Breaking

Showing posts with label Agri News. Show all posts
Showing posts with label Agri News. Show all posts

Monday, May 17, 2021

May 17, 2021

चढूनी की कमान में IG ऑफिस का घेराव

हिसार में CM के विरोध में लाठीचार्ज 

चढूनी की कमान में IG ऑफिस का घेराव

सूबे में जगह-जगह और भी हाईवे जाम

हिसार : किसान नेताओं पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में रविवार शाम को ये लोग सड़कों पर उतर आए। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने सैकड़ों किसानों के साथ हिसार के IG ऑफिस का घेराव कर दियाा, वहीं इसी के साथ हरियाणाभर में हाईवे जाम कर दिए गए। पानीपत में GT रोड पर, जींद में जींद-पटियाला हाइवे पर स्थित खटकड़ गांव में, करनाल में करनाल-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे, करनाल-असंध हाईवे बंद कर दिए गए। अन्य जिलों में भी जाम लगा दिए गए। बता दें कि रविवार सुबह मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार में OP जिंदल मॉडर्न स्कूल में बनाए गए अस्थायी कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे। पहले से किए गए ऐलान के बावजूद कब मनोहर लाल हिसार पहुंचे और उद्घाटन करके निकल लिए किसानों को पताा ही नहीं चला। बाद में अलग-अलग तरफ से हिसार के जिंदल चौक की तरफ बढ़ रहे किसानों का पुलिस के साथ टकराव हो गया। कहा जा रहा है कि किसानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इतना ही नहीं, हिसार में एक DSP को भी पीट दिया। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और तब कहीं जाकर हालात सामान्य हुए। कुछ ही देर बाद सूबे में जाम लगने शुरू हो गए। पहले किसी और बात का गुस्सा था तो फिर किसी और बात का। किसानों ने शाम 7 बजे तक सड़क पर बैठकर पुलिस और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। किसानों का कहना है कि सरकार कानून तो वापस नहीं कर रही है, लेकिन किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही है। इससे किसान किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा। हालांकि हिसार में प्रदर्शन जारी है।

*कहां-कहां रही जाम की स्थिति*

करनाल में बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों ने जाम लगा दिया कुरुक्षेत्र में अंबाला हिसार हाइवे पर सैनी माजरा और थाना टोल पर जाम लगाया किसान नेता राकेश टिकैत शाम को हिसार जाते समय जींद जिले के राजपुरा गांव से होते हुए निकले। यहांB के अलावा जिले में रामराय, दनौदा, खटकड़ समेत कई जगहों पर जाम लगाया गया कैथल में जींद रोड पर तितरम मोड़, पाई और खरक पांडवा में किसानों ने जाम लगा दिया गया।

Sunday, May 16, 2021

May 16, 2021

हिसार में सीएम के कार्यक्रम के दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प, किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े

हिसार में सीएम के कार्यक्रम के दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प, किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े

हिसार : हिसार में कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जबरदस्त विरोध का सामना करना पडा है। यहां पर किसानों ने जबरदस्त विरोध किया जिसके बाद किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक हिसार के ओपी जिंदल मॉर्डन स्कूल में चौधऱी देवीलाल संजीवनी अस्पताल बनाया गया है। इसका शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री खुद पहुंचे थे। किसान टोल प्लाजा पर डटे हुए थे, लेकिन सीएम सीधे अस्पताल पहुंच गए।
जब आंदोलनकारियों को पता चला तो वे जिंदल स्‍कूल की तरफ बढ़े। पुलिस उन्‍हें रोकने का प्रयास करने लगी तो टकराव की स्थिति बन गई। आंदोलनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैंस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
हिसार के अलावा हांसी में किसानों को रोकने के लिए दो नाके लगा रखे थे। पहला हांसी बाईपास पर दूसरा टोल प्लाजा पर था। भिवानी, बवानी खेड़ा और नारनौंद की तरफ के किसान हिसार रहा रहे थे, आंदोलनकारियों ने पुलिस के नाकों को ट्रैक्टरों का प्रयोग कर तोड़ दिया।
जिंदल मॉडर्न स्‍कूल के साथ लगते सेक्‍टर 9-11 में भी आंदोलनकारी घुस आए। इन्‍हें खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। आंसू गैस के प्रयोग के बाद सेक्‍टर में रह रहे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा। वहीं सेक्‍टर में भगदड़ का माहौल है। आंदोलनकारियों के विरोध के इस तरीके पर अब सवाल भी उठने लगे हैं।

कृषि कानूनों को वापस करवाने की मांग को लेकर शुरू किए गए आंदोलनकारियों ने सीएम मनोहर लाल को हिसार नहीं आने की चेतावनी दी थी।
May 16, 2021

खट्टर का आरोप- किसानों ने फैलाया कोरोना, टिकैत बोले- अपनी नाकामी का ठीकरा किसानों पर मत फोड़ो

खट्टर का आरोप- किसानों ने फैलाया कोरोना, टिकैत बोले- अपनी नाकामी का ठीकरा किसानों पर मत फोड़ो

