कहां स्टोर होती है उसकी जांच की जा रही है । गौरतलब है कि एफडीए विभाग ने गत दिनों तुर्की निवासी व्यक्ति को कैंसर की नकली दवा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री विज से की मुलाकात

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना के नेतृत्व में जिलाध्यक्ष मलकीत सिंह, पूर्व प्रधान राकेश, युवा अध्यक्ष गुलाब पुनिया, संगठन सचिव राम सिंह सहित अन्य ने गृह मंत्री से मुलाकात की। अध्यक्ष मलकीत सिंह एवं पदाधिकारियों ने गृह मंत्री अनिल विज का धन्यवाद जताया जिनके प्रयासों से किसान आंदोलन के समय दर्ज मामले हल हो सके। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से पहले भी कई मामले किसानों पर दर्ज हैं जोकि हल किए जाएं। मंत्री ने इस पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया।
“मैं खुद बैंक कर्मचारी रहा हूं और मैं स्वयं कर्मचारियों के लिए लड़ता हूं” - विज

हरियाणा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने गृह मंत्री अनिल विज को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा जिस पर अनिल विज ने कहा कि “मैं तो हमेशा लड़ता हूं और मैं खुद बैंक का कर्मचारी रहा हूं और कुछ बाते वह कर्मचारियों के बारे में जानते ही हैं।” उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर पहले से ही हम काम कर रहे हैं कर्मचारियों को कैशलैस सुविधा देने के लिए हम काफी काम कर चुके हैं जोकि जल्द पूरा होगा।
उन्होंने आज अंबाला में अंबाला-जगाधरी रोड पर अम्बाला छावनी सिविल अस्पताल के समक्ष एस्केलेटर एवं ओवरब्रिज बनाने के लिए प्रातः साइट विजिट की जिसके बाद उन्होंने अपने आवास पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी और नगर परिषद अधिकारियों के साथ चर्चा की।

श्री विज ने कहा कि एस्केलेटर लगाने के कार्य को जल्द से जल्द शुरू किया जाए जिससे आने वाले समय में अस्पताल आने वाले मरीजों एवं अन्य लोगों को सुविधा मिल सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि एस्केलेटर लगाने के लिए हिल रोड के पास पर्याप्त जगह है जबकि सिविल अस्पताल में भी एस्केलेटर के लिए जगह उपलब्ध है। उन्होंने अधिकारियों से इसकी ड्राइंग जल्द बनाने को कहा, साथ ही साइट विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा सिविल अस्पताल के नजदीक काफी ट्रैफिक रहता है। एस्केलेटर व फुट ओवर ब्रिज बनने से लोगों को सुविधा मिल सकेगी और अस्पताल में आना-जाना आसान होगा।

इस अवसर पर नगर परिषद के प्रशासक निर्मल नागर, एक्सईएन अजय पंगाल, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर असीम बंसल, एसडीओ आदित्य राणा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
May 16, 2023

सहायक रजिस्ट्रार एवं आईसीडीपी की महाप्रबंधक भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार

सहायक रजिस्ट्रार एवं आईसीडीपी की महाप्रबंधक भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार
1.30 करोड़ रुपये के गबन के आरोप में की गई कार्रवाई

चंडीगढ़, 15 मई- भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और कार्रवाई करते हुए हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने सहकारी समितियों की सहायक रजिस्ट्रार जिनके पास एकीकृत सहकारी विकास परियोजना (आईसीडीपी) के महाप्रबंधक का प्रभार भी था को आईसीडीपी कार्यालय रेवाड़ी में 1.30 करोड़ रुपये की धनराशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है।
एसीबी के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी साझा करते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अनु कौशिक, सहायक रजिस्ट्रार एवं महाप्रबंधक आईसीडीपी रेवाड़ी के रूप में हुई है।
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो थाना गुरूग्राम द्वारा अभियोग संख्या 21/2023 में आईसीडीपी रेवाड़ी के कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहित एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसकी जांच की जा रही थी। राज्य सरकार द्वारा आईसीडीपी रेवाड़ी में विभिन्न कार्यों के लिए दी जाने वाली करोड़ों रुपये की वित्तीय अनुदान राशि में से आरोपियों द्वारा लगभग 1.30 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गयी थी। इस संबंध में एसीबी द्वारा रिकार्ड प्राप्त किया गया और जांच के दौरान आरोपी अधिकारी को एसीबी गुरुग्राम की टीम ने नियमानुसार गिरफ्तार कर लिया।

