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Thursday, July 28, 2022

July 28, 2022

स्पर्धा :2 से 7 अगस्त तक बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में ताइक्वांडो के 78 किलोग्राम भार वर्ग में खेलेगा विनय रेढू

स्पर्धा :2  से 7 अगस्त तक बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में ताइक्वांडो के 78 किलोग्राम भार वर्ग में खेलेगा विनय रेढू

जींद : जींद निवासी विनय रेढू का चयन वर्ल्ड जूनियर ताइक्वांडो प्रतियोगिता में हुआ है सनराइज एकेडमी के संचालक वीरेंद्र भुक्कल व प्रधान डॉ वरिंदर कौर ने बताया कि विनय सोफिया में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा डॉ वरिंदर ने बताया कि विनय रेढू पहले पहले भी काफी पदक प्राप्त कर चुका है  सनराइज एकेडमी के प्रयासों व विनय रेडू  अपने मेहनत के दम पर यहां तक पहुंचा है 
*35 देशों के खिलाड़ियों से भिड़ेगा विनय रेढू*

सनराइज अकैडमी के संचालक वीरेंद्र भुक्कल ने बताया कि विनय रेढू का चयन 78 किलोग्राम भार वर्ग में हुआ है इसमें पूरी दुनिया के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। 
विनय के चयन से एकेडमी व पूरे जींद जिले में खुशी का माहौल है। जींद ताइक्वांडो संघ के प्रधान राजेश शर्मा व अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने विनय रेडू के उज्जवल भविष्य की कामना की। 

Wednesday, July 27, 2022

July 27, 2022

कॉमनवेल्थ में रोहतक के 6 खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम:साक्षी मलिक, अमित पंघाल और दीपक नेहरा से गोल्ड की उम्मीद, बहा रहे पसीना

कॉमनवेल्थ में रोहतक के 6 खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम:साक्षी मलिक, अमित पंघाल और दीपक नेहरा से गोल्ड की उम्मीद, बहा रहे पसीना

कॉमनवेल्थ गेम में चयनित दीपक नेहरा

रोहतक : इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से शुरू होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम में साक्षी मलिक और अमित पंघाल समेत रोहतक के 6 खिलाड़ी दमखम दिखाएंगे। सभी खिलाड़ी पसीना बहा रहे हैं, ताकि प्रतियोगिता के दौरान बेहतर प्रदर्शन कर पाएं और देश के लिए मेडल जीता पाएं। इन 6 खिलाड़ियों में पहलवान साक्षी मलिक और बॉक्सर अमित पंघाल बड़े नाम हैं। इनसे गोल्ड की उम्मीद जताई जा रही है।

2016 रियो ओलिंपिक में कुश्ती में साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीता था।
साक्षी मलिक

साक्षी मलिक कॉमनवेल्थ के साथ ओलिंपिक में भी लोहा मनवा चुकी हैं। वर्ष 2016 ओलिंपिक में साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वहीं 2014 के कॉमनवेल्थ गेम में सिल्वर मेडल और 2018 के कॉमनवेल्थ गेम में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। एशियन चैंपियनशिप में तीन ब्रॉन्ज मेडल और एक सिल्वर मेडल अपने नाम किया है।
दीपक नेहरा

रोहतक के गांव मायना में जन्मे अमित पंघाल ने बॉक्सिंग में बड़ों-बड़ों को धूल चटाकर अपनी अलग पहचान बनाई है। अमित पंघाल ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल, 2018 में हुए एशियन गेम में गोल्ड मेडल, कॉमनवेल्थ गेम 2018 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके साथ वह एशियन चैंपियनशिप 2017 में ब्रॉन्ज मेडल, 2019 में गोल्ड मेडल और 2021 में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं।
अमित पंघाल

कॉमनवेल्थ गेम में भाग लेने वाले कुश्ती खिलाड़ी गांव निंदाना निवासी दीपक नेहरा हर रोज करीब 8 घंटे पसीना बहा रहे हैं। वह इस वर्ष सीनियर अंडर-23 एशिया चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल व वर्ल्ड रैंकिंग सीरीज में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। वहीं पिछले साल हुई वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। कई मेडल जीतकर अपने नाम कर चुके हैं।

शहीद भगत सिंह इंटरनेशलन कुश्ती एकेडमी मिर्चपुर के कोच अजय ढांडा ने कहा कि दीपक नेहरा का खेल के प्रति लगाव इतना है कि वे त्योहार पर भी घर पर नहीं जाते। उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद है, जिसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं। दीपक का सबसे पसंदीदा दाव डबल लेग और एंकल होल्ड करके अंक बटोरना है। अपने खेल से बड़े-बड़े खिलाड़ियों को धूल चटा चुके हैं।

*रोहतक के 6 खिलाड़ी*

अमित पंघाल- बॉक्सिंग (51 किलोग्राम भार वर्ग)

संजीत- बॉक्सिंग (92 किलोग्राम भार वर्ग)

दीपक नेहरा- कुश्ती (97 किलोग्राम भार वर्ग)

साक्षी मलिक- कुश्ती (62 किलोग्राम भार वर्ग)

अमित- एथलेटिक्स (वॉक रेस)

सूचिका- जूडो

Sunday, July 24, 2022

July 24, 2022

Ukraine से लौटे MBBS स्टूडेंट्स को नहीं मिलेगा भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन!

Ukraine से लौटे MBBS स्टूडेंट्स को नहीं मिलेगा भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन! 

