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Sunday, April 25, 2021

April 25, 2021

रोहतक पीजीआई में ओपीडी बंद हाेगी, गंभीर मरीज ही देखे जाएंगे

रोहतक पीजीआई में ओपीडी बंद हाेगी, गंभीर मरीज ही देखे जाएंगे 

 रोहतक : रोहतक पीजीआई में ओपीडी बंद की जाएगी या इनकी संख्या कम होगी इस पर रविवार को फैसला हो जाएगा। हालांकि चंडीगढ़ से स्टेट मॉनीटरिंग कमेटी की बैठक के बाद अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि संस्थानों को जनरल ओपीडी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन क्रिटिकल मरीजों के लिए ओपीडी चलती रहेंगी। यानी गंभीर और जरूरी मरीजों की जांच ही ओपीडी में किया जाए। सोमवार से ओपीडी में नए नियमों को लागू किया जा सकता है। ओपीडी बंद करने का फैसला संस्थान पर ही छोड़ दिया गया है। ओपीडी कब बंद करेंगे, किन-किन विभाग की ओपीडी बंद रहेंगी और कौन-कौन से विभाग की जारी रहेंगे, इस पर चिकित्सा संस्थान ही फैसला लेंगे। शनिवार को डीएमईआर से डॉ. शालीन पीजीआई पहुंचे और इस पर वीसी डॉ. ओपी कालरा से बातचीत की। जिस तरह हर रोज डॉक्टर, नर्स और हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित हो रहे हैं, इसे लेकर हेल्थ यूनिवर्सिटी चिंतित हैं। डॉक्टर, नर्स ऐसे ही पॉजिटिव होते रहे तो इलाज कौन करेगा।
 
पीजी पाठ्यक्रमों की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं 1 मई से दो दिन पहले हुई बैठक में भी कुछ डॉक्टर्स ने जरूरी विभाग छोड़कर सभी ओपीडी बंद करने का मुद्दा उठाया था। डॉ. शालीन ने ओपीडी बंद करने संबंधी और कोविड की तैयारियों का जायजा लिया। निर्देश दिए कि ऑक्सीजन की कमी नहीं रहनी चाहिए। दूसरी ओर दो दिन पहले हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। अब पीजीआई को पूरी तरह से कोविड अस्पताल में बदल दिया जाएगा। 650 नए कोविड बेड बढ़ा दिए गए हैं। चार से छह दिन के अंदर इनका काम पूरा हो जाएगा। पीजीआई में कोविड बेड की संख्या 1016 हो जाएगी। अब तक 6 जगहों पर 366 बेड थे। यह निर्णय लिया कि ऑनलाइन थ्योरी क्लास चलेगी। प्रैक्टिकल क्लास रद की है। ऑक्सीजन कैपेसिटी भी बढ़ाई जाएगी। जो नए कोविड वार्ड बनाए गए हैं, उन सभी बैड तक ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था होगी। इसके लिए हेल्थ यूनिवर्सिटी ने बायोमेडिकल इंजीनियर मांगा है। इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल एजूकेशन और रोहतक के जिला उपायुक्त दोनों को कहा गया है कि बायोमेडिकल इंजीनियर की व्यवस्था करवाई जाए। इंजीनियर पीजीआई के ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता चेक करेंगे। सिलेंडर कैपेसिटी बढ़ाने के लिए रेट कांट्रेक्ट किया जाएगा। कंपनी से बात नहीं बनी तो सरकार से ग्रांट मांगी जाएगी। वहीं 500 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर एचएमएससीएल से आएंगे। बड़ी संख्या में पीजीआई की नर्स संक्रमित हो रही हैं। नर्सिंग सुप्रिन्टेंडेंट को भी कहा गया है दूसरे अस्पतालों के पैटर्न पर नर्सिंग स्टूटेंड की ड्यूटी भी कोविड वार्ड में लगाने का प्रबंध किया जाए। वहीं स्टाफ की कमी से जूझ रहे पीजीआई ने नए कोविड वार्ड के लिए नगर निगम आयुक्त से अतिरिक्त स्टाफ उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। अगर वो नहीं देते हैं तो हेल्थ यूनिवर्सिटी अपने स्तर पर इंतजाम करेगा। दूसरी ओर सिविल सर्जन से भी 5 एंबुलेंस और 20 ड्राइवरों का इंतजाम करने के लिए भी पत्र लिखा है।

Saturday, April 24, 2021

April 24, 2021

कोरोना महामारी की मार:कालका-शिमला ट्रैक पर दौड़ने वाली हिमदर्शन टॉय ट्रेन अगले आदेशों तक बंद की गई, 8 महीने बाद अक्टूबर में चली थी

कोरोना महामारी की मार:कालका-शिमला ट्रैक पर दौड़ने वाली हिमदर्शन टॉय ट्रेन अगले आदेशों तक बंद की गई, 8 महीने बाद अक्टूबर में चली थी

पंचकूला : कोरोना महामारी की मार:कालका-शिमला ट्रैक पर दौड़ने वाली हिमदर्शन टॉय ट्रेन अगले आदेशों तक बंद की गई, 8 महीने बाद अक्टूबर में चली थी

टॉय ट्रेन में यात्रा करने वाले सैलानियों की संख्या मात्र 15 से 20 तक सिमट गई है।

ट्रॉय ट्रेन में सफर करने का मजा अब लोग कुछ समय तक नहीं ले पाएंगे, क्योंकि इस पर भी कोरोना की मार पड़ गई है। रेलवे ने ऐतिहािसक कालका-शिमला ट्रैक पर दौड़ने पर हिमदर्शन टॉय ट्रेन को अगले आदेशों तक बंद कर दिया गया है। 6 महीने पहले ही ट्रेन 8 महीने बाद चली थी, लेकिन अब दोबारा बंद हो गई। इसकी वजह सैलानियों की संख्या का कम होना बताया जा रहा है।

पिछले कुछ दिनों से टॉय ट्रेन में यात्रा करने वाले सैलानियों की संख्या में करीब 75 प्रतिशत तक गिरावट आई है। सैलानियों की संख्या मात्र 15 से 20 तक सिमट गई है। इसलिए ट्रेन का संचालन रोकना पड़ा। अब मात्र 3 टॉय ट्रेन और एक रेलकार ही पटरी पर दौड़ेगी। करीब 118 वर्ष पुराने कालका शिमला रेलवे ट्रैक के इतिहास में पिछले वर्ष पहली बार ऐसा मौका आया था, जब सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था।
जैसे-तैसे पिछले वर्ष ही 21 अक्टूबर को विभाग ने शिमला के लिए टॉय ट्रेन सेवा शुरू की थी। लेकिन अब दोबारा वहीं स्थिति आ गई है। अगर कोरोना मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो एक बार फिर सभी ट्रेनों का संचालन बंद करना पड़ सकता है।
April 24, 2021

कोरोना की दूसरी लहर:जिले में कोविड पेशेंट के लिए किसी भी अस्पताल में न तो बेड बचा है, न ही आईसीयू और वेंटिलेटर खाली है

कोरोना की दूसरी लहर:जिले में कोविड पेशेंट के लिए किसी भी अस्पताल में न तो बेड बचा है, न ही आईसीयू और वेंटिलेटर खाली है

गुडगांव: कोरोना की दूसरी लहर:जिले में कोविड पेशेंट के लिए किसी भी अस्पताल में न तो बेड बचा है, न ही आईसीयू और वेंटिलेटर खाली,कोरोना टीका लगवाती महिलाएं।
स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की तैयारियां धरी की धरी रह गई,ऑक्सीजन व रेमडेसिवर इंजेक्शन के लिए भी अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए

कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की तैयारियां धरी की धरी रह गई हैं। जिला प्रशासन के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को जिले के किसी भी निजी व सरकारी अस्पताल में कोविड बेड नहीं थे और जो मरीज अस्पताल में एडमिट थे वे ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे थे।

कोविड पेशेंट के लिए किसी भी अस्पताल में न तो आईसीयू है और न ही वेंटिलेटर बेड खाली हैं। रेमडेसिवर इंजेक्शन के लिए भी अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए। मरीजों के परिजन दिन भर भटकते रहे, आखिर में मायूसी ही हाथ लगी। यह हाल देश व दुनिया के मानचित्र पर अपनी पहचान बनाने वाले जिले गुरुग्राम का है।

