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Monday, November 9, 2020

November 09, 2020

मर्डर:पूंडरी तीर्थ से किडनैप कर हत्या, प्योंत ड्रेन में फेंका शव, परिजनों ने नहीं किया अंतिम संस्कार

मर्डर:पूंडरी तीर्थ से किडनैप कर हत्या, प्योंत ड्रेन में फेंका शव, परिजनों ने नहीं किया अंतिम संस्कार

करनाल / निसिंग : गांव प्योंत से गुजरने वाली ड्रेन में शनिवार दोपहर को संदिग्ध हालात में मिले युवक की पहचान पूंडरी के रहने वाले 24 वर्षीय बलराज के रूप में हुई है। युवक की हत्या से पहले अपहरण करने का सीसीटीवी फुटेज पुलिस के सामने आया है। फुटेज पूंडरी के पुंडरीक तीर्थ के पास की है, जिसमें बलराज स्कूटी पर आता दिखाई पड़ता है और स्विफ्ट कार में 3 से 4 लोग उसको जबरन कार में बैठाते नजर आ रहे हैं।
इस मामले में पुंडरी थाना में लापता का केस दर्ज किया गया था, लेकिन मृतक के शव की शिनाख्त होने पर कैथल पुलिस ने अपहरण व हत्या का केस दर्ज किया है। शनिवार दोपहर को जिले के गांव प्योंत के पास ड्रेन में शव पड़ा मिला था। पुलिस ने मौके पर पहुंच एफएसएल टीम को बुलाकर नमूने जुटाए गए और शव की शिनाख्त कराई गई।
परिजनों के अुनसार बलराज पुंडरी में ही एक कंप्यूटर की दुकान पर नौकरी करता था। परिजनों ने घटना को साजिशन हत्या बताया है। इसी बात को लेकर पुंडरी के रविदास मंदिर में देर शाम तक समुदाय के लोगों में आपस में बातचीत चलती रही। परिजन पुलिस से लगातार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। परिजन पुंडरी के रविदास मंदिर में हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी को लेकर शव फ्रीज में रखकर डटे हैं। पुलिस ने परिजनों से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 2 दिन का समय मांगा है।
युवक की डेडबॉडी मिलते ही शव को पोस्टमार्टम व शिनाख्त के लिए करनाल भेजा गया था। रविवार सुबह शव की शिनाख्त हुई। जिसके बाद थाना पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है। मामले में अगली कार्रवाई कैथल पुलिस करेगी।
-रामफल, एसएचओ, थाना निसिंग
November 09, 2020

6 जिलों को लाभ:हांसी ब्रांच नहर का 100 करोड़ से 18 किमी तक होगा पुनर्निर्माण, 6 से 8 हजार क्यूसिक हो जाएगी क्षमता

6 जिलों को लाभ:हांसी ब्रांच नहर का 100 करोड़ से 18 किमी तक होगा पुनर्निर्माण, 6 से 8 हजार क्यूसिक हो जाएगी क्षमता

 जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) समेत प्रदेश के कई जिलों के लोगों के लिए अच्छी खबर है। कई दशक पहले बनी हांसी ब्रांच नहर में पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए नहर का अब फिर से र्निमाण होगा। इस प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इसके बाद इसकी क्षमता 6 हजार क्यूसिक से बढ़कर 8 हजार क्यूसिक पानी की हो जाएगी। इससे जींद सहित प्रदेश के 6 जिलों के किसानों व लोगों को पहले से ज्यादा मात्रा में पानी की सप्लाई हो सकेगी।
इस दौरान करनाल जिला के मूणक हेड से लेकर जींद जिला के अंटा गांव तक 18 किमी लंबी नहर का पुनर्निर्माण होगा। पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए नहर को चौड़ा किया जाएगा और नए सिरे से बैड (तलहटी) तैयार की जाएगी। सिंचाई विभाग ने नहर के पुनर्निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर टेंडर जारी कर दिया गया है। नवंबर के अंत में यह टेंडर ओपन होगा। यह निर्माण दो साल में पूरा होना है।

