Breaking

Showing posts with label oxygen shortage. Show all posts
Showing posts with label oxygen shortage. Show all posts

Wednesday, May 5, 2021

May 05, 2021

हापा से गुड़गांव के लिए चली ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन, प्रदेश सरकार से डिमांड मिलते ही 85 एमटी ऑक्सीजन लाएगी

हापा से गुड़गांव के लिए चली ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन, प्रदेश सरकार से डिमांड मिलते ही 85 एमटी ऑक्सीजन लाएगी

हिसार : राज्याें सरकाराें की डिमांड पर जल्द ही अन्य भी कई ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी रेलवे ने की है।
काेराेना काल में जहां देश में ऑक्सीजन के अभाव में लाेगाें की जान जा रही है। वहीं रेलवे विभाग ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाकर विभिन्न राज्याें में ऑक्सीजन भिजवाने में अहम भूमिका निभा रहा है। राज्याें सरकाराें की डिमांड पर जल्द ही अन्य भी कई ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी रेलवे ने की है। इस संबंध में रेलवे अधिकारियाें में भी मंथन चल रहा है।

उत्तर-पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ शशि किरण के अनुसार कोरोना संक्रमण को देखते हुए भारतीय रेलवे ने राज्यों को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए विभिन्न राज्यों के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेल सेवाओं का संचालन कर रही है।

ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए भारतीय रेलवे के विशेष प्रयासों के तहत हापा से गुड़गांव के लिए संचालित की जा रही है। ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन उत्तर पश्चिम रेलवे के क्षेत्र पालनपुर-अजमेर-फुलेरा-रींगस-रेवाड़ी (654 किलोमीटर) होकर से गुजर रही है। इस स्पेशल ट्रेन में 4 टैंकर हैं, जिनकी कुल क्षमता 85 मीट्रिक टन है। दिल्ली में सप्लाई दी जाएगी।

Tuesday, May 4, 2021

May 04, 2021

ऑक्सीजन को लेकर सीएम ने की उपायुक्तों की खिंचाई

ऑक्सीजन को लेकर सीएम ने की उपायुक्तों की खिंचाई

चंडीगढ़ : हरियाणा में आक्सीजन का कोटा लगातार बढऩे के बावजूद ऑक्सीजन को लेकर मारामारी है। बुरी तरह गड़बड़ाई ऑक्सीजन की आपूर्ति का सबसे बड़ा कारण पोर्टल पर मरीजों का आंकड़ा पूरी तरह मिस मैच होना है। कुरुक्षेत्र सहित कई जिलों में निजी अस्पतालों में दाखिल मरीजों तथा पोर्टल पर पंजीकृतों का डाटा मेल नहीं खा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी मामला संज्ञान में आने पर उपायुक्तों से लेकर सिविल सर्जनों व ऑक्सीजन निगरानी कमेटी के अधिकारियों को लताड़ लगाई है।हरियाणा में कोरोना के सक्रिय केसों की संख्या एक लाख को पार कर चुकी है। इनमें से 1400 मरीज ऐसे हैं, जिनकी सांसें ऑक्सीजन के सहारे चल रही हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में कुल 13 हजार 100 ऑक्सीजन बेड हैं, जिनमें से 2800 से ज्यादा खाली हैं। इसके साथ ही आइसीयू व वेंटिलेटर बेड 1399 हैं, जिनमें से 499 खाली हैं। मगर पोर्टल पर ऑक्सीजन बेडों का पंजीकरण मरीजों की संख्या के हिसाब से नहीं है।
इसी कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति पूरी तरह गड़बड़ाई हुई है। सिविल सर्जनों की मिलीभगत के चलते प्राइवेट अस्पताल अंदर खाते ऑक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ा रहे हैं, लेकिन उसे पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करवा रह हैं। इस गड़बड़ी के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति की बात की जाए तो शनिवार को 121.83 टन सप्लाई हुई थी, जो रविवार को बढक़र 144.75 टन पहुंच गई है।मुख्यमंत्री को शिकायत मिली थी कि पोर्टल पर पंजीकृत मरीजों की तुलना में प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल मरीजों की संख्या कहीं ज्यादा है। इसी गड़बड़ को जांचने के लिए सीएम ने रविवार को कुरुक्षेत्र, सोनीपत, सिरसा, भिवानी व गुरुग्राम जिलों का दौरा किया। यहां पर मुख्यमंत्री ने आलाधिकारियों के साथ कोरोना प्रबंधों की समीक्षा में पोर्टल पर पंजीकृत मरीजों व जिला सिविल सर्जन की सूची में मरीजों की संख्या का मिलान किया तो पूरा खेल उजागर हो गया। इसके बाद उन्होंने डीसी से लेकर सीएमओ व ऑक्सीजन निगरानी कमेटी के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऑक्सीजन बेडों की संख्या को पोर्टल पर अपडेट रखें, ताकि ऑक्सीजन की आपूर्ति में किसी तरह की परेशानी न आए। जीटी रोड बेल्ट के निजी अस्पतालों में दिल्ली के मरीजों की भरमार जीटी रोड बेल्ट के निजी अस्पतालों में दिल्ली के मरीजों की भरमार है। इससे भी ऑक्सीजन की आपूर्ति गड़बड़ाई हुई है। निजी अस्पताल पोर्टल पर दाखिल मरीजों की सही संख्या पंजीकृत नहीं करा रहे और ऑक्सीजन की डिमांड निर्धारित कोटे से ज्यादा कर रहे हैं। सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला सहित यमुनानगर व कैथल के प्राइवेट अस्पतालों में दिल्ली के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
May 04, 2021

