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Friday, October 16, 2020
Jind Bulletin News
October 16, 2020
जींद, 16 अक्टूबर ( संजय तिरँगाधारी )
पूरे दो साल बीत जाने के बाद भी सीएम मनोहर लाल द्वारा घोषित दो करोड़ रुपए की अनुदान राशि न मिलने व रानी तालाब मंदिर का नाम दुरुस्त करने की मांग को लेकर सफीदों गेट स्थित प्राचीन भूतेश्वर मंदिर की प्रबंधक सीमिति श्री शिव प्राचीन महादेव ट्रस्ट के प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन की प्रतियां महामहिम राज्यपाल, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी व डीसी जींद को भी प्रेषित की गई है।गुरुवार देर रात प्राचीन भूतेश्वर मंदिर की प्रबंधक सीमिति श्री शिव प्राचीन महादेव ट्रस्ट का प्रतिनिधिमंडल प्रधान देसराज अरोड़ा की अगुआई में भाजपा के स्थानीय विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा के निवास पर ज्ञापन देने पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में ट्रस्ट के महासचिव रमेश सैनी, कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा, मांगे राम प्रजापत, लाखन मल्होत्रा, बलराम, पंडित शिव कुमार, अनमोल गर्ग, भव्य सैनी, तरुण शर्मा, सोनू सैनी, योगेश सैनी, राहुल सैनी आदि शामिल थे।
सीएम मनोहर लाल के नाम विधायक को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि 13 अक्टूबर 2018 को सीएम मनोहर लाल ने कुरूक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में जिले में स्थित प्राचीन तीर्थों के जीर्णोद्धार के उद्देश्य से दौरा किया था। इस दौरान वे पुराणों में वर्णित शहर के प्राचीन भूतेश्वर तीर्थ पर भी पहुंचे थे। उन्होंने इस प्राचीन तीर्थ के जीर्णोद्धार के लिए 2 करोड़ रूपए की ग्रांट जारी करने की घोषणा की थी। दो साल बीत जाने के बाद भी जीर्णोद्धार के लिए एक रुपया भी सरकार की ओर से जारी नहीं किया गया है। इससे मंदिर प्रबंधक सीमिति व श्रद्धालुओं में रोष है। ज्ञापन में घोषित ग्रांट राशि शीघ्र जारी करने की मांग की गई।
ज्ञापन में शहर के बीचोंबीच स्थित रानी तालाब मंदिर के नाम पर भी सवाल उठाते हुए दुरुस्त करने की मांग उठाई गई। कहा गया कि रानी तालाब मंदिर का नाम राजस्व रिकार्ड में हरी कैलाश दर्ज है, मगर जिला प्रशासन उसे भूतेश्वर मंदिर के नाम से प्रचारित कर रहा है। करीब 25 साल पहले कांग्रेस शासन में दिवंगत मांगे राम गुप्ता के शहरी निकाय मंत्री रहते हुए जीर्णोद्धार के दौरान रानी तालाब मंदिर का नाम हरि कैलाश मिटाकर मुख्य द्वार पर भूतेश्वर लिख दिया गया था। आजकल रानी तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य फिर से चल रहा है तो इस मंदिर का नाम दुरुस्त किया जाए। यह तर्क भी दिया गया कि रानी तालाब और इसमें स्थापित मंदिर का निर्माण करीब 150-55 साल पहले जींद के महाराजा रघुबीर सिंह ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर कराया था। उस समय न तो वेद पुराण का समय था और न ही महाभारत काल या उससे पहले का समय था। पुराणों में शहर के जिन चार तीर्थों का उल्लेख है उनमें शामिल सफीदों गेट का प्राचीन भूतेश्वर मंदिर ही है।
ज्ञापन देने के बाद श्री शिव प्राचीन महादे ट्रस्ट के महासचिव रमेश सैनी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि यदि ग्रांट जारी ही नही करनी थी तो घोषणा ही क्यों की गई। आश्चर्य जाहिर करते हुए कहा गया कि दो साल बीत गए हैं एक रुपया भी मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए नहीं मिला है। जबकि उस समय श्रद्धालुओं ने एक-एक पैसा एकत्रित कर लाखों रुपए सीएम मनोहर लाल के स्वागत पर खर्च किया था। जिसमे सभी वर्गों के व विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े श्रद्धालु शामिल थे।
रानी तालाब मंदिर के संबंध में कहा कि राजस्व रिकॉर्ड में इसका नाम हरि कैलाश मंदिर है, जो कांग्रेस शासन में मुख्य द्वार से मिटा दिया था। यह नई पीढ़ियों के साथ धोखा है और ऐतिहासिक इमारतों के मूल स्वरूप को बिगाड़ने की साजिश है। कहा कि रानी तालाब व इसमें स्थापित मंदिर शहर की शान है, जिसका समय-समय पर जीर्णोद्धार होना चाहिए, मगर ऐतिहासिक तत्थों से छेड़छाड़ कर नहीं। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने उन तीर्थों को अपने तहत शामिल किया है, जो महाभारत कालीन त उससे पहले के है। जींद के रानी तालाब उस कसौटी पर खरा नहीं उतर रहा है। उन्होंने मांग की कि रानी तालाब मंदिर का नाम हरि कैलाश मंदिर दुरुस्त किया जाए, ताकि आने वाली नई पीढ़ियों को सही जानकारी मिल सके।
प्राचीन भूतेश्वर मंदिर प्रबंधक सीमिति के प्रतिनिधिमंडल को विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा ने आश्वासन दिया कि ज्ञापन सीएम को भेज दिया जाएगा और बड़ौदा उपचुनाव के बाद इस मसले को अर्बन लोकल बॉडी मंत्रालय संभाल रहे अनिल विज से मुलाकात कर मामले का हल कराया जाएगा। जिला प्रशासन से भी इस सिलसिले में बात की जाएगी
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October 16, 2020
जेजेपी विधायक जोगी राम ने चेयरमैन का पद अस्वीकार किया
जेजेपी विधायक जोगी राम ने चेयरमैन का पद अस्वीकार किया
हिसार : बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग ने सरकार द्वारा बनाए गए चेयरमैन पद ग्रहण करने से इन्कार कर दिया है। तीन विधेयक को लेकर उन्हाेंने कहा विधेयक सही नहीं है तो कैसे सरकारी पद ग्रहण करू। जब तक तीन अध्यादेशों को ठीक नहीं किया जाता तब तक कोई सरकारी पद का लाभ नहीं लेंगे।
उन्होंने तीनों अध्यादेशों को किसान विरोधी बताया है। इस दौरान उन्होंने कहा अगर बरवाला की जनता कहेंगी तो इस्तीफा देने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मेरी रात को बात हुई थी और मैंने उनका आभार जताते हुए जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया और कहा कि आपने गलत समय में जिम्मेदारी दे दी जो मुझे स्वीकार नहीं है। उन्होंने ने कहा अगर बरोदा चुनाव के लिए अगर ड्यूटी लगाई गई तो प्रचार के लिए जाऊंगा।
विधायक सिहाग को जेजेपी कोटे से चेयरमैन बनाया गया था। सिहाग की नियुक्त की बड़ी वजह सरकार के खिलाफ उनकी नाराजगी को कम करना था। सिहाग की नाराजगी को देखते उपमुख्यमंत्री एवं जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला व भाजपा सरकार पर लगातार दबाव बढ़ रहा है।
सिहाग का राजनीतिक सफरनामा
जोगीराम सिहाग की पहचान समाजसेवी के रूप में थी। सिहाग समाजसेवा के साथ-साथ राजनीति में भी उतरने की इच्छा थी। इसे देखते राजनीति में भी दो-दो हाथ करने के मकसद से वर्ष 2000 में जोगीराम सिहाग ने नगर पार्षद का चुनाव लड़ा और वे पार्षद निर्वाचित हुए। वर्ष 2005 में घिराय विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व मंत्री प्रो. छत्रपाल को कड़ी टक्कर दी, लेकिन सिहाग चुनाव हार गए। वर्ष 2009 में सिहाग ने परिसीमन के बाद घिराय हलका टूटने पर बरवाला हलके को अपना चुनाव क्षेत्र बनाया। बरवाला से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर ही चुनाव लड़ा और 11500 वोट प्राप्त किए। बाद में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वर्ष 2014 में भाजपा ने सिहाग की बरवाला से टिकट काट दी। इस बात से सिहाग नाराज भी हुए, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने किसी तरह इन्हें मना लिया और प्रदेश में पहली बार मनोहर सरकार बनने के बाद जोगीराम सिहाग को हरियाणा राज्य हाऊसिंग कॉपरेटिव फैडरेशन का चेयरमैन बनाया गया। सिहाग वर्ष 2019 में बरवाला से भाजपा की टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने टिकट काट दिया। इससे नाराज सिहाग ने जेजेपी में शामिल होते हुए बरवाला से चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक निर्वाचित हुए।
