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Saturday, May 15, 2021

May 15, 2021

गांव में तीन मौतें हुईं तो ग्रामीणों ने मिलकर बना डाला कोरोना का अस्पताल

कारनामा : गांव में तीन मौतें हुईं तो ग्रामीणों ने मिलकर बना डाला कोरोना का अस्पताल


नई दिल्ली :  राजधानी दिल्ली और हरियाणा के साथ लगते एक गांव ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में मिसाल पेश की है। दरअसल, गांव में एक दिन में कोरोना से तीन लोगों की मौत होने पर कुछ ग्रामीणों ने मिलकर गांव में ही अस्पताल बना डाला। मामला दिल्ली के घिटोरनी गांव का है। जहां नौसेना से रिटायर्ड अधिकारी नरेंद्र लोहिया ने देखा कि उनके गांव में एक दिन में कोरोना से तीन मौतें हुईं तो उन्होंने गांव और लोगों को बचाने के लिए छोटा अस्पताल (कोविड केयर सेंटर) बना डाला।नरेंद्र लोहिया के बेटे-बहू और भतीजे डॉक्टर हैं। दोनों ने शाम को गांव की चौपाल पर कुछ घंटे व अन्य समय ऑनलाइन वॉट्सऐप ग्रुप पर लोगों को परामर्श देना शुरू किया। कई लोग जो दवा लेने में समर्थ नहीं हैं उनके दवा-भोजन की भी व्यवस्था की गई। इस मुहिम को बढ़ाने के लिए गांव के ही नीरज लोहिया, सचिन आर्य, वीरेंद्र समेत अन्य कई लोग आर्थिक व अन्य संसाधनों से मदद के लिए आगे आए। अब ओपीडी में कोरोना जांच की भी व्यवस्था है। जो संक्रमित मिलते हैं उनके लिए स्कूल में 25 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है।
इस अस्पताल में 27 कंसंट्रेटर और 2 सिलेंडर हैं, जो गांव वालों ने ही मिलकर खरीदे हैं। एक टीम लोगों को जागरूक कर रही है तो दूसरी दवा मुहैया करा रही है।रोजाना शाम पांच से सात बजे तक गांव की चौपाल पर ओपीडी लगाई जाती है। इसके अलावा डॉक्टर टेली कंसल्टेशन करते हैं। गांव में कुल 10 हजार से अधिक की आबादी है, जिसमें से करीब 500 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 
May 15, 2021

कोरोना से माैत पर मेडिकल स्टाफ को 50 लाख और पुलिस कर्मियों को 30 लाख दिए जाने की घोषणा

कोरोना से माैत पर मेडिकल स्टाफ को 50 लाख और पुलिस कर्मियों को 30 लाख दिए जाने की घोषणा



चण्डीगढ़ : प्रदेश मे कोरोना मरीजों की सेवा में चौबीसों घंटे काम करने वाले मेडिकल स्टाफ और पुलिस कर्मियों द्वारा लगातार सेवा की जा रही है। स्वास्थ्य एंव गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना के दौरान कई कोरोना वॉरियर्स की मौत हो गई है, जिस पर हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं। विज ने कहा कि कोरोना वाॅरियर्स की कुर्बानी को लेकर कहा कि, उसकी कोई कीमत अदा नहीं नहीं की जा सकती। अनिल विज ने कहा कि ऐसे समय मे जब कोई कोरोना मरीज के पास तक जाना नहीं चाहते हैं, मेडिकल स्टाफ कोरोना वाॅरियर्स बन कर उनकी देखरेख कर रहे हैं और देखरेख करते के दौरान संक्रमित होने और बाद में मेडिकल स्टाफ की जान जाती है तो सरकार ने 50 लाख देने की घोषणा की हुई है।
इसी प्रकार से बहुत सारे पुलिस कर्मचारियों की जान गई है, उनको 30 लाख देने सरकार ने घोषणा की हुई है।  दिल्ली बाॅर्डर के साथ लगते गांवों मे कोरोना के संक्रमण के फैलने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सभी गांवों के लिए हमने व्यापक योजना तैयार की है। सभी गांवों मे हम कोरोना केयर सेंटर बना रहे हैं और बकायदा टीमें भी गठित की गई हैं। पांच-पांच लोगों की टीम बनाई है जो घर-घर जाकर लोगों की जांच करेगी। अगर किसी मे कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसका बाकायदा टेस्ट किया जाएगा, साथ ही जैसी उसकी बीमारी का स्तर होगा उस हिसाब से उसका उपचार किया जाएगा। अनिल विज ने कहा कि कोरोना की जांच और इलाज के लिए गांव के लोग तो तैयार हैं, गांव मे किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि दिक्कत केवल वहां आ रही है, जहां-जहां पर हरियाणा के बाॅर्डर पर लोग बैठे हुए हैं। विज ने बताया कि उन्होंने जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी भेजी गईं थी और राई रेस्ट हाउस मे किसान नेताओं की अधिकारियों के साथ मीटिंग करवाई थी, जिसमे उन्होंने टैस्ट कराने से साफ इनकार कर दिया और वैक्सीनेशन के लिए भी उन्होंने यह कहा कि स्वास्थ्य विभाग कैंप लगा दे, लेकिन हम किसी को वैक्सीनेशन के लिए नहीं कहेंगे। अगर कोई वैक्सीनेशन कराना चाहता है तो अपनी इच्छा से करवा सकता है।
 अनिल विज ने कहा कि 10 दिन से ज्यादा हो गए केवल 1900 लोगों ने वैक्सिनेशन करवाया है। गृहमंत्री ने बाॅर्डर पर बैठे किसानों से दोबारा से अपील करते हुए कहा कि यह बीमारी है और एक-दूसरे के संपर्क मे आने से फैलती है। इससे स्वयं के खतरा है और दूसरे की जिंदगी भी खतरे मे पड़ती है। इसलिए उनको टैस्ट करवाने चाहिए। वैक्सिन की पहली डोज लगने के बाद दूसरी डोज लगने मे हो रही देरी पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार ने इसका समय बढ़ा दिया है। अनिल विज ने कहा कि शुरू मे जब ये कोविशील्ड बनी थी तो तब भी उन्होंने कहा कि इसकी बूस्टर डोज जितने ज्यादा दिन के बाद लगाई जाएगी, उतना इसका प्रभाव ज्यादा होगा, तो अब आईसीएमआर ने फैसला लिया है कि लगभग 6 हफ्ते बाद दूसरी डोज लगाई जा सकती है।

Friday, May 14, 2021

May 14, 2021

विवाहिता की हत्या कर बताया कोरोना से हुई मौत

विवाहिता की हत्या कर बताया कोरोना से हुई मौत, 

पुलिस ने एक दर्जन ससुराल वालों पर किया मामला दर्ज

गुरुग्राम : एक ओर लोग कोरोना के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर दहेज के भुखे भेडिये इसको ढाल बनाकर महिलाओं को मौत के घाट उतार रहे हैं। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के सोहना से सामने आया है। जहां संदिग्ध परिस्थितियों में एक विवाहिता की मौत हो जाती है और ससुराल के लोग उसे कोरोना का नाम दे देते हैं।