 
उक्त मामले में अनुसंधान जारी है।

Wednesday, May 10, 2023

May 10, 2023

जींद में लिव-इन में रह रही महिला से बलात्कार:गांव के व्यक्ति ने अश्लील वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल; प्रताड़ना बढ़ने पर पहुंची थाने

जींद में लिव-इन में रह रही महिला से बलात्कार:गांव के व्यक्ति ने अश्लील वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल; प्रताड़ना बढ़ने पर पहुंची थाने
जींद: जींद के पिल्लूखेड़ा थाना क्षेत्र की एक महिला के साथ दुष्कर्म करके उसकी अश्लील वीडियो बना ली गई। इसके बाद उसे ब्लैकमेल कर उसका लगातार यौन शोषण किया गया। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने अब महिला की शिकायत पर दुष्कर्म, धमकी देने का मामला दर्ज किया है। अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है।
पिल्लूखेड़ा थाना इलाका गांव की एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि लगभग 5 साल पहले वह गांव के ही एक व्यक्ति मामन के संपर्क में आई थी। कुछ साल तक वह उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रही। इस दौरान मामन उसके साथ दुष्कर्म करता रहा और उसने उसकी अश्लील वीडियो बना ली।
बाद में उससे दूरी बना ली, लेकिन अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए लगातार उसका यौन शोषण किया। मामन ने उस पर जातिगत टिप्पणी भी की। मामन की प्रताड़ना से तंग आकर आखिर उसने पुलिस को शिकायत देनी पड़ी।
पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने मामन के खिलाफ यौन शोषण समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी बीरबल ने बताया कि पीड़िता ने आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी। इसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जा रही है।
May 10, 2023

*आगरा में दलित दूल्हे का घोड़ी पर बैठना लगा कुछ दबंगों को बुरा और उनके साथ की बुरी हरकत*

यूपी के आगरा में दलित दूल्हे का घोड़ी पर बैठकर बारात ले जाना दबंगों को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने बवाल काट दिया। दबंगों ने बारात में शामिल महिलाओं से छेड़छाड़ करने के अलावा अभद्र टिप्पणी भी की। मामले की शिकायत किए जाने के चार दिनों बाद पुलिस ने आरोपी दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि शादी में रुकावट डालने के लिए कई बार मैरिज होम की बिजली भी काट दी गई।
#UttarPraesh #Agra #Dalit #DalitGroom #Marriage #DalitMarriage #Trending #LatestNews #Hariyanabulletinnews
May 10, 2023

*सोनीपत में जिंदल यूनिवर्सिटी कर्मी से ऐंठे 16 लाख:रेस्तरां-होटलों की समीक्षा काम दिया; जाल में फंसा बनाए न्यूड फोटो, फिर जमकर वसूली*

*सोनीपत में जिंदल यूनिवर्सिटी कर्मी से ऐंठे 16 लाख:रेस्तरां-होटलों की समीक्षा काम दिया; जाल में फंसा बनाए न्यूड फोटो, फिर जमकर वसूली*
रेस्तरां-होटलों की समीक्षा काम दिया; जाल में फंसा बनाए न्यूड फोटो, फिर जमकर वसूल  हरियाणा के सोनीपत में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी के साथ साइबर ठगों ने 16 लाख 6 हजार 435 रुपए का फ्रॉड किया है। उसे कुछ रेस्तरां और होटलों की समीक्षा करने का टास्क देकर प्रति कार्य 50 रुपए देने का झांसा देकर फंसाया गया था। बाद में उसकी न्यूड तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देकर उसके अकाउंट से लाखों रुपए ट्रांसफर करा लिए गए। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
*ऐसे फंसा ठगों के जाल में*

सोनीपत में सेक्टर 35 के मेट्रो व्यू मैक्स हाइट्स अपार्टमेंट में रहने वाले थॉमस नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि वह मूल रूप से केरल का रहने वाला है। फिलहाल वह ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में एक प्रशासनिक कर्मचारी के रूप में काम कर रहा है। वह कुछ समय से फोन पर ऑनलाइन जॉब तलाश रहा था। इसी बीच उसे एक टेलीग्राम से कुछ रेस्तरां और होटलों की समीक्षा करने का एक संदेश मिला। उसे बताया गया कि एक समीक्षा पर उसे 50 रुपए देंगे।
*400 रुपए पड़े भारी*