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October 16, 2020
अविश्वास प्रस्ताव से पहले आत्महत्या:नगर पालिका चेयरपर्सन का प्रतिनिधत्व कर रहे ससुर ने उन्हीं के ऑफिस में पंखे से लगाया फंदा, पार्षदों की बैठक रद्द
अविश्वास प्रस्ताव से पहले आत्महत्या:नगर पालिका चेयरपर्सन का प्रतिनिधत्व कर रहे ससुर ने उन्हीं के ऑफिस में पंखे से लगाया फंदा, पार्षदों की बैठक रद्द
फतेहाबाद : जिले के कस्बा जाखल में शुक्रवार सुबह नगर पालिका ऑफिस में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। यह शख्स पालिका की चेयरपर्सन सीमा गोयल का प्रतिनिधित्व कर रहा उनके ससुर नौहरचंद थे। शुक्रवार को सीमा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना था, लेकिन इससे ठीक पहले ही नौहरचंद ने प्रेजिडेंट के ऑफिस में पंखे से फंदा लगा लिया। इसके चलते आज की बैठक रद्द हो गई है।
बताते चलें कि जाखल नगर पालिका में कुल 13 पार्षद हैं, जिनमें से 9 चेयरपर्सन सीमा गोयल के खिलाफ हैं। इनका कहना है कि पिछले करीब डेढ़ साल से सीमा उनकी कोई पूछ नहीं कर रही। उनके इलाके में भी विकास कार्यों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। नौबत सीमा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तक आ पहुंची थी। इसी के चलते शुक्रवार को 11 बजे सभी 13 पार्षदों को बैठक के लिए आना था, लेकिन इससे पहले एक और खौफनाक घटना घट गई।
अविश्वास प्रस्ताव से ठीक पहले चेयरपर्सन सीमा गोयल का प्रतिनिधित्व कर रहे उनके सुसर नौहरचंद ने उन्हीं के ऑफिस में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता चलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर होने वाली बैठक भी तुरंत प्रभाव से रद्द कर दी गई। यहां पर पहुंचे टोहाना एसडीएम नवीन कुमार भी वापस लौट गए।
उधर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने का काम शुरू किया। फिलहाल इस मामले को लेकर अभी तक किसी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है, मगर यह माना जा रहा है कि नौहरचंद ने यह कदम अविश्वास प्रस्ताव की बात से ही आहत होकर उठाया है।
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October 16, 2020
प्रेम विवाह:मां ने मजदूरी कर दहेज का सामान जुटाया, बारात आने से 10 दिन पहले बेटी ने पड़ोसी से रचाई शादी
प्रेम विवाह:मां ने मजदूरी कर दहेज का सामान जुटाया, बारात आने से 10 दिन पहले बेटी ने पड़ोसी से रचाई शादी
यमुनानगर : जिस बेटी की शादी के लिए मां फैक्टरी में मजदूरी कर पैसे जोड़ रही थी वह बेटी मां के सपनों को कुचलते हुए रात को घर से निकल गई और अपने पड़ोसी से शादी रचा ली। घर में दहेज देने के लिए सामान खरीद कर रखा हुआ था। 10 दिन बाद बेटी की घर में बारात आनी थी। मां अपने रिश्तेदारों से लेकर जान पहचान के लोगों को शादी के कार्ड तक दे चुकी है लेकिन बेटी के परिवार के खिलाफ जाकर शादी करने से शादी की खुशियां गम में बदल गई।
लड़की की मां का आरोप है कि उसे नहीं पता कि उसकी बेटी ने शादी कर ली। पुलिस उसके घर पर आती है, बेटी की उम्र संबंधी दस्तावेज मांगती है। जब वह थाना से लेकर एसपी तक शिकायत दे चुकी है। महिला का आरोप है कि उसे शक है कि उसकी बेटी को जबरदस्ती रखा है। उसके साथ गलत किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि लड़की बालिग है और वह मर्जी से शादी कर चुकी है।
*19 अक्टूबर को होनी थी शादी चार की रात को बेटी घर से लापता*
तीर्थ नगर की टपरी निवासी महिला ने एसपी को शिकायत दी है कि वह बेटी का परिवार की सहमति से रिश्ता कर चुकी थी। 19 अक्टूबर को बेटी की शादी तय की थी। वह शादी के लिए फर्नीचर समेत ज्वेलरी का सारा सामान खरीद चुकी थी। चार अक्टूबर रात को उसकी बेटी को पड़ोसी ले गया। घर से बेटी एक जोड़ी सोने की बालियां, हस्तीबंद चांदी, पाजेब और दो लाख रुपए लेकर गई है।
*शादी के लिए कर्ज लिया था*
महिला का कहना है कि वह झाड़ू फैक्टरी में मजदूरी करती है। बेटी का यूपी में रिश्ता तय किया था। उसने शादी के लिए कर्ज लिया था। आरोप है कि पड़ोसी युवक ने उसकी बेटी को कहीं पर छिपाकर रखा हुआ है। इसे लेकर उसने शिकायत सदर यमुनानगर थाने में दी थी।
*लड़की शादी कर चुकी, अपने ससुराल में है*
सदर यमुनानगर थाना प्रभारी सुभाष चंद ने बताया कि लड़की अपनी मर्जी से शादी कर चुकी है। कोर्ट में भी वह बयान दे चुकी है कि वह अपनी मर्जी से शादी कर रही है। अब लड़की अपने ससुराल में है। शादी के बाद लड़की और उसकी मां के बीच बातचीत भी कराई गई है।
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October 16, 2020
बरोदा से कांग्रेस व् इनेलो ने प्रत्याशी घोषित किये, इन नेताओं को बनाया उमीदवार
बरोदा से कांग्रेस व् इनेलो ने प्रत्याशी घोषित किये, इन नेताओं को बनाया उमीदवार
चंडीगढ़ : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सांसद सुपुत्र दीपेंद्र हुड्डा अपने खासमखास कार्यकर्ता इंदुराज नरवाल उर्फ भालू को बरोदा से कांग्रेस का टिकट दिलाने में कामयाब हो गए है । ज्ञात रहे अर्थ प्रकाश ने पहले ही बरोदा सीट को लेकर स्पष्ट क्र दिया था की कांग्रेस ने काफी माथापच्ची के बाद बरोदा से इंदुराज नरवाल उर्फ भालू को अपना कैंडिडेट बनाने का फैसला किया है।
आपको इंदुराज नरवाल उर्फ भालू के बारे में बताते चले की ये पूर्व जिला पार्षद हैं और रिंढाणा गांव निवासी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा समेत अनेक कोंग्रेसी नेता इंदुराज नरवाल का नामांकन दाखिल करने गुहाना पहुंच चुके है । जबकि इनेलो ने बरोदा से जोगिंदर सिंह मालिक को प्रत्याशी घोषित किया है उनका नामांकन दाखिल करने के लिए अभय चौटाला गोहाना पहुंच गए है। दूसरी ओर पता चला है की डॉक्टर कपूर सिंह नरवाल पंचायती उमीदवार के तोर पर पर्चा दाखिल करेंगे । ज्ञात रहे भाजपा पहले ही पूर्व प्रत्याशी योगेश्वर दत्त शर्मा को पुनः प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।
फिलहाल इस खबर से जुड़ी जितनी जानकरी हमारे पास थी हमने आप तक पहुंचाई………अगर इस खबर से जुड़ा कोई अपडेट हमें मिलता है तो हम तक जरूर और जल्द से जल्द पहुंचाएंगे…
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October 16, 2020
आक्रोश:किसानों के पक्ष में राष्ट्रीय महिला जाट मंच की सदस्य ने किया विरोध प्रदर्शन
आक्रोश:किसानों के पक्ष में राष्ट्रीय महिला जाट मंच की सदस्य ने किया विरोध प्रदर्शन
