Breaking

Wednesday, April 29, 2020

April 29, 2020

लॉकडाउन हटा तो भी मई मे नही खुलेंगे स्कूल-कॉलेज -प्रदेश के 12 जिलों में परिवहन व सुविधाओं की तैयारी

(मनोज)चंडीगढ़, 29 अप्रैल। 
प्रदेश सरकार ने लोक डाउन के बाद फिर से हरियाणा को पटरी पर लाने की कवायद शुरू कर दी है। सरकार राज्‍य में 3 मई के बाद ग्रीन जोन के 12 जिलों में परिवहन सहित कुछ और सुविधाएं देने की तैयारी है। सरकार इन क्षेत्रों में लाॅकडाउन से राहत दे सकती है। इन सब बीच यदि लॉकडाउन हटा या इसमें अधिक ढील भी दी गई तो भी शिक्षण संस्थान नहीं खोले जाएंगे। मई के पूरे महीने निजी और सरकारी स्कूलों व कॉलेजो के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई से काम चलाना पड़ेगा।
-विद्यार्थियों को ऑनलाइन से चलाना पड़ेगा काम
बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित नहीं होने के बावजूद 11वीं में बच्चों को प्रोविजनल आधार पर दाखिले शुरू हो गए हैं। शिक्षा निदेशालय ने एक सप्ताह के भीतर दाखिला प्रक्रिया पूरी कर रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा अन्य कक्षाओं के छात्रों को भी प्रमोट कर अगली क्लास में दाखिले तथा  स्कूल बदलने की स्थिति में ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। प्रदेश में कोरोना के मरीज लगातार आ रहे हैं, इसलिए सरकार अभी शिक्षण संस्थाओं को खोलने का जोखिम नहीं उठा सकती। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऑनलाइन शिक्षा की पैरवी करते हुए मौजूदा तकनीक में निरंतर सुधार करने के निर्देश दिए हैं ताकि बच्चों को और बेहतर तरीके से पढ़ाई कराई जा सके।
प्रदेश में करीब 52 लाख छात्र हैं। शिक्षा विभाग अधिकतर बच्चों के केबल पर एजुसेट के जरिए ऑनलाइन शिक्षा गहण करने का दावा कर रहा, लेकिन गाउंड रिपोर्ट बताती है कि 30 से 40 फीसद छात्र ही अपनी पढ़ाई कर पा रहे हैं। स्कूलों में सिलेबस कवर कराने के लिए यू-ट्यूब, फेसबुक और वाट्स-एप के अलावा जूम एप का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। शिक्षाविदों के अनुसार क्लास रूम में शिक्षा का दूसरा कोई विकल्प नहीं हो सकता, लेकिन ऐसे हालात में ऑनलाइन पढ़ाई न से तो ठीक ही कही जाएगी। क्लास रूम में अध्यापक व छात्र के सीधे संवाद के बिना वांछित परिणाम नहीं आ सकते।
-कॉलेज परीक्षाओं पर संशय बरकरार
यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में परीक्षाओं पर संशय बरकरार है। अमूमन अप्रैल में स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं की परीक्षाएं शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार महामारी के कारण अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही। हालांकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन परीक्षा कराने का विकल्प दिया है, लेकिन अंतिम निर्णय संबंधित यूनिवर्सिटी ही करेगी।
April 29, 2020

लॉकडाउन के दौरान भी चल रहे निजी स्कुल पर छापेमारी, करनाल के सुभाष गेट पर SB मिशन स्कूल की घटना

(अरुण मलिक)- करनाल के सुभाष गेट में लॉक डाउन के दौरान भी S B मिशन स्कूल चल रहा था, जिसके बाद पुलिस और शिक्षा विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्कूल को सील कर दिया। स्कूल में लगभग 15 टीचर्स थे जो बच्चों को पढा रहे थे। 
कोरोना के डर से जहा एक ओर पूरा देश बन्द है, लॉक डाउन लगा हुआ है, बाजार, बड़े से बड़ा कॉलेज, विश्वविद्यालय, मॉल सब बन्द है, वही हरियाणा सरकार पुरे मई माह स्कूल व कॉलेज न खोलने पर विचार कर रही है, लेकिन करनाल के सुभाष गेट पर SB मिशन स्कूल चल रहा था, यहां पर छोटे छोटे बच्चों को पढ़ने के लिए बुलाया गया था, टीचर्स को भी स्कूल में पढ़ाने के लिए बुलाया गया था, लेकिन जैसे ही विभाग की टीम स्कूल में पहुंची तो वहां अफरा तफरी मच गई, टीचर्स और स्कूल प्रबंधन के चेहरों की हवाइयाँ उड़ गई।  एक तरफ सरकार ने बोर्ड को परीक्षाएं बीच मे रोक दिया हैं वहीं दूसरी तरफ इन छोटे छोटे बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल में बुलाया जा रहा था, कुछ बच्चे तो बिना मास्क के भी नजर आए। मीडिया के पहुंचने के बाद पुलिस, ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ज़िला शिक्षा अधिकारी सब मौके पर पहुंच गए । जिसके बाद स्कूल प्रबंधन से पूछताछ शुरू की है।

वहीं  इस खबर की जानकारी जैसे ही बच्चों के पेरेंट्स को मिली वो भी अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल में पहुंच गए। वहीं जब स्कूल के कमरों की छानबीन की गई तो स्कूल प्रबंधन की तरफ से एक कमरे में 10 महिला टीचर्स को बन्द किया हुआ था, ताकि इस बात की भनक ना लगे कि वहां और भी टीचर्स मौजूद हैं। फिलहाल स्कूल को पूरे तरह से सील कर दिया गया है और आगे भी बच्चों के परिजनों से लेकर, टीचर्स , स्कूल प्रबंधन सबसे पूछताछ की जाएगी।

