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Wednesday, August 10, 2022

August 10, 2022

पिछले 3 वर्षों में इन 3 प्रमुख सहयोगियों ने छोड़ा भाजपा का साथ

पिछले 3 वर्षों में इन 3 प्रमुख सहयोगियों ने छोड़ा भाजपा का साथ

नई दिल्लीः वर्ष 2019 के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबंध तोड़ने वाला जनता दल (यूनाइटेड) उसका तीसरा प्रमुख राजनीतिक सहयोगी है। लगातार दूसरी बार 2019 में लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्र की सत्ता में भाजपा के आने के 18 महीनों के भीतर उसके दो पुराने सहयोगियों, शिवसेना और अकाली दल ने उससे नाता तोड़ लिया था। अगले लोकसभा चुनाव में दो साल से कम समय बचा है, और अब जद(यू) ने उससे गठबंधन तोड़ लिया है। 
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने वाला जद(यू) सांसदों और विधायकों के मामले में भाजपा के सहयोगियों में सबसे बड़ा दल है। जद(यू) के जार्ज फर्नांडीस कभी राजग के संयोजक हुआ करते थे, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी ने 2013 में भी भाजपा से उस वक्त नाता तोड़ लिया था, जब नरेंद्र मोदी को भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था। 
वर्ष 2017 में कुमार ने राजद से नाता तोड़ लिया था और महागठबंधन सरकार से अलग होकर भाजपा के साथ सरकार बना ली थी। इसके बाद भाजपा और जद(यू) ने 2020 का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा और राज्य में सरकार बनाई, लेकिन संबंधों में तनाव के कारण मंगलवार को कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और राजद के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। पिछले नौ वर्षों में यह दूसरा मौका है, जब जद(यू) ने भाजपा से रिश्ते तोड़े हैं। राजग से जद(यू) के बाहर होने के बाद भाजपा के लिए देश का पूर्वी हिस्सा खासा चुनौतीपूर्ण हो गया है। खासकर, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और बिहार। 
दक्षिण के राज्य पहले से ही भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं। सिर्फ कर्नाटक ही एक ऐसा राज्य है, जहां भाजपा की सरकार है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में अभी वह एक ताकत के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। जद(यू) के अलग होने के बाद लोकसभा सीट की संख्या के हिसाब से अब दो ही ऐसे बड़े राज्य हैं, जहां भाजपा गठबंधन की सरकारें हैं और वे हैं उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र। इन दोनों राज्यों में लोकसभा की 128 सीट हैं। बिहार, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भाजपा सत्ता में नहीं है और इन राज्यों में लोकसभा की कुल 122 सीट हैं। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में 18 और बिहार में 17 सीट पर जीत हासिल की थी। 
उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों में मजबूत प्रर्दशन के दम पर भाजपा 2014 से केंद्र की सत्ता में है और उसकी कोशिश पूर्वी और दक्षिण क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने की है। ‘‘सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज'' के प्रोफेसर संजय कुमार ने भाजपा से जद(यू) के अलग होने पर कहा, ‘‘यह स्पष्ट संकेत है कि सहयोगी दल भाजपा के साथ सहज नहीं हैं और एक-एक कर उससे अलग होते जा रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन साथ ही इससे भाजपा को एक अवसर भी मिलता है कि जिस राज्य की क्षेत्रीय पार्टी ने उसका साथ छोड़ा है, वहां वह अपनी स्थिति मजबूत कर सके।'' 
अकाली दल के नरेश गुजराल ने कहा कि भाजपा ‘‘एकला चलो रे'' की रणनीति पर विश्वास करती है और राजग सिर्फ कागजों पर ही रह गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अभी जो उसमें (राजग) हैं, वह भी अपना अस्तित्व बचाने के लिए वहां से निकल जाएंगे।'' वर्ष 2014 से 2019 के बीच महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और चंद्रबाबू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी राजग से अलग हो गए। 
वर्ष 2019 में शिवसेना से भाजपा का गठबंधन टूट गया और उसने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस से गठबंधन कर वहां सरकार बना ली। हालांकि, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना का बड़ा धड़ा टूट गया और उसने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली। शिंदे इस गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। 
इनके अलावा झारखंड में सुदेश महतो के नेतृत्व वाला ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन, ओ पी राजभर के नेतृत्व वाला सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, बोडो पीपुल्स पार्टी, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमडीएमके और डीएमडीके भी भाजपा के नेतृत्व वाले राजग से अलग हो गए। केंद्रीय स्तर पर राजग में फिलहाल कम से कम 17 सहयोगी दल हैं, जबकि कई राजनीतिक संगठनों से उसका कुछ राज्यों में भी गठबंधन है।

