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Sunday, May 2, 2021

May 02, 2021

किसान नेता गुरनाम चढूनी की कार हादसे की शिकार, बाद में ट्रक चालक को दी माफी

किसान नेता गुरनाम चढूनी की कार हादसे की शिकार, बाद में ट्रक चालक को दी माफी

चंडीगढ : संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की एसयूवी आज लुधियाना बाईपास पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना में किसान नेता की फोर्ड एंडेवर क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आयी।

जानकारी के अनुसार हरियाणा के किसान नेता की एसयूवी को एक टिप्पर ने पीछे से टक्कर मार दी। किसान नेता के काफिले में लगभग आधा दर्जन वाहन शामिल थे।

किसान नेता ने कहा कि उन्होंने दुर्घटना के बारे में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं की है क्योंकि दुर्घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि टिप्पर चालक ने दुर्घटना के लिए माफी मांग ली थी।

Friday, April 30, 2021

April 30, 2021

किसान-मजदूर दिल्ली बॉर्डर पर 1 मई को ‘मई दिवस’ समारोह मनाएंगे

किसान-मजदूर दिल्ली बॉर्डर पर 1 मई को ‘मई दिवस’ समारोह मनाएंगे


रोहतक : अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस एक मई को दिल्ली बॉर्डर पर पूरे देश-प्रदेश में किसान और मजदूर मिलकर मनाएंगे। यह निर्णय संयुक्त किसान मोर्चा और 10 प्रमुख केंद्रीय श्रम संगठनों की एक ऑनलाइन बैठक में लिया गया। इसमें ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन और एआईयूटीयूसी दोनों ने भागीदारी की।

ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यवान ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में भी किसान संगठन और ट्रेड यूनियन मिलकर एक मई को मजदूर दिवस व्यापक से व्यापक स्तर पर मनाएंगे। उन्होंने कहा कि मई दिवस पर भारत सरकार से मांग की जाएगी कि किसान-विरोधी तीन काले कृषि कानूनों और बिजली बिल के अलावा मजदूर, कर्मचारी विरोधी चार लेबर काेड और सार्वजनिक उद्योगों व संस्थाओं के निजीकरण को तत्काल रद्द किया जाए।

काेराेना महामारी से बचाव के उचित इंतजाम न होने पर किसान-मजदूर संगठनों ने रोष जताया। संगठनों ने मांग की है कि केंद्र और प्रदेश सरकार कोरोना से बचाव के सही-सही इंतजाम करें। धारा 144 और जुर्मानों की बजाय इस बीमारी के प्रति जन-जागृति पैदा करें, सार्वजनिक स्थलों पर व्यापक रूप से सेनिटाइजेशन किया जाए।

फिजूल खर्ची पर सरकार रोक लगाये और लोगों के जीवन व सेहत को बचाने के इंतजाम युद्धस्तर पर किए जाएं। कोरोना महामारी में मरने वालों के हर परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। जिन परिवारों का मुख्य कमाने वाला चला गया, उनके परिवार से एक को सरकारी नौकरी दी जाए। किसान-मजदूर संगठनों के अनेक कार्यकर्ता दिल्ली बाॅर्डरों पर होने वाले मई दिवस समारोहों में भी शामिल होंगे

Thursday, April 29, 2021

April 29, 2021

राकेश टिकैत बोले- अब सरकार भी फ्री और किसान भी, तेज होगा आंदोलन

राकेश टिकैत बोले- अब सरकार भी फ्री और किसान भी, तेज होगा आंदोलन

सिरसा : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अभी तक कई राज्यों में हो रहे चुनाव में व्यस्त थी और किसान अपनी फसल निकालने में खेत में बिजी थे। इसलिए अब तक दिल्ली बॉर्डर पर किसानों में हलचल कम नजर आ रही थी। अब सरकार चुनाव से फ्री हो गई है और किसान खेत से। फिर से सरकार को घेरेंगे। जब तक मांग नहीं मानी जाती तब तक आंदोलन जारी रहना चाहिए। वे गुरुवार को प्रेमनगर में आयोजित किसान महापंचायत में एकत्रित लोगों को संबोधित कर रहे थे। मेडिकल कॉलेज के बारे में उन्होंने कहा कि जब तक सरकार मेडिकल कॉलेज प्रेमनगर में नहीं बनाती तब तक आंदोलन जारी रखो और वे जमीन भी जोतते रहो, जो मेडिकल कॉलेज के लिए दान की थी। सरकार को चाहिए कि उसी भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाना चाहिए, जबकि प्रेमनगर में बनाया जाने वाला मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर शहर में बनाया जा रहा है। इसके लिए प्रेमनगर के किसानों ने सरकार को निशुल्क जमीन भी उपलब्ध कराई थी। मेडिकल कॉलेज बनाने और तीन कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर प्रेमनगर स्थित चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था। जाटू खाप.84 के प्रधान सूबेदार राजमल ने महापंचायत की अध्यक्षता की। किसान महापंचायत में राकेश टिकैत के अलावा गुरनाम सिंह चढूनी भी मौजूद थे
हर व्यक्ति को मास्क व हाथ कराए सेनिटाइज महापंचायत में जो भी व्यक्ति पहुंचे, उन सभी को महापंचायत की तरफ से मास्क वितरित किए गए। धरना स्थल से करीब तीन सौ मीटर दूर पंचायत में पहुंचे लोगों के हाथ सेनिटाइज करवाए गए। उसके बाद ही वे महापंचायत आयोजन स्थल तक पहुंचे। महापंचायत में उपस्थित लोगों ने भी सोशल डिस्टेंस का पालन किया। करीब तीन.चार घंटे तक पंचायत का आयोजन रहा।

April 29, 2021

मुख्यमंत्री के चोरी छिपे आने पर भड़के किसान, बीजेपी विधायक के आवास का किया घेराव


मुख्यमंत्री के चोरी छिपे आने पर भड़के किसान, बीजेपी विधायक के आवास का किया घेराव 

जींद : जींद में मुख्यमंत्री के अचानक आने पर किसानों में ग़ुस्सा फूट पड़ा है। मुख्यमंत्री की सूचना मिलने पर जींद रेस्ट हाउस में सैंकड़ो किसान काले झंडे लेकर विरोध करने पहुँच गए। किसानों में काफी रोष व्याप्त था। किसानों का आरोप है कि सीएम बिना बताए चुपके से क्यों आये। स्थिति संभालने के लिए तीन तीन डीएसपी पहुंचे, मौके पर डीएसपी पुष्पा खत्री, जितेंद्र खटकड़ और साधु राम भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। किसानों की पुलिस के साथ बहुत खींचतान भी हुई है। 