यहां स्वास्थ्य विभाग के पास आइसीयू व वेंटिलेंटर बेड के नाम पर कुछ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से रेमडेसिविर की दवाई की कालाबाजारी हो रही है। सीएमओ डा. बीरेन्द्र यादव कहते हैं कि सरकार ने ड्रग विभाग को अलग कर दिया है और इस बारे में अमनदीप चौहान ही बता सकेंगे।
सेक्टर-9 स्थित ईएसआई अस्पताल को पूरी तरह कोविड अस्पताल के रूप में बनाया गया है। लेकिन वहां पर केवल ऑक्सीजन बेड पर ही मरीजों को एडमिट किया जा रहा है। जबकि वहां पर चार वेंटीलेटर खराब पड़े हैं। इससे पहले सीएमओ समेत अधिकारियों ने दौरा किया लेकिन वेंटीलेटर को ठीक करवाने की कोई कार्रवाई आज तक नहीं की गई है।

महामारी चरम पर पहुंची तो तैयार हुए 30 बेड|महामारी पूरे चरम पर है लेकिन जब 300 लोगों की जिला में कोविड से मौत हो गई तब जाकर सेक्टर-10 जिला नागरिक अस्पताल में 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है।

यहां पर अधिकारियों की तरफ से दावा किया गया है कि सभी बेड पर आक्सीजन की सुविधा है। लेकिन गुरुवार की रात को ही सभी बेड फुल हो गए। प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. दीपा जाखड़ का कहना है कि यहां पर चार बेड वेंटिलेटर बेड तैयार किए गए हैं।

इमरजेंसी व गायनी के अलावा सभी ओपीडी बंद| कोरोना के कहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सेक्टर दस जिला नागरिक अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं और गायनी व फिजिशियन डाक्टर की ओपीडी को छोड़कर अन्य सभी ओपीडी बंद कर दी गई हैं। अस्पताल में कोरोना संबंधित जांच सैंपल लेने और कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान चलता रहेगा।

पीडब्ल्यूडी रेस्टहाऊस को कोविड अस्पताल बनाने की मांग| महामारी को दस्तक दिए करीब 13 महीने हो चुके हैं, लेकिन इन 13 महीनों में जिले में एक अस्पताल की व्यवस्था नहीं हो पाई। प्रदेश सरकार ने बजट में कई बार 500 बेड के अस्पताल की घोषणाएं की हैं, लेकिन पिछले छह साल में सरकार एक अस्पताल भी नहीं बना पाई। जबकि मंत्रियों और अधिकारियों केके लिए जिला में 100 कमरों का महल जैसा पीडब्ल्यूडी रेस्टहाऊस 3 तीन साल में ही बनाकर तैयार कर लिया। मगर, जिला का नागरिक अस्पताल बनाने की आजतक शुरूआत नहीं हुई है। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए 100 कमरों के पीडब्ल्यूडी रेस्टहाऊस को कोविड अस्पताल के रूप में विकसित करने की मांग उठ रही है।

Friday, April 23, 2021

April 23, 2021

अब टॉप सिक्योरटी में रहेगी कोरोना वैक्सीन , देखें पूरा मामला

अब टॉप सिक्योरटी में रहेगी कोरोना वैक्सीन , देखें पूरा मामला 

 जींद : ( आरती शर्मा )  जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल से चोरों द्वारा पीपी सेंंटर स्थित वैक्सीन स्टोर से वैक्सीन चोरी करने के बाद अब सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया गया है। वैक्सीन चोरी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुरूक्षेत्र सहित अन्य जिलों से वैक्सीन की डिमांड की गई थी। जिस पर विभाग को वैक्सीन उपलब्ध हुई और वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया। वहीं चोरी की यह घटना दोबारा न हो इसके लिए अब सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया गया है। बाकायदा वैक्सीनेशन के साथ ही ऑक्सीजन टैंक की भी सुरक्षा को बढ़ाते हुए यहां सिक्योरटी गार्ड की तैनाती की गई है। वैक्सीनेशन स्टोर के अंदर तथा बाहर लगाए गए कैमरे जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. रमेश पांचाल के अनुसार वैक्सीनेशन स्टोर के अंदर तथा बाहर हाई सिक्योरटी कैमरे लगाए गए हैं। जिस जगह वैक्सीन के बॉक्स रखे जाएंगें उनके ऊपर भी सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा वैक्सीनेशन केंद्र के बाहर पहले एक बड़ा कैमरा लगा था वीरवार को आसपास चार से पांच कैमरे लगवा दिए गए हैं। जो हर समय चालू रहेंगे। अब वैक्सीनेशन सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की चूक नहीं बरती जाएगी। यह था मामला जींद नागरिक अस्पताल के पीपी सेंटर का रात को ताला तोड़कर कोविड 19 से संबंधित कोविशिल्ड तथा कोवैक्सीन की 1710 डोज चोरी कर ली गई थी। हालांकि बाद में चेहरा ढांपा बाइक सवार एक युवक ये वैक्सीन थाने के बाहर बने खोखे पर मुंशी की रोटी कहने की बात कहकर दे गया। वैक्सीन के साथ एक पर्ची भी मिली जिस पर लिखा था कि सॉरी पता नहीं था, ये कोरोना की दवाई है।
April 23, 2021

देश में ऐसा पहला केस : पानीपत से 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर चला टैंकर चोरी

देश में ऐसा पहला केस : पानीपत से 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर चला टैंकर चोरी

पानीपत :  कोरोना काल में सबसे अधिक मारामारी ऑक्सीजन के लिए हो रही है। ऐसे में पानीपत स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की रिफाइनरी क्षेत्र में स्थित प्लांट से 10 मिट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर चला टैंकर चोरी हो गया है। पानीपत ड्रग कंट्रोलर ने बुधवार को टैंकर को सिरसा के लिए भेजा था, लेकिन टैंकर गुरुवार शाम तक भी सिरसा नहीं पहुंचा तो ड्रग कंट्रोलर ने मतलौडा थाने की बिहौली पुलिस चौकी में टैंकर चोरी का केस दर्ज कराया है। वहीं, टैंकर के संबंध में जानकारी देने से अधिकारी बचते रहे। मतलौडा थाना प्रभारी से लेकर डीएसपी और ड्रग कंट्रोलर एक-दूसरे पर टालते रहे। कोई अधिकारी टैंकर में भरी ऑक्सीजन की सही मात्रा तक नहीं बता सका। पानीपत की ड्रग कंट्रोल ऑफिसर विजय राजे ने बताया कि उन्होंने बुधवार को पानीपत के मतलौडा स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के पास स्थित प्लांट से ऑक्सीजन का टैंकर सिरसा के लिए रवाना किया था। टैंकर का नंबर पीबी 03 एपी 8229 है। टैंकर चालक को बुधवार शाम को ही सिरसा पहुंचना था, लेकिन वह गुरुवार तक भी वहां नहीं पहुंचा। इसके बाद ड्रग कंट्रोल ऑफिसर विजय राजे ने मतलौडा थाना क्षेत्र की बिहौली पुलिस चौकी में ऑक्सीजन चोरी का केस दर्ज कराया है।
April 23, 2021

कोरोना मरीज के परिजनों को ऑक्सीजन के लिए भटकते देखा तो अपनी फैक्ट्री से फ्री सिलेंडर बांटे

कोरोना मरीज के परिजनों को ऑक्सीजन के लिए भटकते देखा तो अपनी फैक्ट्री से फ्री सिलेंडर बांटे

 ऑक्सीजन बांटते राकेश - ऑक्सीजन बांटते राकेश

 सोनीपत : जरूरतमंदों की मदद करना सबसे बड़ा पुण्य है। ऐसी ही मिसाल पेश की है सोनीपत के अजय छाबड़ा ने। अजय खुद कोरोना संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। लेकिन जब लोगों को ऑक्सीजन के लिए भटकते देखा तो अपनी फैक्ट्री से फ्री में 70 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर दे दिए। अजय की राई में ऑक्सीजन गैस की फैक्ट्री है।

अजय का दिल्ली के मैक्स अस्पताल में कोविड का इलाज चल रहा है। उन्होंने टीवी पर अन्य संक्रमितों के परिजनों को ऑक्सीजन के लिए भटकते देखा तो अस्पताल से ही अपने दोस्त रोटरी क्लब व रीमा प्रधान राकेश देवगण को फोन किया। कहा कि फैक्ट्री में जितनी भी गैस का उत्पादन हो रहा है, उसे कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए फ्री सप्लाई कर दो।

गुरुवार को राई स्थित फैक्ट्री से फ्री ऑक्सीजन सिलेंडर दिए गए। अजय ने बताया, ‘मैंने वाॅट्सएप वीडियो कॉल से मरीजों के घरवालों से बात की। उनके खुश चेहरे देखकर मन को सुकून मिला। अब मैंने सभी कंपनियों के ऑर्डर कैंसिल कर दिए हैं। सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है’

डॉक्टर का डिमांड लेटर और खाली सिलेंडर लाएं

राकेश देवगण ने कहा कि उनके दोस्त अजय छाबड़ा अपना कोरोना का इलाज करा रहे हैं। फ्री ऑक्सीजन गैस देने की जिम्मेदारी उन्होंने संभाल ली है। पीड़ित परिवार को डॉक्टर का डिमांड लेटर व खाली सिलेंडर लेकर आना होगा। इसके बाद वे फ्री ऑक्सीजन गैस लेकर जा सकते हैं। अजय छाबड़ा के इस कदम को काफी सराहा जा रहा है।