इसलिए पड़ी पुनर्निर्माण की जरूरत

माॅनसून सीजन में पानी की मात्रा बढ़ने के कारण मूनक हेड से लेकर अंटा तक हेड तक हांसी ब्रांच नहर में ज्यादा पानी नहीं छोड़ा जा सकता था। नहर की क्षमता 6 हजार क्यूसिक होने और काफी पुरानी नहर होने के कारण ज्यादा पानी छोड़े जाने से इसके टूटने का खतरा बना रहता था। इसके चलते सिंचाई विभाग ने हांसी ब्रांच नहर के पुनर्निर्माण का फैसला लिया।
इधर, रजबाहा नंबर 4 की भी बढ़ेगी क्षमता, कई गांवों को होगा फायदा सिंचाई विभाग ने जिला के रजबाहा नंबर 4 में पानी की क्षमता बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके लिए रजबाहा नंबर 4 का पुनर्निर्माण कार्य होगा और इस पर 12 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। रजबाहे के पुनर्निर्माण के बाद इसमें पानी की क्षमता 79 क्यूसिक से बढ़कर 100 क्यूसिक हो जाएगी।

इन 6 जिलों को होगा फायदा

इसके पुनर्निर्माण से जींदी, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी और हिसार को लाभ होगा। इसके अलावा जींद के रजबाहा नंबर-4 की भी बढ़ेगी क्षमता। इसमें पानी की क्षमता 79 क्यूसिक से बढ़कर 100 क्यूसिक हो जाएगी। इससे सफीदों, जुलाना व जींद हलके के कई गांवों के किसानों को फायदा होगा।

किसानों को पहुंचेगा लाभ: गर्ग

मूनक हेड से अंटा हेड तक 18 किलोमीटर लंबी हांसी ब्रांच नहर में पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके पूरा होने के बाद नहर में पानी की क्षमता 6 हजार क्यूसिक से बढ़कर 8 हजार क्यूसिक हो जाएगी। इससे 6 जिलों काे लाभा होगा।
-मंगतराम गर्ग, एसई सिंचाई विभाग जींद।
November 09, 2020

ठगी पकड़ी, ठग गायब:213 महिलाओं के फर्जी फार्म भर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के 10.65 लाख रुपए हड़पे

ठगी पकड़ी, ठग गायब:213 महिलाओं के फर्जी फार्म भर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के 10.65 लाख रुपए हड़पे

भिवानी : प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना के पीएमएमवीवाई पोर्टल पर गलत तरीके से ऑनलाइन पंजीकरण कर 213 पात्रों के फार्म भरकर 5 हजार रुपए प्रति पात्र के हिसाब से 10 लाख 65 हजार की रकम हड़प ली। जब संबंधित विभाग के अधिकारियों को पता चला तो उन्होंने सूची में दर्शाए गए पात्रों के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो कोई भी पात्र महिला संबंधित खंड के किसी भी गांव से संबंधित नहीं थी, न ही सूची में दर्शाई गई महिलाओं के फार्म कार्यालय में भरे गए हैं।

महिला एंव बाल विकास परियोजना अधिकारी भिवानी ग्रामीण द्वितीय ने एसपी को शिकायत दी की उसे 29 अक्टूबर को डाटा एंट्री ऑपरेटर ने बताया कि किसी ने गलत तरीके से पीएमएमवीवाई पोर्टल पर 213 महिलाओं का ऑनलाइन पंजीकरण कर राशि हड़पी है। 30 अक्टूबर को लिपिक इशवंती देवी, विधोत्मा, डाटा इंट्री ऑपरेटर व सुपरवाइजर ने लिखित में शिकायत दी।
शिकायत में बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने पोर्टल पर 213 लाभपात्रों के ऑनलाइन फर्जी फार्म भरे और प्रति पात्र महिला 5 हजार रुपए के हिसाब से जालसाजी कर 10 लाख 65 हजार की सरकारी राशि हड़प ली। सह राशि अलग-अलग बैंक खातों में जमा की गई है।