लेकिन विवाहिता के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी मौत कोरोना से नहीं ससुराल के लोगों ने की है। जिस पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और ससुरालवालों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
मामले को लेकर आपको बता दें कि गुरुग्राम के सोहना में एक विवाहिता महिला अंजू की संदिग्ध परिस्थितियों में 10 मई को मौत हो गई थी। इसी मामले में मृतक महिला के परिजनों ने आज सोहना पुलिस थाने में पहुंचकर हंगामा किया, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने उनकी बेटी अंजू की हत्या दहेज के चलते की है।

शिकायत में विवाहिता के पिता राजेंद्र ने बताया कि उसी दिन रात को करीब 8.30 बजे उनकी अपनी बेटी से बात हुई थी। जिसके बाद आधी रात 12.30 पर ससुराल वालों का फोन आता है कि अंजू की तबीयत बिगड़ गई है। वह उसे अस्पताल लेकर जा रहे हैं। वहीं उसके कुछ समय बाद फोन आया कि सोहना अस्पताल में भर्ती नहीं कर रहे।
जिस पर परिजनों ने कहा कि एक बार वह उनकी बात करवा दें। लेकिन ससुरालवालों ने ना ही बात करवाई और ना ही वीडियो कॉल कर दिखाया। जिसके बाद परिजन सोहना अस्पताल में आ गए। जहां पर कोई नहीं था। पता किया तो कहा कि वह गुरुग्राम के कीर्ति अस्पताल में है। वहां गए तो वहां पर भी कोई नहींं मिला। वहीं आपको बता दें मृतका के एक साल की बेटी भी है।
पूरे मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। अगर रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है तो शव का दाह संस्कार कराने के लिए परिजनों की बजाए नगर परिषद के हवाले किया जाएगा।
May 14, 2021

चूर्ण ज्यादा खाने से बिगड़ी थी गुरमीत राम रहीम की तबीयत

चूर्ण ज्यादा खाने से बिगड़ी थी गुरमीत राम रहीम की तबीयत 


रोहतक : सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का स्वास्थ्य बीपी और शुगर के लिए बनाए गए घरेलू चूर्ण की मात्रा ज्यादा खाने से बिगड़ गया था। 21 घंटे तक पीजीआई में उपचार देने के बाद रामरहीम को वीरवार को भारी सुरक्षा के बीच सुनारियां जेल भेज दिया गया। उनकेे पूरे शरीर के टेस्ट किए गए, जो नार्मल मिले हैं। अब उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है। रामरहीम के जेल जाने के बाद पीजीआई और प्रशासन के अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है। दरअसल, जेल में बंद रामरहीम ने शूगर और बीपी की समस्या के लिए घरेलू चूर्ण बनवाया हुआ है। बुधवार को उन्हाेंने सुबह चूर्ण का ज्यादा मात्रा में सेवन कर लिया, जिससे कुछ ही देर में उन्हें बेचैनी होने लगी और बीपी का स्तर गिर गया। उन्होंने जेल प्रशासन को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद जेल अस्पताल के चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। जांच में बीपी का स्तर कम और बेचैनी की बात सामने आई। पीजीआई के चिकित्सकों की टीम ने भी जेल में जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच की। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए पीजीआई लाने का फैसला किया गया। आनन फानन में पीजीआई में तैयारियां की गई। पुलिस प्रशासन को सूचित किया गया। पीजीआई के चारों तरफ पुलिस ने डेरा डाल लिया।
शाम छह बजकर दस मिनट पर रामहीम को पीजीआई लाया गया, जहां उपचार शुरू किया गया। ये टेस्ट किए पीजीआई के चिकित्सकों ने उसके पूरे शरीर की जांच की। पेट का अल्ट्रासाउंड करवाया गया। ईसीजी और इक्को की गई। क्लर डोपलर टेस्ट, शुगर जांच और चर्बी की जांच की गई। हृदय रोग चिकित्सक चाहते थे कि उनकी इंजियोग्राफी और होल्टर मॉनीटरिंग की जाए, लेकिन रामरहीम ने इन दोनों जांच के लिए यह कहते हुए मना कर दिया कि वह पूरी तरह से स्वस्थ्य महसूस कर रहे हैं। उनकी सभी रिपोर्ट नार्मल पाई गई। उनका वजन 83 किलो है जबकि उनकी उम्र 53 वर्ष है। पहले की अपेक्षा उन्होंने व्यायाम से वजन कम किया है। बृहस्पतिवार को सभी रिपोर्ट आने के बाद उनका बीपी सामान्य पाया गया, जिसके बाद सुरक्षा के साथ जेल भेज दिया गया। सात चिकित्सकों का बनाया गया था पैनल पीजीआई की ओर से रामरहीम का उपचार करने के लिए सात चिकित्सकों का बोर्ड गठित किया गया था। जिसमें डॉ केएस लाल्हड़, डॉ. अश्वनी, डाॅ. प्रवीन मल्होत्रा, डॉ. राजेश राजूपत, डॉ. सुरेखा डाबला, डाॅ. सुधीर अत्री और डॉ. आरएस चौहान को शामिल किया गया था। टीम ने राम रहीम के टेस्ट कर उपचार शुरू कर दिया था।
May 14, 2021

हरियाणा में ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, जानिए कितने मरीज और कितनी मौतें

हरियाणा में ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, जानिए कितने मरीज और कितनी मौतें

हिसार :  कोरोना की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस (काली फफूंद) कहर बरपा रहा है। इस बीमारी का खतरा कोरोना संक्रमित उन मरीजों को ज्यादा है, जिनको शुगर है और स्टेरायड दिया गया है। ब्‍लैक फंगस  का क्लीनिकल नाम म्यूकरमाइकोसिस है। राज्‍य में मई माह में अब तक इस बीमारी के 30 मरीज सामने आ चुके हैं। एक मरीज की मौत हो गई।
सितंबर 2020 से अप्रैल 2021 तक रोहतक पीजीआइ में आए थे 21 केस
दरअसल, यह कोई नई बीमारी नहीं है। रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस में सितंबर 2020 से अप्रैल 2021 तक आठ महीने में जहां इस बीमारी के 21 केस आए थे, लेकिन वहीं पिछले 15 दिनों में ही छह नए मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी मरीजों का आपरेशन होना है। एक गंभीर मरीज की मौत हो गई है।
इस बार मई में ही पीजीआइ में आ चुके छह केस, गुरुग्राम में 14 और फरीदाबाद में छह केस मिले

रोहतक पीजीआइ के अलावा गुरुग्राम में 14, फरीदाबाद में 6, करनाल में 2 और फतेहाबाद तथा झज्जर में एक-एक केस मिले हैं। रोहतक पीजीआइएमएस के ईएनटी विभाग के प्रोफेसर डा. रमन कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी में ब्लैक फंगस के मामले काफी बढ़ गए हैं। ज्यादातर उन लोगों को यह शिकायत हो रही है, जिनको शुगर है और कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। स्टेरायड लेने वाले गंभीर कोरोना मरीज को इसका ज्यादा खतरा रहता है। ज्यादातर 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति को ब्लैक फंगस हो रहा है।

