Breaking

Sunday, May 22, 2022

May 22, 2022

चौटाला के बाद अजय-अभय की बढ़ी मुश्किलें, दोनों पर भी आय से अधिक संपत्ति के केस, अभय चौटाला के लिए यह फैसला खतरे की बड़ी घंटी

चौटाला के बाद अजय-अभय की बढ़ी मुश्किलें, दोनों पर भी आय से अधिक संपत्ति के केस

सजा होने पर अजय को नहीं जाना पड़ेगा जेल ,अभय चौटाला के लिए यह फैसला खतरे की बड़ी घंटी

नई दिल्ली :  आय से अधिक संपत्ति मामले में हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला को दोषी ठहराए जाने के बाद उनके दोनों बेटों अजय चौटाला और अभय चौटाला की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही हैं। 
दरअसल चौटाला के अलावा इन दोनों पर भी आय से अधिक संपत्ति के केस दर्ज हैं। तीनों पिता-पुत्रों पर CBI ने यह केस उस समय दर्ज किए थे जब केंद्र के अलावा हरियाणा में भी कांग्रेस की सरकार थी। इन्हीं में से एक मामले में ओपी चौटाला को शनिवार को दिल्ली की राउज एवेन्यु कोर्ट ने दोषी करार दे दिया।
 इस मामले में अजय चौटाला को राहत मिल सकती है क्योंकि वह इस मामले की f.i.r. में भी जेबीटी भर्ती मामले के साथ सजा पूरी कर चुके हैं। इसलिए सजा होने के बावजूद उन्हें जेल नहीं जाना पड़ेगा।
 अभय चौटाला के लिए जरूर यह फैसला बड़ी मुश्किल का सबब बन सकता है क्योंकि अगर उन्हें सजा हुई तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा।
*2019 में सील हुआ तेजाखेडा फार्म हाउस का एक हिस्सा*

पूर्व CM ओपी चौटाला के सिरसा जिले में पड़ते तेजाखेड़ा फार्म हाउस के एक हिस्से को केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने 4 दिसंबर 2019 को सील कर दिया था। सुबह 7 बजे कार्रवाई करने पहुंचे ED अधिकारियों के साथ उस समय सीआरपीएफ के जवान भी थे। उसके बाद ED ने पूर्व सीएम की पत्नी स्नेहलता और पुत्रवधू कांता चौटाला की संपत्ति का ब्यौरा भी जुटाया। चौटाला परिवार ने तब पूरी कारवाई को राजनीति से प्रेरित बताया था।
*इनेलो के लिए बड़ा झटका*

जेबीटी घोटाले में ओपी चौटाला 23 जून 2021 को ही 10 साल की सजा पूरी करके जेल से बाहर लौटे हैं। हालांकि उन्हें इस सजा में दिव्यांगता के कारण छूट भी मिली। दुष्यंत चौटाला के अलग पार्टी बना लेने के बाद ओपी चौटाला के जेल से लौटने के बाद उम्मीद जगी थी कि इनेलो आने वाले दिनों में दोबारा खड़ी हो सकती है लेकिन अब आय से अधिक संपत्ति से जुड़े केस में उनके दोषी करार दिए जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
*अधिकतम 7 साल की जेल*

आय से अधिक संपत्ति के मामले में अधिकतम सात साल और न्यूनतम तीन साल की सजा का प्रावधान है। 3 साल की सजा होने पर आरोपी को उसी दिन बेल मिल जाती है। यदि सजा 3 साल से एक भी दिन ज्यादा हो तो जमानत का प्रावधान नहीं है।
May 22, 2022

3 साल से सौतेला बाप कर रहा दुष्कर्म:मां ने भी दिया साथ, कहती- पिता की बात माननी पड़ेगी, वरना तुम्हे साथ नहीं रखेंगे

3 साल से सौतेला बाप कर रहा दुष्कर्म:मां ने भी दिया साथ, कहती- पिता की बात माननी पड़ेगी, वरना तुम्हे साथ नहीं रखेंगे

हिसार : मां-बाप के बीच हुए झगड़े के बाद मां के साथ मुंह बोले पिता के पास रहने आई एक नाबालिग लड़की को सौतेले पिता ने अपनी हवस मिटाने का साधन बना लिया। कक्षा-9 में पढ़ रही 16 साल की इस लड़की सीमा (काल्पनिक नाम) के साथ वह 3 साल से दुष्कर्म कर रहा है। उसे यह कह कर मजबूर किया गया कि तू किसी और की औलाद है, उसकी बात नहीं मानी तो घर से निकाल देगा।
उसकी मां भी कहती है कि उसे पिता के साथ संबंध बनाने पड़ेंगे। ऐसा नहीं करेगी तो उसे साथ नहीं रखेंगे। लड़की ने एक बार पिता के खिलाफ थाने में शिकायत दी, लेकिन मां ने दबाव डालकर वापस करा दी। पुलिस ने अब उसके माता-पिता के खिलाफ दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट और अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया है। बाल संरक्षण समिति ने नाबालिग छात्रा की काउंसिलिंग की है।
*मां-बाप की लड़ाई की सजा बेटी को*

सीमा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह मूल रूप से कैथल के एक गांव की रहने वाली है। उसके माता-पिता में मनमुटाव होने के बाद वह उसकी मां के साथ हिसार के गांव में मुंह बोले पिता जयपाल के पास आ गई। वे तीन भाई-बहन हैं। भाई बड़ा है, जो कि उसके पिता के साथ रहता है और उसकी एक छोटी बहन मां के पास है। सीमा गांव के राजकीय स्कूल में 9वीं में पढ़ती है। वे SC परिवार से हैं, जबकि उनका पिता ऊंची जाति से है।
*3 साल से गलत काम*