थॉमस ने बताया कि उसने कार्य शुरू कर दिया। उसे एक बार में दूसरी तरफ से 400 रुपए का भुगतान किया गया। इसके बाद उसे साइबर ठगों ने बेवकूफ बनाया और समीक्षा के लिए होटल को पसंद करने के लिए 30 फीसदी कमीशन देने के बहाने और समूह में भुगतान कार्य के नाम पर उसे फांसा गया। उसकी नग्न तस्वीरें भी बना दी गई। न्यूड फोटो वायरल करने के नाम पर उससे जबरन वसूली कीर गई। उससे 16 लाख 6 हजार 435 रुपए हड़प लिए गए।
*पूरे अप्रैल महीने हुई वसूली*

थॉमस की ओर से पुलिस की ओर से दी गई डिटेल को देखें तो 5 अप्रैल से 30 अप्रैल यानी लगभग पूरा महीना वह साइबर ठगों के जाल में फंसा रहा। अलग-अलग बैंक खातों में जमा पैसे और अलग-अलग तारीखों में फर्जी दस्तावेजों से खाते खुलवाकर ठगों ने ऑनलाइन जालसाजी के जरिए उससे कुल 1606435 रुपए हड़प लिए।
इसी प्रकार 7 अप्रैल, 10 व 11 अप्रैल, 25 व 26 को हर रोज 1-1 लाख रुपए उससे लिए गए। इसके अलावा 16 व 21 अप्रैल को डेढ़-डेढ़ लाख करके 3 लाख रुपए हड़पे गए। 9 अलग अलग डेट में 9 बार 50-50 हजार रुपए लिए गए। इसके अलावा भी कई और ट्रांजैक्शन हुई हैं। अभी उस पर और भुगतान के लिए भी दबाव डाला जा रहा है। न्यूड फोटो वायरल करने की धमकी दी जा रही है।
*इन धाराओं में केस दर्ज*

सोनीपत साइबर थाना पुलिस ने थॉमस की शिकायत पर अज्ञात ठगों के खिलाफ धारा 386,419,420,467,468,471,506,120B IPC के तहत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। साइबर थाना पुलिस अब उस टेलीग्राम अकाउंट व बैंक खातों की जांच में लगी है, जिससे उसे फांसा गया था और लाखों रुपए ट्रांसफर कराए गए।

Sunday, May 7, 2023

May 07, 2023

*शाइस्ता को बचा रही ‘बुर्के वाली गैंग’, गांव में नो-एंट्री:लोग बोले, ‘अतीक से कोई रिश्ता नहीं, जो किया भुगतना पड़ेगा’*

*शाइस्ता को बचा रही ‘बुर्के वाली गैंग’, गांव में नो-एंट्री:लोग बोले, ‘अतीक से कोई रिश्ता नहीं, जो किया भुगतना पड़ेगा’*
यूपी के माफिया अतीक अहमद की हत्या को 21 दिन गुजर गए हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि उसकी बीवी शाइस्ता परवीन कहां है? यूपी पुलिस के हाथ खाली हैं। 25 अप्रैल को यूपी STF ने शाइस्ता को पकड़ने के लिए प्रयागराज के पास हटुआ में रेड की। मस्जिद से एक ऐलान हुआ और बुर्का पहनी औरतों की भीड़ ने पुलिस टीम को घेर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शाइस्ता वहीं थी, लेकिन भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गई।
2 मई को दिल्ली पुलिस को एक फोन आया कि शाइस्ता बस में बैठकर हरियाणा-दिल्ली से सटे बवाना से मेरठ की तरफ जा रही है। पुलिस ने पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर घेराबंदी कर दी। कई बसों की तलाशी हुई, लेकिन शाइस्ता नहीं मिली।
इससे पहले अतीक के वकील रहे खान सौलत हनीफ ने शाइस्ता और प्रयागराज के कछार इलाके की लेडी डॉन मुंडी पासी का नाम लिया था। हनीफ ने बताया कि उमेश पाल के मर्डर से पहले शाइस्ता और मुंडी पासी मिले थे। आरोप लगते ही जमानत पर बाहर चल रही मुंडी पासी सामने आई और कहा- ‘शाइस्ता ने मुझे बहाने से मिलने बुलाया था, मैं उसे नहीं जानती।’
शाइस्ता के अलावा अतीक गैंग के गुड्डू मुस्लिम, अतीक का गनर एहतेशाम, गुड्डू मुस्लिम का सहयोगी आसिफ माली भी फरार हैं। अशरफ की बीवी जैनब और बहन आयशा नूरी भी फरार हैं। इनकी तलाश में यूपी STF पंजाब, बिहार, एमपी, बंगाल, ओडिशा, दिल्ली के अलावा प्रयागराज के आस-पास कई जगह छापेमारी कर चुकी है।
*50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन की कहानी ढूंढते हुए Hariyana bulletin उस गांव में पहुंचा, जहां वो पैदा हुई और उसकी परवरिश हुई*।