केंद्र ने कहा- NMC ने नहीं दी मंजूरी है

रूस से जंग के बीच यूक्रेन में अपनी पढ़ाई छोड़कर भारत लौटने को मजबूर मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए बुरी खबर है। इन छात्रों को भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन नहीं मिल सकेगा। शुक्रवार, 22 जुलाई को केंद्र सरकार की ओर से इस बारे में लोकसभा में जानकारी दी गई। केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री भारती पवार ने Lok Sabha में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि ‘नेशनल मेडिकल कमीशन ने इसकी अनुमति नहीं दी है’। इन एनएमसी की मंजूरी के बिना Ukraine से लौटे इन मेडिकल स्टूडेंट्स को न तो किसी भारतीय मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर मिल सकेगा, न ही इन्हें एकोमोडेट किया जा सकेगा। 
*IMC और NMC Act में ऐसा कोई प्रावधान नहीं!*

केंद्रीय राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में बताया कि इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट 1956 और नेशनल मेडिकल कामीशन एक्ट 2019 में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसके तहत विदेश से लौटे मेडिकल स्टूडेंट्स को भारत के मेडिकल कॉलेजों में ट्रांसफर किया जा सके। इसलिए अपने Medical Colleges में इन स्टूडेंट्स को जगह देने के राज्यों के फैसले को एनएमसी ने मंजूरी नहीं दी है। 
*विदेश से मेडिकल करने वालों पर लागू होते हैं FMG नियम*

मंत्री ने कहा कि ‘विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स/ ग्रेजुएट्स या तो स्क्रीनिंग टेस्ट रेगुलेशन 2002 में कवर होते हैं, या फिर फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट लाइसेंसिएट रेगुलेशन 2021 के तहत.’
*पश्चिम बंगाल में 400 से ज्यादा स्टूडेंट्स को मिल चुका दाखिला?*

क्या पश्चिम बंगाल सरकार यूक्रेन से लौटे 400 से ज्यादा Medical Students को राज्य के मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दे चुकी है? इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि ‘देश में मेडिकल एजुकेशन रेगुलेटरी बॉडी यानी राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के पास इस पर कोई जानकारी उपबल्ध नहीं है.’
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बीते दो साल के अंदर Ukraine और China में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे करीब 40 हजार मेडिकल स्टूडेंट्स भारत लौटे हैं. यूक्रेन से लौटने की वजह Russia Ukraine War है, तो चीन से लौटने का कारण कोरोना महामारी। 
गौरतलब है कि बीते 29 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने एनएमसी को निर्देश दिया कि वह युद्ध और महामारी से प्रभावित इन MBBS स्टूडेंट्स की भारत के मेडिकल कॉलेजों में ट्रेनिंग के लिए योजना बनाए. इसके लिए कोर्ट ने आयोग को दो महीने का समय दिया था. मार्च में जारी एक सर्कुलर में NMC ने विदेश से लौटे इन स्टूडेंट्स को भारत में अपनी इंटर्नशिप पूरी करने की छूट दी थी। बशर्ते वे FMGE Exam क्लीयर कर लें।

Saturday, July 23, 2022

July 23, 2022

सूरज रोहिल्ला ने राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में जीता रजत पदक

सूरज रोहिल्ला ने राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में जीता रजत पदक 

जुलाना, जींद : स्कूल गेम डेवलपमेंट फाउंडेशन इंडिया एवं बाली स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा आयोजित तीन दिवसीय छटी राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन टोहाना की बाली बॉक्सिंग अकैडमी में किया गया । प्रतियोगिता में लगभग 500 से ज्यादा बॉक्सिंग खिलाड़ियों ने भाग लिया ।
प्रतियोगिता का आयोजन 16 से 18 जुलाई को किया गया जिसमें जींद जिले के जुलाना कस्बे गांव फतेहगढ़ से सूरज रोहिल्ला ने सीनियर 46 से 48 भारवर्ग में रजत पदक जीता । सूरज ने फतेहाबाद के प्रतिद्वंदी के साथ बेहतर प्रदर्शन के साथ रजत पदक पर कब्जा किया और अब सूरज का चयन 29 से 31 जुलाई को गनौर सोनीपत में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए हो गया है । अब सूरज राष्ट्रीय स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में अपना जोश दिखाएगा ।
सूरज ने बताया की रजत पदक से में संतुष्ट नहीं हूं मेरा लक्ष्य राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने का है उसके लिए में अब में  दुगनी मेहनत करूंगा। 
राजकीय महाविद्यालय जुलाना पहुंचने पर प्राचार्य डॉ यशपाल गहलोत द्वारा सूरज को मेडल पहनाकर और प्रमाणपत्र सहित मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया ।
फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम प्रकाश ने सूरज के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दी ‌।
फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राम प्रकाश ने बताया की सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन सराहनीय रहा है जिन खिलाड़ियों का राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में मेडल आया है अब उनका चयन राष्ट्रीय स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए हो गया है ।
July 23, 2022

गुरुकुल विद्यापीठ ने तोड़ा सफलता का रिकार्ड

गुरुकुल विद्यापीठ ने तोड़ा सफलता का रिकार्ड

जींद : गुरुकुल विद्यापीठ गोहाना रोड़ ने सीबीएसई द्वारा जारी 12वीं कक्षा के वार्षिक परीक्षा परिणाम में रिकार्ड तोड़ प्रदर्शन करके जिले में एक अलग पहचान बनाई है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2021-22 के परीक्षा परिणाम में कुमारी यशवी पुत्री संजय कुमार ने मेडिकल संकाय में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त करके पहला स्थान प्राप्त किया। यशवी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अध्यापकों व अभिभावकों को दिया, क्योंकि उनके सहयोग के बिना यह संभव नहीं था। विद्यापीठ के 52 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी प्राप्त कर उतीर्ण हुए तथा शेष विद्यार्थी अच्छे अंक से पास हुए। 
सीबीएसई द्वारा जारी 10वीं कक्षा के वार्षिक परीक्षा परिणाम में  कुल 92 विद्यार्थियों में से 92 अच्छे अंक से उतीर्ण हुए। जिसमें से 42 छात्रों ने अपना मैरिट में अपना स्थान पक्का किया। 
विद्यापीठ के उपाध्यक्षा कांता देवी ने विद्यार्थियों की सफलता का श्रेय निदेशक व प्राचार्य राकेश वत्स, अध्यापकगण, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को दिया एवं विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। निदेशक व प्राचार्य राकेश वत्स ने बताया कि हमारा प्रयास कम फीस में बच्चों को अधिकतम सुविधाएं प्रदान करना है। हमारा उद्देश्य केवल विद्यार्थियों को जीवन में सफल होना ही है।
इस अवसर पर विद्यापीठ परिसर में मिठाई बांटकर खुशियां मनाई गई।