छात्रा ने बताया कि उसका पिता जयपाल तीन साल से उस पर तीन साल से बुरी नजर रखे है। बुरी नियत से उसके साथ गलत काम किया है। उसकी माता भी इसमें पिता का साथ देती है। वो कहती है कि- तूने इस बारे में किसी को कुछ नही बताना है। एक बाद उसने पिता के खिलाफ छेड़खानी करने और जान से मारने की धमकी देने बारे थाना बरवाला में शिकायत दी थी। उसकी मां ने दबाव देकर उसे कैंसिल करा दिया।

*मां बोली- पिता की बात माननी पड़ेगी*

सीमा ने FIR में कहा है कि उसका पिता ऊंची जाति से है और उसके दूसरी जाति का होने का फायदा उठाकर उससे गलत काम करते हैं। उसे यह कर सबंध बनाने को मजबूर किया जाता है कि अगर उसके साथ गलत काम नहीं करेगी तो उसे घर से बाहर निकाल देंगे। तू किसी और की औलाद है। मैं अपने घर में नहीं रखूंगा। छात्रा का कहना है कि उसकी मां भी कहती है कि तुझे पिता के साथ संबंध बनाने पड़ेंगे, अगर ऐसा नही करेगी तो उसे अपने साथ नहीं रखेंगे।
*तंग आकर छात्रा ने बुलाई पुलिस*

उसने बताया कि पिता जयपाल उसकी मजबूरी का फायदा उठाकर बार उसके साथ गलत काम करते हैं। उसके पिता ने आखिरी बार दिसंबर-2021 में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया था। अब 18 मई को उसकी माता किसी काम से अपनी रिश्तेदारी रामपुरा पंजाब में गई थी। उसके पिता ने उससे कहा कि आज तेरी मां घर पर नहीं है। उसके साथ संबंध बना ले। अब उसके पिता ने उस पर दबाव डाला तो उसने डायल-112 पर काल कर पुलिस बुला ली।
*मां-बाप पर इन धाराओं में दर्ज हुआ केस*

सीमा ने बताया कि उसके पिता को पुलिस ले गई और वह अपने चाचा-चाची के पास बरवाला में आ गई। उसकी दादी भी उसके पास है। थाना बरवाला पुलिस ने छात्रा के बयान पर उसके पिता जयपाल और मां के खिलाफ धारा 354, 376 (3), 120 बी IPC और 6,8 पोक्सो एक्ट तथा 3 SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया है।
May 22, 2022

चौटाला को नहीं थी सजा की उम्मीद, राजनीति से प्रेरित मामला करार दिया था

चौटाला को नहीं थी सजा की उम्मीद राजनीति से प्रेरित मामला करार दिया था

नई दिल्ली :  आय से अधिक संपत्ति मामले में इनेलो सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला दोषी करार दे दिए गए। ओम प्रकाश चौटाला को इस मामले में सजा की उम्मीद नहीं थी और उन्होंने इस पूरे प्रकरण को राजनीति से प्रेरित करार दिया था।

बता दें कि सीबीआई ने 26 मार्च, 2010 को पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के खिलाफ कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल की थी। इसमें बताया गया था कि चौटाला ने 1993 से 2006 के बीच कथित रूप से उनकी वैध आय से काफी अधिक 6.09 करोड़ रुपए की संपत्ति जुटाई है। यह उनकी आय से कहीं ज्यादा है। हालांकि चौटाला परिवार इन आरोपों को हमेशा से ही राजनीति से प्रेरित बताता रहा है।
*3.68 करोड़ की संपत्ति हुई थी जब्त*

जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की 3 करोड़ 68 लाख की संपत्तियों को जब्त कर लिया था। इन संपत्तियों में ओमप्रकाश चौटाला के फ्लैट, प्लॉट और जमीन शामिल थे। जब्‍त की गईं संपत्तियां नई दिल्ली, पंचकूला और सिरसा में हैं। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज FIR को लेकर हुई थी।

*तिहाड़ में काट चुके हैं सजा*

बता दें कि पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला को जनवरी, 2013 में जेबीटी घोटाले में दोषी करार दिया गया था। इनेलो सुप्रीमो को प्रीवेंशन ऑफ करप्शन में सात साल और षड्यंत्र में दोषी पाए जाने पर 10 साल की सज़ा हुई थी। पिछले साल ही वे दिल्ली की तिहाड़ कोर्ट से सजा पूरी कर बाहर आए थे।
May 22, 2022

हरियाणा से जापान के लिए उड़ान भरेगा किसान का बेटा, मिला 70 लाख का पैकेज

हरियाणा से जापान के लिए उड़ान भरेगा किसान का बेटा, मिला 70 लाख का पैकेज

सिरसा : कहते हैं कि यदि मेहनत सच्ची हो तो सफलता मिलने से भी कोई नहीं रोक सकता। आज भी ऐसे कुछ लोग हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत के दम पर न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि पूरे देश का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है। ऐसी ही एक खबर खूब चर्चाओं में है जिसमें एक किसान के बेटे ने भी परिवार के साथ साथ देश का नाम रोशन कर कर दिया है। इनका मनोज नेहरा है जो हरियाणा के सिरसा के छोटे से गाँव के रहने वाले हैं।
हाल ही में मनोज को जापान की बड़ी कंपनी से लाखों के पैकेज की नौकरी मिली है। ये सब मनोज की मेहनत का ही नतीजा है। इसके लिए मनोज ने भी काफी मेहनत की है। मनोज की इस सफलता से आज सिर्फ उनका परिवार ही नहीं बल्कि उनका पूरा गाँव खुश नज़र आ रहा है। वहीं मनोज भी इस सफलता से काफी खुश हैं।
*जापान से मिला 70 लाख का पैकेज*