नई दिल्ली : कोरोना महामारी में भी केंद्र सरकार के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन दिल्ली में चल रहा है। जिसे खत्म करने के लिए भाजपा की सरकार तमाम कोशिशें कर चुकी है।
अब भाजपा द्वारा आंदोलन कर रहे किसानों पर कोरोना संक्रमण फैलाए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
इस आरोप पर किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार की चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में कोरोना यही से फ़ैल रहा है। यह तो उन्होंने काफी दिनों बाद बताया है।
मोदी सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में फेल हो चुकी है। तो इसका ठीकरा भी हम पर फोड़ा जा रहा है। खट्टर सरकार का कहना है कि जहां पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। उस जगह से गांव गांव कोरोना फैलाया जा रहा है।
अगर इनको यह दिक्कत है तो इसका इलाज होना चाहिए। इसका इलाज सिर्फ अस्पतालों में ही हो सकता है।
इस समय देश में अस्पताल है ही नहीं। सरकार बुरी तरह से फेल हो गई है। इसलिए अब कोरोना फैलाने का जिम्मेदार किसानों को ठहराया जा रहा है।
यह तो सिर्फ किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए कहा जा रहा है देश के सभी राज्यों में कोरोना से हालात बेकाबू हो रहे हैं। तो क्या वे सब लोग दिल्ली के बॉर्डर से ही कोरोना की चपेट में आए हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि अगर कोरोना महामारी में इस तरह के बिल लाए जा सकते हैं। तो ऐसे हालात में इन्हें वापस क्यों नहीं लिया जा सकता है।
देश के कई राज्यों में चुनाव हुए। इसके लिए भाजपा ने जब इतने बड़े स्तर पर प्रचार किया तो क्या वहां भीड़ नहीं थी क्या वहां पर कोरोना नहीं आया ?
किसान नेता राकेश टिकैत ने इसके साथ ही वैक्सीन लगवाने से इंकार करने की बात को खरिज किया है। उनका कहना है कि आंदोलन कर रहे किसानों ने वैक्सीन लगाने के लिए कभी भी इनकार नहीं किया है।
लेकिन सरकार के पास इन्हें लगाने के लिए वैक्सीन ही नहीं है। यह सरकार तो लोगों को ऑक्सीजन भी नहीं दे पा रही हैं।
May 16, 2021

अब योगी सरकार के पीछे पड़े किसान! टिकैत बोले- जैसे बंगाल में हराया है वैसे ही यूपी में हराएंगे

अब योगी सरकार के पीछे पड़े किसान! टिकैत बोले- जैसे बंगाल में हराया है वैसे ही यूपी में हराएंगे

नई दिल्ली : अभी पूरे देश भर की मीडिया का ध्यान कोरोना महामारी की ओर है लेकिन यह जानना आपके लिए जरुरी है कि दिल्ली बाॅर्डर पर किसानों का आंदोलन अब भी जारी है। तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांगों के साथ किसान अब भी सड़कों पर ही हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि अभी हमने भाजपा को पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में हराया है। इसके बाद यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहां भी हम भाजपा को हराएंगे।
टिकैत ने कहा कि यूपी में अभी 3000 से ज्यादा जिला पंचायत सदस्यों की सीटों पर चुनाव हुए हैं और भाजपा को 600 के आसपास सीटें आई हैं। इसमें से भी 200 सीटें भाजपा ने बेईमानी से जीती है। अभी भाजपा की हार की शुरुआत हुई है। अगर हमारी बात नहीं सुनी गई तो हमारा अगला मिशन यूपी और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराना है। एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि आने वाले 26 मई को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ देश भर के किसान काला दिवस बनाएंगे।
हम ने 26 मई को ब्लैक डे घोषित कर दिया है। इस दिन हम अपने घरों और गाड़ियों पर काले झंडे लगाएंगे। 26 मई को किसान आंदोलन के छह महीने पूरे हो रहे हैं। हम इस दिन केंद्र सरकार का पुतला दहन करेंगे।
कोरोना संकट को लेकर एंकर ने राकेश टिकैत से पूछा कि कोरोना संकट चल रहा है। आपको डर नहीं लगता..
इस पर टिकैत ने कहा कि देखो, मौत तो होगी ही! आंदोलन लड़ लेंगे तो कोरोना से लड़ाई चलती रहेगी। कोरोना से सरकार भी लड़ रही है और हम भी लड़ रहे हैं। अगर हम यह आंदोलन छोड़ कर यहां से चले गए तो हमें सरकार भी मारेगी और कोरोना भी मारेगा।
राकेश टिकैत ने दो टूक लहजे में कहा कि जब तक सरकार बातचीत नहीं करेगी, ये आंदोलन खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि किसान बिना मांग पूरी हुए अपने घर ऐसे ही नहीं चला जाएगा। जब तक हमारे मसलों का समाधान नहीं होगा, किसान अपने घर नहीं जाएगा। राकेश टिकैत ने दावा किया अब भी सभी बाॅर्डरों पर किसान डटे हुए हैं । खेतों में हैं ,पार्कों में हैं, टेंट बनाकर रह रहे हैं। ये मोर्चा अब भी चल रहा है।

