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Wednesday, May 20, 2020

May 20, 2020

22 से 26 मई तक हरियाणा के मौसम में होंगे कई बदलाव

हिसार। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अनुसार हरियाणा राज्य में पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 22 व 23 मई को बीच बीच में आंशिक बादल, हवाएं चलने तथा कहीं कहीं छिटपुट बूंदाबांदी परन्तु 24 मई से 26 मई तक राज्य में मौसम आमतौर पर खुश्क, गर्म तथा तापमान में बढ़ोतरी संभावित।

 कृषि मौसम विज्ञान द्वारा मौसम आधारित कृषि सलाह: 

1. नरमा की बिजाई करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखे।
2. रबी फसल की कटाई के बाद खाली खेतो की गहरी जुताई कर जमीन को खुला छोड़ दें ताकि सूरज की तेज धूप से गर्म होने के कारण इसमें छिपे कीडो के अण्ड़े तथा घास आदि के बीज नष्ट हो जायें।
3.खाली खेतों में हरी खाद के लिए सनई, ढैंचा आदि की बिजाई करे ताकि भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ सके। 4.तापमान सामान्य से अधिक होने के कारण सब्जियों व फलदार पौधों में आवश्यकता अनुसार सिंचाई करे। 
5. बदलते मौसम की संभावना को देखते हुए फसल उत्पादन को मंडी ले जाते समय तिरपाल का प्रबंध साथ रखे।

किसान भाइयों के लिए अन्य सलाह

 1. कोरेना से रक्षात्मक बचाव के लिए खेत में काम करते समय व गांव/मंडी में भी मुहं पर साफा या मास्क अवश्य लगाए ।
2. गांव , खेत व मंडी में एक दूसरे से आवश्यक व्यक्तिगत दूरी अवश्य बनाकर रखे ।
3. साबुन व सेनेटाइजर से बार -बार हाथ धोए तथा स्वछता का ध्यान अवश्य रखे। 
4. फल अवशेषों को न जलाए ताकि पर्यावरण स्वच्छ रहे तथा उर्वरा शक्ति कम न हो सके। अवशेषों को भूमि में दबाए तथा उर्वरा शक्ति को बढ़ाये जिससे आगामी फसल से ज्यादा उत्पादन लिया जा सके।




May 20, 2020

भारतीय रेलवे 1 जून से 200 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने जा रहा है। ये 200 ट्रेनें नॉन एसी होंगी : रेल मंत्री पीयूष गोयल

(मनवीर) दिल्ली- भारतीय रेलवे 1 जून से 200 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने जा रहा है। ये 200 ट्रेनें नॉन एसी होंगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल (Rail Minister Piyush Goyal) ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है। गोयल के मुताबिक, भारतीय रेल एक जून से अपने टाइम टेबल के हिसाब से हर दिन 200 नॉन एसी ट्रेनें चलाने जा रहा है। इन ट्रेनों की बुकिंग जल्द ही शुरू होगी। हालांकि इन ट्रेनों के रूट के संबंध में फिलहाल कोई सूचना नहीं मिल सकी है।

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने दी जानकारी

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि- श्रमिकों के लिये बड़ी राहत, आज के दिन लगभग 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल सकेंगी और आगे चलकर ये संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ पायेगी। गोयल ने एक अन्य ट्वीट में कहा- इसके अतिरिक्त भारतीय रेल 1 जून से टाइम टेबल के अनुसार प्रतिदिन 200 नॉन एसी ट्रेन चलायेगा जिसकी ऑनलाइन बुकिंग शीघ्र ही शुरू होगी।
साथ ही पीयूष गोयल ने बताया कि फिलहाल 200 श्रमिक ट्रेनें रोजाना चल रही है और अगले दो-तीन दिनों में इसकी संख्या बढ़ाकर 400 की जाएगी। प्रवासियों से आग्रह है कि वे जहां हैं वहीं रहें। भारतीय रेल उन्हें घर ले जाने के लिए जल्द पूरी व्यवस्था करेगा।

12 मई से चल रही हैं एसी स्पेशल ट्रेनें

बता दें कोरोना वायरस के चलते देश भर में लगाए गए लॉकडाउन के कारण देश में रेल सेवाओं पर रोक लगी हुई थी। रेलवे ने इससे पहले 10 मई को 15 जोड़ी एसी ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी। 12 मई से शुरू हुई इन स्पेशल ट्रेन सेवाओं के लिए लोग आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट (www.irctc.co.in) से ही ऑनलाइन टिकट बुक कर ही सफर कर सकते हैं। कोरोन संक्रमण से बचाव के लिए टिकट बुकिंग विंडो पूरी तरह से बंद की गई है।
बता दें ये सभी 15 राजधानी ट्रेनें एसी हैं और उनका किराया सुपर-फास्ट ट्रेनों के समान है। ये विशेष ट्रेनें नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलकर डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू-तवी जा रही हैं।

May 20, 2020

सोशल मीडिया का असर - बिजली मंत्री ने लिया संज्ञान सड़क के बीचों बीच से हटवाए बिजली के पोल

(संजय) जींद : सूचना क्रांति के दौर में सोशल मीडिया की लोकप्रियता और इसकी ताकत जग-जाहिर है। लेकिन अगर दो दशकों की किसी समस्या का समाधान महज 24 घंटों से भी कम समय में हो जाए तो इसे किसी चमत्कार से कम नहीं कहा जा सकता।

मामला जींद जिले के उचाना विधानसभा क्षेत्र के बधाना गांव का है। गांव में लगभग दो दशक से रास्ते के बीचों-बीच बिजली के पोल खड़े थे और अब लगभग एक साल पहले उस कच्चे रास्ते पर मार्केटिंग बोर्ड द्वारा रोड बना दिया गया। लेकिन बिजली के खंभे जस के तस खड़े रहकर ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बने रहे। इससे तंग आकर ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर यह मुद्दा उठाया।

एक मीडिया के व्हाट्सएप ग्रुप और ट्विटर के माध्यम से जब यह मामला हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से इस समस्या का हल करने के निर्देश दिए। इसके बाद, अगले ही दिन विभाग ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए बिजली के खंभों को हटाकर शिफ्ट करना शुरू कर दिया।

ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बने इन खंभों को हटवा कर साइड में लगवाने के लिए बिजली मंत्री श्री रणजीत सिंह की क्षेत्र में काफी प्रशंसा हो रही है। ग्रामीण का कहना है कि 20 साल पुरानी समस्या अगर मात्र 24 घंटों से कम समय में दूर हो जाए तो इसे मंत्री की संवेदनशीलता और बेहतरीन कार्य प्रणाली कहा जा सकता है।

May 20, 2020

25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू, देश के सभी हवाई अड्डों और विमान कंपनियों को तैयार रहने को कहा गया

(मनवीर) नई दिल्ली: कोरोना वायरस अभी थमा नहीं है और लॉकडाउन पे लॉकडाउन जारी है।हालांकि, जैसे-जैसे लॉकडाउन आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे रियायतों का दायरा भी बढ़ रहा है।ग्रह मंत्रालय की ओर से लागू लॉकडाउन में छूट देने का सिलसिला लॉकडाउन 3.0 से जारी है और यह सिलसिला लॉकडाउन 4.0 में आकर बहुत ज्यादा बढ़ गया है।लॉकडाउन 4.0 में देश में बहुत कुछ शुरू हो चुका है और अब इसी क्रम में देश में घरेलू उड़ाने में शुरू होने जा रही हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को घोषणा की है कि देश में 25 मई, 2020 से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू किया जाएगा।इस संबंध में सभी विमान कंपनियों और हवाई अड्डों को सूचना भेज दी गई है।उन्हें तैयार रहने को कहा गया है।परिचान संबंधी दिशा-निर्देश जल्द ही विमानन कंपनियों और हवाई अड्डों के लिए जारी कर दिए जाएंगे।पूरे सुरक्षा इंतजाम के साथ उड़ानों का परिचालन किया जाएगा।

May 20, 2020

पंचकूला के सेंट ज़ेवियर स्कूल द्वारा फीस बढ़ाये जाने पर पेरेंट्स ने किया हंगामा

पंचकूला 20 मई (मनोज) सेंट ज़ेवियर स्कूल सेक्टर 20 पंचकूला मैनेजमैन्ट द्वारा स्कूल फीस दिए जाने की बात पर पेरेंट्स ने स्कूल गेट पर पहुंचकर किया हंगामा,

पेरेंट्स का आरोप कंप्यूटर फीस सहित 3 महीने की फीस मांग रहे हैं स्कूल संचालक,

जबकि ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर सिर्फ वर्कशीट भेजकर खाना पूर्ति की जाती है और बताया तक नही जाता,
इसके अलावा अभिभावकों का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान उन्हें पूरी सैलरी भी नही मिली,तो ऐसे में भला 3 महीने की फीस कैसे दे सकते हैं।

May 20, 2020

हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ को मिलने वाली सुविधाओं पर लगायी रोक

(मनोज)चंडीगढ़- हरियाणा सरकार ने अधिकारियों को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर बड़ा फैसला किया है। टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को मिले वाली सुविधाओं पर अब एक साल के लिए रोक लगा दी है। सरकारी खजाने पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ कम करने के लिए फैसला किया गया है।
बता दे चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद में फाइनेंस कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. आरबी सोलंकी ने की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हुई थी, जिसमें यह निर्णय लिए गए थे। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण पूरे प्रदेश को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए प्रदेश सरकार पर कोई आर्थिक बोझ न पड़े इसलिए कमेटी ने कुछ अहम निर्णय लिए हैं। 

इन खर्चों पर लगी एक साल की रोक

अब टीचिंग और नॉन टीचिंग के साथ-साथ वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार स्तर के बड़े अधिकारियों को मिलने वाली सुविधाओं को एक साल के लिए रोका गया है। जिसमें मोबाइल व टेलीफोन के बिल व उनके रिफ्रेशमेंट चार्जेस इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि करोना महामारी के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पिछले दिनों खर्चों पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया था।
विश्वविद्यालय कर्मचारियों के लिए लीव ट्रैवल कंसेशन एक वर्ष के लिए बंद कर दिए गए हैं। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय सिर्फ खिलाडि़यों, विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए जो जरूरी खर्च होंगे केवल वही करेगा। जिसमें ऑनलाइन शिक्षा के लिए प्रयोग होने वाले उपकरण, कंप्यूटर लैब, साइंस लैबोरेट्री के इंस्ट्रूमेंट ही शामिल होंगे।

अहम प्रोजेक्ट भी रद्द, नई भर्तियां भी नहीं होगी

उसके साथ ही विश्वविद्यालय के अहम तीन प्रोजेक्ट जिसमें लाइब्रेरी, गेस्ट हाउस, स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण होना था जो कि जो की अप्रूवल हो चुके थे। देश के अंदर विकट स्थिति को देखते हुए रोक दिया गया है। विश्वविद्यालय कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से प्रदेश सरकार की उच्चतर शिक्षा परिषद को 10 बिंदुओं पर सुझाव पहले ही भेजे जा चुके हैं। ताकि शिक्षा व्यवस्था को परेशानियों का सामना ना करना पड़े। प्रदेश के अंदर हालात सामान्य होने के बाद ही नई रेगुलर भर्तियां विश्वविद्यालय में की जाएंगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रदेश सरकार के सभी फैसले का स्वागत करता है व इस महामारी से निकलने के लिए सहयोग करने में पूरी मदद करेगा।