किसानों ने कहा अब हम विधायक कृष्ण मिड्डा का करेंगे घेराव। इस पर मौके पर एसपी-डीसी ने स्थिति को संभाला।  डीसी ने कहा आपकी आवाज को आगे पहुंचाने का काम करेंगे। लेकिन फिर भी किसान बीजेपी विधायक कृष्ण मिड्ढा को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। उन्होंने विधायक कृष्ण मिड्ढा के आवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। यहां भी पुलिस और किसानो के बीच खूब खींचतान और धक्का मुक्की हुई। किसानो ने बैरिकेडिंग तोड़ने का भी प्रयास किया। 
April 29, 2021

किसानों के नाम पर मंडी में घुसते रहे UP के ट्रैक्टर; 4 घंटे फोन पर फोन

हरियाणवी किसानों के नाम पर मंडी में घुसते रहे UP के ट्रैक्टर; 4 घंटे फोन पर फोन किए तो टूटी मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी की नींद

करनाल :  गेहूं खरीद में फर्जीवाड़ा सामने आया है। पता चला है कि बुधवार को एक के बाद हरियाणावी किसानों के नाम पर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के किसानों के ट्रैक्टर मंडी में घुसते रहे। SDM, DC और यहां तक कि जेनल एडमिनिस्ट्रेटर सब कोरोना सेफ्टी प्रोटोकॉल की ड्यूट में व्यस्त थे। नाराज स्थानीय लोगों ने मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी को भी एक-दो बर नहीं, बल्कि पूरे 4 घंटे तक फोन पर फोन किए, तब कहीं उनकी नींद टूटी। हालांकि, तब तक उत्तर प्रदेश का 12 हजार क्विंटल गेहूं मंडी में उतर चुका था। स्थानीय किसानों और आढ़तियों ने इस फर्जीवाड़े पर कार्रवाई की मांग की है।

करनाल मंडी में बुधवार को फर्जीवाड़ा सुबह से चल रहा था। सरेआम UP के गेहूं की एंट्री हरियाणा के किसानों के नाम पर कटे गेट पास होती रही। मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी सुरेंद्र सिंह ऑफिस में बैठकर यह देखते रहे। सुबह से दोपहर तक 100 से ज्यादा ट्रॉलियां पास कर दी गई। गेट नंबर एक से ही ऐसा करीब 12 हजार क्विंटल गेहूं मंडी में उतर गया। इस फर्जीवाड़े की सूचना SDM, डिप्टी कमिश्नर और जोनल एडमनिस्ट्रेटर को दी गई, लेकिन सब कोरोना की ड्यूटी पुगाने में लगे थे।

इन अधिकारियों ने सेक्रेटरी पर फोन किए गए तो सेक्रेटरी 4 घंटे की देरी से गेट नंबर एक पर पहुंचे। उन्होंने UP के गेहूं को कांटे पर तुलने से रोका और मंडी से बाहर ले जाने की बात कही तो सेक्रेटरी को जवाब दिया गया कि यह आढ़ती ने मंगवाया है। नतीजा यह हुआ कि सेक्रेटरी सब देखते रहे।
पता चलने पर करनाल में इस फर्जीवाड़े पर आढ़तियों ने भी हैरानी जताई। आरोप लगाया कि इस फर्जीवाड़े के लिए करीब 20 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से रिश्वत ली जा रही है। वैसे भी यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी करनाल और घरौंडा की मंडी में उत्तर प्रदेश का माल बिकता रहा है। गेट पास हरियाणा के किसानों के नाम पर कटते हैं।

पैसा हरियाणा के किसानों के ही खाते में ही आता है और इसकी गारंटी आढ़ती की होती है। सूत्रों के मुताबिक गहनता से जांच की जाए तो मिलेगा कि बहुत से व्यापारी UP से 1910 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं खरीदकर प्रदेश की सरकार को 1975 रुपए में बेच रहे हैं। इस खेल में संबंधित अधिकारियों का पैसा फिक्स है। इस सिस्टम को समझने में सरकार की एजेंसियां भी फेल साबित हो रही हैं।
April 29, 2021

आज होगी किसानों की महापंचायत, कोरोना को देखते हुए प्रशासन के लिए चुनौती

आज होगी किसानों की महापंचायत, कोरोना को देखते हुए प्रशासन के लिए चुनौती


भिवानी : हरियाणा के भिवानी जिले के प्रेमनगर में आज किसान महापंचायत का आयोजन होगा, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत गुरनाम सिंह चढूनी समेत कई किसान नेता संबोधित करेंगे। कोरोना के प्रकोप के बीच किसान नेता ने ग्रामीणों से इसमें बढ़ चढ़कर भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा कि तीन कानूनों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों को भी प्रमुखता से उठा रहा है।


किसान महापंचायत दोपहर 12 बजे शुरू होगी। बता दें कि पूरे प्रदेश में धारा-144 लागू है। ऐसे में प्रशासन के सामने ये महापंचायत बड़ी चुनौती बनी हुई है। प्रशासन की तरफ़ से महापंचायत ना करने को कहा गया है। लेकिन ग्रामीण व किसान महापंचायत करने पर अड़े हैं। किसान महापंचायत की तैयारी ज़ोरों पर जारी है।

किसानों ने कहा कि भिवानी मेडिकल कॉलेज को लेकर जनभावनाओं की सरकार को कदर करनी चाहिए। प्रेमनगर गांव ने 37 एकड़ जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए दान में दे रखी है। पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी नींव रखकर काम शुरू करवाया था। इतना कुछ होने के बावजूद सरकार ने अपने चेहतों को लाभ पहुंचाने के लिए यहां कार्य रुकवा दिया है।


उन्होंने कहा कि 119 दिन से प्रेमनगर, तिगड़ाना, बलियाली, सुई, घुसकानी, नाथूवास, कालुवास, मंढाना, धनाना और आसपास के ग्रामीण सरकार के रवैये से नाराज होकर धरने पर बैठे हैं और सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

Sunday, April 25, 2021

April 25, 2021

दलाल खाप के प्रधान समेत 300 लोगों पर मामला दर्ज, एसडीओ की शिकायत पर सभी किसानों के खिलाफ हुई कार्रवाई

दलाल खाप के प्रधान समेत 300 लोगों पर मामला दर्ज, एसडीओ की शिकायत पर सभी किसानों के खिलाफ हुई कार्रवाई