फिलहाल स्कूल को तो सील कर दिया गया है लेकिन इस घटना के सामने आने के बाद प्रशासन से लेकर स्कूल प्रबंधन, बच्चों के पेरेंट्स, टीचर्स सब पर कई सवाल खड़े हो जाते हैं। क्या छोटे बच्चों की पढ़ाई कोरोना महामारी से बड़ी है, क्या स्कूल को केंद्र सरकार का आदेश नज़र नहीं आता है, क्या टीचर्स की तरफ से स्कूल की इस लापरवाही के बारे में प्रशासन को बताया नहीं जाना चाहिए था, क्या पेरेंट्स को एक कदम आकर इसका विरोध नहीं करना चाहिए था। समझना होगा देश के हर नागरिक को कोरोना महामारी कितनी खतरनाक है और इससे बचने का एक ही उपाय है कि सब घर मे रहें।
April 29, 2020

चंडीगढ़ में बुधवार की सुबह भी बापूधाम कॉलोनी में कोरोना बम फूटा


(रितेश महेश्वरी)- चंडीगढ़ में बुधवार की सुबह भी बापूधाम कॉलोनी में कोरोना बम फूटा। यहां आठ और पॉजिटिव मामले मिल गए हैं। इसके साथ ही शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या 67 हो गई है। मरीजों में 79 वर्षीय महिला, 19 वर्षीय युवती, 51 वर्षीय पुरुष, 40 वर्षीय पुरुष, 65 वर्षीय, 60 वर्षीय, 50 वर्षीय पुरुष व 20 वर्षीय युवक शामिल है।

Tuesday, April 28, 2020

April 28, 2020

ट्राइसिटी प्रेस क्लब ने मीडिया कर्मियों को PPE किट देकर किया सराहनीय कदम : श्री ज्ञान चंद गुप्ता अध्यक्ष हरियाणा विधान सभा

(रितेश महेश्वरी) ट्राइसिटी प्रेस क्लब ने कोरोना कॉल में कार्यरत मीडिया कर्मियों को उनके कर्तव्य का पूरी निष्ठा से निर्वाह  करने को पीपीई किट देने की सबसे पहले शुरुआत की । ट्राइसिटी प्रेस क्लब के चेयरमैन विक्रांत बाबा ने बताया कि कोरोना योद्धा मीडिया की सुरक्षा हेतु पीपीई किट हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने शुरुआत की । क्लब के अध्यक्ष डॉ  स्वास्तिक शर्मा व संगठन सचिव हरदीप सिंह ने बताया कि लगभग 50 पीपीई  किट जो फील्ड में इस वक्त  मीडिया कर्मी  कार्यरत है उनको  उनके स्थान पर जाकर वितरित की जा रही है ।लॉकडाऊन का पालन का पूरी तरह से करते हुए ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा ने कि ट्राइसिटी प्रेस क्लब ने सबसे पहले  अपने मीडिया कर्मियों की सुरक्षा हेतु पीपीई किट बांट कर सराहनीय कार्य  किया है । और प्रशंसा करते  हुए कि ट्राइसिटी प्रेस क्लब समय-समय पर मीडिया कर्मियों के लिए अच्छे कार्य करते रहते हैं। 
इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष डॉ स्वातिक शर्मा ने कहा कि जो मीडिया कर्मी फील्ड में  कार्यरत हैं उनमें से कुछेक को मौके पर दी गई जबकि अन्य को  उनके स्थान पर जाकर दी गई  । संगठन सचिव हरदीप सिंह व सर्व जीत सिंह ने कहा कि मौके पर चंद्रपाल राणा दैनिक सवेरा ,शिव कुमार वर्मा ट्राइसिटी न्यूजलाईन,  अच्छेलाल हिमाचल दस्तक, मनोज शर्मा  पोलखोल न्यूज़, राहुल अर्थ प्रकाश, हरदीप सिंह टीपीसी न्यूज़ , सर्वजीत सिंह हिंददर्शन हलचल को पीपीई किट वितरित की गई इनके अलावा विजेश शर्मा भारत 9चैनल,  मोनिका शर्मा अल्फा न्यूज़, डॉ विनोद शर्मा चंडी भूमि , श्री कांत हिम प्रभा , राणा ओबराय राष्ट्रीय खोज,  कुलवीर दीवान जी न्यूज़ , अजीत कौशल व अनील आज समाज, तारा एम एच 1,  कुलवान सिंह  बीबीस टरोंटो, प्रदीप , सवरपाल स्टार न्यूज़ ,राजीव दिल्ली दूरदर्शन , विशाल ऐंगरीश , न्यूज़24, विजय बराड़ न्यूज़18, यशपाल रावत टाइम्स नाउ, सुखविंदर सिंह आज दी आवाज  वैशाली चौधरी PTC को दी गई हैं । इस अवसर पर ट्राइसिटी प्रेस क्लब ने एक नारा दिया  भारत जगाओ कोरोना भगाओ।
April 28, 2020

पानीपत मे लोकडाउन के बीच दूध कारोबारी के बेटे की हत्या

(अरुण मलिक)पानीपत, 28 अप्रैल। पानीपत जिले में लॉकडाउन के दौरान दूध कारोबारी के 22 वर्षीय छोटे बेटे को मारकर लटका दिया गया। उसके सिर पर तेजधार हथियार से वार किया गया था। परिजनों का कहना है कि हत्या करने के बाद शव को पेड़ पर लटकाया गया है। सदर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
गांव निंबरी निवासी दूध कारोबारी बजन सिंह ने बताया कि सोमवार की रात करीब 11 बजे छोटे बेटे बिजेंद्र को घर पर देखा था,जब रात 3:30 बजे नींद खुली बिजेंद्र घर पर नही मिला। बड़े बेटे राकेश को बुलाया और बिजेंद्र को कॉल मिलवाया,लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला। तलाश शुरू की और वे लगातार कॉल भी करते रहे,लेकिन कुछ पता नही चला। सुबह सात बजे के आसपास एक रिंग गई,लेकिन फोन पिक नही हुआ। दोबारा कॉल करने फिर से फोन स्विच ऑफ मिला।
इसी दौरान गांव के सरपंच जगबीर ने कॉल करके पंचायती जमीन के खेत में बिजेंद्र के लटके होने की सूचना दी। मौके पर पहुंचे तो देखा के बेटे का शव खून से लथपथ था। उसके सिर में चोट लगी थी और उसे पेड़ के जरिए फंदे पर लटकाया गया था। उन्होंने कहा कि बेटे की हत्या करने के बाद उसे फंदे पर लटकाया है। सदर थाना पुलिस और डीएसपी बिजेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
April 28, 2020

