Breaking

Monday, August 1, 2022

August 01, 2022

सोमवारी व्रत ने दिलाया कॉमनवेल्थ मेडल:कोच और सरकारी सपोर्ट के बिना भारत की लॉन बॉल्स टीम ने रचा इतिहास, 92 साल में पहला मेडल

सोमवारी व्रत ने दिलाया कॉमनवेल्थ मेडल:कोच और सरकारी सपोर्ट के बिना भारत की लॉन बॉल्स टीम ने रचा इतिहास, 92 साल में पहला मेडल

नई दिल्ली : कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। टीम ने न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम को 16-13 से हराया। भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने शानदार प्रदर्शन किया। कुछ खिलाड़ियों ने तो सावन का सोमवार व्रत भी रखा था।

मैच के बाद खिलाड़ियों ने कहा कि भोले बाबा की कृपा से ही हम फाइनल में पहुंचने में सफल रहे। भारतीय टीम चौथी बार लॉन बॉल्स खेलों में भाग ले रही थी। पहली बार टीम ने 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय टीम ने भाग लिया था। 2010 में टीम ने सेमीफाइनल तक सफर तय किया था।
*बिना कोच और सरकारी सपोर्ट के किया अभ्यास*

खिलाड़ियों ने बताया कि पिछली तीन बार से कामयाबी नहीं मिलने की वजह से टीम को सरकार की ओर से कोई सपोर्ट नहीं मिल पा रहा था। बर्मिंघम की तैयारी लॉन बॉल्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से पांच महीने पहले यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शुरू हुई थी।

इस कॉम्प्लेक्स को 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान लॉन बॉल्स के लिए ही तैयार किया गया था। खिलाड़ियों ने बताया कि उस समय ऑस्ट्रेलियाई कोच ने एक साल का प्रशिक्षण दिया था। उसके बाद से टीम को कोई कोच उपलब्ध नहीं कराया गया। बिना कोच के ही टीम ने अभ्यास शुरू किया। वहीं, बर्मिंघम में भी टीम टूर्नामेंट से चार दिन पहले पहुंची। चार दिन में ही टीम ने ग्रीन ग्राउंड पर जमकर अभ्यास किया। जिसका फायदा उन्हें टूर्नामेंट में मिला।
भारतीय महिला टीम ने लॉन बॉल्स के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया।

*जीत का मंत्र*

टीम के खिलाड़ियों ने बताया कि सेमीफाइनल में जीत का केवल यही मंत्र था कि इस बार तो मेडल लेकर ही जाना है और अपना बेस्ट देना है। सभी ने एक दूसरे का हौसला अफजाई किया और सभी ने अपना सौ प्रतिशत दिया।
*न्यूजीलैंड ने जीते हैं 40 मेडल*

भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर बड़ा उलटफेर किया है। न्यूजीलैंड की टीम ने अब तक इस खेल में 40 मेडल अपने नाम किए हैं। वह दुनिया की टॉप पांच टीमों में शामिल है। सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम एक समय 0-5 से पीछे चल रही थी।

इसके बावजूद टीम ने वापसी की और 7-6 की बढ़त हासिल कर ली। बाद में यह बढ़त 10-7 की हो गई। यहां से भारतीय टीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसने लगातार स्कोर किए और न्यूजीलैंड को 16-13 से हरा दिया।
भारत आज तक इस खेल में एक भी पदक नहीं जीत पाया था।

लॉन बॉल्स का कॉमनवेल्थ गेम्स में इतिहास

साल 1930 से ही लॉन बॉल्स कॉमनवेल्थ गेम्स का हमेशा हिस्सा रहा है। बस एक साल इस गेम का आयोजन नहीं किया गया था। भारत को 22 साल से इस गेम में कोई भी पदक नहीं मिला है। कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल्स में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला देश इंग्लैंड है।
इंग्लैंड अभी तक इस गेम में 51 पदक जीत चुका है, जिसमें 20 गोल्ड, 9 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज मेडल रहे हैं। इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया दूसरे नंबर पर आता है। ऑस्ट्रेलिया इस गेम में 50 पदक जीत चुका है। जिसमें 14 गोल्ड, 23 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज मेडल हैं। पदकों के मामले में तीसरा नंबर स्कॉटलैंड का है। स्कॉटलैंड ने अभी तक 39 पदक जीते हैं।
August 01, 2022

अलकायदा सरगना अल जवाहिरी ड्रोन स्ट्राइक में ढेर:12 महीने से काबुल में छिपा था, बाइडेन बोले- हमने ढूंढ कर मारा; तालिबान भड़का

अलकायदा सरगना अल जवाहिरी ड्रोन स्ट्राइक में ढेर:12 महीने से काबुल में छिपा था, बाइडेन बोले- हमने ढूंढ कर मारा; तालिबान भड़का

नई दिल्ली : अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को एक ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया है। खुफिया सूचना मिलने के बाद रविवार दोपहर ही जवाहिरी पर ड्रोन स्ट्राइक की गई थी, जिसमें उसकी मौत हो गई। जवाहिरी ने 2011 में अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद इस आतंकी संगठन की कमान संभाली थी।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ड्रोन स्ट्राइक अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA की स्पेशल टीम ने की। जवाहिरी अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के बाद से ही काबुल में रह रहा था। वहीं अमेरिकी एक्शन पर तालिबान भड़क गया है और इसे दोहा समझौते का उल्लंघन बताया है।
जवाहिरी को खत्म करने के लिए काबुल के शेरपुर इलाके में ड्रोन स्ट्राइक की गई। तालिबान के मुताबिक स्ट्राइक के दौरान जोरदार धमाके की आवाज सुनी गई।

*बाइडेन बोले- ढूंढकर मारा, ऑपरेशन कामयाब*

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा- हमने जवाहिरी को ढूंढकर मार दिया है। अमेरिका और यहां के लोगों के लिए जो भी खतरा बनेगा, हम उसे नहीं छोड़ेंगे। हम आतंक पर अफगानिस्तान में अटैक जारी रखेंगे।
*9/11 अटैक का आरोपी था अल जवाहिरी*

11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने 4 कॉमर्शियल प्लेन हाइजैक कर अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर टकरा दिए थे। अमेरिका में इसे 9/11 अटैक के नाम से जाना जाता है। इस अटैक में 93 देशों के 2 हजार 977 लोग मारे गए थे। इस हमले में ओसामा बिन लादेन, अल जवाहिरी समेत अलकायदा के सभी टेररिस्टों को अमेरिकी जांच एजेंसी ने आरोपी बनाया था।
*अमेरिकी हमले में 2 बार बच निकला था जवाहिरी*

जवाहिरी को मारने के लिए अमेरिका इससे पहले भी कई बार कोशिश कर चुका था। 2001 में जवाहिरी के अफगानिस्तान के तोरा बोरा में छिपे होने की सूचना मिली थी। मगर, हमला होने से पहले जवाहिरी भाग निकला। हालांकि, इस हमले में उसकी बीवी और बच्चे मारे गए।

वहीं 2006 में जवाहिरी को मारने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने फिर से जाल बिछाया था। उस वक्त पाकिस्तान के दामदोला में उसके छिपे होने की सूचना मिली थी। मगर, मिसाइल हमला होने से पहले जवाहिरी वहां से भाग निकला था।