Wednesday, April 21, 2021

April 21, 2021

हरियाणा में छिपाया जा रहा है कोरोना से होने वाली मौतों का सच? जितनी सरकार ने बताईं, उससे तीन गुना जली चिताएं

हरियाणा में छिपाया जा रहा है कोरोना से होने वाली मौतों का सच? जितनी सरकार ने बताईं, उससे तीन गुना जली चिताएं 

चंडीगढ़ :  प्रदेश सरकार कोरोना के गंभीर मरीजों के साथ मौतों का सच भी छिपाती दिख रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक प्रदेश में 260 लोगों की जान महामारी के कारण हुई है लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। अगर कोरोना से होने वाली मौतों का सच पता करना है तो श्मशान में जाकर शवों की गिनती कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह बनावटी आंकड़े जारी कर रहा है। स्वास्थ्य  विभाग की रिपोर्ट में मंगलवार को कोरोना से 41 मौतें बताई गईं। जबकि सभी 22 जिलों में श्मशान घाटों की पड़ताल में सामने आया कि एक ही दिन में कोविड प्रोटोकॉल से 115 दाह संस्कार हुए हैं। 

फरीदाबाद में सर्वाधिक 29 दाह संस्कार हुए, पर रिपोर्ट में सिर्फ 5 मौतें दिखाईं। सोमवार को सरकारी बुलेटिन में रोहतक जिले में किसी संक्रमित की मौत न होना बताया गया है। दूसरी ओर वैश्य कॉलेज रोड के श्मशान घाट में कोविड गाइडलाइंस के तहत मंगलवार  शाम को रोहतक से संबंधित पांच लोगों सहित आठ शवों का अंतिम संस्कार किया गया। सोनीपत में सिर्फ अप्रैल माह में 28 मौतें कोरोना से हुई है और शमशान भूमि में उनका कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ है।
हिसार में भी कल 11 मौतें कोरोना से हुई है लेकिन सरकारी बुलेटिन में 5 मौतें बताई गई है। जींद में भी कल 5 लोगों की मौत कोरोना से हुईं है लेकिन इन मौतों का कोई जिक्र नहीं है जबकि सभी का कोरोना प्रोटोकोट के हिसाब से किया गया है। गुड़गांव में 22 में से सिर्फ 4 मौतें दिखाई गईं। रोहतक में 12, पानीपत में 6 और पंचकूला में 3 दाह संस्कार हुए, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में एक भी मौत नहीं बताई गई। 

 राज्य में 24 घंटे में 8420 नए मरीज मिले हैं। सक्रिय मरीज 51,601 हो गए हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ने के कारण गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के बुखार, खांसी व जुकाम जैसे लक्षणों वाले मरीजों का कोरोना टेस्ट करना होगा। 

कोरोना की आरटीपीसीआर की जो जांच होती है उसके आंकड़े प्रशासन देता है लेकिन मरीज और प्राइवेट अस्पातल आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार नहीं करते हैं। वो रैपिड टेस्ट कराते हैं और उसकी रिपोर्ट के अनुसार ही अपना इलाज शुरु करा लेते हैं। रैपिड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने पर ब्लड टेस्ट मरीज और हॉस्पिटल की ओर से कराया जाता है और फिर सीटी स्कैन कराता है। इसके बाद इलाज शुरु हो जाता है। यही कारण है कि प्राइवेट अस्पतालों में मरीज खचाखच भरे हुए हैं और उनकी गिनती सरकारी आंकड़ों से गायब है। लेकिन  प्रशासन को कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को सही सही लोगों को बताना चाहिए। एक तो इससे विवाद नहीं होगा और दूसरा लोगों में भय फैलेगा और लोग सतर्क व सावधान रहेंगे। 

सीएम मनोहर लाल ने कहा, ‘पानीपत में 500 से 1000 बेड का कोविड अस्पताल बनाने के लिए डीआरडीओ से बात की है। इसका उपयोग इमरजेंसी में होगा। पिछले 10 दिन में कोरोना के नए मरीजों की संख्या रोज औसतन 11.39% की दर से बढ़ी है। 10 दिन में ही रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या करीब तीन गुना तक बढ़ चुकी है। 10 दिन में टेस्टिंग रोज औसतन सिर्फ 6.2% की दर से बढ़ी है। 90 हजार क्षमता के मुकाबले रोज औसतन 40 हजार सैंपलिंग। कई जगह वायल खत्म हो रही हैं। रिपोर्ट 2 से 7 दिन में आ रही। 10 दिन में पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो चुका है। 11 अप्रैल को 9.9% था। 20 अप्रैल को 18% रहा। 10 दिन में पॉजिटिविटी रेट औसतन 14.55% रहा। सोमवार को यह रिकॉर्ड 21% पर पहुंचा था।

Sunday, February 28, 2021

February 28, 2021

एक मार्च से टीका मार्च:60 साल से अधिक उम्र के लोग लगवा सकेंगे टीका, वैक्सीन लगवाने को कोविन एप पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

एक मार्च से टीका मार्च:60 साल से अधिक उम्र के लोग लगवा सकेंगे टीका, वैक्सीन लगवाने को कोविन एप पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

पानीपत : जिले में काेराेना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। इसके बाद भी लाेग काेराेना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। यह लापरवाही भारी पड़ सकती है, क्योंकि शनिवार को भी काेरोना पाॅजिटिव के 10 नए केस आए है। बड़ी बात यह है कि लॉकडाउन के चौथे महीने जून-20 को भी फरवरी-21 ने पीछे छोड़ दिया है।
जून-20 के 30 दिनों में कोरोना के 138 केस आए थे, वहीं दूसरी ओर फरवरी-21 के 27 दिनों में ही अब तक 148 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। यह फिर से खतरनाक होता जा रहा है, पड़ोसी जिले करनाल में रोजाना 30-35 की औसत से केस आ रहे हैं।
शनिवार को मॉडल टाउन, गीता कॉलोनी, रिफाइनरी टाउनशिप, मॉडल टाउन पुरुथी चौक व बिंझौल में पॉजिटिव केस मिले हैं। सिर्फ दो मरीज डिस्चार्ज किए गए। स्थिति गंभीर हो सकती है, क्योंकि न तो कहीं सख्ती नजर आ रही और न ही सजगता।
ये लापरवाही हो सकती है भारी, कोरोना गाइडलाइन का करें पालन
फरवरी 8वां ऐसा महीना है, जिसमें नए केस जून-2020 से ज्यादा मिले हैं। दाे लाेगाें की काेराेना से माैत भी हुई है। जिले में काेराेना के केस 10 हजार 885 हाे चुके हैं। इसमें 10 हजार 656 रिकवर हो चुके हैं। शनिवार को 368 सैंपल लिए गए हैं। 71 केस एक्टिव हैं। तीन केस अनट्रेस हैं। जिले मेें अब तक 155 लाेगाें की माैत हाे चुकी है।
*राहत: कोरोना का नया स्ट्रेन नहीं, 50 रिपोर्ट निगेटिव*
सीएमओ ने कहा कि काेराेनाे के नए स्ट्रेन काे जानने के लिए 5 प्रतिशत पाॅजिटिव सैंपल दिल्ली की लैब में भेज रहे हैं। जब भी 100 पाॅजिटिव सैंपलाें का स्लाॅट पूरा हाेता है, 5 पाॅजिटिव केस विभाग दिल्ली की लैब में भेज रहा है। अक्टूबर से अब तक लगभग 50 पाॅजिटिव सैंपलाें काे दिल्ली की लैब में भेज चुका है, इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।

*45 से ज्यादा उम्र के बीमार भी लगवा सकते हैं टीका, सरकारी अस्पताल में फ्री लगेंगे*

