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Wednesday, March 13, 2024

March 13, 2024

साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता द्वारा सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है : हितेश हिंदुस्तानी

साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता द्वारा सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है : हितेश हिंदुस्तानी 
बहादुरगढ़ :जगन्नाथ विश्वविद्यालय, बहादुरगढ़ में  साइबर सिक्योरिटी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  यह कार्यक्रम भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया गया जोकि अनिवार्य रूप से किया जाना था। इस कार्यक्रम में हरियाणा टेक्निकल एसोसिएशन के उपभोक्ता वकालत समूह के अध्यक्ष हितेश हिंदुस्तानी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर साइबर क्राइम शाखा, बहादुरगढ़ के उपनिरिक्षिक अनिल भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे तथा उन्होंने बताया कि  यदि किसी के साथ कोई साइबर फ्रॉड होता है ,तो कैसे उसको रोका जा सकता है और बताया की उसकी रिपोर्ट करनी है। उन्होंने विभिन्न प्रकार के फ़ोन नंबर तथा वेब साइट्स के बारे में भी बताया। जो साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता की सहायता करते हैं।  उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है। कार्यक्रम में विभिन्न दूरसंचार कम्पनीयों जैसे कि जिओ, वोडाफ़ोन व बीएसएनएल आदि के प्रतिनिधियों ने अपनी अपनी दूरसंचार कम्पनीयों की सेवाओं से संबंधित विषयों पर बात की तथा सेवाओं में आने वाली समस्याओं को दूर करने के महत्वपूर्ण उपाय बताए। जगन्नाथ विश्वविद्यालय, बहादुरगढ़ के कुलपति प्रोफ. प्रसाद राव ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम बहुत ही अच्छे  रहते हैं और सभी प्रतिभागियों को इनका बहुत लाभ प्राप्त होता है ।  विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार प्रोफ. पूनम मालिक ने धन्यवाद् प्रस्ताव में बताया कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम  भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे।

Tuesday, May 2, 2023

May 02, 2023

*सोनाली फोगाट मर्डर मामला:आरोपी सुधीर व सुखविंदर को ड्रग्स केस में मिली जमानत; CBI कर चुकी विरोध*

*सोनाली फोगाट मर्डर मामला:आरोपी सुधीर व सुखविंदर को ड्रग्स केस में मिली जमानत; CBI कर चुकी विरोध*
आरोपी सुधीर व सुखविंदर को ड्रग्स केस में मिली जमानत; CBI कर चुकी विरोध|
हरियाणा भाजपा नेत्री सोनाली मर्डर केस में आरोपी सुधीर सांगवान और सुखविंदर को जमानत मिल गई है। यह जमानत ड्रग्स वाले केस में मिली है। जबकि मर्डर केस में जमानत के लिए सुखविंद्र ने गोवा हाईकोर्ट में याचिका दायर की हुई है। जिस पर सुनवाई कल है। हालांकि सुधीन ने मर्डर केस में जमानत के लिए अर्जी नहीं लगाई।
सुधीर सांगवान और सुखविंदर के क्रिमिनल लॉयर सुखवंत सिंह दांगी ने कहा कि सेशन कोर्ट ने उनके मुवक्किल की ड्रग्स मामले में जमानत स्वीकार कर ली है। कोर्ट ने अपने फैसले में सुखविंदर की भूमिका सबसे कम मानी है। उनके मुवक्किल निर्दोष है। हमने मर्डर मामले में सुखविंद्र की जमानत के लिए गोवा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। जिस पर कल सुनवाई है।
सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी थी बेल
दोनों आरोपियों की बेल एप्लिकेशन सेशन कोर्ट ने 16 फरवरी को खारिज कर दी थी। सीबीआई ने बेल एप्लिकेशन का विरोध किया था और जवाब दायर किया था कि जमानत मिलने पर आरोपी गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
दूसरी ओर बचाव पक्ष के एडवोकेट सुखवंत सिंह दांगी ने कोर्ट में दलीलें दी कि इस केस में सुखविंदर को झूठा फंसाया गया है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट भी दायर कर दी है। परंतु उसमें कहीं पर भी सीबीआई इस मर्डर का मोटिव नहीं दिखा पाई। इसलिए यह मर्डर नहीं है और उनके मुवक्किल को जानबूझकर एक साजिश के तहत फंसाया गया है।
क्रिमिनल लॉयर सुखवंत सिंह दांगी 
क्रिमिनल लॉयर सुखवंत सिंह दांगी
22 नवंबर को चार्जशीट हुई थी पेश
सोनाली मर्डर केस में सीबीआई ने 22 नवंबर को गोवा की अदालत में सुधीर सांगवान और सुखविंद्र के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है। यह चार्जशीट गोवा के मापूसा कोर्ट में फर्स्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश की गई। सुधीर और सुखविंदर कोलवेल जेल में है। दोनों के खिलाफ 2500 पेज की चार्जशीट पेश की गई है। इसमें दोनों के स्टेटमेंट भी रिकॉर्ड है। सीबीआई ने गोवा पुलिस के सभी दस्तावेजों को एग्जामिन भी किया।
गोवा में हुआ था मर्डर
सोनाली फोगाट का 22- 23 अगस्त को गोवा में मर्डर हो गया। उस समय गोवा में उसके साथ उसका पीए सुधीर सांगवान और सुखविंदर था। सोनाली के परिवार का आरोप है कि सुधीर और सुखविंदर ने उसका मर्डर किया है। सुधीर सोनाली की प्रॉपर्टी हड़पना चाहता है। इसलिए उसने सोनाली की ड्रग्स देकर हत्या की है। आरोप था कि उसे जबरन ड्रग्स दिया गया है। दोनों ही ये ड्रग्स खरीदकर लाए थे।
सोनाली के भाई रिंकू ने गोवा पुलिस में शिकायत देकर सुधीर सांगवान और सुखविंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया। सोनाली की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले थे। गोवा पुलिस ने सोनाली के पीए सुधीर सांगवान और उसके साथी सुखविंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। मामले में रिजोर्ट के मालिक और ड्रग सप्लायर सहित 5 लोग गिरफ्तार किए गए थे। अब मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
May 02, 2023

