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Thursday, May 11, 2023

May 11, 2023

*कौन है वो ISI ऑफिसर, जिसका नाम लेकर फंसे इमरान:आर्मी के चहेते रहे पूर्व पीएम को घसीटते क्यों ले गए रेंजर्स*

*कौन है वो ISI ऑफिसर, जिसका नाम लेकर फंसे इमरान*. आर्मी के चहेते रहे पूर्व पीएम को घसीटते क्यों ले गए रेंजर्स
‘पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के मेजर जनरल फैसल नसीर ने दो बार मेरा कत्ल करने की कोशिश की। वह टीवी एंकर अरशद शरीफ की हत्या में भी शामिल हैं। उन्होंने ही मेरी पार्टी की सीनेटर आजम स्वाति के कपड़े तक उतरवा दिए थे।’
यह बयान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को लाहौर में एक रैली के दौरान दिया। पाकिस्तान आर्मी ने इमरान के आरोपों को झूठा बताया और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी। इसके दो दिन बाद ही इस्लामाबाद हाईकोर्ट से पाकिस्तानी रेंजर्स इमरान को घसीटते हुए ले जाते दिखे।
कौन हैं ISI ऑफिसर फैसल नसीर, जिनका बार-बार जिक्र कर रहे इमरान खान? कभी पाक आर्मी के चहेते रहे इमरान की आर्मी से कैसे ठन गई?
सबसे पहले जानते हैं कि इमरान खान ने लाहौर रैली में क्या कहा- 'यह आदमी (जनरल फैसल नसीर) पिछले 20 महीनों से मेरी पार्टी के लोगों के खिलाफ अत्याचार में शामिल है, लेकिन उसकी संस्था में किसी को भी इसकी परवाह नहीं है। पाकिस्तान से प्यार करने वाला कोई भी व्यक्ति वह नहीं कर सकता जो यह आदमी कर रहा है। इमरान ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से पूछा कि वह इस ISI अफसर के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?
इमरान के इस बयान पर पाकिस्तान आर्मी ने ऐतराज जताया। गिरफ्तारी से पहले इमरान ने एक और बयान दिया, जिसमें कहा...
पाकिस्तान आर्मी की मीडिया विंग ISPR ने बयान दिया है कि मैंने फौज की तौहीन कर दी है। एक इंटेलिजेंस ऑफिसर का नाम ले लिया जिसने दो बार मेरा कत्ल करने की कोशिश की।
ISPR साहब मेरी बात को गौर से सुनिए। इज्जत सिर्फ फौज की नहीं, कौम के सभी नागरिकों की होनी चाहिए। डर्टी हैरी ने जो प्लान बनाया है। इसके साथ पूरा टोला है।
फौज कान खोलकर सुन ले। मैं डरने वाला नहीं हूं और न पाकिस्तान छोड़कर जाऊंगा।
*इमरान खान ने ISI के जिस ‘डर्टी हैरी’ पर आरोप लगाए, वो कौन है?*

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के DG (C) फैसल नसीर।
फैसल नसीर साल 1992 में पाकिस्तान की फौज में भर्ती हुए। पिछले साल अक्टूबर में उनका प्रमोशन हुआ और वे ब्रिगेडियर से मेजर जनरल बन गए। बलूचिस्तान और सिंध में अहम भूमिका की वजह से नसीर को 'सुपर स्पाई' के रूप में भी जाना जाता है।

पिछले साल मेजर जनरल फैसल को ISI का DG (C) नियुक्त किया गया। ISI का प्रमुख DG होता है वहीं दूसरे नंबर पर DG (C)) होता है। ISI में वह इंटरनल सिक्योरिटी और काउंटर इंटेलिजेंस से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी यानी PTI के प्रमुख इमरान ने अगस्त 2022 में अपनी करीबी सहयोगी शाहबाज गिल की गिरफ्तारी के बाद पहली बार फैसल नसीर का नाम लिया था। उन्होंने कहा था कि 'फासीवादी सरकार' के पीछे यही 'डर्टी हैरी' है।

*फैसल नसीर पर पाकिस्तान के पत्रकार की हत्या का क्या आरोप है?*

अरशद शरीफ को पाकिस्तानी सेना का करीबी माना जाता था। हालांकि इमरान खान के सत्ता से हटने बाद वो सेना की काफी आलोचना करने लगे थे
अरशद शरीफ को पाकिस्तानी सेना का करीबी माना जाता था। हालांकि इमरान खान के सत्ता से हटने बाद वो सेना की काफी आलोचना करने लगे थे।
इमरान खान के एक करीबी पत्रकार और टीवी एंकर थे अरशद शरीफ। उन्होंने पिछले साल अप्रैल में इमरान खान को हटाने के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में पाकिस्तानी आर्मी की भूमिका की आलोचना की थी।
जान से मारने की धमकी मिलने के बाद वे देश छोड़कर चले गए थे। वह कहां पर थे यह पब्लिकली किसी को भी नहीं पता था। 23 अक्टूबर 2022 को अरशद शरीफ की केन्या में पुलिस की गोली से मौत हो जाती है। आरोप लगते हैं कि अरशद शरीफ की हत्या कराई गई।
शरीफ की मां रिफत आरा अल्वी ने पिछले साल पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने बेटे अरशद की हत्या की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाने की मांग की।
अरशद की मां ने जो पत्र लिखा था उसमें पावरफुल मिलिट्री सर्किल का जिक्र है। इसमें प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के साथ उस वक्त पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा और ISI प्रमुख नदीम अंजुम का नाम शामिल था।
इसके बाद उन्हें ब्रिगेडियर मोहम्मद शफीक मलिक उर्फ गंजा शैतान, ब्रिगेडियर फहीन रजा और ISI के DG (C) मेजर जनरल फैसल नसीर से जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। पिछले साल नवंबर में पंजाब में एक रैली के दौरान इमरान खान पर हमला हुआ था।
इस दौरान उनके पैर में तीन गोली मारी गई थी। उस वक्त इमरान खान ने फैसल नसीर के साथ ही प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह पर हमले का आरोप लगाया था।
आखिर इमरान और पाकिस्तान की फौज में क्यों ठन गई?