*अप्रैल में जारी किया था अंतिम वीडियो*

अल जवाहिरी ने इसी साल अप्रैल में 9 मिनट का एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में उसने फ्रांस, मिस्र और हॉलैंड को इस्लाम विरोधी देश बताया था। वीडियो में जवाहिरी ने भारत में हिजाब विवाद को लेकर भी बेतुका बयान दिया था।

20 साल पहले अल-कायदा के आतंक से कांपा था अमेरिका, तालिबान से उसके रिश्ते दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा?
*अब जानिए 11 साल तक अलकायदा चीफ रहे जवाहिरी के बारे में*

अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था। अरबी और फ्रेंच बोलने वाला जवाहिरी पेशे से सर्जन था। 14 साल की उम्र में वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया था।

1978 में काहिरा विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र की छात्रा अजा नोवारी से शादी की। कॉन्टिनेंटल होटल में हुई इस शादी ने उस समय के उदारवादी काहिरा में सबका ध्यान खींचा, क्योंकि शादी में पुरुषों को महिलाओं से अलग कर दिया गया। फोटोग्राफरों और संगीतकारों को दूर रखा गया। यहां तक कि हंसी-मजाक करने पर भी पाबंदी थी।

जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया। ये एक ऐसा उग्रवादी संगठन था जिसने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध किया था। उसकी इच्छा थी कि मिस्र में इस्लामिक हुकूमत कायम हो।

1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के बाद जवाहिरी उन सैकड़ों लोगों में शामिल था, जिन्हें गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया गया। तीन साल जेल में रहने के बाद वह देश छोड़कर सऊदी अरब आ गया।

सऊदी आने के बाद वह एक मेडिसिन विभाग में प्रैक्टिस करने लगा। सऊदी में ही अल जवाहिरी की मुलाकात अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन से हुई।

लादेन 1985 में अलकायदा को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान के पेशावर गया हुआ था। इस दौरान अल जवाहिरी भी पेशावर में ही था। यहीं से दोनों आतंकियों के बीच रिश्ता मजबूत होने लगा।

इसके बाद 2001 में अल जवाहिरी ने EIJ का अलकायदा में विलय कर लिया। इसी के बाद दोनों आतंकी मिलकर दुनिया को दहलाने की साजिश रचने लगे।

जवाहिरी ने अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अपने हाथ में ली थी। 2011 में वह अलकायदा का प्रमुख बना।
August 01, 2022

345 राशन डिपो पर 64 हजार तिरंगे मिलेंगे:एक तिरंगे की कीमत 20 रुपए, तिरंगे के साथ डंडा चाहिए तो अतिरिक्त पैसे देने होंगे

345 राशन डिपो पर 64 हजार तिरंगे मिलेंगे:एक तिरंगे की कीमत 20 रुपए, तिरंगे के साथ डंडा चाहिए तो अतिरिक्त पैसे देने होंगे

अम्बाला : आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर इस बार 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर पर तिरंगा लहराएगा। एक तरफ जहां बाजारों में तिरंगे झंडे की स्टाल सजने लगी है, वहीं सरकारी दफ्तरों में भी तिरंगा पहुंचने लगा है। इसके लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व अन्य विभागों ने कमर कस ली है। खाद्य आपूर्ति विभाग राशन डिपो की मदद से तिरंगा बेचेगा। जिलेभर के 345 राशन डिपो पर तिरंगा मुहिया कराएगा। विभाग 64 हजार 600 तिरंगे बेचेगा। इसके अलावा धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से भी झंडे बांटे जाएंगे।
राशन डिपो की दुकान पर लोगों को झंडे के लिए 20 रुपए देने होंगे। वहीं अगर किसी को तिरंगे के साथ डंडा खरीदना हो तो इसके लिए लोगों को चार रुपए अतिरिक्त देने होंगे। इसके साथ एक रुपए कमीशन डिपो होल्डर का भी रहेगा। यानी लाेगाें काे झंडा 25 रुपए में पड़ेगा। डीएफएससी अपर तिवारी ने कहा कि इस बार विभाग पहली बार राशन डिपो पर आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के चलते डिपो पर तिरंगा बैचेगा। एक तिरंगे की कीमत 20 रुपए रखी गई है । वहीं अगर किसी को तिरंगा लगाने के लिए डंडा चाहिए तो इसके लिए लोगों को अतिरिक्त चार्ज देना होगा। 345 डिपो पर 64 हजार 600 तिरंगे बेचेगा।
August 01, 2022

जियो 5G सर्विस रोलआउट को तैयार:5 बैंड में 88,078 करोड़ रुपए का स्पेक्ट्रम खरीदा, तेज गति और लो लेटेंसी के साथ 5G सर्विस मिलेगी

जियो 5G सर्विस रोलआउट को तैयार:5 बैंड में 88,078 करोड़ रुपए का स्पेक्ट्रम खरीदा, तेज गति और लो लेटेंसी के साथ 5G सर्विस मिलेगी

नई दिल्ली : रिलायंस जियो ने भारत में अलग-अलग फ्रीक्वेंसी बैंड में अपनी 5G नेटवर्क सेवाएं शुरू करने के लिए 5G स्पेक्ट्रम हासिल कर लिया है। टेल्को ने सोमवार को बताया कि उसने दूरसंचार विभाग (DoT) की ओर से आयोजित नीलामी में 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल किया है। रिलायंस इस स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल 20 साल तक कर सकेगा। इसके लिए उसने 88,078 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
जियो ने स्पेक्ट्रम मिलने के बाद क्या कहा?

Jio ने लो-बैंड, मिड-बैंड और mmWave स्पेक्ट्रम का एक यूनिक कॉम्बिनेशन हासिल किया है, जो हमारे डीप फाइबर नेटवर्क और स्वदेशी टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर हमें 5G एवरीवेयर और 5G फॉर ऑल (कंज्यूमर और एंटरप्राइजेज) को प्रदान करने में सक्षम करेगा।
अपने बेजोड़ 700 MHz स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट के साथ, जियो एकमात्र ऑपरेटर होगा जो तेज गति, लो लेटेंसी और बड़े पैमाने पर कनेक्टिविटी के साथ पूरे भारत में ट्रू 5G सर्विसेज प्रदान करेगा।
इस अधिग्रहण के साथ, Jio का कुल स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट बढ़कर 26,772 MHz (अपलिंक + डाउनलिंक) हो गया है, जो भारत में सबसे ज्यादा है।
40 राउंड चली बोली की प्रोसेस
26 जुलाई से शुरू हुई 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सोमवार को समाप्त हो गई। 40 राउंड चली बोली में विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों ने बोली लगाई। एयरवेव्स की नीलामी से सरकार को 1,50,173 करोड़ रुपए की कमाई हुई है। जियो ने कहा कि नेशन वाइड फाइबर प्रजेंस, ऑल-आईपी नेटवर्क, स्वदेशी 5G स्टैक और टेक्नोलॉजी ईकोसिस्टम में स्ट्रॉन्ग ग्लोबल पार्टनरशिप के कारण कम से कम समय में 5G रोलआउट के लिए पूरी तरह से तैयार है।
अक्टूबर से देश में 5G सर्विस
टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'स्पेक्ट्रम एलॉकेशन 10 अगस्त तक होगा और 5G सर्विस अक्टूबर से शुरू होने की उम्मीद है।' वैष्णव ने कहा कि स्पेक्ट्रम की बेहतर उपलब्धता से देश में टेलीकॉम सर्विसेज की क्वालिटी में सुधार होगा।
August 01, 2022