May 20, 2020

प्रवासी घर वापसी जारी है - आज भी तीन ट्रेने बिहार व मध्यप्रदेश के लिए चली

अम्बाला, पानीपत व रोहतक से चली स्पेशल ट्रेने


(मनोज)चंडीगढ़, 19 मई- हरियाणा से आज भी तीन विशेष श्रमिक टे्रनें 4096 प्रवासी श्रमिकों व उनके 139 बच्चों को लेकर बिहार राज्य के भागलपुर व मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ के लिए रवाना हुई।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज हरियाणा के अंबाला रेलवे स्टेशन से 1296 प्रवासी श्रमिक एवं 12 बच्चे, रोहतक से 1400 प्रवासी श्रमिक एवं 127 बच्चे तथा पानीपत रेलवे स्टेशन से भी 1400 प्रवासी श्रमिकों को लेकर स्पेशल श्रमिक ट्रेनें गंतव्य-स्थल के लिए रवाना हुई।
प्रवक्ता ने बताया कि अंबाला रेलवे स्टेशन से अम्बाला जिले के साथ-साथ पंचकूला व यमुनानगर जिलों के 1296 प्रवासी श्रमिकों व 12 बच्चों को सोशल डिस्टैंसिंग के साथ ट्रेन में बिठाया गया और बिहार राज्य के भागलपुर के लिए रवाना किया गया।
उन्होंने बताया कि रोहतक रेलवे स्टेशन से रोहतक व अन्य जिलों से आए 1400 प्रवासी श्रमिकों एवं 127 बच्चों को आज सायं उनके गंतव्य स्थान मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ हेतू श्रमिक स्पेशल टे्रन से रवाना कर दिया गया।
  इसी प्रकार, आज सायं पानीपत रेलवे स्टेशन से सोनीपत जिला के 1400 श्रमिकों को लेकर विशेष श्रमिक ट्रेन बिहार राज्य के भागलपुर के लिए रवाना हुई।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि विशेष श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से रवाना किए गए इन सभी प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार की ओर से नि:शुल्क टिकट उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा इन सभी श्रमिकों को मास्क, पानी की बोतल, सैनीटाईजर भी उपलब्ध करवाया गया ताकि रास्ते में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। बच्चों को बिस्कुट भी दिये गये। घर जाते समय प्रवासी श्रमिकों के चेहरे पर खुशी साफ देखी जा रही थी और उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा उनको दी गई सहूलियतों के लिए विशेष आभार व्यक्त किया।


May 20, 2020

लॉकडाऊन 4.0 -प्रदेश मे अब मैक्सी कैब, ऑटो-रिक्शा व ई-रिक्शा चलाने की मिली अनुमति

मैक्सी कैब में उसकी बैठने की क्षमता से आधी संख्या व ऑटो-रिक्शा व ई-रिक्शा में ड्राईवर के अलावा 2 व्यक्ति बैठाने की अनुमति होगी


(मनोज)चंडीगढ़, 19 मई - भारत के गृह मंत्रालय द्वारा लॉकडाऊन 4.0 के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों की अनुपालना में हरियाणा के परिवहन विभाग ने राज्य में यात्री-वाहनों हेतु बैठने की क्षमता बारे निर्देश जारी किए हैं।

परिवहन विभाग के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि टैक्सी तथा कैब एग्रीगेटर को अपने यात्री-वाहन में ड्राईवर के अलावा दो यात्रियों को बैठाने की अनुमति होगी यानि ड्राईवर समेत उस गाड़ी में कुल तीन व्यक्ति बैठ सकेंगे। इसी प्रकार, मैक्सी कैब में उसकी बैठने की क्षमता से आधी संख्या, ऑटो-रिक्शा व ई-रिक्शा में ड्राईवर के अलावा 2 व्यक्ति बैठाने की अनुमति होगी। उन्होंने बताया कि दुपहिया वाहन में ड्राईवर के पीछे एक व्यक्ति ही बैठ सकता है, जबकि दोनों को हैलमेट, मास्क और ग्लव्स पहनने अनिवार्य होंगे। किसी व्यक्ति द्वारा खींची जाने वाली रिक्शा में दो से अधिक आदमी नहीं बैठाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि कंटनेमैंट जोन में आवागमन पर कड़ाई से प्रतिबंध रहेगा तथा केवल आपातकालीन व आवश्यक सामान/सेवाओं के लिए ही वाहन चलने की अनुमति होगी। उक्त सभी मामलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तथा मुंह पर मास्क लगाना आवश्यक होगा।


Tuesday, May 19, 2020

May 19, 2020

केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के कड़ाई से कार्यान्वयन के लिए हरियाणा सरकार ने जारी किये निर्देश


चण्डीगढ़, 19 मई -देश में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए 31 मई, 2020 तक बढ़ाई गई लॉकडाउन अवधि के दौरान राज्यों द्वारा किए जाने वाले उपायों से संबंधित केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के कड़ाई से कार्यान्वयन के लिए हरियाणा सरकार ने निर्देश जारी किए हैं।

एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य और संघ राज्य क्षेत्र अपनी स्थिति के आंकलन के आधार पर विभिन्न जोनों में कुछ अन्य गतिविधियों को निषिद्ध कर सकते हैं या आवश्यक प्रतिबंध लगा सकते हैं।
लॉकडाउन-4 के दौरान कंटेनमेंट जोन को छोडकऱ अन्य क्षेत्रों में गतिविधियों की कुछ प्रतिबंधों के साथ अनुमति होगी। सभी राज्य एवं संघीय क्षेत्र लोगों की आवाजाही के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं लागू करते हुए आपसी सहमति से यात्री वाहनों एवं बसों के एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन की अनुमति दे सकते हैं। राज्य सरकार अपने क्षेत्रों में रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन निर्धारित करेंगी और जिला प्राधिकरण द्वारा इन जोनस में कंटेनमेंट जोन और बफर जोन का सीमांकन किया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में केवल आवश्यक गतिविधियों जैसे चिकित्सा संबंधी आपात सेवाएं और आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की अनुमति होगी।


इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान आवश्यक गतिविधियों के अलावा, रात्रि 7 बजे से प्रात: 7 बजे के बीच लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे, रोगग्रस्त व्यक्ति एवं गर्भवती महिलाएं केवल आवश्यक कार्य या स्वास्थ्य प्रयोजनों के लिए घर से बाहर आ सकेंगे। कार्यालयों एवं कार्यस्थलों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कर्मचारियों को अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप को इंस्टॉल करना होगा और अपनी स्वास्थ्य स्थिति को नियमित रूप से अपडेट करना होगा।