निजी अस्पताल से जब्त किए 5 ऑक्सीजन सिलेंडर

निजी अस्पताल से जब्त किए 5 ऑक्सीजन सिलेंडर,अस्पताल के रिकॉर्ड को भी अधिकारियों ने खंगाला

जींद /सफीदों ; प्रशासन के अधिकारियों ने सोमवार को नगर के एक निजी अस्पताल में चैकिंग करके वहां पर कोटे से अधिक रखें 5 सिलेंडरों को जब्त कर लिया। इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने अस्पताल रिकॉर्ड को भी खंगाला। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को प्रशासन को गुप्त सूचना मिली थी कि अस्पताल में ऑक्सीजन के सिलेंडर कोटे से अधिक रखे हुए हैं। गुप्त सूचना के आधार पर एसडीएम मनदीप कुमार,  एएसपी नीतीश अग्रवाल, जिला कोरोना नोडल अधिकारी विजेंद्र हुड्डा व नागरिक हस्पताल सफीदों के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विकास गुप्ता अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने अस्पताल के रिकॉर्ड को चेक किया। चैकिंग के दौरान वहां पर ऑक्सीजन के 5 सिलेंडर कोटे से अधिक मिले, जिन्हें अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया। इसके अलावा अधिकारियों में वहां पर दाखिल मरीजों व उनके तीमारदारों से भी बातचीत की। 
 *-एसडीएम ने यह बताया-*
एसडीएम मनदीप कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें आ रही थी। सफीदों के ज्ञानी राम अस्पताल से 5 सिलेंडर मिले हैं, जिन्हें लेकर जींद जिला मुख्यालय पर भिजवाया गया है। 
*- एएसपी ने ये कहा-*
एएसपी नीतीश अग्रवाल ने कहा कि अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए सरकार द्वारा रेट फिक्स किए गए हैं। अगर किसी अस्पताल की तय राशी से अधिक चार्ज करने की शिकायत प्राप्त हुई तो निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि धारा 144 लगी हुई है और कोई भी नागरिक इसकी उल्लंघना ना करें अन्यथा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
*-यह कहते हैं स्वास्थ्य अधिकारी-*
सफीदों नागरिक अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विकास गुप्ता ने बताया कि अस्पताल प्रशासन कोरोना को लेकर पूरी तरह से सजग है। अस्पताल में 6 बेड का कोरोना वार्ड बनाया गया है और इमरजेंसी वार्ड में ऑक्सीजन की सुविधा सुचारू रखी गई है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में इस वक्त 8 कोरोना मरीज दाखिल हैं, जिनको समुचित इलाज दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को बढ़ते देख सफीदों में 60 बेड का कोविड सेंटर बनाने के लिए एसडीएम से बातचीत जारी है। इस सेंटर में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि अस्पताल प्रशासन का 50 प्रतिशत स्टाफ कोरोना की चपेट में है।