पिता और भाई के जेल के संघर्ष से पेट नहीं भरा तो अब भतीजे को भी जेल में डलवाना चाहते हैं अभय सिंह - दिग्विजय

*- पिता और भाई के जेल के संघर्ष से पेट नहीं भरा तो अब भतीजे को भी जेल में डलवाना चाहते हैं अभय सिंह - दिग्विजय चौटाला*
*- भगवान करे, चाचा अभय सिंह को कभी ना हो जेल - दिग्विजय*
*चंडीगढ़, 2 मई।* जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने इनेलो विधायक अभय सिंह के एक बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। अभय सिंह के बयान "दिल्ली के डिप्टी सीएम की तरह हरियाणा के डिप्टी सीएम भी जेल जाएंगे" पर दिग्विजय ने कहा कि मेरे चाचा का अपने पिता और भाई के जेल के संघर्ष से पेट नहीं भरा इसीलिए अब भतीजे को भी जेल भिजवाना चाहते हैं। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जनता ने अभय चौटाला की इसी नकारात्मक सोच की वजह से उन्हें राजनीति में हाशिये पर ला दिया है और दुष्यंत को सकारात्मक विकासशील सोच की वजह से सत्ता में पहुंचाया है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि यूं तो अभय चौटाला के भी अनेक मामले अदालतों में लंबित हैं लेकिन हमारी सोच अलग है और हम भगवान से दुआ करते हैं कि अभय सिंह को कभी भी जेल ना हो। उन्होंने कहा कि अभय सिंह की सोच के साथ न्याय तो जनता ने करना है लेकिन हम जनसेवा की सोच के साथ लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उन्हें लगता है कि अभय चौटाला आज राजनीति में जहां भी हैं, वह इसी सोच का परिणाम है और वे आज भी अपनी सोच को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि अभय चौटाला ने पिता और भाई के जेल जाने को एक राजनीतिक मौके के रूप में लिया और अब भतीजे को जेल भेजकर एक और राजनीतिक मौका ढूंढ रहे हैं। दिग्विजय ने कहा कि अभय सिंह ऐसे राजनीतिक मौके की तलाश में समय खराब करने की बजाय दुष्यंत चौटाला से सीखते हुए सकारात्मक सोच के साथ राजनीति करें।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में आबकारी विभाग का राजस्व साल दर साल न सिर्फ बढ़ा है बल्कि रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा है। उन्होंने कहा कि तीन साल में हरियाणा का आबकारी राजस्व 6100 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,500 करोड़ तक पहुंच गया है। यही नहीं, इन्हीं तीन सालों में स्टांप ड्यूटी का राजस्व 6300 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,200 करोड़ तक पहुंच गया है और राज्य की जीएसटी हिस्सेदारी पिछले तीन वर्षों में 20,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 36,000 करोड़ हो गई है।
दिग्विजय ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में आबकारी एवं कराधान विभाग और राजस्व विभाग में छोटी से छोटी कमियों को भी दुरुस्त किया है जिसका सीधा फायदा प्रदेश के राजस्व को हुआ है और ये दोगुना होने की ओर अग्रसर है इसलिए बेहतर है कि अभय सिंह दुष्यंत चौटाला के जेल जाने के ख्याली पुलाव पकाने बंद करें और ऐलनाबाद हलके के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने पर ध्यान दें। जेजेपी प्रधान महासचिव ने कहा कि वे परमात्मा से दुआ करता है कि अभय सिंह को सदबुद्धि दें और उनको कभी जेल न जाना पड़े।
May 02, 2023

*'द केरल स्टोरी' फिल्म की असली कहानी:हजारों हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाकर सीरिया भेजने की बात कहां से आई*

*केरल स्टोरी' फिल्म की असली कहानी:हजारों हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाकर सीरिया भेजने की बात कहां से आई*
'द केरल स्टोरी' फिल्म अपनी कहानी और दावों को लेकर चर्चा में है। 26 अप्रैल को इसका ट्रेलर रिलीज हुआ। फिल्म 4 युवतियों की जिंदगी पर बेस्ड है। 2 मिनट 45 सेकेंड के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे कॉलेज जाने वाली 4 युवतियां एक आतंकी संगठन से जुड़ जाती हैं
ट्रेलर की शुरुआत केरल की हिंदू लड़की शालिनी उन्नीकृष्णन के परिचय से शुरू होती है, जिसमें वो आतंकी संगठन ISIS से जुड़ने की पूरी कहानी बता रही है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे एक गिरोह केरल की युवतियों का ब्रेनवॉश करके धर्म परिवर्तन कराता है और फिर आतंकी संगठन ISIS का हिस्सा बना देता है। इसके लिए कभी फिजिकल रिलेशन तो कभी धार्मिक मान्यताओं को टूल की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
ये तो हो गई ट्रेलर की बात। एक मुस्लिम संगठन ने 'द केरल स्टोरी' फिल्म में लगाए गए आरोपों को साबित करने पर 1 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। 5 मई को रिलीज होने वाली इस फिल्म पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से लेकर शशि थरूर तक ने सवाल खड़े किए हैं।
अब सवाल है कि फिल्म में जो दावे किए गए हैं वो सच हैं या झूठ। भास्कर एक्सप्लेनर में 'द केरल स्टोरी' फिल्म की असली कहानी जानेंगे…
सवाल-1: ‘द केरल स्टोरी’ में दिखाया गया है कि प्रेम के जाल में फंसाकर बड़े पैमाने पर लड़कियों को मुसलमान बनाया जा रहा है। क्या केरल में वाकई ‘लव जिहाद’ हो रहा है?
जवाब: 2009 में केरल और कर्नाटक हाईकोर्ट में दो मामले पहुंचे, जिसके बाद लव जिहाद चर्चा में आया। दोनों मामलों में लड़की के पिता ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी का अपहरण करके मुस्लिम युवकों के साथ शादी करने को मजबूर किया गया।
पहला मामलाः केरल हाईकोर्ट के जस्टिस केटी शंकरन ने कहा कि यह जगजाहिर है कि लव जिहाद या रोमियो जिहाद के नाम से एक आंदोलन चलाया जा रहा है। उन्होंने केरल के DGP से कई सवालों के जवाब में एक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया। कुछ प्रमुख सवाल थे…