Tuesday, August 9, 2022

August 09, 2022

सहकारिता क्षेत्र के विस्तार के लिए जेम पोर्टल बहुत उपयोगी : शाह

सहकारिता क्षेत्र के विस्तार के लिए जेम पोर्टल बहुत उपयोगी : शाह

नई दिल्लीः केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि देश में सहकारिता क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और इसके विस्तार के लिए गवर्नमेंट ई माकेर्टप्लेस (जीईएम)पोर्टल बहुत उपयोगी प्लेटफार्म सिद्ध होगा। 
शाह ने यहां सहकारिता मंत्रालय,भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) और जी ई एम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जी ई एम पोटर्ल पर सहकारिताओं की ‘ऑनबोर्डिंग' को ई-लॉन्च करने के मौके पर यह बात कही। इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केन्द्रीय सहकारिता एवं उत्तर पूर्व क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बी एल वर्मा और एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शाह ने कहा , ‘‘ आज का दिन भारत के इतिहास का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण दिन है। 1942 में 9 अगस्त को ही गांधी जी ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन शुरु किया था और आज़ादी के अमृत महोत्सव में 9 अगस्त के दिन ही आज एक और महत्वपूर्ण काम हो रहा है जिसमें देशभर की सभी सहकारी समितियों के लिए जीईएम यानी जेम के दरवाजे खुल गए हैं। उन्होने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और इस क्षेत्र के विस्तार के लिए यह पोटर्ल एक बहुत उपयोगी प्लेटफार्म सिद्ध होगा।'' 
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सरकार की अधिकतर इकाइयां जेम के माध्यम से ही ख़रीदारी करती हैं इसलिए सहकारी समितियों को अपना बाज़ार बढ़ाने के लिए जेम पर आपूर्ति के लिए पंजीकरण की भी तैयारी शुरु करनी चाहिए। उन्होने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ से भी सहकारी समितियों की माकेर्टिंग बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि इसके लिए जेम से अच्छा और कोई रास्ता नहीं हो सकता। 
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से इस क्षेत्र को नजरंदाज किया गया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ऐतिहासिक सुधारों व आधुनिकीकरण के साथ इसके विस्तार को गति दे रहे हैं। सहकारिता मंत्रालय ने विस्तार के लिए ढेर सारे उपाय किए हैं और पिछले एक साल में मंत्रालय 25 से 30 नयी पहलों पर लगातार समांतर रूप से काम कर रहा है। उन्होने कहा कि ‘पैक्स से लेकर अपैक्स' तक एक समग्र द्दष्टिकोण के साथ सहकारिता नीति भी बनाई जा रही है। 
उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार को सहकारिता का विस्तार करना है लेकिन इसका कोई डेटाबेस ही नहीं है, इसलिए मंत्रालय सभी प्रकार की सहकारी समितियों का एक राष्ट्रस्तर का डेटाबेस भी बना रहा है। यूनिवर्सिटी की स्थापना का काम भी आगे बढ़ा है, इससे नए प्रोफेशनल तैयार होंगे। इस यूनिवर्सिटी में सहकारिता क्षेत्र में काम करने वाले लोगों और नए कर्मचारियों के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था भी उपलब्ध होगी। 
एक एक्सपोर्ट हाउस भी रजिस्टर किया जा रहा है जो दिसंबर तक हो पूरा जाएगा। यह देशभर के कोऑपरेटिव को एक्सपोर्ट करने के लिए प्लेटफार्म प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव एक्ट में भी आमूलचूल परिवर्तन किए जा रहे हैं और सरकार ने सारे पैक्स को कंप्यूटराइज करने का निर्णय भी लिया है।''
August 09, 2022

बरसाती मौसम में क्या आपकी प्राइवेट पार्ट में होती है खुजली-इंफेक्शन तो जानिए 1 इलाज

बरसाती मौसम में क्या आपकी प्राइवेट पार्ट में होती है खुजली-इंफेक्शन तो जानिए 1 इलाज
बरसाती मौसम में नमी के चलते बैक्टीरिया इतनी तेजी से पनपते हैं कि  कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। महिलाओं को इसी मौसम में प्राइवेट पार्ट से जुड़ी इंफेक्शन होती है। आपने सुना होगा कि उन्हेंं इस मौसम में योनि व उसके आस-पास खुजली, जलन, रेशेज और यूरिन लगने की समस्या हो जाती है जो यूटीआई इंफेक्शन के चलते भी हो सकती है। पुरुषों के मुकाबले ये समस्या ज्यादातर महिलाओं को ही होती है वो भी खासकर मानसून के दिनों में। वैसे तो इसका इलाज आम और संभव है लेकिन अगर आप लापरवाही बरत रही हैं तो दिक्कत बढ़ सकती है और इससे महिला को कंसीव करने में भी परेशानी आ सकती है और किडनी इंफेक्शन भी हो सकता है। 
इसलिए लक्षणों को इग्नोर करने की बजाए इस और ध्यान दें

