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Tuesday, May 2, 2023

May 02, 2023

पिता और भाई के जेल के संघर्ष से पेट नहीं भरा तो अब भतीजे को भी जेल में डलवाना चाहते हैं अभय सिंह - दिग्विजय

*- पिता और भाई के जेल के संघर्ष से पेट नहीं भरा तो अब भतीजे को भी जेल में डलवाना चाहते हैं अभय सिंह - दिग्विजय चौटाला*
*- भगवान करे, चाचा अभय सिंह को कभी ना हो जेल - दिग्विजय*
*चंडीगढ़, 2 मई।* जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने इनेलो विधायक अभय सिंह के एक बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। अभय सिंह के बयान "दिल्ली के डिप्टी सीएम की तरह हरियाणा के डिप्टी सीएम भी जेल जाएंगे" पर दिग्विजय ने कहा कि मेरे चाचा का अपने पिता और भाई के जेल के संघर्ष से पेट नहीं भरा इसीलिए अब भतीजे को भी जेल भिजवाना चाहते हैं। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जनता ने अभय चौटाला की इसी नकारात्मक सोच की वजह से उन्हें राजनीति में हाशिये पर ला दिया है और दुष्यंत को सकारात्मक विकासशील सोच की वजह से सत्ता में पहुंचाया है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि यूं तो अभय चौटाला के भी अनेक मामले अदालतों में लंबित हैं लेकिन हमारी सोच अलग है और हम भगवान से दुआ करते हैं कि अभय सिंह को कभी भी जेल ना हो। उन्होंने कहा कि अभय सिंह की सोच के साथ न्याय तो जनता ने करना है लेकिन हम जनसेवा की सोच के साथ लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उन्हें लगता है कि अभय चौटाला आज राजनीति में जहां भी हैं, वह इसी सोच का परिणाम है और वे आज भी अपनी सोच को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि अभय चौटाला ने पिता और भाई के जेल जाने को एक राजनीतिक मौके के रूप में लिया और अब भतीजे को जेल भेजकर एक और राजनीतिक मौका ढूंढ रहे हैं। दिग्विजय ने कहा कि अभय सिंह ऐसे राजनीतिक मौके की तलाश में समय खराब करने की बजाय दुष्यंत चौटाला से सीखते हुए सकारात्मक सोच के साथ राजनीति करें।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में आबकारी विभाग का राजस्व साल दर साल न सिर्फ बढ़ा है बल्कि रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा है। उन्होंने कहा कि तीन साल में हरियाणा का आबकारी राजस्व 6100 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,500 करोड़ तक पहुंच गया है। यही नहीं, इन्हीं तीन सालों में स्टांप ड्यूटी का राजस्व 6300 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,200 करोड़ तक पहुंच गया है और राज्य की जीएसटी हिस्सेदारी पिछले तीन वर्षों में 20,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 36,000 करोड़ हो गई है।
दिग्विजय ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में आबकारी एवं कराधान विभाग और राजस्व विभाग में छोटी से छोटी कमियों को भी दुरुस्त किया है जिसका सीधा फायदा प्रदेश के राजस्व को हुआ है और ये दोगुना होने की ओर अग्रसर है इसलिए बेहतर है कि अभय सिंह दुष्यंत चौटाला के जेल जाने के ख्याली पुलाव पकाने बंद करें और ऐलनाबाद हलके के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने पर ध्यान दें। जेजेपी प्रधान महासचिव ने कहा कि वे परमात्मा से दुआ करता है कि अभय सिंह को सदबुद्धि दें और उनको कभी जेल न जाना पड़े।
May 02, 2023

*'द केरल स्टोरी' फिल्म की असली कहानी:हजारों हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाकर सीरिया भेजने की बात कहां से आई*