Saturday, May 15, 2021

May 15, 2021

लुटेरों का नया स्टाइल, पुलिस की वर्दी पहनकर किसान से साढ़े 7 लाख लुटे

लुटेरों का नया स्टाइल, पुलिस की वर्दी पहनकर किसान से साढ़े 7 लाख लुटे

फतेहाबाद :  में ज्यादातर लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं, जिससे बाजारों सहित मुख्य सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहता है। इसी का फायदा अपराधी भी उठाने लगे है। शुक्रवार शाम पुलिस की वर्दी में आए दो अज्ञात लुटेरों द्वारा रतिया ब्रांच नहर की पटरी पर गांव àगुल्लरवाला के समीप एक किसान को धमकाते देते हुए जबरन उससे साढ़े 7 लाख रुपये की नकदी लूटकर फरार होने का समाचार है। घटना के बाद पीड़ित किसान ने इस बारे में अपने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद पीड़ित के भाई ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। गांव धारसूल खुर्द निवासी सुभाष चंद ने बताया कि उसका भाई अजमेर सिंह शुक्रवार को टोहाना से अपने आढ़ती से गेहूं की पेमेंट लेने गया था। शाम करीब चार बजे वे टोहाना से पैसे लेकर अपनी बाइक पर टोहाना कुलां मार्ग से घर की ओर वापस लौट रहा था। अजमेर जब कुलां-टोहाना मार्ग पर ग्रीन वैली स्कूल के समीप पहुंचा तो उसे बाइक पर पुलिस की वर्दी में दो लोग मिले, जिन्होंने अजमेर सिंह से कहा कि लॉकडाउन के चलते आगे पुलिस चालान काट रही है। उनकी बातों में आकर अजमेर वहां से वापस होकर रतिया ब्रांच नहर की पटरी से अपने गांव की ओर चल पड़ा। नहर पटरी पर जाते-जाते जब वह गुल्लरवाला गांव के निकट पहुंचा तो उक्त अज्ञात लुटेरे उसे दोबारा वहां मिले और उससे हाथापाई कर जमीन पर गिरा दिया और जान से मारने की धमकी देते हुए अजमेर सिंह से साढ़े 7 लाख रुपये नकदी छीनकर फरार हो गए

घटना के बाद अजमेर सिंह ने तत्काल अपनी माता को फोन कर इसकी सूचना दी, जिसके बाद उसकी माता ने इस बारे में अजमेर के भाई व मोहल्लावासियों को सूचित किया। इसे लेकर अजमेर के भाई ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन करते हुए घटना स्थल का जायजा लिया। इसके साथ ही अज्ञात लुटेरों के विरूद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस प्रशासन में हड़कंप किसान से लूटपाट की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना के बाद स्वयं पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ को लेकर नाकाबंदी कराई गई। इसके अलावा पुलिस के उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर भी घटना संबंधी जानकारी हासिल करने के बाद जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी भी खंगाल रहीं है लेकिन अभी तक कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। थाना सदर टोहाना के प्रभारी विनोद कुमार का कहना है कि सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची है। मामले की गहनता से तफ्तीश की जा रही है। पीडि़त से भी पूछताछ जारी है। जांच पूरी होने पश्चात ही आगे के बारे में कुछ कहा जा सकता है।
May 15, 2021

विधायक रामकरण का ग्रामीणों व किसानों ने किया विरोध

विधायक रामकरण का ग्रामीणों व किसानों ने किया विरोध 

 कुरुक्षेत्र:  शाहाबाद के जजपा विधायक को अपने ही हल्के के गांव यारी में किसानों के भारी विरोध का सामना करना पडा। जानकारी के अनुसार गांव यारी में एक बैटरी सिक्का फैक्ट्री है। ग्रामीणों का आरोप था कि फैक्ट्री मालिक द्वारा फैक्ट्री परिसर में ही कई टयूबवैल लगाकर बैटरी सिक्का को साफ करने के कैमिकल को टयूबवैल के जरिए जमीन में उतारा जा रहा है। ऐसे में आस पास के क्षेत्र में धरती का पानी दूषित हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस कैमिकल के कारण क्षेत्र में धरती का पानी इतना दूषित हो गया है कि पीने के लायक भी नही रहा। शुक्रवार को शुगर फैड के चेयरमैन व शाहाबाद के जजपा विधायक रामकरण काला दोनो पक्षों के बीच की बात करने के लिए गांव में आए थे। जैसे ही रामकरण काला गांव में पहुंचे तो ग्रामीण व किसानों ने विधायक का विरोध कर दिया। विरोध इतना बढ गया कि ग्रामीणों ने विधायक को धक्के भी मारे। ऐसे में मौके पर मौजूद शाहाबाद पुलिस ने मशक्कत के बाद विधायक को ग्रामीणों के बीच से निकालकर गाडी में बिठाया।

Tuesday, May 11, 2021

May 11, 2021

लॉकडाउन के दौरान न तो गेहूं की खरीद होगी और न ही कोई गेट

लॉकडाउन के दौरान न तो गेहूं की खरीद होगी और न ही कोई गेट-पास जारी किया जाएगा, घर पर ही रहें किसान


 चंडीगढ : हरियाणा सरकार ने राज्य में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए 'महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा' के अंतर्गत 17 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। ऐसे में किसानों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने किसानों से भी अनुरोध किया है कि वे इस महामारी से बचाव के लिए घर पर ही रहें, बिना जरूरी कार्य के घर से बाहर न निकलें। लॉकडाउन के दौरान प्रदेश की सभी मंडियों में न तो गेहूं खरीद का कार्य किया जाएगा और न ही कोई गेट-पास जारी किया जाएगा। एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में गेहूं की खरीद एक अप्रैल, 2021 से 396 मंडी/खरीद केन्द्रों पर शुरू की गई। उन्होंने बताया की राज्य की खरीद एजेंसियों द्वारा 10 मई को 1,218 टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई और आज तक कुल 80.88 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। आज तक 4,99,058 किसानों के 9,28707 जे.फार्म बनाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि 10 मई, 2021 तक करीब 13,120 करोड़ रुपए की अदायगी सीधे किसानों के खाते में की जा चुकी है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार की ओर से हिदायत जारी की गई हैं कि मंडियों में खरीदी गई गेहूं का उठान दैनिक आधार पर सुनिश्चित किया जाए।
May 11, 2021

किसान आंदोलन में युवती के साथ दुष्कर्म मामले में आया नया मोड़, पिता ने दिया ये स्टेटमेंट

किसान आंदोलन में युवती के साथ दुष्कर्म मामले में आया नया मोड़, पिता ने दिया ये स्टेटमेंट