आपको योनि में खुजली, जलन हो रही है
यूरिन पास करते दर्द -सनसनाहट और बार-बार यूरिन आता है।

पेट के निचले हिस्से में दर्द
हल्का बुखार थकान और कमजोरी महसूस होती है

यूरिन का रंग मटमैला हो गया है। 

अगर इंफेक्शन, ब्लैडर में ऊपर जाकर किडनी तक पहुंच गया है तो भी सूजन और जलन हो सकती है। वहीं कई बार योनि व आसपास के एरिया में खुजली की समस्या भी बढ़ जाती है। 
अगर इस तरह के लक्षण आपको दिखाई दे रहे हैं तो डाक्टरी जांच समय पर करवाएं। एंटीबायोटिक्स के जरिए आसानी से उपचार हो सकता है। 

खाने पीने और कुछ देसी उपचारों की मदद से भी इस बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है। इसके कई प्राकृतिक इलाज भी हैं। आप अब एक फल को भी खा लेंगे तो इस इंफेक्शन से बच जाएंगे। जी हां, वो फल है क्रैनबेरीज। 
बोस्टन यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार,  एक गिलास क्रैनबेरी का जूस पीना, उन्हें भरपूर मात्रा में खाना या रोज़ाना सप्लीमेंट के रूप में लेना यूटीआई इंफेक्शन को ठीक करने में बेहद मददगार है। बता दें कि क्रैनबेरी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो बैक्टीरिया को बढ़ने नहीं देते। इसी के साथ यह सूजन और इन्फ्लामेशन को कम करती हैं।
इसके अलावा लिक्विड डाइट ज्यादा लें, जैसे- पानी, जूस सूप आदि खूब पीएं ताकि यूरिन के रास्ते आपका इंफेक्शन बाहर निकलता रहे। इसके अलावा मौसमी फल ज्यादा से ज्यादा खाएं और यूरिन को रोककर ना रखें। नारियल पानी जरूर पीएं और लहसुन का सेवन जरूर करें
इन बातों का भी रखें ध्यान 

बारिश के मौसम में प्राइवेट पार्ट को गंदा ना छोड़ें। साफ सफाई के साथ इसे सूखा भी रखें।

पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान दें। 4 घंटे के भीतर पैड बदल लें।

कॉटन के अंडरवियर पहनें। नायलॉन की पैंटी से रेशेज और खुजली हो सकती है।

साबुन की बजाए इंटीमेट वॉश का इस्तेमाल करें।  

अगर इसके बावजूद आपको फर्क नहीं दिखाई दे रहा तो विशेषज्ञ की सलाह लेना ना भूलें।
August 09, 2022

बच्चा तो आदमी का भी होता है तो सिर्फ औरत को ही क्यों...आलिया भट्ट ने फिर दिया Trollers को जवाब

बच्चा तो आदमी का भी होता है तो सिर्फ औरत को ही क्यों...आलिया भट्ट ने फिर दिया Trollers को जवाब

इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेस में से एक आलिया भट्ट इन दिनों लोगों की सोच को लेकर बेहद परेशान हैं।अपनी अपकमिंग फिल्म ‘डार्लिंग्स’ के प्रमोशन में बिजी आलिया  ट्रोलिंग पर भी अपनी राय रखने से परहेज नहीं कर रही हैं। इस बार उन्होंने लोगों से सवाल किया कि बच्चा आदमी का भी तो होता है तो बातें सिर्फ महिलाओं को लेकर क्यों की जाती हैं ?
दरअसल प्रेगनेंसी की अनाउंसमेंट के दौरान आलिया लंदन में अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म हार्ट ऑफ स्टोन की शूटिंग कर रही थी। इसके बाद खबरें आने लगी कि  रणबीर कपूर शूटिंग के बाद उन्हें लंदन लेने जाएंगे, इसी बात पर अब आलिया का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- "एक लेख लिखने की आड़ में, यदि आप वास्तव में यह कहने जा रहे हैं कि प्रेगनेंसी के बाद एक महिला के जीवन में उथल-पुथल हो जाएगा तो मैं यह पूंछना चाहती हूं कि  आदमी को भी बच्चा हो रहा है तो तुम सिर्फ औरत को ही क्यों परेशान करते हो"।
इसी के साथ उन्होंने कहा-  इस तरह की प्रतिक्रिया देने का एकमात्र कारण यह है कि मेरे अंदर की नारीवादी जग गई है। इससे पहले आलिया भट्ट ने कहा था कि यदि आप स्वस्थ और तंदुरुस्त हैं तो आराम करने की जरूरत नहीं। साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी कि वह 100 साल की होने तक काम करेंगी। उन्होंने यह भी कहा-  "यदि आप स्वस्थ और तंदरुस्त हैं, तो आराम करने की जरूरत नहीं है। काम करने से मुझे सुकून मिलता है। यह मेरा जुनून है। यह मेरे मन, मस्तिष्क और आत्मा सबको जीवित रखता है और ऊर्जा देता है"।
एक्ट्रेस पहले भी Trollers पर भड़ास निकालते हुए कह चुकी है कि- "एक महिला जो भी करती है, वह सुर्खी बन जाता है। चाहे वह मां बनने का फैसला करे, किसी को डेट करे, क्रिकेट मैच देखने जाए, या छुट्टी पर जाए। कुछ कारणों से हमेशा महिलाओं की पसंद पर नज़र रखी जाती है।एक परिवार या बच्चे के होने से मेरा पेशेवर जीवन क्यों बदल जाएगा? वे पूरी तरह से दो अलग चीजें हैं ”।
August 09, 2022