बहादुरगढ : केएमपी पर टोल फ्री कराने, तोड़फोड़ व हंगामा करने पर दलाल खाप के प्रधान समेत करीब 300 लोगों के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। इससे पहले भी 14 अप्रैल को जबरन टोल फ्री कराने, तोड़फोड़ और अन्य कई गंभीर मामलों में पहले भी केस दर्ज हो चुका है। पहले करीब 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। अबकी बार करीब 300 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया हैं। जिन सभी लोगों की पहचान हो गई है।

उनके नाम व अन्य के खिलाफ फोटो व वीडियो के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। एसडीओ देवेंद्र सिंह की शिकायत पर सभी किसानों के खिलाफ आसौदा थाने में केस दर्ज किया है। इसमें देवेंद्र सिंह ने बताया कि वह उपमंडल अधिकारी कार्यालय जल सेवाएं मंडल बहादुरगढ़ में तैनात है।

22 को अप्रैल को डीसी झज्जर के आदेश पर बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट केएमपी व आसौदा पर लगी थी। क्योंकि किसान संगठनों ने केएमपी पर आसौदा टोल फ्री करने की घोषणा की थी। इस दिन प्रशासन ने धारा 144 धारा भी लगाई थी। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम हितेंद्र कुमार, डीएसपी पवन कुमार, डीएसपी नरेश कुमार झज्जर के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स व पुलिस फोर्स के साथ टोल पर मौजूद थे।
इस बीच दोपहर करीब 300 किसान नारेबाजी करते ट्रैक्टरों व अन्य साधनों व पैदल आए और टोल कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। कम्प्यूटर की तार निकाल बाहर फेंक दी। उन्हें जान से मारने की धमकी दी। टोल के आगे जाम लगा दिया। फिर जबरन टोल को फ्री करवा दिया।

एसडीओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ देर बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रधान राकेश टिकैत भी आ गए। टिकैट ने किसानों को उकसाते हुए कहा कि आपने सही किया जो टोल को फ्री कर रोड को जाम कर दिया। इसी प्रकार बाकी सभी टोल फ्री करवाना है। इसके बाद वे मौके से चले गए। एसडीओ ने कहा कि बार-बार टोल फ्री करवाने का काम भारतीय किसान यूनियन प्रधान सरदार गुरनाम सिंह चढ़ूनी के उकसाने पर भी ही किया जा रहा है।
कोरोना के नाम पर किसानों को डराना बंद करे सरकार : टिकैत

फतेहाबाद, किसान नेता राकेश टिकैत शुक्रवार रात फतेहाबाद हाइवे बाइपास पर लंगर स्थल पर पहुंचे। इस दौरान टिकैत ने कहा की सरकार द्वारा बार-बार किसान आंदोलन स्थगित करने की बात कही जा रही है। कोरोना फैलने का डर दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि चुनावी रैलियों से कोरोना नहीं फैलता क्या सिर्फ किसान आंदोलन में ही कोरोना फैलता है। बंगाल में बार-बार रैलियां की जा रही हैं। लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होते हैं। किसी प्रकार के नियमों की पालना नहीं की जाती, तब कोरोना नहीं फैलता। उन्होंने इसे सरकार की चाल बताया।

Friday, April 23, 2021

April 23, 2021

रबी खरीद सीजऩ:प्रदेशभर की मंडियाें में पहुंचा 72 लाख टन गेहूं, किसानों के खातों में 4357 कराेड़ रु. पहुंचे।

रबी खरीद सीजऩ:प्रदेशभर की मंडियाें में पहुंचा 72 लाख टन गेहूं, किसानों के खातों में 4357 कराेड़ रु. पहुंचे।   

 चंडीगढ़ : हरियाणा में चालू रबी खरीद सीजऩ के दौरान 22 अप्रैल तक लगभग 4357 करोड़ रुपए की अदायगी सीधे किसानों के खातों में की जा चुकी है। राज्य में अब तक 396 मंडी, खरीद केंद्राें पर कुल 71.99 लाख टन गेहूं की आमद हो चुकी है, जिसमें से कुल 64.84 लाख टन गेहूं की खरीद सरकारी एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा चुकी है।

गुरुवार काे 1.89 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। अब तक 424322 किसानों के 821514 जे-फॉर्म बनाए जा चुके हैं, जिसमें से 22 अप्रैल, 2021 तक 4357 करोड़ रुपए की अदायगी सीधे किसानों के खातों में की जा चुकी है।

सभी संबंधित को हिदायतें जारी की गई हैं कि मंडियों में खरीदे गए गेहूं का उठान दैनिक आधार पर सुनिश्चित किया जाए ताकि मंडियों में गेहूं जमा न हो और किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई कठिनाई न आए। मंडियों के निरीक्षण के लिए सरकार द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों की डयूटी लगाई है ताकि खरीद कार्य में किसी प्रकार की बाधा न हो।
April 23, 2021

किसानों ने लगाया जाम तो टोल फ्री हुआ KMP, राकेश टिकैत पहुंचे तो पीछे हटा प्रशासन

किसानों ने लगाया जाम तो टोल फ्री हुआ KMP, राकेश टिकैत पहुंचे तो पीछे हटा प्रशासन

बहादुरगढ़ : वीरवार को दलाल खाप के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े सैकड़ों किसान केएमपी पर स्थित आसौदा-मांडोठी टोल प्लाजा को फ्री करवाने पहुंच गए। किसानों ने 18 अप्रैल को दिए अल्टीमेटम के अनुसार केएमपी पर चक्का जाम कर दिया। कुछ ही देर में किसान नेता जोगेंद्र सिंह उग्राहा हजारों किसानों के साथ वहां पहुंच गए तो प्रशासन एक तरफ हट गया और टोल प्लाजा से वाहन बिना शुल्क चुकाए गुजरने लगे।
हालांकि बाद में किसान नेता राकेश टिकैत भी वहां पहुंचे और किसानों का उत्साहवर्धन किया। बता दें कि वीरवार सुबह जहां एक तरफ एसडीएम हितेंद्र शर्मा व डीएसपी राहुल देव के नेतृत्व में करीब 300 सुरक्षाकर्मी मुस्तैद खड़े थे। वहीं दोपहर 12 बजे करीब 300 किसान भी वहां पहुंच गए और टोल फ्री करने के अल्टीमेटम को याद दिलाया। लेकिन जब अधिकारी टोल फ्री करने से मना करने लगे तो किसानों ने केएमपी जाम कर दिया। इस तरह टोल वसूली ठप हो गई। कुछ ही देर में वरिष्ठ किसान नेता जोगेंद्र सिंह उग्राहा हजारों किसानों के साथ वहां पहुंच गए तो प्रशासन को कदम पीछे खींचने पड़े। टोल वसूली बंद होते ही किसानों ने जाम खोल दिया और टोल प्लाजा के साथ में ही धरना शुरू कर दिया। इसके कुछ देर बाद किसान नेता राकेश टिकैत भी वहां पहुंचे और किसानों से शांतिपूर्वक आंदोलन जारी रखने का आह्वान किया।