Sunday, July 17, 2022

July 17, 2022

राशि गुप्ता बनी जींद शहर की सबसे युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट

राशि गुप्ता बनी जींद शहर की सबसे युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट 

जींद : आईसीएआई चार्टर्ड एकाउंटेंट्स बॉडी ने रिजल्ट घोषित किया।  जिसमे दोनों समूहों का परिणाम 12.59% रहा।  प्रथम समूह का परिणाम 21.99% रहा और द्वितीय समूह का परिणाम 21.94% रहा।  देशभर में कुल 12449 छात्र बने चार्टर्ड अकाउंटेंट राशि गुप्ता ने 21 उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा पार की। राशि गुप्ता ने फाइनल के दोनो ग्रुप 1 प्रयास में पास किया है।  राशि गुप्ता ने कहा की उनकी प्रेरणा उनके पिता जी अशोक गुप्ता है जो की खुद सीए है।  उन बचपन से ही अपने पिता जी से बनने की प्रेरणा ली।  सीए अशोक गुप्ता जींद के जाने माने सीए है। उनके परिवार में कुल 11 सीए है।  उनकी माता जी पूजा गुप्ता ने बताया की राशि शुरू से ही पढाई में अव्वल रह है और 12वीं में भी डीएवी स्कूल से पढाई कर 96% अंक प्रप्त की और कॉमर्स के 4 विषय में डीएवी स्कूल में टॉप किया था।  राशि गुप्ता ने बताया की उन्होनें लगातर के महिनो तक 8-9 घंटो की पढाई की।  उन्होन अपनी काम्यबी का श्रेय अपने माता पिता और भगवान को दिया है।

Saturday, July 16, 2022

July 16, 2022

पुलिस कर्मचारी की बेटी ने जीता जुनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक

*पुलिस कर्मचारी की बेटी ने जीता जुनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक*

राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती की विभिन्न प्रतियोगिताओ में मेडल जीतने वाली महिला खिलाड़ी को पुलिस लाईन जींद में किया गया सम्मानित।
तीन बार भारत केसरी व पांच बार हरियाणा केसरी का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं प्रिया।

जींद :  जींद जिले के गांव निडानी की महिला खिलाड़ी प्रिया को पुलिस लाइन जींद में आयोजित समारोह में पुलिस अधीक्षक जींद नरेंद्र बिजारनिया द्वारा सम्मानित किया गया। प्रिया ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेली गई कुश्ती की कई प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल किए हैं वह 3 बार भारत केसरी व 5 बार हरियाणा केसरी का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं।
बता दें कि प्रिया के पिता जयभगवान कुश्ती के खिलाडी रहें हैं जो खेल के जरिए सेना में भर्ती हुए। सेना से रिटायरमेंट के बाद अब जींद पुलिस विभाग में एसपीओ के पद पर कार्यरत पुलिस लाइन में तैनात हैं। माता पुनम देवी घर संभालती हैं। उन्होनें बताया कि 2005 में जन्मी प्रिया की शुरु से ही कुश्ती में रुची रही है जिसने 2017 से कुश्ती खेलना शुरु किया।   
इस दौरान *पुलिस अधीक्षक जींद नरेंद्र बिजारनिया* ने कहा कि खिलाडी प्रिया ने सभी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर अपनी मेहनत के बल पर पदक जीतकर अपने माता-पिता के साथ-साथ जिला जींद व देश का नाम रोशन किया है। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग के कर्मचारियों व उनके बच्चों को खेलों में आगे बढाने के लिए विभाग हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार है। खेलों के सम्बंधी जो भी सहयोग खिलाडियों को चाहिए वह सहयोग पुलिस विभाग करने को तैयार है। हम चाहते है कि हमारे पुलिस कर्मचारियों के बच्चे खेलों में राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मैडल लेकर आए व अपने माता-पिता का नाम रोशन करें।
*महिला खिलाड़ी प्रिया द्वारा हासिल किए गए पदकः-*

1. 5 से 9 दिसंबर 2018 को हरियाणा के सोनीपत में आयोजित नेशनल स्कुल गेम्स में स्वर्ण पदक। 

2. 9 से 20 जनवरी 2019 पुणे महाराष्ट्र खेला इंडिया युथ गेम्स में स्वर्ण पदक।

3. 17 से 22 नवंबर 2019 दिल्ली में खेले गए नेशनल स्कुल गेम्स में स्वर्ण पदक।

4. 26 से 28 जनवरी 2020 पटना बिहार में आयोजित सब-जुनियर नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक।

5. 19 से 25 जुलाई 2021 बुडापेस्ट (हंगरी) में आयोजित कैडेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक।

6. 19 से 26 जून 2022 बिश्केक में आयोजित कैडेट एशिया चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक।