गुरुग्राम : ( विनीता )राष्ट्रीय महिला जाट मंच की महिलाओं ने गुरुवार को किसानों के पक्ष में राजीव चौक से लेकर लघु सचिवालय तक प्रदर्शन कर बनाए गए कानूनों में बदलाव की मांग की। प्रदर्शन के दौरान महिलाएं किसानों के रंग में रंगी नजर आई। तीन ट्रैक्टरों में सवार महिलाएं नारेबाजी करती हुई लघु सचिवालय पहुंची।
राष्ट्रीय महिला जाट मंच की संस्थापक रमा राठी ने बताया कि किसानों की फसल का न्यूनतम निर्धारित मूल्य मिलना चाहिए, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू होनी चाहिए और मंडियों का नवीनीकरण होना चाहिए। उक्त मांगों को लेकर महिला सदस्यों ने मौके पर आए तहसीलदार जावेन्द्र मलिक को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर राष्ट्रीय महिला जाट मंच की उप-प्रधान डॉ पुष्पा धनखड़, नीलम गुलिया, आशा राठी ,मंजू देशवाल, गीतिका खत्री, सुमन हुड्डा , डॉ सुनीता कटारिया, डॉक्टर सोनू बल्हारा मौजूद थी।
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October 16, 2020
बंदरबांट का विरोध करने की बजाय जनप्रतिनिधि भी बन गए अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत का हिस्सा
बंदरबांट का विरोध करने की बजाय जनप्रतिनिधि भी बन गए अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत का हिस्सा
बहादुरगढ़ : विकास करने के नाम पर सरकारी पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा, लेकिन उसका पूरा फायदा आम लोगों को नहीं मिल पा रहा। अधिकारियों की ठेकेदार से मिलीभगत और जवाबदेही की कमी के कारण लोगों को सुविधा तो नहीं मिलती, बल्कि नई समस्या खड़ी हो जाती है। बादली रोड पर अंबेडकर स्टेडियम के सामने सड़क किनारे एक साथ तीन-तीन तरह के खंभे लगे हैं और उन पर स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। पहले से लगे खंभों पर लाइटें लगाने की बजाय नए खंभे क्यों लगाए गए? यह बड़ा सवाल है। हालांकि अधिकारियों द्वारा इस मामले पर कोई भी जवाब नहीं दिया जा रहा है।
जी हां, शहर में विकास के नाम पर जनता की गाढ़ी खून पसीने की कमाई को दोनों हाथों से लुटाया जा रहा है। योजनाएं बनाते समय ना तो मौके का निरीक्षण किया जाता और ना ही लोगों की जरूरत या सुविधा का आंकलन किया जाता। केवल ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाने के नाम पर एक के बाद एक योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित किया जा रहा है। लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि भी इस बंदरबांट का विरोध करने की बजाय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत का हिस्सा बन गए हैं।
*एक ही जगह तीन-तीन खंभे लगा दिए गए हैं*
शहर के बादली रोड पर अंबेडकर स्टेडियम के सामने हर गली के नुक्कड़ पर एक ही जगह तीन-तीन खंभे लगा दिए गए हैं। इनकी आड़ में हर रोज नए अस्थाई अतिक्रमण किए जा रहे हैं। एक तरह के खंभे बिजली की लाइन के हैं। जबकि दूसरी तरह के खंभे नगर परिषद ने ही कथित हाईमास्ट अथवा एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने के लिए हाल ही में लगवाए थे। फिर इनके ठीक साथ सटकर नगर परिषद ने उन्हीं स्थानों पर नए खंभे लगाकर सोलर स्ट्रीट लाइटें इंस्टॉल कर दी हैं। एक ही जगह पर तीन-तीन खंभे लगे होने के कारण हर रोज लोग परेशानियों का सामना करते हैं। अनियमित तरीके से लगाए गए ये खंभे जहां गली के मुहाने पर ट्रैफिक बाधित कर रहे हैं। दूसरी तरफ अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं। नए खंभे पुरानों से सटकर लगा दिए गए हैं, लेकिन ऐसा क्यों किया गया? इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
*कई जगह ऐसी बर्बादी*
लोग भी इस मामले में फिजूलखर्च होने या भ्रष्टाचार होने की बात कर रहे हैं। यहां पहले से खंभे लगे थे। उन पर ही लाइटें लगाने की बजाय नए खंभे लगा दिए गए और उन पर करीब आधा किलोग्राम वजन की लाइटें टांग दी गई। पहले से खंभे लगे होने के बावजूद नए खंभे लगाने का मामला सिर्फ बादली रोड का ही नहीं है। इससे पहले नाहरा-नाहरी रोड पर भी ऐसा ही नजारा देखा गया था। लोगों के अनुसार इस तरह से कई सड़कों पर सरकारी धन को पानी की तरह बहाया जा रहा है।
*जांच करवाई जाएगी*
यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। संबंधित अधिकारी को मौके पर भेजकर जांच करवाई जाएगी। हालांकि आमतौर पर कोशिश की जाती है कि जहां खंभा ना हो, वहीं खंभा लगाकर लाइटें लगाई जाए। वहीं सोलर लाइटें लगाने का टेंडर अलग था और जरूरत अनुसार इनके खंभे लगाकर इंस्टॉल करवाया गया था। - नवीन धनखड़, कार्यकारी अभियंता, नगर परिषद
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October 16, 2020
कोरोना वायरस : 19 व 20 अक्टूबर को हरियाणा में दूसरा सीरो सर्वे करवाया जाएगा
कोरोना वायरस : 19 व 20 अक्टूबर को हरियाणा में दूसरा सीरो सर्वे करवाया जाएगा
चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य, आयुष एवं गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार का पता लगाने के लिए 19 व 20 अक्टूबर को प्रदेशभर में दूसरा सीरो सर्वे करवाया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के 720 लोगों के सैम्पल एकत्रित किए जाएंगे।
विज ने इस दौरान राज्य में चलाए जाने वाले सीरो सर्वे के दूसरे दौर के अभियान की वर्चुअल शुरूआत की, जिसमें रेवाड़ी, नूहं, यमुनानगर, रोहतक व अम्बाला सहित अनेक जिलों के अधिकारियों ने ऑनलाइन भाग लिया। इस अभियान को पीजीआईएमएस रोहतक के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के सहयोग से इस माह के अंत तक पूरा करने की योजना है। इसके लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जोकि सर्वे संबंधी गतिविधियों पर निगरानी रखेंगे। इसके लिए सर्वेक्षण करने वाली टीमों में एक चिकित्सा अधिकारी, स्टॉफ नर्स तथा एलटी सहित तीन सदस्य शामिल होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने 'कोविड-19 सीरो सर्वे मोबाइल ऐप' का भी शुभारम्भ किया। कहा कि यह मोबाइल ऐप यूजर फ्रेंडली होगा, जिसकी सहायता से ऑनलाइन डॉटा की प्रविष्टïी, जीयो टैगिंग, ऑफलाइन डॉटा प्रविष्टी तथा स्व-जनित एसएमएस की सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि इस सर्वेक्षण से कोविड-19 के प्रसार, रोकथाम के उपायों को डिजाइन और लागू करने में सहायता मिलेगी। इस सर्वे द्वारा लोगों में कोविड-19 की शरीर में बनने वाली एंटी-बॉडीज तथा संक्रमण के प्रसारण की प्रवृति का पता चल सकेगा। इस मोबाइल ऐप के निर्माण में आईटी इलेक्ट्रानिक्स और संचार विभाग के प्रधान सचिव एवं मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी उमाशंकर के निर्देश पर तैयार किया गया है। इसमें हरसक का भी सहयोग रहा है।
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि रैंडम प्रक्रिया से लोगों के सैम्पल लिए जाएंगे। इसमें शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोग एक निर्धारित संख्या में शामिल होंगे। इससे पहले प्रदेश में अगस्त माह के दौरान पहला सीरो सर्वे करवाया गया था। विभाग में निदेशक डॉ. उषा गुप्ता ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी एवं प्रस्तुति दी।