शाइस्ता यहां नहीं रहती है, यहां क्यों आए हो…
शाइस्ता की परवरिश प्रयागराज के आखिरी हिस्से में बसे दामूपुर गांव में हुई थी। प्रयागराज सिविल लाइंस से दामूपुर की दूरी करीब 10 किमी है। दामूपुर के रास्ते में अतीक का पुश्तैनी गांव कसारी मसारी भी पड़ता है। कसारी मसारी से दामूपुर 3 किमी दूर है।
हम गांव में घुसे, हाथ में माइक और कैमरा देखकर कुछ लड़कों ने हमें घेर लिया। वे गुस्से में थे, पूछने लगे- यहां क्यों आए हो? हमने कहा, ये अतीक की पत्नी शाइस्ता का गांव है न? इस सवाल पर एक युवक भड़क गया। कहने लगा- ‘यहां से निकल जाओ। शाइस्ता यहां नहीं रहती है।’ हमने कहा, गांव के प्रधान ने बुलाया है, उनसे मिलना है। ये सुनकर युवक शांत हुआ और हमें आगे जाने दिया।
गांव के अंदर जाने के दो तरफ से रास्ते हैं। एक रास्ते से जाने पर कुछ मकान और दुकानों के बाद एक मस्जिद है। मस्जिद के सामने चाय की दुकान है। वहीं हमें रोबीली मूंछों वाले एक शख्स मिले। उनका नाम सुल्तान है, वे दामूपुर के प्रधान हैं।
सुल्तान भी शाइस्ता का नाम सुनते ही भड़क जाते हैं और मीडियावालों को उल्टा-सीधा बोलने लगते हैं। कहते हैं- ‘आप पहले मीडियावाले हो, जो गांव में दाखिल हो गए। यहां टीवी वालों का आना मना है। हम आपसे भी कैमरे पर बात नहीं करेंगे। न ही किसी गांव वाले का वीडियो और तस्वीर लेने देंगे।’
*गांव में शाइस्ता का 5 हजार स्क्वायर फीट का प्लॉट*
                                हमारे काफी समझाने के बाद सुल्तान हमें शाइस्ता का पुश्तैनी मकान देखने की इजाजत देते हैं, लेकिन साथ में अहमद नाम का एक आदमी भी भेज देते हैं। मस्जिद से करीब 100 मीटर दूर आगे जाने पर अहमद एक प्लॉट की तरफ इशारा करते हैं, कहते हैं- ये है शाइस्ता का प्लॉट, यहीं पहले मकान भी था।’ अहमद रुकता नहीं है, मुझे वहां पहुंचाकर चला जाता है।
दामूपुर गांव में इसी जगह शाइस्ता का घर हुआ करता था, अब सिर्फ कुछ दीवारें रह गई हैं। गांव के लोग यहां कचरा फेंकते हैं। 
दामूपुर गांव में इसी जगह शाइस्ता का घर हुआ करता था, अब सिर्फ कुछ दीवारें रह गई हैं। गांव के लोग यहां कचरा फेंकते हैं।
सामने गली में एक कोने पर 5 हजार स्क्वायर फीट का प्लॉट है। ये शायद पहले दीवारों से घिरा था, लेकिन अब उनका कुछ हिस्सा बचा है। प्लॉट के ठीक सामने दो मंजिला मकान बना है, हमें तस्वीरें लेते देख घर से एक बुजुर्ग गेट पर आ गए। हमने पूछा, यह प्लॉट किसका है? इतना सुनते ही गुस्सा हो गए। कहा- ‘जिसने आपको यहां भेजा है, क्या उसने आपको नहीं बताया।’ फिर गेट बंद कर लिया।
50 साल पहले चला गया था शाइस्ता का परिवार, कभी-कभी आते हैं
वहां से हम फिर वापस मस्जिद की तरफ आ गए। यहां गांव प्रधान सुल्तान फिर मिल जाते हैं। अब थोड़ा शांत थे। हमने शाइस्ता पर बात करनी चाही तो बोले- ‘शाइस्ता के बारे में कैमरे पर कोई नहीं बोलेगा। शाइस्ता के परिवार के साथ जो हो रहा है, उसका इस गांव से कोई कनेक्शन नहीं है।’
सुल्तान आगे कहते हैं, ‘गांव के लोग शांति से जीना चाहते हैं। मेरे घर में बीते 45 साल से प्रधानी है। शाइस्ता के पिता मो. हारून यूपी पुलिस में सिपाही थे। उनकी इधर-उधर पोस्टिंग रहती थी। परिवार यहीं रहता था। शाइस्ता के जन्म के कुछ साल बाद पूरा परिवार यहां से चकिया शिफ्ट हो गया था। जो प्लॉट आपने देखा, वहां उनका बड़ा मकान था, खेती भी थी।’
‘शाइस्ता के कुछ रिश्तेदार भी यहां रहते थे, लेकिन ज्यादातर अब प्रयागराज में शिफ्ट हो गए हैं। गांव में अब भी परिवार की काफी इज्जत है। कभी-कभार हारून साहब और उनकी बेगम शादी-ब्याह में आते हैं, छह-सात महीने पहले भी आए थे। पहले शाइस्ता का आना-जाना होता था। एक-दो बार अतीक के साथ भी आई थीं।’
*प्रयागराज के चकिया में शाइस्ता के पिता का घर। गांव छोड़ने के बाद उन्होंने यही घर बनाया था*। 