डॉक्टरों, नर्सों और पैरा-मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारियों और ए बुलेंस को बिना किसी रोक-टोक के राज्य के भीतर और एक राज्य से दूसरे राज्य में आने-जाने की अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त, खाली ट्रकों सहित व्यापार से संबंधित किसी भी प्रकार के सामान व कार्गो को भी एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन की अनुमति होगी।
इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान सभी घरेलू एवं अंतर्राष्टï्रीय हवाई यात्रा, मैट्रो रेल सेवा, स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक, प्रशिक्षण एवं कोचिंग संस्थान बंद रहेेंगे। होटल, रेस्तरां एवं अन्य अतिथि सेवाएं बंद रहेंगी। लेकिन बस डिपो, रेलवे स्टेशनों और हवाईअड्डïों पर कैंटीन चलाने की अनुमति होगी। रेस्तरों को खाद्य वस्तुचण्डीगढ़, 19 मई - हरियाणा सरकार ने देशभर में कोविड-19 के प्रकोप से लोगों के जीवन की रक्षा करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा 31 मई, 2020 तक बढ़ाई गई लॉकडाउन-4 की अवधि के दौरान कुछ और गतिविधियों को शुरू करने के संबंध में जारी दिशानिर्देशानुसार कार्यवाही करने का निर्णय लिया है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र सरकार ने राज्यों तथा संघ शासित प्रदेशों की सरकारों को इन दिशानिर्देशों का अनुपालन करने के आलावा अपनी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ अन्य कड़े कदम उठा सकते हैं।
लॉकडाउन-4 के दौरान कंटेनमेंट जोन को छोडकऱ अन्य क्षेत्रों में गतिविधियों की कुछ प्रतिबंधों के साथ अनुमति होगी। सभी राज्य एवं संघीय क्षेत्र लोगों की आवाजाही के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं लागू करते हुए आपसी सहमति से यात्री वाहनों एवं बसों के एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन की अनुमति दे सकते हैं। राज्य सरकार अपने क्षेत्रों में रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन निर्धारित करेंगी और जिला प्राधिकरण द्वारा इन जोनस में कंटेनमेंट जोन और बफर जोन का सीमांकन किया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में केवल आवश्यक गतिविधियों जैसे चिकित्सा संबंधी आपात सेवाएं और आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की अनुमति होगी।
इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान आवश्यक गतिविधियों के अलावा, रात्रि 7 बजे से प्रात: 7 बजे के बीच लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे, रोगग्रस्त व्यक्ति एवं गर्भवती महिलाएं केवल आवश्यक कार्य या स्वास्थ्य प्रयोजनों के लिए घर से बाहर आ सकेंगे। कार्यालयों एवं कार्यस्थलों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कर्मचारियों को अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप को इंस्टॉल करना होगा और अपनी स्वास्थ्य स्थिति को नियमित रूप से अपडेट करना होगा।

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डॉक्टरों, नर्सों और पैरा-मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारियों और ए बुलेंस को बिना किसी रोक-टोक के राज्य के भीतर और एक राज्य से दूसरे राज्य में आने-जाने की अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त, खाली ट्रकों सहित व्यापार से संबंधित किसी भी प्रकार के सामान व कार्गो को भी एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन की अनुमति होगी।
इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान सभी घरेलू एवं अंतर्राष्टï्रीय हवाई यात्रा, मैट्रो रेल सेवा, स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक, प्रशिक्षण एवं कोचिंग संस्थान बंद रहेेंगे। होटल, रेस्तरां एवं अन्य अतिथि सेवाएं बंद रहेंगी। लेकिन बस डिपो, रेलवे स्टेशनों और हवाईअड्डïों पर कैंटीन चलाने की अनुमति होगी। रेस्तरों को खाद्य वस्तुओं की होम डिलीवरी के लिए किचन चलाने की अनुमति होगी। सभी सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर, बार, सभागार हॉल आदि बंद रहेंगे। खेल परिसरों तथा स्टेडियमों को खोलने की अनुमति होगी, लेकिन दर्शकों को वहां आने की अनुमति नहीं होगी। सभी सामाजिक, राजनैतिक, खेलकूद, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्य, अन्य सभाओं तथा स मेलनों पर प्रतिबंध रहेगा। इसी प्रकार, सभी धार्मिक एवं पूजा स्थल लोगों के लिए बंद रहेंगे और धार्मिक सभाओं पर प्रतिबंध रहेगा।

लोगों द्वारा सभी सार्वजनिक एवं कार्यस्थलों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक स्थलों पर शराब, पान, गुटका, त बाकू आदि के सेवन की अनुमति नहीं होगी और थूकना दण्डनीय अपराध होगा। दुकानों पर ग्राहकों के बीच कम से कम छ: फीट की दूरी सुनिश्चित की जाएगी और एक समय पर पांच से अधिक व्यक्तियों के इक्कठा होने की अनुमति नहीं होगी।


May 19, 2020

शराब घोटाले(Alcohol scam) की जांच सीबीआई या फिर हाई कोर्ट के मौजूदा जज से करवाई जाए-पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा

(अमन)करनाल। हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा(Kuldeep Sharma) ने कहा है कि प्रदेश में हुए शराब घोटाले(Alcohol scam) की जांच सीबीआई या फिर हाई कोर्ट के मौजूदा जज से करवाई जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री(Chief Minister) अभी तक इस मामले में कुछ भी नहीं बोले हैं। वह अपनी सरकार को बचाने के लिए प्रदेश में शराब के अवैध कोरोबार करने वालों को बचा रहे हैं। एसआईटी की जांच महज इस मामले पर लीपापोती करना हैं। वह करनाल के मानव सेवा संघ के हाल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में सेनेटाइजर्स बनाने के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। सरकार ने अपने चहेतों को ठेके दिलवाए हैं। उन्होंने देश भर में लाखों मजूदरों के पलायन के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया हैं। केंद्र सरकार की गलत नीतियों ने लाखों करोड़ों मजदूरों को पलायन की आग में झाेक दिया गया हैं।
छह साल में नहरों का रख रखाव नहीं हुआ पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार के छह साल के कार्यकाल में नहरों का रख रखाव नहीं हुआ हैं। उसका खामियाजा रांवर तथा आसपास के गांवों के लोगों को भुगतना पड़ा उन्होंने कहा कि रांवर गांव से होकर जा रही आवर्धन नहर में हुए कटाव से हजारों लोगों को परेशानी भुगतनी पड़ी। पूर्व स्पीकर ने बताया कि गांव वालों ने कटाव का संदेह पहले ही जताया था लेकिन अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
छह साल में नहरों का रख रखाव नहीं हुआ 
पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार के छह साल के कार्यकाल में नहरों का रख रखाव नहीं हुआ हैं। उसका खामियाजा रांवर तथा आसपास के गांवों के लोगों को भुगतना पड़ा उन्होंने कहा कि रांवर गांव से होकर जा रही आवर्धन नहर में हुए कटाव से हजारों लोगों को परेशानी भुगतनी पड़ी। पूर्व स्पीकर ने बताया कि गांव वालों ने कटाव का संदेह पहले ही जताया था लेकिन अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

May 19, 2020

चाहे कुछ भी कर लो निजी स्कूल की फीस तो देनी ही पड़ेगी ब्यान मेरा नही - शिक्षा मंत्री कंवरपाल

(अमन)यमुनानगर। हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल(Education Minister Kanwarpal) ने कहा कि कुछ लोग फेसबुक व व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया पर उनके बयानों को तोड़ मरोड़ कर प्रसारित कर रहे हैं। यदि ऐसे लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई (legal action) की जाएगी। उन्होंने ऐसे लोगों को चेताया कि यदि उन्होंने उनके खिलाफ सोशल मीडिया(social media) पर की गई गलत टिप्पणियों हटाकर माफी नहीं मांगी को कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने मंगलवार को जगाधरी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है। जिसका चौथा चरण आरंभ हो चुका है। इस लॉकडाउन में विद्यार्थियों के हित को देखते हुए सुरक्षा एवं बचाव के दृष्टिगत प्रदेश के सभी स्कूल बंद किए हुए हैं। इस आपदा के समय राज्य सरकार विद्यार्थियों की पढ़ाई चालू रखने के लिए ऑनलाइन जैसे माध्यम अपना रही है। जिसके कारण हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों को निर्देश दिए थे कि वह ट्यूशन फीस के अलावा वाहन चार्ज, कंप्यूटर फीस, भवन फंड समेत अन्य कुछ फंड विद्यार्थियों से ना वसूलें। इस दौरान यह भी निर्देश दिए गए थे कि यदि कोई स्कूल निर्देशों की पालना नहीं करेगा तो शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कि उन्होंने कभी भी यह बयान नहीं दिया कि चाहे कुछ भी कर लो स्कूल की फीस तो देनी ही पड़ेगी।

May 19, 2020

हिसार के वैज्ञानिकों ने पहली बार पशुओं की टूटी हड्डी जोड़ने के लिए इंटर लॉकिंग नेल तकनीक से किया आपरेशन

(रामफल)हिसार। लुवास के वैज्ञानिकों (Scientists) द्वारा पहली बार इंटर लॉकिंग नेल तकनीक द्वारा बकरी की टूटी हड्डी (Broken goat bone) जोड़ने का सफल ऑपरेशन किया गया। और यह विधि हरियाणा(Haryana) में पशुओं में पहली बार(first time) उपयोग की गई है, इस विधि से पशु जल्द ही पांव रखने लग जाता है, जिससे आपरेशन के पश्चात पशु की संभाल कम करनी पड़ती है और पशु (Animal) के जल्द ठीक होने की संभावना भी बढ़ जाती है। पहले जब छोटे पशुओं में जिन की हड्डियां टूट जाती थी उनमें रॉड या प्लेट डाल कर आपरेशन (operation) किया जाता था। 
इन दोनों विधि के अलग-अलग नुकसान भी थे जो कि पशुओं की उचित देखभाल न करने के कारण आ जाते थे। राड विधि में हड्डी से रोड का निकालना एक मेन समस्या था जबकि प्लेट डालने की एक समस्या यह थी हड्डी में खून का संचार कम हो सकता है। कई बार पशु के ज्यादा उछल-कूद करने के कारण प्लेट के टूटने का खतरा भी बना रहता था। इन दोनों समस्याओं को दूर करने के लिए लुवास में एक बकरी के पैर में इन्टर लॉकिंग नेल डालकर हड्डी को जोड़ा गया। यह सफल ऑपरेशन वीसीसी विभाग, लुवास के डॉ. संदीप सहारण, डॉ. राम निवास, डॉ. संदीप गोयल तथा डॉ. दिनेश ने किया। 

इस विधि में नेल को पशु की हड्डी में स्क्रीन द्वारा फिट किया जाता है। जिससे ये नेल हड्डी से फिसल कर बाहर नहीं आती और इसके टूटने का खतरा भी नहीं होता। इस विधि के प्रयोग से हरियाणा में पहली बार हड्डी को जोड़ा गया। भविष्य में भी इस विधि का प्रयोग छोटे पशुओं में जिनका वजन 100 से 150 किलोग्राम तक होगा, उनमें किया जा सकेगा। यह विधि फ्रैक्चर के इलाज में ज्यादा कारगार है। इस मौके पर विशेषज्ञों डॉक्टरों की टीम ने लुवास कुलपति डॉ. गुरदियाल सिंह, अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रवीन गोयल तथा विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश जिंदल का धन्यवाद किया।

May 19, 2020

गुरुग्राम, पानीपत और फरीदाबाद से भी चली बसें, लेकिन कुरुक्षेत्र,सोनीपत,झज्जर,यमुनानगर,मेवात से या के लिए कोई बस नही , देखे समय सारणी