*केरल स्टोरी' फिल्म की असली कहानी:हजारों हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाकर सीरिया भेजने की बात कहां से आई*
'द केरल स्टोरी' फिल्म अपनी कहानी और दावों को लेकर चर्चा में है। 26 अप्रैल को इसका ट्रेलर रिलीज हुआ। फिल्म 4 युवतियों की जिंदगी पर बेस्ड है। 2 मिनट 45 सेकेंड के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे कॉलेज जाने वाली 4 युवतियां एक आतंकी संगठन से जुड़ जाती हैं
ट्रेलर की शुरुआत केरल की हिंदू लड़की शालिनी उन्नीकृष्णन के परिचय से शुरू होती है, जिसमें वो आतंकी संगठन ISIS से जुड़ने की पूरी कहानी बता रही है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे एक गिरोह केरल की युवतियों का ब्रेनवॉश करके धर्म परिवर्तन कराता है और फिर आतंकी संगठन ISIS का हिस्सा बना देता है। इसके लिए कभी फिजिकल रिलेशन तो कभी धार्मिक मान्यताओं को टूल की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
ये तो हो गई ट्रेलर की बात। एक मुस्लिम संगठन ने 'द केरल स्टोरी' फिल्म में लगाए गए आरोपों को साबित करने पर 1 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। 5 मई को रिलीज होने वाली इस फिल्म पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से लेकर शशि थरूर तक ने सवाल खड़े किए हैं।
अब सवाल है कि फिल्म में जो दावे किए गए हैं वो सच हैं या झूठ। भास्कर एक्सप्लेनर में 'द केरल स्टोरी' फिल्म की असली कहानी जानेंगे…
सवाल-1: ‘द केरल स्टोरी’ में दिखाया गया है कि प्रेम के जाल में फंसाकर बड़े पैमाने पर लड़कियों को मुसलमान बनाया जा रहा है। क्या केरल में वाकई ‘लव जिहाद’ हो रहा है?
जवाब: 2009 में केरल और कर्नाटक हाईकोर्ट में दो मामले पहुंचे, जिसके बाद लव जिहाद चर्चा में आया। दोनों मामलों में लड़की के पिता ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी का अपहरण करके मुस्लिम युवकों के साथ शादी करने को मजबूर किया गया।
पहला मामलाः केरल हाईकोर्ट के जस्टिस केटी शंकरन ने कहा कि यह जगजाहिर है कि लव जिहाद या रोमियो जिहाद के नाम से एक आंदोलन चलाया जा रहा है। उन्होंने केरल के DGP से कई सवालों के जवाब में एक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया। कुछ प्रमुख सवाल थे…

क्या देश में कोई ऐसा आंदोलन चल रहा है?
भारत और विदेशों के कौन से संगठन इसमें शामिल हैं?
इस आंदोलन की फंडिंग कैसे की जा रही है?
क्या यह पूरे भारत में चल रहा है?
पिछले 3 साल में कितने स्टूडेंट धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गए?
क्या लव जिहाद, जालसाजी, तस्करी और आतंकवादी गतिविधियों के बीच कोई संबंध है।
दूसरा मामलाः कर्नाटक हाईकोर्ट में सी सेल्वराज ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी सिल्जा राज को एक मुस्लिम लड़के ने अगवा कर लिया और कामराजनगर से केरल ले गया। वहां उसे मदरसे में इस्लाम का पाठ पढ़ाया गया और धर्म परिवर्तन कराने के बाद शादी कर दी गई।
इसके बाद सिल्जा राज सामने आती हैं और अदालत से कहती हैं कि उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया और शादी की। इसके बाद कोर्ट ने लव जिहाद आंदोलन की जांच के लिए कर्नाटक के DGP की नेतृत्व में SIT बनाई।
*दोनों मामलों में कहा गया ‘लव जिहाद’ निराधार*
कर्नाटक में गठित SIT की रिपोर्ट में कहा गया कि 24 टीमों को कर्नाटक के सभी जिलों में भेजा गया, लेकिन लव जिहाद का कोई सबूत नहीं मिला। SIT ने बताया कि सिल्जा राज का धर्म परिवर्तन के बाद निकाह करना लव जिहाद नहीं था। इसके बाद कर्नाटक हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि सिल्जा अपने पति के साथ रह सकती हैं और जहां चाहे वहां जा सकती हैं।
केरल के DGP जैकब पुन्नोस ने 18 अक्टूबर 2009 को कोर्ट में हलफनामा दायर किया। इसमें सभी जिलों के SP की 14 रिपोर्ट और राज्य CID, पुलिस इंटेलिजेंस, स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच के प्रमुखों की चार रिपोर्ट शामिल थीं।