कल से वैक्सीनेशन का दूसरा फेज शुरू हो रहा है। मतलब कि आम पब्लिक वैक्सीन लगवा सकती है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हंै। 45 साल से अधिक उम्र वाले बीमार को ही टीके लगेंगे। वहीं, 60 साल वाले सभी को टीके लगेंगे। कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन लग सकती है, वहां एक डोज लगवाने पर 250 रुपए लगेंगे। जिले में अभी तक किसी प्राइवेट अस्पताल ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।
कुछ निजी अस्पतालों मसलन- प्रेम अस्पताल, पार्क अस्पताल, रविंद्रा अस्पताल, सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल, रेनबो अस्पताल और छाबड़ा अस्पताल में फ्रंट लाइन वर्करों की वैक्सीनेशन हुई है। 1 मार्च से लाेगाें के लिए काेविन एप शुरू हाेगा, इस पर खुद रजिस्ट्रेशन करना हाेगा। यह एप रविवार को खुल सकता है और लोग इसपर पंजीकरण करा सकते हैं।
*आयुष्मान योजना के पात्रों को मिल सकती है छूट*
नाेडल अधिकारी डाॅ. मनीष पाशी ने कहा कि हो सकता है कि आयुष्मान याेजना के लाभार्थियाें को निजी अस्पतालाें में टीका लगवाने पर भी कुछ छूट मिले। इस बारे में साेमवार तक पूरी गाइडलाइन मिलेगी। डॉ. पाशी ने बताया कि जिले में करीब 3 लाख लाेग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 45 या उससे ज्यादा है। लेकिन इनमें करीब सवा एक डेढ़ लाेगाें काे टीका लगना हैं क्याेंकि 60 से ज्यादा उम्र के 1 लाख 36064 लाेग हैं।
*गंभीर बीमारी होने का सर्टिफिकेट दिखाना होगा*
जिनकी उम्र 60 साल या ज्यादा है, उन्हें रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त भी आईडी कार्ड साथ रखना होगा। 45 से 60 साल के लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा, जिससे साबित हो सके कि वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। सरकार लिस्ट जारी करने वाली है कि किन गंभीर बीमारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

Monday, July 6, 2020

July 06, 2020

कंटेनमेंट जोन एरिया होगा सील, नागरिकों को अपने मोबाइल में करना होगा आरोग्य सेतु एप डाउनलोड


--कंटेनमेंट जोन एरिया होगा सील, नागरिकों को अपने मोबाइल में करना होगा 

आरोग्य सेतु एप डाउनलोड

Haryana bulletin News
जिलाधीश यशेन्द्र सिंह।

(पंकज कुमार)रेवाड़ी 6 जुलाई। जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व महामारी अधिनियम 1897 के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए खलियावास, खलियावास मोहल्ला, सेक्टर-6 धारूहेड़ा, बेस्ट टैक टावर-7-फलैट 1002, गोपालपुर, खरखड़ा, भुरथल जाट व संगवाड़ी को (सभी 1 अगस्त तक प्रस्तावित) को कंटेमेन्ट जोन घोषित किया है। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में आने वाले सभी लोगों को आरोग्य सेतु एप मोबाइल में डाउनलोड करना होगा। 
जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने सावधानी के तौर पर खलियावास, खलियावास मोहल्ला, सेक्टर-6 धारूहेड़ा, बेस्ट टैक टावर-7, गोपालपुर, खरखड़ा, भुरथल जाट व संगवाड़ी के शेष एरिया को बफर जोन में शामिल किया है। जिलाधीश ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। जिलाधीश ने कहा कि लोग घबराएं नहीं, कोरोना से बचाव के लिए दो गज की दूरी बनाए रखें, घर से बाहर मास्क का प्रयोग करें, खुले में न थूकें आदि नियमों की अनुपालना करते हुए प्रशासन का सहयोग करें। प्रशासन और जिलावासी मिलकर जिला रेवाड़ी में कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के संक्रमण के फैलाव को रोकने में सक्षम हैं।
जिलाधीश ने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग को कन्टेनमेंट जोन में कोविड प्रोटोकॉल के तहत कोरोना वायरस की चैन को तोडऩे के लिए सभी उपायों को अमल में लाने के आदेश दिए गए हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत कनटेनमेंट जोन को पूरी तरह सील करने, सैनिटाइज करने, सभी संभावित के सैंपल लेने, आईएलआई खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ आदि के मरीजों के सैंपल लेने, डोर-टू-डोर थर्मल स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। कंटेनमेंट जोन में आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित होने के कारण डीएफएससी विभाग रेवाड़ी और कार्यकारी अधिकारी नप व संबंधित बीडीपीओ द्वारा कंटेनमेंट जोन में घर-घर आवश्यक खाद्य सामग्री पंहुचाने की व्यवस्था की जाएगी। 
जिलाधीश ने कन्टेनमेंट जोन में बिजली, पेयजल व अन्य मूलभूत सुविधाएं निर्बाध रूप से जारी रखने के संबधित विभागों को आदेश दिए हैं ताकि कंटेनमेंट जोन में किसी भी नागरिक को कोई परेशानी न हो। जिलाधीश ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सभी संबंधित विभागों की डयूटी आदेशित कर दी गई है। कंटेनमेंट व बफर जोन के ओवरऑल प्रभारी अधिकारी सम्बंधित एसडीएम होंगे। कंटेनमेंट व बफर जोन में उपरोक्त नियमों की अवहेलना करने का आरोपी आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत दंड का भागी होगा। 

Tuesday, June 23, 2020

June 23, 2020

रेवाड़ी तीन दिन पूर्व मरा नेपाली बुजुर्ग भी मिला कोरोना संक्रमित

रेवाड़ी में 7 नए पॉजिटिव केस कंफर्म हुए, संख्या हुई 209



(पंकज कुमार)रेवाड़ी। जिला रेवाड़ी में कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जिले में 7 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। जिनमें धारूहेड़ा से 4, रामसिंहपुरा, लीलोढ़ व खलियावास से एक-एक शामिल है। अब कुल कसों की संख्या 209 हो गई। 80 संक्रमित ठीक होकर लौट आए हैं। 128 एक्टिव केस रह गए हैं। आज 66 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इधर, धारूहेड़ा के वार्ड-5 में तीन पूर्व मरा एक नेपाली बुजुर्ग भी कोरोना संक्रमित मिला है। बुजुर्ग काफी दिनों से बीमार था। मौत के बाद विभाग ने शव को कब्जे में लेकर सैंपल लिया था। यद्यपि स्वास्थ्य विभाग ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक 4435 सैंपल लिए गए हैं। जिनमें 4061 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है तथा शेष 165 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। जिलाभर में 945 नागरिक क्वारंटीन किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 128 एक्टिव केसों में डब्ल्यूसीएमएस झज्जर में 21, पुष्पांजलि में दो व पीजीआईएमएस रोहतक में एक मरीज एडमिट हंै, जबकि 104 मरीज होम आइसोलेट किए गए हैं।
सीएमओ सुशील माही ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर 66 सैंपल लिए गए हैं। कोरोना संक्रमित मिले नये क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है।
June 23, 2020

बाबा रामदेव ने कोरोना की पहली आयुर्वेदिक दवा ‘कोरोनिल’ लांच की

बाबा रामदेव ने कोरोना की पहली आयुर्वेदिक दवा 'कोरोनिल' लांच की

नयी दिल्ली 23 जून: योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना संक्रमितों के शत प्रतिशत उपचार का दावा करते हुए पहली आयुर्वेदिक दवा 'कोरोनिल' मंगलवार को लांच की।
हरिद्वार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कोरोनिल को लांच किया गया जिसका सीधा प्रसारण सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया गया। बाबा रामदेव ने कोरोनिल के साथ श्वासारि वटी और अणुतेल को भी लांच किया।
बाबा रामदेव ने कहा कि श्वासारि वटी श्वसन प्रणाली को मजबूत करने वाली दवा है। यह सर्दी, जुकाम और बुखार में ली जाने वाली दवा है। अणुतेल को सुबह में नाक में डालना होता है। कोरोनिल में मौजूद तुलसी, गिलोय और अश्वगंधा रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। कोरोनिल को खाने के बाद दिन में तीन बार लेना है। बाबा रामदेव का दावा है कि यह दवा तीन से सात दिन में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को ठीक कर देगी।
कोरोनिल को बनाने के लिए पतंजलि शोध संस्थान तथा राजस्थान में जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने मिलकर शोध किया है। इस दवा का निर्माण दिव्यफार्मेसी और पतंजलि आयुर्वेद मिलकर करेंगे। यह दवा कुछ दिनों में पतंजलि फार्मेसी में उपलब्ध होगी।

Monday, June 22, 2020

June 22, 2020

चंडीगढ़ प्रशासन का बड़ा फैसला अब कोरोना टेस्ट होगा केवल 2000 में

चंडीगढ़, 22 जून : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच, सोमवार को चंडीगढ़ प्रशासन का एक एहम फैसला सामने आया है | प्रशासन ने चंडीगढ़ में होने वाला कोरोना वायरस का टेस्ट जो 4500 में होता था उसकी कीमत कम करके 2000 कर दी गयी है |
आपको बता दें की यह फैसला सोमवार को चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा द्वारा बैठक में लिया गया | जिसमे अरुण कुमार गुप्ता, आईएएस, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने निजी एसआरएल डायग्नोस्टिक्स प्रयोगशाला भी मौजूद थे |
गौरतलब है की चंडीगढ़ में जो कोरोना टेस्ट के लिए रेट रखा गया है वो पुरे भारत में सबसे कम कीमत में करवाने वाला पहला केंद्रशासित प्रदेश है | इससे पहले ये रेट 4500 था |
दिल्ली में भी कोरोना टेस्ट का रेट कम कर दिया गया है जो अब केवल 2400 में किया जायेगा |
इसी के साथ सोमवार शाम तक पंजाब में भी कोरोना टेस्ट के रेट कम हो सकते है |
June 22, 2020

