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Wednesday, March 23, 2022

March 23, 2022

घर-घर जाकर शिक्षक करेंगे अभिभावकों को बच्चों के दाखिले के लिए जागरूक

घर-घर जाकर शिक्षक करेंगे अभिभावकों को बच्चों के दाखिले के लिए जागरूक 
भिवानी :  शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बच्चों की संख्या बढाए जाने को लेकर कमर कस ली है। अब स्कूलों में प्रवेश उत्सव के माध्यम से स्कूलों में बच्चों की संख्या बढाई जाएगी। ज्यादा से ज्यादा दाखिले के लिए अभिभावकों के समक्ष स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। ताकि बच्चे निजी स्कूलों की बजाए सरकारी स्कूलों में दाखिल हो सके। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग का निर्देश आने के बाद मंगलवार को सूई के स्कूल के शिक्षकों ने गांव में जागरूकता अभियान चलाया और अभिभावकों को स्कूलों मंे दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। शिक्षक दोपहर बाद गांव में घर.घर जाते नजर आए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने इस बार भी सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढाए जाने को लेकर प्रवेश उत्सव का आयोजन करने के निर्देश दिए है। साथ ही उक्त कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं का अधिक से अधिक प्रचार व प्रसार करने के लिए कुछ राशि का बजट भी जारी किया है। विभाग द्वारा भेजी गई राशि को पम्पलेट, बैनर व अन्य प्रचार.पसार आदि पर खर्च किया जाएगा। उक्त प्रचार के माध्यम से अभिभावकों को स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। स्कूल में बच्चों को क्या.क्या सुविधाएं मिल रही है। मसलन डिजीटल बोर्ड के अलावा हवादार कमरे व बेहतरीन पढ़े लिखे शिक्षक के अलावा अन्य सुविधाएं शामिल है। यह अभियान कक्षाओं की परीक्षा खत्म होते ही चलाने के निर्देश दिए है। ताकि सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा बच्चों का दाखिला करवाया जा सके। इसको लेकर शिक्षा अधिकारियों ने सभी बीईओ के माध्यम से स्कूल मुखियाओं को निर्देश जारी किए है। साथ ही निर्देश दिए है कि इस मामले में किसी शिक्षक ने कोई लापरवाही या कोताही बरती तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। 
 *शिक्षकों ने चलाया अभियान गांव सुई के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के स्टाफ सदस्य प्राचार्य अनिल*

 सांगवान के नेतृत्व में हाथों में पर्चे लेकर घर घर घूमते नजर आए। इन पर्चों पर लिखा था कि वे राजकीय स्कूलों में दाखिला ले जो कि 8वीं तक तो बिल्कुल नि:शुल्क है और 9 से 12 भी मात्र न के बराबर फीस है। इस दौरान उन्होंने अभिभावकों से बात भी की ओर बताया कि राजकीय स्कूल में सारा स्टाफ भी सरकार के नियमों द्वारा टेस्ट लेकर भर्ती किया गया है। उन्होंने अभिभावकों को बताया कि स्कूल की बिल्डिंग भी काफी अच्छी व खेलने का मैदान भी काफी अच्छा है। सरकारी स्कूलों में स्टाफ भी पूरा है। उन्होंने बताया कि उनके स्कूल के बच्चें पिछली बार बोर्ड के रिजल्ट में काफी अच्छे नम्बराें से पास होते रहे हैं। कई छात्र तो ऐसे है जो सरकारी स्कूलों से पढ़ कर अच्छे स्थानों पर आज सेवा दे रहे हैं।

Monday, March 7, 2022

March 07, 2022

9वीं व 11वीं के विधार्थियों के लिए जरूरी सूचना

9वीं व 11वीं के विधार्थियों के लिए जरूरी सूचना 

भिवानी : हरियाणा बोर्ड ने 9वीं, 11वीं परीक्षा की घोषणा कर दी है। बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा ने HBSE 9वीं और 11वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा की डेट शीट 2022 जारी कर दी है।

शेड्यूल के अनुसार, BSEH हरियाणा बोर्ड की परीक्षाएं 17 मार्च से शुरू होंगी।

हरियाणा बोर्ड कक्षा 9 की परीक्षा 2022 17 मार्च से 31 अप्रैल के बीच आयोजित की जाएगी, जबकि एचबीएसई कक्षा 11 के लिए बोर्ड परीक्षा 17 मार्च से 9 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी।
9वीं व 11वीं के छात्र ऐसे भी चैक कर सकते हैं
ऐसे में, जो भी स्टूडेंट्स इस परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट bseh.org.in पर जाकर टाइमटेबल चेक कर सकते हैं।

