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Friday, July 29, 2022

July 29, 2022

पुलिस के डर से 4 युवक तालाब में कूदे:एक की मौत; परिजनों ने जींद-सफीदों मार्ग किया जाम, सिपाही को बनाया बंधक

पुलिस के डर से 4 युवक तालाब में कूदे:एक की मौत; परिजनों ने जींद-सफीदों मार्ग किया जाम, सिपाही को बनाया बंधक

जींद : हरियाणा के जींद के सफीदों में छापेमारी करने गई पुलिस के डर से 4 युवक तालाब में कूद गए। 3 युवक तो सुरक्षित बाहर निकल आए, लेकिन एक की डूबने से मौत हो गई। जैसे ही परिजनों को इसका पता चला तो वह लामबंद हो गए और जींद-सफीदों मार्ग जाम कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने एक पुलिसकर्मी को भी बंधक बना लिया।

घटना की सूचना मिलने पर डीएसपी आशीष कुमार, डीएसपी धर्मबीर पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या और मृतक परिजनों को आर्थिक सहायता नहीं दी जाती तब तक जाम जारी रहेगा। फिलहाल पुलिस अधिकारी मौके पर बने हुए हैं।
*यह है मामला*

सीआईए स्टाफ टीम को सूचना मिली थी कि गांव खेड़ाखेमावती में कुछ युवक सट्टा खाईवाल कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस युवकों को पकड़ने के लिए गांव पहुंची तो पुलिसकर्मियों के भय से युवक पास के एक तालाब में कूद गए। तीन युवक सुरक्षित बाहर निकल आए, जबकि गोबिंद तालाब से बाहर नहीं आया। जिस पर ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला और उपचार के लिए नागरिक अस्पताल ले आए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मामले को बढ़ता देख छापामार टीम वहां से निकल गई, जबकि सिपाही सुरेंद्र को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। इसके बाद परिजनों तथा ग्रामीण जींद-सफीदों मार्ग पर जाम लगा दिया। परिजनों ने मांग की कि सीआईए कर्मियों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर गिरफ्तारी और मृतक परिवार को आर्थिक सहायता दे। फिलहाल डीएसपी आशीष, सदर थाना सफीदों प्रभारी धर्मबीर पुलिसबल के साथ मौके पर बने हुए हैं।
July 29, 2022

बच्चों को दूसरे पति का सरनेम दे सकती है मां : सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पिता की मौत के बाद मां को बच्चों का सरनेम बदलने का हक

बच्चों को दूसरे पति का सरनेम दे सकती है मां : सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पिता की मौत के बाद मां को बच्चों का सरनेम बदलने का हक

नई दिल्ली : पति की मौत के बाद मां अगर दूसरी शादी करती है तो वो अपने बच्चों का सरनेम तय करने की हकदार है। यानी मां दूसरे पति का सरनेम अपने बच्चों को दे सकती है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का फैसला पलटते हुए यह फैसला सुनाया है।

*पहले पूरा मामला समझते हैं*

सुप्रीम कोर्ट में यह केस आंध्र प्रदेश की अकेला ललिता ने दायर की थी। ललिता ने 2003 में कोंडा बालाजी से शादी की थी। मार्च 2006 में उनके बेटे के जन्म के तीन महीने बाद ही कोंडा की मौत हो गई। पति की मौत के एक साल बाद ललिता ने विंग कमांडर अकेला रवि नरसिम्हा सरमा से शादी की।

इस शादी से पहले ही रवि नरसिम्हा का एक बच्चा और था। ये सभी एक साथ रहते हैं। जिस बच्चे के सरनेम पर यह विवाद है, उसकी उम्र 16 साल और 4 महीने हो चुकी है। इसके बावजूद ललिता के सास-ससुर ने बच्चे का सरनेम बदलने पर विवाद खड़ा कर दिया।
*सास-ससुर ने पोते का सरनेम बदलने पर किया था केस*

 अहलाद के दादा-दादी ने 2008 में अभिभावक और वार्ड अधिनियम 1890 की धारा 10 के तहत पोते का संरक्षक बनने की याचिका लगाई थी। जिसे निचली अदालत ने ठुकरा दिया था। इसके बाद दादा-दादी आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट पहुंचे ताकि बच्चे का सरनेम न बदला जाए। ललिता को गार्जियन तो माना, लेकिन उन्हें पहले पति के सरनेम पर बच्चे का सरनेम करने का निर्देश दिया।

*सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में क्या कहा 4 पॉइंट्स में समझें...*

1. बायोलॉजिकल पिता की मौत के बाद मां बच्चे की इकलौती लीगल और नैचुरल गार्जियन
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई भी मां, बच्चे के बायोलॉजिकल पिता की मौत के बाद उसकी इकलौती लीगल और नैचुरल गार्जियन होती है। उसे अपने बच्चे का सरनेम तय करने का पूरा अधिकार है। अगर वह दूसरी शादी करती है तो वह बच्चे को दूसरे पति का सरनेम भी दे सकती है।

2. सरनेम को केवल इतिहास, संस्कृति के संदर्भ में नहीं समझा जाना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मां को नए परिवार में बच्चे को शामिल करने और उसका सरनेम बदलने से कानूनी रूप से रोका नहीं जा सकता है। सरनेम केवल वंश का संकेत नहीं है और इसे केवल इतिहास, संस्कृति के संदर्भ में नहीं समझा जाना चाहिए।

3. मां अपने बच्चे को दूसरे पति को गोद लेने का अधिकार भी दे सकती है
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मां अपने बच्चे को दूसरे पति को गोद लेने का अधिकार भी दे सकती है। जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस कृष्ण मुरारी की बेंच ने पहले के फैसलों का भी जिक्र किया, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने मां को पिता के समान ही बच्चे का नैचुरल गार्जियन बताया था।