बहादुरगढ़ : हरियाणा में टिकरी बॉर्डर पर युवती के साथ कथित तौर पर हुए दुष्कर्म को लेकर किसान संयुक्त मोर्चा और पीड़िता के पिता ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें पिता ने कहा कि अनूप और अनिल को छोड़कर बाकी चारों को पुलिस ने आरोपी बनाया है। मैंने किसी भी तरीके से उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है। मैने पुलिस को जाकर आज दोबारा स्टेटमेंट दिया है कि मैने इन्हें आरोपी नहीं बनाया है।
ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीड़िता के पिता ने किसान संयुक्त मोर्चा को क्लीन चिट देते हुए पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाये हैं। पीड़िता के पिता ने कहा- उन्होंने सिर्फ किसान सोशल आर्मी से जुड़े अनिल मलिक और अनूप चणौत पर आरोप लगाये थे। लेकिन पुलिस ने पीड़िता के पिता की मदद करने वाले लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर दिया।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन से जुड़ी दो महिला किसानों ने की मामले को उठाने में मदद। लेकिन पुलिस ने मददगारों के खिलाफ ही मामल दर्ज कर लिया साथ ही अनूप और अनिल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे गलत लोकेशन पर बता कर हरियाणा के अलग हिस्से में बेटी को लेजा रहे थे। पीड़िता के पिता ने किसान संयुक्त मोर्चा और किसान नेता योगेंद्र यादव का मामले में मदद करने पर आभार जताया है।

पिता ने कहा- आरोपियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई, लेकिन निर्दोष लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई न कि जाए। किसान संयुक्त मोर्चा ने पीड़िता की जान बचाने की कोशिश की थी और परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया था। पिता ने बताया- किसान संयुक्त मोर्चा ने कहा था कि पहले एफआईआर आप करवाएं नहीं तो संयुक्त मोर्चा आरोपियों के खिलाफ शिकायत देगा।

Monday, May 10, 2021

May 10, 2021

आज आएगी पीएम किसान योजना की 8वीं किस्त, ऐसे चैक करें लिस्ट में अपना नाम

 आज आएगी पीएम किसान योजना की 8वीं किस्त, ऐसे चैक करें लिस्ट में अपना नाम



नई दिल्ली : पीएम किसान निधि का इंतजार कर रहे हैं किसानों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार आज यानी 10 मई को आपके खाते में 8वीं किस्त ट्रांसफर कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 8वीं किस्त किसानों के खाते में 10 मई तक भेजी जा सकती है।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की पहली किस्त आमतौर पर 20 अप्रैल तक आ जाती है लेकिन इस बार थोड़ी देरी हो गई है। बता दें जल्द ही सरकार आपके खातों में 2000-2000 रुपये क्रेडिट करने वाली है। इस योजना के तहत हर साल 3 किस्तों में किसानों को सरकार 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता करती है।

पीएम किसान सम्मान निधि के तहत केवल उन्हीं किसानों को इसका फायदा मिलता है जिनके पास 2 हेक्टेयर यानी 5 एकड़ कृषि योग्य खेती हो। अब सरकार ने जोत की सीमा को खत्म कर दी है। खेती योग्य जमीन जिसके नाम से हैं, उन्हीं को पैसे मिलते हैं, लेकिन अगर कोई इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करता है तो उसे पीएम किसान सम्मान निधि से बाहर रखा गया है। इसमें वकील, डॉक्टर, सीए आदि भी इस योजना से बाहर हैं।

सबसे पहले आपको पीएम किसान सम्मान निधि का आधिकारिक वेबसाइट https://pmksan.gov.in/ पर विजिट करना होगा। इसके होम पेज में जाकर आपको Farmers Corner के ऑप्शन में क्लिक करना है। यहां आपको Beneficiaries List के ऑप्शन में क्लिक करना होगा। फिर आपके सामने एक लिस्ट आएगी। इसमें आपको राज्य, जिला, उपजिला, ब्लॉक और गांव सलेक्ट करना होगा। इसके बाद आपको Get Report पर क्लिक करना होगा। इसमें लाभार्थी की पूरी लिस्ट सामने आ जाएगी फिर आप अपना नाम चेक कर सकते हैं।

आपको बता दें इस स्कीम में आप घर बैठे रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके लिए आपके पास अपने खेत की खतौनी, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट नंबर होना जरूरी है। आइए आपको बताते हैं कि आप *कैसे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन-*

इस तरह करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन- आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in पर जाएं, अब Farmers Corner पर जाइए। यहां आपको ‘New Farmer Registration’ पर क्लिक करें। आधार नंबर डालना होगा। कैप्चा कोड डालकर राज्य को चुनना होगा और फिर प्रोसेस को आगे बढ़ाना होगा। अपनी पर्सनल जानकारी भरनी होगी। साथ ही बैंक अकाउंट का विवरण और खेत से जुड़ी जानकारी भरनी होगी। इसके बाद आप फॉर्म सबमिट कर सकते हैं।
May 10, 2021

ग्रामीण ने अपने खेत में आग लगाकर नही बुझाई,दुसरे किसान के खेत में आग ने किया ताड़व,करीब 14 लाख का हुआ नुकशान

ग्रामीण ने अपने खेत में आग लगाकर नही बुझाई,दुसरे किसान के खेत में आग ने किया ताड़व,करीब 14 लाख का हुआ नुकशान

