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Wednesday, May 13, 2020

May 13, 2020

मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) कार्यक्रम की अपार सफलता के बाद 21 जुलाई, 2020 से होगा पांचवां बैच शुरू

मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) कार्यक्रम की अपार सफलता के बाद 21 जुलाई, 2020 से होगा पांचवां बैच शुरू

(मनोज)चंडीगढ़, 13 मई - 

सीएमजीजीए कार्यक्रम क्या है?

सीएमजीजीए कार्यक्रम राज्य की प्राथमिकताओं पर कार्य करने और सुशासन को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं की ऊर्जा, रचनात्मकता और कौशल का लाभ उठाने के लिए अशोका विश्वविद्यालय और हरियाणा सरकार के बीच वर्ष 2016 से की गई एक रणनीतिक सहभागिता है।
चयनित 25 उम्मीदवारों को हरियाणा के 22 जिलों में तैनात किया जाएगा, जो प्रणाली को कारगर बनाने और उत्पादकता बढ़ाने एवं नागरिक वितरण प्रणाली की मौजूदा संरचनाओं का सुधार करने के लिए अभिनव समाधान प्रदान करने के लिए सीधे उपायुक्त और प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करेंगे।
आवेदकों को ऑनलाइन व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए सीएमजीजीए की आधिकारिक वेबसाइट पर 7 मई से उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। 21 जुलाई, 2020 से शुरू  होने वाले इस कार्यक्रम के लिए अंतिम रूप से चयनित उम्मीदवारों के परिणाम जून मास के अंत में घोषित किए जाएंगे।
अशोका विश्वविद्यालय के सह-संस्थापक और ट्रस्टी श्री विनीत गुप्ता ने कहा कि फैलोशिप के लिए पिछले चार वर्षों से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा स्तर बढ़ रहा है। गहन चयन प्रक्रिया के बाद 25 आवेदक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। गत चार वर्षों में कुल 100 सहयोगियों ने हरियाणा में अनेक क्षेत्रों पर अपना गहरा प्रभाव डाला है।

21 जुलाई, 2020 से होगा पांचवां बैच शुरू, करे ऑनलाइन आवेदन


हरियाणा सरकार गत चार वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) कार्यक्रम की अपार सफलता के बाद 21 जुलाई, 2020 से इस कार्यक्रम का पांचवां बैच शुरू करने के लिए तैयार है।
हरियाणा में युवा पेशेवरों को सरकार के साथ कार्य करने का अवसर प्रदान करने और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा वर्ष 2016 में इस कार्यक्रम की परिकल्पना की गई थी। गत चार वर्षों के दौरान 100 युवा पेशेवरों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के साथ अंत्योदय सरल, सक्षम हरियाणा, हरियाणा रोडवेज और सीएम विंडो के माध्यम से शिकायत निवारण प्रबंधन सहित कुछ प्रमुख कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने में सफलतापूर्वक कार्य किया है। नए बैच को राज्य में लिंगानुपात में सुधार, अंग दान एवं प्रत्यारोपण, एनीमिया निवारण के साथ-साथ ठोस कचरा प्रबंधन जैसी विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य करने का अवसर मिलेगा। 

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यह कार्यक्रम राज्य के प्रमुख कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के साथ-साथ संबंधित उपायुक्तों के नेतृत्व में सीएमजीजीए द्वारा डिज़ाइन किए गए अभिनव पहलों के माध्यम से सुशासन की अवधारणा के साथ शुरू हुआ था। कार्य करने का यह मिश्रित दृष्टिकोण युवाओं के बीच बहुत सफल रहा और गत वर्ष 4,000 से अधिक युवाओं ने अपना पंजीकरण करवाया। औसतन, प्रत्येक दल में भारत के 10 से अधिक राज्यों के उम्मीदवार थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय से सीएमजीजीए के कार्यक्रम निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि राज्य भर में नागरिक सेवा वितरण प्रणाली में दक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए युवा पेशेवरों को सरकार के साथ मिलकर सीधे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतू यह कार्यक्रम शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों के बीच कार्यक्रम को जारी रखना और राज्य एवं जिला प्रशासन को हर संभव सहायता पहुंचाना आवश्यक हो गया है। अत: पांचवें बैच के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू की गई है और देशभर से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। साक्षात्कार भी जून मास में ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे और चयनित उम्मीदवार 21 जुलाई, 2020 से कार्य शुरू कर देंगे।  

कोविड-19 संकट प्रबंधन में निभाया अहम रोल

उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए के वर्तमान 2019-20 बैच ने खाद्य आपूर्ति, सरल पोर्टल पर मूवमेंट पास प्रबंधन, आश्रय गृहों में रखरखाव और सेवाएं, नागरिकों को मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए ऑनलाइन सोशल मीडिया प्रबंधन सुनिश्चित करके जिला प्रशासन को कोविड-19 संकट प्रबंधन में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है। संकट की इस घड़ी में नागरिकों की मदद करने की जिला की रणनीति पर पूरा ध्यान देते हुए सीएमजीजीए का वर्तमान बैच जिला मुख्यालय से ही कार्य कर रहा है।
May 13, 2020

दि-रेवाड़ी केन्द्रीय सहकारी बैंक मोबाइल एटीएम की सहायता से गांव-गांव में बैंकिंग सुविधाएँ उपलब्ध करवाने वाला प्रदेश का पहला बैंक - डा. बनवारी लाल

दि-रेवाड़ी केन्द्रीय सहकारी बैंक मोबाइल एटीएम की सहायता से गांव-गांव में बैंकिंग सुविधाएँ उपलब्ध करवाने वाला प्रदेश का पहला बैंक - डा. बनवारी लाल