हरियाणा सरकार के आर्थिक संकट से निकलने को प्रयास तेज, सरकार ने सभी महकमों, बोर्ड, निगमों, उपक्रमों से सरप्लस फंड को वापस माँगा

(मनोज ) चंडीगढ़- कोरोना काल के चलते एक अनुमान के अनुसार अब तक सरकार को लगभग दस हजार करोड़ का आर्थिक नुकसान हो चूका है | प्रदेश सरकार आर्थिक संकट से उभरने के लिए प्रदेश की सभी राजनितिक पार्टियो के साथ भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा कर चुकी है |

जैसे-जैसे 3 मई लॉक डाउन खत्म होने की संभावित तारिक नजदीक आ रही है , वैसे वैसे प्रदेश मे नए कोरोना मामले आ रहे है व कुछ जिले ग्रीन जोन से दोबारा रेड जोन मे आ रहे है और नए हॉट स्पॉट बन रहे है | इन हालातों को देखते हुए अब कयास लगाए जाने लगे है कि लॉक डाउन को अभी और बढ़ाना चाहिय, ताकि जो सुरक्षा चक्र अब तक बना हुआ है वो टूटे नही व इस समस्या का पूर्ण समाधान हो सके |
मई- जून-जुलाई मे भी राजस्व नही आने की संभावना
दिन-प्रतिदिन बदलते हालातों को देखते हुए यही कयास लगाए जा रहे है कि अगले तीन महीने भी राजस्व का भारी नुकसान हरियाणा सरकार को हो रहा है | सूत्रों के अनुसार हरियाणा सरकार ने भी इसी पूर्वानुमान के साथ आर्थिक संकट से निकलने को प्रयास तेज कर दिए है |

विभागों से सरप्लस फंड को वापस माँगा
अब मनोहर लाल सरकार आर्थिक संकट से  निपटने के लिए अपने वित्तीय संसाधनों से भी राजस्व जुटाने की तैयारी कर ली है । सरकार के द्वारा विभागों के सरप्लस फंड व मैच्योर होने वाली एफडी को एक ही जगह निवेश कर ब्याज से खजाना भरने की तैयारी चल रही है। जिसके चलते हरियाणा सरकार ने सभी महकमों, बोर्ड, निगमों, उपक्रमों से सरप्लस फंड को वापस मांग लिया है।
फंड हरियाणा स्टेट फाइनेंस सर्विसेज लिमिटेड ( एचएसएफएसएल) में होंगे जमा
एचएसएफएसएल प्रदेश सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है, जो प्रदेश मे वित्तीय सेवाओं से जुड़े मामले देखती है। सरप्लस फंड अभी विभागों ने अलग-अलग जगह जमा कराए हुए हैं।जहा इस जमापूंजी पर कम ब्याज सरकार को मिल रहा है। सरकार सभी फंडो को एक जगह एकत्रित होने पर केंद्र स्तर की गैर वित्तीय वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) में निवेश करेगी, जिससे सरकार को ब्याज के रूप में बड़ी रकम मिलने की संभावना है। सरकार ने भविष्य में मैच्योर होने वाली सभी एफडी को भी हरियाणा स्टेट फाइनेंस सर्विसेज लिमिटेड के जरिए गैर वित्तीय कंपनी में ही जमा कराने का फैसला लिया है।फिलहाल विभागों, बोर्ड, निगमों व उपक्रमों की एफडी अलग-अलग वित्तीय संस्थानों में जमा हैं, हरियाणा के 23 सार्वजनिक उपक्रमों में से 19 फायदे में चल रहे हैं।

आर्थिक संकट से उबरने के लिए उठाया कदम
वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने सभी विभागों के प्रशासनिक सचिवों, विभाग अध्यक्षों, डीसी, मण्डलायुक्तों, बोर्ड, निगमों, सहकारी संस्थाओं व उपक्रमों के प्रबंध निदेशकों, मुख्य प्रशासकों, सीईओ, यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को सरप्लस फंड तत्काल वापस कर हरियाणा स्टेट फाइनेंस सर्विसेज लिमिटेड में जमा कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना से उत्पन्न आर्थिक संकट से उबरने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। सारे फंड व एफडी इकट्ठा कर एक जगह जमा करेंगे तो ज्यादा ब्याज मिलेगा। अभी कम ब्याज आ रहा है।
केंद्र से विभिन्न मदों में मिल रही राशि
सीएम मनोहर लाल का कहना है कि कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है। अलग-अलग मदों में केंद्र से बजट आ रहा है। जिसे कोरोना को खत्म करने व राहत कार्यों में लगा रहे हैं। जल्दी विशेष वित्तीय मदद की भी उम्मीद है।
April 28, 2020

फसल बेचने का दोबारा मौका मिलेगा किसानों को - उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला

(मनोज) चण्डीगढ़। प्रदेश मे किसानो की सरसों व गेहू की फसल कट चुकी है | कुछ किसान अपनी फसल बेच चुके तो कुछ किसान निजी कारणों से समय पर अपनी फसल नही बेच पाए | जिस बारे आज हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया है कि जिन किसानों को खरीद केन्द्रों में बिक्री के लिए सरसों व गेहूं लाने के एसएमएस भेजे गये थे लेकिन ऐसे किसान किन्हीं कारणों से मंडियों में नहीं पहुंच सके थे, उन्हें दोबारा एसएमएस भेजे जाएंगे और सप्ताह में खरीद का एक दिन ऐसे छूटे हुए किसानों के लिए ही रखने का निर्णय लिया है।

किसी भी प्रकार की कोई सीमा नहीं 

अक्सर कहा जाता है कि किसानो की पैदावार ज्यादा होती है लेकिन मंडी मे फसल कम खरीदी जाती है जिस आज  चौटाला ने स्पष्ट किया कि किसान सरसों व गेहूं कितनी ही मात्रा में बिक्री के लिए ला सकते हैं, इस पर किसी भी प्रकार की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि पानीपत मंडी में एक किसान 1609 क्विंटल गेहूं लेकर आया था और उसकी पूरी गेहूं खरीदी गई है। उन्होंने कहा कि पहले दिन खरीदी गई सरसों का भुगतान भी किसानों के बैंक खातों में जमा करा दिया गया है। चौटाला ने कहा कि गेहूं के लिए 22,000 करोड़ रुपये व आढ़ती की अढाई प्रतिशत आढ़त के लिए लगभग 275 करोड़ रुपये सरकार ने रिजर्व रखे हुए हैं।

केंद्र से किसानों को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की मांग

कोरोना वायरस के चलते खरीद प्रक्रिया देरी से आरम्भ होने के सम्बन्ध में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा तो केन्द्र सरकार को इस बारे पहले ही लिख चुका था और विलम्ब के लिए किसानों को कुछ अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की मांग की गई थी। इसी तरह का एक पत्र पंजाब सरकार ने भी केन्द्र सरकार को लिखा है। उन्होंने कहा कि वीडियो कान्फ्रैंसिंग के दौरान सभी राज्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपने-अपने राज्य की मांग के अनुरूप केन्द्र से वित्तीय सहायता की मांग की है। प्रधानमंत्री द्वारा महामारी कोरोना की रोकथाम के प्रबन्धों के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा पहले ही की जा चुकी है।
April 28, 2020

नांगल चौधरी : पूजा अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग का छापा, अस्पताल को किया सील

(मोहित)नांगल चौधरी में कोविड-19 की गाइडलाइन की अनुपालना नहीं करने पर निजी अस्पताल को सील कर दिया  है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नांगल चौधरी में चल रहे पूजा अस्पताल पर छापेमारी की थी, जिसमें अस्पताल संचालक रुपचंद खटाणा की डिग्री को भी कब्जे में लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अस्पताल में कई खामियां पाई गई है, अस्पताल संचालक पर फर्जी तरीके से ईलाज करने का भी केस दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार शहर के नारनौल रोड पर पूजा अस्पताल संचालित है। सोमवार को नांगल चौधरी सीएससी के एसएमओ डॉ. अरुण कालरा को सूचना मिली थी कि कोविड-19 की गाइडलाइन की अवहेलना कर पूजा अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस पर डॉ. अरुण कालरा ने टीम तैयार कर अस्पताल पर छापेमारी की। इस दौरान एक बच्चे को बिना मास्क के ही भर्ती कर ड्रिप लगाई गई थी। अस्पताल में कही भी सैनिटाइजर की व्यवस्था नजर नहीं आई और न ही अस्पताल स्टाफ व मरीजों के मुंह पर मास्क नजर आया। डस्टबिन भी खुले पड़े थे। कहीं शारीरिक दूरी भी दिखाई नहीं दी। अस्पताल ने विभाग से किसी तरह की कोई परमिशन भी नहीं ले रखी थी।
इस पर एसएमओ डॉ. अरुण कालरा ने कोविड-19 की अवहेलना करने पर अस्पताल को सील कर दिया। इस दौरान अस्पताल संचालक डॉ. रुपचन्द खटाणा की डिग्री को भी कब्जे में लिया गया। विभाग द्वारा डिग्री की भी जांच करवाई जाएगी। वहीं कोविड-19 की अवहेलना करने पर केस दर्ज करवाया जाएगा। बता दें कि इससे कुछ समय पूर्व भी पूजा अस्पताल पर सीएम फ्लाइंग ने छापेमारी की थी। जिस पर भी टीम ने महिला चिकित्सक के नाम से इलाज करने पर व महिला चिकित्सक द्वारा अस्पताल में तैनात होने की बात से इंकार करने पर अस्पताल संचालक रूपचंद खटाणा पर केस दर्ज करवाया था।

April 28, 2020

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की 1 साल तक भर्ती पर रोक के फैसले को बताया तुगलकी फरमान - रणदीप सुरजेवाला


(अमन) कैथल- रणदीप सुरजेवाला ने कहा की खट्टर साहब अब आपने एक नया तुगलकी फरमान जारी कर यह कह दिया कि 1 साल तक हरियाणा के नौजवानों को नौकरी नहीं दी जाएगी।

आज कोरोना व लॉक डाउन का संकट है और आर्थिक संकट में दर-दर की ठोकरे खा रहा है नौजवान।

नौजवानों के पास गुण है, शिक्षा है और क़ाबलियत है पर रोजगार नहीं, पहले ही पिछले साढे 5 साल में आपने रोजगार के नाम पर केवल लॉलीपॉप हरियाणा के युवाओं को थमा रखा है। हजारों नौजवान नौकरी खो चुके हैं, और ऊपर से अब नया तुगलकी फरमान की 1 साल तक हरियाणा सरकार कोई नई नौकरी नहीं देगी।
हरियाणा का पढ़ा लिखा युवा जाएगा कहां?