Monday, May 3, 2021

May 03, 2021

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बाजार से गायब, ऑनलाइन पर 50% तक प्रीमियम देने काे तैयार, ई-काॅमर्स वेबसाइट पर डिलीवरी 18 हफ्ते बढ़ी

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बाजार से गायब, ऑनलाइन पर 50% तक प्रीमियम देने काे तैयार, ई-काॅमर्स वेबसाइट पर डिलीवरी 18 हफ्ते बढ़ी

रोहतक :  ने कोविड-19 के बिगड़ते हालातों के बीच ऑक्सीजन सप्लाई और कृत्रिम उत्पाद की डिमांड को लेकर की स्टडी
कोरोना के नए भारतीय स्ट्रेन के कारण सूखते फेफड़ों के लिए कृत्रिम ऑक्सीजन की एकमात्र सहारा बची है, लेकिन राज्यों के बीच सामान वितरण ना होने के कारण सप्लाई और डिमांड में गहरा अंतर बना है। हालात ये हैं कि अब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (ऑक्सीजन उत्पन्न करने वाला यंत्र) बाजार से गायब हाे चुका है। अब इसे ई-काॅमर्स कंपनियों से भी खरीदना मुश्किल हो गया है।

वेबसाइट पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नजर ताे अाते हैं, लेकिन डिलीवरी की वेटिंग 18 सप्ताह तक बढ़ चुकी है। इसके अलावा पे-ऑन डिलीवरी विकल्प भी गायब हो गया है। आईआईएम रोहतक के डायरेक्टर प्रो. धीरज शर्मा की टीम ने कोरोना काल में इन्हीं बदलते ट्रेंड को लेकर एक स्टडी की है। शोध टीम ने पिछले तीन हफ्तों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर डिलीवरी और उपलब्धता को लेकर आंकलन किया। इन हालातों पर अस्पताल प्रशासकों से भी बातचीत की।

पे-ऑन डिलीवरी विकल्प गायब, 3 सप्ताह में बदला डिलीवरी का पैटर्न

आईआईएम रोहतक के शोधकर्ताओं की टीम ने अध्ययन में पाया कि मात्र पिछले तीन सप्ताह में हालात बदल गए हैं। अगर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ऑनलाइन चाहिए तो इसकी अब डिलीवरी एक सप्ताह से 18 सप्ताह में बदल गई है। डिलीवरी की तारीख अप्रैल के पहले सात दिनों तक एक सप्ताह से भी कम थी और अब यह 18 सप्ताह तक पहुंच गई है।

इसके अलावा पे-ऑन डिलीवरी विकल्प भी हटा दिया गया है। इस उत्पाद को अब अगर खरीदना है तो इसके लिए ग्राहकों को पहले ही ऑनलाइन पेमेंट करनी होगी। बेशक, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हो ना हो।

लोग 50% तक प्रीमियम चुकाने काे तैयार

ऑनलाइन खरीदने के लिए लोग ज्यादा पैसे चुकाने को भी तैयार बैठे हैं, बस प्रोडक्ट मिल जाए। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर भुगतान करने की इच्छा का पता लगाने के लिए कुल 1140 ऑनलाइन फीडबैक लिए गए। ज्यादातर फीडबैक शहरों के हैं। लगभग 94 फीसदी लोगों ने अपने घरों के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की इच्छा जताई है।

उत्तरदाताओं से पूछा कि वे कितने प्रतिशत प्रीमियम पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए भुगतान करने को तैयार हैं। ऐसे में 78 फीसदी ग्राहक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर 50 फीसदी तक प्रीमियम का भुगतान करने को तैयार हैं। 92 फीसदी लोग कम से कम 30 फीसदी प्रीमियम देने को तैयार हैं। इसके अलावा, 29 फीसदी ने जरूरत पड़ने से ही पहले ही ऑक्सीजन सिलेंडर की खोज शुरू कर दी है और 16 फीसदी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चाहते हैं।
May 03, 2021