इसमें केरल हाईकोर्ट की ओर से पूछे गए सभी सवालों का जवाब नहीं में दिया गया। यानी लव जिहाद जैसा कोई आंदोलन नहीं चल रहा है और न ही इसके पीछे कोई साजिश है। साथ ही कहा गया कि पिछले 3 साल में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है
DGP ने इस रिपोर्ट में कहा कि इस तरह के आरोपों के कोई ठोस उदाहरण मौजूद नहीं है। हालांकि कुछ सोर्सेज से मिली जानकारी और आरोपों में लव जिहाद की बातें कही गई हैं। पुलिस की इंटेलिजेंस सेल सभी स्कूलों और कॉलेजों पर निगरानी रखेगी और ऐसे मामलों में सख्ती से निपटेगी।
जस्टिस केटी शंकरन ने 26 अक्टूबर 2009 को शहंशाह और सिराजुद्दीन को अपनी अग्रिम जमानत याचिका वापस लेने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। DGP को सभी 18 रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में देने का निर्देश दिया। साथ ही DGP को यह बताने के लिए कहा कि वह मामले को बंद करने के इच्छुक क्यों हैं, जबकि कई सोर्स ने ऐसा होने की बात कही है और कई आरोप भी सामने आए हैं? कोर्ट ने केंद्र सरकार को एक हलफनामा दाखिल करने का भी निर्देश दिया।
9 नवंबर 2009 को केरल के DGP 18 रिपोर्ट सौंपते हुए एक हलफनामा दायर करते हैं। इसमें बताया गया कि सोर्स द्वारा दी गई जानकारी और जो आरोप लगाए गए उनके समर्थन में आपराधिक गतिविधि या संगठन के शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी 1 दिसंबर 2009 को हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया कि देश में कोई लव जिहाद आंदोलन या संगठन अस्तित्व में नहीं है।
इसके बाद जस्टिस शंकरन 9 दिसंबर 2009 को अपने लंबे फैसले में जिला SP द्वारा दायर सभी 14 रिपोर्टों को खारिज कर देते हैं। साथ ही कहते हैं कि यह स्पष्ट है कि विशेष धर्मों से संबंधित लड़कियों को दूसरे धर्म में धकेलने का प्रयास किया जा रहा है। यह भी स्पष्ट है कि रिपोर्ट में दर्ज कुछ संगठनों की शह पर ऐसा किया जा रहा है। इसके साथ ही कोर्ट ने शहंशाह और सिराजुद्दीन को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया।
हालांकि एक हफ्ते बाद ही जस्टिस एम शशिधरन नांबियार ने शहंशाह और सिराजुद्दीन के अभियोजन पर रोक लगा दी। जस्टिस नांबियार ने इसके बाद तिरुवनंतपुरम और एर्नाकुलम के जिला जज से मामले में डिटेल में रिपोर्ट मांगी। दोनों जिला जज की रिपोर्ट में लव जिहाद या धर्मांतरण की साजिश का कोई सबूत नहीं था। इसके बाद जस्टिस नांबियार ने 10 दिसंबर 2010 को शहंशाह और सिराजुद्दीन के खिलाफ FIR को रद्द करते हुए उन्हें बरी कर दिया।

साल 2016 में केरल में लव जिहाद एक बार फिर चर्चा में आया। वैकोम शहर में होम्योपैथी में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही 25 साल की अखिला धर्मपरिवर्तन करके मुस्लिम बन जाती है और अपना नाम हदिया रख लेती है। साथ ही अपने पेरेंट्स को बिना बताए शफीन नाम के मुस्लिम लड़के से शादी कर लेती है।
लड़की के पिता एम अशोकन इसे लव जिहाद का मामला बताते हैं और 2016 में केरल हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस याचिका दायर करते हैं। वह आरोप लगाते हैं कि उनकी बेटी का जबर्दस्ती धर्म बदलवाकर उसकी शादी करा दी गई है और वो गायब है।
लड़की के पिता की याचिका पर पर केरल हाईकोर्ट ने 24 मई 2017 को यह शादी रद्द कर दी। साथ ही हदिया को उसके माता-पिता के पास रहने का आदेश दिया। इसके बाद शफीन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने लड़की के पिता को उसे पेश करने का आदेश दिया।
इसके बाद हदिया ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया। इसमें कहा गया था कि वह मुस्लिम है और मुस्लिम ही बनी रहना चाहती है। उसने यह भी कहा है कि वह शफीन जहां की पत्नी ही बनी रहना चाहती है।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का ऑर्डर रद्द कर दिया। कोर्ट ने कहा कि हदिया और शफीन पति-पत्नी की तरह रह सकेंगे। साथ ही कोर्ट ने NIA को लव जिहाद की साजिश की जांच जारी रखने का आदेश दिया।