जानिए-पूरा खेल, किस तरह दिया गया लाखों की ठगी को अंजाम

जब संपर्क किया तो गलत मिले सभी पते शिकायत में बताया कि धोखाधड़ी पता लगने पर जब सूची में दर्शाए लाभपात्रों के मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया तो कोई भी महिला भिवानी ग्रामीण द्वितीय खंड के किसी भी गांव से संबंधित नहीं मिली। जांच पर पता चला कि सूची में दर्शाए गए किसी भी महिला का फार्म कार्यालय में कार्यरत किसी भी कर्मचारी द्वारा नहीं भरा गया है।
किसी अज्ञात व्यक्ति ने पोर्टल का दुरुपयोग करते हुए सरकारी राशि का धोखाधड़ी कर गबन किया गया है। उन्होंने पुलिस से अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी, सरकारी धन के दुरुपयोग व गलत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर फर्जी लाभार्थियों को सरकारी स्कीम का लाभ दिलवाने के बारे में कार्रवाई की जाए। औद्योगिक पुलिस थाना एसएचओ इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

पोर्टल हैक कर या पासवर्ड चुराकर की गलत एंट्री

पोर्टल हैक कर या पासवर्ड चोरी कर पोर्टल पर फर्जी एंट्री की जा सकती है, लेकिन राशि फर्जी खातों में ट्रांसफार्मर बिना किसी अधिकारी के मिलीभगत के बिना नहीं हो सकता है। इसके अलावा 213 महिलाओं के सभी प्रमाण पत्र भी कोई आम व्यक्ति आसानी से नहीं जुटा सकता है। जिस व्यक्ति ने धोखाधड़ी कर 213 महिलाओं के ऑनलाइन फर्जी फार्म भरे है वह किसी महिला ग्रुप या महिलाओं को पैसों का लालच देकर उनके प्रमाण पत्र से प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना के नाम पर लाखों की राशि हड़प कर सकता है।

इस तरह सामने आया मामला

महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी कांता यादव ने बताया कि उन्हें पता चला कि कलानौर व जींद में फर्जी तरीके से ऑनलाइन फार्म भरकर सरकारी राशि हड़पी है। उन्होंने अक्टूबर में कंप्यूटर ऑपरेटर से पुराने रिकार्ड की जांच करने को कहा। इसमें सामने आया कि 213 महिलाओं को राशि जारी हुई है, जबकि उनका रिकार्ड नहीं है और न कार्यालय से उनके कभी फार्म भरे गए हैं।

ये है मातृत्व वंदना योजना

पात्र महिलाएं महिला वर्कर्स योजना के तहत फार्म भरते हैं। इसके बाद कार्यालय में फार्म ऑनलाइन दर्ज किए जाते है। पात्र 98 प्रतिशत महिलाओं को 5 हजार की सहायता राशि तीन किस्तों में जारी की जाती है। यह राशि मिलने में तीन माह से ज्यादा समय लग जाता है। अगर किसी महिला को जागरूकता के अभाव में बच्चे की आयु में एक वर्ष का समय बेहद नजदीक है तो उसे एक साथ तीनों किस्त जारी करवा दी जाती है।

मिलीभगत संभव, क्योंकि मात्र 5 दिन में राशि जारी नहीं होती

महिला एंव बाल विकास परियोजना अधिकारी ने कांता यादव ने बताया पोर्टल हैक कर या पासवर्ड चोरी कर ही ऐसा किया जा सकता है। किसी की मिलीभगत भी हो सकती है, क्योंकि अधिकतर अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से पोर्टल पर कार्य करवाते है। इससे उन्हें पासवार्ड का पता होता है। पासवर्ड लीक होने की आशंका रहती है। जांच में सामने आया कि यह कार्य किसी गिरोह का हो सकता है, क्योंकि फार्म भरने के साथ 5 दिन में राशि जारी होना आसान नहीं होता है।
November 09, 2020

मांग को लेकर सीएम से मिले किसान:मुख्यमंत्री बाेले- मशीनें हो चुकी डैमेज, किसी भी सूरत में नहीं चलेगी शुगर मिल

मांग को लेकर सीएम से मिले किसान:मुख्यमंत्री बाेले- मशीनें हो चुकी डैमेज, किसी भी सूरत में नहीं चलेगी शुगर मिल