(मनोज) चण्डीगढ़,13 मई - हरियाणा के सहकारिता एवं अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि दि-रेवाड़ी केन्द्रीय सहकारी बैंक मोबाइल एटीएम की सहायता से गांव-गांव में बैंकिंग सुविधाएँ उपलब्ध करवाने वाला हरियाणा प्रदेश का पहला बैंक बन गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में इस तरह का यह पहला प्रयास है और प्रदेश के दूसरे बैंकों में भी यह सुविधा जल्द ही शुरू की जाएगी।

मोबाइल वैन में एटीएम हुआ शरू

डा. बनवारी लाल ने मोबाइल वैन में लगाए गये इस एटीएम का उद्घाटन आज रेवाड़ी में बैंक परिसर में किया। उन्होंने कहा कि इस सेवा से ग्रामीणों को अब शहर में नहीं आना पड़ेगा और गांवों में ही इस मोबाइल एटीएम के माध्यम से उन्हें आसानी से धनराशि उपलब्ध हो सकेगी।
मंत्री ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में यह कदम मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया की प्रदेश के लगभग सभी सहकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों को एटीएम की सुविधा देनी शुरू कर दी है । उन्होंने ने बताया कि कोविड-19 के चलते आमजन को बैंक की शाखा में आने में परेशानी हो रही है, ऐसे माहौल में बैंक की वैन द्वारा ग्राहकों को उनके गांव-कस्बों में ही एटीएम की सुविधा दी जायेगी जिससे लोगों को नकदी की कमी महसूस नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस मोबाइल एटीएम से किसी भी बैंक के उपभोक्ता लाभ उठा सकते हैं। 

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विपक्ष पर हमले के साथ बचाव की अपील 

वहीं गत दिवस प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज वाले ऐलान पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह घोषणा करके विपक्ष के मुंह पर ताले जड़ दिए हैं, जो कल तक यह कह रहे थे कि 17 मई के बाद देश का क्या होगा। उन्होंने कहा कि इस आर्थिक पैकेज से देश के हर वर्ग को लाभ होगा।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री की उस अपील का पालन करने की जरूरत है, जिसमें यह कहा गया है कि नोवल कोरोना से बचाव के लिए घरों से निकलने पर मास्क का प्रयोग करें, किसी भी व्यक्ति से दो गज की दूरी बनाकर रखें और बार-बार सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें, तभी जाकर हम नोवल कोरोना को हराने में कामयाब होंगे।

इस मौके पर बैंक के महाप्रबन्धक श्री जितेन्द्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में ग्राहक बैंक की वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर दि गुडगाँव केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबन्धक श्री रामबीर यादव व दि महेन्द्रगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबन्धक श्री प्रशान्त यादव ने भी मोबाइल एटीएम द्वारा दी जा रही सुविधाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की।
May 13, 2020

जांच का दायरा पूरा प्रदेश होने के बाद प्रदेश के शराब माफियाओं द्वारा अपने बहीखाते व स्टॉक पर किया जा रहा मंथन

(मनोज) चंडीगढ़। आखिरकार हरियाणा के गृह एवंं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Haryana Home and Health Minister Anil Vij) के निर्देशों पर हरियाणा में शराब घोटाले (Alcohol scam) की जांच करने के लिए स्पेशल इंक्वायरी टीम का गठन कर दिया गया है। एसईटी का नेतृत्वव कर रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता(IAS officer TC Gupta) जल्द जांच की शुरुआत करने के संकेत दिए हैं। दूसरी और हरियाणा के गृह मंत्री की गंभीरता व  पुलिस अधिकारियों की पूरी गंभीरता से काम करने के निर्देश के बाद में प्रदेश के ठेकेदारो व उनके कारिंदे में हड़कंप के हालात बने हुए हैं।
 खास बात यह है कि तस्करी और स्टॉक में हेरा फेरी के साथ-साथ शराब व्यापार के नाम पर कई प्रदेशों में खेल खेलने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। इतना ही नहीं इन सभी ने अपने स्टॉक को पूरा करने के साथ-साथ अपने बहीखातों को भी पूरा करना शुरू कर दिया है। जांच बारीकी से होने की संभावना के कारण आबकारी और कराधान विभाग के कुछ अधिकारियों की भी नींद उड़ी हुई है। क्योकि अधिकारिओ के बिना शराब कारोबारियों इतना बढ़ा खेल खेल ही नही सकते | व खुद गृह मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अवैध शराब का कारोबार और प्रदेश में तस्करी के साथ-साथ बड़ा खेल खेलने वालों से हमदर्दी दिखाई, तो अपनी नौकरी से हाथ धोने के लिए तैयार रहें। खास बात यह है कि सोनीपत के खरखोदा के साथ-साथ फतेहाबाद समालखा पानीपत ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के सभी जिलों में अब स्पेशल इंक्वायरी टीम की जांच का दायरा होगा।

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पिछले दो साल के खाते व  लॉकडाउन पीरियड की भी होगी जांच 

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने साफ कर दिया है कि मात्र मार्च अंत तक नहीं बल्कि लॉक डाउन के दौरान हुए खेल को भी जांच के दायरे में रखा जाएगा।ज्ञात है कि फिलहाल पिछले 2 साल के आडिट और इंक्वायरी का आदेश हुआ है,जिसमें पिछले दो साल से बीते 31 मार्च 2020 तक की तारीख की जांच के लिए कहा गया है। लेकिन अप्रैल और मई में लॉक डाउन दौरान हुए गेम को भी जांच के दायरे में लाने की तैयारी है। इस संबंध में गृह मंत्री अनिल विज ने दोबारा पत्र लिखकर पुष्टि कर दी है। उन्होंने साफ कर दिया है कि जो बिंदु उनकी नजर में आएंगे और जहां जिस समय भी घोटाले हुए हैं, उन सभी की जांच की जाएगी। गृहमंत्री ने स्पेशल इंक्वायरी टीम को 1 माह का समय भी जांच करने के लिए दिया है।

