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Tuesday, January 19, 2021

January 19, 2021

निजी हैसियत में बुलाई थी बैठक : चढूनी

निजी हैसियत  में बुलाई थी बैठक : चढूनी

नई दिल्ली : सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समिति ने हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा कल अनेक राजनैतिक दलों के साथ की गई बैठक से जुड़े विवाद पर चर्चा की
-गुरनाम सिंह ने समिति के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए लिख कर बताया कि कल की बैठक उन्होंने अपनी निजी हैसियत  में बुलाई थी। इस बैठक का सयुंक्त किसान मोर्चा से कोई संबंध नहीं है। यह एहसास करते हुए उन्होंने समिति को भरोसा दिलाया कि वो इस आंदोलन के दौरान भविष्य में किसी राजनैतिक बैठक में नहीं जाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे संयुक्त किसान मोर्चा के साथ थे, है और रहेंगे।
-समिति ने इस स्पष्टीकरण का स्वागत करते हुए यह फैसला किया कि अब इस विवाद को समाप्त किया जाए। यह ऐतिहासिक आंदोलन जिस मोड पर है उसमे एकता और अनुशासन सर्वोपरि है। लोगों के सहयोग से यह आंदोलन किसान संगठन ही यहां तक लेकर आए हैं और किसान संगठन ही इसे मुकाम तक लेकर जाएंगे। कोई भी संगठन या पार्टी अपने तौर पर इस आंदोलन को समर्थन देने को स्वतंत्र हैं, लेकिन आंदोलन सीधे किसी पार्टी से रिश्ता नहीं रखेगा
--जारीकर्ता--
डॉ दर्शन पाल, शिव कुमार कक्काजी, जगजीत सिंह डल्लेवल, बलबीर सिंह रजेवल, हन्नन मौला, योगेंद्र यादव
January 19, 2021

चंडीगढ़ प्रशासन का बड़ा फ़ैसला

चंडीगढ़ प्रशासन का बड़ा फ़ैसला

-चंडीगढ़-पंजाब बॉर्डर सील,बैरीकेड लगाकर बॉर्डर को किया गया सील
-किसानों के ट्रेक्टर मार्च को लेकर उठाया क़दम

Monday, January 18, 2021

January 18, 2021

किसान आंदोलन को लेकर महिलाओं की हुंकार -खटकड़ व बद्दोवाल टोल पर महिलाओं ने निकाला

किसान आंदोलन को लेकर महिलाओं की हुंकार 

-खटकड़ व बद्दोवाल टोल पर महिलाओं ने निकाला मार्च

- महिलाओं ने गीतों व भजनों से जमकर निकाली भड़ास

-स्वयं ट्रैक्टर चलाकर धरने पर पहुंचने वाली महिलाओं को किया सम्मानित

खटकड़ व बद्दोवाल टोल प्लाजा पर सोमवार को महिला किसान दिवस मनाया गया। महिलाओं ने दोनों टोल पर मार्च निकाला। दोनों स्थानों पर 26 दिसंबर से तीन कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है। 
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को खटकड़ टोल पर आयोजित किसान दिवस पर महिलाओं ने धरने की अध्यक्षता की तो मंच संचालन भी महिलाओं ने ही किया। अध्यक्षता परमेश्वरी देवी ने की तो मंच संचालन किसान एकता महिला सेल की जिलाध्यक्ष सिक्किम सफा खेड़ी ने की। 
सुबह से ही आस-पास के गांवों से सैंकड़ों महिलाएं ने रंग बिरंगी ड्रैसे पहनकर और ट्रैक्टर चला चलाकर टोल टैक्स पर पहुंचनी शुरू हो गई थी। यहां महिलाओं ने रंग बिरंगी ड्रैसों में लोक गीतों पर डांस भी किया। तिरंगे के साथ सैंकड़ों महिलाओं ने मार्च निकालने के साथ-साथ महिलाओं ने पीटी शो भी किया। 
सिक्किम सफा खेड़ी ने कहा कि अपने हकों की इस लड़ाई को किसान संयम, अनुशासन से लड़ की जीतेंगे। आज दिल्ली बॉर्डर पर 50 दिन से ज्यादा किसानों को अपने हकों के लिए धरना देते हुए है। अनुशासन से धरना चल रहा है। जो भी किसान मोर्चा के नेता आदेश करेंगे। उन आदेशों को किसान वर्ग मनेगा।  किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि हजारों की संख्या में महिलाओ ने महिला दिवस मनाया। लाखों की संख्या में महिलाएं 26 जनवरी को दिल्ली पहुंचेगी और काले कानून वापिस करवा कर लौटेगी। महिला पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रही है। 
इसी कड़ी में बदोवाल टोल प्लाजा पर चल रहे 25वें धरने पर महिलाओं का भारी जनसमूह उमड़ा। धरने पर पहुंचने वाली महिलाओं मेें जबरदस्त जोश देखने को मिला। धरने पर शामिल होने के लिए विभिन्न गांवों से महिलाएं खुद ट्रैक्टर चलाकर पहुंची। मंच संचालन गांव दनौदा की डिंपल ने बड़े ही बढिय़ा ढंग से किया। महिलाएं गांव बदोवाल, सच्चाखेड़ा, बेलरखां, गुरूसर, भीखेवाला, ईस्माइलपुर, दनौदा, बडनपुर, डिंडोली, फरैण खुर्द, फरैण कलां, सिंहमार पत्ति नरवाना, मोरपत्ति नरवाना आदि से 1500 की संख्या में पहुंची। गांवों से आई महिलाएं दामन-कुर्ता के देशी पहनावे में आई और उनके द्वारा भजनों व गीतों से नाच-गाकर सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। गांव बेलरखां से आई महिला सन्नी ने अपने जोशीले भाषण से धरने पर शामिल महिलाओं व पुरूषों को झझकोर कर दिया। धरने पर गायक कलाकार नरेश श्योराण ने रागनियों के माध्यम से किसानों की दुर्दशा को बयां किया। गांव बदोवाल की बेटी मंजू ने भारत माता पर गीत गाकर तालियां बटोरी, वहीं गुरूसर से प्रीति, ईस्माइलपुर से कंकन मोर ने भाषण दिया। महिलाओं ने कहा कि ये तीन कृषि कानून को वे किसी भी तरह से लागू नहीं होने देंगे, चाहे इसके लिए उनको कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। महिलाओं ने प्रधानमंत्री को भी खुलकर चुनौती दी, जिस पर लोगों ने समर्थन दिया। महिलाओं ने कहा कि यह आंदोलन कितना भी लंबा क्यों न चले, वे पीछे हटने वाली नहीं हैं। 

-ट्रैक्टर चलाकर आने वाली महिलाएं सम्मानित-

किसान महिला दिवस पर गांवो से ट्रैक्टर चलाकर बद्दोवाल टोल पर आने वाली महिलाओं को बदोवाल टोल संघर्ष समिति द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इनमें गांव गुरूसर से प्रीति, दबलैन से कविता, कमलजीत, माया, ईस्मालपुर से निर्मला, भीखेवाला से भतेरी, सुनीता, चांदनी, बेलरखां से अंगूरी, डूमरखां कलां से मानसी तथा दनौदा से रेखा शामिल रही।
January 18, 2021