7. 2 से 10 जुलाई 2022 बहरीन में आयोजित जुनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया गया।
पुलिस अधीकक्ष जींद द्वारा प्रिया को बधाई दी गई व उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रिया की उपलब्धि को देखते हुए सभी अभिभावकों को अपने बच्चों की खेलों के प्रति भावना को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि वें भी खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। इस अवसर पर एसपी जींद के अलावा एएसपी नरवाना कुलदीप सिंह, डीएसपी  जितेन्द्र सिंह, डीएसपी  रोहताश ढुल, डीएसपी  रवि खुंडिया, डीएसपी  नरसिंह, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक गीता देवी, निरीक्षक नवीन मोर, लाईन अधिकारी निरीक्षक कुलबीर सिंह मौजूद रहे।

Thursday, July 14, 2022

July 14, 2022

अपने ही महकमे के कर्मचारी के खिलाफ आईटीआई के कर्मचारीयों ने प्रिंसिपल को सौंपा ज्ञापन

अपने ही महकमे के कर्मचारी के खिलाफ आईटीआई के कर्मचारीयों ने प्रिंसिपल को सौंपा ज्ञापन

जींद :  राजकीय  आईटीआई  के समस्त  स्टाफ सदस्यों  की और से  जोगेन्द्र सिंह अधीक्षक के नेतृत्व में गठित कमेटी  ने  प्रधानाचार्य  आईटीआई  अनिल गोयल  को ज्ञापन दिया ।  संस्थान  में  कार्यरत  कर्मचारी  वेद प्रकाश  जो की हर स्टाफ सदस्य से बदतमीजी से पेश व राजनीति  धौंस जमाता है, ना ही प्रशिक्षण  में रूचि  लेता है ।  संस्थान  का माहौल खराब  करता है ।  इस कर्मचारी  पर तुरंत  प्रभाव से  कार्यवाही  करने की  सिफारिश  की है । इस अवसर पर  केवल सिंह,  कृष्ण  दहिया, नरेन्द्र  ढूल,  ताराचंद, सुमन रेढू, ज्योति छाबडा, सुनील कत्याल, वीरेन्द्र  कौशिक,  पवन कुमार आदि स्टाफ  सदस्य  उपस्थित  थे ।
July 14, 2022

आज से सावन मास शुरू:अगले 117 में से 75 दिन उत्सव के, शिव पूजा के 10 आसान स्टेप्स, सेहत के लिए आयुर्वेद और योग के टिप्स

आज से सावन मास शुरू:अगले 117 में से 75 दिन उत्सव के, शिव पूजा के 10 आसान स्टेप्स, सेहत के लिए आयुर्वेद और योग के टिप्स

हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ : आज से हिन्दी पंचांग का पांचवां महीना सावन शुरू हो गया है। ये भगवान शिव की आराधना का महीना है और उत्सवों की शुरुआत का भी। अगले 117 दिन यानी 8 नवंबर 2022 (कार्तिक पूर्णिमा) तक 75 दिन बड़े व्रत और उत्सव के होंगे।


सावन का धर्म ग्रंथों से लेकर आयुर्वेद तक में बहुत महत्व है। धर्म ग्रंथों में सावन को श्रावण भी कहते हैं। शिवपुराण कहता है कि ये महीना श्रवण करने यानी सुनने का है, इसलिए इसका नाम श्रावण है। इस महीने में धार्मिक कथाएं और प्रवचन सुनने की परंपरा है। सावन बदलाव का महीना भी है। ज्येष्ठ और आषाढ़ की गर्मी के बाद बारिश शुरू हो रही है। आयुर्वेद में सावन को योग-ध्यान का महीना कहा गया है। इन दिनों में खानपान से लेकर हमारे एक्सरसाइज करने के तरीकों तक में बदलाव करना चाहिए।
*सावन क्यों प्रिय है शिव जी को?*

सावन में अन्य देवी-देवताओं के मुकाबले शिव जी की पूजा सबसे अधिक की जाती है। ये पूरा महीना ही शिव जी को समर्पित है। ऐसा कहते हैं कि सावन महीने में ही देवी पार्वती ने शिव जी को पति रूप में पाने के लिए तपस्या शुरू की थी। तप से प्रसन्न होकर शिव जी प्रकट हुए और देवी की इच्छा पूरी करने का वरदान दिया। सावन महीना शिव जी को प्रिय होने की दो खास वजहें हैं। पहली, इसी महीने से देवी पार्वती ने शिव जी को पति रूप में पाने के लिए तप शुरू किया था। दूसरी, देवी सती के जाने के बाद शिव जी को फिर से अपनी शक्ति यानी देवी पार्वती पत्नी के रूप में वापस मिली थीं।
शिवपुराण की विद्येश्वरसंहिता के अध्याय 16 में शिव जी कहते हैं कि मासों में श्रावण (सावन) मुझे बहुत प्रिय है। इस महीने में श्रवण नक्षत्र वाली पूर्णिमा रहती है। इस वजह से भी माह को श्रावण कहते हैं। सावन महीने में सूर्य अधिकतर समय कर्क राशि में रहता है। जब सूर्य कर्क राशि में होता है, उस समय में की गई शिव पूजा जल्दी सफल होती है।
*शिवलिंग पर ठंडे जल की धारा से अभिषेक क्यों किया जाता है?*

इस परंपरा के पीछे समुद्र मंथन की कथा है। जब देवताओं और दानवों ने समुद्र को मथा तो सबसे पहले हलाहल विष निकला, जिसे शिव जी ने पी लिया था। इस विष को भगवान ने गले में धारण किया, जिससे उनका कंठ नीला हो गया। विष की वजह शिव जी के शरीर में गर्मी बहुत बढ़ गई थी। इस गर्मी को शांत करने के लिए शिवलिंग पर ठंडे जल की धारा चढ़ाने की परंपरा है। 
*सावन से शुरू होगा उत्सवों का दौर*