एंडोस्कोपिक सर्जरी से निकाले जाते हैं शरीर से डेड टिश्यु
ब्लैक फंगस की शिकायत होने पर यदि समय से इलाज शुरू हो जाए तो मृत्यु दर काफी कम है। एंडोस्कोपिक सर्जरी के जरिए डेड टिश्यु को निकाला जाता है। एंटी फंगल इंजेक्शन से इलाज शुरू होता है।

*दिमाग में घुसा फंगस तो हो सकती है मौत*

समय पर इलाज से जल्द स्वस्थ हो जाते हैं। इलाज में देरी होने पर मरीज के बचने की संभावना कम रहती है। आंख में फंगस घुस जाने पर आंख को निकालना पड़ सकता है। दिमाग में प्रवेश करने पर मौत तक हो जाती है।

 *ये हैं लक्षण*

नाक बंद रहने, नाक में पपड़ी बनने, गाल में दर्द होने या सुन्‍न्‍ होने, आंखें हल्की बाहर आने, अचानक कम दिखने लगना, तालू पर कालापन होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। यह ब्लैक फंगस के लक्षण हैं।
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” कोविड-19 की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस तेजी से फैल रहा है। कोरोना से स्वस्थ हो चुके उन लोगों को सचेत रहने की जरूरत हैं जिन्होंने इलाज के दौरान स्टेरॉयड लिया है। डाइबिटिक लोगों को भी खतरा रहता है।
                                                           – डा. रमन कुमाार, ईएनटी स्पेशलिस्ट, पीजीआइएमएस रोहतक।
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May 14, 2021

27 जून को होने वाली ये परीक्षा हुई रद्द, ये है परीक्षा की नई तारीख

27 जून को होने वाली ये परीक्षा हुई रद्द, ये है परीक्षा की नई तारीख



चंडीगढ़ : कोरोना संक्रमण से जहां बड़ी संख्या में देश की जनता पर समस्याओं का पहाड़ टूटा है तो छात्रों के भविष्य पर भी संकट आ चुका है। खासकर असर उन छात्रों पर पड़ा है, जो बड़ी बड़ी परीक्षाओं के लिए तैयारियों में लगे हैं। क्योंकि एक तरफ कोरोना के चलते कोचिंग संस्थान बंद हो चुके हैं तो दूसरी तरफ सिविल सर्विस के एक्जाम स्थगित हो रहे हैं। इस बीच अब कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते पैदा हालात को देखते हुए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2021 को स्थगित कर दिया है।
यूपीएससी ने सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 27 जून को होनी थी। जिसे संघ लोक सेवा आयोग ने मौजूदा कोरोना वायरस की दूसरी लहर के भयावय प्रकोप के कारण परीक्षा को स्थगित कर दिया है। हालांकि यूपीएससी ने अगली तारीख की भी घोषणा कर दी है। अब ये परीक्षा फिर से 4 महीने बाद अक्टूबर में होगी। सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 10 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। यूपीएससी ने गुरुवार को यह घोषणा तब की जब भारत ने 3,62,727 नए कोविड मामलों 4,120 मृत्यु की सूचना दी। सिविल सेवा परीक्षाओं के शीर्ष निकाय ने पिछले साल भी कोविड के संकट के कारण परीक्षाओं को स्थगित पुनर्निर्धारित किया था।
गौरतलब यह कि पिछले कुछ हफ्तों में देश में लगातार हर रोज 3 लाख से ज्यादा नए मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। बीच बीच में यह आंकड़ा 4 लाख के पार भी पहुंच चुका है। अगर बृहस्पतिवार को आए कोरोना के मामलों की बात करें तो देश में एक दिन में कोविड-19 के 3,62,727 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले 2,37,03,665 हो गए। जबकि कोरोना वायरस संक्रमण से 4,120 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,58,317 पर पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 37,10,525 मरीजों का अब भी इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 15।65 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर कुछ सुधरकर 83।26 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 1,97,34,823 हो गई है जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1।09 फीसदी दर्ज की गई है।
 
May 14, 2021

हरियाणा प्रदेश के विभिन्न जिलों के संगठनात्मक प्रभारियों और मोर्चा प्रभारियों को दायित्व सौंपा गया

भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने आज प्रदेश के विभिन्न जिलों के संगठनात्मक प्रभारियों  और मोर्चा प्रभारियों को दायित्व सौंपा है।

May 14, 2021

12 दिनों में रोडवेज डिपो को एक करोड़ 80 लाख रुपये का नुकसान

12 दिनों में रोडवेज डिपो को एक करोड़ 80 लाख रुपये का नुकसान

रोहतक : महामारी के मद्देनजर प्रदेश सरकार द्वारा 17 मई तक लॉकडाउन लगाया हुआ है। लॉकडाउन के चलते बाजार बंद के साथ-साथ लोगों के गैर जरूरी आवागमन पर भी रोक लगाई हुई है। लेकिन इस अवधि के दौरान जिन लोगों को जरूरी कार्यो से दूसरे शहरों में आना-जाना पड़ता है, उनके लिए रोडवेज डिपो द्वारा बसों को चलाया जा रहा है। इस स्थिति में डिपो से हर रोज 200 में से केवल 40 बसों का ही संचालन हो रहा है। डिपो को 12 दिनों में 1 कराेड़ 80 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। यात्रियों की संख्या कम होने से रोडवेज डिपो को अधिक आर्थिक नुकसान वहन करना पड़ रहा है।

लॉकडाउन से पहले रोडवेज डिपो से हर रोज 200 बसों का संचालन होता था। ये बसें रोहतक से चंडीगढ़, जयपुर, बहादुरगढ़, झज्जर, पिलानी, नारनौल, महेंद्रगढ़, हिसार, भिवानी, रेवाड़ी आदि रूटों पर सफर तय करती थी। इन बसों में हर रोज हजारों की संख्या में यात्री सफर करते थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद डिपो से हर रोज 40 बसों का ही संचालन हो पा रहा है। लॉकडाउन के दौरान रोहतक के साथ लगते जिलों के लिए ही बसें चलाई जा रही हैं। रोहतक से हर रोज भिवानी, झज्जर, सोनीपत के लिए नियमित बसें चल रही हैं। इन बसों में यात्रियों को कोविड-19 के नियमों की पालना करते हुए फेस मास्क, हैंड सेनिटाइजर के साथ ही यात्रा करने की अनुमति दी जा रही है। बसों में दाई तरफ वाली तीन सीटों पर दो तथा बाई तरफ की दो सीटों पर केवल एक यात्री को बैठाया जा रहा है। जिससे शारीरिक दूरी के नियम की पालना हो सके। बस स्टैंड परिसर में भी यात्रियों से कोविड-19 के नियमों की पालना करवाई जा रही है।

*सवारियां आधी*


रोडवेज कर्मचारियों ने बताया कि प्रत्येक रोडवेज बस में आधी सीटों पर ही यानि 26 यात्रियों को ही एक बस में बैठाया जा रहा है। इन बसों में वापस आते समय सवारियां न के बराबर होती है। जिसके चलते रोडवेज डिपो को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है।