किसानों की ट्रैक्टर रैली पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- - प्रवेश कैसे-कौन करेगा या नहीं करेगा, ये पुलिस तय करे

किसानों की ट्रैक्टर रैली पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा-- प्रवेश कैसे-कौन करेगा या नहीं करेगा, ये पुलिस तय करे

नई दिल्ली, 18 जनवरी। नए कृषि कानूनों पर किसानों का आंदोलन विस्तार रूप लेता जा रहा है। जहां इन कानूनों पर किसानों की सरकार से बातचीत चल रही है, वहीं यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा हुआ है| इधर अब किसान आंदोलन के जत्थे ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में विशाल ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की हुई है। जिस पर दिल्ली पुलिस ने ऐतराज जताया है और वह ट्रैक्टर रैली पर अवरोध लगवाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दर पर पहुंच गई है। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में किसानों के 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च पर रोक लगाने की मांग की है। दिल्ली पुलिस ने इसके लिए कानून-व्यवस्था का हवाला दिया है।
वहीँ, सुप्रीम कोर्ट ने आज सोमवार को इस मामले पर थोड़ी देर की सुनवाई की है। सुप्रीम कोर्ट ने इस सुनवाई के दौरान कहा कि दिल्ली में प्रवेश का सवाल कानून-व्यवस्था का विषय है और दिल्ली में कौन आएगा या नहीं, कौन मार्च करेगा या धरना देगा। इसे दिल्ली पुलिस को तय करना है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रशासन को क्या करना है और क्या नहीं करना है, यह कोर्ट नहीं तय करेगा। इधर केंद्र सरकार की ओर से पेश अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने इस दौरान कहा कि किसानों की ट्रैक्टर रैली अवैध होगी और इस दौरान दिल्ली में 5000 लोगों के प्रवेश की संभावना है।फिलहाल किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर सुप्रीम कोर्ट 20 जनवरी को अगली सुनवाई करेगा।

किसान ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़े…

आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि ट्रैक्टर मार्च निकलेगा और जरूर निकलेगा। यह अब रुक नहीं सकता। 26 जनवरी को हम दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च करेंगे। ज्ञात रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने 4 सदस्यों की एक कमेटी भी बनाई हुई है जो कि आंदोलनकारी किसानों से मसले के हल को लेकर बातचीत करेगी, लेकिन किसान इस कमेटी के विरोध में हैं और वह कमेटी से बातचीत नहीं करना चाहते। वहीं, कमेटी के सदस्य भूपिंदर सिंह मान ने खुद को कमेटी से अलग कर लिया है।

Sunday, January 17, 2021

January 17, 2021

आज चार राज्यों के किसान निकालेंगे संविधान पदयात्रा,प्रधानमंत्री निवास का करेंगे घेराव

आज चार राज्यों के किसान निकालेंगे संविधान पदयात्रा,प्रधानमंत्री निवास का करेंगे घेराव

रोहतक : लगातार चल रहा किसान आंदोलन अब बढ़ता जा रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ किसानों ने बड़ा ऐलान कर दिया है। बताना लाजमी है कि चार राज्यों के किसान आज दिल्ली को कूच करेंगे। चार राज्य (राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली) के किसान आज दिल्ली कूच करेंगे। सत्याग्रह के तहत संविधान पद यात्रा निकाली जाएगी। दिल्ली में प्रधानमंत्री निवास का घेराव करते हुए धारा 197 के तहत नितिन गडकरी पर मुकदमा चलाने कि मांगे की जाएगी। यह बात रमेश दलाल अध्यक्ष भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश दलाल ने कही। वे शनिवार को गांव हुमायुंपुर में धरनास्थल पर किसानों को संबोधित कर रहे थे।

रमेश दलाल ने कहा कि किसानों की कीमती जमीनों का सरकार ने अधिग्रहण किया है, जो कानून गलत है। इसको लेकर वे लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि सरकार से किसानों के हक के लिए आरपार की लड़ाई लड़ने का। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों पर आरोप लगाते हैं कि किसान संविधान और संसद को नहीं मानते। लेकिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उच्च अधिकारियों की त्रुटि और गोलमाल पकड़ी गई है इन जन सेवकों द्वारा संसद में बनाए गए किसानों के हक के कानून का उल्लंघन किया गया है। रमेश दलाल ने प्रधानमंत्री से मांग करते हुए कहा है कि संविधान और संसद को नहीं मानने वाले जन सेवकों को सजा दिलवाए और किसानों के मुआवजे को बढ़वाएं।
January 17, 2021

आंदोलन में दो और आंदोलनकारी किसानों की थम गई सांसें

आंदोलन में दो और आंदोलनकारी किसानों की थम गई सांसें

हिसार : लगातार चल रहा किसान आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है लेकिन किसानों की सांसे लगातार रूकती जा रही है। उसके बाबजूद भी सरकार किसानों की बात मानने को तैयार नहीं है। दरअसल कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में एक और किसान की मौत होने का मामला सामने आया है।

तबीयत बिगड़ने अथवा हृदयाघात की आशंका जताई जा रही है। असल कारण का खुलासा पोस्मार्टम रिपोर्ट आने के बाद हो पाएगा। फिलहाल शव को नागरिक अस्पताल में रखवा दिया गया है। कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर जारी आंदोलन के बीच शनिवार को दो और किसानों की मौत हो गई है। एक किसान की बहादुरगढ़ में तो दूसरे की हिसार के बरवाला में मौत हुई है। बरवाला में किसान की अचानक मौत होने से ट्रैक्टर मार्च को बीच में ही समाप्त कर दिया गया।

जांच अधिकारी ने बताया कि मृतक बोहर सिंह के परिवार के लोगों को सूचना दी गई है। उनके यहां पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उधर, शुक्रवार को 83 वर्षीय किसान जगीर सिंह की मौत हो गई थी। शनिवार को स्वजनों के यहां पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम करवाया गया। अब तक हुई मौत के सभी मामलों में पीड़ित परिवारों की ओर से सरकार से मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग की जा रही है।

Wednesday, December 16, 2020

December 16, 2020

'सरकार के जुल्म के खिलाफ', सिंघु बॉर्डर के पास संत बाबा राम सिंह ने खुद को मारी गोली, मौत

सुसाइड नोट के मुताबिक, संत बाबा राम सिंह ने किसानों पर सरकार के जुल्म के खिलाफ आत्महत्या की है. बाबा राम सिंह किसान थे और हरियाणा एसजीपीसी के नेता थे. 

दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (सिंघु बार्डर) पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह ने बुधवार को खुद को गोली मार ली. जिस वजह से उनकी मौत हो गई है. उन्होंने सिंघु बॉर्डर के पास आत्महत्या की है. बाबा राम सिंह करनाल के रहने वाले थे. उनका एक सुसाइड नोट भी सामने आया है.

उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए उनके हक के लिए आवाज बुलंद की है. सुसाइड नोट के मुताबिक, संत बाबा राम सिंह ने किसानों पर सरकार के जुल्म के खिलाफ आत्महत्या की है. बाबा राम सिंह किसान थे और हरियाणा एसजीपीसी के नेता थे.



संत बाबा राम सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा है कि किसानों का दुख देखा. वो अपना हक लेने के लिए सड़कों पर हैं. बहुत दिल दुखा है. सरकार न्याय नहीं दे रही. जुल्म है. जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है.

संत बाबा राम सिंह आगे लिखते हैं कि किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ नहीं किया. कइयों ने सम्मान वापस किए. यह जुल्म के खिलाफ आवाज है. वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह.


संत बाबा राम सिंह की मौत पर

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है. राहुल गांधी ने बाबा राम सिंह को श्रद्धांजलि देने के साथ मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं. मोदी सरकार क्रूरता की हर हद पार कर चुकी है.



राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि. कांग्रेस सांसद ने आगे लिखा कि कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं. मोदी सरकार क्रूरता की हर हद पार कर चुकी है. जिद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी कानून वापस लो. 

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के कारण अभी तक कई किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. सोमवार को दो, मंगलवार को एक किसान और अब बुधवार को संत बाबा राम सिंह की मौत हुई है. सोमवार की देर रात को पटियाला जिले के सफेद गांव में एक सड़क हादसा हो गया था, जिसमें दिल्ली से धरना देकर लौट रहे दो किसानों की मौत हो गई थी. 

मंगलवार को सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई. 

21 दिनों से जारी है आंदोलन

कृषि कानूनों के खिलाफ 21 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार और किसानों में कई दौर की वार्ता हो चुकी. सभी बेनतीजा रहीं. किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं. वहीं, सरकार संशोधन करने को तैयार है, लेकिन किसान इस प्रस्ताव को ठुकरा रहे हैं. 

वहीं, बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सरकार को लिखित में जवाब दिया गया. किसान मोर्चा ने सरकार से अपील की है कि वो उनके आंदोलन को बदनाम ना करें और अगर बात करनी है तो सभी किसानों से एक साथ बात करें. 

उधर, किसान आंदोलन को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने कहा है कि वो किसान संगठनों का पक्ष सुनेंगे, साथ ही सरकार से पूछा कि अबतक समझौता क्यों नहीं हुआ. अदालत की ओर से अब किसान संगठनों को नोटिस दिया गया है. अदालत का कहना है कि ऐसे मुद्दों पर जल्द से जल्द समझौता होना चाहिए. अदालत ने सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों की एक कमेटी बनाने को कहा है, ताकि दोनों आपस में मुद्दे पर चर्चा कर सकें.



Sunday, December 6, 2020

December 06, 2020

-कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर बोला हमला, कहा कि भाजपाई नेता किसान को आज देशद्रोही, टुकड़े-टुकड़े गैंग, खालिस्तानी, चीन और पाकिस्तान का षड्यंत्र बताने की कर रहे गंदी राजनीति

-कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर बोला हमला, कहा कि भाजपाई नेता किसान को आज देशद्रोही, टुकड़े-टुकड़े गैंग, खालिस्तानी, चीन और पाकिस्तान का षड्यंत्र बताने की कर रहे गंदी राजनीति 

कैथल : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज हरियाणा की भाजपा-जजपा और केंद्र की मोदी सरकार इतनी अत्याचारी व अहंकारी बन चुकी है कि जहाँ उन्होंने एक तरफ भारत के अन्नदाताओं के रास्ते में पत्थर लगाए, कटीले तार और वॉटर केनन से स्वागत किया। दूसरी तरफ कोरोना योद्धाओं स्वास्थ्य कर्मियों के साधारण से समूह पर जिसमें महिलाएं भी हैं उनपर लाठियाँ बरसाई जा रही है। ये है नए भारत का आज का परिदृश्य। जहाँ सरकार विरोधी प्रदर्शन राष्ट्रविरोधी बन जाता है। भाजपा और जजपा की सरकार को एक दिन भी सत्ता में रहने का कोई हक नही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला आज कैथल में कई शादी समारोह में शामिल हुए और अपने निवास किसान भवन पर कार्यकर्ताओं से भी रूबरू हुए। 
सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष में होते हुए अपने आपको किसान हितैषी होने का स्वांग रचने वाले राजनाथ सिंह व भाजपा के नेता आज चुप क्यों बने बैठे हैं? या फिर सत्ता में आने से पहले सिर्फ किसान अन्नदाता और अब कुर्सी पाने के बाद किसान से क्या वास्ता ये सच साबित हो चुका है। अन्नदाता एक सप्ताह से भीषण ठंड में दिल्ली की चौखट पर बैठे हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि किसान-मज़दूर मोदी सरकार से भीख नही माँग रहा बल्कि अपनी मेहनत की क़ीमत माँग रहा है। लेकिन भाजपाई नेता किसान को आज देशद्रोही, टुकड़े-टुकड़े गैंग, खालिस्तानी, चीन और पाकिस्तान का षड्यंत्र बताने की गंदी राजनीति कर रहे हैं। किसानों पर षडयंत्र की बजाय उनको उनका अधिकार दीजिए। 
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्रियों का किसानों के प्रति दुर्व्यवहार और अपमानजनक भाषा बहुत ही शर्मनाक है। क्या अब अन्नदाताओं को किसान होने और दिखने का सर्टिफ़िकेट भी मोदी सरकार से लेना पड़ेगा?ये किसान-मज़दूरों के प्रति भाजपाई दुर्भावना का जीता जागता सबूत है। ऐसे मंत्रियों को बर्खास्त किया जाना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार राजहठ त्यागिये,राजधर्म मानिये। अन्नदाता की सुनें,काले क़ानूनों को निरस्त करें। याद कीजिए कि इतिहास ने कभी अहंकार को माफ़ नहीं किया है।

Saturday, December 5, 2020

December 05, 2020

किसान आंदोलन का 10वां दिन सरकार और किसानों के बीच 5वें दौर की बातचीत आज,8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान

किसान आंदोलन का 10वां दिन सरकार और किसानों के बीच 5वें दौर की बातचीत आज,8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान


नई दिल्ली : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन शनिवार को 10वें दिन भी जारी हैं। आज दोपहर 2 बजे से सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच 5वें दौर की बातचीत होगी। इससे पहले किसानों ने शुक्रवार को कहा कि अगर कानून वापस नहीं लिया गया तो वे 8 दिसंबर को भारत बंद करेंगे। किसानों ने सभी टोल प्लाजा पर कब्जे की भी चेतावनी दी है। शुक्रवार को किसानों की मीटिंग के बाद उनके नेता हरविंदर सिंह लखवाल ने कहा- आने वाले दिनों में दिल्ली की बची हुई सड़कों को भी ब्लॉक करेंगे। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि 5 दिसंबर यानी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए जाएंगे।