हरियाणा के इन जिलों में ऑक्सीजन प्लांट जल्द होंगे शुरू मुख्यमत्री

हरियाणा के इन जिलों में ऑक्सीजन प्लांट जल्द होंगे शुरू मुख्यमत्री

सोनीपत /गोहाना : मुख्यमत्री मनोहर लाल ने गोहाना के बीपीएस मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों तथा अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश का चिकित्सीय ऑक्सीजन का कोटा बढाकर 257 मीट्रिक टन कर दिया गया है। जिसके बढ़ने से प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने के साथ-साथ ऑक्सीजन बेड भी बढ़ाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के शेष पांचों ऑक्सीजन प्लांट शीघ्र चालू किए जाएंगे। इनमें सबसे पहले करनाल, पंचकुला, हिसार, सिरसा और फरीदाबाद के ऑक्सीजन प्लांटों का सामान आया हुआ है। सोनीपत जिला के प्रोफेसर जोगिन्द्र सिंह को निर्देश दिए गए हैं कि वे सोनीपत की तर्ज पर अल्प अवधि में दिन-रात मेहनत कर सभी प्लांटों को चालू करें।
इन ऑक्सीजन प्लांटों को चालू करने में उन्हें समय से पहले सभी सामान जिला प्रशासन द्वारा तैयार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर में 100 डॉक्टर डिग्री इंटरनशिप के लिए तैयार है इन सभी डॉक्टरों को प्रत्येक जिला में जहां पर भी जरूरत होगी इन्हें तुरंत वहां भिजवाया जाएगा ताकि डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन का प्रतिदिन ऑडिट करवाया जाए ताकि कोरोना मरीज को ऑक्सीजन भरपूर मात्रा में मिलती रहे। ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले तथा जमाखोरो पर शिकंजा कसना होगा। उन्होंने कहा कि जिस मरीज का ऑक्सीजन लेवल 92 है और कोरोना संक्रमित है तो उसे घर पर ही होम आईसोलेशन किया जाए और सरकारी तंत्र के साथ-साथ स्वैच्छिक संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।

Friday, April 30, 2021

April 30, 2021

हरियाणा को ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए रेलवे ने कसी कमर

हरियाणा को ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए रेलवे ने कसी कमर

चंडीगढ़ : भारतीय रेलवे का राज्यों को राहत पहुंचाने के क्रम में ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान लगातार जारी है और यह अभियान महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दल्लिी के बाद अब हरियाणा और तेलंगाना के लिए भी शुरू कर दिया गया है। हरियाणा पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस से दो टैंकरों में ऑक्सीजन प्राप्त करेगा जिसके गुरुवार को ओडिशा के अंगुल से रवाना होने के संकेत हैं। इसके अलावा ओडिशा के राउरकेला संयंत्र से ऑक्सीजन लेने के लिए फरीदाबाद से रवाना हुई रेलगाड़ी अपने मार्ग पर आगे बढ़ रही है। आने वाले दिनों में हरियाणा को ऑक्सीजन एक्सप्रेस के द्वारा ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति होने की संभावना है जिससे राज्य में कोविड-19 मरीजों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनश्चिति हो सकेगी। अभियान को पूरी तत्परता से संचालित करने के क्रम में तीन अतिरक्ति रेलगाड़ियां या तो तरल ऑक्सीजन लेकर गंतव्य की ओर बढ़ रही हैं या खाली रेलगाड़ियां तरल ऑक्सीजन लेने के लिए ऑक्सीजन संयंत्र के लिए रवाना हो चुकी हैं। एक अनुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में भारतीय रेलवे द्वारा कुल तरल मेडिकल 