हरियाणा में कौन कहां फहराएगा झंडा, यहां देखें लिस्ट

हरियाणा में कौन कहां फहराएगा झंडा, यहां देखें लिस्ट

चंडीगढ़ : स्वतंत्रता दिवस समारोह 15 अगस्त को पूर्व वर्षों की भांति हर्षोल्लास, जोश, उत्साह और गौरवपूर्ण ढंग से आयोजित किया जाएगा  प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सुबह 9 बजे के तुरंत बाद ध्वाजारोहण किया जाएगा। हरियाणा में  स्वतंत्रता दिवस पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री, आयुक्त और उपायुक्त झंडा फहराएंगे। इसके लिए लिस्ट जारी हो गई। 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल समालखा में झंडा फहराएंगे।

 उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, बहादुरगढ़ और असंध में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ध्वाजारोहण करेंगे, वहीं मंत्रीगण, नेता प्रतिपक्ष, संसद सदस्य, विधायक व अधिकारी मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा जारी सूची के अनुसार तिरंगा फहराएंगे। पढ़िए पूरी लिस्ट:
August 09, 2022

दस बार भारत ने पाकिस्तान को दी मात:कॉमनवेल्थ गेम्स के क्रिकेट, बॉक्सिंग, रेसलिंग, बैडमिंटन सब में हारे पाकिस्तानी

दस बार भारत ने पाकिस्तान को दी मात:कॉमनवेल्थ गेम्स के क्रिकेट, बॉक्सिंग, रेसलिंग, बैडमिंटन सब में हारे पाकिस्तानी

बर्मिंघम : भारत-पाक मुकाबले अक्सर ही हाईवोल्टेज रहते हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी जब दोनों देशों आमने-सामने हुए, तो पूरी दुनिया की नजर इनके ही मुकाबलों पर थी। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने न सिर्फ क्रिकेट के मैदान पर पाकिस्तान को हराया, बल्कि अलग-अलग मुकाबलों में कुल मिलाकर 10 दफा मात दी। आज स्पेशल स्टोरी में आपको उन मुकाबलों के बारे में बताते हैं, जब भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई।

*बैडमिंटन में 3 बार दी मात*

बैडमिंटन सिंगल्स में भारत की आकर्षि कश्यप के सामने पाकिस्तान की महरूर शहजाद की चुनौती थी। आकर्षि ने पहला गेम जीत भी लिया था और दूसरे गेम में मजबूत बढ़त बना ली थी, मगर शहजाद रिटायर्ड आउट हो गईं।
मेंस डबल्स में सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पाकिस्तान की अली और भट्टी की जोड़ी को 21- 8, 21- 7 से बुरी तरह से हराया था।
बैडमिंटन के मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत ने पाकिस्तान को 5-0 से एकतरफा मुकाबले में हराया था।
इंडियन स्टार शटलर किदांबी श्रीकांत ने मिक्स टीम इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए मुकाबला एकतरफा अंदाज में जीत लिया।
इंडियन स्टार शटलर किदांबी श्रीकांत ने मिक्स टीम इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए मुकाबला एकतरफा अंदाज में जीत लिया।
*बॉक्सिंग और क्रिकेट में बुरी तरह धोया*