थानों के माल खानों में पड़े माल की भी होगी जांच 

जांच हरियाणा पूरे प्रदेश के थानों के माल खानों में जमा शराब के स्टॉक की भी जांच होगी। शराब वेयर हाउस घोटाले और लॉक डाउन के दौरान जमकर शराब की तस्करी के पूरे मामले को लेकर एचईटी ने पूरे प्रदेश से इस बारे में अहम जानकारी जुटाने शुरू कर दी है। हरियाणा गृह विभाग के एसीएस विजय वर्धन ने गठित टीम को पुलिस से हर प्रकार का सहयोग मिलने के लिए आश्वस्त किया है।
May 13, 2020

33 मिनट की स्पीच में 28 बार आत्मनिर्भर शब्द का प्रयोग, भारत की जीडीपी का 10 फीसदी दिया उद्योग को स्पेशल पैकेज - नरेंद्र मोदी

33 मिनट की स्पीच में 28 बार आत्मनिर्भर शब्द का प्रयोग, भारत की जीडीपी का 10 फीसदी दिया उद्योग को स्पेशल पैकेज - नरेंद्र मोदी

मनवीर- देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कई और भी बड़ी बातें कही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है। हमें न सिर्फ लोकल प्रॉडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि ये संकट इतना बड़ा है कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं। लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत ही रास्ता है। 
आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी, जो आर्थिक घोषणाएं की थी, और आज जिस आर्थिक पैकेट का ऐलान हो रहा है तो उसे जोड़ दें तो करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। यह भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत का है। 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्म निर्भर अभियान को एक नई गति देगा। 
ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है,जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है। ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक, उस किसान के लिए है जो हर स्थिति और हर मौसम में दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है जो इमादारी से टैक्स देता है। आर्थिक पैकेज में अनेक प्रावधान किए गए हैं।
May 13, 2020

20 लाख करोड़ का स्पेशल पैकेज के साथ लॉकडाउन-4 रहेगा जारी, हमें बचना भी है और बढ़ना भी- नरेंद्र मोदी

(मनवीर) 12 मई- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात आठ बजे देश के नाम अपने संबोधन में कोरोना वायरस के कारण उपजे आर्थिक हालात को सुधारने के लिए देश के लिए 20 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की है। पीएम मोदी ने कहा कि यह आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।
पीएम मोदी ने आर्थिक पैकेज की घोषणा करते हुए कहा, 'हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे। आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपए का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा। 

जरुर पढ़े-प्रदेश के सरकारी कर्मचारियो के लिए अच्छी खबर, अब 30 जून तक बिना OPD पर्ची के हो सकेगे दवाइयों के बिल पास #haryana bulletin news

प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में Land, Labour, Liquidity और Laws, सभी पर बल दिया गया है। ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, 'ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।' उन्होंने कहा कि ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं। लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है।
प्रधानमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है। 
May 13, 2020

प्रवासी घर वापसी जारी है - आज 5 रेलगाडिय़ों और बसों के माध्यम से लगभग 11000 से अधिक प्रवासी मजदूरों को भेजा


(मनोज) चंडीगढ़, 12 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के उन्नति में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान रहा है और इस नाते उनके दुख-दर्द को समझना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते हरियाणा में फंसे श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजने और अन्य राज्यों में फंसे हरियाणा के लोगों को लाने का काम बड़े पैमाने पर जारी है। इसी कड़ी में आज 5 रेलगाडिय़ों और बसों के माध्यम से लगभग 11000 से अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थानों के लिए रवाना किया गया।
        नारनौल रेलवे स्टेशन से 1628 यात्रियों को लेकर आज पहली श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी मध्यप्रदेश के छतरपुर के लिए रवाना हुई। इनमें 188 बच्चे शामिल हैं। इसी तरह, लगभग 1450 श्रमिकों को रोहतक से बिहार के कटिहार, 1417 प्रवासी श्रमिकों को फरीदाबाद से मध्यप्रदेश के दमोह जबकि 1440-1440 प्रवासी मजदूरों को रेवाड़ी से मध्यप्रदेश के सागर और दादरी व भिवानी से बिहार के किशनगंज भेजा गया। हरियाणा से अब तक लगभग 75000 प्रवासी श्रमिकों को 1200 से अधिक बसों और 16 रेलगाडिय़ों के माध्यम से दूसरे राज्यों में भेजा गया है। इसी तरह, अन्य राज्यों से लगभग 9700 लोग हरियाणा में आए हैं। 

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रोहतक से दो, फरीदाबाद, रेवाड़ी व भिवानी से एक-एक चली स्पेशल ट्रेन

