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Tuesday, June 8, 2021

June 08, 2021

ठूस-ठूसकर सवारी भर UP से पानीपत आ रही प्राइवेट बसें

ठूस-ठूसकर सवारी भर UP से पानीपत आ रही प्राइवेट बसें
पानीपत : प्राइवेट बस संचालकों ने कोरोना को मजाक बना दिया है। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए 3 मई से सरकार ने दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ को छोड़कर अन्य राज्यों में रोडवेज बसों के आने-जाने पर रोक लगाई हुई है। इसके बावजूद प्राइवेट बस संचालक बसों में सवारियों को ठूस-ठूसकर बेरोक-टोक UP से हरियाणा और हरियाणा से यूपी में प्रवेश कर रहे हैं। पानीपत रोडवेज निगम का कहना है कि ये बसें प्राइवेट बस संचालकों ने कोरोना को मजाक बना दिया है। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए 3 मई से सरकार ने दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ को छोड़कर अन्य राज्यों में रोडवेज बसों के आने-जाने पर रोक लगाई हुई है। इसके बावजूद प्राइवेट बस संचालक बसों में सवारियों को ठूस-ठूसकर बेरोक-टोक UP से हरियाणा और हरियाणा से यूपी में प्रवेश कर रहे हैं। पानीपत रोडवेज निगम का कहना है कि ये बसें उनके अड्‌डे से नहीं चल रही।

पानीपत समेत पूरे प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक साबित हुई। जिसके चलते दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ा। बाजार, मॉल, शिक्षण संस्थान समेत बसों का संचालन भी सिमित किया गया। 3 मई से दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ को छोड़कर अन्य प्रदेशों में रोडवेज बसों का आवागमन बंद कर दिया गया।

फिलहाल UP और उत्तराखंड के लिए पानीपत से रोडवेज बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है। सामान्य दिनों में पानीपत से UP को अलग-अलग जिलों के लिए रोजाना 35 रोडवेज बसों का संचालन किया जाता है, लेकिन अब रोडवेजे बसों का संचालन बंद है। जिसका फायदा प्राइवेट बस संचालक उठा रहे हैं। UP के शामली से पानीपत और पानीपत से शामली के लिए बिना रोक-टोक प्राइवेट बस चल रहीं हैं।

ठूस-ठूसकर भरी जा रही सवारी
अवैध रूप से प्राइवेट बसों को दूसरे राज्यों में संचालन के साथ इन बसों में कोरोना के नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। लॉकडाउन से पहले बसों में आधी सवारी बैठाने का नियम था, लेकिन अब लॉकडाउन में ही प्राइवेट बसों में 80 तक सवारी भरी जा रही हैं। जिससे कोरोना का खतरा बढ़ रहा है।

रोडवेज बस स्टैंड से नहीं चल रहीं प्राइवेट बसें
रोडवेज निगम के ट्रैफिक मैनेजर कर्मवीर ने कहा कि रोडवेज बस स्टैंड से प्राइवेट बसें नहीं चल रही हैं। प्राइवेट बसों के अवैध संचालन को रोकने की जिम्मेदारी RTA की है।उनके अड्‌डे से नहीं चल रही।

पानीपत समेत पूरे प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक साबित हुई। जिसके चलते दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ा। बाजार, मॉल, शिक्षण संस्थान समेत बसों का संचालन भी सिमित किया गया। 3 मई से दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ को छोड़कर अन्य प्रदेशों में रोडवेज बसों का आवागमन बंद कर दिया गया।

फिलहाल UP और उत्तराखंड के लिए पानीपत से रोडवेज बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है। सामान्य दिनों में पानीपत से UP को अलग-अलग जिलों के लिए रोजाना 35 रोडवेज बसों का संचालन किया जाता है, लेकिन अब रोडवेजे बसों का संचालन बंद है। जिसका फायदा प्राइवेट बस संचालक उठा रहे हैं। UP के शामली से पानीपत और पानीपत से शामली के लिए बिना रोक-टोक प्राइवेट बस चल रहीं हैं।

ठूस-ठूसकर भरी जा रही सवारी
अवैध रूप से प्राइवेट बसों को दूसरे राज्यों में संचालन के साथ इन बसों में कोरोना के नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। लॉकडाउन से पहले बसों में आधी सवारी बैठाने का नियम था, लेकिन अब लॉकडाउन में ही प्राइवेट बसों में 80 तक सवारी भरी जा रही हैं। जिससे कोरोना का खतरा बढ़ रहा है।

रोडवेज बस स्टैंड से नहीं चल रहीं प्राइवेट बसें
रोडवेज निगम के ट्रैफिक मैनेजर कर्मवीर ने कहा कि रोडवेज बस स्टैंड से प्राइवेट बसें नहीं चल रही हैं। प्राइवेट बसों के अवैध संचालन को रोकने की जिम्मेदारी RTA की है।
June 08, 2021

राम रहीम की जिद के आगे बेबस हुई सरकार, हनीप्रीत पहुंची गुरूग्राम!!

राम रहीम की जिद के आगे बेबस हुई सरकार, हनीप्रीत पहुंची गुरूग्राम!!
गुरुग्राम : रोहतक की सुनारिया जेल में दुष्कर्म व पत्रकार की हत्या के मामले में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को कोरोना हो गया है। जिन्हें उपचार के लिए गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें यहां कोरोना वार्ड में दाखिल किया गया है।
सूत्रों की मानें तो राम रहीम कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को याद कर रहा है। वो हनीप्रीत से मिलना चाहता है और इसके लिए उसने मेदांता में हंगामा भी किया है। जानकारी के मुताबिक हनीप्रीत से मिलने की जिद पर अड़े राम रहीम ने अस्पताल में हंगामा किया है। वो हनीप्रीत से मिलना चाहता है, वो अपना इलाज प्राइवेट वार्ड में कराना चाहता है। फिलहाल जेल और पुलिस प्रबंधन ने सरकार को रिपोर्ट भेजी।

जिसके बाद ये तय होगा कि राम रहीम का इलाज कहां और कैसे होगा। वहीं सूत्रों के अनुसार हनीप्रीत गुरमीत राम रहीम से मिलने के गुरूग्राम पहुंची है। हैरानी की बात यह है कि कोरोना पाजिटिव मरीज से किसी भी दूसरे व्यक्ति को आसानी से मिलने नहीं दिया जाता तो फिर भी गुरमीत राम रहीम तो रेप के दोषी हैं उसके बावजूद सरकार ने हनीप्रीत को उनसे कैसे मिलने दिया। हालांकि पुलिस प्रशासन की तरफ से इस पर कोई अधिकारिक ब्यान नहीं आया है और ना ही इस खबर की पुष्टि की गई है।
June 08, 2021