बॉक्सिंग में भी भारतीय मुक्केबाजों ने पाकिस्तान पर जमकर मुक्के बरसाए। शिवा थापा ने 63.5 Kg वेट कैटेगरी में अपने पहले मुकाबले में बलोच को 5-0 से हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था।
बॉक्सिंग में भारतीय शिव थापा ने पाकिस्तानी मुक्केबाज को धूल चटाई।
बॉक्सिंग में भारतीय शिव थापा ने पाकिस्तानी मुक्केबाज को धूल चटाई।
क्रिकेट में भारतीय महिला टीम ने अपने दूसरे मैच में पाकिस्तान को 8 विकेट से हरा दिया था। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 99 रन पर ही समेट दिया था। पाकिस्तान को हराकर भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जीत का खाता खोला था।
पाकिस्तान की महिला टीम इंडियन बॉलिंग अटैक के सामने पूरे 20 ओवर भी नहीं टिक सकी और 18.2 ओवर्स में ऑलआउट हो गई।
पाकिस्तान की महिला टीम इंडियन बॉलिंग अटैक के सामने पूरे 20 ओवर भी नहीं टिक सकी और 18.2 ओवर्स में ऑलआउट हो गई।
*रेसलिंग में किया सपना चकनाचूकर*

स्क्वैश में भारत की सुनन्या कुरुविला ने विमेंस सिंगल्स में पाकिस्तान की फैजा जफर को 3-0 से हराया।
कुश्ती में रवि दहिया ने पाकिस्तान के असद अली को 14-4 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था, जहां उन्होंने गोल्ड जीता।

नवीन के सामने पाकिस्तानी शरीफ ताहिर की एक न चली।

वहीं नवीन मलिक ने 74Kg वेट कैटेगरी में शरीफ ताहिर को 9-0 से हराकर गोल्ड जीता।
दीपक पूनिया ने 86 Kg वेट कैटेगरी में इनाम को 3-0 से हरकार भारत की झोली में खिताब डाला।
दीपक नेहरा ने 97 किग्रा में तैयब राजा को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मेडल टैली में भारत 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज सहित कुल 61 मेडल के साथ चौथे स्थान पर रहा जबकि पाकिस्तान 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज सहित कुल 8 मेडल के साथ 18वें स्थान पर रहा।
August 09, 2022

सरकार की बड़ी तैयारी, नहीं चलेगी टेक कंपनियों को मनमानी, सिर्फ दो तरह के चार्जर ही होंगे यूज

सरकार की बड़ी तैयारी, नहीं चलेगी टेक कंपनियों को मनमानी, सिर्फ दो तरह के चार्जर ही होंगे यूज

नई दिल्ली : सरकार स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए एक ही चार्जर लाने की संभावनाएं तलाश रही है और इसपर चर्चा के लिए उसने अगले हफ्ते हितधारकों की बैठक भी बुलाई है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए अलग-अलग चार्जर की जरूरत खत्म करने के लिए एक ही चार्जर लाने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर न केवल उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ कम पड़ेगा बल्कि ई-कचरा कम करने में भी मदद मिलेगी।
अधिकारी के मुताबिक, ‘कॉमन चार्जर' की संभावनाएं तलाशने के लिए 17 अगस्त को मोबाइल फोन विनिर्माताओं और इस क्षेत्र से जुड़ी उपकरण बनाने वाली कंपनियों को बैठक के लिए बुलाया गया है। इस अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर मोबाइल कंपनियां यूरोप और अमेरिकी बाजारों में एक चार्जिंग प्रणाली अपना सकती हैं, तो फिर वे ऐसा भारत में क्यों नहीं कर सकती हैं? स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में एक कॉमन चार्जर होना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि अगर भारत इस तरह के बदलाव के लिए जोर नहीं देता है तो इस तरह के उपकरणों को भारत में लाकर डंप किया जा सकता है।
यूरोपीय संघ ने हाल ही में छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए वर्ष 2024 तक यूएसबी-सी पोर्ट वाले कॉमन चार्जिंग मानक को लागू करने की घोषणा की है। इस तरह की मांग अमेरिका में भी जोर पकड़ रही है। मौजूदा समय में किसी भी नए स्मार्टफोन या टैबलेट की खरीदारी के समय उपभोक्ताओं को अलग से चार्जर भी खरीदना पड़ता है। इसकी वजह यह है कि पुराना चार्जर नए उपकरण के साथ काम नहीं कर पाता है।