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October 16, 2020
हरियाणा में योगासनों को खेलों की सूची में शामिल करने की मिली स्वीकृति
हरियाणा में योगासनों को खेलों की सूची में शामिल करने की मिली स्वीकृति
चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य, आयुष एवं गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में योग को बढ़ावा देने के लिए योगासनों को प्राथमिकता के आधार पर खेलों की सूची में शामिल करने हेतु सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है।
आयुष मंत्री ने हरियाणा योग परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इसके लिए परिषद को अपने कार्यों, भावी कार्य योजनाओं के नीति निर्धारण पर बल देना चाहिए ताकि हरियाणा को योग में एक मॉडल स्टेट बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि योग को शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी शामिल करने तथा प्रदेश में विश्व स्तरीय ध्यान योग केन्द्र स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय शहरी निकाय विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि वे सभी शहरों में योगशालाओं के निर्माण को प्राथमिकता दें ताकि राज्य का प्रत्येक नागरिक योग से लाभ उठा सके।
विज ने कहा कि प्रदेश में इस समय 594 योग एवं व्यायामशालाएं स्थापित हो चुकी हैं। इनके अलावा अन्य पर निर्माण कार्य अन्तिम चरण में चल रहा है। इसके साथ ही परिषद के अधिनियम तथा 'लोगो' को भी शीघ्र ही स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा योग परिषद का नाम बदल कर हरियाणा योग आयोग करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही 26 जनवरी और 15 अगस्त पर राज्य के सभी सरकारी कार्यक्रमों में सूर्य नमस्कार आसन की प्रस्तुति करने पर भी विचार किया जाएगा।
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिवराजीव अरोड़ा ने कहा कि योग परिषद को प्रत्येक माह का कार्यक्रम तय करना चाहिए ताकि उचित प्रचार-प्रसार किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हुए योग को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य की सभी योग कक्षाओं का पूरा रिकार्ड रखा जाएगा।
योग परिषद के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य ने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य के लिए योग का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा गत दिनों अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार तथा 26 जनवरी पर विद्यार्थियों को योगासन करवाए गए। इन कार्यक्रमों में लाखों लोगों तथा विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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October 16, 2020
महिला पुलिस का कानूनी दायरा बढ़ा:महिलाओं को तंग करना, फोटो लेना, नाबालिग से रेप में सख्त धाराओं की महिला थानों को दी पावर, पहले कोर्ट में चुनौती दे देते थे आरोपी
महिला पुलिस का कानूनी दायरा बढ़ा:महिलाओं को तंग करना, फोटो लेना, नाबालिग से रेप में सख्त धाराओं की महिला थानों को दी पावर, पहले कोर्ट में चुनौती दे देते थे आरोपी
चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार ने महिला पुलिस थानों के अधिकारियों में संशोधन कर बढ़ोतरी की गई है। कई ऐसी धाराएं हैं, जो महिला से जुड़ी होने के बावजूद महिला पुलिस थानों के लिए जारी नोटिफिकेशन में शामिल नहीं की गई थी। अब होम सेक्रेटरी रहे विजय वर्धन के नाम से जारी नोटिफिकेशन में शामिल की गई हैं। क्योंकि नोटिफिकेशन में जिन धाराओं की पावर महिला पुलिस थानों को नहीं दी थी, उनके खिलाफ आरोपी कोर्ट में चुनौती दे सकते थे।
यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के ही एडवोकेट हेमंत कुमार ने उठाया था। बता दें कि प्रदेश में 15 अगस्त 2015 को महिला पुलिस थानो की शुरुआत की गई थी। जिलों में महिलाओं से जुड़े मामले इन्हीं थानों में रेफर होते हैं। पुराने नोटिफिकेशन में बाल विवाह निषेध के लिए संबंधित बाल विवाह (अवरोध) अधिनियम, 1929 का उल्लेख था। नवंबर-2007 से केंद्र ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम-2006 को लागू किया था। अब इसका उल्लेख किया है।
इन धाराओं से पीड़ित को क्या लाभ होगा
फरवरी, 2013 से दंड विधि (संशोधन) अधिनियम, 2013 द्वारा आईपीसी में महिलाओं के शारीरिक और यौन शोषण संबंधित शामिल किए गए अन्य धाराओ जैसे धारा-354 में 354-ए, 354-बी, 354-सी और 354-डी आदि का भी उल्लेख भी पहले के नोटिफिकेशन में नहीं था। ये धाराएं निर्भया कांड के बाद कानून में नई जोड़ी गई थी। अब इन धाराओं की पावर भी महिला थानो को दी गई है। इन धाराओं में महिलाओं का पीछा करना, तंग करना, निर्वस्त्र करना, फोटो लेना आदि अपराध आते हैं।
2018 में लागू की नई उपधाराओं की पावर भी अब दी गई
महिला पुलिस थानों की नोटिफिकेशन में 21 अप्रैल 2018 से आईपीसी में दंड विधि (संशोधन) अधिनियम-2018 द्वारा बलात्कार के दंड से संबंधित धारा 376 में जोड़ी गई नई उपधाराएं भी नहीं थी। जिनमें 376-एबी , 376-डीए और 376-डीबी आदि हैं। इनके तहत 12 वर्ष और 16 वर्ष की आयु से कम उम्र की लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने पर सजा का प्रावधान है। अब ये भी जोड़ी गई हैं।
नोटिफिकेशन के अनुसार ही कर सकते हैं कार्रवाई
एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि जैसे पुलिस थाने अधिकार क्षेत्र के अधीन होने वाली घटनाओं को लेकर केस दर्ज कर जांच में सक्षम हैं, उसी प्रकार महिला पुलिस थानों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें महिला पुलिस थानों के लिए स्पष्ट किया था कि आईपीसी-1860 के तहत कुछ विशेष धाराओं में कार्रवाई कर सकते हैं। कुछ धाराएं नोटिफिकेशन में नहीं थी। अधिकार न होने पर अपराधी उसका फायदा उठा सकते हैं। नई धाराएं जोड़ दी हैं।
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October 16, 2020
बरोदा उपचुनाव:बरोदा में भाजपा से फिर योगेश्वर लड़ेंगे, गुटबाजी से कांग्रेस के ऐलान में देरी
बरोदा उपचुनाव:बरोदा में भाजपा से फिर योगेश्वर लड़ेंगे, गुटबाजी से कांग्रेस के ऐलान में देरी
चंडीगढ़ :बरोदा उप चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन है। देर रात भाजपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी। फिर से पहलवान योगेश्वर दत्त पर पार्टी ने विश्वास जताया है। पार्टी ने दिन में अपने स्टार प्रचारकों का भी ऐलान कर दिया था। लेकिन कांग्रेस में टिकट गुटबाजी के कारण रुकी हुई है। वहीं इनेलो को इंतजार है कि भाजपा और कांग्रेस किसे टिकट देती हैं।
भाजपा से चुनाव लड़ चुके पहलवान योगेश्वर दत्त हलके के लोगों और पहलवानों के साथ सीएम मनोहर लाल से मिले थे और टिकट के लिए बात की। जिस पर सीएम ने उन्हें कहा था कि जाओ और अपनी तैयारी करो। इसलिए दिन में योगेश्वर ने तैयारी पूरी कर ली थी। सुबह 11 बजे गोहाना राजघराना पैलेस में भाजपा कार्यालय में कार्यक्रम है, जहां से वे नामांकन के लिए जाएंगे।
योगेश्वर को टिकट क्यों ?