शादी का दबाव बनाने व छेड़छाड़ से तंग आकर युवती ने की आत्महत्या

शादी का दबाव बनाने व छेड़छाड़ से तंग आकर युवती ने की आत्महत्या


सोनीपत : शहर के सेक्टर-14 में एक युवती ने युवक के जबरन शादी का दबाव बनाने व छेड़छाड़ से तंग आकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती की शादी परिवार के लोगों ने बिहार में तय कर दी थी। जिसके बाद युवक की प्रताड़ना ज्यादा बढ़ गई थी। युवती के पिता के बयान पर पुलिस ने युवक के खिलाफ आत्महत्या को विवश करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मूलरूप से बिहार निवासी व्यक्ति ने बताया कि वह फिलहाल सेक्टर-15 में किराए पर रहता है। उसकी पांच बेटी व एक बेटा है। उसकी 19 वर्षीय बेटी सेक्टर-14 स्थित एक घर में सफाई का काम करती थी और उसी घर में रहती थी। उसके बेटे ने अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जब सोमवार को उन्हें मामले का पता लग तो उन्होंने पुलिस को अवगत कराया। युवती के पिता ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी को शमी नाम का युवक कई माह से परेशान कर रहा था। वह उसकी बेटी पर शादी करने के लिए दबाव बना रहा था। उसकी बेटी ने बताया था कि शमी उसे रास्ते में रोकता था और फोन काल करके बदतमीजी करता था। वह उसकी बेटी को परेशान करने लगा। उसने कई बार छेडखानी भी की। जिसके बारे में बेटी ने बताया तो उन्होंने युवक को समझाने का प्रयास किया था। लेकिन उसकी हरकत बंद नहीं हुई। जिससे तंग आकर उसकी बेटी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने मामले में आरोपित युवक के खिलाफ आत्महत्या को विवश करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। बिहार में तय कर दिया था बेटी का रिश्ता, उसके बावजूद तंग कर रहा था आरोपित व्यक्ति ने बताया कि जब उन्हें आरोपित शमी द्वारा बेटी को तंग किए जाने का पता लगा तो उन्होंने बेटी का रिश्ता बिहार में तय कर दिया था। उसकी अगले माह शादी होने वाली थी। जिसके वह टिकट बुक करा रहे थे। इसकी भनक आरोपित युवक को लग गई। उसने लडकी को धमकाया कि किसी कीमत पर वह शादी नहीं होने देगा। उसको बिहार से वापस ले आएगा।

Monday, June 7, 2021

June 07, 2021

ईमानदारी : ढाबा मालिक ने रुपये के भरा लावारिस बैग पुलिस को सौंपा

ईमानदारी  : ढाबा मालिक ने रुपये के भरा लावारिस बैग पुलिस को सौंपा
अंबाला :  ईमानदारी अभी जिंदा है। ढाबा मालिक महेंद्र पाल रैना ने इस बात को सच साबित किया है। लाल कुर्ती बाजार में शेरे पंजाब ढाबा चलाने वाले महेंद्र पाल ने बताया कि बीते रोज उसके ढाबे में कोई करीब दो लाख रुपये की नकदी से भरा बैग छोड़ गया था। अब उसने यह बैग पुलिस के हवाले कर ईमानदारी की बड़ी मिसाल पेश की है। महेंद्र पाल रैना, भाजपा के वरष्ठि नेता अमरजीत सिंह और ललित चौधरी ने गृहमंत्री अनिल विज के सामने थाना पड़ाव प्रभारी देवेंद्र कुमार को पैसों से भरा बैग हवाले किया। विज ने ढाबा मालिक की ईमानदारी की प्रशंसा की। महेंद्र पाल ने बताया कि शुक्रवार रात को किसी व्यक्ति का बैग उनके ढाबे पर छूट गया था जिसकी जांच की तो पाया कि उसमें लगभग दो लाख रुपए पड़े हुए हैं। महेंद्र पाल ने अपने स्तर पर बैग मालिक की तलाश की लेकिन उन्हें व्यक्ति का पता नहीं चला और उन्होंने बैग को संभाल कर अपने पास रख लिया। लंबे इंतजार के बाद कोई भी बैग लेने नहीं आया। इसी वजह से उसने पुलिस को यह बैग सौंपने का निर्णय लिया। गृह मंत्री अनिल विज ने ढाबा मालिक महेंद्र पाल की इमानदारी की सराहना करते हुए कहा कि ईमानदारी की यह मिसाल दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा है।
June 07, 2021

गर्भवती को गोद में उठा दौड़ता रहा पति, पैदा होते ही दम तोड़ गई बच्ची

गर्भवती को गोद में उठा दौड़ता रहा पति, पैदा होते ही दम तोड़ गई बच्ची
जिले : का स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के बीच बच्चों पर बढ़ते खतरे को देख तमाम सुविधाएं जुटाने के दावे कर रहा है। लेकिन रविवार को हुई घटना पूरे सिस्टम और उसकी क्षमता और समर्पण पर सवाल खड़े कर रही है।

कैलाश कॉलोनी के दंपती को सुविधाओं के अभाव और चिकित्सकों की लापरवाही के कारण अपनी बच्ची को खोना पड़ा है। आरोप है कि प्रसूता को पहले सिविल अस्पताल में गंभीर हालत में होने के बाद भी चिकित्सक संभालने नहीं आया। पीजीआई जाने लगे तो एंबुलेंस काफी देर से मिली। किसी प्रकार पीजीआई पहुंचे तो वहां प्रसूता के लिए स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं हुआ।

डिलीवरी के तुरंत बाद नवजात बच्ची की मौत हो गई। कैलाश कॉलोनी के होमगार्ड सोनू ने पीजीआई थाना में सिविल अस्पताल और पीजीआई प्रबंधन के खिलाफ उसके बच्चे की जान लेने के आरोप में शिकायत दी है। दोनों संस्थान के जिम्मेदार अब इसमें कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
June 07, 2021