मां बाप बच्चे को रोजगार, रोटी व अच्छा भविष्य कैसे देंगे? कृपया करके हमारी आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि इस प्रकार का अमानवीय,  असंवेदनशील व अन्यायपूर्ण निर्णय हरियाणा के युवाओं से मत कीजिए। हरियाणा के युवाओं की नौकरियों पर प्रतिबंध और रोक मत लगाइए। नहीं तो हरियाणा का युवा जाएगा कहां?

और फिर आप सरकार में बैठे क्यों हैं? 

क्या इस बात का जवाब देंगे कि आप एक पिता की मुश्किलात को समझ सकते हैं?  एक बेरोजगार नौजवान की मुश्किलात को समझ सकते हैं? एक मां की तकलीफ को समझ सकते हैं जिसका पढ़ा-लिखा बेटा या बेटी घर में बैठा है? भगवान के लिए इस निर्णय को फौरन वापस लीजिए।
April 28, 2020

लॉकडाउन के चलते भगवानपरशुरामजी का प्राकट्य उत्सव लोगो ने धूमधाम कुछ अलग अंदाज से मनाया

 होडल-22c मोहल्ला श्री राम मंदिर मानपुरिया मे भगवानपरशुरामजी का प्राकट्य उत्सव  मानते हुए
हरियाणा बुलेटिन डेस्क (कमल कांत शर्मा ) - लॉकडाउन के चलते भगवानपरशुरामजी का प्राकट्य उत्सव प्रदेश के लोगो ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए, बिना ज्यादा भीड़ इक्कठी करे मनाया |

भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम जी का पृथ्वी पर अवतरण बैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था। जो इस बार शनिवार से शुरू होकर रविवार की सुबह तक रही है। इस दिन भक्त व्रत, पूजन के साथ मौन व्रत रखते हैं। भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर झांकियों के साथ भव्य कार्यक्रम किए जाते हैं। कई जगहों पर भंडारे का आयोजन होता है। लेकिन, इस बार लॉकडाउन के चलते इन कार्यक्रमों को स्थगित किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए सादगी के साथ घरों पर ही परशुराम जी का जन्मोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया।

पुरे देशभर के लोगो ने उत्साह और ताजगी के साथ भगवान श्री परशुराम जी का प्राकट्य पूजा पाठ के साथ मनाया | इस अवसर पर  भगवान् परशुराम सेवाधाम संस्था के प्रदेश अध्यक्ष सुशिल वसिष्ट जी ने भगवान्  परशुराम जी ने प्रार्थना की कि जैसे पिछले युग मे रक्षकों का विनाश किया था ठीक उसी तरह इस युग मे कोविद 19 से विश्व का इस महामारी छुटकारा दिलाए व विश्व मे शान्ति बनी रहे |

मेरे सांवरिया संकीर्तन सेवा संस्था (रजि.) के अध्यक्ष पं.घनश्याम वशिष्ठ (कान्हा भईया) जी ने बताया कि नारायण भगवान के छठे अवतार थे भगवान श्री परशुराम जी, यह शास्त्रों के साथ शस्त्रवीर भी है इन्होंने अपनी शक्तियों से धर्म की स्थापना व अधर्म का विनाश किया। इन्हें न्याय का देवता भी माना जाता है। में इस पावन पर्व पर समस्त देशवासियों से  एक विनती करता हूँ  नारायण व उनके अवतारों के अवतरण दिवस पर उनके नाम के पीछे जयंती जैसे शब्द न लागये। जयंती तो मानव की मनाई जाती है जो समाज व देश के लिए अच्छा कर्म करके गए हैं
लेकिन भगवान तो अजन्मा है वो तो प्रगट होते हैं जिसका जन्म ही नही हुआ तो जयंती किस बात की इसलिए भगवान के अवतरण दिवस पर उनके नाम के पीछे जयंती की जगह प्राकट्य उत्सव,जन्मोत्सव लिखना व मनाना प्रारम्भ कीजिये। अपने इष्टदेव को ह्रदय में वसा कर समाज व देश के लिए अच्छे कर्म करिये उनके बताये सदमार्ग पर चलना ही एक सच्चे भक्त की पहचान है।

इस पावन अवसर ब्राह्मण सभा होडल के प्रधान पं ज्ञानचंद उर्फ गिल्लो पंडित जी, हरिओम भारद्वाज जी, पं. राजेन्द्र स्वामी, संस्था सचिव पं.कुलदीप शर्मा जी, नवल किशोर पंडित जी, श्रीराम मंदिर के पुजारी जी,गौरव व्यास,देवराज,ध्रुव व  कृष्णा स्वामी उपस्थित रहे।