क्या देश में कोई ऐसा आंदोलन चल रहा है?
भारत और विदेशों के कौन से संगठन इसमें शामिल हैं?
इस आंदोलन की फंडिंग कैसे की जा रही है?
क्या यह पूरे भारत में चल रहा है?
पिछले 3 साल में कितने स्टूडेंट धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गए?
क्या लव जिहाद, जालसाजी, तस्करी और आतंकवादी गतिविधियों के बीच कोई संबंध है।
दूसरा मामलाः कर्नाटक हाईकोर्ट में सी सेल्वराज ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी सिल्जा राज को एक मुस्लिम लड़के ने अगवा कर लिया और कामराजनगर से केरल ले गया। वहां उसे मदरसे में इस्लाम का पाठ पढ़ाया गया और धर्म परिवर्तन कराने के बाद शादी कर दी गई।
इसके बाद सिल्जा राज सामने आती हैं और अदालत से कहती हैं कि उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया और शादी की। इसके बाद कोर्ट ने लव जिहाद आंदोलन की जांच के लिए कर्नाटक के DGP की नेतृत्व में SIT बनाई।
*दोनों मामलों में कहा गया ‘लव जिहाद’ निराधार*
कर्नाटक में गठित SIT की रिपोर्ट में कहा गया कि 24 टीमों को कर्नाटक के सभी जिलों में भेजा गया, लेकिन लव जिहाद का कोई सबूत नहीं मिला। SIT ने बताया कि सिल्जा राज का धर्म परिवर्तन के बाद निकाह करना लव जिहाद नहीं था। इसके बाद कर्नाटक हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि सिल्जा अपने पति के साथ रह सकती हैं और जहां चाहे वहां जा सकती हैं।
केरल के DGP जैकब पुन्नोस ने 18 अक्टूबर 2009 को कोर्ट में हलफनामा दायर किया। इसमें सभी जिलों के SP की 14 रिपोर्ट और राज्य CID, पुलिस इंटेलिजेंस, स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच के प्रमुखों की चार रिपोर्ट शामिल थीं।

इसमें केरल हाईकोर्ट की ओर से पूछे गए सभी सवालों का जवाब नहीं में दिया गया। यानी लव जिहाद जैसा कोई आंदोलन नहीं चल रहा है और न ही इसके पीछे कोई साजिश है। साथ ही कहा गया कि पिछले 3 साल में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है
DGP ने इस रिपोर्ट में कहा कि इस तरह के आरोपों के कोई ठोस उदाहरण मौजूद नहीं है। हालांकि कुछ सोर्सेज से मिली जानकारी और आरोपों में लव जिहाद की बातें कही गई हैं। पुलिस की इंटेलिजेंस सेल सभी स्कूलों और कॉलेजों पर निगरानी रखेगी और ऐसे मामलों में सख्ती से निपटेगी।
जस्टिस केटी शंकरन ने 26 अक्टूबर 2009 को शहंशाह और सिराजुद्दीन को अपनी अग्रिम जमानत याचिका वापस लेने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। DGP को सभी 18 रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में देने का निर्देश दिया। साथ ही DGP को यह बताने के लिए कहा कि वह मामले को बंद करने के इच्छुक क्यों हैं, जबकि कई सोर्स ने ऐसा होने की बात कही है और कई आरोप भी सामने आए हैं? कोर्ट ने केंद्र सरकार को एक हलफनामा दाखिल करने का भी निर्देश दिया।
9 नवंबर 2009 को केरल के DGP 18 रिपोर्ट सौंपते हुए एक हलफनामा दायर करते हैं। इसमें बताया गया कि सोर्स द्वारा दी गई जानकारी और जो आरोप लगाए गए उनके समर्थन में आपराधिक गतिविधि या संगठन के शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी 1 दिसंबर 2009 को हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया कि देश में कोई लव जिहाद आंदोलन या संगठन अस्तित्व में नहीं है।
इसके बाद जस्टिस शंकरन 9 दिसंबर 2009 को अपने लंबे फैसले में जिला SP द्वारा दायर सभी 14 रिपोर्टों को खारिज कर देते हैं। साथ ही कहते हैं कि यह स्पष्ट है कि विशेष धर्मों से संबंधित लड़कियों को दूसरे धर्म में धकेलने का प्रयास किया जा रहा है। यह भी स्पष्ट है कि रिपोर्ट में दर्ज कुछ संगठनों की शह पर ऐसा किया जा रहा है। इसके साथ ही कोर्ट ने शहंशाह और सिराजुद्दीन को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया।
हालांकि एक हफ्ते बाद ही जस्टिस एम शशिधरन नांबियार ने शहंशाह और सिराजुद्दीन के अभियोजन पर रोक लगा दी। जस्टिस नांबियार ने इसके बाद तिरुवनंतपुरम और एर्नाकुलम के जिला जज से मामले में डिटेल में रिपोर्ट मांगी। दोनों जिला जज की रिपोर्ट में लव जिहाद या धर्मांतरण की साजिश का कोई सबूत नहीं था। इसके बाद जस्टिस नांबियार ने 10 दिसंबर 2010 को शहंशाह और सिराजुद्दीन के खिलाफ FIR को रद्द करते हुए उन्हें बरी कर दिया।