योगेश्वर भैंसवाल कलां गांव के रहने वाले हैं, जो बरोदा हलके का बड़ा गांव हैं।
2019 में डीएसपी पद से त्यागपत्र देकर यहीं से भाजपा के लिए चुनाव लड़ चुके हैं।
कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा को 42566 व योगेश्वर को 37726 वोट मिले थे।
कांग्रेस में गुटबाजी ऐसी
दिल्ली में कांग्रेस की कई दौर की मीटिंग के बाद भी गुटबाजी चलती रही। भूपेन्द्र हुड्डा की तरफ से कपूर नरवाल का नाम फाइनल है और वो उन्हीं के लिए जोर लगाते रहे।
कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष सैलजा समेत कई नेता मिलकर स्व. विधायक कृष्ण हुड्डा की पुत्रवधू गायत्री हुड्डा के लिए जोर लगा रहे हैं।
*इनेलो को इंतजार*
इनेलो दिनभर ऐसे नेताओं से संपर्क बनाती रही जिन नेताओं की भाजपा या कांग्रेस से टिकट कट सकती है। सूत्रों के अनुसार पूर्व विधायक कृष्ण हुड्डा के बेटे से भी इनेलो संपर्क बनाए हुए है। वहीं इनेलो ने शुक्रवार सुबह 10 बजे पूर्व विधायक कृष्ण हुड्डा के कार्यालय के पास अपने कार्यालय उद्घाटन का कार्यक्रम रखा है।
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October 16, 2020
गठबंधन सरकार के 14 नेता एडजस्ट:भाजपा के 8, जजपा के 5 नेता और एक निर्दलीय को बनाया चेयरमैन; बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बराला, बबीता समेत आठ को मिले पद
गठबंधन सरकार के 14 नेता एडजस्ट:भाजपा के 8, जजपा के 5 नेता और एक निर्दलीय को बनाया चेयरमैन; बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बराला, बबीता समेत आठ को मिले पद
चंडीगढ़ : बरोदा उपचुनाव से ठीक पहले भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने 14 नेताओं को बोर्ड-निगमों की चेयरमैनी दी है, वहीं एक को वाइस चेयरमैन बनाया गया है। इसमें सबसे ज्यादा विधायकों, चुनाव हारने वालों और टिकट न मिलने वालों को जिम्मेदारी दी गई हैं। चेयरमैन बनने वालों में आठ नेता भाजपा के हैं, जबकि गठबंधन की सहयोगी जजपा के भी 5 नेताओं को जगह मिली है।
चेयरमैन बनने वालों में बड़े नामों की बात करें तो इसमें भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला और हाल ही में खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर का पद छोड़ने वाली ओलिंपियन बबीता फौगाट का नाम शामिल है। जजपा लगातार अपने विधायकों को एडजस्ट करने का दबाव भाजपा पर बना रही थी।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और अनूप धानक पहले ही मंत्री हैं। ऐसे में दस में से तीन विधायक बाकी रह गए हैं। इनमें दुष्यंत की मां नैना चौटाला, रामकुमार गौतम और देवेंद्र बबली हैं। वहीं, सरकार को समर्थन देने वाले बादहशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद को भी सरकार ने चेयरमैनी दी है। छह निर्दलीय को पद मिल चुके हैं।
जानिए किसके कोटे से किसे क्या और क्याें मिला
भाजपा के इन नेताओं को ओहदा
1. सुभाष बराला : सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो
क्योंकि: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। सीएम के करीबी हैं। चर्चा यह भी थी कि सीएम उन्हें अध्यक्ष बनवाए रखना चाहते थे।
2. कैलाश भगत : हैफेड
क्योंकि: कैलाश कैथल से हैं। विधानसभा चुनाव के वक्त भाजपा में आए थे, लेकिन लीलाराम को टिकट मिला था।
3. निर्मल बैरागी: पिछड़ा वर्ग कल्याण निगम
क्योंकि: ये सीएम सिटी करनाल से हैं और सीएम से नजदीकी भी हैं। भाजपा की महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष भी हैं।
4. रामनिवास गर्ग : व्यापारी कल्याण बोर्ड
क्योंकि: ये यमुनानगर से हैं। इसी बोर्ड के सदस्य हैं। विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदार थे और टिकट नहीं मिली थी, इसलिए यह जिम्मेदारी दी गई है।
5. अरविंद यादव : हरको बैंक
क्योंकि: ये रेवाड़ी से हैं और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे हैं। अब प्रदेश अध्यक्ष बदले तो इनकी किस्मत चमक गई।
6. मुकेश गौड़ : हरियाणा युवा आयोग
क्योंकि: भिवानी से हैं और युवा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। अभी प्रदेश सचिव हैं। तोशाम से टिकट के दावेदार थे।
7. जगदीश नैय्यर: भूमि सुविधा व विकास निगम
क्योंकि: होडल से विधायक हैं। मंत्रिमंडल का गठन हुआ तब चर्चा में थे, लेकिन नहीं बन पाए थे। इसलिए अब चेयरमैन बनाया है।
8. बबीता फौगाट : महिला विकास निगम
क्योंकि: भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री हैं। सोशल मीडिया पर खुलकर पक्ष रखती हैं।
9. धूमन किरमच: सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के उपप्रधान
क्योंकि: भाजपा के कुरुक्षेत्र जिला अध्यक्ष रहे हैं। लाेकसभा चुनाव के लिए टिकट चाह रहे थे, नहीं मिली। अब संतुष्ट किए गए।
जेजेपी : विरोध और भारोसे के चलते पांच को मिली चेयरमैनी
1. जोगीराम सिहाग : हाउसिंग बोर्ड हरियाणा
क्योंकि: बरवाला से विधायक हैं। नाराजगी भी जाहिर कर चुके थे। कृषि बिलों को लेकर किसानों के प्रदर्शन में भी समर्थन देने गए थे।
2. रामकरण काला : शुगरफैड
क्योंकि:शाहबाद विधायक हैं। पार्टी के विश्वसनीय नेताओं में से एक हैं।
3. रामनिवास सुरजाखेड़ा : खादी-ग्रामोद्योग
क्योंकि:नरवाना से विधायक हैं। कर्मचारी नेता भी रहे हैं। जींद पर पार्टी का फोकस रहता है, इसलिए जिम्मेदारी मिलनी तय थी।
4. रणधीर सिंह : हरियाणा डेयरी विकास संघ
क्योंकि: गुहला-चीका से विधायक डॉ. ईश्वर सिंह के बेटे हैं। ईश्वर विधायक दल के उपनेता हैं।
5. पवन खरखौदा: अनु. जाति वित्त विकास निगम
क्योंकि: 2019 में जेजेपी टिकट पर खरखौदा से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे और पार्टी के विश्वसनीय नेता हैं।
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Thursday, October 15, 2020
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October 15, 2020
बरोदा उपचुनाव:भाजपा-कांग्रेस के दो-दो नाम फाइनल, अपनों को छोड़ बाहरी नेताओं को दे सकते हैं टिकट
बरोदा उपचुनाव:भाजपा-कांग्रेस के दो-दो नाम फाइनल, अपनों को छोड़ बाहरी नेताओं को दे सकते हैं टिकट
नई दिल्ली : बरोदा उपचुनाव के लिए नामांकन करने के दो दिन ही शेष हैं। टिकट को लेकर दावेदारों की लड़ाई अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। अभी तक प्रत्याशियों की तस्वीर पूरी तरह से साफ नहीं हुई है, लेकिन गुरूवार 15 अक्टूबर को तीनों बड़ी पार्टियों अपने-अपने उम्मीदवारों का एलान कर देंगी। लेकिन इससे पहले कई बड़े उल्ट फेर देखने को मिल सकते हैं।
क्योंकि तीनो ही पार्टियां अपनों की बजाए दूसरे दलों के नेताओं पर ज्यादा विश्वास दिखा रही हैं। ऐसे में टिकट की स्थिति के अनुसार कुछ नेता इन दो दिनों में अचानक दल बदल सकते हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा और कांग्रेस ने अपने दो-दो नाम फाइनल कर लिए हैं लेकिन दोनों पार्टियां एक दूसरे का इंतजार कर रही हैं।