Saturday, April 17, 2021

April 17, 2021

गेहूं सीजन पर मौसम की आफत:प्रदेश का आधा गेहूं मंडियों में पड़ा, 7 जिलों में बारिश से भीगा, खरीद- 41.35 लाख टन उठान- सिर्फ 25 लाख टन

गेहूं सीजन पर मौसम की आफत:प्रदेश का आधा गेहूं मंडियों में पड़ा, 7 जिलों में बारिश से भीगा, खरीद- 41.35 लाख टन उठान- सिर्फ 25 लाख टन

चंडीगढ़ : प्रदेश की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक 50 लाख टन को पार कर गई है। इसमें से सरकार ने 41.35 लाख टन गेहूं की खरीद की है, लेकिन उठान महज 25 लाख टन का हुआ है। इसके चलते शुक्रवार को बारिश से पानीपत, इसराना, सिरसा, डबवाली, महेंद्रगढ़, हिसार, फतेहाबाद, दादरी, भिवानी समेत कई अनाज मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं भीग गया।
शुक्रवार को विभिन्न मंडियों में करीब 2 लाख टन गेहूं की खरीद की गई। प्रदेश में अब तक 1,60,270 किसानों के 4,33,262 जे फार्म बनाए जा चुके हैं। अनाज मंडियों में अब तक कुल गेहूं खरीद की करीब 60 फीसदी आवक हो चुकी है। *शनिवार व रविवार को प्रदेशभर में गेहूं की खरीद बंद रहेगी।*
गेहूं खरीद के मामले में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि 16 अप्रैल तक किसानों को 873.27 करोड़ रुपए की राशि सीधे खातों में भेजी जा चुकी है। गेहूं खरीद का कार्य चल रहा है। बारदाने की कोई कमी नहीं है। अब तक आए करीब 50 लाख टन गेहूं में से 41 लाख टन से अधिक गेहूं की खरीद कर ली गई है। गेहूं के मंडियों से उठान के लिए सभी डीसी को आदेश दिए गए हैं।
किसानों व आढ़तियों की परेशानी बढ़ी }बारिश से कई जिलों में कटाई पर ब्रेक, 2 दिन खरीद भी बंद रहेगी
*भिवानी*: जिले में 9 खरीद केंद्रों पर खुले में पड़ा गेहूं भीग गया। अब तक खरीदी गई 97 हजार टन में से उठान 36 हजार मीट्रिक टन गेहूं का ही हुआ है। 60 हजार से ज्यादा मीट्रिक टन गेहूं मंडियों में पड़ा है। इसमें से 35 हजार टन गेहूं खुले में ढेरियों में ही पड़ा हुआ है। बारिश से गेहूं की कटाई भी रुक गई है।
*दादरी*: जिले में 4 लाख 37 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। 2.8 लाख क्विंटल गेहूं खरीद केंद्र व मंडियों में खुले आसमान में पड़ा है, जो बारिश से भीग गया।
*हिसार*: बूंदाबांदी के चलते जिले की मंडियाें में खुले में पड़ी गेहूं की ढेरियां और बाेरियां भीग गईं। मंडियों में तिरपाल आदि के पूरे प्रबंध नजर नहीं आए। अब गीला गेहूं बेचने में किसानों को दिक्कत आएगी। गेहूं सुखाने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी।
*इसराना*: अनाज मंडी में लिफ्टिंग की रफ्तार ढीली होने से करीब 4 लाख गेहूं के बैग शुक्रवार शाम को आई बारिश में भीग गए। पानीपत अनाज में पड़ा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया।
सिरसा: सिरसा, रानियां, ऐलनाबाद, कालांवाली की मंडियों व खरीद केंद्रों पर 29 लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं की आवक हुई है। 7 लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं बिना खरीद के पड़ा है। वहीं, 20 लाख क्विंटल का उठान पेंडिंग है। 17 लाख क्विंटल गेहूं शुक्रवार को 3 से 8 एमएम तक हुई बारिश में भीग गया।
उठान में लापरवाही: खरीद एजेंसियों की लापरवाही से सभी मंडियों में उठान धीमा है, जिससे आढ़तियों व किसानों की समस्या बढ़ी हुई है। जबकि उठान में तेजी लाने के लिए सरकार ने दूसरी बार खरीद रोकी है।
April 17, 2021

कुरुक्षेत्र में भाजपा नेता का विरोध:हरियाणा प्रदेशाध्‍यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान, पुलिस के साथ की धक्का मुक्की

कुरुक्षेत्र में भाजपा नेता का विरोध:हरियाणा प्रदेशाध्‍यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान, पुलिस के साथ की धक्का मुक्की

कुरुक्षेत्र : हरियाणा में कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को कुरुक्षेत्र जिले में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ का विरोध हुआ। इस दौरान किसानों और पुलिस वालों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने किसानों को हिरासत में भी लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, धनखड़ शुक्रवार को अंबेडकर भवन में शाहाबाद मंडल के कार्यकर्ताओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। लेकिन उनके आने की खबर मिलते ही किसान अंबेडकर भवन के बाहर जुट गए। जैसे ही प्रदेशाध्यक्ष आए, किसानों ने गेट को घेर लिया।
किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। यह देखते हुए धनखड़ को पिछले दरवाजे से अंदर ले जाया गया, जहां वे कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। इससे पहले धनखड़ ने मीडिया से बातचीत करते हुए किसान आंदोलन पर बातचीत की। वहीं भवन के बाहर जुटे किसान विरोधी नारेबाजी करते रहे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। कृषि कानून भी किसानों के हित में हैं। लेकिन इनके खिलाफ उन्हें भड़काया जा रहा है। हरियाणा की मंडियों में पुराने सिस्टम से ही गेहूं की खरीद होती रहेगी।
धनखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार कई बार किसानों से इस मुद्दे पर बात कर चुकी है, लेकिन वे मानने के तैयार नहीं हैं। उन्हें कांग्रेसियों ने इस तरह भड़का दिया है कि किसान कृषि कानूनों के फायदे देखना ही नहीं चाहते। वैसे केंद्र सरकार की ओर से किसानों के साथ बातचीत के दरवाजे आगे भी खुले हैं।
बता दें कि किसानों के अंबेडकर भवन में पहुंचने की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। ASP रविंद्र तोमर ने किसानों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन किसान अड़े रहे। उन्होंने मुख्य गेट खाली नहीं किया। इस दौरान पुलिस व किसानों के बीच धक्का मुक्की हो गई।