हम जानते हैं कि किसी भी चीज़ के लिए शिद्दत से मेहनत की जाए तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। आमतौर पर कुछ लोग गरीबी का या मध्यमवर्गीय परिवार से होने का हवाला देते हुए जिंदगी में कुछ करना छोड़ देते हैं लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे हालातों में भी सफलता को हासिल करने का जज़्बा रखते हैं। ऐसी ही कहानी है हरियाणा के सिरसा के छोटे से गाँव नुहियांवाली के रहने नेहरा की। हाल ही में मनोज ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिससे वे लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
मनोज एक किसान के बेटे हैं लेकिन आज अपनी मेहनत के दम पर सफलता को हासिल कर चुके हैं। हाल ही में मनोज को जापान की कंपनी एक्सेंचर से 70 लाख रूपये का सालाना पैकेज मिला है। एक किसान के बेटे के लिए ये वाकई काफी बड़ी बात है। ये सब मनोज ने अपनी मेहनत के दम पर ही हासिल किया है। आज पूरा गाँव मनोज की सफलता की खुशी मना रहा है। हर कोई उनकी कड़ी मेहनत की तारीफ भी कर रहा है।
*पढ़ाई में हमेशा से ही होशियार थे मनोज*

आज मनोज की कामयाबी पर उनके पिता भी काफी खुश नज़र आ रहे हैं। मनोज के पिता ने बताया कि मनोज हमेशा से ही पढ़ाई लिखाई में काफी अच्छे थे। मनोज ने शुरुआती पढ़ाई अपने ज़िले से ही पूरी की और 12वीं की पढ़ाई के लिए राजस्थान के सीकर चले गए। वहीं 12वीं के बाद मनोज ने आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी की और उन्हें आईआईटी खड़गपुर mएन दाखिला मिल गया। यहाँ से मनोज ने बीटेक की पढ़ाई की है और वे अब एमटेक फाइनल ईयर में हैं। पढ़ाई के दौरान ही इस कंपनी के लिए मनोज का इंटरव्यू हुआ था और उन्हें नौकरी मिल गई।
May 22, 2022

डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, जींद की आया का बेटा दुर्गेश कस्टम इंस्पेक्टर बना

डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, जींद की आया का बेटा दुर्गेश कस्टम इंस्पेक्टर बना

जींद : दुर्गेश ने डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल,जींद से एल.के.जी. से लेकर 12वीं तक पढ़ाई की है उसके पश्चात इंजीनियरिंग की तथा उसे पहले इनकम टैक्सेशन विभाग में तथा उसके पश्चात कस्टम विभाग में इंस्पेक्टर की नियुक्ति मिली है। अपनी नियुक्ति से पहले दुर्गेश अपने संपूर्ण गणवेश में डी.ए.वी स्कूल पहुंचा तथा सभी अध्यापकों का मिठाई खिलाकर अभिवादन किया। जहां स्कूल के प्राचार्य डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने स्कूल की प्रार्थना सभा में इंस्पेक्टर दुर्गेश का अभिनंदन किया तथा डी.ए.वी. के सभी बच्चों को उससे प्रेरणा लेने का ज्ञान दिया। दुर्गेश के माता-पिता  राजबीर सिंह तथा श्रीमति बीरमती दोनों ही डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल में कर्मचारी हैं , दोनों ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। पिंडारा गांव के रहने वाले  दुर्गेश जब अपने पूर्ण गणवेश में स्कूल पहुंचा तो सभी छात्रों ने तालियां बजाकर उसका स्वागत किया । डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने उसके छात्र जीवन के संस्मरण को बच्चों के सामने रखा। उसे एक समृति चिन्ह व गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया तथा नेकी के रास्ते पर चलने की सलाह दी। इस मौके पर स्कूल के सभी अध्यापकों जिन्होंने उसे पढ़ाया जसवीर सिंह, विजय पाल, श्रीमती मंजू परुथी, श्रीमती रश्मि विद्यार्थी, प्राचार्या  सफीदों ने भी उसे अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
May 22, 2022

मैनेजर को हनीट्रैप में फंसा 1.50 लाख मांगे:हिसार पुलिस ने भिवानी के युवक को दबोचा; 3 लड़कियों समेत 5 फरार

मैनेजर को हनीट्रैप में फंसा 1.50 लाख मांगे:हिसार पुलिस ने भिवानी के युवक को दबोचा; 3 लड़कियों समेत 5 फरार

हिसार : हरियाणा के हिसार में एक प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी के मैनेजर को हनीट्रैप में फंसा लिया। इसके बाद उसकी वीडियो तैयार कर दुष्कर्म और छेड़छाड़ के केस में फंसाने का डर दिखा कर डेढ़ लाख मांगे। मैनेजर ने अपने दोस्त को फोन कर सारी बात बताई और 1.50 लाख रुपए लेकर जिंदल पुल के पास आने के लिए बोला।


सूचना के बाद पुलिस मैनेजर को साथ लेकर रुपए लेने आए दो युवकों में से भिवानी निवासी एक युवक को काबू कर लिया, जबकि दूसरा फरार हो गया। अर्बन एस्टेट पुलिस ने मामले में 3 युवक और 3 युवतियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
*ऐसे बुना हनीट्रैप में फंसाने का जाल*