4. अलग सरनेम बच्चे की मेंटल हेल्थ के लिए सही नहीं

डॉक्यूमेंट्स में ललिता के दूसरे पति का नाम सौतेले पिता के रूप में शामिल करने के हाईकोर्ट के निर्देश को सुप्रीम कोर्ट ने क्रूरता और नासमझी की श्रेणी में रखा। कहा कि यह बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य और आत्मसम्मान को प्रभावित करेगा।

कोर्ट ने यह भी कहा कि एक सरनेम बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि एक बच्चा इससे अपनी पहचान हासिल करता है। उसके और परिवार के नाम में अंतर होने से गोद लेने का फैक्ट हमेशा उसकी याद में बना रहेगा, जो बच्चे को माता-पिता से जोड़े रखने के बीच कई सवाल पैदा करेगा। हमें याचिकाकर्ता मां को अपने बच्चे को दूसरे पति का सरनेम देने में कुछ भी गलत नहीं लगता।

*अहलाद को गोद ले चुका है दूसरा पति*

ललिता की कोर्ट में याचिका के फैसले में समय लगने के बीच 12 जुलाई 2019 को उनके दूसरे पति ने एक रजिस्टर्ड एडॉप्शन डॉक्यूमेंट के जरिए बच्चे को गोद लिया था। कोर्ट ने कहा कि जब कोई बच्चा दत्तक लिया जाता है तो वह उस परिवार का सरनेम ही रखता है। ऐसे में कोर्ट का हस्तक्षेप करना सही नहीं है।
July 29, 2022

यात्रियों के लिए खुशखबरी, 1 अगस्त से शुरू हो रही है जींद होकर गुजरने वाली 8 पैसेंजर ट्रेनें

यात्रियों के लिए खुशखबरी, 1 अगस्त से शुरू हो रही है जींद होकर गुजरने वाली 8 पैसेंजर ट्रेनें 

जींद : कोरोना महामारी से परिस्थितियां अनुकूल होने पर रेलवे ने यात्रियों की सुविधा में इजाफा करते हुए कई ट्रेनों को फिर से पटरी पर उतारने को हरी झंडी दिखा दी है। इनमें जींद रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली 8 ट्रेनें है जो दस अगस्त तक पटरी पर दौड़ने लगेगी। दिल्ली रेलवे मंडल प्रवक्ता कुलतार सिंह ने बताया कि रेलवे ने दिल्ली मंडल की कुछ ट्रेनों को फिर से संचालन करने का फैसला लिया है। 
*इन रूटों पर चलेंगी ट्रेनें*

रेलवे द्वारा जिन आठ ट्रेनों का संचालन शुरू करने का फैसला लिया गया है, उनमें जींद से पानीपत और सोनीपत रूट पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें, दिल्ली- जींद- भटिंडा, जींद- रोहतक, जींद- फिरोजपुर रूट पर चलने वाली ट्रेनें शामिल हैं. ट्रेन नंबर 54025 रोहतक से जींद होते हुए पानीपत तक का सफर तय करेगी तो वहीं 54026 पानीपत से जींद होते हुए रोहतक रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। 
वहीं जींद से गोहाना होते हुए पैसेंजर ट्रेन नंबर 74029, 74030 सोनीपत रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। दिल्ली रेलवे मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि संचालन को लेकर समय- सारिणी का नोटिफिकेशन अगले हफ्ते तक जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल से ही बंद पड़ी इन पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की मांग बार- बार उठ रही थी जिसपर रेलवे ने विचार करते हुए इनके संचालन को मंजूरी प्रदान कर दी है। वहीं पैसेंजर ट्रेनों के बंद रहने से रेलवे को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था। 
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July 29, 2022

महिलाएँ 10 अगस्त की दोपहर 12 बजे से रोडवेज बसों में कर सकेंगी फ्री यात्रा

हरियाणा सरकार का महिलाओं को राखी का तोहफा:10 अगस्त की दोपहर 12 बजे से रोडवेज बसों में कर सकेंगी फ्री यात्रा

हिसार : हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि सरकार ने महिलाओं को रक्षाबंधन का तोहफा देते हुए इस वर्ष भी हरियाणा परिवहन की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है, ताकि बहनें अपने भाइयों के घर जाकर राखी बांध सकें।

परिवहन मंत्री ने बताया कि CM मनोहर लाल ने इस आशय के एक प्रस्ताव को आज स्वीकृति प्रदान कर दी है। यात्रा की सुविधा 10 अगस्त 2022 को दोपहर 12 बजे से आरम्भ होगी तथा 11 अगस्त 2022 रक्षाबंधन के दिन मध्य रात्रि 12 बजे तक रहेगी।

यह सुविधा साधारण व स्टैंडर्ड बसों में दी जाएगी। परिवहन विभाग द्वारा पिछले कई सालों से रक्षाबंधन के मौके पर महिलाओं और 15 साल तक के बच्चों को मुफ्त यात्रा सुविधा दी जा रही थी। लेकिन कोविड-19 महामारी के दौरान इसकी अनुमति नहीं दी गई थी।

इस समय चूंकि कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी गिरावट दर्ज की गई है, इसलिए सुविधा को जारी रखने का निर्णय लिया गया है।

Thursday, July 28, 2022

July 28, 2022

स्पर्धा :2 से 7 अगस्त तक बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में ताइक्वांडो के 78 किलोग्राम भार वर्ग में खेलेगा विनय रेढू

स्पर्धा :2  से 7 अगस्त तक बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में ताइक्वांडो के 78 किलोग्राम भार वर्ग में खेलेगा विनय रेढू