पानीपत – सरकार किसानों को गेहूॅ के अवशेष ना जलाने के लिए प्रति वर्ष जागरूकता अभियान चलाकर लाखों करोड रूपए खर्च करती है। लेकिन इसके बावजूद भी किसान गेहूॅ के अवशेष जलाने से बाज नही आ रहे है,जबकि गेहूॅ के अवशेष जलाने से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती है वही प्रदूषण भी बढता है,साथ ही खेत में लगाई गई आग पर काबू ना रहने से अन्य किसानों की फसल आग की भेट चढनें से लाखों रूपए का नुकशान हो सकता है। परन्तु इसके बावजूद भी किसान नही मान रहे है। यही कारनाम शहरमालपुर के एक किसान के साथ घटित होने से किसानों को करीब 14 लाख रूपए का नुकशान हो गया। इससे बढा कारनामा तो उस समय सामने आया जब आग लगाने वालें किसानों की पहचान कर ब्यान दर्ज करने के बाद भी पुलिस द्वारा मामला दर्ज नही किया गया। अब किसान न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है परन्तु शिकायत के करीब 10 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई है। जबकि श्किायत मिलते ही सबसे पहलें मामला दर्ज कर जांच शुरू की जाती है। लेकिन पुलिस जांच कर आग लगाने वालें लोगों की पहचान करने वालें ग्रामीणों के ब्यान तो दर्ज कर लिए लेकिन मामला दर्ज कर कार्यवाही करने की बजाए उल्टा पीडीत किसान पर ही दबाव बनाया जा रहा है कि ऐसे आग नही लग सकती है। शिकायत झूठी है।
ये व्यथा शहरमालपुर के पीडीत किसान मिंटू पुत्र रणधीर ने बताते हुए कहा कि मशरूम की खेती के आट्टा रोड पर जगबीर पुत्र देवी सिहं की जमीन ठेके पर ले रखी है। मशरूम की खेती करने के लिए उसने 160 ट्राली तूडा,बांस,पोलिथीन,मोटर व डोरी और अन्य सामान रख रखा था लेकिन तेज हवा में मना करने के बावजूद गढी छज्जू के ग्रामीणों ने अपने खेतो में फसल के अवशेष में आग लगा दी। जिससे आग उसके खेतो तक पहुंच गई और उसका खेत में रखा सारा समान जलकर राख हो गया,जिससे उसको करीब 14 लाख रूपए का नुकशान हुआ। इसकी लिखित शिकायत उसने पुलिस को दे रखी है,परन्तु शिकायत देने के 10 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई है।

Sunday, May 9, 2021

May 09, 2021

पश्चिमी बंगाल की युवती के साथ दुष्‍कर्म का केस दर्ज, 4 किसान नेताओं समेत 6 नामजद

टीकरी बॉर्डर के धरने में आई पश्चिमी बंगाल की युवती के साथ दुष्‍कर्म का केस दर्ज, 4 किसान नेताओं समेत 6 नामजद

बहादुरगढ़ : खेती कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन बड़े विवाद में आ गया है। बवाल हरियाणा-दिल्ली के बॉर्डर पर झज्जर जिले के टीकरी में चल रहे धरने में आई पश्चिमी बंगाल की एक युवती की मौत के बाद खड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण से मरी इस युवती के साथ दुष्कर्म का आरोप भी उठा है। इस मामले में पुलिस ने कुल 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इसमें 4 किसान नेताओं के नाम शामिल है, वहीं आदोलन से जुड़ी दो महिला वालंटियरों पर अंगुली उठी है।
बता दें कि 10 दिन पहले युवती की कोरोना से मौत होने के बावजूद किसानों ने शव यात्रा निकाली थी। हालांकि कोरोना संक्रमित का एक निश्चित गाइडलाइन के तहत अंतिम संस्‍कार किया जाता है। किसान आंदोलन के बीच कोरोना से यह पहली मौत थी। इसी बीच युवती के साथ कुछ गलत होने की बातें भी सामने आई थी, लेकिन इस बात को अनदेखा कर दिया गया और कहा गया कि युवती की मौत तो कोरोना से हुई है। हालांकि युवती कोरोना संक्रमित थी, मगर किसानों का कहना था कि उन्‍हें बदनाम करने के लिए दुष्‍कर्म होने जैसी बातें की जा रही हैं। युवती का अंतिम संस्‍कार तो कर दिया गया, लेकिन दुष्‍कर्म होने का मामला गरमाया रहा। शनिवार को संयुक्त मोर्चा की मीटिंग हुई थी।
अब युवती के पिता के बयान पर अब बहादुरगढ़ शहर थाने में मामला दर्ज हुआ है। आरोपी किसान सोशल आर्मी से जुड़े हैं, जिनकी पहचान अनिल मलिक, अनूप सिंह, अंकुश सांगवान, जगदीश बराड़, कविता आर्य और योगिता सुहाग के रूप में हुई है। दुष्‍कर्म केस दर्ज होने के बाद इस बात की चर्चा हर तरफ हो रही है। वहीं अब बड़ा सवाल ये भी है कि दुष्‍कर्म का मामला तो दर्ज हो गया है, मगर युवती के शव का अंतिम संस्‍कार किए जाने से जांच किस तरह से आगे बढ़ेगी।
May 09, 2021

टिकैत ने कहा- सरकार कैंप लगाए, किसान वैक्सीनेशन को तैयार

टिकैत ने कहा- सरकार कैंप लगाए, किसान वैक्सीनेशन को तैयार

बहादुरगढ़ : कृषि कानूनाें काे रद्द करवाने के लिए किसान टिकरी बाॅर्डर पर धरना दे रहे हैं। किसानों की संख्या कम होने पर शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंंचे। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण दिल्ली के मोर्चा पर किसान ज्यादा एक साथ बैठने की भीड़ नहीं कर रहे। यह अच्छी बात है, पर किसान जाने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि यहां पर वैक्सीनेशन शिविर लगवाए। यह बात किसान नेता ने पहली बार कही कि किसान वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। इससे पहले वैक्सीनेशन का विरोध हो रहा था। टिकैत ने कहा कि टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन को शनिवार को 162 दिन हो गए, लेकिन सरकार ने कोई बात नहीं की। किसानों की मांग अधूरी रह गई।
इससे साफ हो गया कि सरकार कोई बात नहीं करेगी। अब 26 मई को दिल्ली के मोर्चे पर को किसानों को 6 महीने हो जाएंगे। इसके बाद एक बार फिर आंदोलन पर आगे का बड़ा फैसला लिया जाएगा। किसान गर्मी फिर बरसात व सर्दी के लिए भी तैयार हैं।
May 09, 2021