Monday, April 27, 2020

April 27, 2020

अम्बाला छावनी मे कोरोना सन्दिग्ध के अंतिम संस्कार पर हुआ बवाल

(मनोज)अंबाला : हरियाणा के अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में हुई तोपखाना की रहने वाली 72वर्षीय महिला के अंतिम संस्कार को लेकर सोमवार को जमकर बवाल हुआ। अंतिम संस्‍कार के दौरान ग्रामीणों ने पुलिसवालों पर जमकर पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी में डीएसपी, एसएचओ महेश नगर सहित करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों को चोटें भी आईं। पुलिस को अपने बचाव में हवाई फायर करना पड़ा। इतना ही नहीं जिस एंबुलेंस में महिला का शव लाया गया, उसका शीशा भी लोगों ने पत्थर मारकर तोड़ दिया।
बता दें कि महिला को रविवार शाम करीब 5:30 बजे छावनी नागरिक अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी सांसें उखड़ती देख डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर करना चाहा लेकिन परिजनों ने गुहार लगाई कि वह पीजीआई नहीं जाना चाहते। यहीं पर बुजुर्ग को आइसोलेट कर इलाज किया जाए। परिजनों की गुहार पर महिला को छावनी नागरिक अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। सोमवार सुबह महिला का कोरोना का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया लेकिन उपचाराधीन बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। कोरोना संदिग्ध होने के कारण प्रशासन ने चंदपुरा गांव के श्मशान घाट में महिला को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया।
शव का अंतिम संस्कार करने के लिए जब प्रशासन की टीम पहुंची, तो ग्रामीण भड़क गए। काफी संख्या में एकत्रित ग्रामीणों ने गांव के शमशानघाट में अंतिम संस्कार का विरोध करने लगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम व पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। देखते ही देखते ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। हालात यह रहे कि पुलिस ने स्थिति बिगड़ते देख करीब चार हवाई फायर करने पड़े, जिसके बाद ग्रामीण पीछे हटे। ग्रामीणों द्वारा की गई पत्थरबाजी में डीएसपी रामकुमार, एसएचओ रजनीश सहित करीब एक दर्जन पुलिस र्किमयों को चोटें आई हैं।
April 27, 2020

यदि आप निजी कम्पनी के लिय वर्क फ्रॉम होम कर रहे है , अचानक नौकरी जाने की ईमेल आ जाए तो क्या करेगे ?

स्पेशल स्टोरी (हितेश) जी हाँ,  बिल्कुल ठीक देखा आपने, आप जिस कम्पनी  मे कल तक वर्क फ्रॉम होम काम कर रहे थे आज आपको उस कम्पनी से बिना किसी कारण के निकाल दिया गया है और आपका अनुभव पत्र ईमेल से साथ मे भेज दिया गया है तो आप क्या करेगे ?

ऐसा ही कुछ हो रहा आज के कोरोना काल मे जहा एक ओर नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के निजी और सार्वजनिक कंपनियों के कर्मचारियों की भी चिंता की है। केंद्र सरकार ने इन क्षेत्रों की कंपनियों से कहा है वे इस संकट की घड़ी में कर्मचारियों की न ही छंटनी करें और न ही उनका वेतन काटें।

पिछले दिनों लेबर सेक्रेटरी हीरालाल सामरिया ने भी सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को जारी पत्र में कहा था कि कोरोना वायरस से पैदा संकट के बीच कर्मचारियों की सहूलियतों का ध्यान रखना जरूरी है। सभी पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों को सुझाव दिया जाता है कि वे इस दौरान किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं करेंगे और न ही उनका पैसा काटेंगे। अगर कोई कर्मचारी छुट्टी लेता है तो भी वह ड्यूटी पर माना जाएगा। नियमित और संविदा दोनों तरह के स्टाफ की सेवा सुरक्षा का ख्याल रखा जाए

लेबर सेक्रेटरी ने कहा था कि इस विपरीत परिस्थिति में अगर किसी कर्मचारी को टर्मिनेट किया जाता है तो इससे स्थिति और खराब होगी। किसी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई इस महामारी से लड़ने में उसकी इच्छाशक्ति को कम करेगालेबर सेक्रेटरी ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से अपने राज्य में स्थित निजी और सार्वजनिक कंपनियों को इस संबंध में दिशा-निदेर्श जारी करने को कहा भी कहा था |
एक ही कम्पनी ने 15,000 से ज्यादा कर्मचारियो को निकाला 
जिसके कुछ दिनों के बाद  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी वितीय सुधारो के लिए आर्थिक मदद के पैकेज का ऐलान किया था | लेकिन आज हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ के पास कुछ लोगो के कॉल व ईमेल आते है और बताया जाता है कि हमारी कम्पनी ने पुरे देश से लगभग 15,000 से ज्यादा कर्मचारियो को बिना किसी कारण के , बिना किसी पूर्व सुचना के , घर से काम करते करते निकाल दिया | ये कर्मचारी महीने के 20,000 से 80,000 रूपये तक लेने वाले है | आप सोच सकते है कि जो व्यक्ति कमा रहा है अपने परिवार का पेट पाल रहा है उस पर क्या बीत रही होगी | 
क्या करती है ये कम्पनी
ये कम्पनी कर्नाटका की ऑनलाइन कम्पनी है जो अपना कुछ नही बनाती लेकिन जहा समान बनता है उनसे समान खरीदती है या बड़े ब्रांड्स से ज्यादा समान अच्छे डिस्काउंट के साथ खरीद लेती है | जिसको देशभर के छोटे व्यापारियो को बेचती है | जैसे आप बड़ी बड़ी ई-कॉमर्स Amazon या Flip-kart से आप किसी भी तरह के सामान को निजी प्रयोग के लिए मंगवा सकते हो | ठीक उसी तरह इस कम्पनी से कोई भी व्यापारी किसी भी तरह के सामान को आगे बेचने के लिय मंगवा सकता है |

क्या करते थे ये कर्मचारी
ये कर्मचारी उक्त कर्नाटका की ऑनलाइन कम्पनी के लिए देश भर के दुकानदारो से सम्पर्क करते थे, उनको कम्पनी के साथ जोड़ते थे व कम्पनी से समान खरीदने के लिए प्रोत्साहित करते थे | केवल हरियाणा प्रदेश मे उक्त कम्पनी औसत 2 से 3 करोड़ रूपये का समान बेच रही थी |
इतनी बड़ी खबर लेकिन किसी भी राष्ट्रिय चैनल या अखबार मे क्यों नही 
क्योकि देश भर मे काम कर रहे ये 15000 से ज्यादा कर्मचारी सीधे तौर से कम्पनी के कर्मचारी नही थे, ये सब काम कम्पनी की अधिकारिक वेबसाइट के माद्यम से करते थे लेकिन तृतीय पक्ष नियोजन (Third Party Employment) के तहत लगे हुए थे |  जिसमे एक से अधिक कम्पनियो से माद्यम से कर्मचारियो को लिया गया था| लेकिन राष्ट्रिय चैनल या अखबारों तक ये खबर कैसे नही पहुची इस बारे हम कोई कटाक्ष नही कर सकते | लेकिन हमने सोशल मीडिया होने के नाते इस खबर को प्रमुखता से तथ्यों के साथ प्रकाशित कर रहे है |

हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ परिवार देश के तमाम कंपनियो से अपील करता है कि इस मुसीबत कि घडी मे किसी कर्मचारी को निकाल कर पेट पर लात मत मारिये , पहले भी इन कर्मचारियो के बलबूते आप बड़ी कम्पनी बने है| आज का कोरोना काल स्थाई नही है लेकिन आपके कर्मचारी आपकी स्थाई दौलत है जो जीवनभर आपकी कम्पनी के लिए दिन रात खून पसीने की मेहनत से काम करेगी | हम अपील करते है देश व प्रदेश की सरकारों से इस तरह की कम्पनियो के खिलाफ आप भी उचित कार्यवाही कीजिये या दिशा निर्देश दीजिए ताकि आम आदमी इस मुसीबत की दलदल से बहार आ सके |
April 27, 2020

अमेरिका मे म्हारी बेटी कोरोना से जीती, अब मरीजो की जान बचाने मे जुटी

स्पेशल स्टोरी (हेमंत) डॉ. पूजा का कहना है कि भारत के मुकाबले अमेरिका में स्वास्थ्य सेवाएं बहुत एडवांस हैं, फिर भी यहां कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है। सात समुंदर पार अमेरिका के न्यू जर्सी में म्हारी रोहतक सेक्टर - 1 की डॉक्टर बेटी कोरोना के खिलाफ जंग जीत गई है। 10 से 12 दिन डॉक्टर पूजा भाटिया ने खुद को घर पर क्वारंटीन रखा और लगातार प्राणायाम से फेफड़ों को एक्टिव रखा और साथ ही लिक्विड लेने पर जोर दिया। अब पूजा पूरी तरह ठीक है और मरीजों का उपचार करने के लिए फिर से अस्पताल जाने लगी है।
डॉ. पूजा का कहना है कि भारत के मुकाबले अमेरिका में स्वास्थ्य सेवाएं बहुत एडवांस हैं, फिर भी यहां कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है। भारत के लोग लॉकडाउन आईसालेशन का पालन करें नहीं तो हमारा देश बड़ी मुसीबत में फंस सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन का जो फैसला लिया है, उसके लिए अमेरिका में भी मोदी की तारीफ हो रही है। मेरे देश के लोगों से कहना चाहूंगी कि लॉकडाउन और सरकार जो भी हिदायतें दें उन्हें अपनाएं, नहीं तो हालात काबू से बाहर होने में वक्त नहीं लगेगा। लॉकडाउन का पालन किया तो मुझे उम्मीद है कि भारत कोरोना पर विजय हासिल कर लेगा।
डॉ. पूजा के पिता सेक्टर-एक निवासी अमरनाथ भाटिया जिला अदालत में सीनियर वकील हैं। जबकि उनके बेटे विशाल भाटिया प्रदेश सरकार के ट्रिब्यूनल में एडवोकेट के तौर पर शामिल हैं। पूजा ने 10 वीं तक की पढ़ाई रोहतक के डी पार्क स्थित विद्या निकेतन स्कूल से की है। बाद में उसका महाराष्ट्र स्थित औरंगाबाद के मेडिकल कालेज में दाखिला हो गया। 1996 में एक साल तक पूजा ने पीजीआईएमएस में इंटनर्शिप की। पूजा का विवाह दिल्ली निवासी समीर मल्होत्रा से हुआ गया, जो यूएसए में इंजीनियर है। शादी के बाद 2003 में पूजा भी न्यू जर्सी चली गई। वहीं पर उसने मेडिकल की पढ़ाई पूरी की, अब वहां पर पूजा सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट है। 

मरीजों का उपचार करते समय वह भी कोरोना पॉजिटिव हो गई। उसने 10 दिन तक खुद को घर पर आइसोलेट रखा। मलेरिया के लिए प्रयोग की जाने वाली दवा हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन भी ली।
क्योंकि कोराना फेफड़ों के अंदर हवा जाने से रोकता है। ऐसे में कोरोना संक्रमित व्यक्ति को प्राणायाम करना चाहिए। माना जा रहा है कि यह कम तापमान में ज्यादा सक्रिय होता है। इस समय न्यू जर्सी में 15 से 20 डिग्री तक तापमान है, जबकि भारत में गर्मी के मौसम के चलते तापमान दोगुणा है। भारत में केस भी यूएसए के मुकाबले कम हैं। हालांकि पूजा ने कहा कि कोरोना की अभी कोई विश्वसनीय दवा नहीं बनी है, क्योंकि यह नया वायरस है|

प्लाज्मा डोनेट कर रही 
डॉ. पूजा भाटिया मल्होत्रा ने खुद को तो कोरोना से मुक्त कर लिया, लेकिन दूसरों के लिए जीने की भारतीय संस्कृति को नहीं छोड़ा। ठीक होने के बाद वे अस्पताल आई तो उन्होंने कोरोना के मरीजों को अपनी एंटी बॉडी से प्लाज्मा डोनेट करके उनके इलाज में मदद की। 
न्यूजर्सी के प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर

वो न्यूजर्सी के एक प्राइवेट अस्पताल में जॉब करती हूं, यहां अमेरिकी लोगों के अलावा कुछ इंडियन भी इलाज के लिए आए हैं। मेरा यही कहना है कि प्रधानमंत्री की हिदायतों और भारत में बनाए गए नियमों का पालन करें तो सुरक्षित रहेंगे। -डॉ. पूजा, न्यूजर्सी के अस्पताल से 