जींद : जींद निवासी विनय रेढू का चयन वर्ल्ड जूनियर ताइक्वांडो प्रतियोगिता में हुआ है सनराइज एकेडमी के संचालक वीरेंद्र भुक्कल व प्रधान डॉ वरिंदर कौर ने बताया कि विनय सोफिया में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा डॉ वरिंदर ने बताया कि विनय रेढू पहले पहले भी काफी पदक प्राप्त कर चुका है  सनराइज एकेडमी के प्रयासों व विनय रेडू  अपने मेहनत के दम पर यहां तक पहुंचा है 
*35 देशों के खिलाड़ियों से भिड़ेगा विनय रेढू*

सनराइज अकैडमी के संचालक वीरेंद्र भुक्कल ने बताया कि विनय रेढू का चयन 78 किलोग्राम भार वर्ग में हुआ है इसमें पूरी दुनिया के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। 
विनय के चयन से एकेडमी व पूरे जींद जिले में खुशी का माहौल है। जींद ताइक्वांडो संघ के प्रधान राजेश शर्मा व अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने विनय रेडू के उज्जवल भविष्य की कामना की। 

Wednesday, July 27, 2022

July 27, 2022

कारगिल विजय दिवस शहीदी पार्क जीन्द में मनाया गया

कारगिल विजय दिवस शहीदी पार्क जीन्द में मनाया गया

कारगिल विजय दिवस हमारे जांबाज सैनिकों की वीरता, शौर्य और बलिदान की याद दिलाता है, मातृभूमि के अमर शहीदों को शत्-शत् नमन :  कर्नल डी.के. भारद्वाज

जींद : आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृखंला में कारगिल विजय दिवस पर वीर सैनिकों की शहादत को नमन करते हुए कर्नल डी.के. भारद्वाज ने अपने संदेश में कहा कि 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। कारगिल घाटी में वर्ष 1999 में पाकिस्तान की कायराना हरकत का करारा जवाब देते हुए वीर भारतीय सेना ने उसे कारगिल की रणभूमि में धूल चटा दी थी। उन्होंने कहा कि 60 दिन तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना के बहुत से जाबांज जवान, मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हुए। कारगिल की मुश्किल ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करके हमारे वीर जवानों ने अपने शौर्य का पराक्रम दिखाया व हमारी हिन्दुस्तान की सेना ने जीत का परचम लहराया। उन्होंने कहा कि 8 मई 1999 को युद्ध शुरू हुआ व 60 दिन के पश्चात 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना को युद्ध में विजय मिली, इसलिए भारतीय सेना के इस विजयी दिन को कारगिल विजय दिवस के रुप में मनाया जाता है।
कर्नल डी.के.भारद्वाज ने कहा कि कारगिल युद्ध विजय के बाद भारत देश वैश्विक ताकत बन कर उभरा। अब भारत देश से लडने से पहले दुश्मन, उसके नतीजों के बारे में सोचता है। कारगिल युद्ध में 26 जुलाई को भारत को विजय के 21 साल पूरे हो गए हैं। वर्ष 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच 180 फीट की ऊंचाई पर युद्ध हुआ था। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में हरियाणा प्रदेश के 78 जाबांज वीर सैनिक, दुश्मन को सबक सिखाते हुए शहीद हुए। कारगिल विजय दिवस, कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत देश सदा इन वीर जवानों की शाहादत को याद रखेंगा। इस दौरान सूबेदार जयपाल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। जिला जींद के सूबेदार जयपाल सिंह कारगिल युद्व के दौरान कारगिल में डियूटी पर थे। इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा भी शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रृद्धांजलि दी।
इस दौरान जिला सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण कार्यालय जींद से कर्ण सिंह, सतबीर सिंह, राजेन्द्र सिंह, रामबीर, जितेन्द्र, तरसेम नैन,मनजीत, रमेश चन्द, सेवा सिंह, बिजेन्द्र सिंह, कुलदीप कमांडो, नरेश शर्मा, शमशेर, सतपाल, विजय व सेवानिवृत कैप्टन वेद प्रकाश, एसएम रामकरण दलाल, कै.आजाद मलिक, सूबेदार रमेश कौशिक, जय भगवान, हवलदार फ तेह सिंह,आरआईएस सुखबीर सिंह उपस्थित रहे।

Monday, July 25, 2022

July 25, 2022

26 जुलाई को सावन की शिवरात्रि:शाम 6 बजकर 46 मिनट के बाद शिव जलाभिषेक का सही समय, 4 पहर की पूजा होती

26 जुलाई को सावन की शिवरात्रि:शाम 6 बजकर 46 मिनट के बाद शिव जलाभिषेक का सही समय, 4 पहर की पूजा होती

जींद : सावन की शिवरात्रि 26 जुलाई को है और शाम 6 बजकर 46 मिनट के बाद जलाभिषेक का सही समय है। इस दिन भक्त व कांवड़ यात्री भगवन शिव का अभिषेक करते हैं। मंदिरों में भी विशेष पूजा की जाती है। इसलिए पूजा से पहले शुभ मुहूर्त व सही समय का पता होना महत्वपूर्ण है, ताकि शुभ मुहूर्त में ही अभिषेक किया जाए।

सावन में जिस दिन त्रयोदशी दिन में हो और दोपहर बाद चतुर्दशी तिथि लगती हो, उस दिन सावन शिवरात्रि होती है। इसलिए मंगलवार को शाम 6:46 बजे के बाद शिवरात्रि शुरू होगी और अभिषेक करने का यही सही समय है। इससे पहले त्रयोदशी की पूजा रहेगी। शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ाने का भी विशेष महत्व होता है।
*4 पहर की पूजा होती है*

