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Thursday, August 27, 2020

August 27, 2020

बंधी उम्मीद:धाेबीघाट की 1650 गज जमीन रजक समाज काे देने की तैयारी

कलेक्टर रेट के आधार पर कीमत तय करेगी कमेटी, रजक समाज मांग रहा मामूली रेट पर जमीन

धाेबीघाट की जमीन काे लेकर सालाें से संघर्ष कर रहे रजक समाज के लिए खुशी की बात है। सरकार ने रजक समाज की मांग पर 1650 वर्ग गज जमीन देने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे समाज के लोगों में जमीन मिलने की एक बार फिर से उम्मीद जगी है। इसकाे लेकर जल्द ही कमेटी कलेक्टर रेट के आधार पर इसकी कीमत निर्धारित करेगी। नगर निगम ने इसकाे लेकर यूएलबी के महानिदेशक काे लेटर लिखकर अवगत कराया है कि निदेशालय के आदेश पर ही कमेटी इस जमीन के कलेक्टर रेट के आधार पर कीमत तय करेगी।

इधर निगम की तरफ से मंडल आयुक्त काे भी लेटर लिखा है कि उनकी अध्यक्षता में बनी कमेटी कलेक्टर रेट निर्धारित करेगी। इस कमेटी में शामिल सदस्याें का भी नगर निगम ने हवाला दिया है। हालांकि इस मामले में सबसे बड़ी बात है कि रजक समाज कलेक्टर रेट पर भी जमीन लेने के लिए तैयार नहीं है। समाज के लोग इस मामले काे लेकर पिछले सप्ताह ही डिप्टी सीएम दुष्यंत चाैटाला से मिले थे। उन्हाेंने उनके सामने इस मामले काे रखा था। उन्हाेंने उनके सामने कहा है कि इस जमीन काे कम से कम रेट पर दिलवाए। क्याेंकि अन्य समाज के लाेगाें काे भी धर्मशालाओं व संस्थाओं के लिए कम से कम रेट पर जमीन दी जाती रही है।

वर्षों से यहां काम रहा है रजक समाज

धाेबीघाट के नाम से पहचानी जाने वाली इस जगह पर करीब 150 सालाें से रजक समाज काम कर रहा है। 2 एकड़ 1 कनाल कुछ मरले यानी 12 हजार 925 वर्ग गज यह सरकारी जमीन है जिस पर नगर निगम का मालिकाना हक है। रजक समाज के लाेग यहां अपना काम करते थे। वर्ष 2013 से रजक समाज इस जमीन काे लेने की मांग कर रहा है। क्याेंकि निगम ने जब इस जमीन पर प्राेजेक्ट बनाने की की प्लानिंग की ताे रजक समाज ने जमीन पर कुछ हिस्सा समाज हित में देने की मांग की थी।
August 27, 2020

शिक्षा:सीडीएलयू में डीपीईएड, बीपीईए व एमपीईएड के अंतिम सेमेस्टर की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू

शिक्षा:सीडीएलयू में डीपीईएड, बीपीईए व एमपीईएड के अंतिम सेमेस्टर की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू

चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा डीपीईएड, बीपीईएड व एमपीईएड के अंतिम सेमेस्टर की प्रैक्टिकल परीक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय व हरियाणा सरकार के मानकों की अनुपालना करते हुए करवाई जा रही है। शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर मोनिका ने बताया की विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों की अनुपालना करते हुए विद्यार्थी हित को ध्यान में रख कर प्रैक्टिकल परीक्षा ली जा रही है।

प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए विद्यार्थियों के छोटे-छोटे समूहों बनाये गए हैं। उन्होंने कहा की विद्यार्थियों को हिदायतें दे दी गई है की वे सोशल डिस्टेसिंग, मास्क का उचित प्रयोग करे। उन्होंने बताया की इस संबंध में विभाग के प्राध्यापकों की अलग-अलग समूहों पर ड्यूटी लगाई गई है। 11 विषयों की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 7 प्राध्यापकों द्वारा इन दिनों में करवाई जाएगी।