जानकारी के अनुसार टोहाना निवासी विकास गर्ग एक प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी के बरवाला ऑफिस में मैनेजर के तौर पर कार्यरत है। उसे कंपनी के काम के लिए रतिया, टोहाना, फतेहाबाद, हिसार आदि स्थानों पर आना जाना पड़ता है। करीब एक महीना पहले उसकी मुलाकात रतिया निवासी गुरमीत व युवती पूजा के साथ हुई थी। विकास गर्ग का कहना है कि पूजा ने उसके साथ नजदीकी बढ़ानी शुरू कर दी तो, उसने उसे मना कर दिया। आरोप है कि इसके बाद गुरमीत ने उसे लड़कियों के फोटो भेजने शुरू कर दिए। साथ ही गुरमीत उस पर लड़कियों से मिलने के लिए दबाव डालने लगा।
*मैनेजर को ले गए हिसार*

मैनेजर विकास गर्ग ने पुलिस को बताया कि गुरमीत व पूजा उसे शुक्रवार को बरवाला में सुरेवाला चौक पर मिले। उसे कहा गया कि हिसार चलते हैं। गुरमीत का कहना था कि वहां उसका दोस्त प्रदीप रहता है। वहां बैठ कर बातचीत करेंगे। मैनेजर इसके बाद पूजा व गुरमीत के साथ अपनी मोटरसाइकिल लेकर हिसार की श्याम विहार कॉलोनी में आ गया। प्रदीप वहां किराए के मकान में रहता था। वह उसके कमरे पर गया तो वहां सोनिया और आशा नाम की दो और लड़कियां मिली।
*ये हुआ मैनेजर के साथ खेल*

विकास गर्ग का कहना है कि गुरमीत ने कमरे पर जाने के बाद वहां मौजूद एक युवती सोनिया को कहा कि मैनेजर को दूसरे कमरे में ले जाकर बात करे। सोनिया उसे दूसरे कमरे में ले गई। आरोप है कि सोनिया ने वहां मैनेजर के कपड़े उतारने शुरू कर दिए। इसके बाद उसे कहा गया कि डेढ़ लाख रुपए दे दे, नहीं तो वह उसे दुष्कर्म और छेड़छाड़ के केस में फंसा देगी।

विकास गर्ग ने कहा कि उसके पास इतने पैसे नहीं तो आरोप है कि सोनिया ने शोर मचा दबया। इसके बाद दूसरे कमरे में मौजूद गुरमीत, पूजा, आशा, प्रदीप व उसका भाई विकास वहां आ गए। उन्होंने आते ही उसके साथ मारपीट शुरु कर दी। प्रदीप व विकास ने अपने-अपने फोन से VIDEO बनानी शुरु कर दी। उसे धमकाया गया कि 1.50 लाख रुपए दे दे नहीं तो पुलिस को बुलाते हैं।
*10 हजार व आधार कार्ड लिया*

विकास गर्ग को तब समझ में आया कि वह हनीट्रैप में फंस चुका है। सोनिया उसे लगातार दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे की डिमांड कर रही थी। इस बीच गुरमीत, पूजा और आशा ने कहा कि उससे कहा कि पुलिस को मत बुलाओ, यहीं बैठकर सेटलमेंट कर लेते हैं। इसके बाद विकास पर दबाव डाला गया कि वह किसी अन्य से 1.50 लाख रुपए मंगवा ले। इस बीच उसके पास मौजूद 10 हजार रुपए और उसका आधार कार्ड भी उन्होंने ले लिया।

*पुलिस लेकर पहुंचा दोस्त*

हनीट्रैप में फंसे विकास गर्ग ने हिसार के सेक्टर-14 निवासी अपने दोस्त गौरव वर्मा को फोन कर पूरी बात बताई और उसे 1.50 लाख रुपए लेकर जल्दी से जिंदल पुल के पास पहुंचने को कहा गया। गौरव को सारी बात समझ में आ गई और उसने थाना अर्बन एस्टेट पुलिस को पूरे मामले की जानकारी देकर मदद करने की अपील की। इसके बाद हनीट्रैप में फंसाने वाले गिरोह को पकड़ने की योजना तैयार कर पुलिस की एक टीम ASI कृष्ण कुमार के नेतृत्व में तैयार कर जिंदल पुल के पास भेजी गई।
*भिवानी के युवक को दबोचा*

पुलिस टीम इसके बाद गौरव वर्मा को लेकर जिंदल पुल के पास पहुंची तो वहां विकास गर्ग के साथ दो और युवक खड़े थे। पुलिस ने उनको पकड़ने के लिए जान बिछाया। इस बीच पुलिस टीम ने एक युवक को पकड़ लिया जबकि दूसरा युवक बाइक लेकर मौके से फरार हो गया। पकड़े गए युवक की पहचान भिवानी के गांव रतेड़ा निवासी प्रदीप के तौर पर हुई। पुलिस उससे पूछताछ कर उसके दो साथियों और 3 लड़कियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस उसे लेकर श्याम विहार के कमरे पर भी गई, लेकिन दोनों युवक व तीनों लड़कियां वहां नहीं मिले।

*3 लड़कियां नहीं लगी पुलिस के हाथ*

थाना अर्बन एस्टेट के जांच अधिकारी ASI कृष्ण कुमार ने बताया कि पुलिस ने मैनेजर विकास गर्ग की शिकायत पर गुरमीत, पूजा, प्रदीप, विकास, सोनिया और आशा के खिलाफ IPC की धारा 147, 149, 387, 342, 379B के तहत केस दर्ज कर लिया है। प्रदीप को गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। पांचों अन्य आरोपी अभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।

Saturday, May 21, 2022

May 21, 2022

सच्चा सौदा सिरसा में होने वाली शादियों को चुनौती:बठिंडा के एक युवक ने सिविल कोर्ट में दायर की याचिका; डेरे को समन जारी

सच्चा सौदा सिरसा में होने वाली शादियों को चुनौती:बठिंडा के एक युवक ने सिविल कोर्ट में दायर की याचिका; डेरे को समन जारी