शेड्यूल के अनुसार, BSEH कक्षा 9 और 11 की बोर्ड परीक्षाएं एक ही पाली में सुबह 8:30 बजे से 11:00 बजे तक ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी।

शेड्यूल के अनुसार, 17 मार्च को IT, ITES, 19 मार्च को हिंदी और 22 मार्च को इंग्लिश का पेपर आयोजित किया जाएगा।

वहीं 24 मार्च को संस्कृत, पंजाबी, रिटेल सिक्योरिटी, ऑटोमोबाइल एग्जाम कराया जाएगा।
 
वहीं 26 मार्च को सोशल साइंस, 29 मार्च को मैथ्स, 31 मार्च को साइंस परीक्षा का आयोजित किया जाएगा।

 टाइमटेबल के अनुसार, 11वीं कक्षा के पहले दिन यानी कि 17 मार्च को कंप्यूटर साइंस, 19 मार्च को इंग्लिश और 21 को होमसाइंस का पेपर आयोजन किया जाएगा।

इसके अलावा, 22 मार्च को पंजाबी, 24 फिजिक्स, 25 मार्च को फिजिकल एजुकेशन, 26 को हिंदी और 28 को मैथ्स का पेपर होगा। 

हरियाणा बोर्ड के छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे एचबीएसई 9वीं 11वीं की पूरी डेट शीट 2022 की जांच करने के लिए स्टूडेंट्स को ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करना होगा।

Thursday, March 3, 2022

March 03, 2022

हरियाणा में ऑफलाइन होगी 10वीं और 12वीं की परीक्षा, HBSE ने जारी की डेट शीट, जानें पूरी प्रक्रिया

हरियाणा में ऑफलाइन होगी 10वीं और 12वीं की परीक्षा, HBSE ने जारी की डेट शीट, जानें पूरी प्रक्रिया
भिवानी :  हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं ऑफलाइन तरीके से आयोजित करने का फैसला किया है। जिसके लिए बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की तारीख घोषित कर दी है। इस बारे में जानकारी देते हुए बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर जगबीर मलिक ने बताया कि 10वीं और 12वीं कक्षा की रेगुलर, कंपार्टमेंट, ओपन की परीक्षाएं 30 मार्च से लेकर 29 अप्रैल तक आयोजित की जाएंगी। 
इन परीक्षाओं में सभी प्रकार के परीक्षार्थियों को मिलाकर कुल 6 लाख 68 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि इनमें 10वीं कक्षा के रेगुलर व ओपन के कुल तीन लाख 78 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इसी प्रकार 12वीं की परीक्षा में दो लाख 90 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि 12वीं की परीक्षा 30 मार्च से 29 अप्रैल तक तथा 31 मार्च से 26 अप्रैल तक आयोजित की जाएंगी। 
सभी परीक्षाएं दोपहर साढ़े 12 बजे से तीन बजे तक एक ही सत्र में आयोजित होंगी। अबकी बार परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के लिए दो पेपरों के बीच में पर्याप्त छुट्टियां दी गई हैं। चेयरमैन ने बताया कि इन परीक्षाओं के लिए प्रदेश भर में लगभग 1700 परीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं तथा 250 उड़नदस्तों का गठन नकल रोकने के लिए किया जा रहा है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव कृष्ण कुमार ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी। 
उन्होंने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों की परीक्षा संचालन के बारे में बताया कि दिव्यांग विद्यार्थियों के परीक्षा केंद्र उनके स्कूल में ही बनाए गए हैं, जहां वे पढ़ते थे। इसके अलावा जो विद्यार्थी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं, वे किसी खेल प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं तो उनकी परीक्षा उनके प्रार्थना पत्र पर बाद में ली जा सकेंगी। वर्तमान में हो रही परीक्षाओं में 40 प्रतिशत अंक सब्जेक्टिव, 40 प्रतिशक अंक ओब्जेक्टिव होंगे। इस प्रकार 80 अंकों की परीक्षा तथा 20 प्रतिशत अंक इंटरनेल एसेसमेंट के होंगे।

Saturday, February 26, 2022

February 26, 2022

अब सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के लिए शुरू होगी वाहन की सुविधा, बनाए जाएंगे ट्रांसपोर्ट विंग