विद्यार्थियों ने परीक्षा आयोजित करवाने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह सोलंकी का धन्यवाद किया और कहा की समय पर प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित होने से वे 3 सितंबर से शुरू होने वाली लिखित परीक्षाओं की तैयारी अच्छे से कर लें और उनकी डिग्री अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में जल्दी पूरी हो जाएगी।
August 27, 2020

बढ़ी चिंता:कोरोना से टोहाना के निजी डॉक्टर व बुजुर्ग महिला की मौत, 50 और मिले पॉजिटिव, अब तक 8 मौतें

बढ़ी चिंता:कोरोना से टोहाना के निजी डॉक्टर व बुजुर्ग महिला की मौत, 50 और मिले पॉजिटिव, अब तक 8 मौतें

टोहाना। कोरोना संक्रमित दो रोगियों की मृत्यु उपरांत उनके अंतिम संस्कार के लिए स्वर्ग आश्रम में व्यवस्था करवाते अधिकारी
डॉक्टर का गुरुग्राम में तो महिला का कोविड हॉस्पिटल अग्रोहा में चल रहा था इलाज, 782 लाेग कोरोना संक्रमित

जिले में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। इसी के चलते जिले में बुधवार को जहां दो लोगों की मौत हो गई वहीं 50 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 782 हो गई है। इनमें से 228 एक्टिव केस हैं तथा 546 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं टोहाना में एक चिकित्सक व बुजुर्ग महिला की मौत होने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। जिले में अब तक कोरोना से 8 लोगों की मौत हो चुकी है।

गांव अकांवाली में बीते दिन ही एक बुजुर्ग की मौत हुई थी। बुधवार को संक्रमित मिले लोगों में फतेहाबाद की एक सफाई कर्मचारी सहित 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं टोहाना में 11, भट्‌टू में 4, रतिया में 11, धारसूल में 1, भूना में 9 जाखल में 5 सहित कुल 50 लोग शामिल हैं।

विधायक दुड़ाराम की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव

फतेहाबाद हलके सेे विधायक दुड़ाराम और उनकी पत्नी की दूसरी कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। वहीं उनके सम्पर्क में आए 15 अन्य लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।

चिकित्सक काे बुखार और वृद्धा काे थी खासी की दिक्कत

शहर में कोरोना संक्रमित एक चिकित्सक व एक वृद्धा की मौत हो गई है जबकि 11 अन्य लोग पॉजिटिव मिले हैं। मृतकों में कक्कड़ नर्सिंग होम के संचालक 78 वर्षीय डॉ. राजेश कक्कड़ तथा भाटिया नगर की करीब 65 वर्षीय सुषमा देवी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेलवे लाइन के पास के स्वर्गाश्रम में दोनों मृतकों का एक ही समय में अंतिम संस्कार करवाया। मृतक डॉ. राजेश कक्कड़, जोकि शुगर व बीपी के रोगी थे, 16 अगस्त को खांसी बुखार होने पर हिसार जांच के लिए गए। उसके बाद वे उसी दिन गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में जाकर उपचार लेने लगे। डॉ. राजेश कक्कड़ नागरिक अस्पताल के एसएमओ के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके थे। वहीं सुषमा देवी को कुछ दिन पूर्व खांसी होने पर जांच की गई। जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अग्रोहा रेफर किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। दोनों मृतकों के परिवार के 3-3 सदस्य भी संक्रमित मिले हैं।