चंडीगढ़ : डेरा सच्चा सौदा सिरसा में हो रही शादियां अब एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। इसको लेकर बठिंडा के एक युवक ने सिविल कोर्ट में याचिका दायर की। जिस पर कोर्ट ने डेरा सिरसा को 2 अगस्त के लिए समन जारी किया है।
अधिवक्ता रंजीत सिंह बराड़ व अधिवक्ता रणधीर सिंह सिद्धू ने बताया कि उनके क्लाइंट युवक पर एक युवती ने दूसरी शादी करवाने का केस दर्ज करवाया था। युवक की पहली शादी डेरा सच्चा सौदा में दिल जोड़ माला डालकर हुई थी, जो कि मान्य नहीं थी। इसके बावजूद पुलिस ने युवक पर केस दर्ज कर दिया।

इस मामले में डेरा सिरसा के प्रबंधन से पूछा गया है कि क्या आनंद कारज डेरा के अंदर संचालित होता है या कोई अन्य धार्मिक ग्रंथ या विवाह हिंदू मैरिज एक्ट के तहत हो रहा है। वकील ने कहा कि इस मामले में विवाह रजिस्ट्रार सह उपायुक्त बठिंडा से भी पक्ष के तौर पर पूछा गया था कि क्या वह हिंदू मैरिज एक्ट के तहत दिल जोड़ माला की रस्म को मान्यता देते हैं। इस मामले के सामने आने के बाद अब डेरा सिरसा में हो रही शादियों पर सवालिया निशान लग गया है। अब यह फैसला कोर्ट में होगा कि दिल जोड़ माला से शादी वैध है या नहीं।
*डेरा प्रमुख के स्क्रीन के आगे हो रही हैं शादियां*

डेरा सच्चा सौदा में दिल जोड़ माला की परपंरा डेरा प्रमुख राम रहीम के समय से है। जब डेरा प्रमुख डेरे में होता था तो सत्संग वाले दिन उसके सामने वधू और वर एक दूसरे को माला पहनाकर विवाह बंधन में बंधते थे। नाम चर्चा के समय भी यह शादी होती थी, लेकिन डेरा प्रमुख के साध्वी यौन शोषण और छत्रपति हत्याकांड में जेल जाने के बाद अब डेरा प्रेमी स्क्रीन पर डेरा प्रमुख की फोटो के समक्ष दिल जोड़ प्रथा के तहत शादी कर रहे हैं।

Friday, May 20, 2022

May 20, 2022

रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ 16 साल पुराने मामले में विजिलेंस जांच शुरू

रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ 16 साल पुराने मामले में विजिलेंस जांच शुरू

चंडीगढ़ : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने करीब 16 साल पुराने एक मामले में जांच शुरू कर दी है। यह मामला तब का है जब रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा की हुड्डा सरकार में बिजली मंत्री थे। सुरजेवाला का इस केस में सीधे तौर पर कोई संबंध नहीं है लेकिन उन्हें इसलिए जांच में शामिल किया गया है कि वह तत्कालीन मंत्री थे। यह मामला गृह मंत्री अनिल विज के दरबार में भी पहुंचा था।
आरोप है कि रणदीप सुरजेवाला के कार्यकाल में संधू मैनपावर सप्लाई एजेंसी ने भिवानी जिले में कर्मचारियों के ईपीएफ को लेकर घालमेल करने का काम किया। इस मामले में दिलचस्प बात यह है कि हाईकोर्ट में खुद शिकायतकर्ता ही अपनी अपील वापस ले चुका है। मौजूदा सरकार भी हाईकोर्ट में यह कह चुकी है कि इस मामले में रणदीप सुरजेवाला की कोई भूमिका नहीं है। 17 मई को दोबारा यह जांच शुरू हो गई है। जिसे दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की विजिलेंस विंग को सौंपा गया है।
आरोपित एजेंसी इस मामले में काफी विवादास्पद है और उसके खिलाफ &2 अन्य मामलों में ईपीएफ गड़बड़ी के केस चल रहे हैं। इस मामले में 4.5 लाख के कोंटेक्ट में 20 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है, जो स्वीकार योग्य नहीं माना जा रहा है। किसान कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र सिंह भूरा ने कहा कि इस विजिलेंस जांच में पूर्व बिजली मंत्री की बजाय कांग्रेस के वर्तमान मीडिया प्रभारी के तौर पर रणदीप सुरजेवाला का नाम शामिल किए जाने से यह साफ नजर आ रहा है कि उन्हें सियासी कारणों के कारण इस मामले में जानबूझकर लपेटा जा रहा है।
May 20, 2022

यमुनानगर में SHO-ASI को मारी गोली:2 भाइयों के विवाद में पहुंचे थे थाना छप्पर प्रभारी; हल्के बल प्रयोग के बाद आरोपी काबू

यमुनानगर में SHO-ASI को मारी गोली:2 भाइयों के विवाद में पहुंचे थे थाना छप्पर प्रभारी; हल्के बल प्रयोग के बाद आरोपी काबू

यमुनानगर : हरियाणा में यमुनानगर जिले के कलांपुर गांव में गुरुवार शाम को 2 भाइयों के झगड़े में गोलियां चल गई। छप्पर थाने के एसएचओ पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे तो झगड़ा इतना बढ़ गया कि परमिंद्र नामक बड़े भाई ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। उसकी गोलियों की चपेट में छप्पर थाने के प्रभारी (SHO) जगदीश बिश्नोई और रामकुमार नामक ASI भी आ गया। टांगों में गोलियां लगने के बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। फायरिंग में एक गोली परमिंद्र के छोटे भाई राजेंद्र के सिर को भी छूकर निकल गई। हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस ने गोलियां चलाने वाले परमिंद्र को पकड़ लिया।