अब सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के लिए शुरू होगी वाहन की सुविधा, बनाए जाएंगे ट्रांसपोर्ट विंग
चंडीगढ़ / हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जिन गांवों में स्कूल ज्यादा दूरी पर हैं, वहां सरकारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। इसके लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट विंग की भी स्थापना की जाए और स्कूल शिक्षक को ट्रांसपोर्ट का नोडल आफिसर बनाया जाए। मुख्यमंत्री शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में शिक्षा मंत्री कंवरपाल भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में कम बच्चे हैं, वहां पर छोटे वाहन की व्यवस्था की जा सकती है। इसके अलावा जहां अधिक बच्चे हैं, वहां बड़ा वाहन लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में शिक्षकों की कमी नहीं रहने दी जाएगी। इसके लिए सार्थक दिशा में विचार विमर्श किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आगामी सत्र के लिए 134-ए के तहत होने वाले दाखिलों के संबंध में पहले से ही रणनीति बनाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी सत्र में किसी भी पात्र विद्यार्थी को 134-ए के तहत दाखिले से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इसके अलावा हरियाणा सरकार मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या को भी बढ़ाने जा रही है। अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इन स्कूलों में भी ऐसे विद्यार्थियों के दाखिले करवाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस बैठक के दौरान शिक्षकों की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी, मेवात में टीचिंग वालंटियर लगाए जाने के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए।

Wednesday, February 23, 2022

February 23, 2022

प्रदेश के इन विधार्थियों की फीस लौटाएगा बोर्ड , ऐसे करें आवेदन !

प्रदेश के इन विधार्थियों की फीस लौटाएगा बोर्ड , ऐसे करें आवेदन !
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने पांचवीं और आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा इस सत्र के लिए स्थगित कर दी है, अब स्कूलों को अपने स्तर पर ही इन कक्षाओं की परीक्षा लेनी है। प्रदेश भर में पांचवीं और आठवीं कक्षाओं के करीब पौने छह लाख विद्यार्थी हैं, जिनमें से पौने तीन लाख विद्यार्थियों ने अब तक 100 रुपये नामांकन और 450 रुपये परीक्षा फीस जमा करवा दी है। अब परीक्षा स्थगित होने की वजह से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने करीब पौने तीन लाख विद्यार्थियों के रुपये लौटाने की तैयारी कर ली है।

हालांकि बोर्ड की ओर से यह भी स्पष्ट कहा गया है कि प्रत्येक स्कूल को विद्यार्थियों द्वारा शुल्क जमा करवाने का दावा करना होगा, जिसके लिए उन्हें ईमेल के माध्यम से बोर्ड को सूचित करना होगा। अगर किसी विद्यार्थी ने साइबर कैफे से शुल्क जमा करवाया है तो उसका शुल्क वापस नहीं किया जाएगा। 

*28 फरवरी तक करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन*

सीबीएसई और एचबीएसई (हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड) स्कूलों का रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया फिलहाल जारी है। इसके लिए स्कूल 28 फरवरी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, जिसके लिए पांच हजार रुपये शुल्क अदा करना होगा। अगर कोई स्कूल रजिस्ट्रेशन नहीं करवाता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

बोर्ड अधिकारियों द्वारा इसके लिए सेकेंडरी शिक्षा निदेशक को उक्त स्कूल की मान्यता रद्द करने की भी सिफारिश की जाएगी। अब तक प्रदेश के 16 हजार स्कूलों में से 1053 सीबीएसई के निजी स्कूल और 14 हजार एचबीएसई के स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन किया है।

*बोर्ड अध्यक्ष ने कही ये बात*
प्रदेश सरकार के निर्णयानुसार फिलहाल इस सत्र के लिए पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी है, लेकिन स्कूलों का रजिस्ट्रेशन जारी रहेगा। जो स्कूल रजिस्ट्रेशन नहीं करवाता है, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए सेकेंडरी शिक्षा निदेशक को लिखा जाएगा। साथ ही जिन विद्यार्थियों ने नामांकन और परीक्षा शुल्क जमा करवाया है, उनकी राशि भी लौटाई जाएगी।

Saturday, February 19, 2022

February 19, 2022

8वीं बोर्ड परीक्षा पर 25 फरवरी को मंथन : CM मनोहर लाल व शिक्षा मंत्री कंवरपाल के साथ होगी 12 प्राइवेट यूनियन पदाधिकारियों की मीटिंग

8वीं बोर्ड परीक्षा पर 25 फरवरी को मंथन : CM मनोहर लाल व शिक्षा मंत्री कंवरपाल के साथ होगी 12 प्राइवेट यूनियन पदाधिकारियों की मीटिंग
 यमुनानगर :  हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि आज उनके जगाधरी स्थित कार्यालय पर बहुत बड़ी संख्या में वो अभिभावक मिलने के लिए पहुंचे जिनके बच्चे सीबीएसई पाठ्यक्रम से कक्षा आठ में हरियाणा प्रदेश में भिन्न भिन्न विधालयों में पढ़ रहे हैं । अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल के सम्मुख समस्या रखी की सीबीएससी के हर स्कूल का पाठ्यक्रम अलग है। हर स्कूल में एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं लगी हुई हैं ।