जिससे देख सकें कि सामने वाली पार्टी ने किस जाति का उम्मीदवार उतारा है और उसी के अनुसार वो अपने जातीय समीकरण साध सकें। इस उपचुनाव में सभी पार्टियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ऐसे में इनकी तरफ से चुनाव में पूरा जोर लगाया जाएगा इसलिए मैदान में प्रत्याशी जाने-माने और पुराने चेहरे ही होंगे लेकिन उनका झंडा दूसरा हो सकता है।
कांग्रेस: गुटबाजी में फंसा टिकट का खेल
1. अंदरूनी नेता: कांग्रेस का एक गुट चाहता है कि पार्टी अपने अंदर के ही किसी पुराने नेता को टिकट दे। प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा और राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला आदि चाहते हैं कि यहां से विधायक रहे स्व. कृष्ण हुड्डा के बेटे जीता हुड्डा को टिकट मिले।
2. बाहरी नेता: चर्चा है कि 2019 चुनाव से ठीक पहले जेजेपी से भाजपा में आए कपूर नरवाल पिछले कुछ समय से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा से नजदीकी बनाए हुए हैं और भाजपा के कार्यक्रमों से दूर हैं। वो पहले भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। भूपेन्द्र हुड्डा उनको टिकट दिलाने का मन बना चुके हैं और उनका नाम ऊपर भेजा भी गया है।
क्यों जातीय समीकरण जरूरी
बरोदा हलका जाट बहुल क्षेत्र है। हलके में करीब 178250 मतदाता हैं। करीब 94 हजार जाट मतदाता हैं। वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने गैर जाट कार्ड खेलते हुए पहलवान योगेश्वर दत्त को चुनाव मैदान में उतारा था। बड़ा चेहरा होने और मुकाबला त्रिकोणीय हाेने से कांग्रेस जीत गई।
भाजपा: जाट-नॉन जाट में उलझी पार्टी
1. जाट : पार्टी का मन किसी जाट उम्मीदवार को उतारने का है। ऐसे में पिछली बार यहां जेजेपी से चुनाव लड़े भूपेंद्र मलिक को पार्टी टिकट दे सकती है। भाजपा पहले उसे अपनी पार्टी में शामिल करवाना चाहती है। भाजपा ने भूपेंद्र से बात भी की है। जेजेपी नेता इस बात पर कम सहमत हैं कि भूपेन्द्र भाजपा ज्वाइन करे, ऐसे में विकल्प के लिए महेंद्र मलिक का नाम पैनल में रखा है। 2. योगेश्वर दत्त: अगर नॉन जाट उम्मीदवार उतारती है तो पहलवान योगेश्वर दत्त का मैदान में उतरना तय है। 2019 विधानसभा चुनाव में भी वो भाजपा की तरफ से मैदान में थे। लेकिन भाजपा अभी इंतजार कर रही है कि कांग्रेस जाट को उम्मीदवार बनाती है या किसी नॉन जाट नेता को।
भाजपा ने पहले रोहतक फिर दिल्ली में की चर्चा
भाजपा ने बुधवार रात दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की। इससे पहले दिन में रोहतक सर्किट हाउस में वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग हुई। इसमें जजपा से केसी बांगड़ा व भूपेंद्र मलिक और भाजपा की ओर से महेंद्र मलिक और रणधीर लठवाल को लेकर बनाए गए पैनल के नामाें पर चर्चा हुई।
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October 15, 2020
युवा एकता संगठन ने मनाया , अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस
युवा एकता संगठन ने मनाया , अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस
जींद / जुलाना : ( संजय तिरँगाधारी ) 15 अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस गाँव करसोला में युवा एकता संगठन करसोला द्वारा मनाया गया I जिसमें गाँव की शिक्षित व् समृद्ध बहनों व् महिलाओं ने बढ़ चढकर भाग लिया और अपने अपने विचार प्रकट किये I गाँव की होनहार बेटियों ने बताया की किस प्रकार नारी को समाज में सशक्त बनाया जा सकता है I इस आयोजन में गाँव की सभी आशा वर्कर , आंगनवाडी वर्कर व् अन्य प्रतिभाशाली महिलाओं ने अपना विशेष योगदान दिया जिसमे भाषण प्रतियोगिता की गयी उन्होंने बताया की नारी को समाज में बहुत सी सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और नारी को समाज में अपने अधिकार और हक पाने के लिए आज भी संघर्ष करना पड़ता है और इस भाषण प्रतियोगिता में तन्नु लाठर को प्रथम व् रितिका सिहाग को द्वितीय पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया I संस्था संचालक वीरेंद्र ने बताया की भले ही हमारा समाज नारी को पुरुषों के बराबर या कंधे से कंधा मिलाकर चलने का दर्जा देना चाहता हो पर नारी जिसे शाश्त्रों मे और जो पोराणिक सार्वभोमिक सत्य है सर्वदा पुरुष से उच्च श्रेणी में ही रही है इनकी किसी के साथ तुलना करना नारी शक्ति का अपमान होगा और अनुचित होगा I इस आयोजन में गाँव के बाबा माडूनाथ डेरा प्रमुख बाबा बंसी गिरी जी, मोनू लाठर ,रोहित,जोगिन्द्र,अजय,अंकुश आदि मोजूद रहे
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October 15, 2020
बेटियां दो घरों का चिराग बनती हैं : डॉ .राजेश भोला
बेटियां दो घरों का चिराग बनती हैं : डॉ .राजेश भोला
जींद : (संजय तिरँगाधारी ) गांव रामराये में थाम्बुराम के बेटे अरूण की बेटी के जन्म पर कुआं पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने शिरकत की। उन्होंने ग्रामीणों तथा परिजनों को कन्या महत्ता को लेकर जागरूक किया और स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को लेकर जानकारी दी।
डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि आज हमारे समाज में बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं रह गया है। बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं, चाहे वह खेल का मैदान हो या विज्ञान हो। प्रत्येक क्षेत्र में बेटियां हमारे देश का नाम रोशन कर रहीं हैं। डा. राजेश भोला ने कहा कि आज भी कुछ लोगों की मानसिकता बेटियों के प्रति सही नहीं है जिस कारण कन्या भू्रण हत्या जैसी सामाजिक बुराई हमारे सामने है। इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए हम सभी को आगे आना होगा और समाज को इसके प्रति जागरुक करना होगा की बेटे जहां एक घर को रोशन करते है वहीं बेटियां दो घरों का चिराग बनती हैं।
दादा थाम्बुराम ने कहा कि कन्यादान को महादान कहा गया है लेकिन कन्यादान का अवसर भी उसी व्यक्ति को मिलता है जो लड़कियों को पहले जीवनदान फिर शिक्षादान देता है उसी को कन्यादान का अधिकार है। पिता अरूण व मां पूजा ने बताया कि बेटी का नाम गीतिका रखा है। गीतिका की शिक्षा को लेकर किसी तरह की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। वो लड़कों की तरह ही अपनी बेटी को भी आगे बढऩे में हरसंभव प्रयास करेंगे। इस मौके पर सचिन, गोली, बारूराम, कर्मबीर, राजेंद्र सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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October 15, 2020
रामलीला व रावण दहन पर कोरोना ग्रहण:270 साल से चली आ रही दिन की रामलीला का मंचन इस बार नहीं हाेगा
रामलीला व रावण दहन पर कोरोना ग्रहण:270 साल से चली आ रही दिन की रामलीला का मंचन इस बार नहीं हाेगा
झज्जर : 270 वर्षों से चली आ रही प्राचीन रामलीला मंचन की परंपरा इस बार कोविड-19 की भेंट चढ़ गई है। आसपास के कई शहरों में झज्जर की दिन की रामलीला प्रसिद्ध है। नवरात्र की शुरुआत के साथ ही इस रामलीला का सजीव मंचन होता है। अब इसका लाभ झज्जर के लोगों को नहीं मिलेगा। रामलीला कमेटी ने कोविड-19 के चलते इस बार रामलीला मंचन नहीं करने का फैसला लिया है।