किसानों व प्रशासन के बीच नहीं बनी बात, प्रदेशभर में थानों का घेराव करेंगे किसान

किसानों व प्रशासन के बीच नहीं बनी बात, प्रदेशभर में थानों का घेराव करेंगे किसान

फतेहाबाद : टोहाना जजपा विधायक देवेंद्र बबली के साथ शनिवार को किसानों का समझौता होने के बाद अब किसानों व प्रशासन के बीच तनातनी लगातार बनी हुई है। गिरफ्तार दो किसानों की रिहाई और मुकदमें वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने शनिवार रातभर सदर थाने का घेराव जारी रखा। किसान रातभर थाने में भजन-कीर्तन और रागनियों गाते रहे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकेत सहित प्रदेश के किसान नेता व क्षेत्र के किसान रात को थाना परिसर में ही जमीन पर सोये। रविवार को सुबह भयंकर गर्मी के चलते किसानों द्वारा सदर थाना में टेंट लगा दिया गया। टोहाना हलके के किसानों ने थाने के बाहर भोजन का लंगर सहित चाय, पानी, शर्बत तथा तरबूज की स्टाले लगाकर प्रदर्शनकारियों के लिए व्यवस्थाएं की। प्रशासन द्वारा रात को ही सदर थाना के पास अस्थाई शौचालय, पानी के टैंक तथा सुबह सफाई की व्यवस्था का कार्य नप कार्यकारी अभियंता सतीश गर्ग के निर्देश पर किया गया। उधर किसानों ने ऐलान कर दिया है कि अगर पुलिस प्रशासन किसानों पर दर्ज मामले वापस नहीं लेता तो तब तक उनका यह धरना जारी रहेगा। प्रशासन के साथ रविवार को भी किसान नेताओं युद्धवीर सिंह व योगेंद्र यादव की 4 घंटे हुई वार्ता भी बेनतीजा रही। इसके बाद किसानों ने आंदोलन तेज करने की घोषणा कर दी है। किसान नेताओं ने कहा कि 7 जून को चार जिलों फतेहाबाद, हिसार, सिरसा व जींद के भारी संख्या में किसान टोहाना पहुंचकर पड़ाव डालेंगे वहीं प्रदेशभर के अन्य जिलों में भी किसान थानों का घेराव करेंगे।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को देर सांय जजपा विधायक देवेंद्र बबली व किसानों के बीच बलियाला विश्राम गृह परिसर में हुई एक घंटे की बैठक में विधायक द्वारा खेद व्यक्त करने पर विवाद खत्म हो गया था। विधायक के निजी सचिव व कार चालक की तरफ से किसानों पर दो मामले दर्ज करवाए गए थे। विधायक द्वारा उन मामला को वापस लेने पर सहमति बन गई थी, जबकि एक मामला 2 जून को प्रशासन द्वारा विधायक बबली का घेराव करने जा रहे लोगों पर बनाया गया था। इस मामले में 27 किसानों ने गिरफ्तारी दी थी, जिसमें 25 को रिहा कर दिया था, जबकि 2 लोगों जिसमें रवि आजाद व विकास सीसर को जेल भेज दिया गया है। इनकी रिहाई और केस वापस लेने की मांग को लेकर किसान आंदोलन जारी रखे हुए हैं।
 बातचीत के बेनतीजा रहने पर किसानों ने प्रशासन व सरकार पर जिद्द पर अड़ने का आरोप लगाया।राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि सरकार उन्हें हल्के में ले रही है, इसलिए किसानों को अपना दूसरा रूप दिखाना पड़ेगा। उन्होंने का कि टोहाना प्रशासन चिकनी-चुपड़ी बातें करके टाईम पास कर रहा है। उन्होंने किसानों को आह्वान किया कि अब तैयार हो जाए, अब आर-पार की लड़ाई होगी। अब वे टोहाना को जीत कर ही दिल्ली की ओर कूच करेंगे। किसान नेता योगेंद्र यादव ने बताया कि वह बातचीत के रास्ते से ही समाधान का प्रयास करते आ रहे है। पहला मामला विधायक बबली से निपट गया था, लेकिन दूसरा मामला सरकार है, जिसे रात 11 बजे से लेकर अढाई बजे तक की गई बातचीत में भी प्रयास किया गया था। रविवार को भी बातचीत जारी रही। उन्होंने कहा कि प्रशासन गलत फहमी है कि किसान एक-दो दिन में स्वयं ही यहां से उठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम यहां से बिना मामला निपटाये जाने वाले नहीं है। उन्होंने एक फिल्म का गीत सुनाते हुए कहा कि तेरी जुल्फों से जुदाई तो नहीं मांगी थी, कैद मांगी थी, रिहाई तो नहीं मांगी थी।

Sunday, June 6, 2021

June 06, 2021

योगेंद्र यादव बोले- BJP सिर्फ वोट से मतलब रखती है

योगेंद्र यादव बोले- BJP सिर्फ वोट से मतलब रखती है इसलिए चुनाव में हराना होगा, बंगाल को यूपी में दोहराना होगा

नई दिल्ली : केंद्र की नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार अब तीनों कृषि बिलों को लेकर बुरी तरह से घिर गई है।
सामाजिक कार्यकर्ता और किसान आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभा रहे योगेंद्र यादव ने भाजपा को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में हरवाने की चेतावनी दी है।
एक साक्षात्कार के दौरान योगेंद्र यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर केंद्र सरकार ने तीनों कृषि बिल वापस नहीं लिए तो भाजपा का यूपी और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में वही हश्र होगा जो पश्चिम बंगाल में हुआ।
योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान आंदोलन तब तक चलता रहेगा तब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि बिल वापस नहीं ले लेती।
योगेंद्र ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार हमें अलग अलग बातों में उलझाना चाहती है लेकिन हमारे लिए कृषि बिलों को वापस लेने और एमएसपी का मुद्दा महत्वपूर्ण है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार हमारी बातें मान ले तो हम उठकर अपने घर चले जायेंगे।
एंकर द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या अब माना जाए कि किसान आंदोलन अपने असल मकसद से हटकर सिर्फ भाजपा के विरोध पर आकर टिक गई है।
इस पर योगेंद्र यादव ने कहा कि ये सरकार न तो संविधान की भाषा समझती है, न किसानों की भाषा समझती है, न अर्थशास्त्र की भाषा समझती है, न इंसानियत की भाषा समझ आती है. इस सरकार को केवल चुनाव, वोट और सत्ता की भाषा समझ आती है,
इसलिए मजबूरी में हमें बंगाल में भाजपा का विरोध जैसा कदम उठाना पड़ा और अब भी अगर ये कृषि बिलों को वापस नहीं लेते हैं तो हमें मजबूरन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी ऐसा करना पड़ेगा. हमें आंदोलन करने का कोई शौक है क्या?
मालूम हो कि आज कृषि कानून से जुड़े अध्यादेश के आने का एक साल पूरा हुआ है और किसान आंदोलन अब भी जारी है। आज किसानों ने इस अध्यादेश के 01 वर्ष पूरे होने पर सम्पूर्ण क्रांति दिवस मनाया।
इस मौके पर किसानों ने देश के अलग अलग हिस्सों में कृषि अध्यादेश की प्रतियां जलाई और विरोध प्रदर्शन किया।
किसानों ने हाथों में काला झंडा लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान 189 दिनों से अब तक डटे हुए हैं।
June 06, 2021

खट्टर सरकार को किसानों ने दी चुनौती, बोले- दम है तो गिरफ्तार करे, देखते हैं जेल में कितनी जगह है

   

खट्टर सरकार को किसानों ने दी चुनौती, बोले- दम है तो गिरफ्तार करे, देखते हैं जेल में कितनी जगह है
नई दिल्ली : हरियाणा के टोहाना में जननायक जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र बबली और किसानों के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस विवाद की वजह से हरियाणा सरकार एक बार फिर किसान संगठनों के निशाने पर आ चुकी है।
जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जजपा विधायक देवेंद्र बबली से बैठक की है। दरअसल खट्टर सरकार द्वारा इस विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश की जाने लगी है।
दूसरी तरफ से विधायक देवेंद्र बबली और किसान संगठन अपनी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।
मामला ये है कि विधायक देवेंद्र बबली और किसानों में 1 जून को अस्पताल में आई नई एक्स-रे मशीनों के उद्घाटन को लेकर विवाद हुआ था।
किसानों ने विधायक देवेंद्र बबली पर गाली गलौज करने का आरोप लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू किया था। इस कड़ी में किसानों ने रोष जलूस भी निकाला और एसडीएम कार्यालय का घेराव भी किया।
इस कड़ी में किसान नेताओं द्वारा जजपा विधायक देवेंद्र बबली से माफी की मांग की जा रही है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान किया है कि अगर 6 जून तक किसानों से माफ़ी नहीं मांगी गई। तो 7 जून को जेलों का सभी पुलिस थानों का घेराव किया जायेगा।
अब भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने ट्वीट कर हरियाणा सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने लिखा है कि सरकार को किसान को जेल में डालने का इतना ही शौक है। तो सरकार अपनी जेल तैयार करें। हम सुबह गिरफ्तारी के लिए टोहाना आ रहे हैं। देख लेंगे सरकार के पास कितने जेलें हैं।
आपको बता दें कि कुछ लोगों द्वारा विधायक देवेंद्र बबली के आवास का घेराव भी किया है। जिसके बाद पुलिस ने कई युवाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में शनिवार को भी टोहाना थाने का घेराव किया गया है।
June 06, 2021