18 अक्टूबर 2018 को हिन्दुस्तान टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि NIA ने केरल में लव जिहाद मामले की जांच बंद कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर NIA ने केरल में दूसरे धर्म में हुई 11 शादियों की जांच की थी। एजेंसी ने पाया कि इसमें किसी भी मामले में यह नहीं पाया गया कि युवक या युवती को जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया हो।
*यानी अब तक देश में लव जिहाद के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं*।
सवाल-2: ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म के टीजर में दावा किया गया है कि केरल में 32,000 से ज्यादा लड़कियां गायब हुई हैं। ट्रेलर में भी हजारों लड़कियों के धर्म परिवर्तन के बाद ISIS जॉइन करने की बात कही गई है। इस दावे में कितनी सच्चाई है?
जवाब : टाइम्स ऑफ इंडिया ने 15 जुलाई 2016 को केरल की इंटेलिजेंस रिपोर्ट के हवाले से बताया कि कोझिकोड और मलप्पुरम में 2 मान्यता प्राप्त रिलीजियस कन्वर्जन सेंटर में 2011 से 2015 के बीच 5,793 लोगों ने इस्लाम धर्म अपनाया। रिपोर्ट में सरकार अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया कि गैर मान्यता प्राप्त केंद्रों में होने वाले धर्म परिवर्तनों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है।
रिपोर्ट में बताया गया इस्लाम धर्म को अपनाने वाले लोगों में लगभग आधी महिलाएं हैं। साथ ही इनमें से अधिकांश महिलाएं यानी 76% 35 साल से कम उम्र की हैं। जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किया उनमें 4,719 हिंदू थे और 1,074 ईसाई थे।
25 जून 2012 को केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने राज्य की विधानसभा में बताया था कि 2006 से 2,667 लड़कियों ने इस्लाम धर्म अपनाया है।
सुरक्षा एजेंसियों का अनुमान है कि केरल के करीब 100-120 लोग या तो ISIS में शामिल हो गए या शामिल होने की कोशिश की। उनमें से कुछ मध्य पूर्व से सीरिया या अफगानिस्तान गए, वहां पर वह ISIS के लिए काम करने लगे।
इनमें से कई मारे गए। वहीं अगस्त 2019 में मलप्पुरम के एक इंजीनियरिंग छात्र मोहम्मद मुहसिन के परिवार को एक संदेश मिला कि उनका इकलौता बेटा अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया है।

2014-15 में सुरक्षा एजेंसियों ने 17 भारतीयों की पहचान की, जिन पर ISIS में शामिल होने का संदेह था। उनमें से तीन केरल से थे। ये लोग मिडिल ईस्ट में काम कर रहे थे और 2013-14 में सीरिया चले गए।
मई-जून 2016 में महिलाओं और बच्चों समेत केरल के करीब दो दर्जन लोग ISIS में शामिल होने के लिए गए। जांच में ISIS के कासरगोड मॉड्यूल का पता लगा। जो लोग गायब हुए, उनमें से ज्यादातर उसी जिले के थे।
यानी केरल में धर्म परिवर्तन और ISIS में शामिल होने के मामले तो हैं, लेकिन ये गिनती के हैं। हजारों या 32 हजार तो बिल्कुल नहीं।

सवाल-3: ‘द केरल स्टोरी’ में दिखाया गया है कि केरल से गायब होने वाली लड़कियों ने ISIS जॉइन किया है। इसमें कितनी सच्चाई है?
जवाबः केरल की 4 महिलाएं अपने पति के साथ 2016-18 में अफगानिस्तान के नंगरहार पहुंची थीं। उनके पति अफगानिस्तान में अलग-अलग हमलों में मारे गए थे।
ये महिलाएं ISIS के उन हजारों लड़ाकों में शामिल थीं, जिन्होंने नवंबर और दिसंबर 2019 में अफगानिस्तान के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
साल 2021 में भारत सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इन चारों महिलाओं को भारत आने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

*सवाल-4: क्या इन सबके पीछे कोई संगठित गिरोह है?*
जवाब : केरल हाईकोर्ट को 2009 में दिए अपने हलफनामे में केंद्र सरकार ने बताया कि लव जिहाद को लेकर देश में कोई संगठित गिरोह नहीं है।
वहीं केरल से ISIS में भर्ती कराने के पीछे 3 बड़े मॉड्यूल के सक्रिय होने की बात सामने आई है। इसमें कासरगोड मॉड्यूल, कन्नूर मॉड्यूल और द उमर-अल-हिंद मॉड्यूल का पता लगा।
May 02, 2023

*Rohtak: विदेशी महिला बन पहले फेसबुक पर की दोस्ती, फिर युवक से 2.92 लाख रुपये ठगे, ऐसे बनाया शिकार*

                                
Rohtak: विदेशी महिला बन पहले फेसबुक पर की दोस्ती, फिर युवक से 2.92 लाख रुपये ठगे, ऐसे बनाया शिकार