सावन से कार्तिक माह के 117 दिनों में 75 दिन ऐसे रहेंगे, जब बड़े व्रत और पर्व मनाए जाएंगे। सावन में हरियाली अमावस्या, नाग पंचमी और रक्षाबंधन बड़े पर्व रहेंगे। भाद्रपद में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, हरियाली अमावस्या, हरतालिका तीज, 10 दिन गणेश उत्सव और भाद्रपद पूर्णिमा आदि रहेंगे। आश्विन माह में सबसे ज्यादा 26 दिन उत्सव मनाए जाएंगे। इनमें 15 दिन श्राद्ध पक्ष, 9 दिन नवरात्रि, दशहरा और शरद पूर्णिमा शामिल हैं। कार्तिक मास में करवा चौथ, पुष्य नक्षत्र, 5 दिन दीपावली, देवउठनी एकादशी और देव दीपावली मनाए जाएंगे। इन पर्वों के साथ ही चारों महीनों में एकादशियां, चतुर्थी, प्रदोष और अन्य खास तिथियां भी रहेंगी। इस तरह सावन से कार्तिक मास तक 75 दिनों में बड़े व्रत और पर्व आएंगे।
*सावन में व्रत-उपवास करना सेहत के लिए जरूरी क्यों है?*

सावन में हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान का खास ध्यान रखें। इस महीने में व्रत-उपवास जरूर करें। सप्ताह में कम से कम एक दिन सोमवार को अन्न छोड़कर सिर्फ फलाहार करें। आयुर्वेद के ग्रंथ चरक संहिता के सूत्रस्थानम अध्याय में व्रत-उपवास के बारे में लिखा है। आयुर्वेद में रोगों का उपचार 6 तरह से होता है। लंघन, बृंहण, रूक्षण, स्नेहन, स्वेदन और स्तंभन। इन 6 विधियों में लंघन बहुत खास है। लंघन के भी दस प्रकार हैं। इनमें 10 प्रकारों में उपवास भी है। उपवास से पेट संबंधी कई बीमारियां दूर हो जाती हैं।
*सावन में योग-प्राणायम से सेहत रहती है अच्छी*

सावन में मौसम ऐसा रहता है कि हमारा मन उन चीजों की ओर ज्यादा ललचाता है जो हमारी सेहत के लिए ठीक नहीं है। तली हुई चीजें, मसालेदार खाना बारिश में ज्यादा अच्छा लगता है, लेकिन अभी ये खाना आसानी से पचता नहीं है और हम इनकी वजह से बीमार हो सकते है। इसलिए ऐसी चीजें ही खाएं, जिन्हें आसानी से पचाया जा सकता है। बाहर का खाना बिल्कुल न खाएं। साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।

*पाचन को मजबूत बनाने के लिए ये टिप्स अपनाएं*

सावन में रोज सुबह 12 आसन वाला सूर्य नमस्कार जरूर करें।
पवनमुक्तासन, पादहस्त आसन, सेतुबंधासन, धनुरासन, भुजंगासन करें।
कपालभाति प्राणायाम करें।
*वर्षा ऋतु का सेहत पर क्या असर होता है?*

सावन और बारिश में कई दिनों तक सूर्य की रोशनी हम तक नहीं पहुंच पाती है। धूप की कमी, बादल से बरसने वाला पानी और जमीन से निकलने वाली वाष्प की वजह से वात रोग यानी गैस से संबंधित बीमारियां अधिक होती हैं। इन दिनों में हमारा पाचन भी कमजोर रहता है।

Wednesday, July 13, 2022

July 13, 2022

हरियाणा की बेटियां सीखेंगी ड्राइविंग, सरकार देगी फ्री ट्रेनिंग, पहले चरण में इन 5 जिलों को मिला मौका

हरियाणा की बेटियां सीखेंगी ड्राइविंग, सरकार देगी फ्री ट्रेनिंग, पहले चरण में इन 5 जिलों को मिला मौका

चंडीगढ़ : हरियाणा की बेटियों के लिए अच्छी खबर है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अब सरकार उन्हें ड्राइविंग में दक्ष बनाएगी। जिसके लिए प्रदेश सरकार ने योजना लांच करते हुए पांच जिलों को पहले चरण के लिए चुनाव है। बेटियों को पहले चरण में ड्राइवर के लिए ट्रेनिंग बहादुरगढ़ व कैथल में दिलावाई जाएगी।

खास बात यह है कि यह योजना केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं व लड़कियों के लिए है। हरियाणा महिला विकास निगम ने पहले चरण में झज्जर, कैथल, रोहतक, जींद तथा पानीपत को शामिल किया है। चालक प्रशिक्षण व आत्मरक्षा प्रशिक्षण लेने की इच्छुक महिलाएं और लड़कियां तक आनलाइन आवेदन कर सकती है। आवेदन का प्रोफार्मा हरियाणा महिला विकास निगम के कार्यालय में उपलब्ध है। आवेदन के साथ वांछित प्रमाण पत्रों की सत्यापित प्रतियों सहित ईमेल के माध्यम से भेजने होंगे। इच्छुक पात्र आवेदक द्वारा दूरभाष नंबर ईमेल एड्रेस तथा सक्षम अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्रों की सत्यापित प्रतियां संलग्न करना अनिवार्य  होगा।
गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाले परिवारों से लड़कियों व महिलाओं के लिए बहादुरगढ़ तथा कैथल में 21 दिन का चालक प्रशिक्षण तथा आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए लड़कियों व महिलाओं के लिए पात्रता निश्चित की गई है।