किसान बोला- अगर ये ऑक्सीजन सिलेंडर हमारे खेतों में पैदा होते तो हम किसी को यूं तड़पकर मरने नहीं देते

किसान बोला- अगर ये ऑक्सीजन सिलेंडर हमारे खेतों में पैदा होते तो हम किसी को यूं तड़पकर मरने नहीं देते

नईं दिल्ली : देश में फैली कोरोना महामारी में अब तक लाखों लोगों ने अपनी जान खो दी है। कोरोना पीड़ितों के परिवार अस्पतालों में असहाय होकर अपनों को मरते हुए देख रहे हैं।
ऐसा इसलिए है, क्योंकि इस देश की सरकार सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने का काम कर रही है।
विपक्षी दलों द्वारा कई बार ये आरोप लगाया जा चुका है कि मोदी सरकार सिरफ पूंजीपतियों की सरकार है। जो आज साबित हो गया है।
कोरोना महासंकट में आज गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार बेसिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अस्पतालों में तड़प रहे हैं। ऐसे में कई गैर सरकारी संगठन लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं। बड़ी तादाद में लोगों को मदद पहुंचाने के लिए दिन-रात यह संस्थाएं काम में जुटी हुई है। इसी बीच देश में आई संकट की घड़ी में देश के किसानों ने भी लोगों की मदद करने की बात कही है।
पत्रकार मनदीप पुनिया द्वारा एक ट्वीट किया गया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि आज एक किसान ने कहा, “अगर ये ऑक्सीजन सिलेंडर हमारे खेतों में पैदा होते तो किसी को यूं तड़फकर नहीं मरने देते.”
गौरतलब है कि किसान को देश का अन्नदाता कहा जाता है। जब भी देश में कोई प्राकृतिक आपदा आई है। तब तब देश के किसानों ने आगे बढ़कर लोगों की मदद की है।
किसानों ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा है कि अगर उनके खेतों में वह ऑक्सीजन बना पाते तो आज ऐसे हालात ही ना होते।
इस आपदा की घड़ी में दुनिया के कई देशों ने भारत को ऑक्सीजन और अन्य मेडिकल सामान की मदद की है।
लेकिन मोदी सरकार द्वारा कई राज्यों में यह सामान वक्त पर नहीं पहुंचाया गया। जिसकी वजह से कई जाने चली गई है। पीड़ितों के परिवार इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर भी आने वाली है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि सरकार देश को कैसे बचाएगी।

Saturday, May 8, 2021

May 08, 2021

भाजपा सरकार दुष्यंत चौटाला को मोहरा बना कर आए दिन किसानों को भडकाने को प्रयास कर रही है- होशियार सिंह

भाजपा सरकार दुष्यंत चौटाला को मोहरा बना कर आए दिन किसानों को भडकाने को प्रयास कर रही है- होशियार सिंह            

-बदोवाला टोल प्लाजा पर चल रहा 135वें दिन में प्रवेश
जींद /नरवाना : बदोवाल टोल प्लाजा पर चल रहे धरने का शनिवार को 135वां दिन था। किसान नेताओं ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला को सरकार ने किसानों को भड़काने के लिए तैयार कर लिया है तो सरकार भी यह जान ले कि भाजपा-जजपा का कोई भी नेता जींद जिले में कदम नहीं रख सकता और वह कोई नेता आ भी जाता है तो उसका विरोध करने के लिए लाखों की संख्या में किसान मौजूद रहेंगे। किसान नेता होशियार सिंह ने कहा कि शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला जींद में पहुंचना था लेकिन दुष्यंत चौटाला से पहले उनका विरोध करने के लिए लाखों की संख्या में किसान जींद के रेस्ट हाउस के बाहर पहुंच गए थे। जिसके बाद प्रशासन द्वारा कई बार गेट लगाकर किसानों को रास्ते में रोकने का प्रयास किया गया लेकिन किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन करते हुए जीन्द केपीडब्ल्यू रेस्टहाउस तक पहुंचे और वहां अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी सरकार द्वारा जींद में तैनात किया गया थे। जिससे सरकार के लोगों की धज्जियां खुद प्रशासन ही उड़ाता दिखा किसान नेता ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा कई बार आह्वान कर चुका है कि किसान आंदोलन के जारी रहने तक बीजेपी का कोई भी नेता किसी भी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित ना करें अन्यथा उसका अंजाम बुरा ही होगा।
होशियार सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार ने अब दुष्यंत सिंह चौटाला को अपना मोहरा बना लिया है जो आए दिन प्रदेश में कहीं ना कहीं जाकर किसानों को भड़काने का प्रयास करते हैं ताकि किसानों के आंदोलन को बदनाम करके उसे आसानी से तोड़ा जा सके। लेकिन किसान पिछले कई महीनों से जिस प्रकार शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चला रहे हैं उसी प्रकार आंदोलन जारी रहेगा क्योंकि खेत में खेती करना हमारा धर्म है और जब हमसे हमारी खेती ही छीन ली जाएगी तो हम अपने ही खेतों में मजदूरी करने की वजह और कुछ नहीं कर सकेंगे इसलिए अपनी मां समान खेती को बचाने के लिए किसान हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं और तब तक आंदोलन में डटे रहेंगे जब तक तीनों ने किसी कानून केंद्र की सरकार वापिस नहीं कर देती क्योंकि यह तीनों कृषि कानून किसान नहीं बल्कि बड़े कारपोरेट के हितेषी हैं।