साल 2016 में केरल में लव जिहाद एक बार फिर चर्चा में आया। वैकोम शहर में होम्योपैथी में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही 25 साल की अखिला धर्मपरिवर्तन करके मुस्लिम बन जाती है और अपना नाम हदिया रख लेती है। साथ ही अपने पेरेंट्स को बिना बताए शफीन नाम के मुस्लिम लड़के से शादी कर लेती है।
लड़की के पिता एम अशोकन इसे लव जिहाद का मामला बताते हैं और 2016 में केरल हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस याचिका दायर करते हैं। वह आरोप लगाते हैं कि उनकी बेटी का जबर्दस्ती धर्म बदलवाकर उसकी शादी करा दी गई है और वो गायब है।
लड़की के पिता की याचिका पर पर केरल हाईकोर्ट ने 24 मई 2017 को यह शादी रद्द कर दी। साथ ही हदिया को उसके माता-पिता के पास रहने का आदेश दिया। इसके बाद शफीन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने लड़की के पिता को उसे पेश करने का आदेश दिया।
इसके बाद हदिया ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया। इसमें कहा गया था कि वह मुस्लिम है और मुस्लिम ही बनी रहना चाहती है। उसने यह भी कहा है कि वह शफीन जहां की पत्नी ही बनी रहना चाहती है।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का ऑर्डर रद्द कर दिया। कोर्ट ने कहा कि हदिया और शफीन पति-पत्नी की तरह रह सकेंगे। साथ ही कोर्ट ने NIA को लव जिहाद की साजिश की जांच जारी रखने का आदेश दिया।

18 अक्टूबर 2018 को हिन्दुस्तान टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि NIA ने केरल में लव जिहाद मामले की जांच बंद कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर NIA ने केरल में दूसरे धर्म में हुई 11 शादियों की जांच की थी। एजेंसी ने पाया कि इसमें किसी भी मामले में यह नहीं पाया गया कि युवक या युवती को जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया हो।
*यानी अब तक देश में लव जिहाद के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं*।
सवाल-2: ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म के टीजर में दावा किया गया है कि केरल में 32,000 से ज्यादा लड़कियां गायब हुई हैं। ट्रेलर में भी हजारों लड़कियों के धर्म परिवर्तन के बाद ISIS जॉइन करने की बात कही गई है। इस दावे में कितनी सच्चाई है?
जवाब : टाइम्स ऑफ इंडिया ने 15 जुलाई 2016 को केरल की इंटेलिजेंस रिपोर्ट के हवाले से बताया कि कोझिकोड और मलप्पुरम में 2 मान्यता प्राप्त रिलीजियस कन्वर्जन सेंटर में 2011 से 2015 के बीच 5,793 लोगों ने इस्लाम धर्म अपनाया। रिपोर्ट में सरकार अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया कि गैर मान्यता प्राप्त केंद्रों में होने वाले धर्म परिवर्तनों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है।
रिपोर्ट में बताया गया इस्लाम धर्म को अपनाने वाले लोगों में लगभग आधी महिलाएं हैं। साथ ही इनमें से अधिकांश महिलाएं यानी 76% 35 साल से कम उम्र की हैं। जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किया उनमें 4,719 हिंदू थे और 1,074 ईसाई थे।
25 जून 2012 को केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने राज्य की विधानसभा में बताया था कि 2006 से 2,667 लड़कियों ने इस्लाम धर्म अपनाया है।
सुरक्षा एजेंसियों का अनुमान है कि केरल के करीब 100-120 लोग या तो ISIS में शामिल हो गए या शामिल होने की कोशिश की। उनमें से कुछ मध्य पूर्व से सीरिया या अफगानिस्तान गए, वहां पर वह ISIS के लिए काम करने लगे।
इनमें से कई मारे गए। वहीं अगस्त 2019 में मलप्पुरम के एक इंजीनियरिंग छात्र मोहम्मद मुहसिन के परिवार को एक संदेश मिला कि उनका इकलौता बेटा अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया है।

2014-15 में सुरक्षा एजेंसियों ने 17 भारतीयों की पहचान की, जिन पर ISIS में शामिल होने का संदेह था। उनमें से तीन केरल से थे। ये लोग मिडिल ईस्ट में काम कर रहे थे और 2013-14 में सीरिया चले गए।
मई-जून 2016 में महिलाओं और बच्चों समेत केरल के करीब दो दर्जन लोग ISIS में शामिल होने के लिए गए। जांच में ISIS के कासरगोड मॉड्यूल का पता लगा। जो लोग गायब हुए, उनमें से ज्यादातर उसी जिले के थे।
यानी केरल में धर्म परिवर्तन और ISIS में शामिल होने के मामले तो हैं, लेकिन ये गिनती के हैं। हजारों या 32 हजार तो बिल्कुल नहीं।

सवाल-3: ‘द केरल स्टोरी’ में दिखाया गया है कि केरल से गायब होने वाली लड़कियों ने ISIS जॉइन किया है। इसमें कितनी सच्चाई है?
जवाबः केरल की 4 महिलाएं अपने पति के साथ 2016-18 में अफगानिस्तान के नंगरहार पहुंची थीं। उनके पति अफगानिस्तान में अलग-अलग हमलों में मारे गए थे।
ये महिलाएं ISIS के उन हजारों लड़ाकों में शामिल थीं, जिन्होंने नवंबर और दिसंबर 2019 में अफगानिस्तान के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
साल 2021 में भारत सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इन चारों महिलाओं को भारत आने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

*सवाल-4: क्या इन सबके पीछे कोई संगठित गिरोह है?*
जवाब : केरल हाईकोर्ट को 2009 में दिए अपने हलफनामे में केंद्र सरकार ने बताया कि लव जिहाद को लेकर देश में कोई संगठित गिरोह नहीं है।
वहीं केरल से ISIS में भर्ती कराने के पीछे 3 बड़े मॉड्यूल के सक्रिय होने की बात सामने आई है। इसमें कासरगोड मॉड्यूल, कन्नूर मॉड्यूल और द उमर-अल-हिंद मॉड्यूल का पता लगा।
May 02, 2023

*Rohtak: विदेशी महिला बन पहले फेसबुक पर की दोस्ती, फिर युवक से 2.92 लाख रुपये ठगे, ऐसे बनाया शिकार*

                                
Rohtak: विदेशी महिला बन पहले फेसबुक पर की दोस्ती, फिर युवक से 2.92 लाख रुपये ठगे, ऐसे बनाया शिकार