साइबर ठग ने पहले फेसबुक पर दोस्ती की, फिर भारत आकर प्रॉपर्टी खरीदने का झांसा दिया। उसके बाद मुंबई कस्टम विभाग के नाम पर कॉल करवाकर पैसे ठग लिए। साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज 
विदेशी महिला मित्र बनकर रोहतक शहर के पटेल नगर निवासी युवक से 2.92 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पटेल नगर निवासी युवक ने दी शिकायत में बताया कि उसकी फेसबुक पर अर्मिता कोहली नाम से मित्र बनाने के लिए अर्जी आई। उसने अर्जी स्वीकार कर ली। नंवबर 2022 से दोनों के बीच फेसबुक के मैसेंजर पर बात होने लगी। एक अप्रैल को युवती ने उससे मोबाइल नंबर मांगा।

उसने मोबाइल नंबर दिया तो व्हाट्सअप पर बातचीत होने लगी। उसने कहा कि वह भारत आ रही है, जहां प्रॉपर्टी खरीदेगी। अगले ही दिन एक युवक का फोन आया। बताया गया कि वह मुंबई स्थित कस्टम विभाग से बोल रहा है।
आपकी दोस्त अर्मिता कोहली के पास महंगी घड़ियां, आभूषण, प्रफ्यूम, आई फोन व 50 हजार पोंड का डिमांड ड्राफ्ट है। कस्टम विभाग की इसके लिए 25,200 रुपये फीस देनी होगी। उसने बताए गए बैंक अकाउंट में यूपीआई से राशि भेज दी। इसके बाद किसी न किसी बहाने उससे कुल 2.92 लाख रुपये खाते में डलवा लिए। अब महिला सहित अन्य युवक का भी फोन बंद आ रहा है।

Friday, April 28, 2023

April 28, 2023

*जींद में कबाड़ कारोबारी से 5 लाख का फ्रॉड:*

*जींद में कबाड़ कारोबारी से 5 लाख का फ्रॉड:क्रेडिट कार्ड बनवा कर दूसरे खाते में राशि ट्रांसफर की*


क्रेडिट कार्ड बनवा कर दूसरे खाते में राशि ट्रांसफर की; केस दर्ज|
हरियाणा के जींद में कबाड़ के व्यापारी को क्रेडिट कार्ड बनाने का झांसा देकर 5 लाख रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। साइबर थाना पुलिस ने उसकी शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जींद की श्याम नगर कॉलोनी निवासी सुनील ने बताया कि वह कबाड़ का काम करता है। उसक पास अज्ञात व्यक्ति का कॉल आई, जिसने अपने आप को तथाकथित एक्सिस बैंक अधिकारी रजत बताया। उसने क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए कहा। उसने हामी भरी तो ओटीपी लेकर ई-मेल आईडी बनाई और उससे पैन कार्ड तथा आधार कार्ड की कॉपी ले ली। उसके बाद उसके खाते में 5 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर कर दी।
ऋण के नाम पर 7885 रुपए खर्च काटकर उसके खाते में 492115 रुपए डाल दिए। साथ ही तथाकथित बैंक कर्मी ने कहा कि वह इस राशि का प्रयोग नहीं कर सकता है, यह केवल उसकी क्रेडिट कार्ड लिमिट है। उसके बाद 2 बार में 3 लाख 52 हजार 211 और 1 लाख 39 हजार 811 रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए। बैंक में आकर पता किया गौरव नाम के व्यक्ति के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, जबकि वह किसी गौरव नाम के व्यक्ति को नहीं जानता।
उसने पुलिस को बताया कि 5 अप्रैल को उसके खाते से 11 हजार 313 रुपए लोन के ऋण के रूप में कट गए तो वह बैंक में पता करने के लिए गया। बैंक में उसे पता चला कि उसने लोन लिया हुआ था। बाद में उसे समझ आया कि आरोपी ने फर्जी तरीके से उसके खाते का क्रेडिट कार्ड बनवाकर ऋण ले लिया और पैसे गौरव नाम के खाते में ट्रांसफर कर गया। साइबर थाना पुलिस ने सुनील की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
April 28, 2023

जींद पुलिस ने 25 हजार का इनामी बदमाश पकड़ा:2019 में युवक की गोली मारकर की थी हत्या; 4 साल से फरार था आरोपी

जींद पुलिस ने 25 हजार का इनामी बदमाश पकड़ा:2019 में युवक की गोली मारकर की थी हत्या; 4 साल से फरार था आरोपी
जींद पुलिस की गिरफ्त में हत्या का आरोपी आकाश उर्फ कैंडी। 