Tuesday, April 13, 2021

April 13, 2021

किसान आंदोलन पर कोरोना का साया, लाॅकडाउन की आहट से वापस जा रहे किसान

किसान आंदोलन पर कोरोना का साया, लाॅकडाउन की आहट से वापस जा रहे किसान


सोनीपत : केएमपी पर 24 घंटे के जाम के बाद आंदोलनरत किसान कोरोना के बढ़ते प्रकोप और लॉकडाउन की आहट से परेशान हैं। उन्होंने पंजाब जाने का सिलसिला तेज कर दिया है। इस समय बहादुरगढ़ में मौजूद ट्राॅलियों में जहां 8 से 10 लोग होते थे, वहां दो से तीन रह गए हैं। इस तरह से बहादुरगढ़ में एवरेज 25 हजार किसानों की थी, जिनमें से 15 हजार किसान बहादुरगढ़ में मौजूद हैं पर धीरे-धीरे किसानों के वापस जाने व पंजाब से कम किसानों के आने का सिलसिला तेज हो गया है। कोरोना का डर किसानों को नहीं है, लेकिन किसानों को लगता है कि कभी भी लॉकडाउन होने पर पंजाब से आने वाली सभी रेलगाड़ियों का आवागमन बंद हो जाएगा। इससे गर्मियों के मौसम में यहां एक से दो माह तक पंजाब जाने का कोई साधन नहीं होगा। इस डर से किसानों ने वापस घर जाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। अब किसान 15-15 दिनाें के रोटेशन पर आ रहे हैं।


रेलवे स्टेशन अधीक्षक यशपाल सिंह का कहना है क्या फर्क पड़ता है किसान वापस अधिक जा रहे हैं या फिर आ रहे हैं, क्योंकि टिकट यह पहले भी नहीं लेते थे, अब भी नहीं ले रहे। पर किसानों का वापस जाने का सिलसिला बढ़ा है। इधर, सोनीपत जिला क्षेत्र में केजीपी, केएमपी व टोल क्षेत्र में सुरक्षा, नुकसान व जाम से बचाव के लिए धारा 144 लागू कर दी है। जिलाधीश श्यामलाल पूनिया ने यह आदेश जारी किए हैं। 

उधर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि किसान किसी जिद पर नहीं अड़े हैं बल्कि सरकार से बातचीत के लिए हर समय तैयार हैं, बशर्ते कि सरकार बातचीत का न्यौता भेजे। किसान नेताओं ने सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाया और कहा कि सरकार की ऐसी नीयत दिख नहीं रही है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर पर तंज कसा कि उपदेश देने की बजाय समाधान करें तो किसानों की भलाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर किसानों को डराने की जरूरत नहीं है। 

किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव, डा. दर्शनपाल, राकेश टिकैत और अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि सरकार लोगों की वाहवाही लेने के लिए ऐसी सलाह किसानों को दे रही है। दरअसल सरकार की मंशा अब कोरोना संक्रमण के नाम पर किसानों का धरना तोडऩे की है लेकिन किसान ऐसा कतई नहीं होने देंगे। किसान नेता राकेश टिकैत ने चुटकी लेते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव खत्म होते ही भाजपा नेताओं के दिल्ली आगमन के साथ कोरोना भी दिल्ली में आ रहा है इसलिए हर किसी को कोरोना के डर से सरकार डरा रही है। लेकिन केंद्र की सरकार यह भूल रही है कि किसान का कोरोना भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता है इसलिए हमारी चिंता करने की बजाय नेताओं को चाहिए कि वे किसान के हित में समाधान सोचें। केवल बातों से किसान की समस्या का हल नहीं होगा।
April 13, 2021

किसान आंदोलन में निहंग ने तलवार से युवक का हाथ काटा, रोहतक पीजीआई रेफर

किसान आंदोलन में निहंग ने तलवार से युवक का हाथ काटा, रोहतक पीजीआई रेफर



सोनीपत : सोनीपत कुंडली बॉर्डर पर कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए जारी आंदोलन में शामिल निहंग ने कुंडली गांव के युवक पर तलवार से हमला कर हाथ काट दिया। युवक के हाथ पर तलवार से गहरा घाव बन गया। उसके कंधे और पीठ पर भी चोट लगी है। घायल को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। कुंडली थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। 

कुंडली के धर्मेश कुमार ने पुलिस को  बताया कि उसका भाई शेखर टीडीआई माल में नौकरी करता है। वह सोमवार दोपहर को खाना खाने के लिए बाइक से प्याउ मनियारी के कट से एचएसआईआईडीसी की तरफ जा रहा था। उसके साथ में गांव का ही सन्नी भी था। जब वह धरने वाले कैंप के पास से होकर निकल रहे थे तो वहां पर कुछ निहंग सिखों की पुलिसकर्मियों से बहस चल रही थी। इससे रास्ता बंद था। शेखर एक किनारे से होकर बाइक निकालने का प्रयास करने लगा तो उसका एक निहंग युवक के साथ रास्ते को लेकर विवाद हो गया। निहंग सिख ने रास्ता रोक लिया। विवाद होने पर निहंग सिख ने सन्नी पर तलवार से वार कर दिया। उसके साथी शेखर ने बाजू ऊपर कर वार को रोकने का प्रयास किया। इससे शेखर की बाजू कट गई। निहंग ने दूसरा वार करने के लिए तलवार उठाई तो शेखर ने उसको पकड़ लिया। छीना-झपटी में तलवार से उसके कंधे और पीठ पर चोट लग गई।
शेखर और सन्नी बाइक लेकर वहां से भाग निकले। सन्नी घायल शेखर को लेकर कुंडली के निजी अस्पताल में पहुंचा। सूचना पाकर कुंडली थाना पुलिस भी अस्पताल में पहुंच गई। पुलिस घायल शेखर को लेकर सामान्य अस्पताल पहुंची, जहां से उसको पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। कृषि बिलों के विरोध में चल रहे आंदोलन के दौरान लोगों की निहंग सिखों से कई बार झड़प हो चुकी हैं। पुलिस ने आरोपी निहंग को हिरासत में ले लिया है। उसकी पहचान मनप्रीत सिंह के रूप में हुई है।   शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। घायल शेखर की हालत खतरे से बाहर है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना की जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल को दे दी है।  
कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। घायल शेखर की हालत खतरे से बाहर है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना की जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल को दे दी है।