आवेदन करने वाली महिला व लडक़ी हरियाणा राज्य की मूल निवासी तथा आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उसकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास होनी चाहिए। इसमें शैक्षणिक योग्यता को वरीयता दी जाएगी। इसके अलावा आवेदक की अच्छी दृष्टि हो दृष्टिहीनता न हो। वहीं वैध लर्नर लाइसेंस होना चाहिए। यह स्कीम केवल गरीबी रेखा से नीचे यानी बीपीएल परिवारों के लिए है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को एक हजार रुपये वजीफा भी दिया जाएगा तथा प्रशिक्षण अवधि के दौरान निश्शुल्क खान पान तथा ठहरने की सुविधा भी प्रदान की जायेगी।
July 13, 2022

जन सुराज की सोच के साथ अब तक 9 जिलों में जा चुके हैं प्रशांत किशोर, समाज के सभी वर्ग के लोगों का मिल रहा समर्थन

जन सुराज की सोच के साथ अब तक 9 जिलों में जा चुके हैं प्रशांत किशोर, समाज के सभी वर्ग के लोगों का मिल रहा समर्थन

बिहार : सालों तक चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम कर चुके प्रशांत किशोर इन दिनों जेठ और आषाढ़ की तपतपाती धूप और उमस भरी गर्मी में बिहार के अलग-अलग जिलों में जा रहे हैं। 5 मई को 'जन सुराज' अभियान की घोषणा के बाद प्रशांत किशोर जन सुराज की सोच के साथ बिहार के लोगों के साथ लगातार संवाद स्थापित कर रहे हैं। उनकी योजना है कि 2 अक्तूबर से प्रस्तावित पदयात्रा से पहले हर उस व्यक्ति, संगठन और समूहों से मिलने का प्रयास किया जाए जो जन सुराज की सोच को समझना चाहते हैं और बिहार की बेहतरी के लिए कुछ करना चाहते हैं। 

*कौन लोग प्रशांत किशोर से कर रहे हैं मुलाकात?*

प्रशांत किशोर 29 मई को वैशाली पहुंचे और 5 दिनों तक जिले के अलग-अलग प्रखंड और गांव में जाकर हजारों लोगों से संवाद स्थापित किया। इसके बाद से उनका ये सिलसिला निरंतर जारी है। प्रशांत किशोर हर जिले में जिन समूहों से मिल रहे हैं उनमें समाज के अलग अलग क्षेत्रों में अच्छा काम करने वाले लोगों की एक लंबी सूची है। प्रशांत किशोर समाजसेवियों, चिकित्सकों, अधिवक्ताओं, महिला सशक्तिकरण की मिशाल पेश कर रहीं महिलाओं, युवाओं, पत्रकारों, पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधियों जैसे की जिला परिषद के सदस्य, मुखिया, ब्लॉक प्रमुख, सरपंच, पंचायत समिति के सदस्य और समाज के अलग अलग वर्गों से आने वाले लोगों से मिल रहे हैं और उनसे जन सुराज पर संवाद कर रहे हैं। 

*क्या है 'जन सुराज'? क्या होता है प्रशांत किशोर के कार्यक्रम में?*

प्रशांत किशोर के कार्यक्रम को अगर देखेंगे तो वो सामान्य तौर पर होने वाले किसी नेता के कार्यक्रम से बहुत अलग होता है। ये कार्यक्रम वहां के स्थानीय लोग आयोजित करते हैं और प्रशांत किशोर को बुलाते हैं। प्रशांत किशोर कार्यक्रम की शुरुआत आमतौर पर अपने परिचय से करते हैं और लोगों को जन सुराज की सोच के बारे में विस्तार से बताते हैं। जन सुराज की सोच के बारे में जानकारी देते हुए वे कहते हैं कि इस अभियान का उद्देश्य किसी दल के लिए कार्यकर्ता खोजना नहीं है, इसका उद्देश्य एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनना है और उसके लिए संस्थापक खोजना है। 

प्रशांत किशोर अपने संबोधन में 'सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास' के नारे पर जोर देते हुए कहते हैं कि यह अभियान सही लोगों को खोजने का है, इसीलिए समाज में घूम रहे हैं। समाज को मथने से ही सही लोगों का चुनाव संभव है। सही सोच का मतलब वो बताते हैं कि वैसे लोग जो बिहार की खुशहाली और बेहतरी में अपनी खुशहाली और बेहतरी देखते हों, जो सचमुच चाहते हों की बिहार भी विकास के सभी मापदंडों में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो और बिहार के लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ सेवाओं के लिए पलायन नहीं करना पड़े, और इन सब के लिए सामूहिक प्रयास ही एकमात्र रास्ता है। 
प्रशांत किशोर कहते हैं, "अगर कोई व्यक्ति या दल ये समझता है कि वो अकेले बिहार में परिवर्तन ला सकता है तो ये गलत है, किसी भी बदलाव के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है और जब सही लोग सही सोच के साथ सामूहिक प्रयास करेंगे तभी बिहार को देश के अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल कराया जा सकता है।" प्रशांत किशोर के कार्यक्रमों की सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि वो जितना समय अपने संबोधन में लगाते हैं उससे ज्यादा समय लोगों के सवालों का जवाब देते हैं। कार्यक्रम में शामिल कोई भी व्यक्ति प्रशांत किशोर से किसी भी तरह का सवाल पूछ सकता है और प्रशांत सभी के सवालों का जवाब देते हैं और सबको संतुष्ट करने का प्रयास करते हैं। 