शाइस्ता या अतीक से गांव का कोई नाता नहीं, जो किया है, भुगतना होगा
सुल्तान के साथ अहमद और शमीम भी बैठे थे। हमने सवाल किया कि अतीक या शाइस्ता के परिवार के साथ जो हो रहा है, उस पर क्या सोचते हैं। शमीम कहते हैं, ‘अतीक भाई से इस गांव का कोई रिश्ता नहीं है। हम भी कभी काम के सिलसिले में उनके यहां जाते थे। बाकी क्या हो रहा है, यह सभी देख रहे हैं। अब जो किया है, वह तो उन्हें और उनके परिवार को भुगतना ही पड़ेगा। बाकी सरकार को तो जानते ही हैं। सरकार से कौन लड़ पाया है। तो फिर अतीक की क्या बिसात है।’
अहमद शाइस्ता के पिता मो. हारून का जिक्र छेड़ते हुए कहते हैं, ‘सुना है कि वह भी फरार हो गए हैं। शाइस्ता के बाद उनकी तीन-चार औलादें और हैं। एक भाई पहले से जेल में है, एक गायब है। हो सकता है कि 80-85 साल के हारून भी बेगम के साथ किसी रिश्तेदार के यहां चले गए हों।’
*शहर वाला घर खुला छोड़ परिवार फरार, अतीक की डायरी मिली*
                            शाइस्ता के गांव से निकलकर हम 4 किमी दूर अतीक के घर चकिया पहुंचे। घर के सामने ही गली में चार-पांच मकान छोड़कर शाइस्ता के पिता मो. हारून का घर है। गेट पर लगी नेम प्लेट पर लिखा है ‘मो. हारून, पूर्व उप्र पुलिस’। दो मंजिला भव्य मकान के काले गेट पर ताला नहीं है।
शाइस्ता के पिता मोहम्मद हारुन का घर अभी खाली है। गेट पर ताला नहीं है, लेकिन दरवाजे खुले हैं। अतीक की हत्या के बाद से ही परिवार के लोग कहीं चले गए हैं। 
शाइस्ता के पिता मोहम्मद हारुन का घर अभी खाली है। गेट पर ताला नहीं है, लेकिन दरवाजे खुले हैं। अतीक की हत्या के बाद से ही परिवार के लोग कहीं चले गए हैं।
अंदर झांकने पर दिखा कि घर के अंदर दो दरवाजे हैं, दोनों खुले हैं। पड़ोसियों से बात की, तो पता चला कि अतीक की हत्या के बाद से ही परिवार कहीं चला गया है। घर की हालत देखकर लगता है कि सभी बड़ी जल्दी में निकले हैं। बहरहाल, कैमरे पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं हुआ। मो. हारून के घर के सामने बना एक आलीशान मकान जमींदोज दिखा। पता करने पर मालूम चला कि यह अतीक के किसी करीबी का घर था, जिसे पुलिस-प्रशासन ने ढहा दिया है।
*मोहम्मद हारुन के घर के सामने पड़ा घर का मलबा*. जो प्रशासन ने तोड़ दिया था।
मोहम्मद हारुन के घर के सामने पड़ा घर का मलबा, जो प्रशासन ने तोड़ दिया था।