हिसार हादसा- मृतक पति पत्नी की हुई पहचान, पोता सुरक्षित, कैंटर से टकराई थी बाइक

हिसार हादसा- मृतक पति पत्नी की हुई पहचान, पोता सुरक्षित, कैंटर से टकराई थी बाइक
हिसार : बाइक पर सवार एक दंपति और 3 वर्षीय पोते को शनिवार शाम को एक कैंटर ने टक्कर मार दी थी। इस दर्दनाक हादसे में दोनों पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई व पोते को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। लेकिन दोनों की पहचान न होने कारण इसकी सूचना परिजनों तक पहुंचाना मुश्किल हो रहा था। अब दोनों की पहचान हो गई है व अस्पताल में भर्ती मृतक दंपति के पोते की हालत में भी सुधार हो रहा है।

यह दर्दनाक हादसा हरियाणा के जिला हिसार के अग्रोहा मार्ग पर गांव खेदड़ के पास हुआ। मृतकों की पहचान जिला फतेहाबाद के गांव भोडा निवासी 50 वर्षीय नेकी राम व उसकी 45 वर्षीय पत्नी सुमित्रा के रूप में हुई है। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कैंटर को कब्जे में लेकर कार्रवाई आरंभ कर दी है।

बताया जा रहा है कि मृतक नेकी राम अपनी पत्नी सुमित्रा के साथ गांव खेदड़ की गोशाला में 2-3 वर्ष से काम कर रहा था। शुक्रवार को वह अपनी पत्नी के साथ अपने गांव भोडा गया था। एक दिन वहां रुकने के बाद  शनिवार को दोपहर बाद नेकी राम पत्नी सुमित्रा व पोते रजत को बाइक पर बैठाकर वापिस खेदड़ गोशाला आ रहा था। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही रास्ते में इस हादसे में दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद कैंटर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया था। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार कैंटर चालक की तलाश शुरु कर दी है।
June 06, 2021

एक बार फिर जेल से बाहर आया राम रहीम, सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध

एक बार फिर जेल से बाहर आया राम रहीम, सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
 गुरुग्राम : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम रविवार को एक बार फिर से उपचार के लिए जेल से बाहर लाया गया है। हालांकि इससे पूर्व उन्हें मेडीकल जांच के लिए रोहतक पीजीआई ले जाया गया था। जहां से उन्हें गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल भेजा गया है।वहीं सरकार द्वारा गुरमीत राम रहीम की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम करने पड़े हैं। संभावना है कि गुरमीत राम रहीम के समर्थकों को उनकी तबीयत खराब का पता चलने पर भारी संख्या में समर्थक गुरूग्राम में ना पहुंच जाए।

बता दें कि पिछले दिनों तबियत खराब का हवाला देते हुए राम रहीम ने अपना उपचार किसी अच्छे अस्पताल में कराए जाने की इजाजत मांगी थी। जिसे देखते हुए रोहतक की सुनारिया जेल प्रशासन ने सरकार की इजाजत लेकर गुरमीत राम रहीम को मेडिकल लीव प्रदान की है। जिसके बाद उन्हें रोहतक के ही पीजीआई मेें जांच के लिए भेजा गया था। जहां से चिकित्सकों ने उन्हें गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में रैफर कर दिया। वहीं आज रविवार को गुरमीत राम रहीम सेहत की जांच के लिए मेदांता पहुंचा है।
उल्लेखनीय है कि राम रहीम की पिछले दिनों भी पीजीआई रोहतक में जांच हुई थी। जहां पर उन्हें फिट पाया गया था। इस बार पीजीआई के डॉक्टर्स के परामर्श के बाद ही उन्हें मेदांता लाया गया है। वहीं इससे पूर्व गुरमीत राम रहीम को उनकी बिमार मां से मिलने के लिए दो दिन की पैरोल मिली थी। जिसके बाद राम रहीम गुरूग्राम अपनी मां से मिलने पहुंचे थे पर सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें उसी रात को वापिस जेल भेज दिया गया था।


संभावना यही है की इस बार भी जल्द से जल्द उन्हें जेल लेकर आया जायेगा। दरअसल गुरमीत राम रहीम की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करना सरकार के लिए बड़ी मुसीबत है। यह इसलिए की उनके समर्थकों की संख्या अधिक है तथा फिलहाल सरकार को किसानों के आंदोलन तथा कोरोना से भी निपटना पड़ रहा है।

Friday, June 4, 2021

June 04, 2021

पंजाब में सनी देओल की गुमशुदगी के लगे पोस्टर, लिखा- जो ढूंढकर लाएगा उसे ईनाम दिया जाएगा

पंजाब में सनी देओल की गुमशुदगी के लगे पोस्टर, लिखा- जो ढूंढकर लाएगा उसे ईनाम दिया जाएगा

चण्डीगढ़ : कांग्रेस शासित पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिससे पहले राज्य में सियासी सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। एक तरफ कांग्रेस खेमे के दिग्गज नेताओं में तनातनी का माहौल बना हुआ है। तो दूसरी तरफ अब भाजपा नेता सनी देओल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है।
खबर के मुताबिक, अमृतसर में कैप्टन सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए थे।
इसके बाद अब गुरदासपुर से सांसद और भाजपा नेता सनी देओल की गुमशुदगी के पोस्टर लगने लगे हैं।
बताया जाता है कि पठानकोट के बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भाजपा नेता सनी देओल की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए हैं।
जिसमें लिखा गया है कि “गुमशुदा की तलाश। जिस किसी को भी सनी देओल मिले। वो यूथ कांग्रेस पठानकोट से संपर्क करें और उचित इनाम हासिल करें।”
बताया जा रहा है कि भाजपा नेता सनी देओल की गुमशुदगी के पोस्टर यूथ कांग्रेस द्वारा लगवाए गए हैं। इस मामले में यूथ कांग्रेस महासचिव वरुण कोहली ने पोस्टर जारी किए थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सनी देओल का संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर कोरोना महामारी से जूझ रहा है। लेकिन वह अपने मायानगरी मुंबई में बिजी चल रहे हैं।
कांग्रेस का कहना है कि ऐसे वक्त में जहां उन्हें जनता की मदद करने के लिए उनकी जान बचाने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र में होना चाहिए था। वह अपने घर में दुबके हुए हैं।
इसके साथ ही यूथ कांग्रेस महासचिव ने भाजपा नेता सनी देओल पर उनके संसदीय क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
चुनाव प्रचार के दौरान सनी देओल ने गुरदासपुर की जनता के साथ बड़े-बड़े वादे किए थे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद अब वह जनता के बीच बहुत कम नजर आते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भाजपा नेता सनी देओल ने कृषि कानून का भी समर्थन किया था। जिसे लेकर पंजाब के लोगों में उनके खिलाफ गुस्सा साफ तौर पर देखा गया था।
June 04, 2021

हरियाणा के साढ़े 7 लाख से ज्यादा प्राइवेट टीचरों पर मंडराया रोजी रोटी का संकट, स्कूल पड़े हैं बंद