Sunday, March 21, 2021

March 21, 2021

खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर बरसोला अपने कुबने के साथ बैठे सांकेतिक भूख हड़ताल पर

खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर बरसोला अपने कुबने के साथ बैठे सांकेतिक भूख हड़ताल पर 

-तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ खटकड़ टोल के पास किसान दे रहे है 85 दिनों से धरना
-अब हर रोज एक गांव से बैठेगे ग्रामीण सांकेतिक भूख हड़ताल पर
जींद : 20 मार्च : ( सजंय तिरंगाधारी ) तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ खटकड़ टोल के पास किसानों का धरना 85वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता वेदप्रकाश अलीपुरा ने की। सर्व जातीय खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला अपने कुनबे के साथ सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे। डेढ़ साल के बच्चे से लेकर 80 साल के प्रताप सिंह भी भूख हड़ताल पर रहे। परिवार के 40 सदस्य धरने पर बैठे। धरने पर घासो कलां, घासो खुर्द, सफा खेड़ी, खरकभूरा, पालवां, तारखां, सुदकैन कलां, सुदकैन खुर्द, लोधर, काब्रच्छा, अलीपुरा, गुरूकुल खेड़ा, करसिंधु सहित अन्य गांवों से किसान, युवा, महिलाओं ने हिस्सा लिया। अब हर रोज जब तक धरना चलेगा एक गांव के ग्रामीण सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
सतबीर बरसोला ने कहा कि उनके कुनबे का बच्चा से लेकर बुजुर्ग तक सांकेतिक भूख हड़ताल पर शनिवार को किसानों के धरने पर बैठा। धरने के माध्यम से संदेश केंद्र, प्रदेश सरकार को दिया गया कि जो हठ सरकार कर रही है उस हठ को छोड़ते हुए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करें, एमएसपी पर कानून बनाने का काम करें। सरकार लोगों की भावनाओं के साथ खेलना बंद करें। सरकार की सोच थी कि आंदोलन जितना लंबा चलेगा आंदोलन कमजोर होगा लेकिन आंदोलन जितना लंबा चला उतना लंबा फैला चुका है। आज पूरे देश के अलावा विदेशों तक में किसानों के पक्ष में प्रदर्शन किए जा रहे है। आंदोलन को तोडऩे के लिए हर तरह की कोशिश की गई लेकिन कोई भी कोशिश कामयाब नहीं हुई। कभी छोटा किसान, बड़ा किसान तो कभी एक जाति विशेष का आंदोलन किसान आंदोलन को बनाने की कोशिश हुई लेकिन हर कोशिश फेल साबित हुई।
भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने कहा कि किसान व्यक्ति विशेष का विरोध नहीं कर रहे है बल्कि जेजेपी, भाजपा पार्टी के नेताओं, विधायकों, मंत्रियों का विरोध कर रहे है। सोशल मीडिया पर एक पार्टी विशेष के लोग प्रचार कर रहे है किसान व्यक्ति विशेष का विरोध कर रहे है जो आंदोलन को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। कभी अपने कार्यकर्ताओं तो कभी महिलाओं को आगे करके इस तरह का प्रचार करवाया जा रहा है। दोनों पार्टियों का विरोध किसान कर रहे है क्योंकि दोनों किसानों के साथ नहीं है। किसी भी तरह के बहकावे में किसान अब नहीं आएंगे। जो नेताओं के पास हाजिरी लगाते है उनको चेतावनी मंच के माध्यम से दी गई है वो किसान धरने पर न आए। नेता, किसान में से एक को चुने। इस मौके पर पूर्व कर्नल डीके भारद्वाज, सूबेदार अमरनाथ, कैप्टन भूपेंद्र जागलान, वेदप्रकाश, सुदेश गोयत, सिक्किम सफा खेड़ी, कविता, कमला, शीला, पनमेश्वरी, प्रियंका, ओमप्रकाश घासो, हरिकेश काब्रच्छा, धर्मबीर सुदकैन, मेवा करसिंधु मौजूद रहे।
 

Sunday, March 7, 2021

March 07, 2021

आंधी से कोहराम - राहत नही, मचाई तबाही, लाखों का हुआ नुकसान

आंधी से कोहराम - राहत नही, मचाई तबाही, 

लाखों का हुआ नुकसान 

शनिवार देर रात आई आंधी ने कहर बरपाते हुए सफीदों के क्षेत्र में काफी तबाही मचाई। जिससे लाखों रुपये का नुकसान हो गया। तूफान से अंटा गाँव मे बने मेटीस स्कुल की दिवार गिर गई , पानीपत स्टेट हाईवे पर सफेदे व अन्य पेड़ गिर गए। जिससे वाहनों के आवागमन में बाधा पहुंची। पेड़ो के साथ साथ बिजली के खम्बे घिरने से  इलाकों की बिजली सारी रात बाधित रही। 

मिली जानकारी के अनुसार देर रात आई आंधी से मेटीस स्कुल की दिवार गिर गई , जिससे लाखों के नुकसान का अनुमान है | गनीमत रही कि दिवार के आस पास कोई व्यक्ति मोजूद नही था जिससे किसी तरह के जान माल का नुकसान नही हुआ | अंटा गाँव के सरपंच सोमबीर ने हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ के प्रतिनिधि को बताया कि देर रात आई आंधी से स्कुल की दिवार व कई पेड़ व बिजली के खम्बे टूट गये जिस कारण सारी रात बिजली भी बाधित रही | वही तेज आंधी से खेतों मे किसानों की  गेहू की फसल गिर गई जिससे किसानो को लाखो का नुकसान हुआ है | सोमबीर ने जिला प्रसाशन से गाँव व  आस पास की स्पेशल गिरदावरी करवाकर नुकसान की भरपाई करने की अपील की |