बगैर प्रभारी चिंतन शिविर में हरियाणा कांग्रेस:न्योता नहीं मिलने पर बंसल बोले- अभी कुछ नहीं कहूंगा; उदयभान बोले- सभी सीनियर बुलाए

बगैर प्रभारी ‘चिंतन’ शिविर में हरियाणा कांग्रेस:न्योता नहीं मिलने पर बंसल बोले- अभी कुछ नहीं कहूंगा; उदयभान बोले- सभी सीनियर बुलाए

चंडीगढ़ : 8 साल से सत्ता से दूर कांग्रेस अब हरियाणा मिशन के लिए ‘चिंतन’ की राह पर है। सोमवार को पंचकूला स्थित मोरनी हिल्स की पहाड़ियों में बने एक रिजोर्ट में मंथन शिविर शुरू हुआ, जिसमें सीनियर नेता पार्टी में जान फूंक कर सत्ता तक कैसे पहुंचा जाए, इस पर गहन मंथन जारी है।


हालांकि चिंतन शिविर में ही पार्टी में ‘चिंता’ की लकीरें खींची नजर आ रही हैं, क्योंकि पार्टी के प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल को न्यौता नहीं दिया गया। ऐसे में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के बिना ही चिंतन शिविर में मंथन कर रही है। आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई को भी न्योता नहीं भेजा गया। निर्देशों की प्रतिलिपि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेजी गई है।
शिविर में प्रदेश के तमाम सीनियर नेता, जिसमें नेता प्रतिपक्ष से लेकर पार्टी के सभी कार्यकारी अध्यक्ष, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, हरियाणा से AICC के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों, लोकसभा व विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नेता, संगठन के विभाग व प्रकोष्ठ के राज्य स्तरीय प्रमुखों को बुलाया गया है, प्रभारी विवेक बंसल को शिविर से दूर रखा गया है।
चिंतन शिविर में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के सीनियर नेता।

राज्यसभा चुनाव के बाद से बढ़ रहा विवाद

हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में हरियाणा से कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन की हार के बाद से ही पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई खुली बगावत करके क्रॉस वोटिंग कर चुके है। पार्टी ने उन्हें पदों से भी हटा दिया है। एक विधायक की वोट रद्द होने के बाद हार का सामना करने वाले सीनियर नेता अजय माकन सीधे हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल पर हार का ठीकरा फोड़ चुके हैं। हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्‌डा गुट के कुछ विधायक खुलकर तो कुछ दबी जुबान से प्रभारी पर निशाना साध रहे हैं। ऐसे वक्त में कांग्रेस चिंतन शिविर के जरिए सत्ता तक पहुंचने का रास्ता तलाश रही है।
20 अगस्त तक संगठन बनाने का संकल्प

बता दें कि पिछले 10 साल से हरियाणा में कांग्रेस में संगठन खड़ा नहीं हो पाया है। पहले अशोक तंवर और फिर कुमारी सैलजा के प्रदेशाध्यक्ष रहते कई बार संगठन बनाने के प्रयास हुए, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हुड्‌डा और उस वक्त के प्रदेशाध्यक्ष के बीच एक राय नहीं बनने की वजह से संगठन खड़ा नहीं हो पाया। कुछ माह पहले ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कुमारी सैलजा को पद से हटाकर पूर्व हुड्‌डा गुट से संबंध रखने वाले चौधरी उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष की कमान साैंपी।
साथ ही प्रदेश में 3 कार्यकारी अध्यक्ष भी बना दिए, लेकिन गुटबाजी खत्म होने की बजाए बढ़ गई। कुलदीप बिश्नोई ने प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति पर खुली बगावत कर दी, जिसका खामियाजा कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में उठाना पड़ा। अब हर हाल में उदयभान 20 अगस्त से पहले प्रदेश में संगठन खड़ा करने की बात कर रहे हैं। चिंतन शिविर में संगठन को लेकर भी गहरा चिंतन होगा।
सरकार के खिलाफ बनाएंगे रणनीति

चिंतन शिविर में भाजपा सरकार के खिलाफ रणनीति बनाई जाएगी। महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था के अलावा कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ केस दर्ज करने जैसे मसलों को आमजन तक पहुंचाने के लिए रणनीति बनेगी। 2 अक्टूबर को कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर तक 3500 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा का हरियाणा में रूट प्लान बनाया जाएगा। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की नीतियों व कार्यक्रमों और UPA के विकायकार्यों को आमजन तक पहुंचाने के लिए मंथन होगा।

देहरादून मैं हूं, अभी कोई टिप्पणी नहीं करूंगा: बंसल

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए बताया कि वह अभी देहरादून में हैं और पंचकूला में होने वाले शिविर में नहीं पहुंच रहे। शिविर से संबंधित न्योता न मिलने से संबंधित सवाल पूछने पर विवेक बंसल ने कहा कि वह अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।

हमने सभी सीनियर नेताओं को बुलाया: उदयभान

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने कहा कि शिविर में हमने सभी सीनियर नेताओं को बुलाया है। जो आना चाहे, वह आ सकता है। 20 अगस्त से पहले हरियाणा में पार्टी का संगठन खड़ा करना है। इस पर भी शिविर में मंथन किया जाएगा।
August 01, 2022

मंकीपॉक्स से केरल में मौत:UAE से आया था मरीज, WHO ने कहा- Gay ही नहीं, जो भी मरीज के संपर्क में आएगा उसे खतरा है

मंकीपॉक्स से केरल में मौत:UAE से आया था मरीज, WHO ने कहा- Gay ही नहीं, जो भी मरीज के संपर्क में आएगा उसे खतरा है

नई दिल्ली : भारत में मंकीपॉक्स के अब तक 5 केस दर्ज हो चुके हैं। कर्नाटक की हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज ने कंफर्म कर दिया है कि केरल में मंकीपॉक्स से एक मौत हो गई है। मृतक की उम्र 22 साल थी, वो UAE से अपने घर लौटा था। UAE से निकलने के एक दिन पहले ही उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।


मंकीपॉक्स को अब तक लोग सीरियस नहीं ले रहे हैं। देश में हुई पहली मौत के बाद इसको लेकर किस तरह सचेत होने की जरूरत है? मंकीपॉक्स से मौत की कितनी संभावना है ये सब जानेंगे डॉ. प्रभाकर तिवारी, इन्फॉर्मेशन एक्सपर्ट्स, CMHO भोपाल और डॉ. आर वी एस भल्ला, डायरेक्टर इंटरनल मेडिसिन, फोर्टिस अस्पताल से।
सवाल 1– सबसे पहले जो मामला मंकीपॉक्स का UAE से आया था क्या उसी व्यक्ति की मौत हुई थी?
जवाब– नहीं, यह मामला नया है। केरल में पहले पाए गए तीन मामलों से यह अलग है। पहले के उन तीन मामलों में से एक व्यक्ति को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है और दूसरे दो मरीज की स्थिति अभी स्थिर है।

सवाल 2– पिछले दिनों दिल्ली में भी एक मामला सामने आया था? क्या वो व्यक्ति भी विदेश से आया था?
जवाब– दिल्ली का मामला केरल के सभी मामलों से अलग था। दिल्ली में जिस मरीज को मंकीपॉक्स हुआ है, वह कभी विदेश गया ही नहीं था।