पाकिस्तान में जुलाई 2018 से पहले पीएमएल-एन की सरकार थी। नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री रहते हुए विदेश और घरेलू नीति पर सैन्य वर्चस्व को चुनौती दी थी। इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने वहां की न्यायपालिका के जरिए शरीफ को अयोग्य करार देकर प्रधानमंत्री पद से हटा दिया था।
ऐसे में पाकिस्तान की सेना ने क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के लिए पूरी तरह तैयार किया। जुलाई 2018 में पाकिस्तान में आम चुनाव हुए।
इस दौरान नवाज शरीफ समेत विपक्षी पार्टियों ने रिजल्ट में धांधली के आरोप लगाए। खासकर फाइनल रिजल्ट की घोषणा में देरी पर। कहा गया कि सेना ने इमरान को जिताने के लिए ऐसा किया।
इसके बाद चुनावों में इमरान खान की जीत हुई और छोटी पार्टियाें के साथ गठबंधन कर वह प्रधानमंत्री बने। इमरान खान ने जोर देकर कहा कि उनका ध्यान शासन में सुधार पर है। उन्होंने देश के बड़े हिस्से में स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत भी की।

*18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते इमरान खाान।*

इसी बीच पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब में एक अनुभवहीन और नए राजनेता को मुख्यमंत्री बनाने पर काफी आलोचना हुई। काफी आलोचना के बाद भी इमरान ने उस्मान बुजदार को मुख्यमंत्री पद से हटाने से इनकार कर दिया।
अफवाह फैली कि प्रधानमंत्री इमरान की पत्नी और उनकी आध्यात्मिक मार्गदर्शक बुशरा बीबी ने उन्हें चेतावनी दी थी बुजदार एक अच्छा शगुन है और अगर उन्हें हटा दिया गया तो इमरान की पूरी सरकार गिर जाएगी।
इमरान के सामने कई और चुनौतियों भी मुंह बाए खड़ी थीं। पाकिस्तान के आर्थिक हालात खराब हो रहे थे। खाने कीमतों में काफी वृद्धि हो रही थी। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया लगातार गिर रहा था।

इमरान खान के समर्थकों ने इसके लिए ग्लोबल कंडीशन को दोषी ठहराया, लेकिन जनता में इमरान के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही थी। इसके बावजूद इमरान फौज के चहेते बने रहे। इस बीच सेना प्रमुख जनरल बाजवा और ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद पर भी विपक्ष ने हमला करना शुरू कर दिया।
साल 2021 आते-आते काफी कुछ बदलने लगा। कई ऑब्जर्वरों ने बताया कि इमरान खान सरकार के खराब प्रदर्शन से खासकर पंजाब में सेना की निराशा बढ़ रही थी। यही वजह है कि विपक्ष भी इस दौरान इमरान को सत्ता में लाने वाली फौज को भी इस संकट के लिए बराबर का दोषी ठहरा रहा था।

इसी बीच आर्मी चीफ जनरल बाजवा और ISI प्रमुख फैज हमीद के बीच भी दरार दिखाई देने लगी। उस समय माना जा रहा था कि अगले सेना प्रमुख हमीद बनेंगे। बताया जाता है कि लेफ्टिनेंट जनरल हमीद सेना प्रमुख बनने को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने पड़ोसी अफगानिस्तान में अधिकारियों से पहले ही कह दिया था कि वह सेना के अगले प्रमुख होंगे।
साल 2021 की गर्मियों में बड़े पत्रकारों के साथ एक निजी बातचीत के दौरान दोनों पावरफुल शख्सियतों के बीच तनाव देखा गया। एक पत्रकार ने सवाल पूछा कि ISI प्रमुख ने सिर्फ इतना बताया है कि समय समाप्त हो गया। इसके बाद जनरल बाजवा ने काफी तल्ख लहजे में कहा, 'मैं प्रमुख हूं। जब हम काम कर लेंगे तो मैं तय करूंगा।'
अक्टूबर में विवाद और बढ़ गया और इमरान खान की मुश्किलें भी। जनरल बाजवा को ISI चीफ के लिए एक नया शख्स चाहिए था। ऐसे में उन्होंने सेना की भूमिकाओं में बदलाव की घोषणा की।

हालांकि इमरान खान के लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के साथ काफी अच्छे संबंध थे। ऐसे में इमरान ने इसका विरोध किया। इमरान चाहते थे कि फैज हमीद अगले चुनावों तक बने रहें ताकि एक बार फिर से चुनाव जीतने में उनकी मदद करें।
प्रधानमंत्री ने लगभग तीन हफ्ते के लिए पोस्टिंग में बदलाव को मंजूरी देने वाले फॉर्मल नोटिफिकेशन जारी करने से रोक दिया। यानी एक प्रकार से इमरान ने खुफिया एजेंसी ISI के नए चीफ की नियुक्ति पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।
सेना और इमरान खान की सरकार के बीच अब दरार साफतौर पर दिखाई देने लगी थी। इसने विपक्ष का हौसला बढ़ा दिया।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के पूर्व प्रमुख फैज हमीद और पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा।
                       पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के पूर्व प्रमुख फैज हमीद और पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा।
मार्च 2022 में विपक्ष फिर से इमरान खान के खिलाफ इकट्‌ठा होता है। शाहबाज शरीफ ने देश के आर्थिक संकट को लेकर इमरान के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव पेश किया।
इसी समय पाकिस्तानी सेना का बयान आता है। इसमें स्पष्ट किया गया कि अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया के दौरान सेना तटस्थ रुख अपनाएगी। इस दौरान सत्तारूढ़ PTI के लगभग दो दर्जन सांसदों ने सार्वजनिक रूप से इमरान के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया।
तब इमरान खान की पार्टी छोड़ने वाले एक सांसद ने बताया था कि उस वक्त उन्हें और दूसरे सांसदों को खुफिया सेवाओं से फोन आते थे। इसमें बताया जाता था कि उन्हें क्या करना है। उन्होंने गुस्से में कहा कि हमारे साथ मारपीट की जाती थी। हालांकि लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के ऑफिस छोड़ने के बाद कॉल आने बंद हो गए। उसके बाद सेना ने हस्तक्षेप करना बंद कर दिया।
पत्रकार कामरान यूसुफ बताते हैं कि 2018 में इमरान को सरकार बनाने के लिए छोटे दलों का समर्थन चाहिए था। उस दौरान इन दलों को इमरान के साथ लाने में सेना ने मदद की थी, लेकिन इस बार हाथ हटाने से इमरान का पतन साफ दिख रहा था।
इमरान और सेना के बीच और भी मतभेद सामने आए। इसमें विदेश नीति प्रमुख थी। हालांकि इमरान ने फरवरी 2022 में उस दिन मॉस्को जाने का बचाव किया था जिस दिन रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में हमला किया था। वहीं एक हफ्ते पहले ही जनरल बाजवा ने अप्रैल में कहा कि हमले को तुरंत रोका जाना चाहिए।
इमरान सरकार ने पहले संसद को भंग करके और समय से पहले चुनाव कराकर अविश्वास प्रस्ताव को दरकिनार करने की कोशिश की।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया कराने का आदेश दे दिया। इसके बाद 10 अप्रैल 2022 को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव सफल रहने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता से बाहर हो गए।
May 11, 2023