700 फुट की लाइव पेंटिंग बनाकर कोविड-19 के प्रति लोगों को किया जागृत

चित्रकारों की सृजनात्मक क्षमता से आम जनमानस कला के कर रहे हैं दिव्य दर्शन : डॉक्टर कृष्ण मिढ़ा

जीन्द : ( संजय तिरँगाधारी ) कोविड-19 कोरोना महामारी से बचने के लिए अनेक तरह के प्रचार के माध्यम आयोजन किए जा रहे हैं ताकि भारत का प्रत्येक नागरिक इस बीमारी से बचा रहे और स्वस्थ रहे। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चित्रकारों के एक दल ने नेहरू पार्क के सामने रानी तालाब पर कोविड-19 विषय पर चित्रकारी करके आम जनमानस के लिए यह संदेश देने का प्रयास किया कि हमें अपने जीवन को बचाए रखना है तो सामाजिक दूरी व मास्क का प्रयोग बेहद जरूरी है। अपने रंगों व कल्पना के जरिए यह बात समझाने के लिए चित्रकारी के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जींद के विधायक डॉक्टर कृष्ण मिढ़ा ने शिरकत की व विशिष्ट अतिथि सोम कुमार जिला बाल कल्याण समिति महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा सरकार रहे मुख्य अतिथि ने कहा कि कला ऐसा माध्यम है जिसके जरिए चित्रकार बड़े ही सहज भाव से अपनी बात कह देता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को दिशा देने वाले होते हैं और वर्तमान समय ऐसा ही चल रहा है कि समाज में तरह-तरह के कोविड-19 से जुड़े जन जागरण के ऐसे कार्यक्रम समाज की चेतना के लिए होते रहने चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम संयोजक दीपक कौशिक के इस प्रयास की खूब सराहना की और इससे पूर्व वह रोड पेंटिंग का जिक्र करना भी नहीं भूले।

समापन सत्र में चित्रकारों के सम्मान के लिए मुख्य अतिथि मीना शर्मा निर्देशक वरदान हॉस्पिटल व विशिष्ट अतिथि डॉ. राजकुमार गोयल हरियाणा व्यापार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता रहे। उन्होंने चित्रकार द्वारा किए गए इस आयोजन की दिल खोल कर प्रशंसा की, साथ ही उनके रचनात्मक कौशलता को देखते हुए कहा कि यह जींद का सौभाग्य है कि हमारे पास राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त चित्रकारों का एक ऐसा दल है जो समय-समय पर ऐसे जन जागरण अभियानों के माध्यम से लोगों को प्रेरित करने में लगा रहता है। साथ ही उन्होंने शहर की सामाजिक संस्थाओं का आभार जताया कि जिन्होंने इस कला रूपी यज्ञ में अपनी आहुति डालकर इसे सफलता की तरफ बढ़ाया। युवा मित्र मण्डल, सेवा भारती, संस्कार भारती, सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गोपाल विद्या मंदिर, महाराजा अग्रसेन सदाव्रत, सोल एंड स्पिरिट आर्ट सोसाइटी व दीपक कौशिक, नवीन मारीचि, प्रदीप कुमार, राजेश गायत्री, विपिन कुमार, अमित कुमार, सुमित आर्य, सम्राट कालू गांधी, मोहित बब्बर, कपिल शर्मा ने अपना बहुमूल्य समय निकालकर इस अभियान को चलाया यह काफी प्रशंसनीय है।

*यमराज ने बांटे मास्क*

कोविड-19 ऐसी बीमारी है कि थोड़ी सी चूक आपको यमराज के दर्शन करवा सकती है। लाइव पेंटिंग कार्यक्रम में रंगमंच के प्रसिद्ध कलाकार सम्राट कालू गांधी ने आने-जाने वाले लोगों को रोककर मास्क का महत्व बताया, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाक्य जान है तो जहान है, को भी याद दिलाया। आने-जाने वाले लोगों को साथ ले जाकर हस्ताक्षर अभियान में लिखी प्रतिज्ञा मैं जब भी घर से बाहर जाऊंगा मास्क जरुर लगाऊंगा, अपने देश व अपने परिवार की रक्षा करूंगा, पर हस्ताक्षर करवाते नजर आए। कोविड-19 को लेकर हो रही चित्रकारी और यमराज की मास्क बांटने की इस अनोखी पहल की आम जनमानस ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। रंगमंच कलाकार कालू गांधी ने कहा कि मेरे समझाने से अगर लोग समझ जाते हैं तो यह मेरा अभिनय और इस मुहिम को मैं सफल मानूंगा।

*लोक डाउन से अनलॉक तक दीपक कौशिक ने चलाए जन जागरण अभियान*

दीपक कौशिक लॉकडाउन से लेकर अनलॉक की स्थिति में जन जागरण कोविड-19 अभियान पिछले 3 महीने से समाज को जागृत करने के लिए चलाए हुए हैं। पहले अपनी व्यंग्य चित्रकारी को सोशल मीडिया के माध्यम से हथियार बनाकर समाज को जागृत किया। उसके बाद जींद शहर की मुख्य सड़कों पर रोड पेंटिंग का एक बड़ा अभियान चलाया, साथ ही ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता करवाकर बाल चित्रकारों की सोच कोविड-19 के बारे में क्या कहती है इसका सफल प्रयास किया। अब अनलॉक की स्थिति में 700 फीट के लाइव पेंटिंग का आयोजन करके चित्रकारों के मनोभाव को रंगो व कैनवस के माध्यम से आम जनमानस के लिए समर्पित किया है ताकि लोग आवागमन के समय में इन चित्रों से कुछ सबक ले सकें और कोरोना से  बचाव के हर प्रयास को अपने जीवन में उतारें। इसी उद्देश्य से उन्होंने शहर की सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर यह कार्यक्रम जनता को समर्पित किया है ताकि लोग हर सूरत में स्वस्थ रहें और एक दूसरे का सहारा बनें।

Thursday, June 11, 2020

June 11, 2020

कोरोना संक्रमितों के लिए आइसोलेशन वार्ड में लगेंगी एलईडी


चिकित्सकों और स्टाफ नर्स को बार-बार संक्रमित के वार्ड में जाने की नहीं पड़ेगी जरूरत 

जींद : जिला मुख्यालय स्थित सिविल अस्पताल में जो कोरोना संक्रमित एडमिट होंगे, उनके लिए आइसोलेशन वार्ड में जल्द एलईडी की सुविधा मिलने जा रही है। इस एलईडी से चिकित्सक संक्रमित व्यक्ति के साथ वीडियाे कान्फ्रेंस के जरिए बात तो कर ही सकेंगे, साथ ही मनोरंजन के प्रोग्राम तथा न्यूज चैनल भी देख सकेंगे। चिकित्सक और स्टाफ नर्स को बार-बार वार्ड में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर लगा दिए गए हैं, जिसे टेक्नीशियन की सहायता से अगले 24 घंटों में कनेक्टिड कर चालू कर दिया जाएगा। 
शुक्रवार को प्रिंसीपल सेक्रेटरी आईएएस अनुराग अग्रवाल जींद के सिविल अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। इससे पहले वीरवार को सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह, पीएमओ डा. बिमला राठी, एसएमओ डॉ. गोपाल गोयल, डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम कटारिया, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने वार्ड के हर कैबिन में एलईडी लगाने तथा हर बेड के साथ आक्सीजन सप्लाई मुहैया करवाने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि हर संक्रमित लोगों के हर बेड के लिए अलग थर्मामीटर और आक्सीजन की व्यवस्था करवाई जाएगी। सिविल अस्पताल में संक्रमितों के लिए 60 बेड की क्षमता वाला आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है। विभाग की नई गाइडलाइन के अनुसार जिस कोरोना संक्रमित में किसी तरह के लक्ष्ण नहीं हैं, उसे घर पर ही क्वारंटाइन किया जाएगा। जिन मरीजों में हल्के लक्ष्ण, जैसे बुखार, खांसी होती है और सांस लेने में तकलीफ होगी, उनको अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। जिन मरीजों को ज्यादा दिक्कत होगी, उनके लिए वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। 