170 से ज्यादा किसान बीमार, कोरोना टेस्ट के लिए तैयार नहीं

टिकरी-कुंडली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे 170 से ज्यादा किसान बुखार और खांसी से पीड़ित हैं। यहां लगे कैंपों में हजारों किसान दवा ले रहे हैं। अपील के बावजूद किसान कोरोना टेस्ट नहीं करवा रहे हैं। तीन किसानों की मौत हो चुकी है। समर्थन देने पहुंचे महम विधायक बलराज कुंडू कोरोना पॉजिटिव मिले। हरियाणा भाकियू के प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया- किसानों से अपील कर रहे हैं कि तबीयत खराब होते ही चेकअप करवा कर दवाई लें। जिन्हें बुखार है, वे कोरोना टेस्ट भी कराएं। करीब एक हजार किसान दवा ले चुके हैं।

Wednesday, December 2, 2020

December 02, 2020

गिर जाएगी हरियाणा की खट्टर सरकार? खाप पंचायतों ने किया ये बड़ा ऐलान

गिर जाएगी हरियाणा की खट्टर सरकार? खाप पंचायतों ने किया ये बड़ा ऐलान


जींद। खाप महापंचायतों ने हरियाणा की खट्टर सरकार को गिराने के सारे इंतजाम कर लिए हैं। जींद जिले में 40 खापों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में कई अहम फैसले लिए गए। महापंचायत में खाप ने फैसला लिया कि वो हरियाणा सरकार को गिराने के लिए मुहीम की शुरुआत करेगी। बता दें कि बीजेपी की सरकार के पास हरियाणा में पूर्ण बहुमत नहीं है। जेजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हरियाणा के खट्टर सरकार चल रही है।

खाप महापंचायत के नेताओं ने ऐलान किया है कि जिन विधायकों ने सरकार को समर्थन दिया हुआ है उन पर समर्थन वापिस लेने के दबाव बनाया जाएगा। हर एक खाप इन विधायकों से जाकर मुलाकात करेगी। पहले शान्ति से विधायकों से अपील की जाएगी और अगर वो नहीं मानें तो उनकी गांवों में एंट्री बैन कर दी जाएगी।

खापों के प्रतिनिधि दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच चुके है। उन्होंने कहा कि किसानों की हर तरह से आंदोलन में खापें मदद करेंगी। खापों ने कहा की केंद्र सरकार तानाशाही की और बढ़ रही है। खापों ने एलान किया कि अगर जरुरत पड़ी तो पूरे हरियाणा से एक खाप महापंचायत का भी आयोजन हो सकता है।

जींद में हुई इस महापंचायत में बिनैन खाप, हिसार की सतरोल खाप, चहल खाप, सोनीपत की दहिया खाप, दाडन खाप, माजरा खाप, कंडेला खाप, पंघाल खाप, सहारण खाप, नांदल खाप, ढुल खाप, पंचग्रामी खाप, चौगामा खाप, किनाना 12 खाप, नोगामा खाप, जाट महासभा और अन्य कई खाप शामिल हुईं।

Tuesday, November 17, 2020

November 17, 2020

किसानों की समस्या:शुभारंभ होने के बाद 7 दिन में महज 12 घंटे ही चल पाई शुगर मिल, किसान हुए परेशान

किसानों की समस्या:शुभारंभ होने के बाद 7 दिन में महज 12 घंटे ही चल पाई शुगर मिल, किसान हुए परेशान

जींद : शुगर मिल गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत में ही जवाब दे गया है। 7 दिन पहले शुगर मिल में गन्ना पेराई का शुभारंभ हुआ था। इसके बाद महज 12 घंटे ही शुगर मिल में गन्ना पेराई का काम हो सका। अब पिछले कई दिनों से शुगर मिल में गन्ना पेराई का कार्य बंद पड़ा है।
शुगर मिल अधिकारियों द्वारा रोजाना किसानों को आश्वासन दिया जाता है कि आज मिल में गन्ना पेराई शुरू जाएगी लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा। अनेक किसान शुगर मिल में गन्ना लेकर फंसे हुए हैं और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इससे किसान गन्ना डालकर खेत में गेहूं की बिजाई करने से भी वंचित हो गए हैं।
समस्या को लेकर सोमवार को अनेक किसान डीसी डाॅ. आदित्य दहिया से मिलने जींद पहुंचे। किसानों का कहना था कि कई दिन बीत जाने के बाद मिल की तकनीकी दिक्कत दूर नहीं हो पाई है। इससे वे काफी परेशान हैं।
10 नवंबर को शुगर मिल में गन्ना पेराई का सत्र शुरू हुआ था। शुभारंभ होने के कुछ घंटे बाद ही आई तकनीकी दिक्कत के बाद गन्ना पेराई का काम बंद हो गया था। शुगर मिल प्रबंधन का कहना है कि टरबाइन में आई दिक्कत के कारण गन्ना पेराई का काम बंद हुआ है। इसको ठीक करने के लिए इंजीनियर लगे हुए हैं लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद तकनीकी दिक्कत दूर नहीं हो पाई है।

*सवाल... पहले क्यों नहीं हुआ मेंटेनेंस वर्क*

गन्ना पेराई सत्र के शुभारंभ होते ही टरबाइन में आई दिक्कत से साफ है कि शुगर मिल प्रबंधन पेराई सत्र शुरू होने से पहले मेंटेनेंस वर्क किया ही नहीं। यदि शुगर मिल प्रबंधन समय रहते मेंटेनेंस वर्क करता तो इतने लंबे समय तक पेराई सत्र के शुरू होने के बाद शुगर मिल बंद नहीं रहती।

*टरबाइन काे ठीक करने के लिए लगे हैं इंजीनियर*

टरबाइन में तकनीकी दिक्कत आई हुई है। इसको ठीक करने के लिए इंजीनियर लगे हुए हैं। उम्मीद है कि देर रात तक आई दिक्कत दूर हो जाएगी और उसके बाद मिल में गन्ना पेराई का काम सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा।
राजेश खोथ, एमडी शुगर मिल जींद।

Monday, November 9, 2020

November 09, 2020

6 जिलों को लाभ:हांसी ब्रांच नहर का 100 करोड़ से 18 किमी तक होगा पुनर्निर्माण, 6 से 8 हजार क्यूसिक हो जाएगी क्षमता

6 जिलों को लाभ:हांसी ब्रांच नहर का 100 करोड़ से 18 किमी तक होगा पुनर्निर्माण, 6 से 8 हजार क्यूसिक हो जाएगी क्षमता

 जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) समेत प्रदेश के कई जिलों के लोगों के लिए अच्छी खबर है। कई दशक पहले बनी हांसी ब्रांच नहर में पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए नहर का अब फिर से र्निमाण होगा। इस प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इसके बाद इसकी क्षमता 6 हजार क्यूसिक से बढ़कर 8 हजार क्यूसिक पानी की हो जाएगी। इससे जींद सहित प्रदेश के 6 जिलों के किसानों व लोगों को पहले से ज्यादा मात्रा में पानी की सप्लाई हो सकेगी।
इस दौरान करनाल जिला के मूणक हेड से लेकर जींद जिला के अंटा गांव तक 18 किमी लंबी नहर का पुनर्निर्माण होगा। पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए नहर को चौड़ा किया जाएगा और नए सिरे से बैड (तलहटी) तैयार की जाएगी। सिंचाई विभाग ने नहर के पुनर्निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर टेंडर जारी कर दिया गया है। नवंबर के अंत में यह टेंडर ओपन होगा। यह निर्माण दो साल में पूरा होना है।

इसलिए पड़ी पुनर्निर्माण की जरूरत

माॅनसून सीजन में पानी की मात्रा बढ़ने के कारण मूनक हेड से लेकर अंटा तक हेड तक हांसी ब्रांच नहर में ज्यादा पानी नहीं छोड़ा जा सकता था। नहर की क्षमता 6 हजार क्यूसिक होने और काफी पुरानी नहर होने के कारण ज्यादा पानी छोड़े जाने से इसके टूटने का खतरा बना रहता था। इसके चलते सिंचाई विभाग ने हांसी ब्रांच नहर के पुनर्निर्माण का फैसला लिया।
इधर, रजबाहा नंबर 4 की भी बढ़ेगी क्षमता, कई गांवों को होगा फायदा सिंचाई विभाग ने जिला के रजबाहा नंबर 4 में पानी की क्षमता बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके लिए रजबाहा नंबर 4 का पुनर्निर्माण कार्य होगा और इस पर 12 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। रजबाहे के पुनर्निर्माण के बाद इसमें पानी की क्षमता 79 क्यूसिक से बढ़कर 100 क्यूसिक हो जाएगी।

इन 6 जिलों को होगा फायदा

इसके पुनर्निर्माण से जींदी, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी और हिसार को लाभ होगा। इसके अलावा जींद के रजबाहा नंबर-4 की भी बढ़ेगी क्षमता। इसमें पानी की क्षमता 79 क्यूसिक से बढ़कर 100 क्यूसिक हो जाएगी। इससे सफीदों, जुलाना व जींद हलके के कई गांवों के किसानों को फायदा होगा।

किसानों को पहुंचेगा लाभ: गर्ग

मूनक हेड से अंटा हेड तक 18 किलोमीटर लंबी हांसी ब्रांच नहर में पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके पूरा होने के बाद नहर में पानी की क्षमता 6 हजार क्यूसिक से बढ़कर 8 हजार क्यूसिक हो जाएगी। इससे 6 जिलों काे लाभा होगा।
-मंगतराम गर्ग, एसई सिंचाई विभाग जींद।
November 09, 2020

मांग को लेकर सीएम से मिले किसान:मुख्यमंत्री बाेले- मशीनें हो चुकी डैमेज, किसी भी सूरत में नहीं चलेगी शुगर मिल

मांग को लेकर सीएम से मिले किसान:मुख्यमंत्री बाेले- मशीनें हो चुकी डैमेज, किसी भी सूरत में नहीं चलेगी शुगर मिल

फतेहाबाद : सीएम मनोहर लाल रविवार को फतेहाबाद में पहुंचे। वे यहां गांव दौलतपुर में पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता बलवान दौलतपुरिया के आवास पर उनकी भतीजी के शादी समारोह में शिरकत करने आए थे। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने सीएम से मुलाकात कर अपनी मांगे रखी। भूना के किसान शुगर मिल को शुरू करने की मांग को लेकर सीएम से मिले। हालांकि सीएम ने उन्हें जवाब दिया कि मिल पूरी तरह से डैमेज हो चुकी है, इसलिए इसे किसी भी सूरत में दोबारा शुरू नहीं किया जा सकता।

मिल शुरू नहीं करने पर समिति न जताई नाराजगी

इधर, भूना में शुगर मिल शुरू कराने की मांग को लेकर शुगर मिल बचाओ संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल समिति संयोजक चांदी राम कड़वासरा के नेतृत्व में सीएम से मिले। सीएम ने प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट कर दिया है कि मिल किसी भी कीमत पर नहीं चल सकती और वह प्राइवेट लोगों की संपत्ति है।
मगर कुछ लोग मिल के गेट पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वह कांग्रेस का सरकार के खिलाफ षड्यंत्र है। इस पर समिति ने कड़ा एतराज जताया है। समिति के संयोजक चांदी राम कड़वासरा ने कहा कि चीनी मिल फतेहाबाद की एकमात्र औद्योगिक इकाई को डैमेज करके कबाड़ के भाव बेचा जा रहा है।

8 करोड़ की लागत से सदन का निर्माण हाेगा

पंचनद सेवा ट्रस्ट का प्रतिनिधि मंडल विधायक दुड़ा राम के नेतृत्व में सीएम से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने फतेहाबाद में प्रस्तावित पंचनद सदन के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर समय मांगा। इसके लिए ट्रस्ट ने 10 दिसंबर का समय मांगा है। जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही इसके बारे में जानकारी दे देंगे। ट्रस्ट की ओर से जगजीवनपुरा मोहल्ला रोड पर 8 करोड़ की लागत से पंचनद सदन का निर्माण किया जाना है।

दौलतपुरिया की भतीजी की शादी में पंहुचे नेता

रविवार को पूर्व विधायक दौलतपुरिया के फार्म हाउस पर आयोजित विवाह समारोह में सीएम मनोहर लाल के अलावा हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, बिजली मंत्री रणजीत चौटाला, विधायक दुड़ाराम, विधायक एडवोकेट लक्ष्मण नापा, भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, सुरेश दौलतपुरिया, जिप अध्यक्ष राजेश कसवां, नप अध्यक्ष दर्शन नागपाल, नरेश सरदाना आदि पहुंचे।

Sunday, November 8, 2020

November 08, 2020

बड़ी कार्रवाई:पंजाब में यूरिया सप्लाई के लिए खड़े 3 ट्रक, 1 ट्राला और ट्रैक्टर-ट्राॅली पकड़ी

बड़ी कार्रवाई:पंजाब में यूरिया सप्लाई के लिए खड़े 3 ट्रक, 1 ट्राला और ट्रैक्टर-ट्राॅली पकड़ी