रतिया में दो सगे भाइयों समेत 10 लोग मिले संक्रमित

क्षेत्र में दंपती व दो सगे भाइयों सहित 10 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें दो सगे भाई व नहर कालोनी में एक व्यक्ति उसकी पत्नी व बेटा शामिल हैं। नहर कालोनी में 50 वर्षीय व्यक्ति उसकी पत्नी व 11 वर्षीय बेटा कोरोना पॉजिटिव आए हैं। माडल टाउन में 23 व 22 वर्षीय दो सगे भाई संक्रमित मिले है। वार्ड 17 की नहर कालोनी में 24 वर्षीय छात्रा, गांव शहनाल व वार्ड 3 में दो दुकानदार पॉजिटिव आए है। रतिया में कोरोना से पॉजिटिव आने वाले लोगों की संख्या 195 हो गई है।

भट्टूमंडी में एमपी से आए दो मजदूर मिले संक्रमित

बुधवार को भट्टूमंडी की शिव कालोनी में दो प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव आए है। मध्य प्रदेश से 15 वर्षीय और 18 वर्षीय दोनों प्रवासी मजदूर 17 अगस्त को भट्टूमंडी में आए थे। यहां आने के बाद 24 अगस्त को इन दोनों की सैंपलिंग हुई‌ जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। दोनों मजदूरों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें कोविड केयर सेंटर फतेहाबाद में भर्ती करवाया गया है। जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
August 27, 2020

शिक्षा:केयू के आईआईएचएस संस्थान ने दाखिले के लिए दूसरी मेरिट लिस्ट जारी की

शिक्षा:केयू के आईआईएचएस संस्थान ने दाखिले के लिए दूसरी मेरिट लिस्ट जारी की

शिक्षा:केयू के आईआईएचएस संस्थान ने दाखिले के लिए दूसरी मेरिट लिस्ट जारी की
कुरुक्षेत्र6 घंटे पहले 29 तक मेरिट में आने वाले विद्यार्थी फीस जमा करवा दाखिले ले पाएंगे

केयू के आईआईएचएस इंस्टीट्यूट में स्नातक स्तर के कोर्सेज में खाली सीटों के लिए बुधवार को दूसरी मेरिट लिस्ट ऑनलाइन जारी की गई। पहली मेरिट लिस्ट के बाद संस्थान की 674 सीट भर गई थी। वहीं अब खाली 501 सीट के लिए मेरिट लिस्ट जारी की गई है । विद्यार्थी 29 अगस्त तक ऑनलाइन फीस जमा करवा दाखिले ले पाएंगे।

आईआईएचएस के प्राचार्य एसबी मलिक ने बताया कि दूसरी मेरिट लिस्ट ऑनलाइन जारी कर दी गई है। 29 अगस्त तक मेरिट में आने वाले विद्यार्थी फीस जमा करवा दाखिले ले पाएंगे। उन्होंने बताया कि पहली लिस्ट में से 674 विद्यार्थियों ने फीस जमा करवा दाखिले ले लिए थे ।
August 27, 2020

ऑनलाइन बैठक:एफपीओ को कार्य विस्तार के लिए दी जाएगी 15 लाख तक की इक्विटी ग्रांट, एफपीओ के माध्यम से किसानों के बढ़ेंगे आय के साधन: डीसी

ऑनलाइन बैठक:एफपीओ को कार्य विस्तार के लिए दी जाएगी 15 लाख तक की इक्विटी ग्रांट, एफपीओ के माध्यम से किसानों के बढ़ेंगे आय के साधन: डीसी

कैथल: डीसी सुजान सिंह ने बुधवार को उद्यान विभाग की जिला स्तरीय निगरानी कमेटी की ऑनलाइन बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि अधिक से अधिक किसानों को जागरूक किया जाए कि वे अपनी परंपरागत फसल को छोड़कर एफपीओ के माध्यम से फूलों, शहद व मशरूम आदि की खेती करके ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। सरकार की ओर से इस योजना से जुड़ने वाले किसानों को आर्थिक मदद दी जाएगी ताकि सभी किसान उन्नत हो और उनकी आय के साधन और अधिक बढ़ें।