(मनवीर) गुरुग्राम , पानीपत और फरीदाबाद से चलेंगी अब हरियाणा रोडवेज की बसे। सरकार की तरफ से परमिशन मिलने के बाद अब गुरुग्राम और फरीदाबाद से भी रोडवेज की बसे दूसरे जिलो मैं जाएगी। सभी की टिकट ऑनलाइन ही मिलेगी। टिकट बुकिंग के लिए :- https://ors.hartrans.gov.in/
समय सारिणी गुरुग्राम से :-
1) गुरुग्राम से पंचकूला :- 8बजे सुबह।
2) गुरुग्राम से पलवल:- 7:30बजे सुबह और 4:30बजे शाम को
3) गुरुग्राम से सिरसा:- 8 बजे सुबह और 3बजे दोपहर को।
4) गुरुग्राम से फरीदबाद:- 8बजे सुबह और 4:30बजे शाम को
5) गुरुग्राम से हिसार:- 1:00 बजे शाम को

समय सारिणी फरीदाबाद से :-

1) फरीदाबाद से गुरुग्राम:- 7:30बजे सुबह और 5:30 बजे शाम को
2) फरीदाबाद से हिसार:- 1:00 बजे शाम को

समय सारिणी पानीपत से :- 

1) पानीपत से पंचकूला :- 8:30बजे सुबह और 4:30बजे शाम को।

यह सभी बसे नॉनस्टॉप होगी जोकि रास्ते मे कहि नही रुकेगी। सभी टिकट ऑनलाइन ही होगी।

कुरुक्षेत्र,सोनीपत,झज्जर,यमुनानगर,मेवात के लिय कोई बस नही 

प्रदेश के इन पांच जिलों से बहार जाने या बहार से आने के लिए अब तक कोई भी बस सेवा नही है | वही अब तक प्रदेश सरकार की ओर से भी अब तक कोई निर्देश नही दिए गये है | लेकिन सूत्रों की माने तो अगले सप्ताह तक इन जिलो के लिए भी सेवा शरू होगी वही jin जिलो मे अभी सेवाए शरू की गई उन जिलो से भी सेवाए बढाई जाएगी |
May 19, 2020

हरियाणा में स्पोट्र्स कॉम्पलैक्स तथा स्टेडियमों को खोलने की मिली अनुमति - संदीप सिंह खेल मंत्री


(मनोज) चंडीगढ़, 19 मई- हरियाणा के खेल मंत्री श्री संदीप सिंह ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनजर भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार हरियाणा में स्पोट्र्स कॉम्पलैक्स तथा स्टेडियमों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। इस दौरान जिला खेल एवं युवा मामले अधिकारियों को आवश्यकता अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने तथा सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अलावा सभी कर्मचारियों, खेल प्रशिक्षकों व प्रशिक्षणार्थियों को मुंह पर मास्क पहनने के निर्देश दिए गए हैं।
खेल मंत्री ने आज यहां बताया कि कोविड-19 की रोकथाम के दृष्टिïगत 31 मई, 2020 तक देश में गृह मंत्रालय ने जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं उनके तहत हरियाणा सरकार ने भी स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स और स्टेडियम को खोलने की अनुमति दी है, हालांकि दर्शकों को इन स्थलों पर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

आरोग्य सेतु व सोशल डिस्टेंसिंग जरुरी

उन्होंने बताया कि निर्देशों के अनुसार सभी खेल कर्मचारियों और खिलाडिय़ों के लिए आरोग्य सेतु का उपयोग करना अनिवार्य किया गया है। खेल विभाग के भवनों में पीडब्ल्यूडी द्वारा एयर-कंडीशनर के उपयोग के संबंध में जारी निर्देश का सख्ती से पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खेल विभाग गैर-संपर्क थर्मल तापमापी से स्वास्थ्य जांच का प्रावधान सुनिश्चित करेगा और इस तरह की स्क्रीनिंग का रिकॉर्ड रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा खेल स्टेडियमों/कॉम्प्लेक्स में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों को कोविड-19 के बारे में जागरूक किया जाएगा।
श्री सिंह ने बताया कि स्टेडियमों के प्रवेश द्वार पर हैंड-सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे और उचित स्वच्छता प्रक्रिया पर दिशा-निर्देशों के साथ एक सूचना प्रदर्शित की जाएगी। उन्होंने बताया कि फुट-पैडल सैनिटाइजर/किसी भी अन्य सेंसर आधारित सैनिटाइजर को सभी खेल-केंद्रों के अलावा चिकित्सा केंद्र, डाइनिंग हॉल/मेस और अन्य प्रवेश बिंदुओं पर रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन किया जाएगा तथा स्टेडियम/परिसर क्षेत्र में मास्क का उपयोग किया जाएगा। प्रशिक्षुओं और कर्मचारियों को व्यक्ति के बीच न्यूनतम 1.5 से 2 मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग  के मानदंड का कड़ाई से पालन करना होगा। हैंडशेक और अन्य प्रकार के अभिवादन, जिन्हें शारीरिक संपर्क होता है, से बचा जाना चाहिए।