फतेहाबाद : सीएम मनोहर लाल रविवार को फतेहाबाद में पहुंचे। वे यहां गांव दौलतपुर में पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता बलवान दौलतपुरिया के आवास पर उनकी भतीजी के शादी समारोह में शिरकत करने आए थे। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने सीएम से मुलाकात कर अपनी मांगे रखी। भूना के किसान शुगर मिल को शुरू करने की मांग को लेकर सीएम से मिले। हालांकि सीएम ने उन्हें जवाब दिया कि मिल पूरी तरह से डैमेज हो चुकी है, इसलिए इसे किसी भी सूरत में दोबारा शुरू नहीं किया जा सकता।

मिल शुरू नहीं करने पर समिति न जताई नाराजगी

इधर, भूना में शुगर मिल शुरू कराने की मांग को लेकर शुगर मिल बचाओ संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल समिति संयोजक चांदी राम कड़वासरा के नेतृत्व में सीएम से मिले। सीएम ने प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट कर दिया है कि मिल किसी भी कीमत पर नहीं चल सकती और वह प्राइवेट लोगों की संपत्ति है।
मगर कुछ लोग मिल के गेट पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वह कांग्रेस का सरकार के खिलाफ षड्यंत्र है। इस पर समिति ने कड़ा एतराज जताया है। समिति के संयोजक चांदी राम कड़वासरा ने कहा कि चीनी मिल फतेहाबाद की एकमात्र औद्योगिक इकाई को डैमेज करके कबाड़ के भाव बेचा जा रहा है।

8 करोड़ की लागत से सदन का निर्माण हाेगा

पंचनद सेवा ट्रस्ट का प्रतिनिधि मंडल विधायक दुड़ा राम के नेतृत्व में सीएम से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने फतेहाबाद में प्रस्तावित पंचनद सदन के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर समय मांगा। इसके लिए ट्रस्ट ने 10 दिसंबर का समय मांगा है। जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही इसके बारे में जानकारी दे देंगे। ट्रस्ट की ओर से जगजीवनपुरा मोहल्ला रोड पर 8 करोड़ की लागत से पंचनद सदन का निर्माण किया जाना है।

दौलतपुरिया की भतीजी की शादी में पंहुचे नेता

रविवार को पूर्व विधायक दौलतपुरिया के फार्म हाउस पर आयोजित विवाह समारोह में सीएम मनोहर लाल के अलावा हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, बिजली मंत्री रणजीत चौटाला, विधायक दुड़ाराम, विधायक एडवोकेट लक्ष्मण नापा, भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, सुरेश दौलतपुरिया, जिप अध्यक्ष राजेश कसवां, नप अध्यक्ष दर्शन नागपाल, नरेश सरदाना आदि पहुंचे।

Sunday, November 8, 2020

November 08, 2020

राम रहीम को गुपचुप पैरोल:मुख्यमंत्री मनोहर लाल बोले- गुरमीत की मां बीमार थी, मिलवाकर वापस ले आए, बात खत्म

राम रहीम को गुपचुप पैरोल:मुख्यमंत्री मनोहर लाल बोले- गुरमीत की मां बीमार थी, मिलवाकर वापस ले आए, बात खत्म

फ़तेहाबाद : दुष्कर्म और हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को गुपचुप तरीके से एक दिन की पैरोल देने के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- यह जेल प्रशासन का काम है। जेल मेन्युल में जेल सुपरिंटेंडेंट को विशेष अधिकार होता है। राम रहीम की मां बीमार थी तो उन्हें उनकी मां से मिलवा दिया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें अस्पताल ले जाया गया और सूर्यास्त से पहले वापस ले आए। बस बात खत्म हो गई। मुख्यमंत्री फतेहाबाद के गांव दौलतपुर में पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया की भतीजी की शादी में शिरकत करने आए थे।

गुपचुप बाहर आया था राम रहीम: बाबा को खट्टर सरकार ने एक दिन की पैरोल दिलाई, 300 जवानों की सुरक्षा में गुड़गांव भेजा गया

राम रहीम को 24 अक्टूबर को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए पैरोल दी गई थी। सरकार और जेल प्रशासन ने मीडिया तक को भी इसकी भनक नहीं लगने दी। पैरोल के बाद राम रहीम गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती अपनी मां से मिलकर आया। उसे सुनारियां जेल से गुड़गांव के अस्पताल तक बख्तरबंद गाड़ी में ले जाया और फिर लाया गया।