सवाल- मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं?
जवाब- ये हैं मंकीपॉक्स के लक्षण
बुखार
शरीर में दर्द
ठंड लगना
थकान और सुस्ती
मांसपेशियों में दर्द
बुखार के समय बहुत ज्यादा खुजली वाले दाने उभर सकते हैं
चेहरे, हाथ और शरीर के बाकी हिस्सों पर चकत्ते और दाने
सोर्स– डॉ. प्रभाकर तिवारी, इन्फॉर्मेशन एक्सपर्ट्स, CMHO भोपाल

सवाल 3 – केरल में मरने वाला मरीज कौन था? उसकी मेडिकल हिस्ट्री क्या थी?
जवाब– मरीज त्रिशूर के पुन्नियूर का रहने वाला था। UAE से लौटने के बाद 22 वर्षीय त्रिशूर निजी अस्पताल में भर्ती था। जहां उसकी मौत भी हुई। वह 22 जुलाई को केरल पहुंचा था और 26 जुलाई को बुखार होने के बाद अस्पताल गया था। बाद में उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां लाइफ सपोटिंग सिस्टम पर रखा गया था। केरल स्वास्थ्य विभाग ने उसके सैंपल अलाप्पुझा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के केरल ब्रांच को भेजे थे।
मंकीपॉक्स के स्ट्रेन पर नजर डालें

इसके दो स्ट्रेन हैं…

कांगो स्ट्रेन
वेस्ट अफ्रीकन स्ट्रेन
कांगो स्ट्रेन पश्चिम अफ्रीकी स्ट्रेन से ज्यादा घातक है। इस स्ट्रेन में मृत्यु दर 10% है। पश्चिम अफ्रीकी स्ट्रेन की मृत्यु दर 1% कम है।

सवाल 4 – क्या मौत की वजह मंकीपॉक्स है?
जवाब– पहले इस बात का पता नहीं चल पाया है कि मौत की वजह क्या है। मौत का सही कारण तलाशने के बाद कंफर्म किया गया कि युवक की मौत का असल कारण मंकीपॉक्स था। मरीज में इंसेफलाइटिस और थकान के लक्षण भी थे।

सवाल 5– मंकीपॉक्स से अब तक कितनी मौतें हो चुकी हैं?
जवाब– दुनिया भर में मई के बाद 78 देशों में मंकीपॉक्स के लगभग 20,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा मौत अफ्रीका में हुई हैं। यहां 75 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में एक और स्पेन में दो मंकीपॉक्स से मौत हुई है।
मंकीपॉक्स से बचाव के लिए हेल्थ मिनिस्ट्री की ये हैं 8 गाइडलाइन

सभी हेल्थ सेंटर्स ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखें, जिनके शरीर पर दाने दिखते हैं।
उन पर नजर रखें, जिन्होंने पिछले 21 दिनों में मंकीपॉक्स सस्पेक्टेड देशों की यात्रा की हो।
संदिग्ध केस को हेल्थकेयर फैसिलिटी में आइसोलेट किया जाएगा, जब तक मरीज के शरीर में दानों से पपड़ी नहीं उधड़ जाती।
मंकीपॉक्स संदिग्ध मरीजों के फ्लूइड या खून का सैंपल NIV पुणे में टेस्ट के लिए भेजा जाएगा।
अगर कोई पॉजिटिव केस पाया जाता है, तो फौरन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू की जाएगी।
विदेश से आने वाले यात्रियों को ऐसे लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए, जो स्किन की बीमारी से पीड़ित हों।
यात्रियों को चूहे, गिलहरी, बंदर सहित जिंदा और मरे हुए जंगली जानवरों के संपर्क में भी नहीं आना चाहिए।
अफ्रीकी जंगली जानवरों से बनाए गए प्रोडक्ट्स जैसे- क्रीम, लोशन और पाउडर का इस्तेमाल करने से बचें।
WHO पहले से कहता आ रहा है कि समलैंगिक पुरुषों में मंकीपॉक्स के संक्रमण की ज्यादा संभावना है। या जिस पुरुष का संबंध दूसरे पुरुष से रहता है उन्हें मंकीपॉक्स होने का खतरा ज्यादा है। इस बात को लेकर LGBTQ कम्यूनिटी में हलचल थी, लेकिन अब WHO ने कहा है कि यह ध्यान रखना जरूरी है कि मंकीपॉक्स का खतरा केवल पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों तक ही सीमित नहीं है। कोई भी व्यक्ति, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में है, उसे मंकीपॉक्स होने का खतरा ज्यादा है।
August 01, 2022

10वीं, 12वीं और ग्रेजुएट के लिए 772 सरकारी पोस्ट

10वीं, 12वीं और ग्रेजुएट के लिए 772 सरकारी पोस्ट:इंस्पेक्टर, असिस्टेंट, ड्राइवर, मैकेनिक सहित कई पद खाली, 48 साल के कैंडिडेट भी कर सकेंगे अप्लाई

श्रीनगर : अगस्त की शुरुआत में ही युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका आया है। जम्मू कश्मीर सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (JKSSB) ने कई सरकारी विभागों में खाली पड़े 772 पदों को भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके तहत असिस्टेंट, कंप्यूटर असिस्टेंट, इंस्पेक्टर, मैकेनिक, इलेक्ट्रिशियन, ड्राइवर, रैंट कलेक्टर एवं अन्य पदों पर भर्ती की जाएगी। अप्लाई करने की प्रोसेस 14 अगस्त से शुरू होने जा रही है जो कि 14 सितंबर तक चलेगी। योग्य कैंडिडेट ऑफिशियल वेबसाइट https://jkssb.nic.in/ पर जाकर अप्लाई कर सकेंगे।


12 सरकारी विभागों में भर्ती

इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से 12 विभिन्न सरकारी विभागों में 772 पदों को भरा जाएगा। इन पदों के लिए शैक्षिक योग्यता पद के अनुसार अलग है। 10वीं, 12वीं और बीएससी एवं आईटीआई कर चुके कैंडिडेट पदों के अनुसार अप्लाई कर सकेंगे।

कैटेगरी के अनुसार अलग-अलग है आयु सीमा

जेकेएसएसबी के इन पदों पर आवेदन करने के लिए आयु सीमा कैटेगरी के अनुसार आयु निर्धारित की है। अनारक्षित श्रेणी के लिए ये 40 साल तय की गई है जबकि आरक्षित श्रेणी के लिए आयु सीमा 43 साल तय की गई है। एक्स सर्विस मैन 48 वर्ष की आयु तक इन पदों पर अप्लाई कर सकेंगे।

रिटन टेस्ट से होगा सिलेक्शन

इन पदों पर चयन रिटन टेस्ट के जरिए किया जाएगा जिसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन आएंगे। इसके साथ ही कुछ पदों के लिए स्किल/फिजिकल टेस्ट भी आयोजित किया जाएगा।
जानिए एप्लिकेशन फीस

इन पदों पर अप्लाई करने के लिए जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट्स को 550 रुपए फीस देनी होगी। जबकि एससी/एसटी, पीडब्ल्यूडी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी को 450 रुपए एप्लिकेशन फीस ऑनलाइन मोड में सबमिट करनी होगी।
इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन जरूर देखें। ऑफिशियल नोटिफिकेशन के लिए Click Here 
ऑफिशियल वेबसाइट के लिए Click Here

Sunday, July 31, 2022

July 31, 2022

किराएदार ने नहीं खाली किया फ्लैट:10 दिन तक सीढ़ियों पर बैठे रहे मकान मालिक, घर किराए पर देने वाले समझ लें कानूनी अधिकार