लगभग हर स्कूल ने अलग-अलग प्राईवेट पब्लिकेशन की पुस्तकें पढ़ाई के लिए लगवाई हुई है । ऐसे में अगर बोर्ड पेपर लेता है तो यह सभी बच्चों के लिए संभव नहीं होगा कि वह उसकी तैयारी कर पाएंगे,सीबीएसई से सम्बंधित ज्यादातर विद्यालयो में सीबीएसई पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्राइवेट पब्लिकेशन की पुस्तकें लगी हुई है। जिन्हें विद्यार्थियों ने पढ़ा है । यह पुस्तक लगभग हर विद्यालय में अलग-अलग होती हैं । ऐसे में एक जैसा पेपर बोर्ड द्वारा लेना वर्तमान में ठीक नहीं है, जब बच्चों ने तैयारी प्राइवेट पब्लिकेशन की पुस्तकों की है तो बच्चे एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का पेपर कैसे दे पाएंगे ।

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अभिभावकों ने बताया कि स्कूलों में बच्चों ने तैयारी सेमेस्टर सिस्टम के हिसाब से की हुई है ऐसे में पूरे पाठ्यक्रम का एक साथ पेपर लेना अब ठीक नहीं है ।अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल से गुहार लगाते हुए कहा कि इस साल एकदम से साल के अंत में ऐसे बोर्ड की परीक्षा लेना ठीक नहीं है, अगर आप अगले सत्र के शुरू में ही घोषणा कर देंगे की आठवीं कक्षा का बोर्ड का एग्जाम होगा तो हम इस पर कोई आपत्ति नहीं है हम उस निर्णय का स्वागत करेंगे ।अभिभावकों की बात सुनकर शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि आठवीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा के आयोजन के संदर्भ में विभिन्न हित धारकों से चर्चा के लिए 25 फरवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ,शिक्षा मंत्री कंवरपाल, वरिष्ठ अधिकारी व विभिन्न प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की बैठक चंडीगढ़ में आयोजित की जाएगी और इस विषय पर बैठक में विचार किया जाएगा, शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सैकड़ों की संख्या में आए अभिभावकों ने जो विषय उनके संज्ञान में लाया गया है। उसी के संदर्भ में यह चर्चा बैठक आयोजित की जा रही है।

इस दौरान लक्ष्य बिंद्रा,पूजा,राजेश,ज्योति, सविता,सोनिया, प्रियंका, मीनाक्षी, स्नेहा,संगीता,दीपक,भावना,मुकेश, विनीता सहित सैंकड़ों की संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे ।

Saturday, February 12, 2022

February 12, 2022

HBSE : 8वीं कक्षा की परीक्षा को लेकर हरियाणा बोर्ड के इस आदेश ने फुलाई स्कूल संचालकों की सांस

HBSE : 8वीं कक्षा की परीक्षा को लेकर हरियाणा बोर्ड के इस आदेश ने फुलाई स्कूल संचालकों की सांस
कैथल : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा जारी किए गए आठवीं के विद्यार्थियों की एनरोलमेंट फीस के आदेशों ने स्कूल संचालकों की सांस फूला दी हैं। बोर्ड ने नोटिस जारी कर 20 फरवरी तक आठवीं के बच्चों की एनरोलमेंट फीस जमा करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसे लेकर सभी स्कूल आठवीं के बच्चों की एनरोलमेंट फीस आनलाइन जमा करवाने की तैयारियों में जुट गए हैं। यही नहीं बोर्ड ने इसके साथ ही विद्यालय रजिस्ट्रेशन फीस भी मांगी है। खास यह भी है कि जो नोटिस शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किया गया है उसमें राजकीय व अराजकीय स्थायी अथवा अस्थायी मान्यता प्राप्त स्कूलों, संस्कृत गुरुकुल एवं हरियाणा में स्थित सीबीएसइ/आइसीएससीई एवं अन्य बोर्डो से स्थायी मान्यता प्राप्त विद्यालयों की कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों से यह एनरोलमेंट रिटर्न मांगा गया है, लेकिन जिस बोर्ड की मान्यता शिक्षा बोर्ड भिवानी से नहीं है, उसे भी एनरोलमेंट रिटर्न देने को क्यों कहा जा रहा है। इसे लेकर कईं स्कूल संचालकों में असमंजस की स्थिति बनी है।
*ये हैं आदेश*

 हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने प्रदेश भर के सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि उनके स्कूल में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के बच्चों की एनरोलमेंट रिटर्न यानी एनरोलमेंट फीस जमा करवाई जाए। यह फीस 100 रुपये प्रति विद्यार्थी है। इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों को 5000 रुपये की विद्यालय रजिस्ट्रेशन फीस जमा करवानी होगी। यह फीस ऑनलाइन ही जमा करवानी होगी। विद्यार्थियों के लिए एनरोलमेंट फीस 20 फरवरी तक तथा लेट फीस 300 रुपये के साथ 28 फरवरी तक जमा करवानी होगी।
 *बोर्ड भेज सकता है अपने प्रश्नपत्र*

 हालांकि नोटिस में ऐसा कुछ नहीं है कि आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा होगी लेकिन हो सकता हे कि बोर्ड अपने स्तर पर प्रश्न पत्र भेजे, जिसके आधार पर बच्चों को परीक्षा देनी हो। यह पेपर स्कूल स्तर पर भी चेक हो सकते हैं। अभी फिलहाल आठवीं के विद्यार्थियों से एनरोलमेंट रिटर्न मांगी गई है।

*गलत एनरोलमेंट रिटर्न पर होगा जुमार्ना व कार्रवाई शिक्षा*
 बोर्ड भिवानी ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी स्तर पर यह पाया जाता है कि संस्था द्वारा छात्र का एनरोलमेंट नियमों को ताक पर रखकर किया गया है, तो कार्रवाई होगी। इसके तहत छात्र की पात्रता तो रद होगी, वहीं स्कूल अथवा संस्था के मुखिया पर कार्रवाई के लिए केस शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा। यदि विद्यार्थी अराजकीय मान्यता प्राप्त संस्था का है, तो पहली गलती पर एक लाख रुपये तथा दूसरी गलती पर तीन लाख रुपये का आर्थिक दंड होगा। यदि तीसरी बार गलती पाई जाती है, तो विद्यालय की संबद्धता रद कर दी जाएगी। 

*सभी स्कूलों को जमा करवानी होगी फीस* 

कैथल के जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से जारी आदेशों में आठवीं के बच्चों की एनरोलमेंट रिटर्न जमा करवाने को कहा गया है। यह सभी स्कूलों को जमा करवानी होगी, जहां आठवीं के बच्चे पढ़ रहे हैं।

Tuesday, February 8, 2022

February 08, 2022

हरियाणा में पहली से नौवीं तक खुलेंगे स्कूल, शिक्षामंत्री ने किया ऐलान, देखिये शेड्यूल

हरियाणा में पहली से नौवीं तक खुलेंगे स्कूल, शिक्षामंत्री ने किया ऐलान, देखिये शेड्यूल

चंडीगढ़ : हरियाणा में अब स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरु हो गई है। प्रदेश में दसवीं से 12वीं तक के स्कूलों को खोल दिया गया है वहीं सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में भी सौ फीसदी हाजिरी शुरु कर दी गई है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में पहली से नौंवी तक की कक्षाएं 10 फरवरी से शुरू होंगी। कक्षाओं में कोविड-19 के नियमों का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में भेजना चाहते हैं वो भेज सकते हैं लेकिन कक्षाएं आनलाइन भी चलती रहेंगी।
हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आई है। ऐसे में राज्य सरकार कई प्रतिबंधों से पहले ही ढील दे चुकी है। अब हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने अब पहली से नौवीं तक के स्कूल भी खोलने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। दसवीं से 12वीं तक की कक्षाओं को पहली फरवरी से खोला जा चुका है।

शिक्षा वभाग के निदेशक जे गणेशन की ओर से पहली से नौवीं तक के बच्चों को भी स्कूल बुलाने का प्रस्ताव शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के पास भेजा है। इसमें 10 फरवरी से स्कूलों को खोलने की सिफारिश की गई  थी।
वहीं दूसरी ओर, प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा भी लगातार सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। प्राइवेट स्कूल संचालक सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को खोलने की मांग कर रहे हैं। 
उन्होंने सोमवार से स्कूल खोलने का ऐलान भी किया था लेकिन सरकार की सख्ती के चलते ऐसा नहीं हो सका। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने दो-टूक कहा, सरकार के फैसला लेने से पहले अगर कोई प्राइवेट स्कूल संचालक स्कूल खोलता है तो उस पर कार्रवाई होगी।

Thursday, September 9, 2021

September 09, 2021

हरियाणा बोर्ड के 53वें स्थापना दिवस पर लिया बड़ा फैसला

हरियाणा बोर्ड के 53वें स्थापना दिवस पर लिया बड़ा फैसला:

प्रदेश में 11 साल बाद इस सत्र से 8वीं के छात्रों की परीक्षाएं बोर्ड लेगा, तैयारी पूरी
भिवानी : 10वीं और 12वीं की तरह अब 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी इस सत्र में बोर्ड की परीक्षाएं देनी होगी। बुधवार काे हरियाणा विद्यालय शिक्षा बाेर्ड के 53वें स्थापना दिवस पर बोर्ड चेयरमैन जगबीर सिंह ने यह जानकारी दी। उन्हाेंने कहा, ‘शिक्षा विभाग से प्राप्त पत्र के अनुसार, आरटीई के नियमों में संशोधन कर बोर्ड की ओर से 8वीं की भी परीक्षाएं ली जाएंगी।’
गौरतलब है कि 10वीं का परिणाम अपेक्षाकृत काफी कम बना हुआ है। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सरकार 8वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू कर रही है। बोर्ड के वाइस चेयरमैन वेदप्रकाश यादव ने कहा, ‘प्राथमिक शिक्षा विभाग ने 2020 में ही पत्र भेज 8वीं की परीक्षा कराने के निर्देश दे दिए थे।
*2009-10 में ली गई थी अंतिम बार बोर्ड परीक्षा*
हरियाणा बोर्ड की अभी 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा होती है। राइट टू एजुकेशन एक्ट लागू होने के बाद 11 साल पहले 8वीं कक्षा का बोर्ड हटा दिया गया था। 2009-10 में आखिरी बार 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं हुई थीं। 8वीं कक्षा तक कोई बच्चा फेल नहीं करने की नीति से विद्यार्थियों की पढ़ाई का स्तर कम हो गया।

Monday, September 6, 2021

September 06, 2021

सीआरएसयू गेट पर छात्रों ने जड़ा ताला

सीआरएसयू गेट पर छात्रों ने जड़ा ताला
-ऑनलाइन परीक्षाओं में शीशा लगाने का कर रहे विरोध
-परीक्षाओं में गलत ढंग से यूएमसी बनाने का भी है आरोप
जींद ÷ ( ब्यूरो , संजय कुमार ) चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय द्वारा आनलाइन परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए परीक्षार्थी के पीछे मिरर लगाने के फैसले और यूएमसी (अनफेयर मीन्स केस) के मामले में छात्र संगठन एबीवीपी, इनसो, एसएफआइ, एवीएस, यूएनएसआइ ने सोमवार को गेट पर ताला जड़ कर प्रदर्शन किया। छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आनलाइन परीक्षाओं में गलत तरीके से यूएमसी बनाने के आरोप लगाए। छात्र संगठनों के प्रदर्शन के चलते डीएसपी पुष्पा खत्री और सदर थाना प्रभारी मनीष कुमार पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। गौरतलब है कि इस साल करीब 2300 विद्यार्थियों की यूएमसी बन चुकी हैं। अानलाइन परीक्षाओं में हो रही नकल को रोकने के लिए विश्वविद्यालय ने परीक्षार्थियों को अपने पीछे चार बाय तीन फीट का शीशा लगाने के निर्देश दिए हैं। जिसका छात्र संगठन विरोध कर रहे हैं। हालांकि प्रदर्शन के दौरान छात्र संगठनों में मतभेद दिखे। शीशे वाले विषय पर विद्यार्थियों में आपस में विवाद हो गया। कुछ विद्यार्थी शीशे की मांग का विरोध करते हुए धरने पर बैठे और कुछ ने शीशे की मांग के विरोध में विश्वविद्यालय के दोनों गेट बंद कर दिए। छात्र संगठनों ने एबीवीपी पर प्रदर्शन का विरोध करने और छात्रों को गेट पर ही रोक के रखने तथा धक्का-मुक्की करने के आरोप लगाए। जब विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कोई भी बाहर नहीं आया, तब शिव छात्र मोर्चा ने विरोध करते हुए अंदर जाने का प्रयास किया, तो पुलिस ने उनको बाहर निकाला। 
*-प्रैक्टिकल लेने आए प्रोफेसर गेट पर फंसे-*

गेट पर ताला लगा होने की वजह से विश्वविद्यालय में आने-जाने वालों को परेशानी हुई। दूसे विश्वविद्यालयों से प्रैक्टिकल लेने आए हुए प्रोफेसर की गाड़ियां विश्वविद्यालय के साथ चौकी में खड़ी करवाई गई और उन्हें पैदल ही विश्वविद्यालय के अंदर लाया गया। जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संगठनों से उनकी मांगों के बारे में जानकारी मांगी। छात्र संगठनों की मुख्य मांग विद्यार्थियों की यूएमसी हटाने, उत्तर पुस्तिका की लिखाई की जांच ना करने और शीशे के साइज को कम करने की थी। एबीवीपी, इनसो, एसएफआइ, एवीएस, यूएनएसआइ मांग रखी कि बीएड की परीक्षा में पीछे शीशा लगाने की शर्त को हटा दिया जाए। रजिस्ट्रार डा. राजेश बंसल ने छात्र संगठनों से ज्ञापन लेते हुए उनकी मांगें सुनी। 
*-विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार ने बातचीत में दिए ये आश्वासन-*