उधर एसएचओ को गोली मारे जाने की सूचना आते ही यमुनानगर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर भेजा गया। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद यमुनानगर के एसपी कमलदीप गोयल ने मौके का मुआयना किया और अस्पताल में दाखिल एसएचओ और सिपाही से मिलने पहुंचे।
*घटना की जानकारी देते यमुनानगर के एसपी कमलदीप गोयल।*

एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि यमुनानगर के कला्पुर गांव में परिंद्र और राजेंद्र नामक भाइयों में जमीन के विवाद को लेकर झगड़ा हो गया। इस झगड़े में बड़े भाई परमिंद्र ने अपने छोटे भाई राजेंद्र पर गोलियां चला दीं। एक गोली राजेंद्र के सिर और दूसरी गोली दोनों भाइयों की मां को छूकर निकल गई। झगड़े में गोलियां चलने की सूचना मिलते ही छप्पर थाने के प्रभारी (SHO) जगदीश बिश्नोई अपनी टीम के साथ कलांपुर गांव पहुंच गए।
एसपी के अनुसार, जब पुलिस वहां पहुंची तो हालात बेहद खराब हो चुके थे और कई लोगों की जान जा सकती थी। गोलियां चलाने वाले परमिंद्र ने पुलिस को धमकी दी कि अगर कोई उसके नजदीक आया तो वह गोली मार देगा। SHO जगदीश बिश्नोई दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास कर ही रहे थे कि आरोपी परमिंद्र ने अपने वैपन से हवाई फायर कर दिया। इस पर SHO जगदीश बिश्नोई ने परमिंद्र का हाथ पकड़ लिया। इसके बाद परमिंद्र ने पुलिस पर सीधी गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इस फायरिंग में SHO जगदीश बिश्नोई और ASI रामकुमार की टांगों में गोलियां लगी।
एसपी कमलदीप गोयल के अनुसार, मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने हल्का बल प्रयोग करते हुए आरोपी परमिंद्र को काबू कर लिया। पुलिस के बल प्रयोग में आरोपी परमिंद्र को भी चोटें आईं। पुलिस उसका इलाज करवा रही है। गोलियां लगने से घायल SHO जगदीश बिश्नोई, ASI रामकुमार और परमिंद्र को भी अस्पताल पहुंचाया गया। बाद में SHO और ASI का हाल जानने एसपी अस्पताल पहुंचे और उनसे वारदात का ब्यौरा लिया।
May 20, 2022

15 लाख की लूट के मामले में नया मोड़, शिकायत देने वाला व्यापारी ही सात लोगों सहित गिरफ्तार

15 लाख की लूट के मामले में नया मोड़, शिकायत देने वाला व्यापारी ही सात लोगों सहित गिरफ्तार

रोहतक : रोहतक शहर के छोटूराम चौक पर सर्राफा व्यापारी से 15 लाख रुपये लूटने और 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला फर्जी निकला। दोनों पक्षों के बीच केवल मारपीट हुई थी। लेकिन व्यापारी ने नशे में झगड़ा करने वाले युवकों को फंसाने के लिए झूठी अफवाह फैलाई थी। पुलिस ने व्यापारी पर झूठी सूचना देने, रास्ता जाम करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की धाराओं में केस दर्ज किया है। इसके अलावा मारपीट करने वाले चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है। मामले में व्यापारी समेत दोनों पक्षों के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। एएसपी कृष्ण कुमार लोहचब ने अपने कार्यालय में देर शाम मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ निवासी अनिल वर्मा ने देर रात 15 लाख रुपये की लूट और 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने की सूचना दी थी। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने पाया कि व्यापारी और उसके साथी नशे में थे। उसने लूट की शिकायत देने से भी इंकार कर दिया था। उन्होंने बताया सख्ती से पूछताछ करने पर अनिल वर्मा ने बताया कि वह गाड़ी लेकर जा रहा था तो उसी दौरान कुछ स्कूटी सवार बच्चे उसकी गाड़ी के सामने से निकल गए। उसने शराब के नशे में उनको रोककर धमकाना शुरू कर दिया। ऐसे में तीन चार गाड़ी सवार युवक भी बीच बचाव के लिए पहुंच गए। वह भी शराब पी रहे थे। उन्होंने अनिल से कहा कि इन युवकों को क्यों धमका रहे हो। इस दौरान युवकों का अनिल के साथ झगड़ा हो गया। इसके बाद इन युवकों ने गाड़ी में सवार होकर अनिल की गाड़ी में कई बार टक्कर मार दी। चारों युवकों को सबक सिखाने के लिए ही सर्राफा व्यापारी ने झूठी अफवाह फैलाई। गाड़ी में टक्कर मारने वाले लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है। यह है मामला सुनारों वाली गली में भविष्य ज्वेलर्स के मालिक अनिल वर्मा निवासी बहादुरगढ़ ने बताया था कि वह बुधवार की देर रात अपने मौसा से 15 लाख रुपये लेकर कार में बहादुरगढ़ की तरफ जा रहे थे। उन्हें प्लाट की रजिस्ट्री करवानी थी। वह छोटूराम चौक पर पहुंचे तो एक स्कोडा गाड़ी ने उनकी गाड़ी को तीन चार बार टक्कर मारी और हथियारों के बल पर 15 लाख रुपये लूट लिए। आरोप था कि पिस्तोल दिखाकर उनसे 10 दिन में 20 लाख रुपये की रंगदारी और देने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि वारदात के समय उनकी गाड़ी के पीछे एक गाड़ी खड़ी थी। जो रोहतक पुलिस की थी। उन्होंने इस गाड़ी में बैठे लोगों को घटना की जानकारी दी, लेकिन वे लोग भी कार्रवाई करने की बजाय गाड़ी लेकर चले गए। उन्होंने रोड पर धरना शुरू करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की थी। दोनों पक्षों के सात गिरफ्तार अनिल वर्मा के साथ मारपीट करने वाले दीपक निवासी डेयरी मोहल्ला, मंजीत निवासी इंद्रगढ़, मोहित निवासी इंद्रगढ़ और जगदीप निवासी शिव कालोनी के खिलाफ मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। चारों को गिरफ्त में ले लिया गया है। इसके अलावा अनिल वर्मा, उसके मौसा अनिल और साथी नरेंद्र को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच जारी है।
May 20, 2022

हेलमेट पहने होने के बावजूद भी कट सकता है हेलमेट का 2000 का चालान आखिर क्यों ?