हरियाणा के साढ़े 7 लाख से ज्यादा प्राइवेट टीचरों पर मंडराया रोजी रोटी का संकट, स्कूल पड़े हैं बंद

चंडीगढ़ : हरियाणा में करीब साढे सात लाख निजी टीचरों पर रोजी रोटी का संकट मंडरा गया है। पिछले लंबे समय से स्कूल बंद पड़े हैं और ज्यादातर स्कूल टीचरों को उनकी सैलरी नहीं मिल पा रही है, ऐसे में इन टीचरों को अपना घर गुजारा चलाना भी मुश्किल हो रहा है।

एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में करीब 18 हजार निजी स्कूल संचालित हैं और इनमें 7.5 लाख से अधिक शिक्षक काम करते थे। इसके साथ ही सरकारी नौकरी के लिए व ट्यूशन क्लास देने के लिए जो कोचिंग खुले हुए थे वो अलग हैं। ये सभी शिक्षक व कोचिंग संचालक अपनी रोजी-रोटी के लिए अब दूसरे कामों में लगे हैं।
कोरोना काल में बंद स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के कारण शिक्षण कार्य का कई वर्षों की अनुभव रखने वाले ये शिक्षक अब खेती कर रहे हैं, दूकान चला रहें हैं, कोई सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करने को मजबूर है।
वहीं इस मामले में स्कूल संचालकों का कहना है कि बंद स्कूलों के चलते पिछले सवा साल से बच्चों की फीस ही पूरी नहीं मिल रही है तो कैसे शिक्षकों का पूरा वेतन चुकाएं। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने मांग की है कि सरकार को निजी स्कूलों से जुड़े शिक्षकों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। सरकार को भी इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
June 04, 2021

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समाज सेवा कर मनाया रणदीप सुरजेवाला का जन्मदिन

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समाज सेवा कर मनाया रणदीप सुरजेवाला का जन्मदिन

-वृद्ध आश्रमों, अस्पतालों, गरीब बस्तियों में पहुंचे कार्यकर्ता, बांटे फल, पिलाई लस्सी व मिठाईयां

-नरवाना में गौधन को खिलाया हर चारा, किया हवन

-गांवों में चलाया सेनिटेशन अभियान

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) वीरवार को अपने नेता व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला का जन्मदिन मनाने जिलेभर के कार्यकर्ताओं की फौज समाजसेवा करने मैदान में उतरी। कांग्रेस कार्यकर्ता वृद्ध आश्रमों, अस्पतालों, गरीब बस्तियों में पहुंचे, जहां फल, लस्सी व मिठाईयां बांटी वितरित की गई। इस दौरान उन्होंने सुरजेवाला के स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना की।
जींद की राम कॉलोनी, वृद्ध आश्रम, नागरिक अस्पताल व सब्जी मंडी में कांग्रेस से जुड़े अंशुल सिंगला, रघबीर भारद्वाज, कमल चौहान, पार्षद दिनेश मिन्नी, रणबीर पहलवान, नरेश भनवाला, परवीन ढिल्लो, संदीप सांगवान, वीरेंद्र जागलान, रजनीश जैन, राजपाल पुनिया आदि पहुंचे और फल व मिठाईयां वितरित की।
पार्षद दिनेश मिन्नी ने सुबह-सवेरे ही सब्जी मंडी में स्टाल लगाकर राहगीरों को लस्सी पिलाई। उसके बाद उन्होंने नागरिक अस्पताल में भी लस्सी का वितरण किया। राम कॉलोनी में पार्षद सुमेर पहलवान, संदीप सांगवान, प्रवीण ढिल्लो, राजपाल पुनिया व अभिषेक जैन आदि ने मिठाईयां व फल गरीबों में वितरित किये। जींद के वृद्ध आश्रम में पूर्व जिला पार्षद रणबीर पहलवान व नरेश भनवाला अपने साथियों के साथ वृद्ध आश्रम पहुंचे और फल वितरित कर आशीर्वाद हासिल किया। पार्षद रणबीर पहलवान ने जुलाना कस्बे में सेनिटेशन अभियान भी चलाया।
जींद के नागरिक अस्पताल में अंशुल सिंगला, रघबीर भारद्वाज, विरेन्द्र जागलान, विरेंद्र राय चंदवाला, अशोक मलिक, पार्षद दिनेश मिनी, लाजवन्ती ढिल्लो, नरेश बीबीपुर, कमल चौहान व रामफल कुंडू आदि ने फल वितरित किये। इस दौरान सीएमओ डॉक्टर मनजीत, डिप्टी सीएमओ डॉक्टर गोपाल और डॉक्टर रमेश पंचाल आदि भी मौजूद रहे।
अहिरका गांव व बड़ौदी में कांग्रेस नेता वज़ीर ढांडा ने गलियों में सेनिटेशन अभियान चलाया। उन्होंने मिठाईयां बांट कर भगवान से रणदीप सुरजेवाला के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।

*- गायों को हरा चारा खिलाया किया गया हवन-*

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला के जन्म दिन पर वीरवार को गायों को चारा खिलाया गया। परिवार के सदस्यों ने सुरजेवाला भवन में हवन करवाया और बाद में मरीजों को फल वितरित किए। सुबह सुरजेवाला भवन में एक हवन करवाया, जिसमें सिर्फ 
रणदीप सुरजेवाला की माता विद्या देवी के साथ परिवार के सदस्यों ने भाग लिया। इसमें सुरजेवाला की लंबी आयु और अच्छे स्वस्थ्य की कामना की। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने गौशाला में जाकर गायों को 
चारा खिलाया। शहर के नागरिक अस्पताल, आस्था व होली अस्पताल में जाकर मरीजों को फल वितरित किए। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता बृजेंद्रसिंह सुरजेवाला, जगरूपसिंह सुरजेवाला, मनजीत सिंह 
सुरजेवाला, मंडी के पूर्व प्रधान जियालाल गोयल, नप के पूर्व प्रधान भारतभूषण व कैलाश सिंगला, एडवोकेट सुशील कौशिक, अनिल आर्य, स. देवेंद्र मंटा रसीदां, पूर्व पार्षद रामपाल उझाना, नप के उपप्रधान राजू पार्षद, मंडी के पूर्व प्रधान जयदेव बंसल, पूर्व पार्षद कर्मबीर सैनी, लौन गांव के पूर्व सरपंच दिलबाग सिंह नैन, पूर्व पार्षद रोहताश सिंगला, मंडी के पूर्व सचिव सज्जन सिंगला, प्रवीण मित्तल, प्रवीण शर्मा, कांग्रेस सेवा दल के जिलाध्यक्ष कुलवंत नैन, रामफल नैन, कांग्रेस व्यापार सैल के 
कैशियर भारत अग्रवाल, राजपाल बनवाला, वीरेंद्र बेलरखा, डॉ. शमशेरसिंह नैन, सचिन कौशिक सहित 
काफी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने सुरजेवाला को लंबी उम्र की शुभकामनाएं और बधाई दी।
June 04, 2021

सरकार माने या ना माने लेकिन 2024 में किसानों को नहीं करना पड़ेगा आंदोलन-राकेश टिकैत

-सरकार माने या ना माने लेकिन 2024 में किसानों को नहीं करना पड़ेगा आंदोलन-राकेश टिकैत