ऑक्सीजन की ढुलाई का आंकड़ा 640 मीट्रिक टन के स्तर पर पहुंच जाएगा। उत्तर प्रदेश पहुंची पांचवी ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 5 टैंकरों में आज 76.29 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाई गई। इनमें से एक टैंकर वाराणसी उतरा जबकि 4 टैंकरों को लखनऊ पहुंचाया गया। उत्तर प्रदेश के लिए छठी ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपने गंतव्य की ओर दौड़ रही है और इसके कल सुबह यानी 30 अप्रैल, 2021 को लखनऊ पहुंचने की संभावना है, जो 4 टैंकरों में 33.18 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर आ रही है। खाली टैंकरों को लेकर एक अन्य ऑक्सीजन एक्सप्रेस के ऑक्सीजन संयंत्रों से अगली खेप लेने के लिए आज लखनऊ से रवाना होने की संभावना है। भारतीय रेलवे के अनुसार तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर कई बधाएं भीं हैं, जिसमें क्रायोजेनिक टैंकर्स की उपलब्धता, इन्हें लेकर चलने वाली रेलगाड़ियों की अधिक या कम रफ्तार, इन्हें उतारने के लिए उपयुक्त प्रबंध इत्यादि शामिल हैं। साथ ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए मार्गों का नर्धिारण भी एक चुनौती हैं जिसमें प्रयास न्यूनतम व्यस्त रेल मार्गों के इस्तेमाल का रहता है क्योंकि मार्गों में कई आरयूबी और एफओबी भी आते हैं।

Tuesday, April 27, 2021

April 27, 2021

हरियाणा में ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी, नोडल अधिकारी, ड्रग कंट्रोलर नियुक्त, फोन नंबर हुए जारी

हरियाणा में ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी, नोडल अधिकारी,  ड्रग कंट्रोलर नियुक्त, फोन नंबर हुए जारी   

रोहतक : हरियाणा सरकार ने प्रदेश में कोरोना के मरीज़ो के लिए ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए सभी जिलों में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति और उचित वितरण सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर कोरोना नोडल अधिकारियों या जिला ड्रग कंट्रोलर अधिकारियों को नियुक्त कर दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए, एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि ऑक्सीजन के वितरण में असमानता, इसकी अनुपलब्धता या आपूर्ति के संबंध में कोई अन्य समस्या हो तो जिला ड्रग कंट्रोलर अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।
No.    जिला    अधिकारी का नाम    संपर्क नंबर
1    अंबाला            डॉ. सुखप्रीत        7988887223
2    भिवानी           हेमंत ग्रोवर          9416404474
3  चरखी दादरी      हेमंत ग्रोवर          9416404474
4    फरीदाबाद       संदीप गेहलान     9416221516
5    फतेहाबाद        रजनीश              8059822277
6    गुरुग्राम           अमनदीप           9999011121
7   हिसार              सुरेश चौधरी        9992415601
8    जींद               मनदीप मान        7404013222
9   झज्जर            संदीप हुड्डा         9017391105
10    कैथल           मनदीप मान       7404013222
11    करनाल         परजिंदर सिंह      9466188333
12   कुरुक्षेत्र           रितु                    9258200008
13   नूह                दिनेश राणा          9416090341
14    महेंद्रगढ़        हेमंत ग्रोवर          9416404474
15    पानीपत         विजय राजे          9992014218
16    पंचकुला         प्रवीण कुमार       8685036908
17    पलवल           कृष्ण कुमार        9911174374
18   रेवाड़ी              अमनदीप            9999011121
19    रोहतक          मनदीप मान        7404013222
20    सिरसा           रजनीश              8059822277
21    सोनीपत        संदीप हुड्डा          9017391105
22    यमुनानगर    प्रवीण कुमार         8685036908
April 27, 2021

ऑक्सीजन सिलेंडर ले जा रही गाड़ी को रातभर चौकी में रखा, वक्त पर नहीं मिल पाने से गाजियाबाद में कोरोना मरीज की मौत

ऑक्सीजन सिलेंडर ले जा रही गाड़ी को रातभर चौकी में रखा, वक्त पर नहीं मिल पाने से गाजियाबाद में कोरोना मरीज की मौत

जींद :  में पुलिस पर धक्केशाही का आरोप लगा है। कहा जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर जा रही गाड़ी को पकड़कर पुलिस ने रातभर चौकी में रखा। हालांकि उसने जरूरमंद कोरोना मरीज से फोन पर बात भी करवाई, लेकिन रौब के भूखे खाकी वालों ने एक न सुनी। सुबह बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया। आखिर नतीजा यह हुआ कि वक्त पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाई और मरीज ने दम तोड़ दिया। यह अलग बात है कि पुलिस वाले इस तरह के आरोप से इन्कार भी करते नजर आ रहे हैं।