डीसी ने कहा कि एफपीओ यानी किसान उत्पादक संघ से जुड़कर किसान आय के ज्यादा साधन अर्जित कर सकते हैं। सरकार की नई गाइडलाइन अनुसार एफपीओ को 15 लाख तक की इक्विटी ग्रांट देने का प्रावधान किया गया है। यानी कि एफपीओ के माध्यम से जुड़े किसान कार्य को बढ़ाने के लिए जितनी धनराशि लगाएंगे, उतनी धनराशि इक्विटी ग्रांट के रूप में किसानों को दी जाएगी, जिसे उन्हें रिफंड नहीं करना होगा। इस व्यवस्था से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और एफपीओ के माध्यम से विभिन्न किसान जुड़कर सीधा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

डीसी ने बताया कि जिले में पहले से ही 17 एफपीओ पंजीकृत हैं, उन सभी को नई गाइडलाइन अनुसार दोबारा पंजीकृत किया जाएगा। एक एफपीओ में कम से कम 300 किसान जुड़ें होंगे, जिनसे उद्यान, कृषि, मत्स्य तथा पशुपालन विभाग आपसी तालमेल से एफपीओ को जागरूक करते हुए ज्यादा से ज्यादा जोड़ने का कार्य करें ताकि जिला के अधिक से अधिक किसान एफपीओ के माध्यम से जुड़कर अपना कार्य और बढ़ा सकें। इस कार्य के सुचारू रूप से संचालन के लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित की गई है।

इसके साथ-साथ जिला परियोजना संयोजक की भी नियुक्ति की गई है, जोकि किसानों की हर तरह से मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी किसानों का पंजीकरण जल्द करें और कंपनी एक्ट के तहत एफपीओ को शामिल करें, जिससे अधिक से अधिक धनराशि उन्हें कार्य करने के लिए मुहैया हो पाएगी। उन्होंने कहा कि इक्विटी ग्रांट के तहत पहले 10 लाख रुपए प्रत्येक एफपीओ को मिलते थे, जिसे बढ़ाकर 15 लाख रुपए किया गया है। समय-समय पर इस योजना से संबंधित समीक्षा बैठकों का आयोजन किया जाएगा। सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें ताकि किसानों को सीधा लाभ मिल सके। इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी रमेश कुमार, जिला परियोजना संयोजक रविंद्र मौजूद रहे।

ये हैं जिला स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य| उपायुक्त सुजान सिंह की अध्यक्षता में एफपीओ यानी किसान उत्पादक संघ के सुचारू रूप से कार्यों के लिए कमेटी गठित की गई है, जिसमें जिला उद्यान अधिकारी सदस्य सचिव हैं तथा सीईओ जिला परिषद, डीडीएम नाबार्ड, एलडीएम, कृषि विज्ञान केंद्र के जिला समन्वयक, आतमा स्कीम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर तथा कृषि पशुपालन, मत्स्य, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के जिला अधिकारी सदस्य हैं।
August 27, 2020

सीबीएसई का प्रयास:स्कूलों से सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए विकसित किया पोर्टल ई-हरकारा

सीबीएसई का प्रयास:स्कूलों से सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए विकसित किया पोर्टल ई-हरकारा

भिवानी:  सीबीएससी अब पूरी तरह से पेपरलेस होने जा रहा है। सीबीएसई ने इसे लेकर ई-हरकारा नामक पोर्टल विकसित किया है। इसमें सभी स्कूल अपनी हर तरह की सूचनाएं, शिकायतें, आवेदन, सुझाव आदि संबंधित विभागों व क्षेत्रीय कार्यालय को भेज सकेंगे। सीबीएसई ने सभी स्कूलों से ई-हरकारा पोर्टल का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करने को कहा है।

इसके साथ ही यह जानकारी भी दी है कि एक सितंबर से सीबीएससी किसी भी तरह का ऑफलाइन या ईमेल पत्राचार स्वीकार नहीं करेगा। सभी कार्रवाई ई-हरकारा पोर्टल के जरिए ही होंगी और हर स्कूल को इसका इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा। सीबीएसई अधिकारियों के अनुसार एफिलिएशन यानी मान्यता, एग्जामिनेशन यानी परीक्षा और एकेडमिक आदि से संबंधित हर तरह की कार्रवाई सीबीएसई ने पहले ही ऑनलाइन कर दी है। कुछ शेष बची व्यवस्थाओं को लॉकडाउन के दौरान पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया।