*शाम पांच बजे इन रूटों पर चलती हैं बसें*


डीआई राजबीर ने बताया कि डिपो से हर रोज सोनीपत, पानीपत, गुड़गांव के लिए शाम पांच बजे तक ही बसों का संचालन भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग रोजाना इन रूटों से पानीपत, सोनीपत आते-जाते हैं। जिसके चलते इन रूटों पर शाम पांच बजे भी बसें चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि बस स्टैंड पर किसी रूट के लिए 25 सवारियां हो जाती हैं तो उस रूट पर भी बस चलाई जा रही है।

26 यात्री होने पर चलती है बस : यात्रियों को देखते हुए बसों को चलाया जा रहा है। जिस रूट पर 26 यात्री हो जाते है उन रूटों पर बसों को भेजा जा रहा है। वैसे लॉकडाउन के कारण जरूरी काम वाले यात्री ही बसों में सफर कर रहे है। जहां पहले 200 रोडवेज बसें चलती थी, वहीं अब केवल 40 बसें ही चल रही है। लॉकडाउन के दौरान 12 दिनों में डिपो को करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। -राहुल मित्तल, जीएम, रोडवेज डिपो
May 14, 2021

हरियाणा मे होम आइसोलेशन में रह रहे 2346 जरूरतमंद मरीजों को घर पर मिली ऑक्सीजन - स्पेशल रिपोर्ट

 हरियाणा मे होम आइसोलेशन में रह रहे 2346 जरूरतमंद मरीजों को घर पर मिली ऑक्सीजन - स्पेशल रिपोर्ट 

जी हाँ, अब हरियाणा मे जरूरतमंद मरीजों को डोर टू डोर आक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। जो व्यक्ति कोरोना संक्रमण के चलते होम आइसोलेशन में है और उन्हें डॉक्टर द्वारा ऑक्सीजन लेने की सिफारिश की जाती है। ऐसे व्यक्ति ऑनलाइन व्यवस्था से आवेदन कर सकते हैं, जिन्हें घर बैठे ही ऑक्सीजन मुहैया करवाई जाएगी।

अभी तक प्रदेश मे 2346 जरूरतमंद व्यक्तियों को घर बैठे ही ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। ऑक्सीजन लेने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए पोर्टल  http://www.oxygenhry.in/  पर अपना पंजीकरण करवाना होता है। इस पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद आवेदन समाज सेवी संस्था और रेडक्रास सोसायटी के पास रिफलेक्ट हो जाएगा। इस पंजीकरण के बाद जरूरतमंद मरीज के पास रेडक्रॉस सोसायटी के वॉलिटियर्स और समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से आक्सीजन पहुंच जाति है। इस प्रणाली के लिए प्रशासन ने हर जिले मे नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं।

आवेदन प्रक्रिया -

इस प्रक्रिया में आवेदक को आवेदन करने के दौरान आधार नम्बर, ऑक्सीजन लेवल के लिए आक्सीमीटर की फोटो भी अपलोड करनी होगी। इतना ही नहीं आवेदक के पास खाली सिलेंडर होना भी अनिवार्य है।  विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं इस कार्य को करने के लिए प्रशासन का सहयोग कर रही है। संबंधित व्यक्ति द्वारा आवेदन करने के बाद टीम उसके घर जाएगी और जांच करेगी कि इस व्यक्ति को सिलेंडर की जरूरत है या नहीं। आक्सीजन की कालाबाजारी किसी सूरत में सहन नहीं की जाएगी। अगर कोई व्यक्ति आक्सीजन की कालाबाजारी करते हुए मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी

8 जिले आवेदन स्वीकृत करने मे अव्वल

हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ को मिले ताजा आकडों के अनुसार प्रदेश मे हिसार,करनाल,पंचकुला, पानीपत, रेवाड़ी,रोहतक , सोनीपत, यमुनानगर  होम आइसोलेशन में  जरूरतमंद मरीजों को घर पर ऑक्सीजन देने मे रूचि दिखा रहे है जहा ऑक्सीजन लेने वाले आवेदनों  को स्वीकृत  ज्यादा किया गया है | आकडों के अनुसार  पानीपत प्रदेश मे अव्वल है जहा अब तक 380 लोग घरो मे ऑक्सीजन ले चुके है व 3 लोगो को ऑक्सीजन देने की  प्रक्रिया जारी है व एक व्यक्ति का आवेदन विचाराधीन है व 58 लोगो के आवेदन अस्वीकृत कर दिए गये है | 

14 जिले आवेदन अस्वीकृत करने मे अव्वल

प्रदेश के कुछ जिले ऑक्सीजन घरों तक पहुचाने मे अव्वल है तो कुछ ऐसे भी जिले है जहा जरूरतमंद लोगो द्वारा  किये गये आवेदन स्वीकृत  कम ,अस्वीकृत ज्यादा हुए है  ऐसे जिलों मे अम्बाला, भिवानी, चरखी दादरी , फरीदाबाद, फतेहाबाद, गुरुग्राम,झज्जर, जींद,कैथल,कुरुक्षेत्र,महेंद्रगढ़, नुह, पलवल, सिरसा का नुम्बर आता है जहा आकडे दिखाते है कि जिला प्रसाशन ऑक्सीजन घरो तक पहुचाने के बजाय उनके आवेदनो को अस्वीकृत करने पर ज्यादा काम कर रहा है | सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन जिलों  मे जिन लोगो को ऑक्सीजन मिली है वो रसूखदार लोग है आम लोगो के आवेदन बिना बात कि कमी निकाल कर अस्वीकृत कर दिए जाते है |

जरूरतमंद को ऑक्सीजन न मिले तो हमे करे शिकायत 

कोरोना काल के कठिन दौर मे हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ अपनी जिम्मेदारी समझते हुए आम जनता से अपील करता है यदि आपके किसी जरूरतमंद को घर पर ऑक्सीजन मिलने मे समस्या आ रही है तो हमसे 9802110050 पर साँझा  करे  या ईमेल करे haryanabulletinnews@gmail.com  हमारा जनहित मे प्रयास रहेगा की आपके जिलाधिकारीओ से सम्पर्क कर हर जरूरतमंद को समय पर मिले ऑक्सीजन |

Thursday, May 13, 2021

May 13, 2021

हरिद्वार में एक बड़े योग गुरु के आश्रम में छिपा है ओलंपियन सुशील कुमार !

हरिद्वार में एक बड़े योग गुरु के आश्रम में छिपा है ओलंपियन सुशील कुमार !