*कैसी होती है प्रशांत किशोर की दिनचर्या?*

प्रशांत किशोर जिन जिलों में जा रहे हैं वहां सर्किट हाउस में ठहर रहे हैं। आमतौर पर उनके दिन की शुरुआत 8 बजे सुबह से हो जाती है। सर्किट हाउस में जिले के कई लोग प्रशांत किशोर से मिलने आए होते हैं, उनसे मुलाकात के बाद लगभग 10 बजे से वो संवाद कार्यक्रमों के लिए निकल जाते हैं और ये कार्यक्रम देर रात 10-11 बजे तक लगातार चलते हैं। कार्यक्रमों के बीच में ही दोपहर और रात का भोजन भी होता है। हर जिले में प्रशांत किशोर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मीडिया के साथियों के साथ भी संवाद करते हैं और जन सुराज की सोच को उनके सामने रखते हैं।

*कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की क्या है राय?*

प्रशांत किशोर के कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोग बताते हैं कि प्रशांत किशोर ने बहुत कठिन काम का बीड़ा उठाया है, उनकी सोच साफ और स्पष्ट है, लेकिन वो कितना सफल होंगे ये इस बात पर निर्भर करता है कि वो बिहार में कितने समय तक रहते हैं। प्रशांत किशोर लोगों की इस शंका को जीवित रखने के लिए कहते हैं और बताते हैं कि जब तक आपको यकीन न हो जाए कि मैं यहीं रहूंगा और बिहार के लिए ही काम करूंगा तब तक आप हमारे साथ मत जुड़िए। साल दो साल में जब मैं यहां काम करूंगा तब आपको विश्वास हो जाएगा कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं और बिहार के लिए समर्पित तौर पर काम कर रहा हूं। किशोर कहते हैं कि मेरी कथनी नहीं, करनी पर भरोसा कीजिए। आमलोग ये भी मानते हैं कि बिहार ने जिन नेताओं पर भरोसा किया, जिनको जिताया उसके बाद भी बिहार आज देश के सबसे पिछड़े राज्यों में शामिल है। 

*9 जिलों में जा चुके हैं प्रशांत किशोर, सितंबर तक का ये है प्लान*

वैशाली से जन सुराज अभियान की शुरुआत करने के बाद प्रशांत किशोर अब तक 9 जिलों में जा चुके है। इनमें सीवान, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सारण और समस्तीपुर शामिल है। आने वाले दिनों में प्रशांत किशोर का अन्य जिलों में भी जाने का कार्यक्रम है। प्रशांत किशोर बताते हैं कि सितंबर अंत तक वैसे सभी लोगों से मिलने का प्रयास करना है को जिन्होंने हमसे संपर्क किया है या जिनसे हमने संपर्क किया है। फिर उसके बाद पदयात्रा के समय सभी जिलों के एक लंबा समय बिताने का मौका मिलेगा तब हर उस सही व्यक्ति से मिलेंगे जो बिहार की बेहतरी के लिए कुछ अच्छा कर रहे हैं या करना चाहते हैं। 

इस पूरे अभियान का ही उद्देश्य है सभी सही लोगों को एक साथ एक मंच पर लाना। ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगा कि प्रशांत किशोर का ये अभियान कितना सफल होता है लेकिन इतना तो कहा जा सकता है कि प्रशांत किशोर इस बार अधिक आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं और बिहार के लोग उनके इस अभियान को एक आशा की दृष्टि से देख रहे हैं।

Tuesday, July 12, 2022

July 12, 2022

हरियाणा में कांवड़ियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य:अंबाला पुलिस ने जारी किया पोर्टल का लिंक; बिना पंजीकरण उत्तराखंड में नहीं होगी एंट्री

हरियाणा में कांवड़ियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य:अंबाला पुलिस ने जारी किया पोर्टल का लिंक; बिना पंजीकरण उत्तराखंड में नहीं होगी एंट्री

अंबाला : कांवड़ यात्रा-2022 के लिए उत्तराखंड जाने वाले कांवड़ियों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य किया गया है। बिना रजिस्ट्रेशन के कांवड़ियों को उत्तराखंड में एंट्री नहीं मिलेगी। आज अंबाला पुलिस प्रशासन ने भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
*अंबाला पुलिस ने जारी किया पोर्टल का लिंक*

अंबाला पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस प्रशासन द्वारा जारी पोर्टल का लिंक https://policecitizenportal.uk.gov.in/Kavad जारी किया है। बताया कि यह पोर्टल खोलने के बाद एक मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करना होगा।

*पोर्टल से मिलेगा रजिस्ट्रेशन नंबर*

पोर्टल पर अपना नाम, पिता का नाम, आधार कार्ड नंबर, घर का पता, हरिद्वार आने व वहां से जाने की तिथि, ग्रुप में सदस्यों की संख्या और वाहन नंबर भी रजिस्टर्ड कराएं। इसके पश्चात एक रजिस्ट्रेशन नंबर जारी होगा, जिसके आधार पर उत्तराखंड में एंट्री होगी।
aसभी थाना प्रभारियों को दिए दिशा-निर्देश

एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि कांवड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी थाना, चौकी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश जारी किए गए हैं। पुलिस जल्द ही रूट प्लान तैयार करेगी, ताकि कांवड़ियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। कांवड यात्रा के दौरान शहर में यातायात व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उत्तराखंड पुलिस द्वारा जारी पोर्टल पर पंजीकरण बारे कांवड़ियों को जागरूक किया जा रहा है।
July 12, 2022

ईद पर मिठाई मांगना छात्र को पड़ा भारी, रूम खाली कर हॉस्टल छोड़ने के मिले आदेश !

ईद पर मिठाई मांगना छात्र को पड़ा भारी, रूम खाली कर हॉस्टल छोड़ने के मिले आदेश ! 