इसके बाद भी हर तरह के शिकायत व आवेदनों को स्कूल पेपर और ईमेल के माध्यम से भेज रहे थे। अब इसे भी पूरी तरह से ऑनलाइन किए जाने के लिए ही ई-हरकारा पोर्टल को विकसित किया गया है। स्कूल अपने लॉगइन आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल कर इसी पोर्टल पर हर जानकारी मुहैया कराएंगे। इससे उनके आवेदन व शिकायतें संबंधित विभाग के जिम्मेदार पदाधिकारी के पास पहुंचेंगे।

समय की होगी बचत और बचेगा पेपर

सीबीएसई का तर्क है कि इस नई व्यवस्था से एक ओर जहां पेपर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद हो जाएगा। वहीं ई-मेल के माध्यम से विभागों को पत्र भेजने और उसके उत्तर का इंतजार करने का समय भी बचेगा। पोर्टल के जरिए स्कूल किसी भी विभाग से संबंधित शिकायत उस विभाग तक सीधे पहुंचेगी और उन्हें जवाब भी सीधे मिलेगा। इसमें कम से कम समय लगेगा, पेपर जरा भी खर्च नहीं होगा और कार्रवाई त्वरित सुनिश्चित की जा सकेगी। इससे जहां स्कूलों को भी अपनी बात संबंधित व्यक्ति तक या विभाग तक पहुंचाने में आसानी होगी। वहीं, सीबीएसई को भी स्कूलों से सीधे जुड़ने और उनकी समस्याओं व सुझाव या आवेदनों को सीधे देखने, सुनने व निस्तारण करने का अवसर मिलेगा।

नई व्यवस्था से पेपरलेस हो जाएगा पूरा काम

डीडब्ल्यूपीएस की डाॅ.प्राचार्या अनीता शर्मा ने बताया कि आईटी के इस दौर में सीबीएसई ने भी एक सार्थक कदम उठाया है। स्कूलों से हर तरह के पत्राचार व सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए सीबीएससी अब पूरी तरह से पेपरलेस होगा। इसे लेकर ई-हरकारा नामक पोर्टल विकसित किया है, जिसमें सभी स्कूल अपनी हर तरह की सूचनाएं, शिकायतें, आवेदन, सुझाव आदि संबंधित विभागों व क्षेत्रीय कार्यालय को भेज सकेंगे।
August 27, 2020

टॉयलेट बना तलाक की वजह :पत्नी बोली- सास-ससुर गंदा कर देते हैं, इसलिए मेरे लिए अलग शौचालय बनाओ

टॉयलेट बना तलाक की वजह :पत्नी बोली- सास-ससुर गंदा कर देते हैं, इसलिए मेरे लिए अलग शौचालय बनाओ तभी आऊंगी ससुराल नहीं तो तलाक, पति बोला- मकान में दूसरा बनाने की जगह नहीं

पति-पत्नी के बीच झगड़े की पिछले दिनों में कुछ इस तरह की भी पहुंची शिकायतें अनलॉक के बाद से जिले में घरेलू हिंसा केे मामलों में हुई बढ़ोतरी

जींद : ( संजय तिरँगाधारी )महिला थाने में आ रहे कई मामले अब फिल्मों को टक्कर दे रहे हैं। फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा की कहानी, एक सामाजिक सुधार की कहानी थी, लेकिन महिला थाने में यह कहानी हकीकत में है। यह एक नवविवाहिता अपने लिए अलग से शौचालय बनवाने के लिए पति को तलाक देने पर अड़ी है। ऐसे ही पत्नी द्वारा मोबाइल पर चैटिंग एक जोड़े के बीच शक का ऐसा बीज बोया कि नौैबत तलाक तक आ गए हैं। ऐसे कई मामले महिला संरक्षण अधिकारी के पास पहुंचे।