रावण दहन और दशहरा मेला भी नहीं होगा। झज्जर-बहादुरगढ़ रोड स्थित प्राचीन रामलीला मैदान में दिन की रामलीला का मंचन होता है। यहां हर साल मथुरा वृंदावन से कलाकार अभिनय की छाप छोड़ते थे, लेकिन इस बार यह रामलीला नहीं होगी। प्राचीन रामलीला कमेटी के संरक्षक आजाद दीवान और प्रधान सुरेंद्र हरित ने बताया कि झज्जर में 270 वर्ष से चली आ रही परंपरा के अनुसार लोगों की भावनाओं को देखते हुए रामलीला के पहले दिन निकाले जाने वाली श्रीरामजन्म की झांकी इस बार 17 अक्टूबर और राम जब रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटते हैं।
तब आखिरी दिन निकाले जाने वाली झांकी का लाभ 26 अक्टूबर को शहर के लोगों को मिलेगा। झांकी कोविड-19 के नियम और शर्तों के जरिए निकाले जाने की योजना है। इसमें एक बैंड और एक रथ शामिल किया जाएगा। कमेटी के प्रधान सुरेंद्र हरित ने बताया कि चूंकि आखिरी झांकी के दिन पुराने शहर से जुड़े लोग और बाजार के लोग राम परिवार की आरती उतारते हैं।
*किसी भी आयोजन में 200 से ज्यादा लोगों की संख्या न हाे*
रामलीला मंचन की परंपरा और दशहरा मेला को इस बार किस नियम के जरिए निभाया जाए। इसकी चर्चा श्रीराम लीला प्राचीन कमेटी से जुड़े आजाद दीवान और सुरेंद्र हरित ने बुधवार को डीसी जितेंद्र कुमार के पीए से चर्चा कर फाइनल किया। इसके तहत किसी भी आयोजन में 200 से ज्यादा लोगों की संख्या नहीं होनी चाहिए। नगर परिषद झज्जर ने इस मैदान की सजावट के लिए लाखों रुपए का खर्चा किया है। इसके पहले चरण में यहां मिट्टी भराव की गई थी, जबकि इस साल पूरे मैदान पर टाइलें बिछाई गई थी। नए सिरे से मंच बनाए गए थे। अब हाई मास्क लाइट लगाई जा रही हैं।
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October 15, 2020
चावल घोटाला:34 मिलर्स डकार गए सरकार का 200 करोड़ का चावल, 11 की प्रॉपर्टी नीलामी करने को नोटिस जारी
चावल घोटाला:34 मिलर्स डकार गए सरकार का 200 करोड़ का चावल, 11 की प्रॉपर्टी नीलामी करने को नोटिस जारी
करनाल : वर्ष 2013-14 से अब तक जिले के 34 राइस मिलर्स सरकार का करीब 200 करोड़ रुपए का चावल डकार गए हैं। अब प्रशासनिक अधिकारियों ने 11 राइस मिलर्स को नोटिस जारी कर उनकी प्रॉपर्टी की नीलामी की सूचना दी है। नोटिस में लिखा है कि यदि पैसा जमा नहीं करवाया गया तो प्रॉपर्टी नीलाम कर पैसे की रिकवरी की जाएगी। अब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को उनके नोटिस के जवाब का इंतजार है।
घरौंडा का एक राइस मिलर्स ने पैसे जमा करवाने का भरोसा दिया है। प्रशासन की ढीली कार्रवाई का फायदा मिलर्स लगातार उठा रहे हैं। हर साल सरकारी चावल लेकर मिलर्स फरार हो रहे हैं। इस मामले में अब करनाल पुलिस ने रामदेव इंटरनेशनल करनाल के संचालक नरेश सिंगला को रिमांड पर लिया हुआ है। एसपी गंगाराम पूनिया ने बताया कि इसका कारोबार दुबई में है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। 16 अक्टूबर को रिमांड पूरा होगा इसके बाद करनाल में ही आढ़तियों की पेमेंट नहीं देने पर भी केस दर्ज है।
आढ़तियों का कहना है कि सभी डिफॉल्टर मिलर्स पर सख्ताई अपनाई जाएगी, तभी रिकवरी हो सकती है। रामदेव इंटरनेशनल राइस मिल ने वर्ष 2015-16 में 77479. 625 क्विंटल धान अलॉट की गई। 51911. 349 चावल सरकार को लौटाना था। इनमें से 32295. 40 क्विंटल चावल दिया गया। इनका 19615.949 क्विंटल चावल पेंडिंग रह गया। यह चावल ब्याज समेत करीब 6 करोड़ रुपए का बनता है। इस केस में ही पुलिस ने आरोपी नरेश सिंगला को रिमांड पर लिया हुआ है।
*अधिकारियों की मिलीभगत से घोटाला*
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से सीएमआर के लिए धान अलॉट की गई। वर्ष 2013-14 से मिलर्स अधिकारियों की मिलीभगत से सरकार को धोखा देते गए। वर्ष 2013-14 में ही 16 मिलर्स ने 324144.03 क्विंटल चावल नहीं लौटाया। वर्ष 2014-15 में 6 मिलर्स सरकारी चावल लेकर फरार हो गए। इन्होंने 67586. 59 क्विंटल चावल नहीं दिया। वर्ष 2015-16 में 4 मिलर्स 89297.225 क्विंटल चावल लेकर फरार हो गए। वर्ष 2016-17 में एक मिलर्स 4342.77 क्विंटल चावल लेकर भाग गया। वर्ष 2017-18 में 3 और 2019-20 में 4 मिलर्स सरकार का चावल लेकर भाग गए हैं। अब धान अलॉट करने का सीजन चल रहा है। ऐसे में दोबारा गड़बड़ की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
*इन 34 राइस मिलरों पर प्रशासन की मेहरबानी*
आशीर्वाद फूड करनाल, दिव्य फूड करनाल, राज श्री राइस मिल करनाल, सुनील कुमार अमित कुमार करनाल, एसके ट्रेडर्स करनाल, मूर्ति राइस मिल करनाल, हरिओम ट्रेडर्स असंध, मोती राम सुनील कुमार असंध, तनिष्क फूड असंध, एआर एग्रो नीलोखेड़ी, एलआर इंटरनेशनल निसिंग, गणपति एग्रो फूड निसिंग, महादेव खल ऑयल एंड राइस जनरल मिल निसिंग, महालक्ष्मी राइस मिल तरावड़ी, श्रीकृष्ण कृपा फूड घरौंडा, शिव शंकर राइस मिल घरौंडा, अन्नपूर्णा एग्रो फूड करनाल, दीपक राइस एंड जनरल मिल करनाल, कृष्णा फूड्स काछवा, अक्षर ओवरसिज तरावड़ी, जीआर इंटरनेशनल निसिंग, गोयल राइस मिल निसिंग, रामदेव इंटरनेशनल करनाल, भगवती राइस मिल निसिंग, चौधरी फूड्स कुंजपुरा, शर्मा एग्रो फूड्स जुंडला, जय बजरंग बली राइस मिल, कोरफेंस तरावड़ी, महावीर नीलोखेड़ी, डीएम फूड निसिंग समेत 34 राइस मिलों की डिफॉल्टर सूची जारी पर कोई कार्रवाई नहीं है।
डिफॉल्टर मिलर्स दूसरों की फर्म में डाल रहे हैं हिस्सा
जो डिफॉल्टर मिलें हो चुकी हैं, उनमें से कई ने परिवार एवं रिश्तेदार के नाम से नई फर्में बनाकर राइस मिलें चला रहे हैं। कई ने जिनके मिल चल रहे हैं, उनमें हिस्सेदारी डाली हुई है। प्रशासनिक अधिकारी इनको जानते हैं, लेकिन कागजी कार्रवाई में पकड़ने नहीं जाने का बहाना बनाकर इन पर मेहरबानी बरती हुई है। रामदेव जैसे राइस मिल सरकार का चावल मार्केट में बेचकर दुबई में कारोबार जमा लिया है। जिन अधिकारियों अाैर इंस्पेक्टरों ने यह धान अलॉट किया, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
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October 15, 2020
सोशल मीडिया पर विवाद के बाद कार्रवाई:महम में बगैर अनुमति भीड़ जुटाने पर सपना चौधरी के पति वीर साहू पर केस
सोशल मीडिया पर विवाद के बाद कार्रवाई:महम में बगैर अनुमति भीड़ जुटाने पर सपना चौधरी के पति वीर साहू पर केस
रोहतक : हरियाणवी कलाकार सपना चौधरी के पति वीर साहू के खिलाफ महम थाने में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने वीर साहू और उसके 70 समर्थकों पर बगैर अनुमति शहर में भीड़ जुटाने व आपदा प्रबंध व महामारी नियमों की उल्लंघना के आरोप में केस दर्ज किया है। मामले में महम पुलिस के सुरक्षा एजेंट ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। दरअसल सपना चौधरी और वीर साहू के बच्चा पैदा होने के बाद एक गुट ने सोशल मीडिया पर कुछ अभद्र कमेंट किए थे।
इसके बाद वीर साहू ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर दूसरे पक्ष को महम के ऐतिहासिक चबूतरे पर आने की चुनौती दे डाली थी। 12 अक्टूबर को वीर साहू अपने समर्थकों के साथ महम में पहुंचे थे। हालांकि पुलिस के कड़े सुरक्षा प्रबंधों के चलते दोनों पक्ष महम के ऐतिहासिक चबूतरे पर नहीं जुट पाए। इसके बाद खाप प्रतिनिधियों व कुछ सामाजिक संगठनों ने ऐतिहासिक खाप चबूतरे की ऐसी हरकतों से पवित्रता भंग होने की बात कहते हुए प्रशासन से इन पर कार्रवाई की मांग की गई थी।