शाइस्ता से शादी के 9 दिन बाद ही गिरफ्तार हो गया था अतीक
शाइस्ता 4 बहन और दो भाइयों में सबसे बड़ी है। शाइस्ता पिता के साथ प्रतापगढ़ पुलिस लाइन में लंबे समय तक रही। वो पुलिस के तौर-तरीके जानती है। पूर्व IPS लालजी शुक्ल कहते हैं, ‘अगस्त 1996 में अतीक की शादी हुई थी। उस समय मैं प्रयागराज में एसपी था। किसी मामले में मैंने शादी के 9 दिन बाद ही उसे गिरफ्तार किया था। शाइस्ता को तभी पता चल गया था कि उसकी जिंदगी अब ऐसे ही बीतने वाली है।’
लालजी शुक्ल आगे कहते हैं, ‘जब 2005 में राजूपाल हत्याकांड हुआ, तो अतीक-अशरफ चर्चा में आए। अतीक जेल गया था। तब शाइस्ता ने ही अतीक का काम संभाला था। इसके बाद 2018 में अतीक ने जेल से चुनाव लड़ने का ऐलान किया, तो शाइस्ता ने चुनाव का जिम्मा अपने बेटों के साथ संभाला। इससे साबित होता है कि शाइस्ता अतीक के गैंग में एक्टिव थी।’
शाइस्ता थी अतीक के गैंग की लीडर, उमेश की हत्या के दो दिन बाद हुई फरार
अतीक गैंग और शाइस्ता को करीब से समझने वाले सीनियर जर्नलिस्ट स्नेह मधुर बताते हैं, ‘अतीक ने ही शाइस्ता को राजनीति में उतारा और उसके बहाने बाजार में लगा अपना रुपया निकालने की कोशिश की।’
‘उमेश की हत्या से अतीक सभी को मैसेज देना चाहता था कि भले ही वो जेल में है, लेकिन उसके पैसे हड़पने वालों को छोड़ेगा नहीं। शाइस्ता कई बार उमेश को मारने वाले शूटरों साबिर, अरमान या फिर गुड्‌डू मुस्लिम के साथ नजर आती रही है। पुलिस सूत्रों ने भी पुष्टि की है कि अतीक के बाद शाइस्ता ही गैंग को लीड कर रही थी। ऐसे में उसे सिर्फ हाउस वाइफ समझना भूल ही होगी।’
सीनियर जर्नलिस्ट स्नेह मधुर कहते हैं, ‘शाइस्ता फरार है, ये साबित करता है कि उसे उमेश की हत्या के बारे में सब पता था। राजूपाल की हत्या के समय अतीक जेल में था, अशरफ फरार हुआ था। वो प्रयागराज की सड़कों पर दिख जाता, लेकिन पुलिस उसे फरार बताती थी। शाइस्ता के मामले में भी ऐसा ही लग रहा है।
पूर्व IPS लाल जी शुक्ल कहते हैं, ‘शाइस्ता परवीन का भी वही हश्र होना है, जो सभी अपराधियों का होता है। शाइस्ता हो सकता है सरेंडर कर दे या तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी या फिर उसका भी एनकाउंटर हो जाएगा। वह ज्यादा दिनों तक पुलिस की पकड़ से दूर नहीं रह पाएगी।’