Monday, August 8, 2022

August 08, 2022

प्रत्येक विधायक भेजे 25 करोड़ के एस्टीमेट, सड़कों की होगी मरम्मत: डिप्टी सीएम

प्रत्येक विधायक भेजे 25 करोड़ के एस्टीमेट, सड़कों की होगी मरम्मत: डिप्टी सीएम

चंडीगढ़ : उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सभी विधायकों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र की सडक़ों की मरम्मत का पच्चीस करोड़ रुपए तक का एस्टीमेट बनवाकर भेजें, प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री आज हरियाणा विधानसभा के सत्र के दौरान विधायक श्रीमती गीता भुक्कल द्वारा झज्जर शहर की विभिन्न सडक़ों के निर्माण बारे पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने बताया कि झज्जर शहर की विभिन्न सडक़ों के निर्माण बारे पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने  बताया कि झज्जर की विभाजित सडक़ से अग्रसेन चौक रामलीला मैदान तक, 1.700 किलोमीटर से 3.065 किलोमीटर के खंड को छोडक़र, सडक़ की स्थिति संतोषजनक है। सीवरेज पाइपलाइन में लीकेज के कारण यह खंड क्षतिग्रस्त हो गया है। करीब 6 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला गया है। डब्ल्यूबीएम पैच वर्क प्रदान कर सडक़ का नियमित रखरखाव किया जा रहा है। सीवरेज लाइन के लीकेज की मरम्मत के बाद बिटुमिनस का काम किया जाएगा। हालांकि वर्तमान में इसके निर्माण की कोई समय-सीमा नहीं दी जा सकती है, फिर भी दिसंबर तक सीवरेज लाइन का कंप्लीट करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने झज्जर शहर से गुजरने वाले पुराने राष्टï्रीय राजमार्ग-71 तक की सडक़ के निर्माण बारे बताया कि रेवाड़ी चौक को छोडक़र सडक़ की स्थिति संतोषजनक है। यह चौक बरसात के मौसम में निचले इलाके और भारी यातायात के कारण क्षतिग्रस्त हो जाता है। गड्ढïों को भरकर, पैच वर्क कर इस चौक की नियमित मरम्मत की जा रही है। बरसात के बाद बिटुमिनस का कार्य करके मरम्मत की जाएगी। इसी प्रकार, अंबेडकर चौक से राजकीय कन्या उच्च विद्यालय झज्जर तक की सडक़ बारे बताया कि इसकी हालत अच्छी है, इसलिए इसके निर्माण का समय दिए जाने का सवाल ही नहीं उठता।
विधायक श्रीमती भुक्कल द्वारा झज्जर के उक्त कार्यों बारे गलत रिपोर्ट भेजने के आरोप पर डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर इस मामले में अधिकारी ने गलत रिपोर्ट भेजी होगी तो अगले 24 घंटों में उसको सस्पेंड किया जाएगा।
August 08, 2022

BJP की हरियाणा पंचायत चुनाव की तैयारी:कंवर पाल गुर्जर संभालेंगे प्रदेश स्तर की कमान; 22 जिलों में नियुक्त किए जिला प्रभारी

BJP की हरियाणा पंचायत चुनाव की तैयारी:कंवर पाल गुर्जर संभालेंगे प्रदेश स्तर की कमान; 22 जिलों में नियुक्त किए जिला प्रभारी

हिसार : कंवर पाल गुर्जर को हरियाणा चुनाव प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया गया।
हरियाणा भाजपा ने पंचायती चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश भाजपा ने सभी 22 जिलों में जिला प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं, जबकि चुनाव के लिए शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर को प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। यह नियुक्ति भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के निर्देश पर की गई है।
चुनाव प्रबंधन समिति के अन्य सदस्य प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक महीपाल ढांडा, सांसद डीपी वत्स, पूर्व विधायक रविंद्र बालियान, शमशेर खरकड़ा, पूर्व जिला परिषद चेयरमैन कल्याण सिंह, राजेश कुमार को शामिल किया गया है। पार्टी ने जिस प्रकार से प्रदेश और जिला प्रभारी नियुक्त किए हैं, इससे स्पष्ट है कि नगर निकाय की तरह पंचायती चुनाव भी भाजपा पार्टी सिंबल पर ही लड़ेगी।
*इन्हें नियुक्त किया गया जिला प्रभारी*

सिरसा में सुभाष बराला,फतेहबाद में रणबीर गंगवा, हिसार में जेपी दलाल, भिवानी में कैप्टन अभिमन्यु, दादरी में जीएल शर्मा, महेंद्रगढ़ में अरविंद यादव, रेवाड़ी में ओमप्रकाश यादव, गुरुग्राम में डॉ. बनवारी लाल, मेवात में विपुल गोयल, पलवल में डॉ. सुधा यादव, फरीाबाद में जाकिर हुसैन, झज्जर में मोहन लाल कौशिक, रोहतक में धर्मवीर सांसद, सोनीपत में वेदपाल एडवोकेट, पानीपत में मनीष ग्रोवर, करनाल में कृष्ण लाल पवार, कुरुक्षेत्र में कर्ण देव कंबोज, कैथल में पवन सैनी, जींद में कमलेश ढांडा, अंबाला में संदीप सिंह, यमुनानगर में संजय शर्मा, पंचकूला में नायब सैनी को प्रभारी नियुक्त किया गया।
*जिला प्रभारियों की सूची*