शिवरात्रि पर रातभर 4 पहर की पूजा का महत्व बताया गया है, जिसमें पूजा करने का विशेष फल प्राप्त होता है। इसलिए शाम 6 से रात 9 बजे तक पहला पहर, रात 9 से 12 बजे तक दूसरा पहर, रात 12 से 3 बजे तक तीसरा पहर व 3 से सुबह 6 बजे तक चौथा पहर होता है। प्रत्येक पहर में अलग-अलग पूजा होती है।
*केवल सावन में ही शिवलिंग पर चढ़ता है दूध*

पंडित जसवंत शास्त्री ने बताया कि कि केवल सावन महीने में ही शिवलिंग पर दूध चढ़ाया जाता है, खासकर शिवरात्रि को। हालांकि भक्त अन्य माह में भी शिवलिंग पर दूध चढ़ाते हैं। मान्यता है कि सावन की शिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने विष पिया था, जिस कारण गर्मी बढ़ गई थी। इसलिए दूध व गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। सावन में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का एक कारण यह भी है कि इस माह लोग दूध नहीं पीते, इसलिए शिवलिंग पर चढ़ाने की प्रथा है।
*रुद्राभिषेक का विशेष महत्व*

सावन की शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। अलग-अलग मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए विभिन्न तरीके से अभिषेक किया जाता है। पंडित अनुराग शास्त्री ने बताया कि सुख-शांति के लिए गंगाजल से, संपत्ति प्राप्ति के लिए गाय के दूध से, संतान प्राप्ति के लिए घी से, रोग निवारण से गिलाय या कुषाह के रस से, धन प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से, बच्चों की पढ़ाई बढ़ाने के लिए केसर से अभिषेक होता है।

Sunday, July 24, 2022

July 24, 2022

Ukraine से लौटे MBBS स्टूडेंट्स को नहीं मिलेगा भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन!

Ukraine से लौटे MBBS स्टूडेंट्स को नहीं मिलेगा भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन! 

केंद्र ने कहा- NMC ने नहीं दी मंजूरी है

रूस से जंग के बीच यूक्रेन में अपनी पढ़ाई छोड़कर भारत लौटने को मजबूर मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए बुरी खबर है। इन छात्रों को भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन नहीं मिल सकेगा। शुक्रवार, 22 जुलाई को केंद्र सरकार की ओर से इस बारे में लोकसभा में जानकारी दी गई। केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री भारती पवार ने Lok Sabha में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि ‘नेशनल मेडिकल कमीशन ने इसकी अनुमति नहीं दी है’। इन एनएमसी की मंजूरी के बिना Ukraine से लौटे इन मेडिकल स्टूडेंट्स को न तो किसी भारतीय मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर मिल सकेगा, न ही इन्हें एकोमोडेट किया जा सकेगा। 
*IMC और NMC Act में ऐसा कोई प्रावधान नहीं!*

केंद्रीय राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में बताया कि इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट 1956 और नेशनल मेडिकल कामीशन एक्ट 2019 में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसके तहत विदेश से लौटे मेडिकल स्टूडेंट्स को भारत के मेडिकल कॉलेजों में ट्रांसफर किया जा सके। इसलिए अपने Medical Colleges में इन स्टूडेंट्स को जगह देने के राज्यों के फैसले को एनएमसी ने मंजूरी नहीं दी है। 
*विदेश से मेडिकल करने वालों पर लागू होते हैं FMG नियम*

मंत्री ने कहा कि ‘विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स/ ग्रेजुएट्स या तो स्क्रीनिंग टेस्ट रेगुलेशन 2002 में कवर होते हैं, या फिर फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट लाइसेंसिएट रेगुलेशन 2021 के तहत.’
*पश्चिम बंगाल में 400 से ज्यादा स्टूडेंट्स को मिल चुका दाखिला?*

क्या पश्चिम बंगाल सरकार यूक्रेन से लौटे 400 से ज्यादा Medical Students को राज्य के मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दे चुकी है? इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि ‘देश में मेडिकल एजुकेशन रेगुलेटरी बॉडी यानी राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के पास इस पर कोई जानकारी उपबल्ध नहीं है.’
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बीते दो साल के अंदर Ukraine और China में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे करीब 40 हजार मेडिकल स्टूडेंट्स भारत लौटे हैं. यूक्रेन से लौटने की वजह Russia Ukraine War है, तो चीन से लौटने का कारण कोरोना महामारी। 
गौरतलब है कि बीते 29 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने एनएमसी को निर्देश दिया कि वह युद्ध और महामारी से प्रभावित इन MBBS स्टूडेंट्स की भारत के मेडिकल कॉलेजों में ट्रेनिंग के लिए योजना बनाए. इसके लिए कोर्ट ने आयोग को दो महीने का समय दिया था. मार्च में जारी एक सर्कुलर में NMC ने विदेश से लौटे इन स्टूडेंट्स को भारत में अपनी इंटर्नशिप पूरी करने की छूट दी थी। बशर्ते वे FMGE Exam क्लीयर कर लें।

Saturday, July 23, 2022

July 23, 2022

केंद्र सरकार ने फ्लैग कोड में अहम बदलाव किए

केंद्र सरकार ने फ्लैग कोड में अहम बदलाव किए

अब तिरंगे को दिन और रात दोनों ही समय में फहराया जा सकता है

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने फ्लैग कोड में अहम बदलाव किए हैं। अब तिरंगे को दिन और रात दोनों ही समय में फहराया जा सकता है। इसके साथ ही झंडे में पालिएस्टर के उपयोग के अलावा मशीन से बने होने की अनुमति देकर राष्ट्रीय ध्वज कोड को बदला गया है।
यह कदम तब आया जब सरकार ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ (हर घर में झंडा फहराना) शुरू करने जा रही है।

सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फहराना और उपयोग भारतीय ध्वज संहिता 2002 और राष्ट्रीय सम्मान के अपमान की रोकथाम अधिनियम 1971 द्वारा शासित है।
भारत की ध्वज संहिता, 2002 को 20 जुलाई 2022 को एक आदेश के माध्यम से और संशोधित किया गया है और भारत के ध्वज संहिता, 2002 के भाग- II के पैराग्राफ 2.2 के खंड (xi) को अब निम्नानुसार जाना जाएगा। झंडे को अब दिन-रात में फहराया जा सकता है। इससे पहले तिरंगे को सूर्य उदय से सूर्यास्त तक फहराने की अनुमति थी, चाहे मौसम कुछ भी हो।
इसी प्रकार भारतीय ध्वज संहिता, 2002 के भाग-I के पैराग्राफ 1.2 को अब निम्नानुसार जाना जाएगा। राष्ट्रीय ध्वज को हाथ से काते और हाथ से बुने हुए या मशीन से बने कपास/पालिएस्टर/ऊन/रेशम खादी बंटिंग से बना होना चाहिए। पहले मशीन से बने और पालिएस्टर के झंडे का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।
बता दें कि आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्र भारत के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। 13 से 15 अगस्त तक लोगों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया गया है।

गृह सचिव ने अपने पत्र के साथ ध्वज संहिता की मुख्य विशेषताओं को भी संलग्न किया है। इसमें 30 दिसंबर, 2021 और 20 जुलाई, 2022 को किए गए परिवर्तन और राष्ट्रीय ध्वज के उपयोग और प्रदर्शन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) शामिल हैं।

Thursday, July 21, 2022

July 21, 2022

हरियाणा में बारिश से बाढ़ के हालात:अभी कई जिलों में बादल बरसने के आसार; भिवानी में 120 तो जींद में 110MM पानी गिरा

हरियाणा में बारिश से बाढ़ के हालात:अभी कई जिलों में बादल बरसने के आसार; भिवानी में 120 तो जींद में 110MM पानी गिरा

हिसार : हरियाणा में मानसून की झमाझम बारिश हो रही है। 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा पानी भिवानी में 120MM गिरा है। यहां 12 घंटों में 80 MM बरसात दर्ज की गई है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कहीं भारी बारिश तो कहीं हल्की बूंदाबांदी का दौर गुरुवार अल सुबह से ही जारी है। कई शहरों में तो बरसात के बाद सड़कें और गलियां तालाब बन गई हैं। मौसम विभाग ने अधिकतर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में बारिश की संभावना 24 जुलाई तक जताई गई है।

*अगले 3 घंटे इन जिलों पर भारी*

मौसम विभाग ने अगले ढाई से 3 घंटे के दौरान कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 11:45 बजे जारी बुलेटिन में बताया गया है कि पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, रोहतक भिवानी और पानीपत में मध्यम से तीव्र बारिश संभव है। इसके साथ ही 3 बजे तक सोनीपत, झज्जर, पलवल, सिरसा व चरखी दादरी में हलकी बारिश संभव है।
*मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट।*

गुरुवार को लोग सुबह सोकर उठे तो लगभग हर जगह ही आसमान काले बादलों से घिरा था। सुबह 6 बजे के आसपास बारिश शुरू हुई और इसके बाद प्रदेश के हर जिले से ही मानसून के झमाझम बरसने की सूचना माैसम विभाग से दी गई। 24 घंटे के दौरान हुई बारिश को देखें तो सबसे ज्यादा 120 एमएम बरसात भिवानी जिले में दर्ज हुई है। बुधवार को दिन में यहां 42 एमएम बरसात और इसके बाद अब सुबह तक 80 एमएम पानी और गिर चुका है। सोनीपत में 25.5एमएम बरसात हुई है। यहां सुबह से ही हल्की बारिश चल रही है।
जींद में बारिश के बाद के हालात। पानी में बंद हुई गाड़ी को धकेल कर ले जाते हुए।

*जींद में 4 घंटे से भारी बरसात*

सुबह से ही जींद, फतेहाबाद, पानीपत, कैथल आदि जिलों में भारी बरसात हो रही है। जींद मे को लगातार 4 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने बाढ़ के हालात पैदा कर दिए। शहर की कोई ऐसी सड़क और गली नहीं बची थी जहां बरसाती पानी जमा न हुआ हो। वहीं अधिकतम तथा न्यूनतम तापमान में भी पांच डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। जींद का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जींद में 110एमएम और जिले के अन्य क्षेत्रों नरवाना में 65, उचाना में 79 व सफीदों क्षेत्र में 49एमएम बरसात दर्ज हुई है।
जींद में सड़कों पर भरा पानी।

फतेहाबाद में गलियां तालाब बनी

फतेहाबाद क्षेत्र में जहां 55 एमएम बरसात हुई, वहीं इस जिले के अन्य इलाकों भट्‌टू कलां में 53, रतिया में 51 और कुलां में 56 एमएम बारिश दर्ज हुई है। शहर का स्वामी तुलसीदास चौक, धर्मशाला रोड, मॉडल टाउन, बस स्टैंड, हॉस्पिटल रोड, नेशनल हाईवे, जवाहर चौक सहित सभी निचले इलाके जलमग्न हो गए। हालांकि प्रशासन द्वारा बनाए गए डिस्पोजल टैंक काम करते रहे। बरसात ज्यादा होने के कारण पानी भी जमा होता रहा। अब देखना होगा कि इतनी तेज बरसात में टैंक कितनी देर में शहर से पानी निकाल सकते हैं। पिछले दिनों जो बरसात हुई थी तब सिर्फ 20 मिनट की बरसात से शहर डूब गया था, लेकिन राहत की बात यह थी कि 2 घंटों के अंदर टेंट में शहर को पानी से खाली कर दिया था।
*फतेहाबाद में बारिश के बाद पानी से लबालब सड़कें।*