--जिन विद्यार्थियों की एक मिनट से कम इंटरनेट नेटवर्क बाधित होने पर और अपलोडिंग के समय यूएमसी बनी है। विश्वविद्यालय प्रशासन यूएमसी कमेटी से अनुरोध करेगा कि विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनके पक्ष में निर्णय ले। 
--ज्यादा समय तक इंटरनेट बाधित रहने से जिन विद्यार्थियों की यूएमसी बनी, उनके बारे में विचार नहीं किया जाएगा। 
--अगर एक उत्तर पुस्तिका में लिखाई में स्वभाविक अंतर नहीं पाया गया, तो उस पर कोई यूएमसी नहीं बनाई जाएगी। उत्तर पुस्तिका में पूरी लिखाई या कुछ पेज विद्यार्थी की लिखाई से मेल नहीं खाते हैं, तो उसकी यूएमसी बनाई जाएगी। इसलिए जिन विद्यार्थियों ने उत्तर पुस्तिका खुद लिखी है, उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। 
*-चार बाय तीन के शीशे से रुकेगी नकल-*

शीशे वाले मुद्दे पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा की नकल माफिया द्वारा यूट्यूब पर जो वीडियो डाले गए थे, उसमें दो बाय तीन फीट के शीशे के साथ सफलतापूर्वक नकल करने के तरीके बताए गए हैं। जबकि चार बाय तीन फीट के शीशे के साथ नकल करने का कोई तरीका नकल माफिया खोज नहीं पाया है। इसलिए इस बात को मानना सीधे-सीधे नकल माफिया के साथ खड़ा होना है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य नकल रहित परीक्षा करवाना है। उत्तर पुस्तिका में कंप्यूटर और मोबाइल को विद्यार्थी के सिर से ऊपर तथा दाएं बाएं को कैमरे में दिखाता हो, वो शीशा मान्य होगा। 
-डिप्टी सीएम से मिलेंगे छात्र-

इनसो के जिला चेयरमैन दीपक देशवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन फर्जी यूएमसी बनाकर विद्यार्थियों के भविष्य को खराब करने की कोशिश कर रहा है। सीआरएसयू सबसे छोटा विश्वविद्यालय है और यूएमसी सबसे ज्यादा बनी हैं। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मिलकर विद्यार्थियों को दी जा रही मानसिक प्रताड़ना से अवगत करवाया जाएगा और उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि शीशे का साइज छोटा किया जाए या बड़ा शीशा विश्वविद्यालय खुद उपलब्ध करवाए। बेवजह विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ ना डाला जाए।

Tuesday, June 29, 2021

June 29, 2021

शिक्षा मंत्री ने कहा अभी नहीं खुलेंगे स्कूल, 15 जुलाई तक बढ़ाई छुट्टियां

*शिक्षा मंत्री ने कहा अभी नहीं खुलेंगे स्कूल, 15 जुलाई तक बढ़ाई छुट्टियां*

चंडीगढ़ : हरियाणा में स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा मंत्री ने बयान दिया है कि 1 जुलाई से स्कूल नही खुलेंगे । हरियाणा में स्कूलों की छुट्टियों को आगे बढ़ा दिया गया है।  उन्होंने बताया कि स्कूलों की छुट्टियां 15 जुलाई तक आगे बढ़ा दी है।
उन्होंने कहा कि कोविड के मामले काफी कम हुए है स्थिति नियंत्रण में लेकिन अभी अभिभावकों और बच्चों में डर है। स्कूल खोलने का माहौल अभी बन नही पाया है इसलिए 15 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे।
SLC के मुद्दे पर भी शिक्षा मंत्री  ने कहा की  राईट टू एजुकेशन के तहत सरकारी स्कूलों में बच्चों को दाखिले से इंकार नही किया जा सकता है। निजी स्कूलों की बात सही है साथ ही हाईकोर्ट में एसएलसी का पंजाब का केस लगा हुआ है उसका फैसला आने के बाद हरियाणा शिक्षा विभाग उस पर विचार करेगा।