*हरियाणा CM की धरने पर बैठे रेसलर्स को नसीहत:बोले- कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है; इस विषय को एक सीमा से आगे न बढ़ाएं*

*हरियाणा CM की धरने पर बैठे रेसलर्स को नसीहत:बोले- कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है; इस विषय को एक सीमा से आगे न बढ़ाएं*
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने पर हरियाणा CM मनोहर लाल का फिर बड़ा बयान आया है। सीएम ने कहा है कि इस मामले में कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। FIR भी दर्ज हो चुकी है। मैं तो खिलाड़ियों से अपील करूंगा कि इस विषय को एक सीमा से आगे न बढ़ाएं।
रेसलर फेडरेशन के भी अब नए चुनाव होने वाले हैं, इसलिए उनका (बृजभूषण) वैसे भी कोई रोल नहीं रहा है।
पहले भी दे चुके हैं तीखी प्रतिक्रिया
दिल्ली में जंतर-मंतर पर बैठे हरियाणा के रेसलर्स और दिल्ली पुलिस की झड़प पर करनाल में CM मनोहर लाल खट्‌टर पहले भी तीखी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। सीएम मनोहर लाल ने कहा- 'खिलाड़ियों का मामला हरियाणा सरकार के संज्ञान में है, लेकिन यह मामला हरियाणा से जुड़ा हुआ नहीं है, इसलिए कार्रवाई नहीं कर सकते।
यह विषय दिल्ली व केंद्रीय टीमों से जुड़ा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने भी FIR दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस मामले की निष्पक्षता से जांच होगी और आरोपों में कितनी ज्यादा सच्चाई है वह जांच का विषय है'।
रेसलर्स के समर्थन में डिप्टी CM और विज
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और डिप्टी CM रेसलर्स के समर्थन में आ चुके हैं। विज कह चुके हैं कि 'ये सारा विषय उच्च स्तर पर टेकअप किया जा रहा है, मैं खुद स्पोर्ट्स विभाग का मंत्री रहा हूं, मैं पूरी तरह से खिलाड़ियों के साथ हूं, अगर मुझको ऊपर सरकार में बात करनी या कहनी होगी तो मैं करूंगा।
हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। खिलाड़ियों ने अपने बयान दर्ज करवा दिए हैं। दिल्ली पुलिस दोषी पर जल्द से जल्द और सख्त से सख्त से कार्रवाई करे।

प्रदर्शन करने वाले ज्यादातर हरियाणा के रेसलर्स
दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे रेसलर्स में ज्यादातर हरियाणा से हैं। बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट इस प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। यह प्रदर्शन भारतीय कुश्ती संघ (WFI) अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ हो रहा है।
रेसलर्स का आरोप है कि अध्यक्ष ने रेसलर्स का यौन शोषण किया है। उन्हें पद से हटाकर गिरफ्तार किया जाए। बृजभूषण पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पॉस्को एक्ट और छेड़छाड़ के 2 केस दर्ज हो चुके हैं।
May 11, 2023

*IPL के 5 महंगे खिलाड़ियों पर भारी पड़े सस्ते खिलाड़ी:16.25 करोड़ के बेन स्टोक्स 15 रन ही बना सके, 50 लाख के रहाणे ने ठोक दिए 266 रन*

*IPL के 5 महंगे खिलाड़ियों पर भारी पड़े सस्ते खिलाड़ी:16.25 करोड़ के बेन स्टोक्स 15 रन ही बना सके, 50 लाख के रहाणे ने ठोक दिए 266 रन*
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 16वें सीजन के दूसरे हाफ की शुरुआत हो चुकी है। इस सीजन के लिए पिछले साल दिसंबर में हुए मिनी ऑक्शन में कई ऐसे खिलाड़ी थे, जो काफी महंगे बिके थे। ऐसे कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन इस सीजन में बेहद निराशाजनक रहा है, वहीं कई ऐसे भी खिलाड़ी रहें, जो बेस प्राइस पर टीम से जुड़े और अब तक का उनका परफॉर्मेंस कमाल का रहा है।
बेन स्टोक्स हों या कैमरून ग्रीन, हैरी ब्रूक या सैम करन और निकोलस पूरन इन खिलाड़ियों पर फ्रेंचाइजियों ने IPL 2023 के मिनी ऑक्शन के दौरान पैसों की बारिश कर दी थी। अब तक खेले गए मैचों के आधार पर कह सकते हैं कि इसमें से कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन औसत रहा वहीं कुछ पूरी तरह से फ्लॉप रहे।