साइबर ठग ने पहले फेसबुक पर दोस्ती की, फिर भारत आकर प्रॉपर्टी खरीदने का झांसा दिया। उसके बाद मुंबई कस्टम विभाग के नाम पर कॉल करवाकर पैसे ठग लिए। साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज 
विदेशी महिला मित्र बनकर रोहतक शहर के पटेल नगर निवासी युवक से 2.92 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पटेल नगर निवासी युवक ने दी शिकायत में बताया कि उसकी फेसबुक पर अर्मिता कोहली नाम से मित्र बनाने के लिए अर्जी आई। उसने अर्जी स्वीकार कर ली। नंवबर 2022 से दोनों के बीच फेसबुक के मैसेंजर पर बात होने लगी। एक अप्रैल को युवती ने उससे मोबाइल नंबर मांगा।

उसने मोबाइल नंबर दिया तो व्हाट्सअप पर बातचीत होने लगी। उसने कहा कि वह भारत आ रही है, जहां प्रॉपर्टी खरीदेगी। अगले ही दिन एक युवक का फोन आया। बताया गया कि वह मुंबई स्थित कस्टम विभाग से बोल रहा है।
आपकी दोस्त अर्मिता कोहली के पास महंगी घड़ियां, आभूषण, प्रफ्यूम, आई फोन व 50 हजार पोंड का डिमांड ड्राफ्ट है। कस्टम विभाग की इसके लिए 25,200 रुपये फीस देनी होगी। उसने बताए गए बैंक अकाउंट में यूपीआई से राशि भेज दी। इसके बाद किसी न किसी बहाने उससे कुल 2.92 लाख रुपये खाते में डलवा लिए। अब महिला सहित अन्य युवक का भी फोन बंद आ रहा है।

Tuesday, October 5, 2021

October 05, 2021

महिलाओं की अश्लील वीडियो बनाकर गाली-गलौच

महिलाओं की अश्लील वीडियो बनाकर गाली-गलौच
जींद, ब्यूरो रिपोर्ट ,( संजय कुमार ) ÷उचाना थाना क्षेत्र के गांव कहसून में रात को खाना खाकर गली में घूम रही महिलाओं के साथ गांव के ही 2 युवकों ने उनकी अश्लील विडियो बनाई और विरोध करने पर गाली-गलौच की। पुलिस ने इस मामले में 2 युवकों के खिलाफ धमकी देने और एससी-एसटी एक्ट अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 
कहसून गांव की एक महिला ने उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2 अक्तूबर रात करीब 9 बजे खाना खाकर वह और 3 अन्य घर के नजदीक गली में घूम रही थी। इस दौरान 2 महिलाएं बाथरूम करने के लिए साइड में बैठ गई। तभी वहां पर गांव का ही विक्रम और एक अन्य युवक वहां पहुंचे। उन्होंने आते ही अपने मोबाइल फोन से महिलाओं की विडियो बनानी शुरू कर दी। जब महिलाओं ने विरोध किया तो उनके साथ हाथापाई करते हुए जातिसूचक गालियां दी। फिर उनके द्वारा शोर मचाने पर अन्य लोग मौके पहुंचे। वह दोनों युवक उनके साथ भी गाली-गलौच करने लगे। फिर दोनों युवक जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। जांच अधिकारी डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में एक युवक को नामजद कर एक अन्य के खिलाफ गाली-गलौच और झगड़ा करने तथा धमकी देने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

Wednesday, July 21, 2021

July 21, 2021

सावधान! वायरल लिंक मैसेज पर क्लिक करना पड़ सकता है भारी

सावधान! वायरल लिंक मैसेज पर क्लिक करना पड़ सकता है भारी
बहादुरगढ़ : यदि आपके मोबाइल  पर किसी नामी ई-कॉमर्स कंपनी की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में गिफ्ट मिलने का लिंक-मैसेज आया है तो उस पर क्लिक न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो वारदात का शिकार हो सकते हैं। खुद इस नामी कंपनी व साइबर एक्सपर्ट ने लोगों को इस संबंध में जागरूकता बरतने की अपील की है। दरअसल, इन दिनों साइबर अपराध लगातार बढ़ रहा है। अपराधी नए-नए तरीके से वारदात को अंजाम दे रहे हैं। अब नामी ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम पर लोगों को अपने चंगुल में फंसाने का काम चल रहा है। इन दिनों एक कंपनी की 15वीं वर्षगांठ का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। मुफ्त मोबाइल व अन्य उपहार के लालच में लोग भी अंधाधुंध इस मैसेज को शेयर कर रहे हैं। इस वायरल मैसेज में एक लिंक भेजा जा रहा है। जिस पर क्लिक करते ही एक वेबपेज खुल जाता है। देखने में यह पेज बिलकुल नामी कंपनी जैसा है। पेज खुलते ही उस पर 15वीं एनिवर्सरी का जिक्र आता है और एक-एक करके चार आसान सवाल पूछे जाते हैं। इसके बाद कुछ गिफ्ट बॉक्स स्क्रीन पर नजर आते हैं। इस पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। दूसरे या तीसरे चांस पर इस बॉक्स में मोबाइल या अन्य उपहार दिखाकर विजेता होने की बधाई दे देती है।
आंखों के सामने फिर पेज पर लिखा आता है कि गिफ्ट पाने के लिए इसे ग्रुपों में शेयर करें। उधर, जब इस कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पड़ताल की तो सामने आया है इस तरह की कोई स्कीम कंपनी ने नहीं निकाली है। कंपनी के अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। साइबर एक्सपर्ट भूपेश का कहना है कि लोगों को ठगने या उनका डाटा चोरी करने के लिए साइबर ठग ऐसा जाल बुनते हैं। ऐसी स्थिति में मोबाइल में मौजूद फोटो, वीडियो व अन्य जरूरी डाटा चोरी होने की प्रबल आशंका रहती है। लोगों को समझना चाहिए कि मुफ्त में कोई भी किसी को कुछ नहीं देता। इसलिए लालच से बचना चाहिए। किसी भी फिशिंग लिंक मैसेज पर क्लिक न करें और न ही इन्हें वायरल करें। यदि कोई सेल/डिस्काउंट संबंधित मैसेज भी आए तो कंपनी की आधिकारिक एप या वेबपेज पर जाकर जांच करें। तभी आगे का कदम उठाएं।