किराएदार ने नहीं खाली किया फ्लैट:10 दिन तक सीढ़ियों पर बैठे रहे मकान मालिक, घर किराए पर देने वाले समझ लें कानूनी अधिकार

नई दिल्ली : ग्रेटर नोएडा में किराएदार ने फ्लैट खाली करने से इनकार कर दिया था। अपने फ्लैट के बाहर सीढ़ियों पर 10 दिन बिताने वाले बुजुर्ग दंपती आखिरकार अपने फ्लैट में घुस पाए।


दरअसल, सुनील कुमार मुंबई में जॉब करते थे। रिटायर होने के बाद जब वे अपनी पत्नी राखी गुप्ता के साथ नोएडा फ्लैट में रहने आए तो किराएदार ने घर खाली नहीं किया। रेंट एग्रीमेंट एक महीने पहले खत्म हो गया था। इसके बावजूद वो अपना फ्लैट खाली नहीं करवा पाए। इस बात की जानकारी फ्लैट के मालिक ने ट्वीट कर दी।

आज जरूरत की खबर में बात करते हैं सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट शशि किरण और एडवोकेट सचिन नायक से मकान मालिक और किराएदार के अधिकार की।
सवाल 1– किराए पर घर देते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?

जवाब– नीचे लिखी बातों का मकान मालिक को ध्यान रखना चाहिए

11 महीने का रेंट एग्रीमेंट

रेंट एग्रीमेंट 11 महीने के लिए कराना जरूरी है।
उस notarize या रजिस्ट्रार के पास जाकर रजिस्ट्री कराना जरूरी है।
किराएदार 11 महीने के बाद घर या दुकान खाली करने से मना कर देता है। अगर ऐसा करे तो आप कोर्ट में इस रेंट एग्रीमेंट को दिखा सकते हैं।

अगर मकान मालिक पुराने किराएदार को 11 महीने के बाद भी रखना चाहता है तो उसे हर साल रेंट एग्रीमेंट को रिन्यू करवाना होगा।
किराएदार का पुलिस वेरिफिकेशन

प्रॉपर्टी किराए में देने से पहले पुलिस वेरिफकेशन जरूरी है।
व्यक्तिगत रूप से मकान मालिक को यह काम कराना चाहिए।
पुलिस के पास एक रेंटर यानी किराएदार वेरिफिकेशन फॉर्म होता है।
इसे भरने के लिए किराएदार की फोटो, आधार कार्ड की कॉपी सब जमा करना होगा।
किराएदार का कोई आपराधिक रिकॉर्ड होगा तो पुलिस वेरिफिकेशन से इसका पता चल जाएगा।

पिछले मकान मालिक से पूछताछ

जब भी आप अपना मकान या दुकान किसी किराएदार को दे तो अगर संभव है तो किराएदार के पिछले मालिक से उसका रिकॉर्ड जरूर चेक करें।

इससे उसके व्यवहार के साथ यह पता चल जाएगा कि वह समय पर किराया देता है या नहीं।

सवाल 2 - किराएदार से घर खाली करवाने को लेकर कानून क्या कहता है?

जवाब- मॉडल टेनेंसी एक्ट, 2021 धारा 21 और 22 में जिक्र है कि एक किराएदार को मकान मलिक कब अपने घर से बेदखल कर सकता है। इसका जिक्र हमने ऊपर लगे क्रिएटिव में भी किया है। इसके लिए मकान मालिक को रेंट कोर्ट में बेदखली और प्रॉपर्टी के कब्जे की वसूली के लिए एक एप्लिकेशन देना होगा।

पिछले साल जून में मॉडल टेनेंसी एक्ट, 2021 लागू किया गया। इसकी कुछ जरूरी बातें आप भी जान लें…
मकान मालिक और किराएदार के बीच एक रिर्टन यानी लिखित रेंट एग्रीमेंट होना जरूरी है।

इस एग्रीमेंट में किराएदार कब तक रहेगा, कितना किराया देगा, डिपोजिट की रकम कितनी दी, इसकी जानकारी होगी। रीन्यू किया जाता तो कितने पर्सेंट पैसे बढेंगे, इसका जिक्र होगा।
इसके साथ घर या फ्लैट में रहने की सारी शर्तें लिखी होनी चाहिए।
मॉडल टेनेंसी एक्ट के सेक्शन-5 के अनुसार रेंट एग्रीमेंट एक तय समय तक ही लीगल होगा।
एग्रीमेंट की तारीख खत्म होने के बाद अगर मकान मालिक दोबारा उसी किराएदार को रखना चाहता है, तो उसे दूसरा यानी नया एग्रीमेंट बनाना होगा।
अगर एग्रीमेंट की तारीख खत्म हो जाती है और एग्रीमेंट रिन्यू नहीं होता, तो ऐसे में किराएदार को घर खाली करना होगा।
अगर किराएदार घर खाली करने में असमर्थ है यानी किसी कारण से घर खाली नहीं कर पाया है, तो उसे मकान मालिक को बढ़ा हुआ किराया देना होगा।

सवाल 3- किराएदार से घर, फ्लैट और दुकान कैसे खाली करवाया जा सकता है?
जवाब- इसके लिए कानून में कुछ तरीके तय किए गए हैं, जो नीचे लिखे जा रहे हैं…

किराएदार पहले घर खाली करने की सूचना लीगल नोटिस के माध्यम से दें।
अगर वो न माने तो इसके लिए पुलिस की सहायता लें।
रेंट कंट्रोल ऑथोरिटी में याचिका डालकर अपना घर खाली करवा सकता है।
अगर किराएदार आपकी प्रॉपर्टी पर जबरन कब्जा कर लेता है, तो फौरन 100 नंबर डायल करें।

सवाल 4- चूंकि नोएडा वाला मामले में फ्लैट मालिक सीनियर सिटिजन थे तो उस लिहाज से कानून क्या कहता है?

जवाब– सीनियर सिटीजन एक्ट के माध्यम से बुजुर्ग नागरिक अपनी संपत्ति से वहां कब्जा करने वाले को बेदखल करवा सकते हैं।

सवाल 5– किराएदार क्या घर खाली करने से मना कर सकता है?

जवाब– ऐसा वो बिलकुल नहीं कर सकता। हां, अगर एग्रीमेंट के दौरान घर खाली करने को कहा जाए तब वो मना कर सकता है। उसे अपनी मजबूरी मकान मालिक को बतानी होगी। उससे घर खाली करने का समय लेना होगा।

दूसरी ओर अगर किराएदार का रवैया सही नहीं, उसका व्यवहार असामाजिक है, तब वो घर खाली करने से मना नहीं कर सकता।

सवाल 6– किराएदार अगर घर खाली न करे और मकान मालिक के साथ बुरा व्यवहार करे तो मकान मालिक को क्या करना चाहिए?