इस स्टोरी में ऐसे ही 10 क्रिकेटर्स पर चर्चा करेंगे, जो ऑक्शन में तो महंगे बिके, लेकिन टीम के लिए अब तक कुछ खास नहीं कर सके हैं। साथ ही उन खिलाड़ियों के बारे में भी जानेंगे, जो सस्ते होने के बावजूद दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

*शुरुआत करते हैं इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी सैम करन से...*

सैम करन, पंजाब किंग्स (18.5 करोड़ रुपए)
IPL 2023 में सबसे महंगे बिके सैम करन का प्रदर्शन पंजाब किंग्स के लिए अब तक औसत रहा है। सैम पर पंजाब की टीम ने 18.5 करोड़ रुपए खर्च किए थे। उन्होंने सिर्फ एक मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। सीजन के 31वें मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ अर्धशतक लगाकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। शेष मुकाबले में वे टीम की जीत में बड़ी भूमिका नहीं निभा पाए।
ऐसे में पंजाब को करन से बड़ी उम्मीदे होंगी। सैम ने इस सीजन के 11 मैचों में एक अर्धशतक की मदद से 196 रन बनाए हैं। इस दौरान सैम का स्ट्राइक रेट 137.06 रहा। उनके नाम सात विकेट हैं। उन्होंने 9.55 इकोनॉमी से रन दिए हैं।
कैमरून ग्रीन, मुंबई इंडियंस (17.5 करोड़ रुपए)
ऑस्ट्रेलिया के इस स्टार ऑलराउंडर का IPL में यह पहला सीजन ही है। ग्रीन को मुंबई ने 17.50 करोड़ रुपए में खरीदा था। अब तक हुए मुकाबले में ग्रीन बल्ले और गेंद दोनों से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। उन्होंने अब तक 11 मैच खेले हैं और इस दौरान कुल 274 रन बनाए। ग्रीन का सर्वश्रेष्ठ IPL स्कोर 64 रन रहा है। उन्होंने 6 विकेट भी लिए हैं। बॉलिंग में उनका बेस्ट परफॉर्मेंस 41 रन देकर 2 विकेट लेना रहा है। आगामी मैचों में उनसे बेहतर परफॉर्मेंस की उम्मीद होगी।
 
बेन स्टोक्स, चेन्नई सुपर किंग्स (16.25 करोड़ रुपए)
बेन स्टोक्स को चेन्नई सुपर किंग्स ने IPL 2023 की नीलामी में 16.25 करोड़ की भारी भरकम कीमत में खरीदा था। वे की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए हैं। स्टोक्स ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 7 और लखनऊ के खिलाफ 8 रन बनाए। स्टोक्स ने लखनऊ के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए एक ओवर में 18 रन खर्च कर दिए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक वे चोटिल हैं।

निकोलस पूरन, लखनऊ सुपरजायंट्स (16 करोड़ रुपए)
लखनऊ सुपरजायंट्स ने वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन पर 16 करोड़ रुपए खर्च किए थे। उन्होंने अब तक खेले गए अपने 11 मैचों में 24.80 की औसत से 248 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका 160.00 का स्ट्राइक रेट रहा है। RCB के खिलाफ उन्होंने 19 गेंदों पर 62 रनों की तूफानी पारी खेली थी। इस सीजन उनके बल्ले से 246 रन निकले हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि उन्होंने अब तक लखनऊ को निराश नहीं किया है। हालांकि, टीम उनसे आगे और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगी।
हैरी ब्रूक, सनराइजर्स हैदराबाद (13.25 करोड़ रुपए)
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 13.25 करोड़ रुपए बिके हैरी ब्रुक का बल्ला अब तक खामोश ही रहा है। हैरी अब तक टीम के लिए कुछ खास योगदान नहीं दे पाए हैं। हैरी का यह डेब्यू सीजन है। अगर ब्रूक की KKR के खिलाफ शतकीय पारी को छोड़ दें, तो उनका प्रदर्शन फीका ही रहा है। अभी तक खेले गए 9 मुकाबलों में हैरी ने 121.64 स्ट्राइक रेट से 163 रन ही बनाए हैं। टीम ने पिछले मैच में ब्रूक को प्लेइंग-11 में भी नहीं रखा था। उनके प्रदर्शन को देख कर कहा जा रहा है कि वह अभी तक फ्लॉप ही रहें हैं।
*कई बेस प्राइस वालों ने मनवाया लोहा...*
*सुयश शर्मा, कोलकाता नाइट राइडर्स (20 लाख रुपए)*
                              सुयश शर्मा पहली बार IPL में खेल रहे हैं। उनकी उम्र 19 साल है। वह लेगब्रेक गेंदबाजी करते हैं और दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। IPL 2023 के मिनी ऑक्शन में KKR ने इस इंडियन मिस्ट्री स्पिनर पर दांव लगाया था। टीम ने उन्हें बेस प्राइज में 20 लाख में खरीदा था। इससे पहले सुयश कोई लिस्ट ए, फर्स्ट क्लास या टी-20 मैच नहीं खेला था। उन्होंने अब तक कोलकाता के लिए 8 मैच में 10 विकेट लिए हैं। उनका इकोनॉमी रेट 8.06 का है। वहीं सुयश ने कई मुकाबलों में मैच जिताऊ पारी खेली।

साईं सुदर्शन, गुजरात टाइटंस (20 लाख रुपये)
21 साल के साईं सुदर्शन को इस सीजन में चोटिल केन विलियमसन की जगह टीम में खेलने का मौका मिला। IPL 2023 में गुजरात ने साई को बेस प्राइस 20 लाख में ही रिटेन किया है। साई ने पिछले साल IPL में डेब्यू किया था, तब पांच मैचों में 145 रन बनाए थे। इस ऑलराउंडर ने इस सीजन में पांच मैचों में 176 रन बनाए हैं, इसमें दो अर्धशतक भी शामिल है।

दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए सीजन के 8वें मुकाबले में गुजरात टाइटंस ने मेजबान दिल्ली कैपिटल्स को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी थी। ये गुजरात टाइटंस की टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत थी। इस जीत के सबसे बड़े नायक साई सुदर्शन रहे। तीसरे नंबर पर बैटिंग करने आए 21 साल के साई 48 गेंदों में नाबाद 62 रनों की पारी खेली थी।