अब हेलमेट पहने होने के बावजूद भी कटेगा 2000 का चालान

नई दिल्ली :  मोटरसाइकिल और स्कूटर चलाने वाले लोगों के लिए जरूरी खबर है। अब नए ट्रैफिक नियमों के मुताबिक आपका हेलमेट पहने होने के बाद भी 2000 रुपये तक का चालान कट सकता है। यह बात सुनकर हर कोई हैरान है कि ऐसा कैसे हो सकता है। बता दे की मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार मोटरसाइकिल स्कूटर चलाते हुए यदि आपके हेलमेट की प्रीत नहीं बनती है तो नियम 194D MVA के अनुसार आपका 1000 रुपये तक का चालान हो सकता है। साथ ही यदि आपने दोषपूर्ण हेलमेट (बिना बीआईएस वाला) पहना हुआ है तो 194D MVA के मुताबिक 1000 रुपये तक का चालान कट सकता है।
जानकारी के लिए बता दें कि ऐसे में हेलमेट पहने होने के बावजूद नए नियमों के मुताबिक आपको 2000 रुपये तक का चालान भुगतना पड़ सकता है। इस खबर का मूल उद्देश्य ट्रैफिक नियमों को लेकर जानकारी देना है। ताकि ना ही आपका आर्थिक नुकसान हो सके और सड़क हादसों पर भी रोक लग सके। गौरतलब है कि इस नियम के अलावा मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार वाहन में अब ओवरलोडिंग करने पर आपको 20000 रुपये तक का भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है। इतना ही नहीं इसके अलावा ऐसा करने पर प्रति टन 2000 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना भी देना होगा।
*ऐसे पता करें चालान कटा है या नहीं*

दरअसल ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता कि उनका चालान कटा है या नहीं। अपने वाहन का चालान स्टेटस चेक करने के लिए आप https://echallan.parivahan.gov.in/ पर जाकर चेक कर सकते हैं। इस लिंक को ओपन करने के बाद आपको चालान से जुड़ी जानकारी और कैप्चा भरना होगा। जिसके बाद आपके सामने डिटेल्स खुलकर आ जाएगी। इसमें चालान के साथ फ्री ऑनलाइन भुगतान करने का विकल्प भी दिख जाएगा इस पर क्लिक करने के बाद आप चालान से जुड़ी जानकारी भरे और भुगतान को कंफर्म करें। जिसके बाद आपका चालान भरा जाएगा।
May 20, 2022

सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी का लाइसेंस रद्द, 8 साल बाद हरियाणा सरकार की कार्रवाई

सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी का लाइसेंस रद्द, 8 साल बाद हरियाणा सरकार की कार्रवाई

