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Friday, January 29, 2021

January 29, 2021

जींद में सनसनीखेज वारदात:मां-बेटे की हत्या करके शव आंगन में ही गाड़े, महिला ने गुमशुदगी की शिकायत दी तो पुलिस ने निकलवाए

जींद में सनसनीखेज वारदात:मां-बेटे की हत्या करके शव आंगन में ही गाड़े, महिला ने गुमशुदगी की शिकायत दी तो पुलिस ने निकलवाए

जींद :  जिले में गुरुवार को एक महिला और उसके बेटे की हत्या का मामला सामने आया है। दोनों के शव घर के आंगन में ही दफन किए गए थे। खुलासा तब हुआ, जब मृतक महिला की पुत्रवधू ने पुलिस को उसकी सास और देवर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को निकलवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाने के साथ ही अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। दूसरी ओर इस तरह घर के आंगन में मां-बेटे के शव मिलने से ग्रामीण सकते में हैं।

मामला जिले के नरवाना क्षेत्र के गांव ढाबी टेक सिंह का है, जहां रणबीर कौर (65) और उसके बेटे हरप्रीत (45) की हत्या करके शवों को घर के आंगन में ही दबा दिया गया। रणबीर कौर के बड़े बेटे की विधवा बहू इंद्रजीत कौर ने गुरुवार सुबह ही गढ़ी थाना पुलिस को सास व देवर के गायब होने की सूचना दी थी। इंद्रजीत कौर ने बताया था कि वह मायके से बुधवार को लौटी तो उसकी सास व देवर के मकान के बाहर ताला लगा हुआ मिला। इसके बाद उसने आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ कि तो बताया कि दोनों कई दिनों से गायब हैं। इस पर महिला ने पुलिस से दोनों की तलाश करने की मांग की।
पुलिस ढाबी टेक सिंह गांव पहुंची तो दोनों की हत्या होने की आशंका हुई। इसके बाद पूरे घर की तलाशी ली गई। आंगन में जहां ताजी मिट्टी खोदी हुई थी। इतना ही नहीं उसके ऊपर ईंटें लगी हुई मिली तो शक हुआ कि दोनों के शव यहां पर हो सकते हैं। इसके बाद गढ़ी थाना पुलिस ने JCB की सहायता से खुदाई करवाई तो 5 फीट की गहराई पर मां-बेटा के शव बरामद हो गए।
गुरुवार शाम को पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नरवाना अस्पताल पहुंचाया। साथ ही इंद्रजीत कौर के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। वारदात की सूचना मिलने के बाद DIG OP नरवाल, DSP ताहिर हुसैन मौके पर पहुंचे और हालात का जाएजा लिया। घर के आंगन में मां-बेटे के मिले शव से ग्रामीण सकते में हैं।
January 29, 2021

किसान आंदोलन को लेकर गांव-गांव में शुरू हुई पंचायत, जानें क्या है रणनीति ?

किसान आंदोलन को लेकर गांव-गांव में शुरू हुई पंचायत, जानें क्या है रणनीति ?

जींद : किसान आन्दोलन को लेकर जींद के गांव-गांव में पंचायतो का दौर शुरू हो गया है। गांव के सैकड़ो युवा, बजुर्ग, महिलाएं व बच्चे पंचायत में शामिल हो रहे हैं। इन पंचायतों में दिल्ली में किसान आंदोलन के लिए कूच की रणनीति बनाई जा रही है।

इसी दौर में जींद से रामकली गांव में पंचायत शुरू हो चुकी है। इसको लेकर गांव में रात को और सुबह भी मुनादी करवाई गई थी। रामकली गांव की इस पंचायत में हर वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं। गांव में सुबह से ही राशन पानी इक्कट्ठा किया जा रहा है।
आपको बता दें कि रामकली गांव से 10 ट्रेक्टर रात को ही दिल्ली के लिए निकल चुके हैं। कहा यह भी जा रहा है कि रामकली गांव में जितने ट्रक्टर हैं सभी दिल्ली बॉर्डर भेजे जाएंगे।

राकेश टिकैत के भावुक हुए उस वीडियो को लेकर लोगों का कहना है कि राकेश टिकैत के आंसू, हर किसान के आंसू हैं। जब तक तीनो कृषि कानून वापिस नही होते नही लौटेंगे। अब यह करो या मरो की लड़ाई है।
January 29, 2021