अजिंक्य रहाणे, चेन्नई सुपर किंग्स (50 लाख रुपए)
इस सीजन में अजिंक्य रहाणे अलग ही फॉर्म में हैं। उन्होंने IPL में इस साल पावरप्ले में 222.22 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इस बल्लेबाज को CSK इस साल बेस प्राइस 50 लाख रुपए में टीम में शामिल की थी। इस सीजन में मुंबई के खिलाफ जब चेन्नई मुश्किल में थी, तो रहाणे ने 27 गेंदों में 61 रन की पारी खेलकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। बेंगलुरु के खिलाफ ऋतुराज गायकवाड जल्दी आउट हो गए थे, लेकिन रहाणे ने 20 गेंदो में 37 रनों की पारी खेली। KKR के खिलाफ उन्होंने 29 गेंदों पर नाबाद 71 रन बनाए। रहाणे बल्लेबाजी के साथ-साथ फील्डिंग में भी कमाल कर रहे हैं। मौजूदा सीजन में रहाणे 9 मैचों में 171.61 की स्ट्राइक से 266 रन बनाए हैं, इसमें दो अर्धशतक भी है।
मयंक मारकंडे, सनराइजर्स हैदराबाद (रुपए 50 लाख)
IPL 2023 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) का प्रदर्शन अब तक कोई खास नहीं रहा है। लेकिन, टीम के गेंदबाजों का प्रदर्शन शानदार रहा है। SRH के लिए इस समय मयंक सबसे ज्‍यादा विकेट लेने वाले बॉलर हैं। इकोनॉमी रेट के मामले में तो IPL 2023 का उनका प्रदर्शन पर्पल कैप के दावेदारों से भी बेहतर है। हैदराबाद की ओर से मयंक मारकंडे ने इस सीजन में 8 मैच खेले हैं और इनमें उन्‍होंने 11 विकेट लेकर छाप छोड़ दी है। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 7.31 का रहा। SRH ने मयंक को उनके बेस प्राइस 50 लाख में खरीदा था। इतने मैचों में मयंक ने 30 रन भी बनाए हैं।
सिकंदर रजा, पंजाब किंग्स (रुपये 50 लाख)
IPL 2023 में जिम्बाब्वे के ऑलराउंडर सिकंदर रजा शानदार परफॉर्म कर रहें है। पंजाब किंग्स ने उन्हें ऑक्शन में 50 लाख रुपए में खरीदा था। रजा मौजूदा सीजन के पहले तीन मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए थे और उन्हें चौथे मैच में खिलाया भी नहीं गया था। रजा को 5वें मैच में फिर मौका मिला और उन्होंने लखनऊ सुपरजायंट्स (15 अप्रैल) के खिलाफ मौके को भुनाया और अपना पहला IPL अर्धशतक पूरा करते हुए टीम की जीत में भी अहम भूमिका निभाई। इसके बाद रजा ने कुछ अहम मौकों पर टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है।
May 11, 2023

*कम उम्र के बच्चों को हो रहा आंखों का कैंसर:धुंधलापन न करें इग्नोर; यह दिमाग तक फैल सकता है*

*कम उम्र के बच्चों को हो रहा आंखों का कैंसर:धुंधलापन न करें इग्नोर; यह दिमाग तक फैल सकता है*
लोग नॉर्मल बीमारी होने पर इतना नहीं घबराते। जितना कैंसर का नाम सुनते ही डर जाते हैं। वहीं अगर ये शरीर के नाजुक पार्ट आंख में हो, तो ये बहुत ही डेंजरस सिचुएशन है।

*सही सुना आपने, आंखों में भी कैंसर हो सकता है।* इसे रेटिनोब्लास्टोमा कहते हैं। आंखों के कैंसर के खतरे से लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 8 से 14 मई तक विश्व रेटिनोब्लास्टोमा जागरूकता सप्ताह भी मनाया जाता रेटिनोब्लास्टोमा के बारे में करते हैं। ये भी जानते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं, किन लोगों को इसका खतरा ज्यादा होता है।
एक्सपर्ट: डॉ. सीमा दास, डायरेक्टर, ऑकुलोप्लास्टी और ओकुलर ऑन्कोलॉजी, डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल, दिल्ली
सवाल: क्या होता है रेटिनोब्लास्टोमा?
जवाब: रेटिनोब्लास्टोमा एक तरह का कैंसर है जो आंख के रेटिना में बनता है। रेटिना आंख के पीछे नर्वस टिश्यू यानी तंत्रिका ऊतक की एक पतली परत होती है। इससे एक या दोनों आंखों पर असर पड़ सकता है।
ये एक ऐसी बीमारी है, जो जन्म के कुछ समय बाद ही डेवलप होने लगती है। ये इतना डेंजरस होता है कि आंख के साथ जिंदगी भी छीन सकता है।

सवाल: ये आंखों में कैसे होना शुरू होता है?
जवाब: यह आंखों के रेटिना से एक छोटे ट्यूमर के रूप में शुरू होता है। ये साइज में काफी तेजी से बढ़ता है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो आंख और रोशनी दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है।
शुरुआती दिनों में, ट्यूमर आंख तक ही सीमित रहता है। लेकिन अगर इसका ट्रीटमेंट नहीं कराया, तो ट्यूमर आंख से बाहर फैल सकता है। शरीर के कई हिस्सों जैसे दिमाग, हड्डियों तक।

सवाल: किस उम्र में रेटिनोब्लास्टोमा होने का रिस्क ज्यादा रहता है?
जवाब: आमतौर पर 5 साल से कम उम्र के बच्चों में इस कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है। हालांकि कभी-कभी बड़े बच्चे भी इससे इफेक्ट हो सकते हैं।
*हर 15,000-18,000 जन्मे बच्चों में से लगभग 1 बच्चा इस कैंसर से प्रभावित होता है।*