-भाजपा वालों की आत्मा व जमीर दोनों मर चुके हैं-गुरनाम सिंह चढूनी

संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के समझाने पर उझाना गांव के किसान ने समाप्त किया अपना तप



जींद /नरवाना ( संजय कुमार ) भारतीय जनता पार्टी को जो हाल पश्चिम बंगाल में हुआ वहीं हाल उत्तर प्रदेश भी होगा। क्योंकि जब चुनाव होगा तो किसान प्रत्यासियों के पास जाएगें। जो प्रत्यासी सरकार के पक्ष में रहेगा वो किसान व मजदूरों से जाएगा और किसानों के पक्ष में होगा किसान आंदोलन की ताकत उसके साथ होगी। इसलिए जिस भी पार्टी के घोषणा पत्र में तीनों नए कृषि कानूनों को सही ठहराया जाएगा, किसान उसका सुपड़ा साफ करने का काम करेगें। यह चेतावनी संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उझाना गांव में आयोजित सम्मान समारोह के  दौरान दी। उन्होंने कहा कि जो नेता हमसे डरे हुए हैं। हमें उनके पिछे नहीं भागना है। लेकिन जब वे अपनी राजनीति चमकाने का काम करें तो उसका विरोध भी जरूरी है। टिकैत ने कहा कि यूपी के पंचायतों के चुनाव में जो हाल भाजपा वालों का हुआ है। उससे भी बुरा हाल विधानसभा चुनाव में होगा। इसके लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने रणनीति तैयार कर ली है। उन्होंने कहा कि रहीं आंदोलन की सफलता की बात तो किसान सफल होने तक आंदोलन करेगें और हमें विश्वास है कि 2024 के बाद किसान आंदोलन नहीं करेगें, क्योंकि तब तक तीनों नए कृषि कानून रद्द होगें और एमएसपी पर गांरटी कानून बनकर तैयार हो जाएगा। गौरतलब है कि उझाना गांव में पिछले 6 दिनों से आग के दूनों के बीच बैठकर तप रहा था। जिसे मनाने संयुक्त किसान मार्चा के सदस्य उझाना गांव में पहुंचे थे और किसान नेताओं ने तपस्वी किसान को मना भी लिया। इसके बाद रामभज के हौंसले की मिशाल दी और उन्हे पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। इससे पहले तपस्वी किसान को कंधों पर बैठाकर तप स्थल से मंच तक लाया गया। किसान रामभज ने कहा कि हम किसान शांति से आंदोलन चला रहे हैं लेकिन सरकार हमें कदम कदम पर तंग करती है। जिससे तंग आकर उसने तप शुरू किया था। लेकिन किसान आंदोलन के चलते संयुक्त किसान मोर्चा के आदेश का पालन करना मेरे के लिए सर्वोपरी है। इस मौके पर उझाना खाप के पदाधिकारियों सहित आसपास गांवों के लोग उपस्थित रहे। किसान नेता सत्यवान नैन, आजाद पालवां, सिक्किम, राजेश अम्बरसर सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। उझाना गांव के लोगों द्वारा समारोह में पहुंचे सभी नेताओं को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।

-हरियाणा निभा रहा छोटे भाई की भूमिका- दलेवल

आंदोलन में हरियाणा निभा रहा है छोटे भाई की जिम्मेदारी:-किसान नेता जगजीत दलेवाल ने कहा कि किसान आंदोलन जब पंजाब से शुरू हुआ तो हरियाणा के रास्ते दिल्ली की तरफ बढा तो पंजाब व दिल्ली के बीच बसे हरियाणा के किसान मजदूरों ने पंजाब के छोटे भाई जिम्मेदारी निभाते हुए पंजाब के साथ दिल्ली कूच किया और रास्ते में आने वाली हर बाधा को हटाने का काम किया। दलेवाल ने कहा कि हरियाणा के लोग गुस्से में जल्दी आते हैं। इसिलिए नेता जानबूझ हरियाणा के किसानों इलाकों में आकर किसानों को उकसाते हैं। लेकिन हमें धैर्य नहीं खोना है क्योंकि हमारी गुस्से का फायदा सरकार उठा सकती है। इसलिए जिस तरह 6 महिने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चला आगे भी इसी प्रकार चलाते रहें।

-भाजपा का जमीर व आत्मा मर चुकी है- गुरनाम सिंह चढूनी 

 किसान आंदोलन के चलते हमारे 100-100 साल के बुजुर्गों पर सरकार द्वारा लाठियां बरसाकर उन्हे लहुलुहान किया जा रहा है। जिससे साफ हो जाता है कि भाजपा की आत्मा व जमीर दोनों मर चुके हैं। लेकिन हमारे बुजुर्गों का इतना हौंसला है कि वे सरकार को अपने लठ से जवाब दे सकती है। लेकिन आंदोलन के अनुशासन के लिए किसान सरकार की लाठियां खाने के लिए भी तैयार है और सरकार को भी ये पता चल चुका है कि किसान लाठी से डरने वाला नहीं है। इसे किसी दूसरी चाल से तोड़ा जाए। चूढनी ने कहा कि सरकार के हर हथकंडे को हमें समझना पड़ेगा और उसका तोड़ निकालकर उसे तहस नहस करना पडेगा, तभी इस आंदोलन में हमारी जीत होगी।
-बदोवाल टोल प्लाजा पर भी पहुंचे राकेश टिकैत:-बदोवाल टोल प्लाजा पर पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि हमें चुनाव के दौरान अपनी पावर दिखानी होगी। क्योंकि अब यूपी, पंजाब, उतराखंड क ई प्रदेशों में चुनाव होने वाले है। सरकार चुनाव की तैयारी करेगी दूसरी तरफ हम सरकार को सबक सिखाने की तैयारी करेगें। उन्होंने कहा कि पूरे देश के किसानों के हितों की रक्षा करने की जिम्मेवारी हरियाणा, पंजाब व यूपी की है। इसलिए हमें हर मोर्चे पर सरकार को नाकाम साबित करना है। और मौजूदा व भविष्य में आने वाली सरकार को ये बताना है कि जो किसानों का नहीं वो कहीं का भी नहीं। टोल पर पहुंचने पर धरना कमेटी द्वारा उन्हे सम्मानित किया गया और ये आश्वासन दिया गया कि दिल्ली संयुक्त किसान मोर्चा जो भी आदेश जारी करेगा हम किसान आधी रात को ही उसे पूरा करेगें।
June 04, 2021

किसानों की रिहाई को लेकर फतेहाबाद में प्रदर्शन

किसानों की रिहाई को लेकर फतेहाबाद में प्रदर्शन, विधायक देवेन्द्र बबली का पुतला फूंका