नई दिल्ली : अब दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली है कि मुख्य आरोपित ओलंपियन सुशील पहलवान देश के एक बड़े योग गुरु के हरिद्वार स्थित आश्रम में छिपा है। सुशील के बेहद खास रहे रोहतक निवासी भूरा ने पुलिस को दिए बयान में इस बात का राजफाश किया है। सुशील पर हत्या का आरोप लगने के कारण किसी न किसी दबाव में आकर पुलिस इससे जुड़े हर पहलुओं पर शुरू दिन से चुप्पी साध रखी है। भूरा के बयान को अत्यंत गोपनीय रखा गया है। इसके बयान को पुलिस अपनी तफ्तीश में शामिल करेगी या नहीं यह कहना मुश्किल है।
जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पहलवान भूरा, सुशील का पहले सबसे खास होता था। सुशील के सारे काम का देखरेख वही करता था। लेकिन कुछ साल पहले किसी बात को लेकर सुशील ने उससे दूरी बना ली। उसके बाद सुशील ने अपने सभी कामकाज की जिम्मेदारी अजय और भूपेंद्र को सौंप दी। इस वक्त ये दोनों सुशील के सबसे खास हैं। भूपेंद्र फरीदाबाद का रहने वाला है और इसके खिलाफ फरीदाबाद के थानों में उगाही, आ‌र्म्स एक्ट आदि के सात मामले दर्ज हैं। अजय के बारे में पुलिस को अभी जानकारी नहीं मिली है। उसके पिता बक्कर वाला इलाके से कांग्रेस के निगम पार्षद बताए जा रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि भूरा को सुशील ने भले ही किनारे कर दिया हो, लेकिन दोनों के बीच झगड़ा नहीं है। चार मई की देर रात छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के बाद सुशील और उसके साथ आए सभी पहलवान वहां से भाग गए थे। सभी अलग अलग जगहों पर जाकर छिप गए थे। अगले दिन सुबह 10 बजे सुशील को जब पता चला की सागर की सुश्रुत ट्रामा सेंटर में मौत हो गई और पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमें में उसका नाम भी है। तब सभी अलग-अलग दिल्ली से भाग निकले। अजय को सुशील समयपुर बादली छोड़ देने को कहा। वहां कुछ देर रुकने के बाद सुशील ने फोन कर भूरा को बुला लिया और बाबा के आश्रम हरिद्वार में छोड़ देने को कहा। भूरा उसे सीधे आश्रम ले जाकर छोड़ आया और कुछ देर वहां रुकने के बाद वापस रोहतक लौट गया। आश्रम पहुचने के बाद सुशील ने अपने सभी फोन बंद कर लिए।पुलिस की अंतिम लोकेशन वहीं की मिली। कॉल डिटेल से पुलिस को जब भूरा के बारे में पता लगा तब उसे रोहतक से हिरासत में ले लिया गया।
सुभाष प्लेस थाने के इंस्पेक्टर प्रताप सिंह को सौंपी। उसे तीन दिन तक सुभाष प्लेस थाने में रखकर पूछताछ की गई। पूछताछ में भूरा से सबकुछ सच्चाई बता दिया। उसने यह भी बताया कि जब वह सुशील को लेकर आश्रम पहुंचा तब बाबा ने उसके सामने दिल्ली पुलिस के एक संयुक्त आयुक्त को फोन कर सुशील को हर हाल में बचाने को कहा। इकबालिया बयान में भूरा से सबकुछ सही बता दिया। जिसके बाद उसे और दो अन्य को मंगलवार को छोड़ दिया गया।
छत्रसाल स्टेडियम में बीते चार मई की रात ओलंपियन सुशील पूरी तैयारी के साथ पहलवानों और बदमाशों को लेकर उभरते हुए पहलवान सागर धनखड़ की हत्या करने आया था। सागर के शरीर पर मिले चोट के निशान से परिजनों का कहना है कि सुनियोजित तरीके से उसकी हत्या की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सागर की छाती को छोड़कर पूरे शरीर पर लाठी और लोहे की रॉड से मारने के घाव थे। पैर से लेकर सिर तक 50 से अधिक गहरे घाव के निशान थे। सिर पर सबसे ज्यादा वार किया गया था।
परिजन का आरोप है कि स्टेडियम के सीसीटीवी कैमरे में सुशील की तस्वीर भी सागर को बुरी तरीके से मारते हुए कैद है। घटना वाली रात सागर के जिन तीन साथियों सोनू, भगत सिंह व अमित की भी सुशील के बदमाशों ने पिटाई की थी । शनिवार को उन सभी के बयान मॉडल टाउन थाने में दर्ज किए गए।
May 13, 2021

हरियाणा में भाजपा ने कोरोना से निपटने के लिए की अहम नियुक्तियां, देखिये किसे क्या मिली है जिम्मेदारी ?

हरियाणा में भाजपा ने कोरोना से निपटने के लिए की अहम नियुक्तियां, देखिये किसे क्या मिली है जिम्मेदारी ?

चण्डीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ जी ने कोरोना महामारी में सेवा कार्यों को गति देने के लिए नियुक्तियां की है।

कोविड आपदा प्रबंधन टीम 2021
वैक्सीनेशन अभियान प्रमुख- डा० कमल गुप्ता विधायक , डा० धर्मवीर नांदल

सरकार से सहयोग – श्री संजय भाटिया सांसद
ज़िला हेल्पलाइन समन्वयक – एडवोकेट वेदपाल महामंत्री

प्रदेश हेल्प लाईन प्रमुख- डा० संजय शर्मा प्रवक्ता
आपूर्ति समन्वक – श्री संदीप जोशी

प्लाज़्मा डोनेशन – श्री मनीष यादव , श्री राहुल राणा

मास्क / सैनेटाईजर वितरण- समय सिंह भाटी, सुखविंदर माढीं
सेवा रसोई – सुमित्रा चौहान – महिला मोर्चा अध्यक्ष

आक्सीजन बैंक – डा० धर्मवीर नांदल
ज़िला कोर्डिनेशन –
संजय भाटिया
करनाल पानीपत सोनीपत झज्जर

*एडवोकेट वेदपाल*
रोहतक, जींद, कैथल, रेवाड़ी महेंद्रगढ़
संदीप जोशी
पलवल नूंह, फ़रीदाबाद गुरुग्राम, दादरी,

डा० कमल गुप्ता, मोहन लाल कौशिक
सिरसा हिसार फतेहाबाद भिवानी
डा० संजय शर्मा,डा० पवन सैनी
पंचकूला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र
May 13, 2021

लॉकडाउन के कारण 31 मई तक भर सकते हैं आयकर रिटर्न

लॉकडाउन के कारण 31 मई तक भर सकते हैं आयकर रिटर्न

बहादुरगढ़ : गत वर्ष लॉकडाउन के कारण मिली समय की छूट के कारण अनेक आयकरदाताओं ने दो साल का रिटर्न एक साथ भरने की तैयारी शुरू कर दी है। रिटर्न भरने के लिए फोन पर कर अधिवक्ता व चार्टर्ड अकाउंटेंट से संपर्क स्थापित किया जा रहा है। आयकरदाता को मैनुअल के बजाय ई-रिटर्न दाखिल करना पड़ेगा।

जी हां, इस बार 31 मई तक एक साथ दो साल का आयकर रिटर्न भर सकते हैं। विदित है कि आयकर विभाग ने वर्ष 2019 से प्रत्येक साल रिटर्न भरने का नियम बना दिया है। अगर कोई आयकरदाता किसी वित्तीय वर्ष का रिटर्न दाखिल करने से चूक जाता है, तो वह दूसरे वित्तीय वर्ष में पुराना रिटर्न दाखिल नहीं कर सकता है।