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Monday, February 22, 2021

February 22, 2021

एक ही दिन में 3 ठगी:वेटरनिटी चिकित्सक समेत तीन उपभोक्ताओं के खाते से ठग ने निकाले सवा 2 लाख रुपए

एक ही दिन में 3 ठगी:वेटरनिटी चिकित्सक समेत तीन उपभोक्ताओं के खाते से ठग ने निकाले सवा 2 लाख रुपए

कुरुक्षेत्र : साइबर ठग पुलिस व आमजन के लिए परेशानी का सबब बने हैं। भले की करीब 20 दिन पहले जिला पुलिस में साइबर ठगी पर रोक लगाने के लिए साइटर इन्वेस्टिगेशन यूनिट बनाई है। इसके बावजूद जिले में साइबर ठग रोजाना लोगों को नए-नए तरीकों से ठग रहे हैं।
ठगों ने जिले में एक वेटरनिटी चिकित्सक सहित तीन उपभोक्ताओं को बातों में उलझाकर सवा दो लाख रुपए की चपत लगा दी। शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर ठगों की तलाश शुरू की है। उधर बैंक अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों का कहना है, जबतक आमजन खुद जागरूक नहीं होगा। तब तक ऐसी ठगी रोकना संभव नहीं।
जानकारी के अभाव में हो रहे लोग ठगी का शिकार-एलडीएम लीड बैंक मैनेजर राजीव रंजन का कहना है,जागरुकता के अभाव में लोग रोजाना ठगी का शिकार हो रहे हैं । कभी भी अनजान व्यक्ति के कहने या भेजे गए किसी लिंक पर क्लिक न करें।
इसके अलावा पब्लिक टर्मिनल और पब्लिक वाईफाई के प्रयोग से मोबाइल ट्रांजक्शन करने से बचना चाहिए। अनसेफ सर्फिंग के कारण ठग डाटा चोरी कर सकते हैं। ठग नेट पर एक जैसे दिखने वाले लोगो व डोमेन ने के साथ फर्जी साइट बना लेते हैं। जो दिखने में असली लगती है।
साइबर इन्वेस्टिगेशन यूनिट के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद का कहना है, उन्होंने कुछ रोज पहले ही चार्ज संभाला है। उन्होंने कहा आमजन की जागरुकता बेहद जरूरी है। किसी तरह की लॉटरी या अन्य लालच में न आएं।
पब्लिक वाईफाई के प्रयोग से मोबाइल ट्रांजक्शन करने से बचें,सैलरी डालने के बहाने निकाले खाते से पैसे
दुर्गा कॉलोनी निवासी एक वेटरनिटी चिकित्सक के बेटे के मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम गगनदीप बताया। साथ ही बातों में उलझाकर कहा आपके पिता के खाते में इस माह कम सैलरी आई होगी। कॉल करने वाला कहने लगा, सैलरी सेटल करनी है, अपके पिता जी के खाते में सैलरी डालनी है। उनके खाते के साथ ही मोबाइल नंबर अटैच है।
आप फोन पे एप खोलकर उसपर पे ऑप्शन ओके कर दो। जैसे ही कॉल करने वाले व्यक्ति द्वारा बताए अनुसार किया, तो शिकायतकर्ता के वेटरनिटी चिकित्सक पिता के खाते से 7650 रुपए कट गए। कॉल करने वाले ने एक बार और पे ऑफ फोन ऑप्शन ओके करने को कहा, इस तरीके से दूसरे खाते से भी 89999 रुपए यानी कुल 97 हजार 649 रुपए कट गए। बाद में ठगी का एहसास होने पर बैंक को सूचित किया। साथ ही पुलिस को सूचित किया। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर इल्म सिंह का कहना है, शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
*कस्टमर केयर पर किया फोन, कट गए खाते से पैसे*
इसी तरह सेक्टर-सात निवासी यमन ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उसने पीएनबी कस्टमर केयर नंबर-180042123530 पर कॉल कर कॉल कर अपने खाते की लिमिट बढ़ाने के लिए फोन किया था। शिकायतकर्ता का कहना है, कॉल उठाने वाले अधिकारी द्वारा डेबिट कार्ड का पूछा गया नंबर उसने उसे बता दिया। शाम के चार बजे के करीब मोबाइल पर खाते से एक लाख चार हजार रुपए निकले का मैसेज आया। यह देख बैंक में संपर्क किया। यह पैसा पेटीएम के जरिए खाते से निकाला गया है।
*जानकार बता पैसे भेजने को कहकर लिंक पर कराया क्लिक*
भिवानी के गांव सांगवान निवासी संजय कुमार ने शाहाबाद थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। वह मोहड़ी केसरी रोड पर एक कंपनी में काम करता है। उसके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने बातों में उलझा लिया। बोला कि आपके पास रणजीत नाम के व्यक्ति का फोन आएगा। जो आपके मोबाइल पर पैसे ट्रांसफर करेगा। कुछ देर बाद एक और नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने एक लिंक भेजकर उसे खोलने बारे कहा। जैसे ही शिकायतकर्ता ने उस लिंक पर क्लिक किया, उलटा उसके ही खाते से साढ़े 12 हजार रुपए कट गए।

Friday, August 28, 2020

August 28, 2020

सरेआम गुंडागर्दी:फतेहाबाद में बाइक रुकवाकर 5 युवकों ने बेरहमी से पीटा, पैर तोड़े; वीडियो बनाकर वायरल किया

सरेआम गुंडागर्दी:फतेहाबाद में बाइक रुकवाकर 5 युवकों ने बेरहमी से पीटा, पैर तोड़े; वीडियो बनाकर वायरल किया

फतेहाबाद जिले के बीघड़ रोड पर पांच युवकों ने एक बाइक सवार युवक को रुकवाकर बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया जो अब वायरल हो रहा है। हालांकि वीडियो में दो आरोपी ही नजर आ रहे हैं लेकिन संख्या 5 बताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला पुरानी रंजिश का है।