फतेहाबाद : टोहाना के विधायक देवेन्द्र सिंह बबली के निवास का घेराव करने जा रहे किसानों की गिरफ्तारी से खफा किसानों ने आज फतेहाबाद में लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया और प्रशासन पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी भी की। किसानों ने विधायक देवेन्द्र बबली का पुतला भी फूंका।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता मनदीप सिंह नथवान व कल्याण सिंह धांगड़ ने कहा कि किसान नेताओं ने कहा कि सरकार जानबूझ कर किसानों को उकसाने का काम कर रही है। जब किसानों ने किसी भी कार्यक्रम में भाजपा व जजपा नेताओं का विरोध करने की घोषणा कर रखी है तो इन दलों के नेता जानबूझ किसानों से टकराने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक देवेन्द्र बबली ने जिस तरह से किसानों से गाली-गलौच किया गया, यह एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता। देवेन्द्र बबली को किसानों से माफी मांगनी चाहिए।
किसान नेताओं ने बताया कि बढ़ईखेड़ा में गत दिवस विधायक निवास का घेराव करने जा रहे 26 किसानों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था और उन्हें फतेहाबाद के सदर थाने में लाया गया था। इसकी सूचना मिलते ही काफी संख्या में किसान सदर थाने में पहुंच गए और धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी और गिरफ्तार किसानों को रिहा करने की मांग की। इस पर रात को ही एडीसी व डीएसपी थाने में पहुंचे और किसानों से बातचीत की। उक्त अधिकारियों ने किसानों को रिहा करने का आश्वासन देते हुए उन्हें सदर थाना परिसर को खाली करने को कहा।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद किसान थाने के बाहर आ गए। इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार 26 में से 23 किसानों को तो रिहा कर दिया जबकि तीन किसानों विकास सीसर, रवि आजाद और प्रदीप समैण को नहीं छोड़ा गया। इस पर सुबह करीब 5 बजे किसानों ने सदर थाने का घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी और पुलिस कर्मचारियों न तो बाहर आने दिया और न ही अंदर जाने दिया। जब किसानों को विकास व रवि आजाद को जेल भेजे जाने व तीसरे किसान बारे कोई सूचना न देने पर रोष फैल गया और किसानों ने प्रशासन पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया और विधायक देवेन्द्र बबली का पुतला फूंका। सूचना मिलते ही संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के 9 सदस्यीय मैम्बर अभिमन्यु कोहाड़ भी फतेहाबाद पहुंचे और किसानों की रिहाई की मांग की। किसानों ने कहा कि वे संयुक्त किसान मोर्चा के साथ है। संयुक्त किसान मोर्चा आगे जो भी फैसला लेगा, उसी अनुसार आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस प्रदर्शन में प्रहलाद भारूखेड़ा सिरसा, ओमप्रकाश हसंगा, रविन्द्र हिजरावां, भगवंत पाल अहरवां, संदीप सिवाच, सतीश सिधानी, कर्मजीत सालमखेड़ा सहित काफी संख्या में किसानों ने भाग लिया।
विधायक निवास घेराव मामले में इन किसानों पर हुई कार्रवाई : गांव बढ़ईखेड़ा में विधायक देवेन्द्र बबली आवास का घेराव करने के मामले में फतेहाबाद पुलिस ने 26 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में पुलिस ने विकास कुमार सीसर निवासी सिसर जिला हिसार, सतीश कुमार निवासी सिधानी, जाखल, जसपाल सिंह साधनवास, सोमवीर सिंह कन्हड़ी, मोनू गंदली खुर्द, हर्षदीप सिंह मोठ जिला हिसार, साहिल निवासी भगाना, धर्मबीर जांडली खुर्द, दीपू निवासी उमरा हिसार, जगतार तलवाड़ा, नरेश निवासी ब्याना खेड़ा हिसार, पत्रकार पवन गिल समैण, राजेन्द्र निवासी शिमला जिला कैथल, सुनील निवासी रामगढ़ पड़वा जिला कैथल, अमित निवासी श्यामसुख, रवि ब्यानाखेड़ा, दशरथ निवासी धापड़ जिला हिसार, मनदीप मलिक निवासी उमरा जिला हिसार, अमित निवासी जांडली खुर्द, सुधीर निवासी सिगवान खास, काला निवासी कनोह जिला हिसार, कुलदीप निवासी खरड़, प्रदीप निवासी समैण, अमित निवासी खेड़ी जालम, रवि आजाद निवासी बहल जिला भिवानी, दिनेश निवासी खैरमपुर जिला हिसार के खिलाफ 107/151 के तहत कार्रवाई की गई है।
June 04, 2021

बारह वर्षीय किशोरी चार माह की गर्भवती मिली

बारह वर्षीय किशोरी चार माह की गर्भवती मिली,अस्पताल में दवा लेने पहुंची तो हुआ खुलासा

यमुनानगर :  रादौर क्षेत्र के एक गांव में बारह वर्षीय किशोरी के गर्भवती होने का मामला सामने आया है। किशोरी का परिवार पिछले करीब पांच साल से यूपी के जिला सहारनपुर के एक गांव से यहां आया था। किशोरी के गर्भवती होने की बात उस समय पता चली जब वह अपनी मां के साथ सरकारी अस्पताल में पेट दर्द होने पर पहुंची। अस्पताल में किशोरी की जांच की गई तो वह करीब चार माह की गर्भवती मिली। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकारी अस्पताल रादौर के एसएमओ डॉ. विजय परमार ने बताया कि करीब 12 वर्षीय किशोरी अपनी मां के साथ पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थी। चैकअप करने वाली महिला डॉक्टर को उसके द्वारा बताए जा रहे लक्षण देकर शक हुआ। शक को पुख्ता करने के लिए उन्होंने उसे पेशाब टेस्ट करवाने के लिए कहा। जब पेशाब टेस्ट की रिपोर्ट आई तो बच्ची के गर्भवती होने की पुष्टि हुई। तभी उन्होंने चाइल्ड लाईन को फोन पर सूचना दी। टीम ने मौके पर पहुंचकर आगामी कार्रवाई करते हुए पुलिस को सूचित किया। अब किशोरी को सिविल अस्पताल यमुनानगर भेजा गया है। उसके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए क्या निर्णय लिया जाता है यह वहीं पर निर्धारित होगा। थाना प्रभारी सुखविंद्र शर्मा ने बताया कि अभी मामले की छानबीन की जा रही है। किशोरी व उसके परिजनों के ब्यानों के आधार पर ही मामलें में कार्रवाई होगी। महिला थाना पुलिस ही मामलें में ब्यान दर्ज करेगी।
June 04, 2021

ओवरलोड ट्रक चालकों को एसआईटी टीम की लोकेशन भेजता एक पकड़ा

ओवरलोड ट्रक चालकों को एसआईटी टीम की लोकेशन भेजता एक पकड़ा, ऐसे चलता था पूरा खेल

यमुनानगर : एसआईटी की टीम ने जठलाना क्षेत्र में पिछले लंबे समय से अधिकारियों की रैकी कर रहे ग्रुप के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से पुलिस ने रैकी करने के कई सबूत बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपित से उसके अन्य साथियों व उसके संपर्क में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। एसआईटी की टीम गत शाम जठलाना क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों को पकड़ने पहुंची थी। लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही क्षेत्र में सूचना लीक हो गई और वाहन चालकों को सूचना मिल गई। जिसके बाद ओवरलोड ट्रकों के चालक अपने वाहनों को लेकर इधर-उधर रुक गए। एसआईटी टीम के सदस्य विक्रम सिंह ने बताया कि इस दौरान उन्हें उनके मुखबर ने सूचना दी कि इधर-उधर छिपे ओवरलोड वाहन चालक कुछ देर बाद गाड़ियों को लेकर जाएंगे। जिसके बाद एसआईटी की टीम इधर-उधर हो गई। रात्रि के तीन बजे उनके पास दोबारा मुखबर की सूचना आई कि ओवरलोड़ गाड़ियां एक बार फिर से सड़कों पर चलनी शुरू हो गई हैं।
तभी टीम मौके पर पहुंची और चार ओवरलोड ट्रकों को पकड़ लिया। इस दौरान आरटीए की टीम को भी बुलाया गया। इसी बीच वहां पर एक अमन कुमार नाम का युवक पहुंच गया और ट्रकों को पकड़ने का कारण पूछने लगा। पुलिस ने उससे उसकी पहचान के बारे में जानकारी मांगी तो वह कहासुनी करने लगा। पुलिस नेआरोपित को पकड़ लिया और उसका मोबाइल कब्जे में लेकर जांच की। मोबाइल जांच में पता चला कि आरोपित अमन रैकी ग्रुप का सरगना है। पुलिस ने आरोपित को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि आरोपित से दो डायरी और उसकी करेटा कार भी कब्जे में ले ली गई है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में गंभीर जानकारियां मिलने की उम्मीद है।