चंडीगढ़ : आखिरकार एक वक्त में चर्चाओं में रही सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी का लाइसेंस हरियाणा सरकार के संबंधित विभाग टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने रद्द कर दिया है। उक्त कंपनी के अधिकारी काफी लंबे अरसे से लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए प्रयास में जुटे हुए थे। उक्त कंपनी उस वक्त चर्चा में आई थी, जब राज्य के चर्चित अधिकारी अशोक खेमका ने बतौर चकबंदी विभाग महानिदेशक जमीन का इंतकाल रद्द कर दिया था। उस वक्त केंद्र में कांग्रेस की सरकार होने के साथ-साथ हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में भी कांग्रेस की ही सरकार काम कर रही थी। आरोप है कि कौड़ियों के भाव खरीदी गई जमीन को वाड्रा की कंपनी ने करोड़ों का फायदा उठाते हुए डीएलएफ को बेच दिया।  यहां उल्लेखनीय है कि हरियाणा के गुरुग्राम जिले में स्थित शिकोहपुर गांव में 3.52 एकड़ जमीन पर कमर्शियल कॉलोनी काटने के लिए पूर्व हुड्डा सरकार के वक्त में लाइसेंस प्रदान किया गया था। उसी वक्त से यह मामला चर्चा और राष्ट्रीय सुर्खियों का विषय बना रहा है। खास बात यह है कि गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव की जमीन पर कॉलोनी काटने के लिए 3:30 एकड़ से ज्यादा जमीन ली गई थी। सुबह में भाजपा की मनोहर सरकार वर्ष 2014 में सत्ता में आई और उसके बाद इस कंपनी के लाइसेंस को लेकर भी खूब राजनीति गरमाई। कंपनी की ओर से प्रयास था कि उक्त लाइसेंस का रिन्यूअल हो जाए लेकिन 8 साल लंबे इंतजार के बाद में हरियाणा सरकार के नगर एवं ग्राम आयोजन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में इस जमीन के लाइसेंस को नियम विरुद्ध बताते हुए रद्द करने के आदेश जारी कर दिए हैं। खास बात यह है कि जिस जमीन के लिए यह लाइसेंस दिया गया था उस जमीन पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो सकेगा हालांकि इसके लिए प्रमुख कंपनी डीएलएफ की ओर से हरियाणा के इस विभाग के पास आवेदन किया हुआ था।  पूरे मामले में आरोप है कि कौड़ियों के भाव खरीदी गई इस जमीन को वाड्रा की कंपनी द्वारा डीएलएफ को भारी कीमत पर बेचा गया। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद पूरे मामले में जांच कराने के लिए पूर्व जस्टिस एसएन ढींगरा की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया गया था। आयोग ने जांच पड़ताल करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंप दी थी लेकिन रिपोर्ट 100 पर जाने के बावजूद उक्त मामले को सार्वजनिक नहीं किया गया। दूसरी तरफ कंपनी के अधिकारियों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आदि ने इस आयोग को पूरी तरह से अवैध और नियमों के विपरीत बताते हुए अदालत में चुनौती दे डाली थी। अदालत की ओर से इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर रोक लगाई गई थी लेकिन अभी तक आयोग के गठन को लेकर अदालत की ओर से कोई फैसला नहीं आया है। खास बात यह है कि रॉबर्ट वाड्रा की स्काईलाइट कंपनी की मोटेशन डॉ अशोक खेमका ने रद्द की थी वाड्रा की कंपनी ने ऊंचे दामों पर इस जमीन को देश की प्रमुख कंपनी डीएलएफ को बेचा था। बताया जा रहा है कि ओमकारेश्वर प्रॉपर्टी लिमिटेड की ओर से सबसे पहले गांव शिकोहपुर में कमर्शियल कॉलोनी के लिए इसी जमीन का लाइसेंस लिया गया था और बाद में यही जमीन वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट को बेची गई। कुल मिलाकर बाकी प्रक्रिया पूरी करते हुए प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेवारी डीएलएफ को दी गई 20 मई वर्ष 2012 को इस कॉलोनी का बिल्डिंग प्लान पास कर दिया गया जिसकी समय अवधि मई 2017 तक तय की गई थी लेकिन कॉलोनी का निर्माण नहीं हो सका इस बीच डीएलएफ की ओर से प्रयास किए जा रहे थे कि लाइसेंस रिन्यू कर दिया जाए इसके लिए वर्ष 2011 में नए लाइसेंस के लिए आवेदन दिया गया था जो अप्रूव हो गया था लेकिन नियम व शर्तों के मुताबिक 90 दिनों में दस्तावेज जमा कराने थे कंपनी की ओर से लगातार समय बढ़ाने की मांग की जा रही थी।
May 20, 2022

यूएमसी दर्ज परीक्षार्थियों की 24 से सुनवाई, 9वीं व 11वीं की एनरोलमेंट सूची डाउनलोड करने की डेट बढ़ी

यूएमसी दर्ज परीक्षार्थियों की 24 से सुनवाई, 9वीं व 11वीं की एनरोलमेंट सूची डाउनलोड करने की डेट बढ़ी

भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) मार्च-2022 की परीक्षा में जिन परीक्षार्थियों के अनुचित साधन संबंधी केस (यूएमसी) दर्ज हुए थे, ऐसे परीक्षार्थियों को बोर्ड मुख्यालय, भिवानी पर व्यक्तिगत सुनवाई के लिए 24 से 26 मई को प्रात नौ बजे बुलाया गया है। यह जानकारी बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी (मुक्त विद्यालय/स्वयंपाठी) परीक्षार्थियों द्वारा उपलब्ध करवाए गए मोबाईल नम्बर पर उनकी व्यक्तिगत सुनवाई की सूचना एसएमएस के माध्यम से सूचना भेज दी गई है, इसके अतिरिक्त सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी (नियमित) परीक्षार्थियों को सूचना देने के लिए संबंधित विद्यालयों की ई-मेल पर सूची भेज दी गई है। अनुचित साधन ( यूएमसी ) संबंधी परीक्षार्थियों की सूची बोर्ड वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। ऐसे सभी परीक्षार्थी निर्धारित तिथि व समय पर व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बोर्ड मुख्यालय, भिवानी पर पहुंचना सुनिश्चित करें।  कक्षा 9वीं व 11वीं की एनरोलमेंट सूची डाउनलोड करने की तिथि 24 तक बढ़ाई हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से सभी स्थाई, अस्थाई मान्यता प्राप्त विद्यालय एवं संस्कृत विद्यापीठ, गुरूकुल शैक्षिक सत्र 2021-22 कक्षा 9वीं व 11वीं की एनरोलमेंट सूची डाउनलोड करने की तिथि 19 मई निर्धारित की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 24 मई कर दिया गया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से सभी स्थाई, अस्थाई मान्यता प्राप्त विद्यालय एवं संस्कृत विद्यापीठ, गुरूकुल के मुखिया 24 मई तक शैक्षिक सत्र 2021-22 कक्षा 9वीं व 11वीं के अंक अपलोड करने उपरान्त ही एनरोलमेंट सूची बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर विद्यालय पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त विद्यालय एवं संस्कृत विद्यापीठ/गुरूकुल विद्यालय पोर्टल से ऑप्शन पर जाकर विषय में संशोधन भी कर सकते है। निर्धारित तिथि के बाद विद्यालय एवं संस्कृत विद्यापीठ/गुरूकुल मांग अनुसार 200 रुपये प्रति सूची जमा करवाने उपरान्त ही दी जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि किसी विद्यालय द्वारा डाउनलोड की गई एनरोलमेंट सूची में दिए गए विवरणों में कोई शुद्धि करवाई जानी है, तो संबंधित विद्यालय एवं संस्कृत विद्यापीठ, गुरूकुल 31 मइ तक व्यक्तिगत तौर पर रिकार्ड सहित 300 रुपये प्रति शुद्धि शुल्क के साथ ऑफलाइन शुद्धि करवा सकते हैं।