सवाल: तो क्या ये वयस्क और बुजुर्गों में नहीं होता है?
जवाब: वयस्क और बुजुर्गों में कैंसर का ये टाइप रेटिनोब्लास्टोमा होने का रिस्क न के बराबर होता है।
50 से 60 साल के लोगों को दूसरे टाइप के आंखों का कैंसर होने का रिस्क रहता है।

सवाल: रेटिनोब्लास्टोमा किस वजह से होता है?
जवाब: अगर माता-पिता, भाई-बहन में किसी को आंखों का कैंसर है या हो चुका है, तो जन्म लेने वाले बच्चे में रेटिनोब्लास्टोमा का रिस्क 50% तक बढ़ जाता है। या फिर गर्भ में पल रहे बच्चे में कुछ न्यूट्रीएंट्स की कमी की वजह से यह होता है।
सवाल: इस बीमारी के होने पर कैसे लक्षण दिखाई देते हैं?
जवाब: बच्चों में होने वाले इस कैंसर के लक्षण को नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं-

सवाल: रेटिनोब्लास्टोमा से बचाने के लिए बच्चे का चेकअप कब कराना चाहिए और इसके लिए किस डॉक्टर के पास जाना चाहिए?
जवाब: इस कैंसर का सबसे पहला लक्षण आंख में सफेद चमक है। आंख के बीच में अगर वाइट रिफ्लेक्स दिखता है या फिर ऊपर बताए गए लक्षण दिखते हैं तो बच्चे को इस कैंसर से बचाने के लिए कुछ टेस्ट कराएं।
रेटिनोब्लास्टोमा का इलाज आई कैंसर स्पेशलिस्ट करते हैं।

सवाल: इसका पता किस टेस्ट से चलता है?
जवाब: आई स्पेशलिस्ट एनेस्थीसिया देकर आई कैंसर का टेस्ट करते हैं। एमआरआई स्कैन और अल्ट्रासाउंड से आंखों का टेस्ट किया जाता है।
जिन पेशेंट को कीमोथेरेपी की जरूरत होती है, उनकी हेल्थ की टेस्टिंग पहले एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट से करवाई जाती है। उसके बाद आगे का प्रोसेस होता है।
हालांकि कैंसर की एडवांस स्टेज के लिए कभी-कभी सर्जरी कराने की एडवाइस डॉक्टर देते हैं। इसके लिए इंट्रावेनस कीमोथेरेपी और ब्रैकीथेरेपी जैसे एडवांस ट्रीटमेंट भी मौजूद है।
सवाल: रेटिनोब्लास्टोमा होने पर इसका इलाज संभव है?
जवाब: इलाज संभव है। लेकिन जरूरी यह है कि इसे समय रहते ही डिटेक्ट यानी पता कर लिया जाए।
शुरुआती स्टेज में इस कैंसर का इलाज आमतौर पर लेजर और कीमोथेरेपी के साथ किया जाता है। जो अधिकतर पेशेंट की जिंदगी, आंख और रोशनी को बचा लेता है।
वहीं अगर ट्रीटमेंट करने में देरी की गई, तो सिचुएशन खतरनाक हो सकता है। यहां तक कि सर्जरी में आंख भी निकालनी पड़ सकती है या दिखना भी बंद हो सकता है।

सवाल: रेटिनोब्लास्टोमा के अलावा आंख का कैंसर कितने तरह का होता है?
जवाब: इसके अलावा आंख का कैंसर 3 तरह का होता है।
ऑक्यूलर मेलानोमा: एडल्ट में होने वाला यह सबसे कॉमन आई कैंसर है। मेलानोमा यानी ट्यूमर उन सेल्स में होता है जो आंखों समेत शरीर के कई पार्ट्स में पिगमेंट के बनने में शामिल होते हैं।
प्राइमरी इंट्राऑक्यूलर लिम्फोमा: इस कैंसर में लिम्फोसाइट्स नाम की वाइट ब्लड सेल्स शामिल होती हैं। यह आमतौर पर HIV एड्स पेशेंट में देखने को मिलता है।
शरीर के इम्‍यून सिस्‍टम की सेल्स को लिम्‍फोकेट्स और जो सेल्स कैंसर से ग्रसित होती है उन्‍हें लिम्‍फोमा या लिम्‍फ कैंसर कहते हैं।
ऑक्यूलर मेटास्टेसिस: कई बार ऐसा होता है कि शरीर के कई पार्ट्स में जो ट्यूमर होता है जैसे लंग्स कैंसर। वह भी आंखों को प्रभावित कर सकता है। कैंसर के लिए जिम्मेदार ये सेल्स ब्लड वेसेल्स के माध्यम से आंखों तक पहुंच सकती हैं।
May 11, 2023

*कर्नाटक चुनाव के 13 चर्चित बयान 6 कार्टून में:जहरीले सांप से विषकन्या तक, बजरंग दल पर बैन से बजरंगबली की जय तक*

*कर्नाटक चुनाव के 13 चर्चित बयान 6 कार्टून में:जहरीले सांप से विषकन्या तक, बजरंग दल पर बैन से बजरंगबली की जय तक*
कर्नाटक की 224 सीटों पर वोटिंग पूरी। वोट 69% पड़े। बुधवार को 10 एग्जिट पोल आए। 4 में कांग्रेस को बहुमत, 1 में भाजपा सरकार। 5 में हंग असेंबली और 2018 की तरह जेडीएस एक बार फिर किंगमेकर। अब इंतजार रिजल्ट के दिन 13 मई का।
कर्नाटक में 11 दिन बड़े चेहरों की 35 रैलियां और 45 रोड शो। खड़गे ने PM मोदी को जहरीला सांप कहा तो भाजपा के एक विधायक विषकन्या तक पहुंच गए।
मोदी ने 91 गालियों की लिस्ट बताई तो प्रियंका गांधी बोल पड़ीं- हमारी गिनोगे तो किताब छपवानी पड़ेगी।
बजरंगदल पर बैन बजरंगबली की जय तक पहुंचा। कर्नाटक की संप्रभुता पर उठा सवाल चुनाव आयोग तक गया। कांग्रेस को नोटिस भी मिला।
*चुनाव के 13 चर्चित बयान मंसूर नकवी के 6 कार्टून के साथ...*

पहला- 27 अप्रैल, मल्लिकार्जुन खड़गे, कलबुर्गी
PM मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। आप सोच सकते हैं कि यह जहर है या नहीं, लेकिन यदि आप उसे चखेंगे, तो आपकी मौत हो जाएगी।
दूसरा- 28 अप्रैल, भाजपा विधायक बासनगौड़ा, कोप्पल
खड़गे पीएम की तुलना कोबरा सांप से कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वे जहर उगलेंगे, लेकिन जिस पार्टी में आप नाच रहे हैं, क्या सोनिया गांधी विषकन्या हैं?'