इसके बाद मंगलवार को महम थाना पुलिस ने वीर साहू पर केस दर्ज किया। हालांकि दूसरे पक्ष को लेकर अभी पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं मामले को लेकर वीर साहू का कहना है कि वो पुलिस को जांच में हर प्रकार का सहयोग करेंगे। उन्हें जब भी पुलिस की ओर से बुलाया जाएगा वो पेश हो जाएंगे। साथ ही कहा कि उनकी सोशल मीडिया पर कही बातों को लोगों ने गलत ढंग से प्रचारित किया। वीर साहू मूलरूप से हिसार जिले के गांव मदनहेड़ी के रहने वाले हैं। ये गांव महम के पास ही लगता है। वीर साहू इन दिनों हांसी में रह रहे हैं।
*मैं खुद हरियाणवी हूं तो हरियाणा को गाली क्यूं दूंगा*
वीर साहू का कहना है कि पुलिस का जांच में पूरा सहयोग करूंगा। पुलिस जब भी उससे बुलाएगी। वो वहां पर जाउंगी। मैंने वीडियो में बोला था कि मैं अपने भाईचारे के साथ आउंगा। महम चौबीसी के चबूतरे पर पंचायत होती है। स्वभाविक है भाईचारे के साथ आए लोगों के साथ वो भी दूसरे पक्ष से पंचायत ही करते। लोगों ने इसे गलत तरीके से लिया। पंचायत के लिए प्रशासन से परमिशन मांगी गई थी। परमिशन न मिलने पर वो चले गए। मेरे ही परिवार के बारे में गलत व अभद्र बोलने वाले मुझे पर ही हरियाणा को गाली देने के आरोप लगा रहे हैं। मैं खुद हरियाणवी हूं तो हरियाणा को गाली क्यूं दूंगा।
*यह है मामला*
सपना चौधरी ने बेटे को जन्म दिया तो कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर वीर साहू और उनके निजी जीवन संबंधी अशोभनीय टिप्पणी कर दी, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया। दोनों पक्षों द्वारा महम चौबीसी के चबूतरे को केंद्र मानकर वहां आने की चुनौती दे डाली। इसके बाद 12 अक्टूबर को दोनों पक्षों की ओर से भारी संख्या में युवकों को लेकर पहुंच गए थे।
वीर साहू सहित करीब 70 अन्य लोगों पर धारा 188, 34 सहित डिजास्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मामले की आगामी कार्रवाई जारी है। -नवीन जाखड़, महम थाना प्रभारी।
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Wednesday, October 14, 2020
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October 14, 2020
धोखाधड़ी:मीटर बदलने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला उजागर, लाइनमैन, सीए व जेई पर केस दर्ज का आदेश
धोखाधड़ी:मीटर बदलने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला उजागर, लाइनमैन, सीए व जेई पर केस दर्ज का आदेश
गुरुग्राम : ( विनीता )साउथ सिटी में बिजली का जला हुआ मीटर बदलने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। मीटर 10 साल पहले बदला गया था। धोखाधड़ी का खुलासा उस समय हुआ जब वर्ष 2016 में बिजली निगम ने उपभोक्ता को बकाया राशि देने का नोटिस भेजा।
मामले को जांच में सही पाए जाने पर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के अधिकारियों ने सेक्टर-40 थाना पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया है। साउथ सिटी-1 निवासी कैप्टन (रिटायर्ड) प्रवीन महारन के घर लगा बिजली मीटर जून 2010 में जल गया था। बिजली निगम को इसकी सूचना देकर नया मीटर लगाने का आवेदन किया।
नया मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई तो अधिकारियों ने पाया कि प्रवीन पर 1.91 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। लाइनमैन पवन कुमार ने यह बिल भरने के बाद ही नया मीटर लगाने की बात कही। आरोप है कि पवन कुमार ने 24 घंटे में मीटर लगाने के नाम पर 50 हजार रुपए मांगे। रुपए देने के बाद यह मीटर लग गया।
नवंबर 2010 में बिजली निगम ने प्रवीन महारन को 1.93 लाख रुपए का बिल भेज दिया। बिल की शिकायत लेकर प्रवीन लाइनमैन पवन कुमार के पास पहुंचे। पवन ने बिल सेटलमेंट के नाम पर 60 हजार रुपए का चेक व सीए अजीत ने 35 हजार रुपए नकद ले लिए।
प्रवीन ने आरोप लगाया कि 15 नवंबर 2016 को उन्हें बिजली निगम से 1.93 लाख रुपए बकाया राशि भुगतान करने का नोटिस मिला। इस बारे में प्रवीन ने बिजली निगम अधिकारियों से पूछा तो पता लगा कि उनके द्वारा दी गई राशि से बिल भुगतान नहीं किया गया। बल्कि जगराम नामक व्यक्ति का 1.93 लाख रुपए का चेक भुगतान दिखाकर चेक बाउंस करवाया गया है।
मामला उजागर होने पर अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए। जांच में दौरान पाया कि लाइनमैन पवन कुमार, सीए अजीत कुमार समेत तत्कालीन जेई हरजिंद्र सिं ह ने यह गड़बड़ी की है। जेई हरजिंद्र सिंह ने बिना जांच किए ही नया मीटर कनेक्शन जारी कर दिया। इस पर अधिकारियों ने सेक्टर-40 थाना पुलिस को शिकायत देकर तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की।
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October 14, 2020
खनन माफिया की गुंडई:खनन माफिया ने पुलिसकर्मी पर गाड़ी चढ़ाकर मारने की कोशिश की, मालिक गिरफ्तार; ड्राइवर फरार
खनन माफिया की गुंडई:खनन माफिया ने पुलिसकर्मी पर गाड़ी चढ़ाकर मारने की कोशिश की, मालिक गिरफ्तार; ड्राइवर फरार
फरीदाबाद : फरीदाबाद के पाली चौकी क्षेत्र में मंगलवार को खनन माफिया की गुंडागर्दी का एक मामला सामने आया है। डंपर को रोके जाने पर इसके चालक ने इसे पुलिस वाले पर ही चढ़ाकर उसे मार देने की कोशिश कर डाली। सिपाही की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत केस दर्ज करके घेराबंदी की। हालांकि, इस दौरान डंपर का चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसके मालिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार मालिक और फरार ड्राइवर दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पकड़े गए खनन माफिया की पहचान दिल्ली में पड़ते गांव भाटी कलां के संजीव के रूप में हुई है। पुलिस ने स्कार्पियो और डंपर जब्त कर लिया है। इस बारे में माइनिंग सेल में तैनात एएसआई महेंद्र सिंह ने पाली पुलिस चौकी को दी शिकायत में कहा है कि वह पाली चौक के पास गुड़गांव रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी क्रेशर जोन से टोल की ओर एक डंपर आता हुआ दिखाई दिया।
गाड़ी को रुकवाकर जब ड्राइवर से खनन से संबंधित कागजात मांगे तो वह कोई कागज नहीं दिखा पाया।इसी दौरान स्कार्पियो में सवार एक व्यक्ति वहां आया। उसने ड्राइवर को गाड़ी को भगाकर ले जाने और कहीं खाली कर देने को कहा, ताकि कोई सबूत न मिले। उसने ये भी कहा कि गाड़ी के आगे जो पुलिसकर्मी खड़ा है, अगर वह नहीं हटता है तो उसके ऊपर चढ़ा दे, हम देख लेंगे।
इतना कहकर स्कार्पियो सवार भागने लगा। पुलिस टीम ने घेराबंदी करके टोल के पास से उसे गिरफ्तार कर स्कार्पियो जब्त कर लिया। दूसरी ओर डंपर ड्राइवर ने राजेश कुमार नामक पुलिसकर्मी पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की, लेकिन वह बच गया। पीछा करने पर चालक डंपर को कुछ दूर जाकर खड़ा करके फरार हो गया। पुलिस ने डंपर भी जब्त कर लिया है।
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