        रोहतक व अन्य जिलों में फंसे 1459 प्रवासी मजूदरों व बच्चों को आज सायं रोहतक रेलवे स्टेशन से बिहार के कटिहार के लिए विशेष ट्रेन से रवाना कर दिया गया। इस विशेष ट्रेन में 1428 श्रमिक एवं 31 बच्चे सवार हंै। इससे पूर्व भी रोहतक रेलवे स्टेशन से दो विशेष ट्रेनों से प्रवासी मजदूरों को बिहार पहुंचाया जा चुका है। प्रदेश के विभिन्न जिलों व स्थानों से बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों व बच्चों को पहुंचाया गया। जिला जींद से 201, रोहतक से 42, गुरुग्राम से 63, सोनीपत से 49, हांसी से 235, हिसार से 108, फतेहाबाद से 179, यमुनानगर से 59, कुरुक्षेत्र से 180 एवं पानीपत से 345 श्रमिकों व बच्चों को रेलवे स्टेशन पर पहुंचाया गया, जहां से वे विशेष ट्रेन से अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हुए।
        रोहतक से विशेष ट्रेन में सवार प्रवासी मजदूरों ने सरकार द्वारा किये गये विशेष ट्रेनों के प्रबंध के लिए आभार और खुशी का इजहार करते हुए कहा कि वे लम्बे समय के बाद वे अपने घर लौट रहे हैं, जिसका वे लॉकडाउन शुरू होते ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। रेलवे स्टेशन से गाड़ी रवाना होते ही गाड़ी में सवार भी श्रमिक भारत माता की जय तथा जय हरियाणा के नारे लगाते हुए अपनी मंजिल के लिए निकल पड़े।
        सभी मजदूरों को पैकिंग में खाना उपलब्ध करवाया गया। उन्हें पानी की बोतलें दी गई। इसके साथ-साथ सभी मजदूरों को सैनिटाइजर व थ्री लेयर मास्क भी उपलब्ध करवाया गया। प्रवेश द्वार पर सभी मजदूरों की थर्मल स्कैनिंग भी की गई। रेलवे स्टेशन पर लाने से पूर्व भी श्रमिकों का मेडिकल चेकअप किया गया था। मजदूरों का कहना था कि वे राज्य सरकार के प्रयासों से अब वे जल्द ही अपने-अपने गांव पहुंच कर परिजनों से मुलाकात कर सकेंगे।

        आज दादरी से जो श्रमिक परिवार रवाना हुए हैं, उनमें बिहार के अरहरिया जिला के 393, कटिहार के 86, किशनगंज के 7, मधेपुरा के 195, पूर्णिया के 384, सहरसा के 335 और सुपोल जिला के 144 निवासी शामिल हैं। इसके अलावा, दादरी एससीआर स्कूल से रात को तीस श्रमिक जम्मू के लिए हरियाणा रोडवेज की बस में भेजे गए हैं। सुबह पांच बजे दादरी एसएसीआर स्कूल से 40 बसों में बिहार के विभिन्न जिलों के रहने वाले श्रमिक एवं उनके परिजन भिवानी रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुए। परिवहन विभाग इन बसों को सेनेटाइज करवा कर स्कूल परिसर में भिजवाया गया। मजदूरों को सुबह नाश्ता करवाकर और लंच पैक करके रवाना किया गया। 

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दादरी प्रसाशन की बेहरीन मेहमानवाजी 

 वहीं चरखी दादरी से विदा हो रहे प्रवासी मजदूर सुनील का कहना था कि दादरी प्रशासन ने उनका इतना ध्यान रखा, जैसे वे दादरी जिला में बतौर मेहमान आए हों। यहां इतना प्यार मिला है कि महामारी का खात्मा होते ही उनकी फिर से दादरी वापसी होगी। जिला पूर्णिया निवासी राजेंद्र कुमार का कहना था कि दादरी में उनको पौष्टिïक भोजन दिया गया और उसके बाद नि:शुल्क उनके घर भेजा जा रहा है। वे दादरी प्रशासन के अधिकारियों को सदा याद रखेंगे। कटिहार जिला निवासी मुन्ना शर्मा और संजोनी कुमारी ने बताया कि उनके साथ प्रशासन का बहुत ही अच्छा व्यवहार रहा। उन्हें और उनके बच्चों को चाय-दूध, बिस्कुट आदि पूरा सामान दिया गया है। अरहरिया जिला निवासी राजऋषि देव का कहना है कि उन्हें यह सफर जीवनभर याद रहेगा।

शेल्टर होम में 2 दिन पहले ही माया ने एक बच्चे को जन्म

        वहीं नारनौल में भी प्रवासी मजदूरों ने यहां जिला प्रशासन व आम नागरिकों द्वारा उनके रहने व खाने-पीने की व्यवस्था की सराहना की। अपने दो दिन के बेटे विश्वजीत को गोद में लिए छतरपुर जिले के बिकोरा गांव की माया के लिए तो ये पल बहुत ही यादगार रहेंगे। महेंद्रगढ़ के आरपीएस स्कूल में बनाए गए शेल्टर होम में 2 दिन पहले ही माया ने एक बच्चे को जन्म दिया था। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने उनके बच्चे के लिए सभी प्रकार की दवाइयां और खाना उपलब्ध करवाया। माया के पति बरदानी ने बताया कि सरकार ने मुफ्त में रेल टिकट देकर घर भेजने का प्रबंध किया है जिससे वे बहुत अधिक खुश हैं। मध्यप्रदेश के हरद्रा हाथी घाट के धन सिंह, पैरा गांव के बृजेंद्र और ग्वालियर के छोटू ने बताया कि इस विशेष ट्रेन में राज्य सरकार ने उनके लिए मुफ्त में टिकट व पानी तथा खाने आदि की व्यवस्था की है जिससे वे बहुत खुश हैं।

 रेवाड़ी जंक्शन से आज लगातार छठे दिन गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन 

उधर रेवाड़ी जंक्शन से आज लगातार छठे दिन शाम साढ़े सात बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन मध्यप्रदेश के खेतीहर प्रवासी श्रमिकों को लेकर सागर के लिए रवाना हुई। राज्य सरकार द्वारा निशुल्क यात्रा की व्यवस्था पर खुशी जाहिर करते हुए श्रमिक बोले कि वे बाजरा व कपास की कटाई के समय फिर आएंगे। हरियाणा अच्छा लगा और यहां की सरकार ने कठिन समय में हमें हमारे घर भेजने की व्यवस्था की। रेवाड़ी में रह रहे खेतीहर प्रवासी मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। रेलवे प्लेटफार्म, ट्रेन और प्रत्येक प्रवासी श्रमिक के हाथों को सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।
May 13, 2020

दर्दनाक हादसे- रेलवे ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन की चपेट में आने से 3 बच्चों की मौत, पैदल लौट रहे प्रवासी मजदूरों को कार ने रौंदा