जवाब– पुलिस से शिकायत करें या 100 डायल करें। अगर किराएदार के साथ मकान मालिक गलत व्यवहार करे, तब किराएदार भी पुलिस से शिकायत कर सकता है।
चलते-चलते

ऐसा नहीं है कि सिर्फ मकान मालिक के पास ही कानूनी अधिकार हैं। किराएदार के पास भी ये अधिकार मौजूद हैं …

Model Tenancy Act के तहत रेंट एग्रीमेंट में लिखी समय सीमा से पहले किराएदार को तब तक नहीं निकाला जा सकता, जब तक उसने लगातार दो महीनों तक किराया न दिया हो या वह प्रॉपर्टी का गलत इस्तेमाल कर रहा हो।
रेसिडेंशियल बिल्डिंग के लिए सिक्योरिटी अधिकतम 2 महीने का किराया हो सकता है। नॉन रेसिडेंशियल जगहों के लिए अधिकतम 6 महीने का किराया।
किराएदार को हर महीने किराया देने पर रसीद लेने का अधिकार है। अगर मकान मालिक समय से पहले किराएदार को निकालता है। तो कोर्ट में रसीद को सबूत के तौर पर दिखाया जा सकता है।
किराएदार को हर हालत में बिजली और पानी लेने का अधिकार है। कानून के मुताबिक, बिजली और पानी किसी भी व्यक्ति के लिए मूलभूत जरूरत होती है।
घर या मकान खाली करवाने की सही वजह जानने का उसे हक है।
अगर मकान मालिक रेंट एग्रीमेंट में तय की गई शर्तों के अलावा कोई और शर्त उस पर थोपता है या अचानक किराया बढ़ा देता है। तो वो कोर्ट में याचिका दे सकता है।
अगर किराएदार घर में नहीं है तो मकान मालिक उसके घर का ताला नहीं तोड़ सकता है। न ही सामान को बाहर फेंक सकता है। ऐसा करने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

मकान मालिक बिना बताए किराएदार के घर पर आ नहीं सकता।
उसके किसी सामान की जांच पड़ताल नहीं कर सकता।

किराएदार और परिवार के लोगों पर हर वक्त नजर नहीं रख सकता।
July 31, 2022

24 अगस्त से चलेगी श्री रामायण भारत गौरव स्पेशल ट्रेन:अयोध्या, जानकी जन्म स्थान, श्री विश्वामित्र के आश्रम से लेकर काशी के प्रसिद्ध मंदिरों का करें भ्रमण, अयोध्या होगा पहला पड़ाव

24 अगस्त से चलेगी ‘श्री रामायण भारत गौरव’ स्पेशल ट्रेन:अयोध्या, जानकी जन्म स्थान, श्री विश्वामित्र के आश्रम से लेकर काशी के प्रसिद्ध मंदिरों का करें भ्रमण, अयोध्या होगा पहला पड़ाव

अंबाला : इस महीने एक धार्मिक यात्रा शुरू हो रही है। ट्रेन से होने वाली इस 20 दिन की यात्रा में कई धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाए जाएंगे। लगभग 8000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) 24 अगस्त से ‘श्री रामायण भारत गौरव’ पर्यटक स्पेशल ट्रेन को चला रहा है। आईआरसीटीसी के चंडीगढ़ रीजनल मैनेजर एमपीएस राघव ने बताया कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘भारत गौरव ट्रेन’ श्री रामायण यात्रा के लिए चलाई जाएगी। यह विशेष ट्रेन दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 24 अगस्त को रवाना होगी।

चंडीगढ़, अम्बाला के लाेग भी इस यात्रा में शामिल हाे सकें, इसके लिए चंडीगढ़ से कनेक्टिविटी की सुविधा दी जाएगी। बुकिंग करने वाले यात्रियों को 23 अगस्त की शाम चंडीगढ़ से एसी बस या ट्रेन में सफदरजंग रेलवे स्टेशन तक ले जाया जाएगा। इसमें चंडीगढ़ से दिल्ली तक का किराया अलग से लिया जाएगा।
यात्रा 20 दिन, किराया 73,500 रुपए, दोनों वैक्सीन लगी होनी जरूरी, किस्तों में भी दे सकते हैं किराया

.ट्रेन का पहला पड़ाव श्रीराम का जन्म स्थान अयोध्या हाेगा। यहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर व नंदीग्राम के दर्शन करवाए जाएंगे। अयोध्या से यह ट्रेन जयनगर होते हुए जनकपुर तक जाएगी, जहां नाइट स्टे होगा। यहां जानकी मंदिर और राम-जनकी विवाह स्थल का दर्शन कराया जाएगा। जनकपुर से सीतामढ़ी ले जाकर जानकी जन्म स्थान के दर्शन कराए जाएंगे।

. सीतामढ़ी से यह ट्रेन बक्सर जाएगी। यहां श्री विश्वामित्र जी का आश्रम व रामरेखा घाट पर गंगा स्नान का कार्यक्रम होगा। ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा, जहां से पर्यटक एसी बस से काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, शृंगवेरपुर, व चित्रकूट की यात्रा करेंगे। इस दौरान काशी प्रयाग व चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा।
चित्रकूट से यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी, जहां पंचवटी व त्रयंबकेश्वर मंदिर में दर्शन कराए जाएंगे। ट्रेन नासिक से प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी जाएगी। यहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व हेरिटेज मंदिरों के दर्शन कराए जाएंगे। हंपी से ट्रेन रामेश्वरम जाएगी। रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोड़ी के दर्शन कराए जाएंगे। रामेश्वरम से यह ट्रेन कांचीपुरम पहुंचेगी, जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी माता मंदिर का भ्रमण कराया जाएगा। इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव तेलंगाना राज्य में स्थित भद्राचलम होगा, जिसे दक्षिण की अयोध्या के नाम से भी जाना जाता है। यह ट्रेन 20वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 8000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।
ये है ट्रेन की खासियत

.20 दिन की इस यात्रा के लिए 73,500 रुपए प्रति व्यक्ति किराया हाेगा
.100 टिकट एकसाथ बुक कराने पर 10 फीसदी डिस्काउंट दिया जाएगा
.पूरी ट्रेन में एयरकंडीशनर काेच हाेंगे। इसमें आना-जाना खाना रहना शामिल हाेगा
.ट्रेन में खाना भी शाकाहारी पराेसा जाएगा
.हर काेच में सीसीटीवी कैमरा हाेगा
.मनाेरंजन और डेस्टिनेशन संबंधी जानकारी के लिए इंफोटेनमेंट सिस्टम हाेगा
.हर काेच में गार्ड तैनात रहेंगे
.हर काेच में साफ-सफाई दुरुस्त रखने के लिए हाउस कीपिंग के कर्मचारी तैनात हाेंगे
.गवर्नमेंट इम्प्लाॅइज इलिजबिलिटी के तहत यात्रा में एलटीसी का लाभ भी उठा सकते हैं
.यात्री चाहें ताे पेटीएम व रेजरपे जैसी पेमेंट गेटवे टूर राशि का भुगतान आसान किस्तों में भी कर सकते हैं
.यह राशि 3,6,9,12,18, 24 महीनाें में अदा की जा सकती है
.किस्तों मे भुगतान की यह सुविधा डेबिट व क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बुकिंग करने पर उपलब्ध रहेगी
. एक बार खाना बनने के बाद किचन काे सैनिटाइज किया जाएगा
. इस ट्रेन में 18+ एज ग्रुप के वही यात्री सफर कर सकेंगे, जिन्हें काेराेना वैक्सीन की दाेनाें डाेज लगी हाेंगी।

Saturday, July 30, 2022

July 30, 2022

दिल्ली-NCR का झंझट दूर:नारनौल से सीधे अंबाला तक हाईवे आज से शुरू; 2 दिन होगा ट्रायल, 1 से टोल वसूली

दिल्ली-NCR का झंझट दूर:नारनौल से सीधे अंबाला तक हाईवे आज से शुरू; 2 दिन होगा ट्रायल, 1 से टोल वसूली