पंजाब के धुरी निवासी गुरप्रीत ने DIG ओम प्रकाश नरवाल को दी शिकायत में बताया कि वह धुरी के ट्रांसपोर्ट राजेंद्र सिंह के पास गाड़ी चालक का काम करता है। उनके ट्रांसपोर्ट के अकाउंटेंट राहुल गोयल का ससुर गाजियाबाद निवासी ललित मोहन कोरोना संक्रमित था और वह घर पर ही ऑक्सीजन सपोर्ट था। सोमवार को दिल्ली में ऑक्सीजन का सिलेंडर नहीं मिलने पर राहुल गोयल ने ट्रांसपोर्ट राजेंद्र सिंह को बताया कि रात को 3 बजे की ऑक्सीजन उनके पास है, इसलिए पंजाब से दो सिलेंडरों की व्यवस्था करके उसे दिल्ली के लिए रवाना किया था।

गाजियाबाद जा रही गाड़ी को जींद में गतौली चौकी के पास नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रात करीब 11 बजे रुकवा लिया। चालक को चौकी में बंद कर दिया। सुबह उसे नागरिक अस्पताल जींद में ले जाया गया। यहां से चालक को बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया। आरोप यह है कि रात को गाड़ी के चालक ने कोरोना संक्रमित के पास वीडियो कॉल करके बात भी करवाई, लेकिन पुलिस कर्मियों का फिर भी दिल नहीं पसीजा। ऑक्सीजन नहीं मिलने से मंगलवार सुबह कोरोना पॉजिटिव ने दम तोड़ दिया।
इसके बाद दोपहर में उसके रिश्तेदार संबंधित गाड़ी के चालक को साथ लेकर DIG से मिले। इन्होंने गतौली चौकी प्रभारी वीरेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। DIG ने इस मामले की जांच DSP-H पुष्पा खत्री को सौंप दी है।

उधर चौकी प्रभारी गतौली वीरेंद्र सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि पुलिस पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। वीरेंद्र सिंह ने कहा कि रात को पंजाब के नंबर की गाड़ी को रुकवाया गया। इसमें दो ऑक्सीजन सिलेंडर मिले। चालक मौके पर जरूरी कागजात नहीं दिखा पाया। बाद में उसने कागजात दिखा दिए तो उसे रात में ही छोड़ दिया गया था।

Monday, April 26, 2021

April 26, 2021

सिविल अस्पताल में बना कोविड संक्रमित बंदियों व आरोपियों के लिए विशेष वार्ड, सुरक्षा में गार्ड तैनात

सिविल अस्पताल में बना कोविड संक्रमित बंदियों व आरोपियों के लिए विशेष वार्ड, सुरक्षा में गार्ड तैनात

रोहतक: कोरोना महामारी को लेकर अब जिले के सामान्य अस्पताल में बंदियों व आरोपियों के लिए अलग से विशेष वार्ड बनाया है। इससे पहले पीजीआई में इनके लिए एक विशेष वार्ड बनाया था। लेकिन वहां पर अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद अब सिविल अस्पताल में अलग वार्ड बनाया गया। इसमें पीजीआई से 15 बंदी और आरोपी शिफ्ट किए थे। पुलिस के अनुसर इनमें से 11 की रिपोर्ट पॉजिटीव आ चुकी थी, जबकि 4 को रेवाड़ी शिफ्ट किए गए हैं। हाल में दो आरोपी वार्ड में भर्ती हैं। वार्ड की सुरक्षा की ओर से पुलिस के जवान तैनात किए हैं।
कोरोना रिपोर्ट के बाद कोर्ट में पेश करती है पुलिस