तीसरा- 29 अप्रैल, नरेंद्र मोदी, बीदर
कांग्रेस ने अब तक मुझे 91 बार गालियां दी हैं। गालियों के शब्दकोश पर समय न बर्बाद करते तो कांग्रेस की इतनी दयनीय स्थिति नहीं होती।

चौथा- 30 अप्रैल, प्रियंका गांधी, जमखंडी
मोदी जी को मेरे भाई से सीखना चाहिए। मेरा भाई कहता है कि मैं देश के लिए गाली क्या, गोली भी खाने को तैयार हूं। मेरे परिवार को जितनी गालियां दीं, इसकी लिस्ट बनवाएं तो पूरी किताब छपवानी पड़ेगी।
पांचवां- 1 मई, प्रियंका खड़गे, कलबुर्गी
पीएम मोदी ने कलबुर्गी में बंजारा समुदाय के लोगों से कहा था कि ‘आप सब लोग डरिए मत, बंजारा का एक बेटा दिल्ली में बैठा है।’ ऐसा नालायक बेटा बैठा तो कैसे होता भाई।

छठा- 2 मई, कांग्रेस मेनिफेस्टो, बेंगलुरु
कांग्रेस की सरकार बनी तो PFI और बजरंग दल जैसे संगठनों पर बैन लगाया जाएगा।

सातवां- 2 मई, नरेंद्र मोदी, विजयनगर
आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है।
पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है। यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है।

आठवां- 2 मई, नरेंद्र मोदी, चित्रदुर्ग
बाटला हाउस एनकाउंटर हुआ तो कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता की आंखों में आतंकियों के मर जाने की खबर सुनकर आंसू आए थे।

नौवां- 3 मई, नरेंद्र मोदी, मूडबिद्री
जब पोलिंग बूथ में बटन दबाओ तो जय बजरंगबली बोल कर इन्हें (कांग्रेस को) सजा दे देना।
दसवां- 5 मई, नरेंद्र मोदी, बेल्लारी
प्रधानमंत्री ने द केरल स्टोरी फिल्म का जिक्र किया। कहा- बीते कुछ वर्षों में आतंकवाद का एक और भयानक स्वरूप पैदा हो गया है। बम, बंदूक और पिस्तौल की आवाज तो सुनाई देती है, लेकिन समाज को भीतर से खोखला करने की आतंकी साजिश की कोई आवाज नहीं होती। कोर्ट तक ने आतंक के इस स्वरूप पर चिंता जताई है। केरल स्टोरी कुछ ऐसी ही कहानी पर आधारित है।
देश का दुर्भाग्य देखिए कांग्रेस देश को तहस-नहस करने वाली इस आतंकी प्रवृत्ति के साथ खड़ी नजर आ रही है। कांग्रेस ऐसी प्रवृत्ति वाले लोगों के साथ सत्ता के लिए पिछले दरवाजे से सौदेबाजी तक कर रही है।
ग्यारहवां- 6 मई, राहुल गांधी, बेलगावी
मेरे परिवार के लोगों को आतंकवादियों ने मारा, मेरी दादी को मारा, मेरे पिता को मारा। आतंकवाद क्या होता है और यह क्या करता है प्रधानमंत्री से बेहतर इसे मैं समझता हूं।

बारहवां- 7 मई, हुबली में सोनिया की सभा के बाद कांग्रेस का ट्वीट
6.5 करोड़ कर्नाटक वासियों को कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी (CPP) चेयरपर्सन सोनिया गांधी का स्ट्रॉन्ग मैसेज- कांग्रेस कर्नाटक की साख, संप्रभुता और अखंडता पर कभी आंच नहीं आने देगी। 8 मई को भाजपा ने चुनाव आयोग से सोनिया गांधी के खिलाफ शिकायत की।
तेरहवां- 7 मई, नरेंद्र मोदी, नंजनगुड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के संप्रभुता वाले ट्वीट पर कहा- इस चुनाव में अब कांग्रेस के शाही परिवार ने कहा है कि वो कर्नाटक की संप्रभुता की रक्षा करना चाहते हैं। कर्नाटक की sovereignty यानी कर्नाटक की संप्रभुता। जब कोई देश आजाद हो जाता है तो उसे संप्रभु राष्ट्र कहते हैं। इसका मतलब है कि कांग्रेस खुलकर कर्नाटक को भारत से अलग करने की वकालत कर रही है। टुकड़े-टुकड़े गैंग की बीमारी कांग्रेस में इतनी ऊपर तक पहुंच जाएगी, मैंने सोचा नहीं था।

Wednesday, May 10, 2023

May 10, 2023

साक्षी बोली-खिलाड़ियों और बृजभूषण का नार्को टेस्ट करवाएं:कहा- जो गलत होगा उसे फांसी दी जाए, कोर्ट ने पुलिस से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

साक्षी बोली-खिलाड़ियों और बृजभूषण का नार्को टेस्ट करवाएं:कहा- जो गलत होगा उसे फांसी दी जाए, कोर्ट ने पुलिस से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर रेसलर्स के धरना का 18वें दिन भी जारी है। इस बीच बुधवार को साक्षी मलिक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अपनी निगरानी में 7 पीड़ित खिलाड़ियों और बृजभूषण का नार्को टेस्ट करवाए, जो गलत होगा उसको उसी वक्त फांसी दे दी जाए।
इसके साथ पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कल सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक काली पट्टी बांध कर देश में विरोध दर्ज करवाने की अपील की।