जींद:जींद में 3 अगस्त 2019 को झांझ गेट के पास युवक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में फरार चल रहे 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश आकाश उर्फ कैंडी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी हत्या की वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था।
पुलिस ने कैंडी को कैथल बस अड्डे के पास से दबोचा है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि हत्या की वारदात के बाद वह अपना नाम बदलकर कभी नागपुर तो कभी मुंबई और गोवा में टैक्सी ड्राइवर की नौकरी कर रहा था।
SP सुमित कुमार ने बताया कि आकाश उफ कैंडी ने वाल्मीकि मोहल्ला निवासी नवनीत की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस 4 साल से आरोपी के ठिकानों पर छापामारी कर रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इसके बाद CIA को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई। CIA इंचार्ज अनूप सिंह ने साइबर सेल की सहायता से गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी कैंडी को कैथल से गिरफ्तार कर लिया।
*आकाश पर पहले भी कई केस दर्ज*

आकाश उफ कैंडी पर जींद शहर थाना में हत्या के प्रयास का मामला 2017 में भी दर्ज हुआ था, जिसमें आकाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर अमित नाम के लड़के को जान से मारने की नीयत से बुरी तरह पीटा था। इसमें वह बेल पर था। करनाल के असंध में आकाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर गांव झिमरी खेड़ा में रामकुमार नामक युवक पर जान से मारने की नीयत से 3 गोलियां चलाई, जिसमें रामकुमार बाल-बाल बच गया था।
वहां भी कैंडी पर हत्या का केस दर्ज था। इस केस में आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन बाद में बेल के बाद पेशी पर नहीं आया, जिस पर उसे पीओ घोषित कर दिया था। छह जून 2022 को कैंडी के खिलाफ असंध थाना में मामला दर्ज है। इसी साल आकाश के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत एक मामला थाना टोहाना में भी दर्ज है।
April 28, 2023

*हरियाणा के 5 लाख SIM ब्लॉक:साइबर ठगी का शक; 90% सिम मेवात जिले के, पुलिस ने 402 संदिग्ध की पहचान की*

हरियाणा के 5 लाख SIM ब्लॉक:साइबर ठगी का शक; 90% सिम मेवात जिले के, पुलिस ने 402 संदिग्ध की पहचान की

*साइबर ठगी का शक 90% सिम मेवात जिले के, पुलिस ने 402 संदिग्ध की पहचान की*
                          हरियाणा देश में चल रही साइबर ठगी का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। पिछले साल 1 जनवरी से, हरियाणा पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने देश भर में साइबर धोखाधड़ी करने के लिए इस्तेमाल राज्य के लगभग 5 लाख SIM कार्डों को ब्लॉक कर दिया है। यह भी खुलासा हुआ है कि 90 प्रतिशत ब्लॉक सिम कार्ड मेवात जिले के 40 गांवों में उपयोग किए जा रहे थे।

हरियाणा पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल कम से कम 402 अपराधियों की पहचान भी की है।

66,784 शिकायतें आई
हरियाणा पुलिस के पास 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 के बीच 66,784 शिकायतें, जिन पर ये कार्रवाई की गई है। इन शिकायतों से पता चला कि हरियाणा में बैठे अपराधियों ने 301.48 करोड़ रुपए की ठगे। मेवात हरियाणा के नूंह जिले का एक क्षेत्र है, जो साइबर अपराध का केंद्र बन रहा है।
*ऐसे हुई फर्जी SIM की पहचान*
                          हरियाणा पुलिस के अधिकारियों के अनुसार फर्जी सिम कार्ड की पहचान दूरसंचार विभाग (DOT) द्वारा विकसित एक टूल, टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन (ASTR) के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन की मदद से की गई है। अभी भी कई सिम कार्डों की पहचान के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
*चार लोग मिलकर करते हैं अपराध*
                                एक वरिष्ठ अधिकारी ने मोडस ऑपरेंडी के बारे में बताया कि एक व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके सिम कार्ड की व्यवस्था करता है, दूसरा बैंक खातों और भुगतान आवेदनों को इन सिम कार्डों से जोड़ता है, तीसरा संभावित लक्ष्यों को कॉल करने और ठगने के लिए दूसरे सिम कार्ड का उपयोग करता है, जबकि चौथा पैसा निकालता है। अपराधी गिरफ्तारी से बचने के लिए ज्यादातर दूर रहने वाले लोगों को अपना निशाना बनाते हैं।
April 28, 2023

* सुप्रीम कोर्ट में महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली पुलिस बोली- 'FIR से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत*

*सुप्रीम कोर्ट में महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली पुलिस बोली- 'FIR से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत'*।
                           महिला पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाये हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.
                       Supreme Court : सुप्रीम कोर्ट में महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली पुलिस बोली- 'FIR से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत'
*जंतर- मंतर पर यौन उत्पीड़न के विरोध में धरना* 

 दिल्ली पुलिस ने बुधवार (26 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सात महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत है.