पुलिस क्राइम करने वाले जिस भी आरोपी को पकड़ती है। उसकी गिरफ्तारी करने के बाद पहले उसका कोरोना टेस्ट करवाती है। पुलिस के अनुसार, रिपोर्ट मिलने के बाद ही उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश करती है। कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने के बाद से ही पुलिस प्रशासन ने शुरू किया था। अब रिपोर्ट पॉजिटीव मिलने के बाद आरोपी को अस्पताल में दाखिल करवाया जाता है।
April 26, 2021

ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी रोकने को लेकर गठित टीम ने की विकास गैस ऐजेंसी पर छापेमारी

ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी रोकने को लेकर गठित टीम ने की विकास गैस ऐजेंसी पर छापेमारी

-सरकारी अस्पताल के नाम पर ऑर्डर प्लेस कर हिसार से लाकर निजी अस्पतालों कर रहे थे ऑक्सीजन की सप्लाई
जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी रोकने को लेकर उपायुक्त द्वारा गठित टीम ने रविवार को हांसी रोड़ स्थित विकास गैस ऐजेंसी पर छापेमारी की। टीम ने गुप्त सूचना मिली थी कि ऐजेंसी पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी हो रही है। टीम द्वारा ऐजेंसी संचालक से पूछताछ पर पाया कि ऑक्सीजन गैस सप्लाई का कोई भी लाईसेंस उनके पास नहीं है। सरकारी अस्पताल के नाम पर ऑर्डर प्लेस करके हिसार से ऑक्सीजन सिलेंडर लाए जा रहे थे और  गैर सरकारी अस्पतालों में सप्लाई किए जा रहे थे। में शामिल सीटीएम दर्शन यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते जिला में ऑक्सीजन की कालाबाजारी को रोकने के दृष्टिगत उपायुक्त के दिशा-निर्देश पर टीम गठित की गई है, जिसमें जीएम रोडवेज बीजेंद्र हुड्डा, सब इंस्पेक्टर दलबीर सिंह आदि अधिकारियों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि हांसी रोड़ स्थित विकास ऐजेंसी ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर रही है। टीम ने ऐजेंसी पर छापेमारी की तो पाया कि ऐजेंसी के पास कोई भी ऑक्सीजन सप्लाई करने का लाईसेंस नहीं मिला है और न ही अन्य आवश्यक नियमों को की अनुपालना की जा रही थी। उन्होंने बताया कि ऐजेंसी के खिलाफ नियमानुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

Sunday, April 25, 2021

April 25, 2021

ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार, रेवाड़ी में चार की मौत

ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार, रेवाड़ी में चार की मौत

रेवाड़ी : में चार की मौत यह जानकारी विराट अस्पताल प्रशासन की तरफ से दी गई है। वहीं मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर जाम लगा दिया है। रेवाड़ी में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित 4 मरीजों की मौत का मामला सामने आया है। यह जानकारी विराट अस्पताल प्रशासन की तरफ से दी गई । वहीं मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर जाम लगा दिया है। ऑक्सीजन की कमी के कोरोना के कारण गंभीर अवस्था में शहर के निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों की सांसे भी फूली हुई है। वहीं ऑक्सीजन का प्रबंध करने के लिए प्रशासन अब एक्टिव मोड में है। ऑक्सीजन की गाड़ी विराट हॉस्पिटल पहुंच चुकी है। बता दे कि रेवाड़ी जिले में कोरोना के पांच सौ से ज्यादा एक्टिव मरीज है, इनमें 200 के आसपास मरीज अस्पतालों में भर्ती है। अस्पतालों में भर्ती कुछ मरीजों की गंभीर स्थिति है। उन्हें ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ रही है। ऑक्सीजन की खपत बढ़ने से यहां का स्टॉक खत्म हो गया हैं। कुछ निजी अस्पताल अपने स्तर पर ऑक्सीजन का प्रबंध कर रहे है। शहर के कानोड़ गेट पर एकमात्र अग्रवाल ऑक्सीजन गोदाम में शनिवार शाम तक कुछ सिलेंडर ही ऑक्सीजन के बचे हुए थे। ऑक्सीजन की डिमांड को इसी से समझा जा सकता है कि गोदाम के बाहर और अंदर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया है। कुछ लोग तो खुद ही ऑक्सीजन का सिलेंडर बाइक पर भी ले जाते हुए दिखाई दिए।