अगस्त में हो सकती चुनाव की घोषणा

हरियाणा राज्य चुनाव आयोग अगस्त में चुनाव की घोषणा कर सकता है और सितंबर में चुनाव दो चरणों में होगा। पहले चरण में जिला परिषद व ब्लॉक समिति और अगले दिन सरपंच के चुनाव होंगे। भाजपा जिला परिषद व ब्लॉक समिति के चुनाव पार्टी चुनाव चिन्ह पर लड़ सकती है।

Sunday, August 7, 2022

August 07, 2022

कुश्ती में मिला भारत को एक और पदक, 97 किलो वर्ग में दीपक नेहरा ने जीता कांस्य पदक

कुश्ती में मिला भारत को एक और पदक, 97 किलो वर्ग में दीपक नेहरा ने जीता कांस्य पदक

राष्ट्रमंडल खेलों में भारत और पाकिस्तान के पहलवानों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही। इसी कड़ी में शानिवार को 97 किलो वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में भारत के दीपक नेहरा और पाकिस्तान के तैय्याब रजा के बीच मुकाबला देखने को मिला। जहां भारत के पहलवान ने पाकिस्तान के पहलवान को 10 - 2 से शिकस्त दी और अपने देश के लिए कांस्य पदक जीता।
मुकाबले में शुरूआत में दोनों पहलवानों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। मैच में भारतीय पहलवान ने शुरूआती समय में ही बढत बना ली। इसके बाद पाकिस्तानी पहलवान ने वापसी की और भारत के पहलवान की बढ़त को कम करने की कोशिश की। इसके बाद भारतीय पहलवान ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाया और पाकिस्तान पहलवान को पटखनी देकर देश के लिए कांस्य पदक अपने नाम किया।
August 07, 2022

पिता ने गांव में ही बना दिया था अखाड़ा:3 साल की उम्र में बांधा लंगोट; गोल्ड जीतकर भावुक हुए नवीन कुमार, जन गण मन भी गाया

पिता ने गांव में ही बना दिया था अखाड़ा:3 साल की उम्र में बांधा लंगोट; गोल्ड जीतकर भावुक हुए नवीन कुमार, जन गण मन भी गाया

सोनीपत : सोनीपत (हरियाणा ) के नवीन कुमार मलिक ने महज 19 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीता है। वे शनिवार काे गोल्ड जीतने के बाद भावुक हो गए और सेरेमनी के दौरान राष्ट्रीय गान की धुन के साथ जन गन मण गुनगुणाने लगा।

कुछ देर बाद दर्शकों की भीड़ के बीच भी ऐसे दिखाई दिया जैसे ये ही उसके अपने हों। उसके परिवार की हालत भी उससे कोई जुदा नहीं थी। गांव पुगथला में सीलन भरे कमरे में परिजन टीवी पर बेटे का लाइव मैच देख रहे थे। नवीन ने पाकिस्तानी रेसलर मो. शरीफ ताहिर को गोल्डन पटकनी दी तो परिवार के साथ आस पड़ोस के लोग भी झूम उठे और मिठाई बांटी। नवीन ही नहीं बल्कि पाक रेसलर का भी ये पहला कॉमनवेल्थ गेम्स था।
नवीन मलिक हरियाणा के बजरंग पूनिया या रवि दहिया सरीखा पहलवान नहीं था, जिसे कि पूरा विश्व जानता हो। गोल्ड जीतने के बाद खेल प्रेमियों ने इंटरनेट पर नवीन की जीवनी खंगाली तो वहां उसके बारे में कुछ नहीं था। असल में उसका चेहरा अब तक मीडिया और कुश्ती प्रेमियों की भीड़ से परे था।

*नेवी में स्पोर्ट्स कोटे से हवलदार*
नवीन पुगथला (सोनीपत) के रहने वाले हैं। पिता धर्मपाल मलिक एक छोटे किसान हैं। उनके पास 3 एकड़ जमीन है। नवीन का बड़ा भाई प्रवीण मलिक भी पहलवान हैं। फिलहाल दोनों खेल कोटे से नेवी में हवलदार हैं। पिता के संघर्ष और मेहनत से तपकर निखरे बेटे कुंदन बन गए। पिता धर्मपाल मलिक धूप की तपिश और बारिश के बीच खेत से नहीं हटे तो बेटे भी पिता की इस तपस्या को समझ अपने लक्ष्य की राह से कभी डगमगाए नहीं।
गांव पुगथला में नवीन के पैतृक घर के सीलन भरे कमरे में बैठ टीवी पर बेटे का मैच देखते परिजन।