इससे पहले महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। जिसमें अदालत ने दिल्ली पुलिस से मामले की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। अब मामले की अगली सुनवाई 12 मई को होगी।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान पहलवानों के एडवोकेट ने कहा कि हमने शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। जब हमने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की उसके बाद 28 मार्च को पुलिस ने FIR दर्ज की। मामले में एक FIR पॉक्सो एक्ट व दूसरी अन्य धाराओं में दर्ज हुई है।
*पुलिस मामले की जांच में देरी कर रही*

वकील ने कहा कि पुलिस मामले की जांच में देरी कर रही है। पुलिस की तरफ से अभी तक किसी भी पीड़ित का 164 के तहत बयान दर्ज नहीं किया गया। पहलवानों के वकील ने कोर्ट में बताया कि खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आप मामले का सेटलमेंट क्यों नहीं कर रहे हैं, आपको दिक्कत होगी।
*पहलवानों ने कोर्ट में दाखिल की अर्जी*

बता दें कि महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच की निगरानी के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट के समक्ष 156 (3) के तहत शिकायत दायर की है। याचिका में नाबालिग पीड़िता और अन्य ने अपने बयान जल्द दर्ज कराने की मांग की है। याचिका में कहा है कि पुलिस जांच को लंबा खींच रही है और पीड़िता का बयान अदालत के सामने दर्ज नहीं करवा रही है।
*12 मई को होगी अगली सुनवाई*

पहलवानों के वकील को सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि पहले FIR की कॉपी रिकॉर्ड पर रखिए, उसके बाद ही हम कोई कार्रवाई कर पाएंगे। पहलवानों के मामले में चल रही जांच पर जांच अधिकारी से स्टेटस रिपोर्ट मांगने के लिए मजिस्ट्रेट से आदेश मांगा गया है। याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने उपयुक्त प्राधिकारी से संपर्क करने की अनुमति दी थी।
*अस्थाई कमेटी खिलाड़ियों को नेशनल खिलवाए*

वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि IOA ने जो अस्थाई कमेटी बनाई है, वह गेम करवाए, खिलाड़ियों को नेशनल ख़िलवाएं। अगर बृजभूषण की ओर से कोई गेम करवाया जाएगा तो हम उसका विरोध करेंगे। साथ ही कहा कि जो लोग इसे राजनीति मुद्दा बता रहें हैं, उनसे सिर्फ एक ही सवाल है कि क्या उनकी बहन बेटी के साथ ऐसा हुआ होता वे तब भी इसे राजनीतिक मामला बताते।
*रतन टाटा से समर्थन मांगा*

विनेश ने कहा मैं रतन टाटा से भी आग्रह करना चाहती हूं कि उन्होंने पिछले 5 साल से कुश्ती को स्पॉन्सर किया है। एक बार वे यह चेक करवाएं की जो पैसा उन्होंने दिया है, क्या वह कुश्ती और खिलाड़ियों के ऊपर खर्च भी किया गया है या नहीं। साथ ही रतन टाटा से समर्थन मांगा।
May 10, 2023

दिल्ली और पानीपत के बीच शुरू हुई महिला स्पेशल ट्रेन, जानिए ट्रेन का रूट और समय सारणी

दिल्ली और पानीपत के बीच शुरू हुई महिला स्पेशल ट्रेन, जानिए ट्रेन का रूट और समय सारणी
 नई दिल्ली : भारतीय रेलवे द्वारा महिलाओं के लिए एक बड़ा फैसला किया गया है जिससे महिलाओं के लिए सफर करना काफी आसान हो जाएगा। दिल्ली से हरियाणा के अलग-अलग शहरों के लिए सर्कुलर ट्रेनों का संचालन किया जाता है और कई रूट पर लेडीज स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाती है। दिल्ली और पानीपत के बीच में फिर से लेडीज स्पेशल ट्रेन को शुरू कर दिया गया है।
बीते 8 मई से दिल्ली और पानीपत के बीच इससे महिला स्पेशल ट्रेन को शुरू किया गया है जिसके बाद काम के सिलसिले में दिल्ली या दिल्ली से पानीपत जाने वाली महिलाओं को काफी आसानी हो गई है। लंबे समय से इस ट्रेन की मांग की जा रही थी जिसे अब भारतीय रेलवे द्वारा पूरा कर दिया गया है। आइए जानते हैं ट्रेन का रूट और समय सारणी
*5 महीने पहले बंद की गई थी सेवा*

बताया जा रहा है कि दिल्ली और पानीपत के बीच पहले भी लेडीज स्पेशल ट्रेन को चलाया जा रहा था लेकिन बीते दिसंबर में कोहरा काफी ज्यादा होने के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था जिसके बाद गर्मी आने पर कुछ ट्रेनों को वापस से शुरू किया गया लेकिन कुछ ट्रेन अभी भी बंद हैं अब करीब 5 महीने बाद दिल्ली और पानीपत के बीच चलने वाली लेडीज स्पेशल ट्रेन को भी वापस से शुरू किया गया है।
*जानिए इस ट्रेन का रूट और समय सारणी*

कहा जा रहा है कि इस ट्रेन का संचालन हफ्ते में 5 दिन सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा। ट्रेन नंबर 04964 पानीपत से सुबह 6:40 बजे दिल्ली के लिए रवाना होगी और 8:55 पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच जाएगी। इसके बाद ट्रेन नंबर 04963 शाम 5:50 पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पानीपत के लिए रवाना होगी और शाम 8:00 बजे पानीपत रेलवे स्टेशन पहुंच जाएगी।
जानकारी के अनुसार इस ट्रेन के सदर बाजार, सब्जी मंडी, दिल्ली आजादपुर, आदर्श नगर दिल्ली, बादली, नरेला, रथधाना, सोनीपत, सैंडल कलां, गनौर, समालखा, दीवाना जैसे कई रेलवे स्टेशनों पर स्टॉप दिए गए है जिससे कई शहरों में आना-जाना अब महिलाओं के लिए आसान हो जाएगा।