एक बार में 8-10 खिलाडिय़ों को कोचिंग

खेल मंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत उपकरण जैसे धनुष, बंदूक, तलवार, भाला, डिस्कस, रैकेट आदि का बिना सांझा किए उपयोग किया जाएगा और हरेक के उपयोग के बाद कीटाणुरहित किया जाएगा। खेल के विशिष्ट सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट, आई प्रोटेक्टर, फेस प्रोटेक्टर आदि सांझा नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण गतिविधियों को छोटे समूहों (अधिकतम 8-10 खिलाड़ी) में किया जा सकता है। एथलीटों को उन खेल-अभ्यासों से बचना चाहिए जिनसे शारीरिक संपर्क होता है। प्रशिक्षुओं को इस अवधि के दौरान फ्री-हैंड अभ्यास करने और बड़े पैमाने पर योग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। टीम-स्पर्धाओं के मामले में किसी मैदान में एक घंटे के लिए 18 खिलाड़ी और दो कोच मौजूद रहेंगे और उनके जाने के बाद ही दूसरे समूह को अंदर लाया जा सकता है। व्यक्तिगत स्पर्धाओं के मामले में कोच एक बार में 10 खिलाडिय़ों को कोचिंग दे सकता है और दूसरे समूह को पहले समूह के जाने के बाद ही स्टेडियम में आने की अनुमति होगी।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक कमरे में सभी चिकित्सा-कक्ष के फर्नीचर को सुबह 8.30 बजे से पहले और फिर एक बार सुबह 11 बजे सैनेटाइज किया जाएगा। बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स में खिलाड़ी-मरीजों के प्रवेश द्वार में  दीवार पर सेंसर आधारित हैंड-सैनिटाइजर होगा जिसे प्रवेश से पहले हर मरीज को इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जितना संभव हो सके, एथलीट टेली-परामर्श का सहारा लेंगे। उन्होंने बताया कि खेल-केंद्र में वितरित किए जाने वाले पैक्ड-भोजन/ताजे फल आदि की आपूर्ति उपयोग से 24 घंटे पहले तक तथा कार्डबोर्ड पैकिंग 72 घंटे की अवधि के लिए एक खुले क्षेत्र में रखे जाएंगे। फलों और सब्जियों को कुछ घंटों के लिए पतला सिरका, नमक या नींबू पानी में भिगोया जा सकता है और खाने से पहले सूखने के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए।

स्विमिंग-पूल को नही खोला जाएगा

खेल मंत्री ने बताया कि अभी स्विमिंग-पूल को किसी भी परिस्थिति में नहीं खोला जाएगा। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों व विभाग के कर्मचारियों को अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने का आह्वान करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में प्रशिक्षकों को खिलाडिय़ों का ट्रेनिंग-प्रोग्राम बनाने से पहले गर्मी के तापमान को ध्यान में अवश्य रखना चाहिए।


May 19, 2020

चौथे चरण के लोकडाउन के नए निर्देश- अब सरकारी कार्यालयों में ग्रुप-सी एवं डी के कर्मचारियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति के निर्देश


(मनोज)चंडीगढ़, 19 मई - हरियाणा सरकार ने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लगाए गये लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकारी कार्यालयों को खोलने के सम्बन्ध में केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी संशोधित दिशानिर्देशों का अनुपालन करते हुए हरियाणा और चण्डीगढ़ में स्थित सभी सरकारी कार्यालयों में ग्रुप-ए एवं बी के अधिकारियों की शतप्रतिशत उपस्थिति और ग्रुप-सी एवं डी के कर्मचारियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।        
एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा राज्य के सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, मंडलायुक्तों, उपायुक्तों, बोर्ड़ एवं निगम के प्रबंध निदेशकों एवं मुख्य प्रशासकों तथा सभी विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रारों को सम्बोधित एक पत्र में इन दिशानिर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि संशोधित दिशानिर्देशानुसार यदि कार्यालयों में सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पूर्ण रूप से अनुपालन करते हुए ग्रुप-ए, बी, सी एवं डी के सभी कर्मचारियों को बैठाने के लिए पर्याप्त स्थल उपलब्ध है तो वे सभी कर्मचारियों  एवं अधिकारियों को कार्यालय बुला सकते हैं। विभागाध्यक्ष, कार्यालयाध्यक्ष और उपायुक्त आवश्कतानुसार अलग-अलग समय पर कर्मचारियों को कार्यालय बुला सकते हैं ताकि कार्यालय में अधिक भीड़ न हो और जो कर्मचारी घर से कार्य कर सकते हैं उन्हें घर से कार्य करने की अनुमति भी दी जा सकती है।


प्रवक्ता ने बताया कि कार्यालय आने वाले सभी कर्मचारियों के लिए अपने स्मार्ट फोन, यदि उनके पास हैं, पर ‘आरोग्य सेतु’ मोबाइल एप्प इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। यदि कर्मचारी के पास फीचर फोन है तो विभागाध्यक्ष द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कर्मचारी के फोन से  नम्बर-1921 पर एक मिस्ड कॉल दी जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यालय एवं जिला कार्यालयों में गु्रप-सी एवं डी के कर्मचारियों की ड्यूटी का साप्ताहिक रोस्टर तैयार किया जाएगा और ऐसे कर्मचारियों को एक-एक सप्ताह छोडक़र कार्यालय आने को कहा जाएगा। प्रथम सप्ताह के रोस्टर में ऐसे कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा, जो कार्यालय के निकट रहते हैं और कार्यालय आने के लिए अपने वाहन का इस्तेमाल करते हैं। यदि किसी कर्मचारी का आवास कन्टेनमैंट जोन में आता है तो ऐसा कर्मचारी उस समय तक कन्टेनमैंट जोन को नहीं छोड़ेगा, जब तक कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा ‘जोन डिक्लेरेशन आर्डर’ वापस नहीं ले लिया जाता है।
उन्होंने बताया कि सभी कार्यालय, बोर्ड एवं निगम ई-ऑफिस सॉफ्टवेयर क्रियान्वित करने पर कार्य करेंगे। शतप्रतिशत ई-ऑफिस वर्किंग क्षमता प्राप्त करने वाला कोई भी विभाग विभागाध्यक्ष के मूल्यांकन अनुसार किसी भी श्रेणी के कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम शुरू कर सकता है। लॉकडाउन अवधि यानि 31 मई, 2020 तक कार्यालयों में पब्लिक डीलिंग नहीं होगी। विभागाध्यक्ष, कार्यालयाध्यक्ष और उपायुक्त कार्यालयों में कर्मचारियों के बीच सामाजिक दूरी एवं स्वच्छता के मानदण्डों का पालन और कार्यालयों, फाइलों, कार्यालय उपकरणों, केन्टीन एवं वाहनों का नियमित सेनेटाइजेशन सुनिश्चित करेंगे। इसके अतिरिक्त, वे कार्यालयों में कर्मचारियों द्वारा कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए जारी की गई मानक संचालन प्रक्रिया का अनुपालन किया जाना भी सुनिश्चित करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी कार्यालयों में मानक संचालन प्रक्रिया के क्रियान्वयन बारे नियमित जांच की जाएगी और कभी-कभी मुख्यालय एवं क्षेत्रीय कार्यालयों में कर्मचारियों की जांच के लिए कोविड-19 के नमूने भी लिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, कार्यालय भवनों में एयरकंडीशनर को चलाने के संबंध में लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने बताया कि बहरहाल, गु्रप-सी और डी के 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति से सम्बन्धित आदेश मुख्य सचिव, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य, गृह, कृषि, जनस्वास्थ्य, विकास एवं पंचायत, बिजली, सिंचाई, शहरी स्थानीय निकाय, चिकित्सा शिक्षा, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, सहकारिता, वित्त, आबकारी एवं कराधान, सूचना एवं जनसंपर्क, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभागों और उनकी घटक इकाइयों (नगर निकाय, बोर्ड, निगम, मिशन, सोसायटी आदि) पर लागू नहीं होगा।