*4 साल की उम्र से दंगल लड़ने लगे थे नवीन*

पुगथला के धर्मपाल मलिक को कुश्ती का शौक था। घर गृहस्थी में फंस कर रह गया, लेकिन बेटों को छोटी उम्र मे ही तपाना शुरू कर दिया। गांव के ग्रामीणों के सहयोग से धर्मपाल ने गांव में अखाड़ा बनवाया। नवीन मलिक ने मात्र 3 साल की उम्र मे ही लंगोट पहन लिया था। उसका बड़ा भाई प्रवीण तब 9 साल का था। पिता बताते हैं कि नवीन ने 4 साल की उम्र में ही दंगल लड़ना शुरू कर दिया था। नवीन और प्रवीण कुछ बड़े हुए तो पहलवानी के खर्चे बढ़ गए, लेकिन तब 3 एकड़ खेती में इतनी फसल नहीं उगती कि परिवार की जरूरत पूरी हो जाए।
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*9 साल तक हर सुबह पहुंचाया दूध घी*

धर्मपाल मलिक ने ठान ली थी कि दोनों बेटों को पहलवान बना कर ही दम लेगा। पिता ने अपनी इच्छाओं व सुविधाओं से तमाम समझौते किए, लेकिन बेटों के खेल को लेकर कभी पीछे नहीं हटा। बेटे खेल के मैदान में उतरे तो आर्थिक परेशानी समेत तमाम तरह के व्यवधान आए। एक किसान पिता के लिए इसे झेलना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। धर्मपाल मलिक लगातार 9 साल तक अखाड़े में हर रोज सुबह 5 बजे दूध और धी पहुंचाता रहा। इस संघर्ष ने आखिरकार बेटों को खेलों में मुकाम दिलाया। उनकी हर रोज सुबह अखाड़े की डगर तब थमी जबकि दोनों बेटे खेल कोटे से नेवी में हवलदार बने।
कॉमनवेल्थ मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वी रेसलर को पटकनी देने मं लगा नवीन कुमार।

74 KG भार वर्ग का खिलाड़ी

नवीन कुमार ने नेवी में भर्ती होने के बाद भी कुश्ती नहीं छोड़ी। उसने ठान रखी थी कि पिता के सपने को पूरा करना है। नवीन ने जूनियर गोल्ड, अंडर-23 में गोल्ड, मंगोलिया में सिल्वर मेडल जीतने के बाद कॉमनवेल्थ गेम से पहले 74 वर्ग भार में ट्रायल दिया था। उसने गोल्ड जीता और कॉमनवेल्थ का टिकट हासिल किया। अपने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम में नवीन ने गोल्ड लेकर झंडा गाड़ दिया।

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August 07, 2022

रोडवेज ने बसों के किराए में की बढ़ोतरी:भिवानी का बस किराया 52 से बढ़कर 62 रुपए, दादरी के लिए देने होंगे 69 रुपए

रोडवेज ने बसों के किराए में की बढ़ोतरी:भिवानी का बस किराया 52 से बढ़कर 62 रुपए, दादरी के लिए देने होंगे 69 रुपए

रोहतक : बसों के दो मार्ग पर चलने यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। रोडवेज विभाग ने टोल प्लाजा की फीस का हवाला देकर किराए में बढ़ोत्तरी कर दी है। जिससे काफी संख्यामें यात्रियों को अब पहले से अधिक किराया चुकाना पड़ेगा। इसमें रोहतक से भिवानी जाने के लिए बामला के पास नए टोल प्लाजा पर अब टोल फीस देने की बात कही गई है। जिससे भिवानी जाने वालों के लिए किराए में 10 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
*यात्रियों की जेब पर पड़ा बोझ, अब 8 से 10 रुपए देने होंगे अतिरिक्त*

इसमें पहले यात्रियों को 52 रुपए किराया देना पड़ता था, लेकिन बढ़ोत्तरी के बाद 62 रुपए देने पडेंगे। इसके अलावा रोहतक से दादरी बस सेवा के लिए करडी मोड पर टोल फीस देने का हवाला देकर किराए में 8 रुपए की बढ़ोतरी की है। जिससे रोहतक से दादरी के लिए पहले यात्रियों को 61 रुपए देने पड़ते थे, लेकिन अब 69 रुपए देने होंगे।
रोडवेज में बढ़े हुए किराए की सूची परिचालकों को दे दी है। इन दोनों जगहों के लिए प्रतिदिन सफर करने वाले करीब 900 यात्रियों का आर्थिक बोझ बढ़ गया है। जीएम विकास नरवाल ने बताया कि टोल फीस के कारण ही केवल दो जगहों के किराए में बढ़ोतरी की गई है। बाकी मार्गों के किराए में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यहां पर पहली व्यवस्था के अनुसार ही किराया लिया जा रहा है।