इन जिलों में खूब गिरा पानी

हरियाणा में हो रही बारिश के आंकड़ों पर गौर करें तो भिवानी जिले में 120.7 एमएम बरसात हुई है। यह आंकड़ा प्रदेश में सबसे ज्यादा है। इसके बाद जींद में 110एमएम, रेवाड़ी के बावल में 58एमएम बारिश हुई। फतेहाबाद में 56, कुरुक्षेत्र में 56, करनाल में 40, रोहतक में 35 और यमुनानगर के दामला में 31.5 एमएम बरसात हुई है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में अभी बरसात का दौर जारी है।
*न्यूनतम तापमान 22 डिग्री पर आया*

बारिश के बाद प्रदेश में लोगों को गर्मी से भारी राहत मिली है। न्यूनतम तापमान तो यहां 22 डिग्री पर आ गया है, वहीं अधिकतम तापमान में 36.9 डिग्री है। बुधवार रात को रेवाड़ी के बावल में न्यूनतम तापमान सबसे कम 22.3 डिग्री रहा। यहां न्यूनतम तापमान 24 घंटे में 5.1 डिग्री तक गिरा है। हालांकि न्यूनतम तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट सिरसा में 5.8 डिग्री दर्ज की गई। हालांकि सिरसा में कितनी बारिश हुई इसका आंकड़ा मौसम विभाग की ओर से जारी नहीं हुआ। अधिकतम तापमान में भी 7.2 डिग्री तक गिरावट हुई है।

Monday, July 18, 2022

July 18, 2022

हरियाणा काे मिलेगा एक और एलिवेटिड HighWay का तोहफा, 19 को शुभारंभ करेंगे नितिन गडकरी

हरियाणा काे मिलेगा एक और एलिवेटिड HighWay का तोहफा, 19 को शुभारंभ करेंगे नितिन गडकरी

चंडीगढ़ :- हरियाणा को एक और एलिवेटेड हाईवे का उपहार मिलने जा रहा है। लगभग 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार गुरुग्राम-सोहना एलिवेटेड हाईवे का शुभारंभ 19 जुलाई को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा किया जाएगा। नेशनल हाइवे 248-ए की लंबाई करीब 22 किलोमीटर की है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि एलिवेटेड हाईवे गुरुग्राम व सोहना के बीच की दूरी कम करने के साथ यातायात को भी सुगम बना सकेगा। 
*पैकेज एक में करीब 1 हजार करोड़ रुपए व पैकेज दो में करीब 944 करोड रुपए*

इस हाईवे के निर्माण के पैकेज एक में करीब 1 हजार करोड़ रुपए व पैकेज दो में करीब 944 करोड रुपए खर्च किए गए हैं। राव ने जानकारी देते हुए बताया कि यह एलिवेटेड हाईवे गुरुग्राम से दिल्ली- बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे को जोड़ने का कार्य भी करेगा। उन्होंने आगे बताया कि इसी के साथ केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री रेवाड़ी-अटेली मंडी पैकेज 1 नेशनल हाईवे नंबर 11 का भी शुभारंभ करेंगे, जिस पर करीब 1,148 करोड़ रुपए की लागत आई है।

Sunday, July 17, 2022

July 17, 2022

राशि गुप्ता बनी जींद शहर की सबसे युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट

राशि गुप्ता बनी जींद शहर की सबसे युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट 

जींद : आईसीएआई चार्टर्ड एकाउंटेंट्स बॉडी ने रिजल्ट घोषित किया।  जिसमे दोनों समूहों का परिणाम 12.59% रहा।  प्रथम समूह का परिणाम 21.99% रहा और द्वितीय समूह का परिणाम 21.94% रहा।  देशभर में कुल 12449 छात्र बने चार्टर्ड अकाउंटेंट राशि गुप्ता ने 21 उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा पार की। राशि गुप्ता ने फाइनल के दोनो ग्रुप 1 प्रयास में पास किया है।  राशि गुप्ता ने कहा की उनकी प्रेरणा उनके पिता जी अशोक गुप्ता है जो की खुद सीए है।  उन बचपन से ही अपने पिता जी से बनने की प्रेरणा ली।  सीए अशोक गुप्ता जींद के जाने माने सीए है। उनके परिवार में कुल 11 सीए है।  उनकी माता जी पूजा गुप्ता ने बताया की राशि शुरू से ही पढाई में अव्वल रह है और 12वीं में भी डीएवी स्कूल से पढाई कर 96% अंक प्रप्त की और कॉमर्स के 4 विषय में डीएवी स्कूल में टॉप किया था।  राशि गुप्ता ने बताया की उन्होनें लगातर के महिनो तक 8-9 घंटो की पढाई की।  उन्होन अपनी काम्यबी का श्रेय अपने माता पिता और भगवान को दिया है।

Saturday, July 16, 2022

July 16, 2022

पुलिस कर्मचारी की बेटी ने जीता जुनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक

*पुलिस कर्मचारी की बेटी ने जीता जुनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक*

राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती की विभिन्न प्रतियोगिताओ में मेडल जीतने वाली महिला खिलाड़ी को पुलिस लाईन जींद में किया गया सम्मानित।
तीन बार भारत केसरी व पांच बार हरियाणा केसरी का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं प्रिया।