(रामफल) हरियाणा के हिसार में एक दर्दनाक हादसे में तीन बच्चों की जान चली गई है। हिसार के घोड़ा फार्म रेलवे फाटक के पास इलेक्ट्रिक इंजन के नीचे आने से तीन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में दो बच्चे सगे भाई हैं। तीनों बच्चे परिवार सहित सत्या नगर में रहते थे। जानकारी के अनुसार मूलरूप से बिहार निवासी मनोज कुमार व सुनील कुमार मजदूरी करते हैं।

वह सत्या नगर स्थित एक मकान में ऊपर तथा नीचे के हिस्से में अलग-अलग रहते हैं। मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे मनोज कुमार के दोनों बेटे 7 वर्षीय अजीत व चार वर्षीय गोलू, जबकि सुनील कुमार का 10 वर्षीय बेटा रवि रेलवे लाइन पर खेल रहे थे। इसी बीच तीनों बच्चे सिरसा की तरफ से हिसार आ रहे इलेक्ट्रिक इंजन की चपेट में आ गए।

एक बच्चे ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को तत्काल जिला नागरिक अस्पताल भिजवाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद रेलवे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और आसपास के लोगों से घटनाक्रम की जानकारी जुटाई। फिलहाल पुलिस मौके पर कार्रवाई में जुटी है।

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अम्बाला से पैदल बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूरों को कार ने रौंदा

मंगलवार को मजदूर से जुड़े एक और घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि अंबाला कैंट के छोटा खुड्डा के पास एक तेज रफ्तार कार ने सड़क पर चल रहे दो मजदूरों (Migrant labor) को रौंद दिया। इस हादसे में एक मजदूर की मौके पर ही दर्दनाक मौत (Painful Death) हो गई।
जबकि एक अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल मजदूर को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। साथ ही घटना के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। पुलिस ने बताया कि दोनों मजदूर पैदल सवारी कर अम्बाला से बिहार अपने गांव लौट रहे थे। इस दौरान एक तेज रफ्तार कार ने दोनों को रौदंते हुए निकल गया। हादसे के बाद कार चालक अपने गाड़ी को छोड़कर फरार हो गया। मौके पर से कार को जब्त कर फरार आरोपी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

May 13, 2020

यूट्यूब व सोशल मीडिया के तथाकथित पत्रकारो पर लगाईं रोक, हो सकती है 1 वर्ष सजा व जुर्माना- जिला उपायुक्त श्याम लाल पूनिया

यूट्यूब व सोशल मीडिया के तथाकथित पत्रकारो पर लगाईं रोक, हो सकती है 1 वर्ष सजा व जुर्माना- जिला उपायुक्त श्याम लाल पूनिया


(प्रदीप)चरखी दादरी। जिला उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने मंगलवार को यूट्यूब, फेसबुक सहित सोशल मीडिया (Social Media) के सभी प्लेटफॉर्म पर कोविड19 (Socia Media) की कवरेज करने पर रोक लगा दी। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर किसी प्रकार की भ्रांति व अफवाह ना फैले इसको लेकर यह निर्णय लिया गया है। उपायुक्त द्वारा जारी आदेशों में कहा कि कुछ तथाकथित लोग यूट्यूब व सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर खुद को पत्रकार की तरह दिखाते हैं। ऐसे में उनके द्वारा दिखाए जाने वाली खबर से वीडियो कोविड-19 को लेकर अफवाह फैल रही हैं। 
उपायुक्त ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक सोशल मीडिया पर कोविड- 19 को लेकर किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी जा सकती। अगर कोई यूट्यूब या सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर ऐसा करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 
उपायुक्त श्याम लाल पूनिया द्वारा मंगलवार को जारी किए अपने आदेशों में कहा कि पिछले कुछ दिनों से कुछ तथाकथित पत्रकार यूट्यूब व सोशल मीडिया पर निरंतर भ्रांतियां फैलाने का काम कर रहे हैं। यह समाज के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उनके पास सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कोई भी मान्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर फेक व भ्रामक खबर फैलाई जा सकती है। इन खबरों की कोई सत्यता नहीं हो सकती। ऐसे में कोरोना महामारी के कारण लोगों में उत्तेजना फैलना संभव है। जिससे उनके मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि यूट्यूब व पब्लिक एप से जुड़े कुछ लोग अधिकारियों के इंटरव्यू लेते हैं जो सीधा एक समाचार के रूप में जनता को दिखाया जाता है। जो व्यक्ति आपदा या इसकी गंभीरता के विषय में झूठी अफवाह फैलाता है तो उसको 1 वर्ष सजा व जुर्माना हो सकता है। उपायुक्त ने कहा कि आगामी आदेशों तक दादरी जिले में सोशल मीडिया पर किसी भी कवरेज पर पूर्णता रोक रहेगी अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
May 13, 2020

कोरोना वारियर्स को निराश नहीं होने देंगे, हिसार मामले में होगी उच्चस्तरीय जांच- अनिल विज

चंडीगढ़। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने हिसार में कोविड-19 की ड्यूटी में लगे एक डाक्टर रमेश पूनिया (Dr Ramesh Punia) के मामले में संज्ञान लेते हुए इसमें जांच कराने की घोषणा की है। विज ने साफ कर दिया है कि इस महामारी व चुनौतीपूर्ण समय में काम करने वाले वारियर्स को निराश नहीं होने देंगे। हिसार में कोरोना के संक्रमणकाल के दौरान ड्यूटी करने वाले जीव वैज्ञानिक डाक्टर रमेश पूनिया को डयूटी मुक्त कर दिए जाने औऱ एक युवक व परिवार द्वारा धमकी दिए जाने का मामला संज्ञान में आने के साथ ही गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने साफ कर दिया है कि वे कोरोना वारियर्स को निराश नहीं होने देंगे, हिसार मामले में उच्चस्तरीय जांच कराने का आश्वासन भी विज ने दिया है। 