वरिष्ठ कर अधिवक्ता आरबी यादव ने बताया कि 31 मई तक आयकरदाता दो वित्तीय वर्ष का रिटर्न दाखिल कर पाएंगे। चूंकि वित्तीय वर्ष 2019-20 का रिटर्न भरने की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2020 थी। कोरोना के कारण रिटर्न भरने की तारीख बढ़ाकर 31 मार्च 2021 कर दी गई थी। इसी बीच कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने लगा। उसके बाद लॉकडाउन लगा दिया गया। ऐसे में केंद्र सरकार ने एक बार फिर वित्तीय वर्ष 2019-20 का रिटर्न भरने की तारीख बढ़ाकर 31 मई 2021 कर दी है। दूसरी ओर वित्तीय वर्ष 2020-21 खत्म हो गया है। इस वित्तीय वर्ष का रिटर्न भरने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है। जिस आयकरदाता ने वित्तीय वर्ष 2019-20 का रिटर्न दाखिल नहीं किया है, वह आयकरदाता 31 मई तक वित्तीय वर्ष 2019-20 और वित्तीय वर्ष 2020-21 का रिटर्न एक साथ भर सकते हैैं। कुछ आयकरदाता आयकर रिटर्न दाखिल करने में जुट गए हैं।
May 13, 2021

आयुष्मान योजना में विधायक सुभाष सुधा का नाम, विपक्ष ने बोला हमला

आयुष्मान योजना में विधायक सुभाष सुधा का नाम, विपक्ष ने बोला हमला

कुरुक्षेत्र : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में थानेसर के विधायक सुभाष सुधा  का नाम होना चर्चा का विषय बन गया है। यह लिस्ट आप नेता एडवोकेट जवाहर गोयल द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल की गई, जिसमें विधायक का नाम शामिल है। ऐसे में सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही है कि आखिर विधायक का नाम इस लिस्ट में कैसे आ सकता है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर विधायक और सरकार को घेर रहे हैं। लिस्ट में विधायक का नाम किसने दर्ज कराया, विपक्ष यह मुद्दा उठा रहा है। हालांकि लिस्ट वायरल होने के बाद विधायक पुत्र साहिल सुधा मीडिया के सामने आए व कहा कि उन्होने कभी इस आयुष्मान योजना के लिए अप्लाई नही किया। ऐसे में कैसे नाम लिस्ट में आया है उन्हे नही पता। वहीं विधायक पुत्र ने कहा कि बेशक आयुष्मान योजना की लिस्ट में नाम है लेकिन उन्होने न तो कभी केवाईसी बनवाया और न ही कभी योजना का लाभ उठाया। साहिल सुधा ने कहा कि पिछले कई सालों से इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी उन्होने ले रखी है व उसी के तहत वे इलाज करवा रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर डीआईपीआरओ की तरफ से भी एक प्रेस नोट भेजा गया हैं जिसमें डिप्टी सीएमओ रमेश सभ्रवाल ने इसमें स्पष्टीकरण दिया है कि विधायक सुभाष सुधा ने आयुष्मान के लिए आवेदन नहीं किया और ना ही इसका लाभ उठाया है। भाजपा की सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी की टिकट पर थानेसर से चुनाव लड़ चुके योगेश शर्मा ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ-साथ आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके सुमित हिंदुस्तानी ने भी स्थानीय विधायक पर खूब निशाना साधा है। चर्चा इस बात की है कि थानेसर के विधायक 2014 से थानेसर के विधायक हैं और सर्वे 2011 का दिखाया गया है। जबकि 2009 में सुभाष सुधा थानेसर से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके हैं। 1995 में सुभाष सुधा नगर परिषद के चेयरमैन चुने गए थे और 2005 से अब तक सुभाष सुधा की पत्नी उमा सुधा नगर परिषद थानेसर की चेयरपर्सन हैं। ऐसे में कैसे सुभाष सुधा का नाम आयुष्मान योजना की लिस्ट में डाला गया है, यह चर्चा है।
May 13, 2021

सावधान! फोन में फेक ऑक्सीमीटर एप डाउनलोड न करें

सावधान! फोन में फेक ऑक्सीमीटर एप डाउनलोड न करें

कुरुक्षेत्र : कोविड-19 के बढ़ते हुए प्रकोप का लाभ उठाते हुए साइबर अपराधियों ने अपराध करने का तरीका बदल दिया है। हरियाणा में देखने में आया है कि इस प्रकार से साइबर अपराधी सीधे साधे लोगों को अपना शिकार बना कर उनकी जानकारी हासिल करके उनको ठगी का शिकार बना रहे हैं। पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने बताया कि मोबाइल फोन पर फेक ऑक्सीमीटर एप डाउनलोड करवाने के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा सीधे साधे लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है। इस प्रकार के अपराधी लोगों के मोबाइल फोन पर फेक ऑक्सीमीटर एप डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजते हैं। जिस लिंक को ओपन करने पर आपके मोबाइल फोन की सारी जानकारी तथा बैंक अकाउंट तक को हैक कर लेते हैं। जैसे ही आप उस पर अपना फिंगर प्रिंट या पासवर्ड प्रयोग करते हैं। उसी समय आपकी निजी जानकारी आरोपियों के पास पंहुच जाती है। जिसका फायदा उठाकर आरोपी आपका अकाउंट साफ कर देते हैं।
May 13, 2021

लॉकडाउन से हरियाणा में कोरोना मामलों में आई गिरावट

लॉकडाउन से हरियाणा में कोरोना मामलों में आई गिरावट

चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में लॉकडाऊन से कोरोना मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जोकि 4 मई के 15786 मामलों की तुलना में 12 मई को 11637 केस सामने आए हैं। विज ने बुधवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में वीडियो-कांफ्रेसिंग द्वारा आयोजित कोविड समीक्षा बैठक में बोलते हुए कहा कि लॉकडाउन से कोरोना के मामलों को शीघ्र ही नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि राज्यों को 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दूसरी खुराक देने पर प्राथमिकता देनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में वैक्सिन की पहली खुराक करीब 37 लाख लोगों को दी गई है जबकि दूसरी खुराक 8 लाख लोगों को दे दी गई है। इसके लिए राज्य को और कोविशिल्ड वैक्सिन की जरूरत है ताकि दूसरी खुराक समय पर दी जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आंचल में कोरोना जांच में तेजी लाई जा रही है तथा हॉट-स्पॉट पर कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश के अस्पतालों में करीब 62 फीसदी शहरी तथा 38 फीसदी ग्रामीण मरीज उपचाराधीन हैं, इसलिए सोशल मीडिया पर गांवों में कोविड ज्यादा फैलने की यह खबर गलत है। गांवों में जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है तथा सावधानी के लिए गांवों में ठीकरी पहरा भी लगा दिया है।