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की पीठ को दिल्ली पुलिस की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि अगर सुप्रीम कोर्ट को लगता है कि सीधे प्राथमिकी दर्ज की जानी है तो ऐसा किया जा सकता है.



*जनरल तुषार मेहता ने क्या मांग की?*


तुषार मेहता ने कहा कि प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि प्राथमिकी दर्ज किए जाने से पहले प्रारंभिक जांच किए जाने की जरूरत है. मेहता ने कहा कि ऐसी धारणा कायम न होने दें कि अदालत के कहने के बावजूद प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. पीठ ने मेहता की दलीलों का संज्ञान लिया है. इसके साथ कहा कि दिल्ली पुलिस 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका पर सुनवाई के दौरान प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर अपने विचार रख सकती है.

आपको बता दें कि शीर्ष अदालत ने सात महिला पहलवानों की याचिका पर मंगलवार को दिल्ली पुलिस और अन्य को नोटिस जारी किया था. न्यायालय ने महिला पहलवानों द्वारा लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा था कि इस पर उसे (न्यायालय) को विचार करने की जरूरत है.


*पहलवानों की मांग समिति की रिपोर्ट जारी हो*


पहलवानों ने दावा किया कि बृजभूषण शरण सिंह और उनके करीबी सहयोगियों की ओर से कई मौकों पर यौन, भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किए गए हैं. साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित कई दिग्गज पहलवानों ने इस तरह के कृत्य के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की हिम्मत जुटाई है. आपको बता दें कि कई राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न पर मांग की हैं कि जांच समिति की उस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए. 

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April 28, 2023

सोनीपत में विवादित शिक्षा कर्मी बर्खास्त, :RTE में एडमिशन के बदले मांगता था इज्जत; कॉल रिकार्डिंग से खुली पोल, महिलाएं बोलीं-कईयों को फांसा

सोनीपत में विवादित शिक्षा कर्मी बर्खास्त, :RTE में एडमिशन के बदले मांगता था इज्जत; कॉल रिकार्डिंग से खुली पोल, महिलाएं बोलीं-कईयों को फांसा
सोनीपत : हरियाणा के सोनीपत में राइट टू एजुकेशन (RTE) में निजी स्कूलों में बच्चियों के एडमिशन के लिए उनकी मां से इज्जत का सौदा करने वाले खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) ऑफिस में तैनात आरोपी क्लर्क नवीन को शिक्षा विभाग ने सेवा से बर्खास्त कर दिया है। शिक्षा विभाग मामले की जांच कर रहा था। डीसी ने बताया कि कर्मचारी के गंभीर कदाचार को देखते हुए डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन (डीएसई) द्वारा इसकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
इस बीच छात्र अभिभावक संघ ने सनसनीखेज खुलासा किया कि काफी महिलाओं को शिकार बनाया गया है। एक महिला तो हर महीने कर्मचारी के पास जाने को मजबूर है। 4-5 महिलाओं का पता चल गया है, जल्द ही उनको भी सामने लाया जाएगा। एक-एक से मिलकर लिस्ट तैयार की जा रही है।
*महिलाएं बोलीं- ये कैसा एडमिशन कानून*

साथ ही अब महिलाओं ने सरकार और शिक्षा विभाग पर सवाल दागा है कि RTE में एडमिशन का ये कैसा कानून है, जिसके लिए महिलाओं को समझौता करना पड़ रहा है, अपने जिस्म का सौदा करना पड़ रहा है। अब तो पूरा डिपार्टमेंट ही शक के दायरे में आ गया है। ऐसा नहीं हो सकता कि एक कर्मचारी रुपए के साथ उनसे इज्जत मांग रहा हो और प्रशासन या डिपार्टमेंट काे इसका पता न हो। महिलाओं ने कहा कि इस कर्मी को जेल में डालकर ही छोड़ेंगी।
*कर्मी नवीन को बर्खास्त करने को लेकर जारी पत्र।*

डीसी बोले-मेरी रिपोर्ट पर कार्रवाई

सोनीपत डीसी ललित सिवाच ने देर रात पत्रकारों को जानकारी दी कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन (डीएसई) द्वारा कार्यवाही करते हुए कर्मचारी नवीन को बर्खास्त कर दिया गया है। कंप्यूटर लैब अटेंडेंट नवीन कुमार द्वारा RTE के तहत स्कूल में प्रवेश के नाम पर महिला के साथ दुर्व्यवहार के संबंध में उन्होंने रिपोर्ट भेजी थी।
*कर्मी ने ये किया महिलाओं से सौदा*