Friday, May 7, 2021

May 07, 2021

15 मई से पहले धान की बिजाई ना करें किसान, नहीं तो होगी कार्रवाई

15 मई से पहले धान की बिजाई ना करें किसान, नहीं तो होगी कार्रवाई

कुरुक्षेत्र : खंड कृषि अधिकारी पिहोवा डा. प्रदीप कुमार ने कहा कि किसान रबी सीजन की फसल गेंहू की कटाई एवं भूसा इत्यादि कार्यों से निपटने के बाद अगली फसल के लिए तैयारिया शुरू कर चुके है, जिसके अंतर्गत धान की नर्सरी से सम्बंधित तैयारियां शामिल है। इस दौरान किसान धान की पनीरी की बिजाई से पूर्व सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा का अवश्य विशेष ध्यान रखें क्योंकि दी हरियाणा प्रिजर्वेशन ऑफ सब साइल वाटर एक्ट 2009 एक ऐसा कानून है जिसके अंतर्गत किसान 15 मई से पहले धान की पनीरी की बिजाई नहीं कर सकता और 15 जून से पूर्व धान की रोपाई नहीं कर सकता है। यदि कोई भी किसान इस कानून का उलंघन करता पाया गया तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जा सकती है, जिसके अंतर्गत किसान को 10 हजार रुपए जुमार्ना एवं फसल नष्ट करने पर होने वाले खर्च का भुगतान करना पड़ सकता है। खंड पिहोवा के सभी किसानों से अपील की जाति है कि इस कानून की अनुपालना में 15 मई से पूर्व धान की बिजाई ना करे और 15 जून से पहले धान की रोपाई न करे।

Wednesday, May 5, 2021

May 05, 2021

BJP की हार पर बोला किसान संघ- बंगाल के बाद यूपी में भी 72% सीटें हार गई है

BJP की हार पर बोला किसान संघ- बंगाल के बाद यूपी में भी 72% सीटें हार गई है, अब ताबूत में आखिरी कील हम ठोकेंगे

नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में चुनाव करवाने के लिए मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर बनी हुई है।
दरअसल जब देश में बीते महीने अचानक कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए तो सरकार ने लापरवाही बरतते हुए अपना सारा ध्यान चुनावों पर लगाया।
जिसका नतीजा आज है कि लाखों की तादाद में लोग अस्पतालों में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।

सत्ता के लालच में मोदी सरकार ने लोगों की जान दांव पर लगाने का काम किया है। इस कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।
भारतीय किसान यूनियन ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि “किसानों को दिल्ली की सीमा पर छोड़ सत्ता की ललक में दौड़ी बीजेपी को जनता ने बंगाल से तो भगाया ही, यूपी में 72% से ज्यादा सीटों से खदेड़ने का काम किया। अब तो सबक ले सरकार, वरना ताबूत में आखिरी कील भी ठुकेगी।”
किसानों को दिल्ली की सीमा पर छोड़ सत्ता की ललक में दौड़ी बीजेपी को जनता ने बंगाल से तो भगाया ही, यूपी में 72% से ज्यादा सीटों से खदेड़ने का काम किया। अब तो सबक ले सरकार, वरना ताबूत में आखिरी कील भी ठुकेगी

गौरतलब है कि देश में कोरोना की स्थिति को नजरअंदाज कर भाजपा ने अपना पूरा जोर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए लगाया।
लेकिन एड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद भाजपा पश्चिम बंगाल में हार गई है। लोगों ने राज्य में भाजपा को बुरी तरह से नकार दिया।
वहीं उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में भी समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने बाजी मारी है। सत्ता के लालच में लोगों की जान दांव पर लगाने वाली भाजपा को लोगों ने उन्हीं के तरीके में जवाब दिया है।
दरअसल बीते कई दिनों से भारत में हर दिन 3 से 4 लाख के बीच कोरोना के मामले आ रहे हैं। भारत में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए कई वैश्विक डॉक्टरों ने भी भारत में संपूर्ण लॉक डाउन करने की सलाह दी है।
इसके अलावा कई विपक्षी दलों ने भी भारत ने संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग कर चुकी है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे साफ इनकार कर दिया है।

Tuesday, May 4, 2021

May 04, 2021

किसानों को अनुदान पर कीटनाशक देगी चीनी मिल

किसानों को अनुदान पर कीटनाशक देगी चीनी मिल

गोहाना :  गांव आहुलानामें गोहाना-महम मार्ग स्थित चौ. देवीलाल चीनी मिल अपने गन्ना उत्पादक किसानों को दस प्रतिशत अनुदान पर कीटनाशक उपलब्ध करवाएगा। मिल द्वारा किसानों को गन्ने की फसल में लगने वाले कीड़ों की रोकथाम के लिए कीटनाशक उपलब्ध करवाए जाएंगे। किसानों को कीटनाशक चीनी मिल के गन्ना विभाग से लेने होंगे। चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक मनजीत सिंह दहिया ने बताया कि चीनी मिल क्षेत्र के अंतर्गत गन्ना उत्पादक किसानों को मिल दस प्रतिशत अनुदान पर कोराजन कीटनाशक उपलब्ध करवाएगा। 
इस कीटनाशक का उपयोग गन्ने की फसल में सभी लेपिडोप्टेरा व अन्य प्रजातियों के कीटों को नियंत्रत करने के लिए किया जाता है। गन्ना प्रबंधक दहिया ने बताया कि चीनी मिल में सीधे कंपनी से यह कीटनाशक मंगवाए जाते हैं। चीनी मिल की प्राथमिकता है कि किसानों को अच्छी गुणवत्ता के कीटनाशक उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि किसान अपने गन्ने की फसल अच्छी पैदावार के लिए फसल की समय पर निराई-गुड़ाई करें। किसान समय पर फसल की सिंचाई व कीटनाशकों का छिड़काव करें।