Monday, May 18, 2020

May 18, 2020

एचएसआईआईडीसी करेगा उद्योगपतियों की समस्याओ का समाधान

(मनोज) चंडीगढ़, 18 मई- हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) द्वारा ‘प्रगति में आपका भागीदार’ के अपने सिद्घान्त के अनुरूप उद्योगपतियों की सुविधा के लिए 2 मार्च, 2020 से अपनी औद्योगिक सम्पदाओं में ‘कुशल सेवा शिविरों’ की शुरुआत की गई थी। एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक श्री अनुराग अग्रवाल द्वारा शुरू की गई इस पहल को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। इस शिविर को कोविड-19 के चलते  लॉकडाउन के कारण स्थगित करना पड़ा। 

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1 जून से दोबारा शरू होगे ‘कुशल सेवा शिविर’         

एक सरकारी प्रवक्ता ने इस सम्बन्ध में और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि फिर से उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श शुरू करने और उनकी सभी शिकायतों को मौके पर ही हल करने के उद्ïदेश्य से, एचएसआईआईडीसी द्वारा संबंधित औद्योगिक संघों के परामर्श से किसी उपयुक्त मंच का उपयोग करते हुए ऑनलाइन मकैनिज्म (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) द्वारा पहली जून, 2020 से इसकी सभी सम्पदाओं में साप्ताहिक आधार पर ‘कुशल सेवा शिविर’ शुरू किए जाएंगे।
         अनुराग अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 महामारी को रोकने के मकसद से पूरे देश में लॉकडाउन की पहली घोषणा से पूर्व एचएसआईआईडीसी द्वारा उद्यमियों की सभी समस्याओं को दूर करने के  उद्देश्य से अपने सभी आईएमटीज और औद्योगिक सम्पदाओं में साप्ताहिक आधार पर ‘कुशल सेवा शिविर’ चलाए जा रहे थे। उद्यमियों ने इन शिविरों में गहरी दिलचस्पी दिखाई और एचएसआईआईडीसी की भूमिका की सराहना की। श्री अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन के कारण निगम को इस कवायद को रोकना पड़ा।
         उन्होंने आगे बताया कि राज्य के आर्थिक विकास के लिए अपने प्रयासों को जारी रखते हुए, एचएसआईआईडीसी फिर से ‘कुशल सेवा शिविरों’ का आयोजन करेगा, क्योंकि वे आवंटियों की शिकायतों के समाधान के अलावा जानकारी सांझा करने, रचनात्मक विचार और रणनीतियां बनाने तथा कार्यस्थल पर मनोबल बढ़ाने के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं, जिससे हरियाणा राज्य में उद्योगों के विकास के लिए रोडमैप को तैयार करने में मदद मिलेगी। कुशल सेवा शिविरों का मकसद मुख्यत:उद्यमियों के साथ संबंध स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि व्यापार जगत में, ये लोग ही हैं जो हमारी सफलता या विफलता को प्रभावित करते हैं।

आपके कारोबार को सुविधाजनक बनाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है

         अग्रवाल ने बताया कि एचएसआईआईडीसी इस थीम पर काम करता है कि ‘आपके कारोबार को सुविधाजनक बनाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है’। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों की सुविधा के लिए, कुशल सेवा शिविर एक मंच प्रदान करते हैं, उन्होंने कहा कि आवंटियों के एस्टेट विंग, इंजीनियरिंग विंग, प्लानिंग डिवीजन, कमर्शियल और हाउसिंग आर एंड आर मुद्दों से संबंधित मुद्दों का मौके पर समाधान किया जाता है।
         उन्होंने कहा कि इन शिविरों में भवन नक्शे, कब्जा प्रमाण-पत्र, कब्जे, स्थानांतरण, पट्टे, बकाया देय राशि, जलापूॢत, बिजली की आपूर्ति, आंतरिक सडक़ों, हरित पट्टी के रख-रखाव, आर एंड आर के मुद्दों  समेत औद्योगिक सम्पदा के  रख-रखाव से जुड़े मामलों का  निपटान किया जाता है।
         बैठक के दौरान विशिष्ट औद्योगिक सम्पदा में तैनात सभी विंग्स के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। एसोसिएशनों और अलॉटियों के सीमित प्रतिनिधियों के साथ ये अधिकारी बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से सडक़ों, बागवानी ढांचे के रखरखाव, फुटपाथों, कर्ब और चैनलों की पेंटिंग आदि की स्थिति देखने और उचित कार्रवाई के लिए निर्धारत दिनों में सम्पदा क्षेत्र का दौरा भी करेंगे। एचएसआईआईडीसी  द्वारा आयोजित किए जाने वाले ये ‘कुशल सेवा शिविर’ निवेशकों व जन साधारण को  सरकार की गतिविधियों और अन्य योजनाओं तथा उद्यमियों को प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी देने के एक महत्वपूर्ण मंच का काम भी करेंगे।  श्री अनुराग अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि ये शिविर आवंटियों की सभी तरह की शिकायतों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और एचएसआईआईडीसी अपने आवंटियों के सभी मुद्दों का हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। आवंटी www.hsiidcwindow.org.in पर भी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। पत्राचार के लिए ईमेल contactus@hsiidc.org.in इस्तेमाल किया जा सकता है।