आरोपियों ने बुरी तरह पीट-पीटकर विकास के पैर तोड़ दिए।

घटना 26 अगस्त की है। आरोपियों ने बीघड़ रोड पर बन्नावाली गांव के रहने वाले विकास को रोक लिया। विकास बाइक पर जा रहा था। आरोपियों की संख्या 5 थी। उन्होंने विकास पर लाठी-डंडों से बेरहमी से वार करना शुरू कर दिया। विकास बाइक से नीचे गिर गया और फिर आरोपियों ने बुरी तरह से पीटा। विकास के पैर तोड़ दिए। बुरी तरह से खून से लथपथ हो गया। पास खड़ा एक आरोपी इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना रहा था। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं विकास को घायल अवस्था में फतेहाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उसे हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में विनोद, सुनील, अजय, नरेश, सुनील पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
August 28, 2020

व्हाट्सएप यूज़र्स सावधान! स्कैमर्स कर सकते हैं ठगी हरियाणा पुलिस ने व्हाट्सएप हैकिंग को लेकर जारी की एडवाइजरी

व्हाट्सएप यूज़र्स सावधान! स्कैमर्स कर सकते हैं ठगी, हरियाणा पुलिस ने व्हाट्सएप हैकिंग को लेकर जारी की एडवाइजरी

चंडीगढ़, 28 अगस्त - हरियाणा पुलिस ने व्हाट्सएप यूज़र्स को एडवाइजरी जारी करते हुए उन्हें व्हाट्सएप अकाउंट हैक करने के लिए जालसाजों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले साइबर क्राइम के एक नए चलन के बारे में सचेत किया है। वित्तीय धोखाधडी से बचने के लिए यूजर्स उनके फोन पर आए किसी भी वेरिफिकेशन कोड वाले मैसेज का रिप्लाई न करें।
          साइबर जालसाजों के फर्जी मैसेज से सावधान रहने की सलाह देते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था),  नवदीप सिंह विर्क ने आज यहां बताया कि कोविड-19 की स्थ्तिि के बाद काफी संख्या में आनॅलाइन गतिविधियों का चलन बढने से साइबर अपराधी टारगेट किए लोगों और संगठनों को ठगने के लिए नए तरीकों का सहारा ले रहे हैं। इस नए तरह के साइबर क्राइम में जालसाज भोले-भाले लोगों के व्हाट्सएप अकाउंट को हैक कर लेते हैं और इसका इस्तेमाल उनके दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ वित्तीय धोखाधडी करने के लिए करते हैं।
           हैकिंग के तरीके बारे में बताते हुए  विर्क ने कहा कि पहले हैकर एक फर्जी खाता बनाकर व्हाट्सएप तकनीकी टीम को प्रदर्शित करते हुए 'आॅफिशियल व्हाट्सएप लोगो' को डिस्पले पिक्चर के रूप में लगाते हैं। उसके बाद टारगेट को मैसेज भेजकर अपनी पहचान सत्यापित करने के लिए छह अंकों का वैरिफिकेशन कोड साझा करने को कहते हैं। व्हाट्सएप तकनीकी टीम से प्रतीत होता मैसेज आने पर पीडित झांसे में आकर वैरिफिकेशन पिन शेयर करता है। तत्पश्चात लाॅगइन के बाद अकाउंट स्कैमर की कंट्रोल में आ जाता है और वह किसी को मैसेज भी भेज सकता है। हैकर्स दोस्तों और परिवार के लोगों से धोखाधड़ी वाले संदेश भेज कर पैसे, पिन, ओटीपी आदि की मांग करते हैं।
*गलती से भी न शेयर करें कोड*
           विर्क ने एहतियाती उपायों पर प्रकाश डालते हुए यूज़र्स से कहा कि वे वैरिफिकेशन कोड को किसी के साथ शेयर न करें। उन्होंने सोशल मीडिया अकांउटस के लिए 'टू-स्टैप वैरिफिकेशन' अपनाने का भी सुझाव दिया। इससे उनके आकंउटस सेफ होंगे भले ही हैकर्स की वैरिफिकेशन कोड तक पहुंच हो, क्योंकि अकांउट में सफलतापूर्वक लाॅग इन करने के लिए एक पासवर्ड की आवश्यकता होगी। साथ ही पिन या ओटीपी मांगने वाले मैसेजों पर कभी प्रतिक्रिया न करें क्योंकि सोशल मीडिया एप्लिकेशन कभी भी ऐसी जानकारी के लिए कॉल या मैसेज नहीं करता है। इसके अतिरिक्त, यूज़र्स यदि किसी के साथ छह अंकों का वैरिफिकेशन पिन साझा करते हैं, तो अपने व्हाट्सएप अकांउट को तुरंत रि-वैरिफाई करें।

Thursday, July 9, 2020

July 09, 2020

धोखाधड़ी का नया तरीका / फर्जी टिकटॉक का लिंक भेज साइबर ठग उड़ा रहे अकाउंट से रुपए

धोखाधड़ी का नया तरीका / फर्जी टिकटॉक का लिंक भेज साइबर ठग उड़ा रहे अकाउंट से रुपए

पानीपत :  क्या आपके पास टिकटॉक डाउनलोड करने का लिंक आ रहा है। यदि हां तो सावधान हाे जाइए। ये लिंक साइबर अटैक का संकेत है। ठगों ने डुप्लीकेट टिकटॉक एप बना ली है और लोगों के पास टिकटॉक प्रो के नाम से लिंक मैसेज और वाट्सएप के माध्यम से भेज रहे हैं।
आदमी इस पर क्लिक करता तो उसी के बाद साइबर ठगों का खेल शुरू हो जाता है। इस लिंक के माध्यम से ठगी करने के लिए पिछले एक सप्ताह में ही दर्जनों कई केस सामने आ चुके हैं। दरअसल जब से सरकार ने चाइना की 59 एप्स को बैन करने का निर्णय लिया है, तब से काफी लोग इससे परेशान हैं। खासकर वो लोग जो टिकटॉक से पैसे कमा रहे थे या जो इससे मनोरंजन कर रहे थे। इसी का फायदा ठग उठा रहे हैं।