तेज आंधी किसानो के लिए राहत नही तबाही मचा गई ,  जिससे खेतों मे खड़ी गेहू की फसल गिर गई जिससे लाखों के नुकसान का अनुमान है | सफीदों व पिल्लूखेड़ा के बड़े क्षेत्र में इस आंधी व हल्की बरसात ने गेहूं की बालियों को जमीन से सटा दिया है। इसके चलते अब गेहूं फसल की कटाई में व्यापक प्रभाव पड़ेगा। एक अनुमान के अनुसार बीते दिनों समय से पहले हुई अत्यधिक गर्मी व तेज आंधी के चलते फसलों में 10 से 15 प्रतिशत उत्पादन गिरने की संभावना है।
किसान अजमेर सिंह व विजय ने बताया कि तेज आंधी व हल्की बरसात ने गेहूं की बालियों को जमीन से सटा दिया है तथा जो बालियां कच्ची रह गई थी, वे अब हवा व धूप न लगने के कारण मोटा दाना नहीं दे पाएंगी। उन्होंने बताया कि फसल गिरने के कारण मशीन या हाथ से कटाई में दिक्कत आएगी, जिससे उनकी फसल कटाई की लागत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आज डीजल, खाद-बीज महंगा हो गया है। ऊपर से प्रकृति की मार उनके खेतों में पड़ी है, इससे उन्हें खासा नुकसान हुआ है। किसानों ने मांग की कि तेज गर्मी व आंधी से बर्बाद हुई फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाकर उनके लिए मुआवजे की व्यवस्था करवाई जाए।

गेहूं की फसल अप्रैल के पहले सप्ताह में लगभग कटाई की स्थिति में आने को थी। जो बालियां अभी हरी थी, किसान उनके पकने व बालियों में गेहूं मोटा होने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन प्रकृति की मार ने लगभग तैयार हो चुकी फसल को नुकसान पहुंचाने का काम किया।

Saturday, March 6, 2021

March 06, 2021

8 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा महिला किसान दिवस के रूप में मनाएगा

100 वाँ दिन, 2 मार्च 2021 संयुक्त किसान मोर्चा ने आज सिंघू बॉर्डर पर एक आम बैठक आयोजित की।  आगामी दिनों की कार्रवाई के कार्यक्रम के रूप में निम्नलिखित निर्णय लिए गए:

 नई दिल्ली - 6 मार्च 2021 को, दिल्ली बोर्डर्स पर विरोध प्रदर्शन शुरू होने के 100 दिन हो जाएंगे।  उस दिन दिल्ली व दिल्ली बोर्डर्स के विभिन्न विरोध स्थलों को जोड़ने वाले केएमपी एक्सप्रेसवे पर 5 घंटे की नाकाबंदी होगी।  यह सुबह 11 से शाम 4 बजे के बीच जाम किया जाएगा।  यहां टोल प्लाजा को टोल फीस जमा करने से भी मुक्त किया जाएगा।  शेष भारत में, आंदोलन को समर्थन के लिए, और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए, घरों और कार्यालयों पर काले झंडे लहराए जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों को उस दिन काली पट्टी बांधने के लिए भी आह्वान किया है।
- 8 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा महिला किसान दिवस के रूप में मनाएगा।  देश भर के सभी सयुंक्त किसान मोर्चे के धरना स्थल पर 8 मार्च को महिलाओ द्वारा संचालित होंगे। इस दिन महिलाएं ही मंच प्रबंधन करेंगी और वक्ता होंगी।  एसकेएम ने उस दिन महिला संगठनों और अन्य लोगों को आमंत्रित किया कि वे किसान आंदोलन के समर्थन में इस तरह के कार्यक्रम करें और देश में महिला किसानों के योगदान को उजागर करें।

 - केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर 15 मार्च 2021 को 'निजीकरण विरोधी दिवस' का समर्थन करते हुए सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। एसकेएम इस दिन को 'कॉरपोरेट विरोधी' दिवस के रूप में देखते हुए ट्रेड यूनियनों के इस आह्वान का समर्थन करेगा, और एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
- जिन राज्यों में अभी चुनाव होने वाले है, उन राज्यो में SKM भारतीय जनता पार्टी (BJP) की किसान-विरोधी, गरीब-विरोधी नीतियों को दंडित करने के लिए जनता को एक अपील करेगा।  एसकेएम के प्रतिनिधि भी इस उद्देश्य के लिए इन राज्यों का दौरा करेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

- SKM पूरे भारत में एक "MSP दिलाओ अभियान" शुरू करेगा।  अभियान के तहत, विभिन्न बाजारों में किसानों की फसलों की कीमत की वास्तविकता को दिखाया जाएगा, जो मोदी सरकार व एमएसपी के झूठे दावों और वादों को उजागर करेगा।  यह अभियान दक्षिण भारतीय राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शुरू किया जाएगा।  पूरे देश में किसानों भी इस अभियान में शामिल किए जाएंगे
- डॉ दर्शन पाल
*सयुंक्त किसान मोर्चा*

Friday, March 5, 2021

March 05, 2021

सिवाहा खून खराबे पर किसानों का जजपा विधायक पर निकाला गुस्सा-खटकड़ टोल प्लाजा पर पुतला फूंककर सरकार को चेताया

सिवाहा खून खराबे पर किसानों का जजपा विधायक पर निकाला गुस्सा


-खटकड़ टोल प्लाजा पर पुतला फूंककर सरकार को चेताया 
                                    -मुख्यमंत्री अपने मंत्री और विधायकों को रोकने का करें काम 
जींद /उचाना : कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की राह पकड़े हुए अन्नदाताओं ने सत्ता पक्ष के विधायकों के खिलाफ पूरी गंभीरता से मोर्चा संभाल लिया हैं। गांव सिवाहा में जजपा विधायक के एक कार्यक्रम में शामिल होने के कारण उपजे विवाद के चलते खटकड़ टोल प्लाजा पर गुरूवार को अन्नदाताओं ने भारी रोष दिखाया। किसानों ने जुलाना के जजपा विधायक अमरजीत ढांडा का पुतला फूंकते हुए सरकार को चेतावनी दी कि अन्नदाताओं के आंदोलन को औच्छे तरीकों से दबाने और कुचलने की मंशा किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देंगे। अखिल भारतीय जाट महासभा के जिला अध्यक्ष विकास सफाखेड़ी और खेड़ाखाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि अगर जुलाना विधायक गांव सिवाहा में नहीं जाते तो वहां खून-खराबा कतई नहीं होता। कृषि कानूनों के खिलाफ अन्नदाताओं में इस कद्र रोष भरा पड़ा है कि जब मुख्यमंत्री का कार्यक्रम ही नहीं होने दिया तो विधायक कुछ भी। किसान नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल इस बात को समझे कि वोटों से इंसान नहीं बनता, जमीर से इंसान बनता हैं। इसलिए मुख्यमंत्री, हरियाणा के सांसदों, मंत्रियों और विधायकों को साफ निर्देश दें कि किसी गांव में जाने की कुचेष्ठा ना करें। अगर सत्ता पक्ष के मंत्री और विधायक गांव में जाते है तो इससे भाजपा सरकार की मंशा साफ हो जाएगी कि वह जानबूझकर खून-खराबा करा रही हैं।
March 05, 2021