अम्बाला : नई अनाज मंडी में कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. गिरीश नागपाल ने शुक्रवार रात रेड कर अनाज मंडी में खड़े तीन ट्रक, एक ट्राला व एक ट्रैक्टर-ट्राॅली में लदा राष्ट्रीय कैमिकल फर्टिलाइजर केे 1675 कट्‌टे यूरिया खाद्य पकड़ा। यह यूरिया खाद्य हरियाणा के किसानों के लिए मंगाया था, लेकिन इसे अनाज मंडी में मौजूद कृषि सेवा केंद्र से पंजाब में भेजा जा रहा था। एक कैंटर यूरिया खाद्य पंजाब पहले ही भेजा जा चुका था।
टीम ने रात करीब सवा 10 बजे रेड की तो यहां मौजूद लेबर रफू-चक्कर हो गई। डॉ. गिरीश नागपाल की शिकायत पर कृषि सेवा केंद्र के मालिक, मौके पर मौजूद मिले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी केशव व खरड़ में पंजाब खेती बाड़ी सेंटर के संचालक सुरेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है। कृषि उप निदेशक के मुताबिक यह खाद्य सोची समझी धोखाधड़ी से पंजाब में ब्लैक मार्केटिंग के लिए भेजा जा रहा था।
ट्रक संख्या एचआर 58 ए-6280 में 395 बैग, ट्रक संख्या एचआर 58 बी-9129 में 770 बैग मिले, एचआर 58 ए-3558 में 492 बैग मिले, पीबी65 एए-2678 में 18 बैग खाद मिला। एक फार्म ट्रैक ट्रैक्टर-ट्राॅली मिला जिस पर नंबर नहीं था। गाड़ी में लोड राष्ट्रीय केमिकल फर्टिलाइजर की 5 नवंबर को जारी बिल्टी व गेट पास कम डिलीवर चालान मिला। इनमें गाड़ी नंबर एचआर 58 ए-6280 में 750 बैग, एचआर 58 बी-9129 में 770 बैग व एचआर 58 ए-3558 में कुल 110 बैग दर्शाए गए थे। इस खाद की बिल्टी केएच स्टोर यमुनानगर से कृषि सेवा केंद्र अम्बाला शहर के नाम कटी हुई थी। जबकि गाड़ी नंबर पीबी 65 एए-2678 में 18 बैग यूरिया मिला जिसकी कोई बिल्टी नहीं मिली।

Thursday, November 5, 2020

November 05, 2020

किसान आज करेंगे चक्का जाम:जिले में 6 जगह 12 से शाम 4 बजे तक चार घंटे नेशनल हाईवे को जाम करने का ऐलान

किसान आज करेंगे चक्का जाम:जिले में 6 जगह 12 से शाम 4 बजे तक चार घंटे नेशनल हाईवे को जाम करने का ऐलान

सिरसा : केंद्र सरकार से पारित कृषि विधेयकों के विरोध में आंदोलनरत किसानों ने आज जिला में 6 जगह रोड जाम रखने का ऐलान किया है। जिसके तहत नेशनल हाइवे साहुवाला प्रथम, मुसाहिबवाला, चोपटा, ऐलनाबाद, बुढ़ी मेडी व खुइयां मलकाना टोल के पास दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक किसान सड़कों पर उतरेंगे। जहां जाम लगाकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताएंगे। जिससे सिरसा को पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व पड़ोसी जिलों से जोड़ने वाले रास्ते बाधित होंगे।

उधर जिला प्रशासन ने आंदोलन को लेकर पहले से मोर्चा संभाल लिया है। कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए 24 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। 5 डीएसपी, 16 इंस्पेक्टर व 650 पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं। जबकि वाहनों के रूट डायवर्ट करने की योजना भी है। ताकि वाहन चालकों को दिक्कतें पेश न आएं। किसान संगठनों ने आज चक्का जाम आंदोलन में शामिल होने का फैसला लिया है। जबकि इससे पहले कुछ स्थानों पर किसान आंदोलनरत हैं। शहीद भगत सिंह स्टेडियम में धरनारत हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान समस्त किसान गुरुवार को जिला में 6 जगहों पर रोड जाम करेंगे।
सुबह से किसान निर्धारित 6 प्वाइंटों पर एकत्रित होना शुरू हो जाएंगे। जहां 4 घंटों तक वाहनों का आवागमन नहीं होने दिया जाएगा। आगामी 7 नवंबर को जिला के रानियां में बिजली मंत्री के कार्यक्रम का विरोध किसानों की ओर से किया जाएगा। सरकार से पारित तीनों कृषि अध्यादेशों के वापस नहीं लिए जाने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। उधर आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन चौकस हो गया है। जगह-जगह नाकाबंदी करने की तैयारी रात्रि से हो गई।

*पुलिस रहेगी अलर्ट*

आंदोलन के मध्यनजर 24 ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। जिनमें तहसीलदार श्रीनिवास, अनिल कुमार बीडीपीओ सिरसा, तहसीलदार रानियां जितेंद्र कुमार, उप तहसीलदार डबवाली ओमवीर, कालांवाली एसडीएम निर्मल नागर, सिरसा कार्यकारी अभियंता कमलदीप राणा, जिला खजाना अधिकारी नरेंद्र सिंह, डीएचओ रघुवीर सिंह, डीएचबीवीएन डबवाली से दुल्लाराम वर्मा, जन स्वास्थ्य विभाग डबवाली से तरूण गर्ग, राजकीय महिला कॉलेज रानियां से प्राचार्य डॉ. संदीप कुमार, बीडीपीओ नाथूसरी चोपटा से विवेक कुमार, बीईओ ओढ़ां से हरमेल सिंह, एसडीईओ ऐलनाबाद वेदप्रकाश, डीएफएससी सिरसा सुरेंद्र सैनी, एसडीओ पंचायती राज बड़ागढ़ा सुधीर मोहन, कालांवाली उप तहसीलदार रामनिवास, एसडीओ रोड़ी जल सेवाएं मंडल सिरसा से जगबीर सिंह, सीडीपीओ डबवाली कविता रानी, तहसीलदार चुनाव सिरसा हनुमान दास, सीएमआरजे मिठ्‌ठी सुरेरां प्राचार्य रणजीत सिंह, एसडीओ रोड़ी जल सेवाएं मंडल सिरसा से लखविंद्र सिंह व जिला शिक्षा अधिकारी सिरसा से संत कुमार को तैनात किया गया है।

*रोड जाम को रहेगा समर्थन*

राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जसवीर सिंह भाटी ने बताया कि उनके साथी संगठन जिला में तीन जगह रोड जाम में शामिल होंगे। जिसमें साहुवाला प्रथम, खुइयां मलकाना, मिठ्‌ठी सुरेरां आंदोलन को समर्थन होगा। जबकि मुसाहिबवाला, नाथूसरी चोपटा व बुढ़ीमेड़ी में रोड जाम बारे जानकारी नहीं है।
मुख्यालय से बसें नहीं चलाने के कोई निर्देश नहीं आए हैं, इसलिए बसों का संचालन होता रहेगा। जरूरत पड़ी तो पुलिस की मदद मांगी जाएगी। इसके अलावा 8 रोडवेज बसें जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाई हैं।-आरएस पूनिया, जीएम रोडवेज डिपो, सिरसा।

Saturday, October 24, 2020

October 24, 2020

डिप्टी सीएम के पास पहुंचे 34 गांव के सरपंच एसोसिएशन, तो संबंधित अधिकारियों को किया जवाब-तलब

डिप्टी सीएम के पास पहुंचे 34 गांव के सरपंच एसोसिएशन, तो संबंधित अधिकारियों को किया जवाब-तलब