राम रहीम 25 अगस्त 2017 से रोहतक जेल में बंद है। डेरे की पूर्व साध्वियों से दुष्कर्म और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में राम रहीम को दोषी करार दिया गया था। पैरोल मिलने का मामला सामने आने के बाद जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने इस पर कहा है कि बाबा को पैरोल नियमों के हिसाब से दी गई है। हालांकि, उसने पहले भी कई बार पैरोल के लिए अर्जी लगाई , लेकिन उसे मंजूरी नहीं मिली।

राम रहीम की सुरक्षा में पुलिस की तीन टुकड़ी

राम रहीम 24 अक्टूबर को शाम तक अपनी बीमार मां के साथ रहा। सूत्रों ने बताया कि हरियाणा पुलिस की तीन टुकड़ी तैनात थी। एक टुकड़ी में 80 से 100 जवान थे। यानी 250 से 300 जवानों की तैनाती की गई थी। डेरा चीफ को जेल से बख्तरबंद गाड़ी में लाया गया। गुड़गांव में पुलिस ने अस्पताल के बेसमेंट में गाड़ी पार्क की। जिस फ्लोर में उसकी मां का इलाज चल रहा था, उसे पूरा खाली कराया गया था।

इस मामले की पुष्टि रोहतक एसपी राहुल शर्मा ने की है। उन्होंने बताया कि उन्हें जेल सुपरिंटेंडेंट से राम रहीम के गुड़गांव दौरे के लिए सुरक्षा व्यवस्था का निवेदन मिला था। 24 अक्टूबर को सुबह से लेकर शाम ढलने तक सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। सब कुछ शांति से हुआ। दूसरी ओर शनिवार दोपहर इस मामले पर प्रदेश के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने भी अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि राम रहीम को सारे नियम को ध्यान में रखते हुए पैरोल दी गई थी।

राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई गई है

2002 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। छत्रपति अपने समाचार पत्र में डेरा से जुड़ी खबरों को प्रकाशित करते थे। पत्रकार छत्रपति की हत्या के बाद परिजनों ने मामला दर्ज कराया था और बाद में इसे CBI को सौंप दिया गया था। CBI ने 2007 में चार्जशीट दाखिल कर दी थी और इसमें डेरा प्रमुख राम रहीम को हत्या की साजिश रचने का आरोपी माना था। इससे पहले 28 अगस्त 2017 में CBI की विशेष कोर्ट ने दो महिलाओं के साथ रेप के मामले में राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई थी।

डेरा सच्चा सौदा के अनुनायियो मे ख़ुशी की लहर

हालाकी गुरु राम राम रहीम को केवल एक दिन की पैरोल दी गई थी लेकिन इस पैरोल को दिए जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा के अनुनायियो मे एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया | अब भगतो को उम्मीद जागने लगी है कि जल्द ही पिता जी / गुरु जी को लम्बी परोल या फरलो दी जाएगी | जबकि पहले जेल मंत्री और अब मुख्यमंत्री के शब्द भी इस ओर ईशारा कर रहे है कि आने वाले समय ,मे बाबा राम रहीम को और छुट मिल सकती है | की  भगतों का मानना है कि गुरु जी यदि जेल गये है तो ये भी एक मिशन के तहत गये है इसी बारे वो कई बार अपने सगत से सत्संग मे चर्चा कर चुके थे | बाकि आने वाले समय मे और स्पष्टीकरण जनहित मे होगा |

November 08, 2020

युवाओं को खेलों की तरफ देना चाहिए ध्यान: प्रदीप रेढू

युवाओं को खेलों की तरफ देना चाहिए ध्यान: प्रदीप रेढू 


जींद :  प्राइवेट लोको कॉलोनी में समय का सदुपयोग करते हुए क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया, जिसमें दो अकैडमियों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।