बता दें कि नवीन कुमार को जाहरी स्कूल से डेपूटेशन पर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लगाया गया था। वह RTE से जुड़ी अहम जिम्मेदारी संभाल रहा था। उसने महिलाओं से कहा था कि उनकी बेटी का एडमिशन करा देगा, लेकिन 30 हजार रुपए खर्चा आएगा। रुपए नहीं हैं तो हर महीने एक दिन कुछ घंटे उसके साथ बिताने पडेंगे। इसमें दो महिलाएं सामने आ चुकी हैं। कई अन्य को भी सामने लाने के दावे हो रहे हैं।
*प्रवेश कुमारी, उपाध्यक्ष छात्र अभिभावक संघ।*

छात्र अभिभावक संघ की उपाध्यक्ष प्रवेश कुमारी ने इस बीच बड़ा खुलासा किया है। कर्मचारी ने काफी महिलाओं को शिकार बनाया है। उनके पास अभी कुछ डाटा आया है। ऐसी 4-5 महिलाएं और हैं, जिनके साथ ऐसा हुआ है। एक महिला ऐसी है, जो कि हर महीने उससे मिलने के लिए जाती है। इतना बड़ा जो कांड हुआ है, ऐसा तो हो नहीं सकता कि प्रशासन काे विभाग को पता न होगा। ये तो शुक्र है कि एक महिला ने इतनी हिम्मत जुटाई है कि FIR हो गई।
*..मेहनत यानी कि जिस्म का सौदा*

लेकिन अभी FIR में कुछ नहीं हुआ है। साथ ही साथ जमानत दे के छोड़ दिया गया। प्रवेश कुमारी ने कहा कि जितना भी ज्यादा हो सकेगा, उतना हम लड़ेंगे और अंदर कराके ही छोड़ेंगे। उसने महिलाओं से बोला कि काम ऐसे नहीं होते, उसके लिए मेहनत करनी पड़ती है। मेहनत यानी कि जिस्म का सौदा।

ये RTE है या 134 है, सरकार का दिया हुआ कानून है। उसमें महिलाओं को समझौता करना पड़ रहा है। अपने जिस्म का सौदा करना पड़ रहा है। ऐसा करके उसने बहुत सारी महिलाओं को फंसा कर रखा है, लेकिन हम उनको छोड़ेंगे नहीं। हम महिलाओं से एक एक कर मिल रहे हैं।
*अब तो शक के दायरे में पूरा डिपार्टमेंट*

छात्र अभिभावक संघ की उपाध्यक्ष प्रवेश कुमारी ने कहा कि अब तो शक के दायरे में पूरा डिपार्टमेंट है। क्योंकि 134 भी कई सालों से चला हुआ था और RTE में भी 2 साल से एडमिशन हो रहे हैं। हमें पूरा पूरा शक है कि इसमें एक बंदा नवीन नाम का ही नहीं है बल्कि और भी इसमें शामिल हैं। हम सबको शक के घेरे में रख रहे हैं। क्यों कि एक क्लर्क है, वो भी कॉन्ट्रैक्ट बेस पे, उसकी अकेली की इतनी हिम्मत तो हो नहीं सकती कि वो ऐसा काम करे।
*ये था पूरा मामला*

बता दें कि एक दिन पहले ही खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में क्लर्क नवीन के खिलाफ सिविल लाइन थाना में केस दर्ज हुआ है। उसने एक महिला से उसकी बेटी का आरटीई के तहत निजी स्कूल में एडमिशन कराने के लिए 30 हजार रुपए मांगे थे और कहा था कि उसे कुछ घंटों के लिए उसके साथ कमरे पर चला होगा।
*फिर तो हर महीने आना पड़ेगा*

महिला ने कहा कि उसके पास इतने रुपए नहीं हैं तो कहा कि फिर तो उसे इर महीने एक दिन 4-5 घंटों के लिए बार चलना पड़ेगा। दोनों के बीच हुई बातचीत महिला ने रिकॉर्ड कर पुलिस को दे दी। इसमें कर्मचारी नवीन सीधे सीधे बेटी का एडमिशन कराने के नाम पर महिला की इज्जत का सौदा कर रहा है। पुलिस ने अब खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय (BEO ऑफिस) के कर्मचारी नवीन के खिलाफ धारा 354 ए के तहत केस दर्ज कर लिया है।