जींद ( संजय कुमार ) : हरियाणा के जींद स्थित चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी के छात्रावास में एक छात्र को ईद पर मिठाई मांगने के बाद हॉस्टल से निकालने का मामला सामने आया था। इस मामले में सोमवार को कई छात्र संगठनों ने यूनिवर्सिटी में प्रोटेस्ट किया। उन्होंने कहा कि कहा कि आरोपी हॉस्टल वार्डन सुनील रोहिल्ला के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी के साथ छात्र को हॉस्टल में वापस रखा जाए क्योंकि उसके जल्द ही उसके एग्जाम शुरू हो रहे हैं।
*छात्र ने छात्रावास प्रबंधक के नाम पत्र लिखकर की थी शिकायत*

छात्र नवीन ने छात्रावास प्रबंधक के नाम पत्र लिखकर ईद पर मिठाई मांगने पर निकालने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि रविवार को बकरीद का त्योहार था। इसलिए छात्रों ने मेस इंचार्ज से खास डिश बनाने को कहा। मैन्यू में इसका जिक्र भी किया गया है। लेकिन मेस इंचार्ज ने मना कर दिया। मेस कमेटी ने भी मना कर दिया तो वार्डन सुनील से बात की। उन्होंने भी इंकार कर दिया। वह वीसी से मिलने गए। वे नहीं मिले। छात्र ने आरोप लगाया कि कुछ देर बाद जब लौटे तो वार्डन के अटेंडेंट ने उससे आकर कहा कि तुम्हारे रूम खाली करने के आर्डर आए हैं और तुरंत रूम खाली कर दो।
*छात्रावास प्रबंधन का दावा, छात्र को हॉस्टल से बाहर नहीं निकाला*

नवीन कुमार दलाल एमए म्यूजिक का छात्र है। उसका कहना है कि भाईचारे का संदेश देने के लिए ईद पर मिठाई की मांग की थी। छात्र ने कहा वो हॉस्टल मेस का मेंबर है और मेनू में लिखा भी हुआ है कि हर त्यौहार पर छात्रों के लिए मिठाई बनाई जाएगी। लेकिन ईद पर मिठाई मांगने के चलते हॉस्टल वालों ने उसे बाहर निकाल दिया और उसे यूनिवर्सिटी के बाहर ही रात गुजारनी पड़ी। वहीं इस मामले में यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार ने छात्र के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि रूल बुक में है कि हर त्यौहार पर मिठाई बनेगी। उन्होंने कहा कि हमने किसी छात्र को हॉस्टल से बाहर नहीं निकाला है।
July 12, 2022

94 साल की चैंपियन दादी:भगवानी देवी ने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीता, 100 मीटर दौड़ महज 24.74 सेकेंड में पूरी की

94 साल की चैंपियन दादी:भगवानी देवी ने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीता, 100 मीटर दौड़ महज 24.74 सेकेंड में पूरी की

नई दिल्ली : भारतीय युवा दुनियाभर की खेल प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवा रहे हैं। अब 94 साल की भगवानी देवी ने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर यह दिखा दिया है कि सीनियर सिटीजन भी किसी से कम नहीं.. चैंपियनशिप में भगवानी देवी ने गोल्ड के अलावा दो ब्रॉन्ज मेडल भी जीते हैं।
फिनलैंड के टाम्परे में आयोजित चैंपियनशिप में हरियाणा की भगवानी देवी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में महज 24.74 सेकेंड का समय लेकर गोल्ड मेडल जीता। यही नहीं, वे शॉटपुट में भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहीं। खेल मंत्रालय ने उनकी कामयाबी पर कहा कि भगवानी देवी ने साबित किया है कि कामयाबी की राह में उम्र बाधा नहीं बनती।

भगवानी देवी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में 24.74 सेकेंड का समय लेकर गोल्ड मेडल जीता। वे शॉटपुट में भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहीं।
भगवानी देवी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में 24.74 सेकेंड का समय लेकर गोल्ड मेडल जीता। वे शॉटपुट में भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहीं।
मास्टर्स एथलेटिक्स की शुरुआत 1975 से
वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप की शुरुआत 1975 में की गई थी। इस चैंपियनशिप में 35 साल से ऊपर आयु वर्ग के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं। शुरुआत में केवल 5 ऐज ग्रुप को शामिल किया गया था, लेकिन अब 12 एज ग्रुप में स्पोर्ट्स इवेंट्स आयोजित कराए जाते हैं।
पहला ऐज ग्रुप 35 से ऊपर आयु वर्ग का है। दूसरा 40 साल से ऊपर, तीसरा 45 से ऊपर, चौथा 50 साल से ऊपर, पांचवां 55 साल से ऊपर, छठवां 60 साल से ऊपर, सातवां 65 से ऊपर, आठवां 70 साल से ऊपर, नौवां 75 साल से ऊपर, दसवां 80 साल से ऊपर, ग्यारहवां 85 साल से ऊपर और बारहवां 90 साल से ऊपर का है।
वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 1975 में शुरू हुई थी, इसमें 35 साल से ज्यादा उम्र के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं।
वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 1975 में शुरू हुई थी, इसमें 35 साल से ज्यादा उम्र के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं।
मास्टर्स चैंपियनशिप में शामिल इवेंट्स
इस चैंपियनशिप में एथलेटिक्स की कई प्रतियोगिताएं शामिल हैं। इसमें 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर, 500 मीटर रनिंग, शॉट हर्डल (80, 100, और 110 मीटर), लॉन्ग हर्डल में 200, 300 और 400 मीटर शामिल है। इसके अलावा स्टीपल चेज, 4 गुणा 100 मीटर रिले, 4 गुणा 400 मीटर रिले, 5000 मीटर वॉक रेस, हाई जंप, पोल वॉल्ट, त्रिपल जंप, शॉट पुट, डिस्कस थ्रो, जेवलिन, हैमर थ्रो, हेप्टाथलन, हाफ मैराथन, 10 मीटर रोड वॉक, 20 मीटर रोड वॉक और क्रॉस कंट्री रेस शामिल है।