सास-ससुर गंदा कर देते हैं, मैं क्यों साफ करूं

नरवाना की चमेला काॅलोनी की एक नवविवाहिता की शिकायत थी की घर में एक शौचालय है। उसको सास-ससुर उसे गंदा कर देते हैं। वह क्यों उसे साफ करे। उसने अपने पति को बार-बार अलग शौचालय बनाने की बात कही रही है लेकिन वो मान नहीं रहा। यदि घर में उसके लिए अलग शौचालय बन जाएगा तो वह ससुराल जाने के लिए तैयार। यदि शौचालय अलग नहीं बनता तो वह तलाक चाहती है। महिला संरक्षण अधिकारी ने जब विवाहिता के पति व अन्य परिजनों को बताया कि उनका 100 गज का मकान है। दूसरा शौचालय बनाने की जगह नहीं है। इस कारण वे ऐसा नहीं कर पा रहे। इसी कारण घर में हर समय उनके बीच झगड़ा रहता है।

चैट करने पर पति करता है मारपीट

शहर की बूढ़ाबाबा बस्ती की रहने वाली एक विवाहिता की शिकायत थी कि उसका पति हर समय उसके साथ छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा करता रहता है। इस दौरान कई बार उसने मारपीट भी की है। इसके कारण वह पिछले दो माह से अपने मायके में रह रही है। उसे उसके साथ नहीं रहना। इस पर महिला संरक्षण अधिकारी ने महिला के पति को बुलाकर झगड़े की वजह जानी तो उसने बताया कि जब देखो यह मोबाइल पर किसी के साथ चैट करती रहती है। उसने जब ऐसा करने से रोका तो उसे बताया कि वह अपनी बहन और परिजनों के साथ बात करती है। लेकिन उसे शक है कि यह किसी दूसरे व्यक्ति से बात करती है और उसके साथ इसके अवैध संबंध हो सकते हैं।

पति-पत्नी के बीच झगड़ों की आई शिकायतों में से 90% का हो जाता है समाधान

महिला पुलिस थाने और महिला संरक्षण अधिकारी के पास पहुंची शिकायतों में तो काफी बढ़ोतरी हुई है। इसमें 50 प्रतिशत से ज्यादा पति-पत्नी के बीच छोटी-बातों को लेकर झगड़ों संबंधी आई हैं। हालांकि 90 फीसदी मामलों का समाधान हो गया है। महिला संरक्षण अधिकारी की मानेंं तो काफी मामलों में सामने आया कि पति-पत्नी के झगड़ों की बड़ी वजह विश्वास कम होना है। मामूली बातों पर कई महिला इससे नाराज होकर अपने मायके चली जाती हैं और वहीं से पुलिस को शिकायत करती हैं। इसके अलावा पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने की दूसरी वजह पति का शराब पीकर घर आना है। हालांकि इस दौरान पति-पत्नी के बीच झगड़े की कई ऐसी वजह भी सामने आईं जिनकी पुलिस थाने या महिला सेल में शिकायत करने की बजाय उनका समाधान किया जा सकता था।

दंपती का विश्वास कम होना झगड़े की वजह

पिछले दिनो में घरेलू हिंसा संबंधी शिकायतें में बढ़ोतरी हुई है। इनमें ज्यादा शिकायतें पति-पत्नी के बीच झगड़े की है। इसका बड़ा कारण एक दूसरे पर गलत शक करना है। इसके अलावा पुरुष का शराब पीकर घर आना फिर पत्नी से झगड़ा करना है। हालांकि इस तरह की 90 प्रतिशत शिकायतों का दोनों पक्षों की काउंसिलिंग करने के बाद समाधान हो जाता है। - सुनीता शर्मा, महिला संरक्षण अधिकारी जींद।