पीजीआई रोहतक के लिए नई कुलपति की तलाश शुरू

पीजीआई रोहतक के लिए नई कुलपति की तलाश शुरू

 चंडीगढ़ : रोहतक पीजीआई के लिए नए वीसी की तलाश शुरु हो गई है, इस संबंध में सूबे के गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज ने सर्च कमेटी गठित करने के लिए हरियाणा मेडिकल एजूकेशन विभाग के अफसरों को निर्देश जारी कर दिए हैं। सूबे के सेहत मंत्री विज जल्द से जल्द ही प्रक्रिया को पूरा करने के हक में हैं, वे पीजीआई रोहतक में कईं बड़े बदलावों के पक्षधर भी हैं ताकि उल्लेखनीय व पारदर्शी तरीके से कामकाज किए जा सकें।

गुरुवार को लगभग डेढ़ माह बाद में कोविड से ठीक होने के बाद आफिस आए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस संबंध में एसीएस स्वास्थ्य और मेडिकल एजूकेशन एवं रिसर्च विभाग की एमडी से बातचीत कर जल्द ही वीसी के नए नाम प्रस्तावित करने के लिए सर्च कमेटी गठित करने को कहा है। इस संबंध में जल्द ही कदम उठा लिए जाने का आश्वासन भी अफसरों ने दे दिया है।

यहां पर उल्लेखनीय है कि पीजीआई रोहतक के वीसी का इसी साल मई में कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। खास बात यह है कि वर्तमान वीसी को एक बार एक्सटेंंशन भी मिल चुका है। इस तरह से आने वाले दिनों में पीजीआई रोहतक को नया वीसी मिलने की तैयारी शुरु हो गई है।

*स्वास्थ्य विभाग में होने वाले कामों के लिए इंजीनियरिंग विंग*

हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल एजूकेशन के तहत होने वाले कामों को लेकर आने वाले वक्त में स्वास्थ्य विभाग के तहत ही एक इंजीनियरिंग विंग गठित किए जाने का प्रस्ताव हरियाणा के स्वास्थ्य और गृहमंत्री की ओर से भेजा जा रहा है। उक्त विंग का गठन इसीलिए किया जा रहा है ताकि राज्य के विभिन्न जिलों अस्पतालों, कॉलेजों, मेडिकल कालेजों के निर्माण के वक्त वहां कामकाज की क्वालिटी पर नजर रखी जा सके। बाद में भी जरूरत के मुताबिक जांच पड़ताल की जा सके साथ ही विभाग की जरूरत के हिसाब से कामकाज की क्वालिटी भी हो। इस क्रम में भी विभागीय अफसरों द्वारा इंजीनियरिंग विंग के गठन के संबंध में जल्द ही प्रस्ताव तैयार कर सौंपने की बात कही है। 
January 29, 2021

किसानों की ट्रैक्टर परेड पर एक्शन शुरू, अब तक 22 FIR दर्ज,CCTV फुटेज से होगी हुड़दंगियों की पहचान

किसानों की ट्रैक्टर परेड पर एक्शन शुरू, अब तक 22 FIR दर्ज,CCTV फुटेज से होगी हुड़दंगियों की पहचान

दिल्ली : गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान जमकर उपद्रव हुआ। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में घुसे, कई जगहों पर पुलिस के साथ भिड़ंत हुई और ITO, लालकिले जैसे इलाके में बवाल भी हुआ। प्रदर्शनकारियों ने लालकिले पर जाकर निशान साहिब का झंडा भी फहराया। बीते दिन के बवाल के बाद दिल्ली के कुछ हिस्सों में इंटरनेट बंद है, पुलिस दोषियों को ढूंढने में लगी है। बतादें कि कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकर रहे किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर परेड निकालने का वादा किया था, मगर यह वादा खोखला साबित हुआ।
दिल्ली में दिनभर चारों तरफ बवाल और झड़पें होती रहीं। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में ऐसा उत्पात मचेगा, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। मगर हकीकत तो यही है कि 26 जनवरी को दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों ने ऐसा बवाल काटा, जिसकी गूंज काफी समय तक सुनाई देगी। ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में 86 पुलिसकर्मी समेत 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। हालांकि, अब इस मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है और अब तक 22 एफआईआर दर्ज की हैं।
माना जा रहा है कि अभी और एफआईआर दर्ज की जाएंगी। दिल्ली की सीमाओं मसलन सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से शुरू हुआ ट्रैक्टर परेड हिंसा, झड़प और बवाल के बीच लालकिला पर पहुंचकर खत्म हुआ। तो वहीं दूसरी तरफ किसान आंदोलन के बीच हुए दिल्ली में तांडव के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की बैठक रद्द हो गई है। अब कमेटी की बैठक 29 जनवरी को होगी, इसमें कमेटी किसान संगठनों ने कृषि कानून को लेकर चर्चा करेगी। 
January 29, 2021

किसान आंदोलन में बवाली प्रदर्शन, ऐसा क्या हुआ कि सन्नी देओल को देनी पड़ रही है सफाई?