*280 एमटी ऑक्सीजन तैयार की करने की व्यवस्था स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन का पुन: वितरण किए जाने की आवश्यकता है।* हरियाणा में करीब 280 एमटी ऑक्सीजन तैयार की करने की व्यवस्था है, इसलिए हरियाणा को अपने हिस्से की ऑक्सीजन हरियाणा से ही उपलब्ध करवाई जाए तथा दूसरे प्रदेशों को उनके आसपास से ही ऑक्सीजन देने की व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में दिल्ली व अन्य प्रदेशों के मरीज भी आ रहे हैं, जिनके उपचार की व्यवस्था भी हम कर रहे हैं। इसके लिए हम जिलों में अतिरिक्त बैडस का सृजन कर रहे हैं तथा पानीपत और हिसार में 500-500 बिस्तरों के अस्पतालों का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके साथ ही हरियाणा के अस्पतालों में करीब 2600 बिस्तर खाली हैं, जिन पर मरीजों को दाखिल करने में कोई दिक्कत नही है। एक लाख मरीज होम आईसोलेशन में उपचाराधीन विज ने कहा कि हरियाणा में करीब एक लाख मरीज होम आईसोलेशन में उपचाराधीन है, जिनकी देखरेख के लिए चिकित्सक 2 दिन में एक बार घरों में जाते हैं। इसके साथ ही सभी मरीजों को होम आईसोलेशन किट भी उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसमें ऑक्सीमीटर, आयुर्वेदिक व एलोपैथिक दवाइयां, थर्मामीटर सहित अन्य आवश्यक 15 आइटम शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पातलों में एमबीबीएस तथा पीजी विद्यार्थियों की ड्यूटी लगाई गई है तथा भारतीय चिकित्सा संघ हरियाणा से भी चिकित्सकों की सेवाएं देने की बात की है।
May 13, 2021

भाजपा जींद ने 'सेवा ही संगठन' के तहत जींद हस्पताल में शुरू की कोविड मरीजों के लिए अपनी रसोई

भाजपा जींद ने 'सेवा ही संगठन' के तहत जींद हस्पताल में शुरू की कोविड मरीजों के लिए अपनी रसोई

जींद : भारतीय जनता पार्टी हस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों व उनके साथ रह रहे सहायकों के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए अपनी रसोई की शुरूआत की है ताकि किसी भी मरीज या मरीज के साथ आये उसके सहायक को खाने के लिए परेशान ना होना पड़े । यह जानकारी देते हुए भाजपा जिला जींद के अध्यक्ष राजकुमार (राजू मोर) ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना से ग्रस्त मरीजों व उनके सहायकों के लिए पूरे हरियाणा में भोजन की व्यवस्था के लिए अभियान चलाया है और प्रत्येक जिले में रसोई स्थापित की जा रही है इसी कड़ी में जींद में भी सिविल हस्पताल में कोविड सेंटर में पार्टी ने मरीजों के लिए आज से अपनी रसोई स्थापित है, इसमे मरीज के लिए सुबह शाम भोजन का प्रबंध किया जाएगा।
राजू मोर ने कहा कि महामारी काल मे भाजपा संगठन बढ़ चढ़ कर जन सेवा में लगा है और माननीय प्रदेश अध्यक्ष  ओम प्रकाश धनखड़  के मार्गदर्शन में लगातार जनसेवा में लगा।हुआ है, इसमे मास्क, सेनेटाइजर और गंभीर मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध करवाने को लेकर बैड इत्यादि उपलब्ध करवाने में सभी पार्टी कार्यकर्ता लगें हैं । पार्टी के मुलभाव 'सेवा ही संगठन' शब्द को चरितार्थ करते हुए आज जिलाध्यक्ष राजू मोर ने जींद विधायक डॉ कृष्ण मिढा के साथ जींद नागरिक हस्पताल में पार्टी द्वारा अपनी रसोई की शुरुआत की और वार्डों में जाकर मरीजों को भोजन व फल-जूस आदि का वितरण किया ।
विधायक डॉ कृष्ण मिढ़ा ने कहा कि पार्टी द्वारा शुरू की गई यह मुहिम प्रशंसनीय है तथा इससे सभी को और विशेषकर उन मरीजों को लाभ मिलेगा जिनको बीमारी के कारण भोजन उपलब्ध नही हो पा रहा है ।
इस अवसर पर  महामंत्री डॉ राज सैनी आदि प्रमुख पदाधिकारी कोरोना प्रोटोकाल को देखते हुए उपस्थित रहे ।
May 13, 2021

केंद्र ने जारी की देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रिपोर्ट, हरियाणा ने सबसे ज्यादा 6.49% डोज बर्बाद किए

केंद्र ने जारी की देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रिपोर्ट, हरियाणा ने सबसे ज्यादा 6.49% डोज बर्बाद किए


चंडीगढ : देश में कोरोना वैक्सीन लगाने में हरियाणा 15वें नंबर पर है। लेकिन यहां टीके की बर्बादी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सबसे ज्यादा है। केंद्र की जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सबसे ज्यादा 6.49% डोज अभी तक खराब हो चुकी हैं। अभी तक प्रदेश में 44 लाख 2 हजार 220 डोज लोगों को लगाई गई हैं।
यदि प्रतिशत के अनुसार खराब हुई डोज का आंकड़ा निकालें तो यह 2,87,467 होता है। केंद्र सरकार शुरुआती दौर में प्रति डोज 210 रुपए में खरीद रही थी। उस हिसाब से इसकी कीमत 6 करोड़ 3 लाख 68 हजार रुपए होती है।
हर व्यक्ति में दो डोज के 14 दिन बाद एंटीबॉडी बन जाती है। जो डोज खराब हुई है, उससे प्रदेश में 1,43,733 लोगों को दोनों डोज लग जाती। वहीं, केंद्र की इस रिपोर्ट को प्रदेश के एनएचएम अधिकारियों ने गलत बताया है। विभाग का दावा है कि हरियाणा में वैक्सीन की बर्बादी 2 से 3% है। केंद्र ने जो डेटा जारी किए हैं, वह गलत हैं। यह रिपोर्ट 16 जनवरी से 11 मई तक की है।
बर्बादी के कारण

पहले कोवैक्सीन की वॉयल में 20 डोज होती थी। कई बार आखिर में डोज से कम लोग टीका लेने वाले रहते हैं। ऐसे में जितनी डोज वॉयल में शेष रहती है, वह खराब हो जाती है।

कई बार कुछ दवा टीका लगाते वक्त बाहर बिखर जाती है। इसलिए दोबारा डोज भरी जाती है।

डोज भरते वक्त बबल भी कई बार हो जाता है। इसलिए बबल को बाहर निकालते वक्त भी कुछ दवा बाहर बिखर जाती है।

कई बार वॉयल टूट भी जाती है। इसलिए वॉयल में भरी डोज भी बिखर जाती है।

डोज वेस्ट हुई ताे दिया था वेतन काटने के निर्देश, संघ बोला-डॉक्टर की हो जिम्मेदारी
भिवानी में एक एनएचएम कर्मी के वेतन काटने के आदेश दिए गए। क्योंकि वह दो जगह टीकाकरण करने गई। 20 डोज थी, लेकिन एक जगह 7 और दूसरी जगह 5 लोग पहुंचे। ऐसे में 8 डोज खराब हो गई। वेतन काटने के आदेश पर एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष रेहान राजा का कहना है कि वैक्सीनेटर तभी वाॅयल खोलता है जब वैक्सीन ऑफिसर या डॉक्टर निर्देश देता है। ऐसे में वेस्टेज के लिए जिम्मेदारी कर्मचारी की बजाए उनकी तय होनी चाहिए।