ठीक होने की दर 80 प्रतिशत 
उनकी साथी डॉक्टर का जन्म यूएसए में ही हुआ था। कोरोना के कारण उसने दम तोड़ दिया। उसे नहीं बचा पाने का दर्द हमेेशा रहेगा| डॉ. पूजा ने बताया कि अमेरिका में जितने मरीज कोरोना से संक्रमित होते हैं, उनमें 80 प्रतिशत ठीक हो जाते हैं, जबकि वेंटिलेटर पर आने वाले मरीजों में कुल 20-25 प्रतिशत ही ठीक हो पाते हैं। यहां मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा है कि हालात बिगड़े हुए हैं।
 पीजीआई में इंटर्नशिप
 डॉ. पूजा ने सेक्टर-1 के एडवोकेट अमरनाथ भाटिया की बेटी हैं। पूजा ने औरंगाबाद से एमबीबीएस की है। पीजीआई में इंटर्नशिप करने के बाद अमेरिका चली गई। डॉ. पूजा के पति सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
April 27, 2020

गुरुग्राम में दो कोरोना संभावित संक्रमित मरीजों की मौत

(मनवीर)गुरुग्राम- दो कोरोना संभावित संक्रमित मरीजों की मौत, इराकी नागरिक 17 अप्रैल को मेदांता अस्पताल में भर्ती हुआ था | जबकि उड़ीसा के रहने वाला 52 वर्षीय सरफराज जिन्हें केंसर था और कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे |जिला प्रशासन कर रहा जांच की मौत का कारण कोरोना संक्रमण या फिर कुछ और.....
April 27, 2020

वाल्मीकि समाज के प्रबुद्ध लोग आए आगे - कोरोना योद्धाओं पर पुष्प वर्षा कर बढ़ाया मान

(संजय)जींद, 27 अप्रैल- भिवानी रोड पर रहने वाले वाल्मीकि समाज के प्रबुद्ध लोगों ने सफाई सैनिक, मीडिया कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों का फुलों की माला व पुष्प वर्षा के साथ  स्वागत किया।
पुलिस स्टाफ की तरफ से  डीएसपी धर्मवीर खरब, एसआई रामकुमार दहिया, महिला एसआई के साथ साथ अनेक पुलिस कर्मी, मीडिया कर्मी धर्मवीर शर्मा, संजय तिरंगाधारी, संजय शर्मा, रोहताश भोला, सोनू जी न्यूज, जसवंत कंडेला आदि ने भाग लिया। जबकि सफाईकर्मियों की तरफ से हरबंस टांक, मुकेश, रेशमा, सुरेन्द्र, संदीप, सुनील , बीरभान, जितेन्द्र आदि शामिल हुए।
डीएसपी धर्मवीर खर्ब ने इस मौके पर कहा कि वैसे तो पुलिस बल समाज की सेवा के  लिए हमेशा तत्पर रहता हैं, मगर आपके सम्मान को देखते हुए हम 24 घंटे भी काम करना पड़े हम तैयार रहेंगे। उन्होंने समाज के लोगों से लोक डाऊन का पालन करने की अपील भी की।
वाल्मीकि समाज की तरफ के नेता देवीदास वाल्मीकि ने सफाई सैनिकों, मीडिया कर्मी, पुलिस कर्मियों के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों को करोना युद्ध का अग्रणी दूत बताया। प्रधानमंत्री के फैसले को जनता के हित में सरहानीय कदम बताया।
प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों के दोगुने वेतन करने को अभूतपूर्व क़रार दिया और साथ ही साथ सफाई कर्मियों, मीडिया कर्मियों का कोरोना संकट काल में दोगुना वेतन करने की अपील की। वाल्मीकि समाज की तरफ से सरकार द्वारा करोना के लिए किसी भी फैसले का साथ देने का वायदा भी उन्होंने किया।
इस मौके पर वाल्मीकि समाज की तरफ से पवन टांक, गोविंद, रामचरण, दीपक, कलीराम, मुकेश गायचंद, विजय कुमार आदि ने मुख्य भूमिका निभाई।
April 27, 2020

कुरुक्षेत्र मे रह रहे रोहतक निवासी फूड इंस्पेक्टर ने की खुदकुशी

(अरुण मलिक)- कुरूक्षेत्र- आज कुरुक्षेत्र में फूड इंस्पेक्टर के खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। इंस्पेक्टर आशीष दांगी की पत्नी ने उच्च अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। आपके बता दे कि  आजआशीष दांगी ने जहरीला पदार्थ निगलकर खुदकुशी की है। मिली जानकारी के मुताबिक मृतक फूड सप्लाई इंस्पेक्टर मूलरूप से रोहतक के मदीना गांव का रहने वाला था। 29 वर्षीय आशीष दांगी किराये के मकान में रह रहा था। आशीष के साथ उनकी पत्नी और तीन साल का बेटा भी रहता था। करीब 15 दिन पहले ही पत्नी और बेटे को मायके छोड़कर आया था। उसके पास कुरुक्षेत्र में पीआर सेंटर का कार्यभार था वहीं खरीद केंद्र का कार्यभार भी दस दिन पहले ही मिला था।
मृतक आशीष की पत्नी ने अब पुलिस को बताया कि उनके साथ रोजाना फोन पर बातचीत होती रहती थी। हाल ही में बताया था कि वह मानसिक रुप से परेशान हो रहा है। उसने बताया कि विभागीय अधिकारी उसे गबन के मामले मे झूठा फंसाकर निकलवा देंगे। मृतक आशीष की पत्नी ने बताया कि उनपर दबाव बनाया जा रहा था और उसे फंसाने की कोशिश की जा रही थी। इसी से परेशान होकर अब यह कदम उठाया था। इस मामले में थाना प्रभारी जसपाल सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी की शिकायत पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। एफएसएल से जांच करवाई जाएगी उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।