जींद :  जींद जिले के गांव निडानी की महिला खिलाड़ी प्रिया को पुलिस लाइन जींद में आयोजित समारोह में पुलिस अधीक्षक जींद नरेंद्र बिजारनिया द्वारा सम्मानित किया गया। प्रिया ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेली गई कुश्ती की कई प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल किए हैं वह 3 बार भारत केसरी व 5 बार हरियाणा केसरी का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं।
बता दें कि प्रिया के पिता जयभगवान कुश्ती के खिलाडी रहें हैं जो खेल के जरिए सेना में भर्ती हुए। सेना से रिटायरमेंट के बाद अब जींद पुलिस विभाग में एसपीओ के पद पर कार्यरत पुलिस लाइन में तैनात हैं। माता पुनम देवी घर संभालती हैं। उन्होनें बताया कि 2005 में जन्मी प्रिया की शुरु से ही कुश्ती में रुची रही है जिसने 2017 से कुश्ती खेलना शुरु किया।   
इस दौरान *पुलिस अधीक्षक जींद नरेंद्र बिजारनिया* ने कहा कि खिलाडी प्रिया ने सभी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर अपनी मेहनत के बल पर पदक जीतकर अपने माता-पिता के साथ-साथ जिला जींद व देश का नाम रोशन किया है। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग के कर्मचारियों व उनके बच्चों को खेलों में आगे बढाने के लिए विभाग हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार है। खेलों के सम्बंधी जो भी सहयोग खिलाडियों को चाहिए वह सहयोग पुलिस विभाग करने को तैयार है। हम चाहते है कि हमारे पुलिस कर्मचारियों के बच्चे खेलों में राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मैडल लेकर आए व अपने माता-पिता का नाम रोशन करें।
*महिला खिलाड़ी प्रिया द्वारा हासिल किए गए पदकः-*

1. 5 से 9 दिसंबर 2018 को हरियाणा के सोनीपत में आयोजित नेशनल स्कुल गेम्स में स्वर्ण पदक। 

2. 9 से 20 जनवरी 2019 पुणे महाराष्ट्र खेला इंडिया युथ गेम्स में स्वर्ण पदक।

3. 17 से 22 नवंबर 2019 दिल्ली में खेले गए नेशनल स्कुल गेम्स में स्वर्ण पदक।

4. 26 से 28 जनवरी 2020 पटना बिहार में आयोजित सब-जुनियर नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक।

5. 19 से 25 जुलाई 2021 बुडापेस्ट (हंगरी) में आयोजित कैडेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक।

6. 19 से 26 जून 2022 बिश्केक में आयोजित कैडेट एशिया चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक।

7. 2 से 10 जुलाई 2022 बहरीन में आयोजित जुनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया गया।
पुलिस अधीकक्ष जींद द्वारा प्रिया को बधाई दी गई व उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रिया की उपलब्धि को देखते हुए सभी अभिभावकों को अपने बच्चों की खेलों के प्रति भावना को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि वें भी खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। इस अवसर पर एसपी जींद के अलावा एएसपी नरवाना कुलदीप सिंह, डीएसपी  जितेन्द्र सिंह, डीएसपी  रोहताश ढुल, डीएसपी  रवि खुंडिया, डीएसपी  नरसिंह, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक गीता देवी, निरीक्षक नवीन मोर, लाईन अधिकारी निरीक्षक कुलबीर सिंह मौजूद रहे।

Thursday, July 14, 2022

July 14, 2022

अपने ही महकमे के कर्मचारी के खिलाफ आईटीआई के कर्मचारीयों ने प्रिंसिपल को सौंपा ज्ञापन

अपने ही महकमे के कर्मचारी के खिलाफ आईटीआई के कर्मचारीयों ने प्रिंसिपल को सौंपा ज्ञापन

जींद :  राजकीय  आईटीआई  के समस्त  स्टाफ सदस्यों  की और से  जोगेन्द्र सिंह अधीक्षक के नेतृत्व में गठित कमेटी  ने  प्रधानाचार्य  आईटीआई  अनिल गोयल  को ज्ञापन दिया ।  संस्थान  में  कार्यरत  कर्मचारी  वेद प्रकाश  जो की हर स्टाफ सदस्य से बदतमीजी से पेश व राजनीति  धौंस जमाता है, ना ही प्रशिक्षण  में रूचि  लेता है ।  संस्थान  का माहौल खराब  करता है ।  इस कर्मचारी  पर तुरंत  प्रभाव से  कार्यवाही  करने की  सिफारिश  की है । इस अवसर पर  केवल सिंह,  कृष्ण  दहिया, नरेन्द्र  ढूल,  ताराचंद, सुमन रेढू, ज्योति छाबडा, सुनील कत्याल, वीरेन्द्र  कौशिक,  पवन कुमार आदि स्टाफ  सदस्य  उपस्थित  थे ।
July 14, 2022

आज से सावन मास शुरू:अगले 117 में से 75 दिन उत्सव के, शिव पूजा के 10 आसान स्टेप्स, सेहत के लिए आयुर्वेद और योग के टिप्स

आज से सावन मास शुरू:अगले 117 में से 75 दिन उत्सव के, शिव पूजा के 10 आसान स्टेप्स, सेहत के लिए आयुर्वेद और योग के टिप्स

हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ : आज से हिन्दी पंचांग का पांचवां महीना सावन शुरू हो गया है। ये भगवान शिव की आराधना का महीना है और उत्सवों की शुरुआत का भी। अगले 117 दिन यानी 8 नवंबर 2022 (कार्तिक पूर्णिमा) तक 75 दिन बड़े व्रत और उत्सव के होंगे।


सावन का धर्म ग्रंथों से लेकर आयुर्वेद तक में बहुत महत्व है। धर्म ग्रंथों में सावन को श्रावण भी कहते हैं। शिवपुराण कहता है कि ये महीना श्रवण करने यानी सुनने का है, इसलिए इसका नाम श्रावण है। इस महीने में धार्मिक कथाएं और प्रवचन सुनने की परंपरा है। सावन बदलाव का महीना भी है। ज्येष्ठ और आषाढ़ की गर्मी के बाद बारिश शुरू हो रही है। आयुर्वेद में सावन को योग-ध्यान का महीना कहा गया है। इन दिनों में खानपान से लेकर हमारे एक्सरसाइज करने के तरीकों तक में बदलाव करना चाहिए।
*सावन क्यों प्रिय है शिव जी को?*