रेवाड़ी : ट्रांस हरियाणा ग्रीन फील्ड परियोजना भारत माला प्रोजेक्ट के तहत हरियाणा को एक और 6 लेन हाईवे आज से मिल जाएगा। दो दिन इस हाईवे पर बतौर ट्रायल होगा और फिर 1 अगस्त से हाईवे पर टोल की वसूली भी शुरू हो जाएगी। इस हाईवे के बनने से हरियाणा के 8 जिलों खासकर दक्षिणी हरियाणा के नारनौल-महेन्द्रगढ़ तथा भिवानी की सीधे चंडीगढ़ से कनेक्टिविटी हो जाएगी।

नारनौल बाईपास के मांदी से शुरू होने वाले इस 6 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 152डी को बनाने की घोषणा 2018 में हुई थी, लेकिन कोविड के चलते काम शुरू होने में देरी हुई। इसके बाद हाईवे का शिलान्यास 14 जुलाई 2020 को हुआ। 227 किलोमीटर लंबे नारनौल बाईपास के मांदी से शुरू होने वाला यह हाइवे सीधे अंबाला के इस्माइलाबाद स्थित गंगहेड़ी तक पहुंचेगा, जहां से चंडीगढ़ की दूरी महज कुछ किलोमीटर की रह जाएगी।
अभी तक नारनौल, महेन्द्रगढ़ और भिवानी जैसे जिले के लोगों की प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ से सीधे कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। लंबे समय से इस हाईवे के बनाने की मांग चली आ रही थी। NHAI द्वारा जारी किए गए पत्र में बताया गया कि इस 6 लेन हाइवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। 30 और 31 जुलाई तक इस पर बतौर ट्रायल ट्रैफिक शुरू किया जाएगा। इसके बाद 1 अगस्त से हाईवे पर टोल की वसूली की जाएगी। 227 किलोमीटर लंबे इस हाइवे पर करीब 4 टोल बूथ बनाए गए है। पहला टोल बूथ महेन्द्रगढ़ में ही बनाया गया है।
हाइवे के दोनों तरफ ग्रीनरी का विशेष ध्यान रखा गया है।

*राजस्थान से आने वाले वाहनों को बड़ी राहत*

अभी तक महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान की तरफ से आने वाले वाहनों को अगर कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, चंडीगढ़, कैथल या फिर रोहतक जाना होता था तो उन्हें दिल्ली-जयपुर हाईवे एनएच-48 पर रेवाड़ी के रास्ते होकर गुजरना होता था। आगे का रास्ता या तो केएमपी या फिर दिल्ली होकर तय करना होता था, लेकिन अब इस हाईवे के बनने से राजस्थान की तरफ से आने वाले वाहन राजस्थान के कोटपूतली एरिया में पड़ने वाले पनियाला मोड से सीधे नारनौल के मांदी बाईपास के रास्ते अंबाला तक इस हाईवे पर सफर कर सकते हैं।
*हरियाणा के 8 जिलों को सीधा लाभ*

नारनौल बाईपास से शुरू होने वाले एनएच 152डी 6 लेन हाईवे का सीधा लाभ हरियाणा के 8 जिलों महेन्द्रगढ़, कुरुक्षेत्र, रोहतक, कैथल, भिवानी, करनाल और चरखी-दादरी व जींद जिले को होगा। अभी तक इन आठ जिलों की भी सीधे कोई कनेक्टिविटी नहीं थी।

*3 घंटे में तय होगा दूरी*

हजारों करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुए इस हाईवे पर नारनौल से अंबाला के इस्माइलाबाद तक की 227 किलोमीटर की दूरी को महज 3 घंटे से भी कम समय में पूरा किया जा सकता है। इस हाईवे पर पर्यावरण का भी खास ख्याल रखा गया है। दोनों तरफ काफी पेड़-पौधे लगाए गए हैं, जिससे आने वाले समय में पूरा हाईवे हरा-भरा नजर आएगा।
July 30, 2022

LIVEकॉमनवेल्थ गेम्स 2022:शिव थापा ने पाकिस्तानी मुक्केबाज को हराया; बैडमिंटन, टेबल टेनिस और हॉकी में भी जीत के साथ शुरुआत

LIVEकॉमनवेल्थ गेम्स 2022:शिव थापा ने पाकिस्तानी मुक्केबाज को हराया; बैडमिंटन, टेबल टेनिस और हॉकी में भी जीत के साथ शुरुआत

बर्मिंघम : भारतीय खिलाड़ियों ने 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले दिन अच्छी शुरुआत की। बॉक्सिंग में भारतीय मुक्केबाज शिव थापा ने पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वी को हराया। बैडमिंटन के मिक्स्ड टीम इवेंट में भी भारत ने पाकिस्तान को मात दी। विमेंस हॉकी में भारत ने पहले मैच में घाना को 5-0 के बड़े अंतर से हराया। टेबल टेनिस में भारत की पुरुष और महिला दोनों टीमों ने आसान जीत दर्ज की। वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स का पहला गोल्ड इंग्लैंड के नाम रहा है। ओलिंपिक चैंपियन एलेक्स यी ने ट्रायथलॉन में पहला गोल्ड मेडल जीता।

भारत ने जीत के साथ अभियान की शुरुआत की।
*हॉकी में गुरजीत ने किए 2 गोल*

टोक्यो ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम ने घाना की चुनौती को एकतरफा अंदाज में ध्वस्त कर दिया। भारत के लिए गुरजीत कौर ने सबसे ज्यादा दो गोल किए। नेहा, संगीता और सलीमा टेटे ने 1-1 गोल किया।

बैडमिंटन मिक्स्ड टीम इवेंट में शुरुआती तीनों मुकाबले जीते
बैडमिंटन मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत ने पाकिस्तान को किसी नौसिखुआ की तरह धो दिया। पहले मिक्स्ड डबल्स और इसके बाद मेंस सिंगल्स और विमेंस सिंगल्स में भारतीय खिलाड़ियों ने सीधे गेमों में जीत हासिल की।

पहला मुकाबला (मिक्स्ड डबल्स) : अश्विनी पोनप्पा और सुमित रेड्डी की भारतीय जोड़ी ने मुहम्मद इरफान सईद भट्टी और गजाला सिद्दीकी की जोड़ी को डबल्स में हराया। पहले गेम में 21-9 से जीत दर्ज की। जबकि दूसरे गेम में पोनप्पा और रेड्डी की जोड़ी ने गजाला और इरफान से 21-12 से जीता।

दूसरा मुकाबला ( मेंस सिंगल्स): किंदाबी श्रीकांत ने मुराद अली को 21-7, 21-12 से हराया।
तीसरा मुकाबला (विमेंस सिंगल्स): पीवी सिंधु ने माहूर शहजाद को 21-7, 21-6 से मात दी।
*शिव थापा ने सुलेमान बलोच को 5-0 से हराया*

मुक्केबाजी में शिव थापा ने भारतीय अभियान का शानदार आगाज किया। उन्होंने 65 KG वेट कैटगिरी में पाकिस्तानी बॉक्सर सुलेमान बलोच को 5-0 से हराकर अगले दौर में अपना स्थान पक्का किया।

*टेबल टेनिस में मणिका और सृजा ने दिलाई जीत*

टेबल टेनिस के महिला ग्रुप-2 के क्वालिफिकेशन राउंड में भारत ने साउथ अफ्रीका को 3-0 से हरा दिया। भारत ने एक डबल्स और दो सिंगल्स मुकाबले जीते। बता दें कि टेबल टेनिस के टीम इवेंट बेस्ट ऑफ फाइव के आधार पर खेले जाते हैं। तीन मुकाबले जीतने वाली टीम मुकाबला जीत जाती है।