चंडीगढ़ :  गुरुग्राम शहर से लगते करीबन तीन दर्जन गांव नगर निगम  का हिस्सा नहीं बनना चाहते। इन गांवों के लोग पंचायती राज से जुड़े रहना चाहते हैं। इस मांग को लेकर गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मुलाकात की। दुष्यंत चौटाला ने इस मामले को लेकर संबंधित अधिकारियों को अपने कार्यालय में तलब किया और मामले का हल निकालने के आदेश दिए।
गुरुग्राम से आए सरपंचों व पंचों ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि हाल ही में नगर निगम का दायरा बढ़ाने को लेकर एक अधिसूचना जारी की गई है। इस अधिसूचना के तहत गुरुग्राम के आसपास से लगते लगभग 38 गांव निगम से जोड़ने के लिए प्रस्तावित है।

इनमें 34 गांवों के लोग गुरुग्राम नगर निगम से नहीं जुड़ना चाहते हैं। सरपंच एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि इन गांवों के लोगों की मांग है कि उन्हें पंचायती राज व्यवस्था से जोड़ा रखा जाए ताकि पंचायतें अपनी इच्छा के अनुसार गांव में विकास कार्यों को करवा सकें। इनमें से 28 गांवों की पंचायतों ने गुरुग्राम नगर निगम से न जोड़ने को लेकर प्रस्ताव पास भी कर दिए हैं।
इस संबंध में आज एसोसिएशन ने एक ज्ञापन भी डिप्टी सीएम को सौंपा। इस मौके पर जेजेपी जिलाध्यक्ष ऋषि राज राणा, गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन के प्रधान श्याम सुंदर, सतपाल ढांगू, कनैहा दोलताबाद, सरपंच वीर सिंह बजहेड़ा, रामबीर राणा, रामनिवास राणा, लीला सरपंच आदि शामिल रहे।

28 पंचायातों ने पास किया प्रस्ताव

गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन के प्रधान श्याम सुंदर ने बताया कि गुरुग्राम नगर निगम में शामिल न होने को लेकर 28 ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव पास किया है। जिनमें गांव बजछेडा, बाबूपुर, धर्मपुर,दोलताबाद, खेड़की माजरा, धनकोट, गढ़ी, हयातपुर, मोहम्मदहेड़ा काकरोला, सिकंदरपुर बड़ा, नवादा, नाहरपुर,नखडोला, रामपुरा, शिकोहपुर, नोरंगपुर, खो, मानेसर, कासन, पलड़ा, भांगरोला, बास हाटियां,बास कुसला, ढाणा, भोंडसी, उल्लावास और नया गांव शामिल है।

Friday, October 16, 2020

October 16, 2020

अभी भी हरियाणा के गन्ना किसानों का उत्तराखंड की चीनी मिल में करोड़ों बकाया

अभी भी हरियाणा के गन्ना किसानों का उत्तराखंड की चीनी मिल में करोड़ों बकाया

 गोहाना : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने उत्तराखंड में इकबालपुर चीनी मिल में फंसी हुई हरियाणा के किसानों की करोड़ों रुपये की गन्ने की पेमेंट दिलवाने की मांग की है। भाकियू द्वारा चीनी मिल से गन्ने की पेमेंट दिलवाने के लिए बृहस्पतिवार को एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री और प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बताया कि वर्ष 2016-17 में गन्ना पेराई सत्र के दौरान हरियाणा प्रदेश में चीनी मिलों द्वारा गन्ने की पेराई न होने पर प्रदेश के काफी किसानों द्वारा उत्तराखंड में इकबालपुर चीनी मिल में अपना गन्ना डाला गया था। प्रदेश के किसानों द्वारा इस चीनी मिल में करीब 40 करोड़ रुपये का गन्ना डाला गया था।
प्रदेश उपाध्यक्ष नरवाल के अनुसार इस पेमेंट में से आज भी हरियाणा के किसानों की करोड़ रुपये की पेमेंट चीनी मिल की तरफ बकाया है। चीनी मिल से पेमेंट करवाने की मांग को लेकर भाकियू द्वारा कई बार सरकार से अनुरोध किया जा चुका है लेकिन अब तक चीनी में फंसी हुई पेमेंट नहीं करवाई गई।
नरवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा कंपनी की ओर भी प्रदेश के किसानों की सैकड़ों करोड़ रुपये की फसल खराबे की पेमेंट बकाया है। उन्होंने कहा कि सरकार दोनों जगह फंसी हुई किसानों की उक्त पेमेंट जल्द करवाए।

Sunday, October 11, 2020

October 11, 2020

रोहतक:भाजपा की ट्रैक्टर यात्रा में कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों ने दिखाए काले झंडे

भाजपा की ट्रैक्टर यात्रा में कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों ने दिखाए काले झंडे

रोहतक : संसद में पास हुए कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ भाजपा के नेता इस विधेयक के पक्ष में ट्रैक्टर यात्रा निकाल रहे हैं, दूसरी तरफ किसान इसका विरोध भी कर रहे हैं। ऐसा ही वाकया शनिवार को रोहतक में देखने को मिला। यहां डीघल से सांपला के बीच निकाली गई ट्रैक्टर यात्रा को किसानों ने काले झंडे दिखाए और विरोध में प्रदर्शन भी किया।

इस यात्रा में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा और पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर शामिल थे। डीघल से सांपला चौ छोटूराम संग्रहालय तक ट्रैक्टर यात्रा निकाली। इसी दौरान किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से इस रैली को काले झंडे दिखाकर विरोध किया गया।

डीघल गांव के बस स्टैंड पर समिति के सदस्य व पदाधिकारी पहले से मौजूद थे जैसे यात्रा यहां से निकले सभी किसानों ने काले झंडे दिखाकर विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की।

Saturday, October 10, 2020

October 10, 2020

दौरा:मंडियों में पहुंचे तो पता चली हकीकत, किसान बोले-साहब हम तो अनपढ़ हैं मैसेज पढ़ना नहीं जानते तो डीसी ने मैसेज के साथ फोन करने के दिए निर्देश

दौरा:मंडियों में पहुंचे तो पता चली हकीकत, किसान बोले-साहब हम तो अनपढ़ हैं मैसेज पढ़ना नहीं जानते तो डीसी ने मैसेज के साथ फोन करने के दिए निर्देश