18+ वालों के लिए मिली 1.10 लाख नई डोज

प्रदेश को 18 प्लस वाले लोगों के लिए मंगलवार को कोवैक्सीन की 1.10 डोज और मिल गई।

इन्हें जिलों तक सप्लाई कर दिया गया है।

प्रदेश के पास 3,72,831 डोज पहले से स्टोर में हैं।

अब तक राज्य को 49,12,226 डोज मिली हैं। इनमें 44,29,831 डोज लगाई जा चुकी हैं।

*सीधी बातचीत*

-एमडी प्रभजोत सिंह, एनएचएम
*सवाल*. केंद्र ने वैक्सीन डोज की रिपोर्ट जारी की है। इसमें देश में सबसे ज्यादा 6.49 प्रतिशत हरियाणा की बताई है। ऐसा क्यों। *जवाब*. ऐसा नहीं है। केंद्र की रिपोर्ट गलत है। हम केंद्र से बातचीत करेंगे। *सवाल*. फिर हरियाणा में कितनी प्रतिशत वेस्टेज है। *जवाब*. हमारी वेस्टेज 2 से 3 प्रतिशत है। *सवाल*. वैक्सीन खराब होने की वजह क्या है। *जवाब*. यह भी तब ज्यादा थी जब कोवैक्सीन की वॉयल में 20 डोज आती थी। शुरुआत में लोगों के टीका लगवाने से परहेज करने पर डोज खराब होती थी। अब तो वैक्सीन बचती ही नहीं है। *सवाल*. केंद्र और प्रदेश के डेटा में इतना फर्क कैसे आ रहा है। *जवाब*. केंद्र की ओर से जो डेटा बताया जाता है, वह सप्लाई की गई और लगाई गई डोज के डेटा का विश्लेषण है। जबकि काफी डोज तो लगनी है। इसके अलावा हमारा कोविन एप पर डेटा अपलोड करना है, इसके लिए केंद्र से बातचीत करेंगे। *सवाल*. कब का डेटा अपलोड नहीं हो पाया। *जवाब*. अप्रैल में विशेष अभियान चलाकर 4 दिनों में साढ़े छह लाख डोज लगाई थी। इसलिए उस वक्त पूरा डेटा अपलोड नहीं हो सका।
May 13, 2021

फिर सुर्खियों में आई सोनाली फोगाट, अज्ञात शख्स ने सोशल मीडिया पर भेजे अभद्र संदेश, केस दर्ज

फिर सुर्खियों में आई सोनाली फोगाट, अज्ञात शख्स ने सोशल मीडिया पर भेजे अभद्र संदेश, केस दर्ज

हिसार : बिग बॉस फेम अभिनेत्री और भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वे अभद्र संदेशों को लेकर चर्चा में हैं। एक अज्ञात शख्स ने उन्हें सोशल मीडिया पर अभद्र संदेश भेजे हैं। उनके खिलाफ अभद्र कमेंट किए हैं। सोनाली फोगाट ने मामले की शिकायत मिलगेट थाने में दी है।

पुलिस ने हिसार के संत नगर निवासी सोनाली फोगाट की शिकायत पर एक अज्ञात शख्स के खिलाफ धारा 509 और 67 व IT एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। सोनाली फोगाट ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उक्त आरोपी पिछले 10 दिन से लगातार अभद्र मैसेज और कमेंट कर रहा है।

सोनाली फोगाट ने बताया कि इससे उनके मान सम्मान को ठेस पहुंची है। अभद्र टिप्पणियों से वह तथा उनका परिवार मानसिक परेशानी में है। इसलिए उन्होंने पुलिस से आरोपी के खिलाफ जल्द और सख्त से सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। पुलिस के अनुसार, शिकायत की जांच चल रही है।

बता दें कि सोनाली फोगाट पिछले 15 साल से राजनीति में है। वह हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश की महिला प्रभारी रह चुकी हैं। सोनाली फोगाट सुर्खियों में तब आईं, जब उन्होंने आदमपुर विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ा। हालांकि वे चुनाव हार गई थीं, मगर इस चुनाव में उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं।

इसके अलावा सोनाली फोगाट बिग बॉस में भी नजर आई थीं। हालांकि शो में एंट्री होने के बाद वे खूब विवादों में रहीं, लेकिन वे आखिर तक शो में बनी रही थीं। शो में अली गोनी से रिश्ता और प्रतिभागियों से उनकी लड़ाई चर्चा का विषय बनी रही।
May 13, 2021

कोरोना मरीजों लिए रोडवेज की बसों को बनाया एंबुलेंस

कोरोना मरीजों लिए रोडवेज की बसों को बनाया एंबुलेंस

कुरुक्षेत्र : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच हरियाणा रोडवेज की बसों को एंबुलेंस का रूप दिया गया है। ये एंबुलेंस बकायदा ऑक्सीजन सहित स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस हैं। कुरुक्षेत्र की पांच बसों को एंबुलेंस बनाया गया है। ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस बसें स्वास्थ्य विभाग को बुधवार को सौंप दी जाएंगी। प्रत्येक बस के अंदर 4 मरीजों व 4 अटेंडेड के साथ-साथ ऑक्सीजन की भी होगी सुविधा। बता दें कि कुरुक्षेत्र जिला में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढने के साथ साथ कोरोना संक्रमितों की होने वाली मृत्यु दर भी काफी बढी है। ऐसे में कुरुक्षेत्र डिपू ने 5 बसों को एंबुलेंस में बदल दिया है। बुधवार तक ये बसें स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी जाएंगी। कुरुक्षेत्र रोडवेज का इस महामारी में यह सराहनीय कदम है क्योंकि कोरोना वेव टू के चलते लोगों को एंबुलेंस व ऑक्सीजन जैसी सुविधाओं के न होने से जूझना पड़ रहा है और बहुत से लोग इन सुविधाओं के अभाव से अपनी जान भी गंवा चुके हैं। कुरुक्षेत्र रोडवेज डिपो वर्क्स मैनेजर समिंदर सिंह ने कहा कि पूरी तैयारी कर ली है और बुधवार तक यह 5 बसें स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी जाएंगी। हर बस में 4 मरीजों को अस्पताल ले जाने की सुविधा होगी साथ में ऑक्सीजन की भी सुविधा बस में की जाएगी। हरियाणा रोडवेज का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाना है।
May 13, 2021

सुनारिया जेल से राम रहीम को लाया गया पीजीआई, जानिये क्या है वजह ?

सुनारिया जेल से राम रहीम को लाया गया पीजीआई, जानिये क्या है वजह ?

रोहतक : डेरा प्रमुख राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से रोहतक पीजीआई लाया गया है। बताया जा रहा है कि अचानक राम रहीम की तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद रोहतक पीजीआई लेकर पहुंचे थे। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अभी राम रहीम को मेडिकल सर्जन के रुम में ही रखा गया है।
गौरतलब है कि साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत राम रहीम सिंह रोहतक की जेल में बंद हैं और उन्हें आज पीजीआई अस्पताल ले जाया गया। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक एंबुलेंस पीजीआई पहुंची है।
इस दौरान रास्ते में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है। फिलहाल अभी पता नहीं लग पाया है कि वह किस बीमारी के चलते अस्पताल में लाए गए हैं, बताया जा रहा है कि जब अस्पताल के बाहर एंबुलेंस आई तो पुलिस ने उसके सामने दूसरी गाड़ी गाड़ी खड़ी कर दी ताकि पता ना चल पाए की गाड़ी में कौन बैठा है।