टेलिफोनिक रूप से मरीजों का हाल जानेंगे चिकित्सक : डॉ. गोपाल गोयल 

एसएमओ डा. गोपाल गोयल ने बताया कि जींद के अलावा सफीदों, उचाना, नरवाना, जुलाना के नागरिक अस्पताल में भी इसी तरह की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मोबाइल फोन के जरिए चिकित्सक मरीज का हाल जानेंगे और किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं है, इस बारे सुनिश्चित करेंगे। अगर मरीज को किसी प्रकार की जरूरत या दिक्कत महसूस होती है तो वह भी चिकित्सकों या अस्पताल स्टाफ से संपर्क कर सकता है। 

वेंटिलेटर की सुविधा के लिए प्राइवेट अस्पताल भी किए चिन्हित : सिविल सर्जन 

सिविल सर्जन डॉ. मनजीत ने बताया कि गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर की सुविधा नागरिक अस्पताल में तो है ही, साथ ही कुछ निजी अस्पतालों को भी इसके लिए चिन्हित किया गया है। जरूरत पड़ी तो उन्हें हायर किया जाएगा। इसके अलावा कोरोना के जिन संक्रमितों को किसी तरह के लक्ष्ण नहीं हैं और वह घर ही क्वारंटाइन नहीं होना चाहते तो उनके लिए सीआरएसयू, जाइट कॉलेज समेत कई जगहों पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। वह मरीज वहां पर रखे जा सकते हैं। जिन मरीजों में हल्के लक्ष्ण हैं यानि कि खांसी और बुखार हैं, तो उनके लिए कंडेला के गंगापुत्र को भी कोविड केयर सेंटर बनाया गया है।

Saturday, June 6, 2020

June 06, 2020

कोरोना काल मे हरियाणा में स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर रही- मुख्यमंत्री मनोहर लाल

(मनोज)चंडीगढ़, 6 जून- कोविड-19 कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों के फलस्वरूप हरियाणा में स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर रही, इसकी प्रशंसा देशभर में हो रही है। इसी कड़ी में हरियाणा मूल के अभिनेता श्री रणदीप हुड्डा ने कोरोना के दौरान एवं पोस्ट लॉकडाउन कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों  पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का वेबिनार के जरिए साक्षात्कार लिया और मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे कार्यों की तहे दिल से प्रशंसा भी की।
        मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड से लडऩे व इसके संक्रमण को रोकने के लिए जो प्रबंध किए गए थे उनमें कोविड विशेष अस्पताल बनाना, टेस्टिंग सुविधाओं का विस्तार करना, नई प्रयोगशालाएं स्थापित करना, गरीब व जरूरतमंदों को राशन और भोजन उपलब्ध करवाना, प्रवासी श्रमिकों के लिए रिलीफ कैंप की व्यवस्था करना और कोविड के साथ-साथ नॉन कोविड बिमारियों के लिए भी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाना और कोविड रोगियों की मनोचिकित्सा के माध्यम से काउंसलिंग करना मुख्य रूप से शामिल है। 
        मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 4 मार्च, 2020 को जब हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र चल रहा था और अचानक जानकारी मिली कि इटली के 14 लोग कोरोना पाजीटिव होकर गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल हुए हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि उसी दिन से शासन और प्रशासन की टीमों ने मिलकर सब चीजों का मूल्यांकन किया और तुरंत अपनी तैयारी आरंभ कर ली। इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया और ज्यों-ज्यों जानकारियां मिलती रहीं चाहे वो राज्य के अंदर से हो या अन्य राज्यों से या विदेशों से, हम उन पर तुरंत कार्य करते चले गए और इस प्रकार कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण रखने में काफी हद तक सफल रहे।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने सरकार का साथ दिया और स्वयं जागरूक होकर इस महामारी से लड़े हैं। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों ने स्वयं ठीकरी पहरा लगाकर गांव में बाहर से आने वाले लोगों का प्रवेश रोका और उन्हें गांव की सीमाओं पर बने स्कूलों या अन्य भवनों में 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया।
        इसी प्रकार हरियाणा में जब श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने की व्यवस्था की गई, उस समय 9 लाख लोगों ने पोर्टल पर पंजीकरण करवाया था, जिसमें से इच्छुक लगभग साढ़े तीन लाख श्रमिकों को विभिन्न ट्रेनों और बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में नि:शुल्क उनके  घर भेजा गया।  इसके अलावा, लगभग 50 लाख लोगों को लगभग ढाई करोड़ भोजन के पैकेट वितरित किए गए तथा 20 लाख लोगों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाई गई।
        श्री रणदीप हुड्डा द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतिश कुमार को लिखे गए उनके पत्र के बारे पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पत्र उन्होंने सहज भाव से लिखा था। बिहार के मुख्यमंत्री ने लिखा था कि बिहार सरकार पैसा भेज देगी और इसके जवाब में उन्होंने लिखा था कि हम सब भारत माता की संतान हैं और राज्यों को इस प्रकार के संकट में सीमाओं से नहीं बांध सकते, देश की तरक्की में श्रमिकों का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को घर की याद सताने लगी थी और वे हर हाल में अपने घर जाना चाहते थे इसलिए हमने निशुल्क़ भेजा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद चरणबद्ध तरीके से ओद्यौगिक गतिविधिया आरंभ हो चुकी हैं और ज्यादातर श्रमिक अपने-अपने काम पर लौट आए हैं और अब कोई जाना भी नहीं चाहता।
        एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाण के लोग चुनौतियों से लडऩा भलीभांति जानते हैं। वर्ष 1966 में हरियाणा पंजाब से अलग हुआ था तो तरह-तरह की बातें की जा रही थी कि हरियाणा अपने कर्मचारियों को तन्ख्वाह भी नहीं दे पाएगा परंतु आज हरियाणा अपने 54 वर्षों के गठन के बाद कई मामलों में देश और दुनिया में नंबर एक पर है। चाहे वो ओद्यौगिक विकास की बात हो या कृषि की बात हो, धान का कटोरा कहे जाने वाला राज्य केंद्रीय पूल में भी अनाज देने वाला दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। हरियाणा और पंजाब के किसानों ने देश के लोगों  को खाद्यान्न दिया  है।  उन्होंने कहा कि ऑटो विनिर्माण क्षेत्र में 53 प्रतिशत से अधिक हरियाणा का योगदान है तथा निर्यात के मामले में हरियाणा आगे बढ़ रहा है। इसी प्रकार देश की जनसंख्या का 2 प्रतिशत होने के बावजूद भी सेनाओं में हरियाणा की 10 प्रतिशत सैनिकों की हिस्सेदारी है।