Wednesday, June 23, 2021

June 23, 2021

कालेजों और यूनिवर्सिटी में सौ फीसद स्टाफ आने के आदेश

कालेजों और यूनिवर्सिटी में सौ फीसद स्टाफ आने के आदेश
चंडीगढ़ : हरियाणा के सभी महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों में तुरंत प्रभाव से शत-प्रतिशत शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक को उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि विद्यार्थियों के लिए आगामी आदेशों तक उक्त संस्थान बंद रहेंगे। यह जानकारी देते हुए उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इस बारे में विभाग के प्रधान सचिव द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों तथा महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं।
June 23, 2021

95% से अधिक परिणाम अपलोड करने पर रोहतक के 48 स्कूलों का रिजल्ट निल

95% से अधिक परिणाम अपलोड करने पर रोहतक के 48 स्कूलों का रिजल्ट निल

रोहतक : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने रोहतक जिले में 98 में से करीब 48 स्कूलों (49 फीसदी) का 10वीं कक्षा का परिणाम निल कर दिया है। इन स्कूलों की ओर से विद्यार्थियों के 95 फीसदी अंक अपलोड किए गए थे। अब इन स्कूलों को 31 जून तक दोबारा फाइनल रिजल्ट अपलोड करने का समय बोर्ड की तरफ से दिया गया है।
सीबीएसई ने ईयर-एंड परीक्षा रद्द कर दी थी, इसलिए स्कूलों को यूनिट टेस्ट, मिड टर्म परीक्षा और प्री-बोर्ड के आधार पर 80 प्रतिशत अंकों का मूल्यांकन किया जाना तय हुआ था। बोर्ड की ओर से 30 जून को घोषित किया जाना था, उसे जुलाई में शुरुआती सप्ताह में परिणाम घोषित किए जाने की संभावना है।

Sunday, September 20, 2020

September 20, 2020

शिक्षा विभाग का नया सर्वे:कल से 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी डाउट्स क्लियर करने आ सकेंगे स्कूल, सरकारी स्कूल खाेलने के पक्ष में 1.14 लाख अभिभावक, 22 हजार नहीं

शिक्षा विभाग का नया सर्वे:कल से 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी डाउट्स क्लियर करने आ सकेंगे स्कूल, सरकारी स्कूल खाेलने के पक्ष में 1.14 लाख अभिभावक, 22 हजार नहीं

ये है  जिला वाइज सर्वे की रिपोर्ट;-


चंडीगढ़ : कोरोना के कारण पिछले 6 माह से बंद राजकीय व प्राइवेट स्कूलों को खोलने के लिए शिक्षा विभाग ने सर्वे कराया है। इसमें 1.46 लाख अभिभावकों से संपर्क किया गया। इनमें से 1.36 लाख ने अपना रिस्पांस दिया है। इसमें से 1.14 लाख अभिभावक स्कूल खोलने के पक्ष में हैं। बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं, जबकि 22 हजार अभिभावक स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं।
वे अपने बच्चों को कोरोना जैसी महामारी को ध्यान में रखते हुए स्कूल नहीं भेजना चाहते। अबकी बार शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों के अभिभावकों को भी सर्वे में शामिल किया है। इसमें 9751 अभिभावकों से बात की गई, इनमें से 7060 अपने बच्चों को स्कूल भेजने के इच्छुक हैं, जबकि 2591 ने मना कर दिया है। वहीं, कल से 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चे डाउट्स क्लियर करने आ सकेंगे।

*ये है जिला वाइज सर्वे की रिपोर्ट*

प्राइवेट स्कूलों में भी अभिभावकों ने दी राय
शिक्षा विभाग के अनुसार सर्वे में निजी स्कूलों में पढ़ने वाले अभिभावकों ने भी अपनी राय दी है। इसमें 7060 अभिभावकों ने कहा है कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजने को राजी हैं, जिनका प्रतिशत 73 है, जबकि 2591 अभिभावक स्कूल में बच्चे भेजने को राजी नहीं हैं। यानी 27 फीसदी बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते। करनाल में सबसे अधिक 2738, चरखी दादरी में 1768, झज्जर में 1071 अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने को राजी हो गए हैं।

*अभिभावकों की मर्जी जरूरी*

स्कूल 21 सितंबर से नौवीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को अभिभावकों की स्वीकृति के बाद स्वेच्छा से आने की इजाजत प्रदान कर दी है। सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देश 21 सितंबर से सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में लागू होंगे। शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलाें में आदेश जारी कर दिए हैं।
कक्षाएं लगाने पर निर्णय नहीं
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल सरकार ने कक्षाएं लगाने का निर्णय नहीं लिया है। केवल डाउट्स क्लियर करने के लिए अनुमति दी है। संभावना है कि अक्टूबर में बोर्ड की कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। शिक्षा विभाग द्वारा बनाई वीडियो सभी स्टूडेंट्स को मुहैया कराई जाएगी।