कृषि कानूनों पर समर्थन पत्र:51 गावों के किसानों ने धनखड़ को सौंपा कृषि कानूनों का समर्थन पत्र

कृषि कानूनों पर समर्थन पत्र:51 गावों के किसानों ने धनखड़ को सौंपा कृषि कानूनों का समर्थन पत्र

चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ से गुरुवार को पंचकूला में प्रदेश के 51 गावों के किसान मिलने पहुंचे। ये किसान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को कृषि कानूनों पर समर्थन पत्र देने आए थे। किसानों ने अपने-अपने गांव से सौ-सौ किसानों के लिखित समर्थन की कॉपी प्रदेशाध्यक्ष को सौंपते हुए कृषि कानूनों पर सरकार का आभार जताया। उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष को स्मृति रूप में एक हल और सम्मान स्वरूप पगड़ी पहनाकर अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि किसान इन कानूनों के फायदों को लेकर जागरूक हो रहे हैं।

Thursday, March 4, 2021

March 04, 2021

जेजेपी विधायक को गांव में बुलाने पर दो पक्षों में झगड़ा, फायरिंग में सात लोग घायल

जेजेपी विधायक को गांव में बुलाने पर दो पक्षों में झगड़ा, फायरिंग में सात लोग घायल

जींद : हरियाणा के जींद के सिवाहा गांव में बुधवार को दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। इसमें सरपंच के परिवार के 4 सदस्यों सहित 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का जींद के नागरिक अस्पताल में इलाज चल रहा है। डीएसपी पुष्पा खत्री ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गांव के सरपंच वेदपाल ने आरोप लगाया कि 27 फरवरी को दादा खेड़ा के भंडारे में जुलाना से जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायक अमरजीत ढांडा को बुलाया गया था। इस दौरान गांव के युवाओं ने किसान आंदोलन के चलते जजपा विधायक का विरोध किया। कार्यक्रम समापन के बाद कुछ लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी।


इस मामले को लेकर गांव में कई दिनों से पंचायतें हो रही थीं। बुधवार को सरपंच के परिवार के अशोक, कुलविंद्र, राहुल और सतीश बाइक पर पिल्लूखेड़ा मंडी स्थित दुकान से गांव आ रहे थे। रास्ते में गांव के सुनील, देवीलाल, धर्मबीर, सचिन, अनूप और रौनक पहले से बैठे मिले।



इन लोगों ने सरपंच के परिवार के लोगों पर पहले गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। इसमें कामयाब नहीं होने पर फायरिंग कर दी। अशोक गोली लगने से घायल हो गया। संघर्ष के दौरान सरपंच पक्ष के चारों सदस्यों समेत दूसरे पक्ष के देवीलाल, सचिन और रौनक भी घायल हो गए। घटना की सूचना पाकर पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया।

इस फायरिंग में दोनों पक्षों के सात लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद सभी घायलों को इलाज के लिए जींद के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना को लेकर जींद की डीएसपी पुष्पा खत्री ने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।

Tuesday, March 2, 2021

March 02, 2021

सरस्वती की जलधारा के लिए तीन गांवों के किसानों ने दी जमीन

सरस्वती की जलधारा के लिए तीन गांवों के किसानों ने दी जमीन

चण्डीगढ : - हरियाणा के खेल एवं युवा मामलेे राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह ने कहा कि सरस्वती नदी के प्रवाह को लेकर सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।  इसके लिए यमुनानगर जिले के तीन गांवों के किसानों ने दादूपुर नलवी के तीन किलोमीटर तक की भूमि सरकार को देने का निर्णय लिया है।
इस संबंध में खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह से आज चण्डीगढ स्थित निवास पर यमुनानगर जिले के किसानों का प्रतिनिधिमण्डल मिला। सरदार संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा में सरस्वती नदी की धारा लगातार सालभर बहे और किसानों को इसका पूरा लाभ मिले। मुख्यमंत्री का भी यह विजन है कि सरस्वती नदी का प्रवाह निरंतर चलता रहे। इसके लिए स्यालवा, झाड़ चन्दना व उंचा चंदना सहित 3 गांवों के किसानों ने खुद आगे आकर सरकार को भूमि देने की पहल की है। उन्होंने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से बातचीत कर किसानों की जायज मांगों पर चर्चा करेंगे।

*क्षेत्र में जलस्तर बढ़ेगा*

खेल मंत्री ने कहा कि सरस्वती नदी से किसानों की आस्था जुड़ी हुई है। लेकिन दादूपुर नलवी के लगभग 3 किलोमीटर के दायरे में इस नदी का प्रवाह नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों का सरकार को भूमि देने के लिए स्वयं आगे आना सरकार के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि दादूपुर नलवी नहर का पानी सरस्वती नदी से जुड़ेगा तो इस क्षेत्र में जलस्तर स्तर भी बढ़ेगा।
अब जलधारा में कोई बाधा नहीं रहेगी
किसानों के प्रतिनिधि मण्डल ने बताया कि यमुनानगर के इन तीन गांवों की लगभग 60 एकड़ भूमि पर लिंक नहर न बनने के कारण सरस्वती नदी के प्रवाह में बाधा आ रही थी। इसलिए किसानों ने आगे आकर जमीन देने के लिए रुचि दिखाई है तथा दादूपुर नलवी नहर का यह क्षेत्र सरस्वती नदी से जुडऩे से अब सरस्वती नदी की जलधारा में कोई बाधा नहीं रहेगी। किसानों का कहना है कि अपनी आने वाली पीढिय़ों को जल उपलब्ध कराने के लिए वह हर प्रकार का त्याग करने को तैयार हैं। सरस्वती नदी के धरातल पर आने से उनके क्षेत्र के साथ-साथ हरियाणा के अन्य जिलों में भी पानी की समस्या दूर होगी। प्रतिनिधि मण्डल में सुभाष चौहान, रामपाल सिंह, जितेन्द्र सिंह, तेलू भगत, महावीर सिंह, वेदपाल, कवंरपाल, इन्द्रजीत, जोगेन्द्र सिंह, प्रताप सिंह महल आदि शामिल थे।