क्रिकेट प्रतियोगिता में युवा विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष व जिला पुरस्कार विजेता प्रदीप रेड्डू ईगराह ने मुख्य रूप से शिरकत की।
प्रतियोगिता के आयोजक सौरभ कंसाला ने बताया कि यह प्रतियोगिता सामाजिक कार्यकर्ता व युवा मंडल कंडेला के अध्यक्ष  बिट्टू कंडेला कि अध्यक्षता मे सम्पन्न हुई।
खिलाड़ियों को संबोधित व प्रोत्साहित करते हुए प्रदीप रेढू ने कहा कि युवाओं ने शिक्षा व खेलों की तरफ ध्यान देना चाहिए ताकि युवा नशे की ओर अपना ध्यान न भटकाएं। ऐसी प्रतियोगिताएं प्रत्येक गांव में व प्रत्येक कॉलोनियों में लगातार होनी चाहिए। और कहा कि हमारी समिति का लक्ष्य है नशे के खिलाफ हरियाणा में युवाओं को जागरूक करना व शिक्षा और खेलों को बढ़ावा देना है।

इस दौरान समाजिक कार्यकर्ता बिट्टू कंडेला ने बताया कि नशे पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए नई पीढ़ी को अच्छे संस्कार देने व राज्य में जनजागरण अभियान चलाने की जरूरत है। नशे के शिकार लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार द्वारा प्रदेश में जहां नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं वहीं युवाओं के लिए इस साल प्रत्येक गांव में व प्रत्येक कॉलोनी में व्यायामशालाएं खोली जानी चाहिए और उनके कौशल विकास के लिए हरियाणा कौशल मिशन कार्यक्रम लागू करने चाहिए।
इस बीच कोच मुकेश कुमार, राजकुमार, दीपक राय, अमर सिंह, तुषार भट्ट, नीरज भट्ट, भूपेंद्र कंसाला आदि मौजूद रहे।
November 08, 2020

हरियाणा में दिवाली पर दो घंटे पटाखे बजा सकते हैं लोग, सीएम ने किया ऐलान

हरियाणा में दिवाली पर दो घंटे पटाखे बजा सकते हैं लोग, सीएम ने किया ऐलान

चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में दिवाली पर लोगों को दो घंटे पटाखे बेचने व बजाने की छूट देने का निर्णय लिया है। यह निर्णय बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए लिया गया है ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके।

  मुख्यमंत्री आज फतेहाबाद के गांव दौलतपुर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दिवाली के दिन नागरिक सिर्फ दो घंटे पटाखे बजा सकते हैं। देखा गया है कि प्रदूषण के कारण ही कोरोना के संक्रमित मरीजों में भी बढ़ोतरी हुई है। प्रदूषण कम करने और कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने के मद्देनजर पटाखे बेचने व बजाने को प्रतिबंधित किया गया है।

  मुख्यमंत्री ने एमबीबीएस की फीस की बढ़ोतरी के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि फीस में मामूली बढ़ोतरी की गई है। पिछले काफी सालों से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों की तुलना में हरियाणा में मेडिकल फीस अब भी काफी कम है। दस लाख के बान्ड भरवाए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इसलिए शामिल किया गया है ताकि विद्यार्थी एमबीबीएस करने के बाद प्रदेश में नौकरी कर सकें और अपनी सेवाएं प्रदेश के नागरिकों के लिए दें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का रूझान प्रदेश में नौकरी करने की ओर बढ़ाने के लिए बान्ड भरवाने की व्यवस्था की गई है।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसान आंदोलन बेअसर है। तीनों कृषि कानून किसानों के हक में है। कांग्रेस किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही थी। कांग्रेस का चेहरा विधानसभा सत्र में बेनकाब हो चुका है। प्रदेश के लोगों ने देखा कि कांग्रेस इस पर सस्ती राजनीति कर रही थी। विधानसभा में चर्चा में भाग न लेने से कांग्रेस का दोहरा चरित्र सामने आ गया है। प्रजातांत्रिक व्यवस्था में यह जरूरी है कि पहले चर्चा हो और उसके बाद ही वोटिंग होती है।

         एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बिहार के नतीजों और एग्जिट पोल का हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में कोई महत्व नहीं है। सोनीपत में जहरीली शराब पीकर मृत्यु होने की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सामाजिक और कानूनी स्तर पर सही नहीं है। प्रदेश सरकार ने इस पर संज्ञान लेते हुए एफआईआर के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मरने वालों के परिजनों को राहत राशि की घोषणा भी सरकार की ओर से की गई है। उन्होंने कहा कि शराब की अवैध बिक्री में शामिल पाए जाने वाले दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।