उन्होंने पूरे मामले में राज्य स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से बातचीत कर चेक करने के साथ ही इस मामले में जांच कराने की पुष्टि कर दी है। विज ने दोहराया कि हमारे डाक्टरों, पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मियों सभी ने इस चुनौतीपूर्ण समय में बेहतरीन काम किया है, इस तरह के कोरोना वारियर्स को वे निराश नहीं होने देंगे, भले ही वो हिसार की घटना हो या फिर किसी अन्य स्थान की। 

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ये है मामला 

यहां पर बता दें कि गुरुग्राम से लौटे एक रसूखदार युवा के यहां पर कोरेंटाइन का नोटिस चस्पा कर दिया था, क्योंकि पूनिया कोरोना संक्रमण मामले में जिले के नोडल अफसर हैं। दडौली मामले में डाक्टर पूनिया ने कोरोना संक्रमितों को ढूंढने का काम किया था, अब हिसार में एक युवक के घर पर उन्होंने कोरेंटाइन पोस्टर लगा देने के बाद में मामला तूल पकड़ गया था। उक्त युवक द्वारा पहले भी सियासी धौंस जमाने के मामले प्रकाश में आए थे।

विपक्ष के नेताओ ने बना लिया मुद्दा

 अब डाक्टर पर कार्रवाई होने के बाद लोगों में नाराजगी व्याप्त है।  हिसार में यह घटना होने के बाद में विपक्ष की ओर से नेताओं ने इसे मुद्दा बना लिया है। एक ओर जहां पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता संपत सिंह ने घटना की निंदा करते हुए तुरंत कार्रवाई व डाक्टर को ससम्मान डयूटी पर लेने के लिए कहा है। प्रो. संपत सिंह ने कहा कि पहले हांसी व अब हिसार में हुई घटना से वे दुखी हैं। दूसरी तरफ इस मामले में कांग्रेस विधायक व नेता कुलदीप बिश्नोई ने भी डाक्टर पूनिया पर धौंस जमाने वाले दोषी के विरुद्ध प्राकृतिक आपदा अधिनियम 2005 के तहत कार्रवाई की मांग की है। रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मामले की निंदा की है। जरुर पढ़े- चीन को छोड़ो - हरियाणा आओ, 60 अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनियां हरियाणा मे निवेश की इच्छुक-मनोहर लाल HaryanaBulletinNews
May 13, 2020

सारा देश किसानों का ऋणी रहेगा-जय प्रकाश दलाल (कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री )

प्रदेश के बहादुर किसानों ने कोरोना के इस संकट के समय में बहुत सारी दिक्कतें होने के बावजूद देश व प्रदेश के खाद्यान भण्डार भरने का काम किया



प्रदेश के बहादुर किसानों ने कोरोना के इस संकट के समय में बहुत सारी दिक्कतें होने के बावजूद देश व प्रदेश के खाद्यान भण्डार भरने का काम किया, सारा देश किसानों का ऋणी रहेगा-जय प्रकाश दलाल (कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री )
(मनोज)चंडीगढ़, 12 मई- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने प्रदेश के किसानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा के बहादुर किसानों ने कोरोना के इस संकट के समय में बहुत सारी दिक्कतें होने के बावजूद देश व प्रदेश के खाद्यान भण्डार भरने का काम किया है। सारा देश किसानों का ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसान हितैषी सरकार है और सदैव किसानों के हित में कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। 

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विपक्षी पार्टी के नेताओं को बेवजह राजनीति न करने की सलाह

          कृषि मंत्री आज प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में सबको साथ मिलकर ही आगे बढऩा है। विपक्षी पार्टी के नेताओं को बेवजह राजनीति न करने की सलाह देते हुए जय प्रकाश दलाल ने कहा कि यह घड़ी साथ मिलकर इस महामारी से लडऩे की है न कि राजनीतिक बयानबाजी करने की। लेकिन ऐसा लगता है कि विपक्ष का एकमात्र उद्देश्य सरकार की हर कल्याणकारी नीतियों पर केवल कटाक्ष करना है।
           जे पी दलाल ने कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला के हाल ही में सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिए शुरू की गई एक अनूठी योजना मेरा पानी मेरी विरासत पर दिए बयान पर जवाब देते हुए कहा कि उनकी इस प्रकार की बयानबाजी केवल उनके राजनीतिक अपरिपक्वता और संदिग्ध मंशा का परिचय देती हैं। उनके इस बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार द्वारा जन हित में किए जा रहे कार्यों की प्रगति उन्हें रास नहीं आ रही है, इसीलिए वे जनता को गुमराह करने के लिए ऐसी मनगढ़ंत बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज जो किसान हितैषी होने का ढ़ोंग कर रही है, उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान किसानों के हित में ऐसी कोई भी योजना नहीं चलाई गई।