Monday, May 3, 2021

May 03, 2021

राकेश टिकैत सहित 13 पर केस दर्ज, धारा-144 उल्लंघन करने का आरोप

राकेश टिकैत सहित 13 पर केस दर्ज, धारा-144 उल्लंघन करने का आरोप

चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत और 12 अन्य के खिलाफ निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
टिकैत और अन्य नेताओं ने शनिवार को अंबाला छावनी के पास एक गांव में महापंचायत को संबोधित किया था।
जिन अन्य किसान नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें रतन मान सिंह, बलदेव सिंह और जसमेर सैनी शामिल हैं।
महामारी को रोकने के लिए जिला मजिस्ट्रेट ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू की है, जिसमें चार या अधिक व्यक्तियों के जमावड़े को रोकने का प्रावधान है।
May 03, 2021

मंडियों में नहीं होगी गेहूं की खरीद, ना ही गेट पास मिलेगा, देखें आदेश

मंडियों में नहीं होगी गेहूं की खरीद, ना ही गेट पास मिलेगा, देखें आदेश

 चंडीगढ़ : लाॅकडाउन के दौरान हरियाणा में सभी अनाज मंडियां भी बंद रहेंगी। इस दौरान किसानों से ना तो गेहूं की खरीद की जाएगी और ना ही किसानों को गेट पास जारी किए जाएंगे। सरकार ने किसानों से अपील की है कि इस महामारी से बचने के लिए घर में ही रहें और बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकले। बता दें कि 2 मई तक 83.53 लाख टन गेहूं की आमद प्रदेश की मंडियों में हो चुकी है और अब तक कुल 80.51 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। 2 मई तक लगभग 9270 करोड़ रुपये किसानों के खाते में जा चुके है
May 03, 2021

सीएम फ्लाइंग ने पकड़े गेहूं से भरे यूपी नम्बर के तीन ट्रक

सीएम फ्लाइंग ने पकड़े गेहूं से भरे यूपी नम्बर के तीन ट्रक

-कट्टों में भरी गेहूं को ट्रॉलियों में किया जा रहा था खाली
-मार्केट कमेटी ने जुर्माना लगाकर छोड़ा 
जींद /सफीदों : सीएम फ्लाइंग ने रविवार सुबह छापामारी करके नगर के पानीपत रोड पर स्तिथ एक मंदिर के पास से उत्तर प्रदेश नंबर के 3 ट्रकों में कथित रूप से अवैध बिक्री के लिए लाई गई गेहूं को पकड़ा। सीएम फ्लाइंग के पास पिछले कुछ दिनों से सफीदों की नई अनाज मंडी में उत्तर प्रदेश से सस्ते भाव में गेहूं लाकर सरकारी रेट पर बिक्री किए जाने की गुप्त शिकायतें प्राप्त हो रही थी। इन शिकायतों को लेकर सीएम फ्लाइंग का दस्ता सफीदों में सक्रिय था।
रविवार सुबह किसी ने दस्ते को गुप्त सूचना दी कि पानीपत रोड पर एक मंदिर के पास उत्तर प्रदेश नंबर के तीन ट्रक गेहूं के कट्टो से भरे खड़े हैं और गेहूं के कट्टों को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में खाली करके नई मंडी की तरफ ले जाया जा रहा है। सूचना पाकर सीएम फ्लाइंग के सब इंस्पेक्टर सतपाल के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और तीनों ट्रकों को मौके पर काबू कर लिया गया। मामले की सूचना फ्लाइंग ने मार्केट कमेटी सफीदों के अधिकारियों व सिटी थाना पुलिस को दी। सूचना पाकर सिटी थाना प्रभारी अब्बास खान व मार्किट कमेटी की ओर से सुपरवाइजर मंजेश रोहिल्ला व सोमवीर सिंह मौके पर पहुंचे और कार्यवाही शुरू की।
जब तक टीम मौके पर पहुंची तब तक तीन ट्रकों में से एक ट्रक का माल खाली करके ठिकाने लगा दिया जा चुका था और मजदूर अन्य दो ट्रकों का माल ट्रॉलियों में खाली कर रहे थे। टीम ने मौके पर पहुंचकर मजदूरों को रोका और ट्रक व ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के ड्राइवरों से पूछताछ की। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के ड्राइवरों ने माना कि वह कुछ गेहूं नई अनाज मंडी में उतारकर आए हैं। मौके पर पहुंचे मंडी सुपरवाइजर मंजेश रोहिल्ला व सोमवीर सिंह ने आरोपियों से 38514 रुपए का जुर्माना वसूला। भले ही सीएम फ्लाइंग में इन ट्रकों को मशक्कत से पकड़ा हो लेकिन मार्केट कमेटी ने इन ट्रकों पर जुर्माना करके उन्हें छोड़ दिया। मौके पर आए मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर मंजेश रोहिल्ला ने कहा कि यह गेहूं मंडी में बेचने के लिए नहीं बल्कि डेयरी मैं प्रयोग करने के लिए लाया गया था। नियमानुसार मार्केट कमेटी द्वारा जुर्माना वसूल कर लिया गया है।