सावन में अन्य देवी-देवताओं के मुकाबले शिव जी की पूजा सबसे अधिक की जाती है। ये पूरा महीना ही शिव जी को समर्पित है। ऐसा कहते हैं कि सावन महीने में ही देवी पार्वती ने शिव जी को पति रूप में पाने के लिए तपस्या शुरू की थी। तप से प्रसन्न होकर शिव जी प्रकट हुए और देवी की इच्छा पूरी करने का वरदान दिया। सावन महीना शिव जी को प्रिय होने की दो खास वजहें हैं। पहली, इसी महीने से देवी पार्वती ने शिव जी को पति रूप में पाने के लिए तप शुरू किया था। दूसरी, देवी सती के जाने के बाद शिव जी को फिर से अपनी शक्ति यानी देवी पार्वती पत्नी के रूप में वापस मिली थीं।
शिवपुराण की विद्येश्वरसंहिता के अध्याय 16 में शिव जी कहते हैं कि मासों में श्रावण (सावन) मुझे बहुत प्रिय है। इस महीने में श्रवण नक्षत्र वाली पूर्णिमा रहती है। इस वजह से भी माह को श्रावण कहते हैं। सावन महीने में सूर्य अधिकतर समय कर्क राशि में रहता है। जब सूर्य कर्क राशि में होता है, उस समय में की गई शिव पूजा जल्दी सफल होती है।
*शिवलिंग पर ठंडे जल की धारा से अभिषेक क्यों किया जाता है?*

इस परंपरा के पीछे समुद्र मंथन की कथा है। जब देवताओं और दानवों ने समुद्र को मथा तो सबसे पहले हलाहल विष निकला, जिसे शिव जी ने पी लिया था। इस विष को भगवान ने गले में धारण किया, जिससे उनका कंठ नीला हो गया। विष की वजह शिव जी के शरीर में गर्मी बहुत बढ़ गई थी। इस गर्मी को शांत करने के लिए शिवलिंग पर ठंडे जल की धारा चढ़ाने की परंपरा है। 
*सावन से शुरू होगा उत्सवों का दौर*

सावन से कार्तिक माह के 117 दिनों में 75 दिन ऐसे रहेंगे, जब बड़े व्रत और पर्व मनाए जाएंगे। सावन में हरियाली अमावस्या, नाग पंचमी और रक्षाबंधन बड़े पर्व रहेंगे। भाद्रपद में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, हरियाली अमावस्या, हरतालिका तीज, 10 दिन गणेश उत्सव और भाद्रपद पूर्णिमा आदि रहेंगे। आश्विन माह में सबसे ज्यादा 26 दिन उत्सव मनाए जाएंगे। इनमें 15 दिन श्राद्ध पक्ष, 9 दिन नवरात्रि, दशहरा और शरद पूर्णिमा शामिल हैं। कार्तिक मास में करवा चौथ, पुष्य नक्षत्र, 5 दिन दीपावली, देवउठनी एकादशी और देव दीपावली मनाए जाएंगे। इन पर्वों के साथ ही चारों महीनों में एकादशियां, चतुर्थी, प्रदोष और अन्य खास तिथियां भी रहेंगी। इस तरह सावन से कार्तिक मास तक 75 दिनों में बड़े व्रत और पर्व आएंगे।
*सावन में व्रत-उपवास करना सेहत के लिए जरूरी क्यों है?*

सावन में हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान का खास ध्यान रखें। इस महीने में व्रत-उपवास जरूर करें। सप्ताह में कम से कम एक दिन सोमवार को अन्न छोड़कर सिर्फ फलाहार करें। आयुर्वेद के ग्रंथ चरक संहिता के सूत्रस्थानम अध्याय में व्रत-उपवास के बारे में लिखा है। आयुर्वेद में रोगों का उपचार 6 तरह से होता है। लंघन, बृंहण, रूक्षण, स्नेहन, स्वेदन और स्तंभन। इन 6 विधियों में लंघन बहुत खास है। लंघन के भी दस प्रकार हैं। इनमें 10 प्रकारों में उपवास भी है। उपवास से पेट संबंधी कई बीमारियां दूर हो जाती हैं।
*सावन में योग-प्राणायम से सेहत रहती है अच्छी*

सावन में मौसम ऐसा रहता है कि हमारा मन उन चीजों की ओर ज्यादा ललचाता है जो हमारी सेहत के लिए ठीक नहीं है। तली हुई चीजें, मसालेदार खाना बारिश में ज्यादा अच्छा लगता है, लेकिन अभी ये खाना आसानी से पचता नहीं है और हम इनकी वजह से बीमार हो सकते है। इसलिए ऐसी चीजें ही खाएं, जिन्हें आसानी से पचाया जा सकता है। बाहर का खाना बिल्कुल न खाएं। साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।

*पाचन को मजबूत बनाने के लिए ये टिप्स अपनाएं*

सावन में रोज सुबह 12 आसन वाला सूर्य नमस्कार जरूर करें।
पवनमुक्तासन, पादहस्त आसन, सेतुबंधासन, धनुरासन, भुजंगासन करें।
कपालभाति प्राणायाम करें।
*वर्षा ऋतु का सेहत पर क्या असर होता है?*

सावन और बारिश में कई दिनों तक सूर्य की रोशनी हम तक नहीं पहुंच पाती है। धूप की कमी, बादल से बरसने वाला पानी और जमीन से निकलने वाली वाष्प की वजह से वात रोग यानी गैस से संबंधित बीमारियां अधिक होती हैं। इन दिनों में हमारा पाचन भी कमजोर रहता है।