रणदीप हुड्डा ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की 

        कोरोना वायरस के चलते भी गेहूं और सरसों की खरीद में किसी प्रकार का विघ्न न आने देने के लिए  रणदीप हुड्डा ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्होंने स्वयं अपने चाचा के पास फोन कर इसकी जानकारी ली है और वे खरीद प्रबंध से बहुत खुश हैं क्योंकि उपज बेचने के लिए मोबाइल पर मैसेज आता है और उसी दिन मंडी में जाते हैं तथा कुछ दिन बाद बैंक खातों में पैसे डाले जाने का मैसेज आता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अबकी बार खरीद प्रक्रिया में बदलाव लाया गया। पहले सरसों  के लिए 100 मंडियां व खरीद केंद्र होते थे तो इस बार इनकी संख्या 200 की गई, इसी प्रकार गेहूं के  लिए लगभग 400 मंडिया व केंद्र होते थे, तो उनको लगभग 1800 किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक आढ़ती को नजदीक के खरीद केंद्र में भेजकर खरीद करवाई गई।
        श्री रणदीप हुड्डा द्वारा दिए गए सुझाव कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत भी राशि किसानों के खाते में सीधी जाए, ऐसी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जानी चाहिए, इस सुझााव का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर भी विचार किया जाएगा।
        ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण के विषय को समय की जरूरत समझते हुए ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत, किसानों को फसल विविधीकरण को अपना कर अपने खेतों में धान के स्थान पर अन्य फसलों जैसे मक्का, बाजरा, दाल, सब्जियों और फलों की बुवाई करके की सलाह दी गई है। दूसरी फसल लगाने के लिए किसानों को 7000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों को फसल बदलाव के लिए मन बनाने की योजना है अगर हम भावी पीढ़ी को विरासत में जमीन देकर जाते हैं तो क्यों न पानी के साथ जमीन देकर जाएं और इसी को देखकर यह योजना बनाई।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रगतिशील किसान छोटे किसानों को किस प्रकार प्रेरित करें, कृषि के साथ-साथ पशुपालन, डेयरी, बागवानी व अन्य सबद्ध क्षेत्रों से किसानों को लाभ मिले
इसके लिए ‘किसान मित्र’ नाम से योजना तैयार की जा रही है।
        उन्होंने कहा कि छोटे किसानों का वित्तीय प्रबंधन सही हो, इसके लिए प्रगतिशील किसानों को पहल करनी होगी, क्योंकि एक किसान की बात किसान अच्छे से समझ लेता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का हर व्यक्ति आत्मनिर्भर बने, हरियाणा आत्मनिर्भर बनेगा तो देश आत्मनिर्भर बनेगा और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को पूरा करने का यही हमारा संकल्प है।
        पर्यावरण के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं पहले से ही पर्यावरण मैत्री रहे हैं और पर्यावरण को भगवान मानते हैं। भ से भूमि, ग से गगन, व से वायु, अ से अग्नि व न से नीर। मुख्यमंत्री के इस उत्तर पर श्री रणदीप हुड्डा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे स्वयं पर्यावरण प्रेमी हैं।
        इसी प्रकार, हरियाणा सरकार द्वारा अगले छ: महीनों के रोडमैप के बारे पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है, आर्थिक गतिविधियां कुछ समय के लिए रूक गई थी, लेकिन अब आर्थिक गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से शुरू हो गई हैं और धीरे-धीरे पुन: पटरी पर लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान श्रमिकों, दुकानदारों तथा फैक्टरी वालों को हुआ है। किसान इतना प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि फसल कटाई के बाद उनकी खरीद भी हुई है।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के साथ-साथ अध्ययन पद्धति मेें बड़ा बदलाव लाने की योजना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 के बजट में शिक्षा विभाग के बजट में 14 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि 1000 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाएंगे। इसी प्रकार 98 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों का आदर्श संस्कृति मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में तीन प्रकार से फीस लेने की योजना लागू की जाएगी। एक श्रेणी विद्यार्थियों की ऐसी होगी जिनकी पूरी फीस माफ होगी, दूसरी श्रेणी में आधी फीस माफ होगी तथा तीसरी श्रेणी ऐसी होगी जिनसे पूरी फीस ली जाएगी।
        श्री रणदीप हुड्डा के कहने पर कि राजनेता वोटबैंक बनाए रखने को प्राथमिकता देते हैं, परंतु आप ने इससे हटकर कार्य किया है, मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ कठोर निर्णय भी लेने पड़ते हैं, जिन्हें जनता भी पसंद करती है। मेरिट पर नौकरी देने वाला उनका निर्णय एक ऐसा ही था। जिस पर उनकी पार्टी के लोग शुरूआत में खुश नहीं थे परंतु जनता खुश थी। उन्होंने कहा कि नौकरी पाने वाले लोग सरकार से अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी लेकर गए हैं, जबकि पहले की सरकार में नेता सार्वजनिक मंचों से कहते थे कि उस विधानसभा क्षेत्र में इतने लोगों को नौकरी दी है। हमने इसे बदला है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ऑनलाइन स्थानांतरण नीति जिसमें एक क्लिक के साथ 42000 अध्यापकों के स्थानांतरण हुए जिसमें 93 प्रतिशत से अधिक अध्यापकों को उनके दिए गए विकल्प के अनुरूप स्टेशन मिले हैं।
        रणदीप हुड्डा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि वे कब अपनी फिल्म की शूटिंग करनाल में फिर से आरंभ कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएचए की गाइडलाइन की पालना करनी होगी। हालांकि इंडोर शूटिंग की जा सकती है। रणदीप हुड्डा ने अपनी फिल्म लाल रंग जिस में करनाल स्पेन की भांति दिखाई पड़ता है, को देखने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया।
        मुख्यमंत्री ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि लॉकडाउन के चलते कुछ नए अनुभव प्राप्त हुए हैं। सूचना प्रोद्यौगिकी (आइटी) का प्रयोग कर बैठकों का सिलसिला जारी रखा और आज की आप के साथ बातचीत आइटी के प्रयोग का ही नतीजा है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अविष्कार की जननी है।
June 06, 2020

गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों को छोडकऱ 8 जून, 2020 से पूरे राज्य में धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक पूजा स्थलों तथा शॉपिंग मॉल को फिर से खोलने की अनुमति- हरियाणा सरकार


(मनोज) चंडीगढ़, 6 जून- हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों को छोडकऱ 8 जून, 2020 से पूरे राज्य में एक विनियमित और प्रतिबंधित तरीके से धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक पूजा स्थलों तथा शॉपिंग मॉल को फिर से खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है। इन दो जिलों में पिछले दस दिनों के दौरान दैनिक आधार पर बड़ी संख्या में पॉजिटिव मामलों को देखते हुए ये गतिविधियां फिलहाल बंद रहेंगी। इसके अलावा, राज्य भर में सामान्य निवारक उपायों के साथ होटल, रेस्तरां और अन्य आतिथ्य सेवाओं को फिर से खोला जाएगा। इन सभी के लिए समय प्रात: 9 बजे से सायं 8 बजे के बीच रहेगा ताकि रात्रि 9 बजे से प्रात: 5 बजे के बीच रात के क्रफ्यू का पालन सुनिश्चित किया जा सके।

 केवल कंटेनमेंट जोन के बाहर अनुमति 

        इस आशय का निर्णय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। मुख्यमंत्री ने हरियाणा में कोविड-19 महामारी के कारण मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों का अक्षरश:  पालन करते हुए इन गतिविधियों को विनियमित और प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन अवधि 30 जून, 2020 तक बढ़ा दी है और कंटेनमेंट जोन के बाहर कुछ गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोलने का निर्णय लिया है।
        मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इन स्थानों पर सभी श्रमिकों और आगंतुकों के द्वारा हर समय सामान्य जन स्वास्थ्य उपायों, सोशल डिस्टेंसिंग (2 गज की दूरी), फेस कवर या फेस मास्क पहनने समेत सामान्य निवारक उपायों को अपनाया जाए।

आरती, मण्डली या जन अथवा सामूहिक सभा और प्रार्थना की अनुमति नहीं

        यह भी निर्णय लिया गया कि किसी भी आरती, मण्डली या जन अथवा सामूहिक सभा और प्रार्थना की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल व्यक्तिगत प्रार्थना की अनुमति दी जाएगी और धार्मिक स्थान के अंदर किसी भी भौतिक पेशकश जैसे कि प्रसाद या पवित्र जल के वितरण या छिडक़ाव आदि की अनुमति नहीं होगी।
        यह निर्णय लिया गया है कि धार्मिक स्थानों पर सामुदायिक रसोई/लंगर/अन्न-दान इत्यादि में भोजन बनाते और वितरित करते समय शारीरिक दूरी के मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए। प्रदेश में होटल, रेस्तरां और अन्य आतिथ्य सेवाओं को सामान्य निवारक उपायों के साथ खोला जाए।

बैंक्वेट हॉल में भी अधिकतम 50 मेहमानों

        बैंक्वेट हॉल को एक समय में अधिकतम 50 मेहमानों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ संचालन की अनुमति दी जाएगी। होटलों में रेस्तरां को केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति होगी। किसी भी बफ़ेट सर्विस की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल अला कार्टे (मेनू पर व्यक्तिगत रूप से ऑर्डर करना) सेवाओं की अनुमति होगी। रेस्तरां में किसी भी बार की अनुमति नहीं होगी। रूम सर्विस या कमरों में भोजन मंगाने की अनुमति होगी। गेमिंग आर्केड और चिल्ड्रन प्ले एरिया (जहां भी लागू हो) बंद रहेंगे।
        रेस्तरां को केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति होगी। किसी भी बफ़ेट सर्विस की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल अला कार्टे (मेनू पर व्यक्तिगत रूप से ऑर्डर करना) सेवाओं की अनुमति होगी। रेस्तरां में किसी भी बार की अनुमति नहीं होगी।

बड़ी संख्या में पॉजिटिव मामलों के कारण गुरुग्राम और फरीदाबाद मे अनुमति नही 

        शॉपिंग मॉल के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि पिछले 10 दिनों के दौरान दैनिक आधार पर पाए गए बड़ी संख्या में पॉजिटिव मामलों को देखते हुए गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में ऐसी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। राज्य के शेष सभी जिलों में, इस तरह की गतिविधियों की अनुमति होगी बशर्ते कि इन स्थानों पर सभी श्रमिकों और आगंतुकों के द्वारा हर समय सोशल डिस्टेंसिंग, फेस कवर या फेस मास्क पहनने समेत सामान्य निवारक उपायों को अपनाया जाए। शॉपिंग मॉल्स के अन्दर गेमिंग आर्केड, चिल्ड्रन प्ले एरिया और सिनेमा हॉल बंद रहेंगे।
June 06, 2020

हरियाणा में आत्मनिर्भर भारत बनने के विजऩ को साकार करने की अपार संभावनाएं हैं-मनोहर लाल