पानी बचाने को धान की जगह मक्का उगाने पर जोर 

          कृषि मंत्री बताया कि सरकार ने एक लाख हेक्टेयर में धान के स्थान पर मक्का / कपास / बाजरा / दलहन की फसल की खेती करने के लिए नई फसल विविधिकरण योजना ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत  धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों को उगाकर विविधीकरण करने की एवज में किसानों को 7000 रुपये  प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके तहत 8 खंडों जिनमें, फतेहाबाद जिले का रतिया, कैथल जिले का सिवान और गुहला, कुरुक्षेत्र जिले के पिपली, शाहबाद, बाबैन, इस्माइलाबाद और सिरसा जिले का सिरसा खण्ड शामिल है, को चिहिन्त किया गया है, जहां भू-जल स्तर 40 मीटर से ज्यादा नीचे है।
          उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इन 8 खण्डों में धान का कुल क्षेत्र 2 लाख 6 हजार हेक्टेयर था, इस बार 50 प्रतिशत क्षेत्र अर्थात 1 लाख 3 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों की खेती होगी।
          उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा उच्च उत्पादकता वाले मक्का हाइब्रिड बीज की कंपनियां सूचीबद्ध की जाएंगी और किसान उनसे बीज खरीद सकेंगे। कृषि मंत्री ने बताया कि केवल उन कंपनियों को ही अनुमति दी जाएगी, जिनके बीजों की उत्पादन क्षमता प्रति एकड़ में 25 क्विवंटल से अधिक होगी। इसके लिए कंपनियों द्वारा हर खण्ड में डेमोस्ट्रेशन फार्म तैयार किए जाएंगे
          इन खण्डों के अलावा अन्य खण्डों के किसान भी इस फसल विविधीकरण योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र होंगे, यदि वे अपने धान के क्षेत्र पर अन्य वैकल्पिक फसलों की खेती करते हैं। ऐसे किसानों को आवेदन करना होगा और विविधकरण करने के लिए पिछले वर्ष के दौरान धान की खेती के बारे में राजस्व रिकॉर्ड का विवरण प्रस्तुत करना होगा, इस शर्त के साथ कि वे किसी भी नए क्षेत्र जहाँ पहले धान नहीं उगाया जाता था, में धान नहीं उगाएंगे।

          उन्होंने बताया कि लक्षित 1 लाख हेक्टेयर भूमि में 10,000 हेक्टेयर बागवानी की फसलों की खेती के लिए आरक्षित रखा गया है। बागवानी को बढ़ावा देने के  लिए बागवानी फसलों के बीजों पर सब्सिडी दी जाएगी।

कोविड-19 महामारी के दौरान भी खरीद प्रक्रिया चालू 

       उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी खरीद प्रक्रिया को सुचारू रुप से चलाने और किसानों को मंडियों में अपनी उपज लाने के लिए अधिक दूरी तय न करनी पड़े, इसके लिए मंडियों की संख्या बढ़ाई गई। रबी सीजन 2020 के दौरान गेहूं के लिए 1831 और सरसों के लिए 162 खरीद केंद्रों की स्थापना की गई है। अब तक 604.77 लाख क्विंटल गेहूं और 54.20 लाख क्विंटल सरसों की मंडियों में आवक हो चुकी है। सरकार किसानों की उपज का एक-एक दाना खरीदेगी। उन्होंने कहा कि यह खरीद बहुत थोड़े समय में हुई है। गेहूं की तो केवल 20 दिन में हुई है, जबकि यही विपक्षी नेता कहते थे कि गेहूं को हम तीन महीनों में भी नहीं खरीद पाएंगे।
          उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 के दौरान प्रदेश में कुल खाद्यान उत्पादन 181.44 लाख मीट्रिक टन हुआ, जबकि वर्ष 2013-14 में यह आंकड़ा 153.54 लाख मीट्रिक टन था।
          कृषि मंत्री ने वर्तमान सरकार और पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान किसानों के हित में किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने किसानों के जोखिम की पूर्ति हेतू प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को खरीफ 2016 में पूरे हरियाणा प्रदेश में शुरू की गई, जिसके तहत बाजरा, धान, कपास, मक्का, गेंहू, चना, जों, सरसों एवं सूरजमुखी फसलों को कवर किया गया है और अब तक 50.37 लाख किसानों को इस योजना के तहत पंजीकृत किया गया है और 12.09 लाख किसानों से 825.69 करोड़ रुपये प्रीमियम के रूप में लिए और 2546.96 करोड़ रूपए बीमा राशि के रूप में दिए जा चुके हैं। इस योजना का भी कांग्रेस ने भरपूर विरोध किया था। जबकि पिछली सरकार के दौरान बीमा योजना निम्नलिखित स्कीमों राष्ट्रीय कृषि फसल बीमा योजना, मौसम आधारित फसल बीमा योजना तथा संशोधित राष्ट्रीय कृषि फसल बीमा योजना के तहत प्रदान किया जाता था, जोकि कुछ ही ब्लॉकों/जिलों तक सीमित थी। कांग्रेस शासन (2005-06 से 2013-14) के दौरान केवल 12.53 लाख किसानों को पंजीकृत किया गया और केवल 4.20 लाख किसानों को इस योजना का लाभ मात्र 164.30 करोड़ रूपए के रूप में दिया गया।
          उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने (2014-15 से 2019-20) के दौरान आपदा प्रबंधन के तहत किसानों को 2764.93 करोड़ रूपए मुआवजा राशि के तौर पर वितरित किए जबकि पिछली सरकार के दौरान (2005-06 से 2013-14) मात्र 827.01 करोड़ रूपए मुआवजा राशि के तौर पर वितरित किए गए। 

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अलग अलग योजनाओ मे पिछली सरकार से अनुदान बढाया 

          उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 के अंदर किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री किसान योजना शुरू की गई, जिसके तहत हर वर्ष 6000/- रूपए की राशि किसानों के खाते में ऑनलाइन जमा करवाई जा रही है। इस स्कीम के तहत 16.53 लाख किसानों को 1362.36 करोड़ रूपए किसानों के खातों में डाले जा चुके हैं, जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान इस तरह की कोई भी स्कीम किसानों के हित में नहीं चलाई गई थी।
          उन्होंने बताया कि किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत वर्ष 2019-20 में बिजली पर 6856.02 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की, जबकि कांग्रेस के समय में वर्ष 2013-14 के दौरान यह राशि 4853.40 करोड़ रुपये थी।
          उन्होंने बताया कि राज्य में सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए कुल लागत का 85 प्रतिशत अनुदान सभी वर्ग के किसानों को वर्ष 2019 से दिया जा रहा है। 2019-20 तक 1.08 लाख हेक्टेयर को सूक्ष्म सिंचाई के तहत कवर किया गया है जो 2014-15 से पहले 66,808 हेक्टेयर था। प्रेस वार्ता के दौरान कृषि मंत्री ने वर्तमान सरकार द्वारा चलाई जा रही बागवानी, फसल खरीद, भू-जल में सुधार करने जैसी अन्य योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी दी।जरुर पढ़े- चीन को छोड़ो - हरियाणा आओ, 60 अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनियां हरियाणा मे निवेश की इच्छुक-मनोहर लाल HaryanaBulletinNews