किसान आंदोलन में बवाली प्रदर्शन, ऐसा क्या हुआ कि सन्नी देओल को देनी पड़ रही है सफाई?

 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर दुनिया के सामने देश को शमर्सार स्थिति से गुजरना पड़ा । देश की राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान जो वाक्यांश दिखा वो बेहद निंदनीय है। आंदोलन में जिस प्रकार से अराजकता की तस्वीर दिखी वो दहला देने वाली तो है ही साथ ही किसान आंदोलन पर एक प्रश्नचिन्ह लगा रही है कि क्या लोगों की भूख मिटाने के लिए अन्न पैदा करने वाला किसान इतना आक्रामक हो सकता है और अगर नहीं आंदोलन में यह सब कैसे हुआ और किसने किया।

इधर, किसान आंदोलन में शामिल एक प्रदर्शनकारी का कनेक्शन अभिनेता और बीजेपी नेता यानि गुरदासपुर से सांसद सनी देओल से जोड़ा जा रहा है । प्रदर्शनकारी का नाम दीप सिद्धू है जो कि एक पंजाबी कलाकार है । कहा जा रहा है कि आंदोलन में बवाल फैलाने वाले प्रदर्शनकारियों में दीप सिद्धू का भी अहम् रोल है जिसने ट्रैक्टर रैली के दौरान किसान आंदोलन को भड़काने का काम किया है और इसे उग्र रूप की ओर ले गया। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर सांसद सन्नी देओल के साथ दीप सिद्धू की तस्वीरें भी वायरल हुईं और सन्नी देओल को टारगेट किया जाने लगा कि सनी देओल के दीप सिद्धू से सम्बन्ध हैं| जिसके बाद सनी देओल को इस बारे में सफाई पेश करनी पड़ी|
सनी देओल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'आज लाल किले पर जो हुआ, उसे देखकर मन बहुत दुखी हुआ है। मैं पहले भी 6 दिसंबर को ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है। जय हिन्द।'
 बता दें कि हाल ही में दीप सिद्धू को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पूछताछ के लिए तलब किया था। दीप सिद्धू किसान आंदोलन से जुड़े हैं और प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन कर रहे हैं।

*22 FIR दर्ज़, हुडदंगियों की पहचान में जुटी पुलिस……*

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली और लाल किला परिसर में हुडदंगियों के हुड़दंग  के बाद सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। दिल्ली पुलिस के विभिन्न थानों में 22 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। पुलिस हुडदंगियों की पहचान करने में जुटी हुई है।

*दिल्ली पुलिस ने सबकुछ तय कर दिया था ….*

आपको बता दें कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की दिल्ली में ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस ने सबकुछ तय कर दिया था । इसके लिए बकायदा दिल्ली पुलिस के साथ किसान संगठनों की कई दौर की बातचीत हुई और इसके लिए रूट निर्धारित किए गए थे। लेकिन किसानों ने तय समय से पहले ही ट्रैक्टर रैली निकाली और निर्धारित रूट का पालन नहीं करते हुए आईटीओ और लाल किले तक पहुंच गए। इस दौरान पुलिस ने हुड़दंगियों को रोकने की कोशिश की लेकिन इन लोगों ने कई जगह ट्रैक्टर से बैरिकेड्स को ध्वस्त कर दिया। जिसके बाद पुलिसवालों के साथ भारी झड़प हुई। स्थिति शर्मनाक तब हुई जब इस दौरान तलवारें और अन्य नुकीली चीजें, पत्थर, डंडे का दृश्य दिखा। इसके साथ ही हुड़दंगियों ने लाल किले पर एक अलग ध्वज भी फहराया।
 