पहला मुकाबला (डबल्स) : सबसे पहले सृजा अकुला और रीत टेनिसन की भारतीय जोड़ी ने साउथ अफ्रीका की लैला एडवर्ड-दानिशा पटेल की जोड़ी को डबल्स मैच में 11-7, 11-7, 11-5 से हराया। इस जीत से भारत को 1-0 की बढ़त मिली।

दूसरा मुकाबला (सिंगल्स) : स्टार पैडलर मणिका बत्रा ने सिंगल्स में मुश्फिकुह कलाम को सीधे सेट में 11-5, 11- 3, 11-2 से हराया है। मणिका ने भारत की बढ़त दोगुनी कर दी।

तीसरा मुकाबला (सिंगल्स) : सृजा अकुला ने दानिशा जयवंत पटेल को 11-5, 11-3, 11-6 से हराया। इस जीत के साथ भारत को 3-0 की अजेय बढ़त मिल गई और वह मुकाबला जीत गया।
*मेंस कैटेगरी में शरत कमल और साथियान की आसान जीत*

भारतीय विमेंस टेबल टेनिस टीम के बाद मेंस टीम ने भी जीत के साथ अभियान की शुरुआत की है। भारतीय टीम ने बारबाडोस को 3-0 से मात दी।


पहला मुकाबला (डबल्स) : हरमीत देसाई और जी. साथियान की जोड़ी ने केविन फार्ले और टायरेस किंग्स को 11-9, 11-9, 11-4 से हराया और टीम को 1-0 से आगे कर दिया।

दूसरा मुकाबला (सिंगल्स) : अचंता शरत कमल ने रेमन मैक्सवेल को सीधे गेमों में 11-5, 11- 3, 11-3 से हराया है। इसके बाद भारत की बढ़त 2-0 हो गई।

तीसरा मुकाबला (सिंगल्स) : जी. साथियान ने टायरेस किंग्स को 11-4, 11-4, 11-5 से हराया। इस जीत के साथ भारत ने मुकाबला 3-0 से अपने नाम कर लिया।
*स्वीमर श्रीहरि सेमीफाइनल में*

स्वीमिंग में भारत के श्रीहरि नटराज ने 100 मीटर बैकस्ट्रोक इवेंट के सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। श्रीहरि ने हीट-3 में 54.68 सेकेंड की टाइमिंग के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। वे ओवरऑल 5वें नंबर पर रहे। उनसे पहले दिल्ली के तैराक कुशाग्र रावत मेंस 400 मीटर फ्रीस्टाइल स्वीमिंग के फाइनल के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रहे हैं। वे 8 खिलाड़ियों की हीट में आखिरी स्थान पर रहे। कुशाग्र ने 3:57.45 की टाइमिंग निकाली। सजन प्रकाश (25.01 सेकेंड) 50 मीटर बटरफ्लाई में 8वें नंबर पर रहे। वे ओवरऑल 24वें स्थान पर रहे और सेमीफाइनल (टॉप-16) में क्वालीफाई करने में नाकाम रहे।


*लॉन बॉल में तानिया चौधरी 21-10 से हारीं*

लॉन बॉल में भारत की तानिया चौधरी को पराजय झेलनी पड़ी है। उन्हें स्कॉटलैंड की डी हॉन्ग ने 21-10 से हराया। वहीं, राउंड-1 के टीम मुकाबले में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड ने 23-21 से पराजित कर दिया है। पुरुष वर्ग में भारतीय टीम का मैच तीन घंटे बाद होगा।

*पहले दिन 16 गोल्ड दांव पर*

बर्मिंघम में चल रहे साल के सबसे बड़े इस स्पोर्ट्स मल्टी इवेंट के पहले दिन 16 गोल्ड दांव पर हैं। इनमें सबसे ज्यादा 7 गोल्ड तो स्विमिंग से हैं। ट्रैक साइक्लिंग में 6, ट्रायथलॉन में 2 और आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक में 1 गोल्ड के लिए खिलाड़ियों के बीच होड़ होगी।

11 दिन चलने वाले इन गेम्स में 72 देशों के 5 हजार से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें 20 खेलों में 280 इवेंट्स होंगे। भारत का 213 सदस्यीय दल हिस्सा लेगा। इसमें 110 पुरुष और 103 महिला खिलाड़ी हैं।
July 30, 2022

हरियाणा के लाल ने सात समुंदर पार बजाया भारत का डंका

हरियाणा के लाल ने सात समुंदर पार बजाया भारत का डंका,यूके की डरहम यूनिवर्सिटी के पीजी अध्यक्ष बने आदित्य लाठर

- समाजवादी पार्टी नेता संजय लाठर के पुत्र हैं आदित्य

इंग्लैंड में जहां प्रधानमंत्री पद के लिए भारतीय मूल के ऋषि सुनक दौड़ में हैं, वही यूके की तीसरी सबसे बड़ी व पुरानी डरहम यूनिवर्सिटी में हरियाणा के लाल आदित्य लाठर ने अपनी जीत का परचम फहराया है। 
शुक्रवार को जारी परिणाम के अनुसार उन्हें डरहम यूनिवर्सिटी का पीजी अध्यक्ष चुन लिया गया है। आदित्य समाजवादी पार्टी नेता डॉ संजय लाठर के पुत्र हैं।
आदित्य लाठर इस विश्वविद्यालय में छात्र संघ के कई चुनाव लड़ चुके हैं। अपने अध्ययन के प्रथम वर्ष में ही विश्वविद्यालय के स्टीफ़न्सन कॉलेज में इंटरनेशनल ऑफिसर का चुनाव जीता। उसके साथ ही यूनाइटेड किंगडम में छात्र संसद के रूप में विख्यात एनoयूoएसo ( NUS) में डरहम  विश्वविद्यालय की तरफ से डेलिगेट चुने गए।
 द्वितीय वर्ष में डरहम विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव लेबर पार्टी की टिकट पर लड़ा, लेकिन थोड़े से वोट से हार गए। लेकिन, डरहम विश्वविद्यालय छात्र संघ इंडियन सोसायटी का अध्यक्ष इन्हें चुन लिया गया। 
अध्ययन के अंतिम वर्ष यानी इसी वर्ष फिर से डरहम विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष का चुनाव लेबर पार्टी की टिकट पर लड़ा। 
प्रथम वरीयता वोट में जीत हासिल की, लेकिन चौथी वरीयता में मामूली सी वोट से हार गए। इसके साथ ही एक बार फिर (NUS) एन यू एस का डेलीगेट चुन लिया गया। 
अभी फिर डरहम विश्वविद्यालय छात्र संघ का महत्वपूर्ण व दूसरे नम्बर का पद पीजी अध्यक्ष का उपचुनाव हुआ, जिसमें उन्होंने फिर भाग्य आजमाया आज निर्णायक मतों से वह चुनाव जीत गए। 40,000 की संख्या वाले इस विश्वविद्यालय में 20,000 से ज्यादा पीजी स्टूडेंट हैं। आदित्य लाठर इस विश्वविद्यालय में छात्र संघ का चुनाव जीतने वाला प्रथम भारतीय नागरिक हैं। आदित्य लाठर हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले हैं और उत्तर प्रदेश में नेता विरोधी दल रहे डॉ संजय लाठर के पुत्र हैं।