Tuesday, May 12, 2020

May 12, 2020

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिज को बधाई एवं शुभकामनाएं दी

चंडीगढ़, 12 मई- फ्लोरेन्स नाइटिंगेल ने 1854 में हुए क्रीमियन युद्ध के दौरान दुश्मन देश के भी घायल सैनिकों की जो सेवा की थी, वह विश्व इतिहास में एक मिसाल है। आज पूरा विश्व एक बार फिर कोरोना महामारी से जुझ रहा है। उन्होंने कहा कि मरीजों के उपचार में जितनी एक डॉक्टर की अहमियत होती है, नर्स की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है। संकट की इस घड़ी में हमारी नर्सिंग सिस्टर्स व अन्य पैरा-मेडिकल स्टॉफ ने कोरोना महामारी की लड़ाई में कोरोना योद्धा की जो भूमिका निभाई है, उनकी सेवाओं पर हमें नाज है।

मानवता की सेवा के नेक कार्य में लगी सभी नर्सिज को बधाई एवं शुभकामनाएं -मुख्यमंत्री मनोहर लाल 

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ‘अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस’ के अवसर पर मानवता की सेवा के नेक कार्य में लगी सभी नर्सिज को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
        नर्सिंग दिवस के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पूरी दुनिया में 12 मई को फ्लोरेन्स नाइटिंगेल के जन्मदिन को ‘अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।  उन्होंने कहा कि नर्सिंग का प्रोफेशन मानवता की सेवा से जुड़ा एक ऐसा पेशा है, जिसमें मरीज नर्सिज को सिस्टर कहकर पुकारते हैं और उनकी कर्तव्यपरायणता और चेहरे की मुस्कान से रोगियों को बीमारी से लडऩे में ताकत मिलती है। 

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नर्सिंग समुदाय लोगों की भक्ति भाव से पूरी प्रतिबद्धता के साथ सेवा करता है-स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ‘अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस’ के अवसर पर नर्सिंग समुदाय को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नर्सिंग का पेशा मानव सेवा की बेजोड़ मिशाल है।
         ‘अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस’ के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिंग को मानव सेवा मिशन का रूप देने वाली फ्लोरेन्स नाइटिंगेल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन उन द्वारा मानवता की सेवा के लिए शुरू किये गए इस पावन यज्ञ की वर्तमान युग में बड़ी महत्ता है।
        श्री विज ने कहा कि युद्ध के दौरान घायल सैनिकों को फ्लोरेन्स नाइटिंगेल रात को लैम्प लेकर उनकी देखभाल के लिए जाती थी। उन्होंने कहा कि उनके आदर्श और सिद्धांत नर्सों तथा स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए हमेशा प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे।
         स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में नर्सिंग सेवा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए नर्सिंग कॉलेजों को व्यवस्थित ढ़ंग से संचालित करने का निर्णय लिया है। समाज के गरीब से गरीब तबके को विश्वस्तरीय, सस्ती एवं उच्च स्तर की चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए सार्वजनिक-निजी सहभागीदारी से स्वास्थ्य तंत्र का चरणबद्ध तरीके से कायाकल्प किया जा रहा है।
        श्री विज ने कहा कि नर्सिंग समुदाय लोगों की भक्ति भाव से पूरी प्रतिबद्धता के साथ सेवा करता है। उन्होंने कोरोना महामारी की इस लड़ाई में डॉक्टर तथा स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी लोग ज्यादा से ज्यादा अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और हमें उनके इस जज्बे पर नाज है।

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मानवता की सेवा और त्याग का मिशन का नाम देने वाली फ्लोरेन्स नाइटिंगेल के जन्मदिन पर प्रदेश की नर्सिंग से जुड़े सभी लोगों को शुभकामनाएं एवं बधाई - उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 


         दुष्यंत चौटाला ने  ‘अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस’ के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में कहा कि नर्सिंग केवल आजीविका कमाने का साधन मात्र नहीं बल्कि मानवता की सेवा का नेक कार्य भी है। उन्होंने कहा कि आज जहां नर्सिंग समुदाय एक तरफ जहां फ्लोरेन्स नाइटिंगेल की समर्पण, प्रतिबद्धता और करूणा की भावना को याद कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर नर्सिंग व अन्य स्टॉफ कोरोना की इस वैश्विक महामारी में एक योद्धा की भूमिका में उभरकर सामने आया है। संकट की इस घड़ी में यह समुदाय स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार की चिंता किये बगैर दिन-रात कोविड-19 अस्पताल और आईसोलेटिड वाड्रस में अपनी सेवाएं दे रहा है। उनका मानव सेवा का यह जज्बा इस महामारी से लडऩे में हम सबके लिए हौसला अफजाई का काम भी कर रहा है।
        उन्होंने कहा कि मरीजों के उपचार में नर्सों की भूमिका भी अहम होती है और इसी को देखते हुए कोविड-19 अस्पताल और आईसोलेटिड वाड्रस में अपनी सेवाएं दे रही नर्सिज को भी एक डॉक्टर की तर्ज पर जीवन बीमा का लाभ दिया गया है।