*ऐसे चलता है ठगी का खेल*

साइबर ठग टिकटॉक समेत बैन हुई एप्स की क्लोन एप बना रखी है। इनका लिंक जब आपके पास आता है और इसको जब आप डाउनलोड करते हैं तो यह एप आपसे मीडिया गैलरी समेत डेटा आदि की परमीशन मांगती है। इसके बाद आपके फोन से सारी जरूरी जानकारी और फोन में विभिन्न शॉपिंग साइट्स आदि में डाली गई डेबिट और क्रेडिट कार्ड की डिटेल चोरी कर लेते हैं।
July 09, 2020

सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो डालने का आरोपी गिरफ्तार

सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो डालने का आरोपी गिरफ्तार

रेवाड़ी : ( पंकज कुमार ) प्रेमिका की अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर डालने के मामले में आरोपी को महिला थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किया गया आरोपी बावल थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी का कोविड-19 का टेस्ट कराया है। आरोपी की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। राजस्थान के जिला अलवर के एक गांव निवासी युवती ने अपनी शिकायत में कहा था कि मई 2018 में आरोपी उसे शादी करने के लिए जयपुर ले गया, परंतु शादी नहीं की। युवक के परिवार वाले उसे वापस ले आए तथा यहां लाकर मारपीट की। इसके बारे में युवती ने शाहजहांपुर थाना में शिकायत भी दर्ज कराई थी। 21 नंवबर को युवक गलती मानते हुए उसे अपने साथ घर ले आया। एक रात घर रूकने के बाद वह रेवाड़ी में किराये के कमरे पर ले आया तथा करीब डेढ़ साल तक दोनों वहीं एक साथ रहे। चार फरवरी को आरोपी कुछ काम की कह कर अपने घर चला गया तथा वापस नहीं लौटा। बाद में पता लगा कि 20 फरवरी को युवक किसी ओर लड़की के साथ शादी कर रहा है। आरोपी ने उसके नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट भी बना लिया था उसकी अश्लील फोटो पोस्ट कर दी। युवती की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आइटी एक्ट व एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मंगलवार की शाम को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

Friday, June 26, 2020

June 26, 2020

940 रु. की घड़ी 1 लाख में पड़ी / ठगों ने आरपीएफ के हेड कांस्टेबल को लिंक भेज खाते से 1.05 लाख निकाले

940 रु. की घड़ी 1 लाख में पड़ी / ठगों ने आरपीएफ के हेड कांस्टेबल को लिंक भेज खाते से 1.05 लाख निकाले

क्लब फैक्ट्री साइट से खरीदी घड़ी नहीं आई तो गूगल से लिया कस्टमर केयर नंबर, जहां बैठे थे साइबर ठग,लिंक पर क्लिक कर डिटेल भरने के बाद खाते से कटे पैसे

पानीपत : गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर डालकर बैठे साइबर ठगों ने आरपीएफ के हेड कांंस्टेबल को ही ठग लिया। उन्होंने शॉपिंग वेबसाइट क्लब फैक्ट्री से घड़ी खरीदी थी। कंफर्मेशन नहीं आने पर गूगल पर क्लब फैक्ट्री कस्टमर केयर का नंबर सर्च करके फोन लगाया था। फोन ठगों के पास पहुंचा तो उन्होंने झांसे में लेकर रुपए लौटाने के बहाने लिंक भेजा। क्लिक कर डिटेल भरते ही खाते से दो दिन में 1.05 लाख रुपए कट गए। ठग को फोन करने पर धमकाना शुरू कर दिया और रुपए लौटाने से मना कर दिया।

अब पीड़ित ने सेक्टर 13-17 थाने में ठगी का केस दर्ज कराया है। सेक्टर 18 निवासी संजय कुमार आरपीएफ में हेड कांस्टेबल हैं। उन्होंने 6 जून को शॉपिंग क्लब फैक्ट्री से हाथ घड़ी बुक की थी। ऑनलाइन 940 रुपए की पेमेंट कर दी थी। लेकिन बुकिंग की कंफर्मेशन नहीं आई। तब 9 जून को उन्होंने गूगल से क्लब फैक्ट्री के कस्टमर केयर का नंबर सर्च करके कॉल की।

*ठग बोले- ऑर्डर कैंसिल हो गया, पेमेंट लौटा देंगे*

संजय ने बताया कि कॉल उठाने वाले ठग ने अपना नाम मनीष सक्सेना बताया। जब घड़ी के ऑर्डर के बारे में पूछा तो उसने कहा कि ऑर्डर कैंसिल हो गया है। पेमेंट दो घंटे में रिफंड कर देंगे। तब ठग ने एक लिंक भेजा और कहा कि खोलकर अपनी पेमेंट भर दो। संजय ने लिंक पर क्लिक करके 940 रुपए भर दिए।
फोन काटने के तुरंत बाद ही उनके एसबीआई के खाते से 5 हजार रुपए कट गए। जब दोबारा कॉल लगाया तो फोन नहीं लगा। तब संजय ने एसबीआई के कस्टमर केयर पर शिकायत करने के लिए कॉल करने की कोशिश की, लेकिन शिकायत नहीं हो सकी। अगले दिन ठगों ने फिर एक लाख रुपए की ट्रांजेक्शन पेटीएम में कर ली।

*ऑनलाइन शॉपिंग में रहें अलर्ट*

एक्सपर्ट व्यू : साइबर एक्सपर्ट दानेश शर्मा ने कहा कि आप सतर्क रहें, क्योंकि साइबर ठग गूगल पर तमाम प्रकार के फर्जी कस्टमर केयर बनाकर बैठे हैं। जैसे ही लोग इन नंबर पर कॉल करते हैं तो वे कस्टमर केयर के कर्मचारी जैसे ही बात करते हैं और फिर झांसे में लेकर आपके खाते से रुपए निकाल लेते हैं। जब भी जरूरत हो तो कंपनी की वेबसाइट पर जाकर वहां से नंबर लेकर ही कॉल करें। लेकिन इसे भी वेरिफाई कर लें।