Thursday, June 3, 2021

June 03, 2021

लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने को नागरिक अस्पताल में भेंट किये चित्र

लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने को नागरिक अस्पताल में भेंट किये चित्र

जींद : ( संजय कुमार )  संस्कार भारती जींद ईकाई सोल एंड स्पिरिट आर्ट सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में तैयार किए गए चित्रों को वीरवार नागरिक अस्पताल जींद को भेंट किया गया। सीएमओ डा. मनजीत सिंह, एमएस डा. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, डा. रमेश पांचाल, डा. सीमा वशिष्ठ ने इन चित्रों का अवलोकन किया और इसे नागरिक अस्पताल के लिए बेहद कारगर बताते हुए कहा कि यह चित्र कोविड-19 टीकाकरण अभियान को गति प्रदान करेंगे। अभी भी कई लोगों में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर कई तरह के संशय हैं, जिन्हें इन चित्रों के माध्यम से दूर किया जा सकता है। इन चित्रों को नागरिक अस्पताल में लगाया जाएगा ताकि यहां आने वाले मरीज व उनके तीमारदार वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक हो सकें। संस्कार भारती के प्रांत चित्रकला प्रमुख दीपक कौशिक व सोल सपिरीट सोसायटी के सचिव नवीन, मोहित बब्बर, सुमित कुमार, नितिन ने बताया कि गत 30 मई को बाल भवन में चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था जिसमें चित्रकारों द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन केा बढ़ावा देने के लिए चित्र बनाए गए थे। आज ये चित्र नागरिक अस्पताल को सौंपे गए हैं ताकि यहां आने वाले लोग वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक हों। 
इस मौके पर ड्राइंग टीचर जोगिंद्र मोर, राजेश पहलवान सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
June 03, 2021

हरियाणा में इस माह डिपो पर नहीं मिलेगा सरसों का तेल, जानें कारण

बीपीएल परिवारों को झटका : हरियाणा में इस माह डिपो पर नहीं मिलेगा सरसों का तेल, जानें कारण

चण्डीगढ़ : हरियाणा सरकार ने बीपीएल राशन कार्ड धारकों को डिपो पर दिया जाने वाला सरसों का तेल बंद कर दिया है। जून माह में बीपीएल परिवारों को डिपो पर सरसों का तेल नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में फ़ूड एंड सप्लाई विभाग ने पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि हैफेड के पास सरसों का तेल ना होने के कारण जून माह में तेल नहीं दिया जाएगा। बता दें कि हरियाणा में बीपीएल परिवारों को हर महीने दो लीटर सरसों का तेल 20 रुपये प्रति लीटर प्रति परिवार की दर से उपलब्ध कराया जाता है। हरियाणा में इस महीने राशन डिपुओं पर 11 लाख से अधिक गरीब परिवारों को सरसों का तेल नहीं मिल सकेगा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अगले आदेशों तक राशन डिपुओं में सरसों का तेल नहीं देने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में एएवाई (गुलाबी कार्ड) राशन कार्डों की संख्या दो लाख 48 हजार 134 और बीपीएल (पीला कार्ड) के आठ लाख 92 हजार 744 राशन कार्ड हैं जिन्हें रियायती दरों पर सरसों तेल दिया जाता है।
June 03, 2021

केंद्र सरकार की दिल्ली से हरियाणा में आंदोलन को शिफ्ट करवाने की चाल: राकेश टिकैत

केंद्र सरकार की दिल्ली से हरियाणा में आंदोलन को शिफ्ट करवाने की चाल: राकेश टिकैत

कहा : जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होते जारी रहेगा आंदोलन
जींद / उचाना : संयुक्त किसान मोर्चा सदस्य एवं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली के बॉर्डरों पर चल रहे किसान आंदोलन को जींद के आस-पास शिफ्ट करवाना चाहती है। दिल्ली के बॉर्डरों पर चल रहा किसानों का धरना वहीं पर जारी रहेगा। जो केंद्र सरकार की चाल है उसको कामयाब नहीं होने देंगे। हम दिल्ली को किसी सूरत में नहीं छोड़ेंगे। हरियाणा में आंदोलन चल रहा है। टोलों के पास आंदोलन किसान धरना देकर चला रहे है जो जारी रहेगा लेकिन दिल्ली के बॉर्डरों पर जो धरने किसान आंदोलन के चल रहे है वो यहां शिफ्ट नहीं होने देंगे।
किसानों पर दर्ज मामलों पर टिकैत ने कहा कि ये ही चाल है। ये 10 हजार किसानों पर भी मामले दर्ज कर सकते है। हम आंदोलन का मूवमेंट यहां शिफ्ट नहीं करेंगे। आंदोलन यहां पर भी चलेगा और आंदोलन वहां पर भी चलेगा। आंदोलन दिल्ली से उठ कर यहां नहीं आएगा जो केंद्र सरकार की मंशा है। प्रदेश के सीएम मनोहर लाल कम से कम एक काम तो कर सकते है कि केंद्र सरकार को एक चिट्ठी तो भेज ही सकते कि हरियाणा की जनता की आवाज है जो तीनों कृषि कानून रद्द करवाना चाहती है।  
टोहाना पुलिस द्वारा पकड़े गए किसानों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि जो पकड़े गए वो हमारे ही बच्चे है वो विधायक के आवास का घेराव करने चले गए होंगे। सब आंदोलन का ही हिस्सा है वो हमारे है हम उन्हें समझाएंगे। 2022 में होने वाले यूपी के चुनाव पर टिकैत ने कहा कि कुछ माह पहले यूपी में चुनाव पंचायत के 3050 सीट पर थे इसमें से 642 सीटों पर बीजेपी जीती। जब इन्होंने कोई काम किया ही नहीं हारेंगे तो ही। गन्ने की उत्तर प्रदेश में मुख्य फसल है आज भी 23 हजार करोड़ रुपए बकाया है। 5 जून को पूरे देश में तीनों कृषि कानूनों को बने एक साल होने पर भाजपा एवं उनके सहयोगी दलों के सांसदों, विधायकों, मंत्रियों के आवास के बाहर प्रतियां तीनों कानूनों की किसान जला कर रोष प्रकट करेंगे। इस मौके पर सतबीर पहलवान, बिजेंद्र सिंधु, जयप्रकाश, हरिकेश मौजूद रहे।