सिरसा : जिला की मंडियों में चल रही धान की खरीद देखने के लिए डीसी आरसी बिढान शुक्रवार को खुद दौरा करने निकले। इस बात की भनक मंडी प्रशासन को लगी तो उनके हाथ पांव फूल गए। उन्होंने सुबह से व्यवस्थाएं सुधारने के प्रयास शुरू कर दिए थे। मंडी दौरे में साहब को कोई कमी या अनियमितताएं ना दिख जाए। इसके लिए डीसी से पहले एसडीएम ने भी दौरा करके सारी व्यवस्थाएं चेक कर ली थी।
कई जगह स्पेशल पानी के कैंपर भी रखवा दिए गए। जबकि इससे पहले मंडी में पानी की बड़ी दिक्कत थी। वाटर कूलरों में पानी गर्म चल रहा था। जब डीसी दौरा करने पहुंचे तो मंडी में व्यवस्थाएं चकाचक मिली। डीसी के दौरे के दौरान एक किसान ने डीसी से कहा कि साहब हम अनपढ़ किसान है। हमें मैसेज तो पढ़ना आता नहीं है।
इसलिए वे मंडी में समय पर फसल भी नहीं ला पाते। इस पर डीसी ने रिकार्ड जांचा, तो उसमें पीआर धान के सिर्फ दो टोकन ही कटे हुए मिले। इससे डीसी को समझ आ गया कि किसानों को सूचना मिलने में प्रॉब्लम आ रही है। इसलिए धान कम आ रहा है। जिस पर डीसी ने संज्ञान लेते हुए मार्केट कमेटी सचिव को मैसेज के अलावा किसानों को फोन करने और खरीद केंद्र के बाहर सूची चस्पा करने के निर्देश दिए।

कोविड-19 से बचाव की व्यवस्था पुख्ता

डीसी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए सभी प्रकार के इंतजामों की सुचारू रूप से व्यवस्था की गई है। मंडी में सामाजिक दूरी और मास्क पहनना सुनिश्चित किया जाए। किसानों से भी अपील की कि वे मॉस्क व सामाजिक दूरी को आवश्यक बनाएं।

एसो. आढ़तियान की जल सेवा को डीसी ने सहराया

अनाज मंडी सिरसा में दि एसोसिएशन आढतियान की ओर से जल सेवा लगाई है। जल सेवा मंडी में आने वाले किसानों व अन्य काम करने वाले लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना है। डीसी रमेश चंद्र बिढाण ने अनाज मंडी निरीक्षण दौरे के दौरान इस जल सेवा के लिए दि एसोसिएशन के पदाधिकारियों की सराहना की।

22 मंडियों में पीआर धान खरीदने के आदेश जारी

सरकार ने 1 अक्टूबर से मंडियों में धान, बाजरा व कॉटन की सरकारी खरीद का ऐलान किया था। लेकिन खरीद सबंधी पोर्टल अपडेट नहीं हो पाया था। एक सप्ताह बीतने के बाद मात्र 6 खरीद केंद्रों जिसमें सिरसा, दड़बी, रोड़ी, रानियां, कालांवाली, डबवाली व गोरीवाला पर पीआर धान खरीद होने लगा जबकि पीआर धान के 22 केंद्रों को निर्धारित किया गया था।

किसानों को नहीं आने दी जाएंगी दिक्कतें- सुशील

सीसीआई शाखा सिरसा के कॉमर्शियल ऑफिसर सुशील कुमार ने बताया कि कपास मंडी सिरसा में कॉटन की सरकारी खरीद जारी है। शुक्रवार को 190 किसान नरमा की ट्रॉलियां लेकर पहुंचे। जिसके कारण 6 फैक्ट्रियों में नरमा की फसल भेजनी पड़ी। जिसमें नमी की मात्रा 8 प्रतिशत से ज्यादा पाई जाती है, तो उसका निर्धारित मापदंडों के अनुसार दाम लगता है। इसलिए किसान भाई कपास को सूखाकर लाएं, ताकि नमी की अधिक मात्रा होने पर उनको किसी प्रकार की परेशानी न हो।

Tuesday, October 6, 2020

October 06, 2020

खेती बचाओ यात्रा:राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा आज हरियाणा आएगी, जुलूस रोकने को पुलिस रहेगी तैनात

खेती बचाओ यात्रा:राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा आज हरियाणा आएगी, जुलूस रोकने को पुलिस रहेगी तैनात

चंडीगढ़ : कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ट्रैक्टर पर चल रही 'खेती बचाओ यात्रा' के कार्यक्रम में बदलाव हुआ है। अब यह यात्रा हरियाणा में एक ही दिन की होगी। पंजाब से यात्रा मंगलवार दोपहर करीब 12:15 बजे देवीगढ़ बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करेगी। 1:15 बजे पिहोवा में स्वागत होगा।
1:45 बजे सरस्वती खेड़ा से यात्रा पिहोवा मंडी पहुंचेगी। 2:45 बजे नुक्कड़ मीटिंग होगी। शाम 5:30 बजे कुरुक्षेत्र में नुक्कड़ मीटिंग होगी। यहीं से यात्रा का समापन होगा। पहले 2 दिन की यात्रा व करनाल में समापन था। इसलिए सरकार ने दोनों जिलों में पुलिस की 6-6 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं।
कुरुक्षेत्र में अम्बाला रेंज के आईजी वाई पूरण कुमार व करनाल में आईजी भारती अरोड़ा की ड्यूटी थी। यात्रा की वीडियोग्राफी भी होगी। गृहमंत्री अनिल विज ने होम सेक्रेटरी, डीजीपी, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर व सीआईडी चीफ के साथ मीटिंग के बाद कहा कि राहुल को जुलूस के साथ हरियाणा में नहीं घुसने दिया जाएगा। केवल 100 लोग ही उनके साथ रह सकते हैं। डीजीपी मनोज यादव ने बताया कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने दोनों जिलों के डीएम से यात्रा की परमिशन ली है। रैली की परमिशन नहीं है।
कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ट्रैक्टर पर चल रही 'खेती बचाओ यात्रा' के कार्यक्रम में बदलाव हुआ है। अब यह यात्रा हरियाणा में एक ही दिन की होगी। पंजाब से यात्रा मंगलवार दोपहर करीब 12:15 बजे देवीगढ़ बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करेगी। 1:15 बजे पिहोवा में स्वागत होगा।
1:45 बजे सरस्वती खेड़ा से यात्रा पिहोवा मंडी पहुंचेगी। 2:45 बजे नुक्कड़ मीटिंग होगी। शाम 5:30 बजे कुरुक्षेत्र में नुक्कड़ मीटिंग होगी। यहीं से यात्रा का समापन होगा। पहले 2 दिन की यात्रा व करनाल में समापन था। इसलिए सरकार ने दोनों जिलों में पुलिस की 6-6 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं।
कुरुक्षेत्र में अम्बाला रेंज के आईजी वाई पूरण कुमार व करनाल में आईजी भारती अरोड़ा की ड्यूटी थी। यात्रा की वीडियोग्राफी भी होगी। गृहमंत्री अनिल विज ने होम सेक्रेटरी, डीजीपी, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर व सीआईडी चीफ के साथ मीटिंग के बाद कहा कि राहुल को जुलूस के साथ हरियाणा में नहीं घुसने दिया जाएगा। केवल 100 लोग ही उनके साथ रह सकते हैं। डीजीपी मनोज यादव ने बताया कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने दोनों जिलों के डीएम से यात्रा की परमिशन ली है। रैली की परमिशन नहीं है।
सीएम बोले- किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि राहुल गांधी को हरियाणा में आने से रोका नहीं जाएगा। लेकिन किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।