CM-Haryana-Corona-News
कुरुक्षेत्र(अरुण मलिक), 6 जून- हरियाणा में आत्मनिर्भर भारत बनने के विजऩ को  साकार करने की अपार संभावनाएं हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को देश के युवाओं,  विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अनुसंधान संस्थानों में शिक्षाविदों  द्वारा पूरा किया जाएगा।
        हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा ‘पोस्ट कोरोना: आत्मनिर्भर भारत’ पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
        उन्होंने कहा कि कोरोना  पूरी मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में आया हैं, लेकिन हमें आगे बढऩे और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्मविश्वास, नवीन सोच और नई तकनीकों पर निर्भर रहना होगा। हमें कोरोना के दौरान जीवन के नए वर्जन 2.0 के अनुरूप अपनी जीवन शैली में बदलाव करना होगा।
        अनिश्चितता जीवन की सुंदरता है। सरकार ने नई चुनौतियों का सामना किया है और स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था शुरू की है। एनसीईआरटी  ने ऑनलाइन पद्धति के माध्यम से स्कूलों में 52 लाख छात्रों को जोड़ा है, शिक्षा सेतु एप के माध्यम से करीब 2 लाख छात्रों को शिक्षा दी जा रही है और विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों द्वारा ऑनलाइन माध्यम से लेक्चर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने विद्यार्थियों पर  उनके द्वारा लिए गए ऋणों का दबाव कम करने के लिए ऋणों की ईएमआई की अदायगी में छुट देने और साथ ही अपनी गारंटी पर शिक्षा ऋण के लिए कोलेट्रल देने का प्रावधान किया है
        मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने शिक्षा के साथ कौशल विकास पर जोरे देने पर भी बल दिया है ताकि छात्र रोजगार योग्य बन सकें। इसी उद्देश्य से सरकार ने पलवल में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। स्टार्टअप योजना के तहत प्रदेश में 4149 युवा उद्यमियों को स्टार्टअप के लिए 868 करोड़ रूपये के ऋण दिए। इसी प्रकार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में  युवाओं को स्टार्टअप  स्थापित करने के लिए 14,141 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया।
        इस समय में सूचना प्रैद्योगिकी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, प्रदेश सरकार ने 14 लाख परिवारों को प्रति माह 4-5 हजार रुपये स्थानांतरित किए हैं। 5 लाख परिवारों को भोजन, अनाज और राशन वितरित किया गया है। हरियाणा सरकार ने 3.5 लाख मजदूरों को ट्रेनों और विशेष बसों के माध्यम से घर पहुंचाने की सुविधा दी है।
        उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे शक्तिशाली देशों ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के लिए भारत से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भारत हर दिन एक लाख से अधिक मास्क और पीपीई किट का निर्माण कर रहा है। मारुति जैसी कई कंपनियां वेंटिलेटर और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों का उत्पादन करने के लिए आगे आईं हैं।
        इससे पूर्व वेबीनार में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए इस बातचीत को आयोजित करने की महत्ता के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पिछले दो महीनों के दौरान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने कोरोना जागरूकता के बारे में और जरूरतमंदों की मदद के लिए 40 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए हैं। रजिस्ट्रार प्रो. भगवान सिंह चौधरी ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।

Thursday, June 4, 2020

June 04, 2020

फरीदाबाद में हुए 570 कोरोना मरीज, आज बढे 45 पॉजिटिव

(भूपेंदर चौधरी)फरीदाबाद 4 जून: फरीदाबाद जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ती जा रही है, 4 जून को शाम की अपडेट में दिनभर में 45 कोरोना मरीज बढे हैं, जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 570 हो चुकी है। मृतकों की संख्या भी बढ़कर 11 हो चुकी है। फरीदाबाद जिले में अब तक 13251 लोगों का सैम्पल टेस्ट किया गया है, जिनमें से 12158 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है जबकि 570 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। 523 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है।
570 पॉजिटिव लोगों में से 179 लोग ठीक हो चुके हैं, 231 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 149 लोगों में कोई लक्षण ना होने की वजह से घर में ही क्वारंटाइन किये गए हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद में पिछले एक हप्ते से तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है और रोजाना दर्जनों मरीज सामने आ रहे हैं हालाँकि गर्मी के मौसम की वजह से कोरोना वायरस शरीर में अधिक नुकसान नहीं पहुंचा पा रहा है और अधिकतर लोग इस बीमारी से ठीक हो रहे हैं, फरीदाबाद के कोरोना योद्धा डॉक्टर भी मरीजों को ठीक करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। इसलिए हमे घबराने के बजाय इस बीमारी का डटकर सामना करना चाहिए।

Wednesday, June 3, 2020

June 03, 2020

अब भी फरीदाबाद मे 8037 लोग अंडर सर्विलांस, अब तक 13211 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे है लैब

(भूपेन्द्र चौधरी)फरीदाबाद, 3 जून -उप सिविल सर्जन एवं जिला नोडल अधिकारी-कोरोना डा. रामभगत ने बताया कि जिला में अब तक 12767 यात्रियों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है, जिनमें से 4720 लोगों का निगरानी में रखने का 28 दिन का पीरियड पूरा हो चुका है। शेष 8037 लोग अंडर सर्विलांस हैं। कुल सर्विलांस में रखे गए लोगों में से 12242 होम आइसोलेशन पर हैं। अब तक 13211 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 12163 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 523 की रिपोर्ट आनी शेष है। अब तक 525 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 214 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है तथा 127 पॉजिटिव मरीजों को घर पर आइसोलेट किया गया है। इसी प्रकार ठीक होने के बाद 174 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब तक दस मरीजों की मौत हो चुकी है जिसमें कोरोना के साथ-साथ अन्य विभिन्न बीमारियां भी कारण रही।
उन्होंने बताया कि सभी मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रकार पर्यावरण स्वच्छता और शुद्धीकरण के बारे में सरकारी व निजी विभागों के कर्मचारियों को दैनिक आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की पृष्ठभूमि को देखते हुए आम जनता को सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी हिदायतों की अनुपालना करने की सलाह दी जाती है। लोगो को ध्यान रखना चाहिए कि खाँसी व छींकते समय रूमाल या तौलिया का उपयोग अवश्य करें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोते रहें। जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। सार्वजनिक स्थलों व सभाओं में जाने से बचें। जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा की है, उन्हें राष्ट्रीय, राज्य या जिला हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना देनी चाहिए, उन्हें भारत में आगमन की तारीख से 28 दिनों के लिए सभी से अलग रहना है और किसी से भी स्पर्श करने से बचना है, भले ही उसमें कोई लक्षण न हों।
June 03, 2020

कोरोना पर नियंत्रण व इससे सुरक्षा के लिए अधिकतम संसाधन तैयार करने होंगे, तभी इसके खिलाफ मजबूती से लड़ा जा सकेगा - आयुक्त संजय जून

(भूपेन्द्र चौधरी)फरीदाबाद, 3 जून-आयुक्त फरीदाबाद मंडल संजय जून ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण व इससे सुरक्षा के लिए अधिकतम संसाधन तैयार करने होंगे, तभी इसके खिलाफ मजबूती से लड़ा जा सकेगा। सरकारी व प्राइवेट तंत्र मिलकर कार्य करें तथा अधिकतम संसाधन जुटाएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को हरसंभव मदद पहुंचाई जा सके। 
आयुक्त बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग व शहर के प्राइवेट अस्पताल के डाक्टर्स से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड कोविड-19 के मरीज के लिए आरक्षित रखने होंगे। आवश्यकता पड़ने पर यह संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। जिला प्रशासन कुछ अन्य स्थानों व भवनों को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित कर रहा है। प्राइवेट अस्पताल इन सेंटर में भी अपना स्टाफ डेपुट कर आवश्यक सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए तैयार सभी प्रकार की तैयारियों व प्रबंधों की क्षमता का विस्तार कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिए सरकार की ओर से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार मरीज को घर, कोविड केयर सेंटर व अस्पताल में रखा जा सकता है। अगर मरीजों की संख्या अधिक होती है तो अस्पतालों में बेडिड की संख्या, आॅक्सीजन सिलेंडरों का प्रबंध भी कर लिया जाए। मरीज की अवस्था गंभीर होने की स्थिति में ही उसे अस्पताल में दाखिल किया जाए, अन्यथा जिस मरीज में सिम्टम नहीं हैं, तो उसे जो दवाई व सावधानी बरतनी हैं, वह घर पर भी आइसेलेशन में रहकर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय लोगों को भी अधिक जागरूकता से रहना होगा तथा सभी कोविड के संक्रमण को रोका जा सकता है। 
आयुक्त यश गर्ग व उपायुक्त यशपाल ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में प्राइवेट अस्पताल भी आगे आएं तथा अपनी हरसंभव तैयारी रखेें। उन्होंने सभी अस्पतालों में बेड की संख्या व अन्य जरूरी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। प्राइवेट अस्पतालों की ओर से भी इस संबंध में सुझाव व परामर्श दिए गए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डा. रामभगत व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।