January 29, 2021

सुप्रीम स्कूल के 6 छात्रों का हुआ इंडियन एयर फोर्स में चयन

*सुप्रीम स्कूल के 6 छात्रों का हुआ इंडियन एयर फोर्स में चयन*

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 6 पूर्व छात्रों का इंडियन एयरफोर्स में एयरमैन के पद पर चयन हुआ है। इस खबर से पूरे स्कूल में खुशी की लहर दौड़ गई। विद्यालय के प्राचार्य सतेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि हमारे विद्यालय के अनेक छात्र सेना, मेडिकल, अन्य राजकीय सेवाओ में हर वर्ष चयनित होते हैं सत्र 2019-20 के चार छात्रों का इंडियन एयरफोर्स मे चयन विद्यालय परिवार के लिए खुशी का विषय है उन्होंने छात्रों के अभिभावको को बधाई दी व गणतंत्र दिवस समारोह में विद्यालय की छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गान की भव्य प्रस्तुति जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में दी गई उन्होंने बताया कि यह विद्यालय के लिए गौरवशाली शान है क्योंकि केवल सुप्रीम स्कूल के ही विद्यार्थियों को जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रस्तुति  देने का अवसर मिला। विद्यालय हर क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति में रहता है प्रबंध समिति अपने स्तर पर विद्यार्थियों के विकास के लिए तत्पर रहती है ताकि यहां पढ़ने वाले बच्चे शिक्षा के साथ प्रत्येक गतिविधि में आगे बढ़कर अपना चहुमुखी विकास कर सके। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सरत अत्री, बलवान व अन्य सदस्यों ने विद्यालय की इस उपलब्धि पर संगीत अध्यापक मोहित बब्बर, शारीरिक शिक्षक राजेंद्र व अन्य अध्यापकों को विशेष रुप से बधाई दी।

Thursday, January 28, 2021

January 28, 2021

अभय चौटाला ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, किसानों के समर्थन में किया था ऐलान

अभय चौटाला ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, किसानों के समर्थन में किया था ऐलान

चण्डीगढ़ : तीन कृषि कानूनों के विरोध में इनेलो नेता और ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने अपना इस्तीफा दे दिया है। आज सुबह इनेलो कार्यकारिणी की बैठक के बाद अभय चौटाला ट्रैक्टर लेकर विधानसभा सदन पहुंचे और यहां पर उन्होंने विधानसभा में अपना इस्तीफा सौंपा है।


इससे पहले अभय चौटाला ने इससे पहले इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक ली। इस दौरान अभय चौटाला ने कहा कि 26 जनवरी के दिन किसान को अपमानित करने का काम किया गया है। इसके लिए इनेलो निंदा प्रस्ताव लेकर आए हैं, जो सरकार को भेजेंगे। वहीं चौटाला ने किसान आंदोलन में शहीद हुए हरियाणा के किसान के परिवार को नौकरी , एक करोड रुपए और किसान को शहीद का दर्जा मिले यह प्रस्ताव रखे हैं।

अभय चौटाला ने कहा कि किसान आंदोलन में लाल किले पर हुई घटना पर किसी और की नहीं भाजपा की शरारत है और झंडा भी बीजेपी द्वारा ही लगवाया गया। और बीजेपी लोगो को गुमराह करने के लिए ऐसे पहले भी करती रही है। अभय चौटाला ने कहा एक्टर दीप सिद्धू बीजेपी का अपना आदमी है। चौटाला ने कहा गाजीपुर बॉर्डर से भाजपा ने अपने लोगों को यह शरारत करने के लिए भेजा था।

कहा बीजेपी ने साजिश के तहत ही गोधरा कांड करवाया था और गुजरात की जामा मस्जिद में भगवान राम के झंडे की जगह अपना भगवा लगाकर आये थे बीजेपी वाले। किसान इनकी साजिश का शिकार नही होगा, किसान संगठित है। बीजेपी देश तोड़ने का काम कर रही है।


 आपको बता दें कि इससे पहले अभय चौटाला अपना सशर्त इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को भेज चुके हैं। जिसको लेकर अभय चौटाला ने कहा था कि एसवाइएल को लेकर हुए आंदोलन के दौरान भी चौधरी देवीलाल और डा. मंगलसेन ने इसी तर्ज पर विधानसभा से इस्तीफे स्पीकर को भेजे थे। तब उन्हें स्वीकार कर लिया गया था। फिर मौजूदा स्पीकर को इस्तीफा स्वीकार करने में क्या हर्ज है।

अभय चौटाला ने इस्तीफे में लिखा है कि तीन कृषि कानूनों को रद कराने के लिए किसान दिल्ली की सरहदों पर करीब 50 दिन से बैठे हैं। सर्दी और बारिश की वजह से 70 से अधिक किसानों ने शहादत दे दी है, परंतु सरकार बार-बार किसानों के साथ बैठकें कर टालमटोल करते हुए समय बर्बाद कर रही है। अगर केंद्र द्वारा 26 जनवरी तक किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो 27 जनवरी को मेरा एलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से त्यागपत्र स्वीकार कर लिया जाए।